ईडी की छापेमारी पर सीएम साय का बड़ा बयान, कहा- 5 साल की सरकार में तरह-तरह के हुए घोटाले, जांच कर रही सेंट्रल एजेंसियां

रायपुर-  छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल के निवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने छापेमारी की है. ED की इस कार्रवाई से राष्ट्रीय स्तर के नेताओं की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है. इस बीच सीएम विष्णुदेव साय ने भी छापे को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 5 साल की सरकार में तरह-तरह के घोटाले हुए,उसकी जांच सेंट्रल एजेंसियां कर रही है. कई लोग जेल के अंदर भी हैं. ED सेंट्रल एजेंसी है, उससे हमारा कोई लेना देना नहीं है.

बता दें कि भूपेश बघेल के निवास पर ED की टीम ने आज तड़के छापेमारी की है. जानकारी के अनुसार, ED की टीम भिलाई स्थित भूपेश बघेल के आवास सहित चैतन्य बघेल के घर और प्रदेशभर में कुल 14 ठिकानों पर ईडी की टीम ने दबिश दी है. फिलहाल, ईडी की अलग-अलग टीमें रायपुर, भिलाई सहित अन्य जिलों में एक साथ छापेमारी की है, जहां महत्वपूर्ण दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही है.

छत्तीसगढ़ में ऊर्जा क्रांति, 3 लाख करोड़ का निवेश, चार तरह के पावर प्लांट से बनेगी अपार ऊर्जा…

रायपुर- छत्तीसगढ़ अब ऊर्जा क्रांति की ओर तेजी से बढ़ रहा है। आज रायपुर में हुए ‘छत्तीसगढ़ एनर्जी इंवेस्टर्स समिट’ में कई बड़ी कंपनियों ने 3 लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश का ऐलान किया है. इस निवेश से राज्य में परमाणु, थर्मल, सौर और पंप्ड स्टोरेज जैसे क्षेत्रों में बिजली उत्पादन के नए प्रोजेक्ट शुरू होंगे। इससे न केवल उद्योगों को फायदा मिलेगा, बल्कि आम लोगों को भी सस्ती और निरंतर बिजली मिल सकेगी।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का कहना है कि छत्तीसगढ़ में ऊर्जा के क्षेत्र में यह निवेश राज्य की बिजली उत्पादन क्षमता को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देकर हरित भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगा। हमारा लक्ष्य है कि छत्तीसगढ़ न केवल ऊर्जा में आत्मनिर्भर बने, बल्कि पूरे देश के लिए एक ऊर्जा हब के रूप में स्थापित हो।

छत्तीसगढ़ पहले से ही 30,000 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर रहा है, जो देश के औसत से ज्यादा है। अब हर व्यक्ति को 2048 किलोवाट-घंटे बिजली मिल रही है, जिससे राज्य की ऊर्जा जरूरतें पूरी हो रही हैं।

परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में एनटीपीसी ने 80,000 करोड़ रुपये की लागत से 4200 मेगावाट क्षमता का न्यूक्लियर पावर प्रोजेक्ट लगाने की योजना बनाई है। इससे छत्तीसगढ़ में परमाणु ऊर्जा से बिजली उत्पादन की शुरुआत होगी।

थर्मल पावर क्षेत्र में भी बड़े निवेश की घोषणा हुई है। अदानी पावर 66,720 करोड़ रुपये खर्च कर कोरबा, रायगढ़ और रायपुर में 1600-1600 मेगावाट के तीन थर्मल पावर प्लांट लगाएगा। जिंदल पावर रायगढ़ में 1600 मेगावाट बिजली उत्पादन के लिए 12,800 करोड़ रुपये का निवेश करेगा, जबकि सरदा एनर्जी रायगढ़ में 660 मेगावाट क्षमता के प्लांट के लिए 5,300 करोड़ रुपये लगाएगी। इसके अलावा, सरकारी कंपनियां एनटीपीसी और सीएसपीजीसीएल 41,120 करोड़ रुपये की लागत से 4500 मेगावाट बिजली उत्पादन करेंगी।

सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भी छत्तीसगढ़ को बड़ी सफलता मिली है। जिंदल पावर और एनटीपीसी ग्रीन मिलकर 10,000 करोड़ रुपये खर्च कर 2500 मेगावाट सौर बिजली का उत्पादन करेंगे। इसमें डोलेसरा में 500 मेगावाट और रायगढ़ में 2000 मेगावाट के सौर प्लांट शामिल होंगे।

किसानों के लिए भी खुशखबरी है। पीएम कुसुम योजना के तहत 4100 करोड़ रुपये की लागत से 675 मेगावाट सौर बिजली का उत्पादन किया जाएगा और 20,000 सोलर पंप लगाए जाएंगे। इससे किसानों को सिंचाई के लिए सस्ती बिजली मिलेगी और डीजल पंपों की जरूरत कम होगी।

इसके अलावा, 57,046 करोड़ रुपये की लागत से 8700 मेगावाट क्षमता के पंप्ड स्टोरेज प्रोजेक्ट भी शुरू होंगे। इसमें एसजेएन कोटपाली में 1800 मेगावाट और जिंदल रिन्यूएबल द्वारा 3000 मेगावाट के प्रोजेक्ट शामिल हैं।

इन सभी निवेशों के जरिए छत्तीसगढ़ जल्द ही देश के सबसे बड़े ऊर्जा उत्पादक राज्यों में शामिल हो जाएगा। इससे उद्योगों, किसानों और आम लोगों को फायदा होगा और राज्य की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगप्रमुख निवेश और योजनाएं

1. परमाणु ऊर्जा: साफ और कुशल ऊर्जा उत्पादन के लिए ₹80,000 करोड़ का निवेश।

2. ताप विद्युत: राज्य की ताप विद्युत क्षमता को मजबूत करने के लिए ₹1,07,840 करोड़।

3. सौर ऊर्जा: सौर ऊर्जा परियोजनाओं के विस्तार के लिए ₹10,000 करोड़।

4. पीएम कुसुम योजना: किसानों के बीच सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए ₹4,100 करोड़।

5. पंप्ड स्टोरेज परियोजनाएं (PSP): ग्रिड स्थिरता के लिए ऊर्जा भंडारण में ₹57,046 करोड़।

6. क्रेडा सौर पहल: सौर ऊर्जा विस्तार के लिए ₹3,200 करोड़।

7. पीएम सूर्य योजना: राष्ट्रीय सौर छत परियोजना के तहत ₹6,000 करोड़।

8. सरकारी भवनों में सौर ऊर्जा: सरकारी इमारतों में सौर ऊर्जा अपनाने के लिए ₹2,500 करोड़।

9. बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (BESS): ऊर्जा भंडारण क्षमता बढ़ाने के लिए ₹2,600 करोड़।

10. पावर ट्रांसमिशन नेटवर्क: बिजली पारेषण नेटवर्क को उन्नत करने के लिए ₹17,000 करोड़।

11. RDSS (वितरण क्षेत्र योजना): वितरण बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए ₹10,800 करोड़।

भूपेश बघेल पर ED के एक्शन से भड़के विधायक, सदन में दिन भर की कार्यवाही का किया बहिष्कार, मंत्री ओपी चौधरी बोले-

रायपुर-  छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दसवें दिन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस विधायकों ने जमकर हंगामा किया। भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विपक्षी विधायक गर्भगृह तक पहुंच गए, जिसके चलते उन्हें निलंबित कर दिया गया। इसके विरोध में कांग्रेस विधायकों ने दिनभर की कार्यवाही का बहिष्कार करते हुए गांधी प्रतिमा के सामने धरना दिया। विधानसभा की कार्यवाही बहिष्कार को लेकर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कांग्रेस की निंदा की है।

मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि “पिछली सरकार में माफियाराज चला और अब जो घोटाले हुए हैं, उन पर कार्रवाई होना तय है। विधायक चाहे भाजपा के हों या कांग्रेस के, अगर किसी ने घोटाले को अंजाम दिया है तो जांच होगी। पूरा देश जानता है कि पिछले पांच साल में किस तरह माफियाराज चला। कांग्रेस के नेताओं ने घोटाले किए और अब उन्हीं पर कार्रवाई हो रही है।”

उन्होंने विपक्ष के हंगामे पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस विधायकों ने प्रश्नकाल नहीं चलने दिया, जबकि वे अपनी बात बाद में भी रख सकते थे। उन्होंने बताया कि उपमुख्यमंत्री अरुण साव खुद कांग्रेस विधायकों को मनाने गए थे, लेकिन उन्होंने सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लिया।

‘लोकतंत्र को नुकसान पहुंचा रही कांग्रेस’

ओपी चौधरी ने कांग्रेस के रवैये की आलोचना करते हुए कहा, “विधानसभा प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत है, जहां जनता के करोड़ों रुपए खर्च होते हैं। सदन की प्रक्रिया को बाधित करना लोकतंत्र की आत्मा पर चोट पहुंचाने जैसा है।”

बता दें कि भूपेश बघेल के निवास पर ED की टीम ने आज तड़के छापेमारी की है। जानकारी के अनुसार, ED की टीम भिलाई स्थित भूपेश बघेल के आवास सहित चैतन्य बघेल के घर और प्रदेशभर में कुल 14 ठिकानों पर ईडी की टीम ने दबिश दी है। फिलहाल, ईडी की अलग-अलग टीमें रायपुर, भिलाई सहित अन्य जिलों में एक साथ छापेमारी की है, जहां महत्वपूर्ण दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही है।

भूपेश बघेल ने इसे ‘षड्यंत्र’ बताया

सात वर्षों से चले आ रहे झूठे केस को जब अदालत में बर्खास्त कर दिया गया तो आज ED के मेहमानों ने पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल के भिलाई निवास में आज सुबह प्रवेश किया है। अगर इस षड्यंत्र से कोई पंजाब में कांग्रेस को रोकने का प्रयास कर रहा है, तो यह गलतफहमी है।

किन मामलों में हो रही जांच? 

सूत्रों के मुताबिक, ईडी की यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग और आर्थिक अनियमितताओं से जुड़े मामलों में की जा रही है। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह छापेमारी किस विशेष मामले से जुड़ी हुई है। बताया जा रहा है कि शराब घोटाला, कोयला घोटाला और महादेव सट्टा ऐप मामले में पूर्व सीएम भूपेश बघेल का नाम सामने आया था, जिसके बाद से ही वे ईडी के रडार पर थे।

पूर्व CM भूपेश बघेल के घर ED छापा मामला: विधानसभा में विपक्ष का हंगामा, सदन की कार्यवाही बाधित, गर्भगृह में उतरा विपक्ष

रायपुर-  छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दसवें दिन की कार्यवाही विपक्ष के भारी विरोध और हंगामे के साथ शुरू हुई. कांग्रेस विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास पर ईडी की छापेमारी का मुद्दा उठाते हुए सदन में जोरदार नारेबाजी की. इस हंगामे के बाद स्पीकर ने विपक्ष के विधायकों को निलंबित कर दिया.

प्रश्नकाल से पहले ही विपक्ष ने इस मुद्दे को सदन में उठाया और सत्ता पक्ष पर ईडी के जरिए डराने-धमकाने का आरोप लगाया. कांग्रेस विधायकों ने ‘ईडी से डराना बंद करो’ जैसे नारे लगाकर विरोध जताया.

इस दौरान स्पीकर ने कहा कि प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद आप (विपक्ष) शून्यकाल के दौरान उठाए, लेकिन विपक्ष ने सदन के भीतर तेज हंगामे के साथ नारे लगाए. इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस भी देखने को मिली. व्यवस्था के बाद भी लगातार विपक्ष सदन के भीतर नारेबाजी करते रहा.

नारेबाजी के दौरान विपक्षी विधायक गर्भगृह तक पहुंच गए, जिसके बाद स्पीकर ने उन्हें निलंबित कर दिया. निलंबन के बावजूद कांग्रेस विधायक सदन के गर्भगृह में ही धरने पर बैठ गए और प्रदर्शन जारी रखा.

वहीं इस मामले में BJP के वरिष्ठ विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि विधानसभा में गैर-जिम्मेदारी से विपक्ष अपने दायित्व का निर्वहन कर रही है. विपक्ष अपनी बातों को नियमों के तहत उठा सकती है. सदन में छापे की बात कर कांग्रेस ने हंगामा शुरू कर दिया. कांग्रेस को नियम, क़ायदा, क़ानून पर विश्वास नहीं है. नियमों का पालन करना कांग्रेस के सिद्धांतों में नहीं है.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्वर्गीय बलिराम कश्यप की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बस्तर के पूर्व सांसद एवं प्रखर जननेता स्वर्गीय बलिराम कश्यप की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि श्री कश्यप केवल एक जनप्रतिनिधि नहीं, बल्कि बस्तर के जन-जन के हृदय में बसे जननायक थे, जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन समाज और क्षेत्र की सेवा के लिए समर्पित कर दिया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि स्वर्गीय श्री कश्यप का राजनीतिक जीवन दृढ़ निष्ठा, ईमानदारी और अपार जनसमर्थन का प्रतीक था। वे जनसेवा की भावना से प्रेरित होकर राजनीति में आए और जनकल्याण को ही अपने सार्वजनिक जीवन का ध्येय बनाया। बस्तर की जनता के साथ उनका आत्मीय रिश्ता ही था कि उन्होंने मध्यप्रदेश विधानसभा से लेकर लोकसभा तक लंबे समय तक जनता का प्रतिनिधित्व किया और हर मंच पर उनकी आवाज बुलंद की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि स्वर्गीय बलिराम कश्यप अपने विचारों और सिद्धांतों से कभी पीछे नहीं हटे। वे सदैव बस्तर की पहचान, उसके विकास और आदिवासी समाज के उत्थान के लिए समर्पित रहे। उनकी नेतृत्व क्षमता और संघर्षशीलता ने बस्तर को नई दिशा दी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अपने चार दशकों से अधिक के राजनीतिक जीवन में उन्होंने न केवल जनसमस्याओं के समाधान के लिए निरंतर प्रयास किया, बल्कि बस्तर के भविष्य को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का सपना भी देखा। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि श्री बलिराम कश्यप सही मायनों में बस्तर की आत्मा थे। उनकी सादगी, विनम्रता और नेतृत्व की ताकत ने उन्हें जनता के बीच अमर बना दिया है। उनका संघर्ष, सेवा और संकल्प हमें सिखाता है कि सच्चा नेतृत्व वही है जो समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे और उसके जीवन में बदलाव लाए।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि स्वर्गीय बलिराम कश्यप का योगदान युगों-युगों तक स्मरणीय रहेगा।

भूपेश बघेल ने ईडी की छापेमारी का जोड़ा पंजाब से कनेक्शन, कहा- …तो यह गलतफहमी है

रायपुर- विधानसभा के बजट सत्र के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई-3 स्थित निवास पर ईडी की छापेमारी ने प्रदेश राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है. पूर्व मुख्यमंत्री ने एक्स पर किए पोस्ट में कहा कि अगर इस षड़यंत्र से कोई पंजाब में कांग्रेस को रोकने का प्रयास कर रहा है, तो यह गलतफहमी है.

भूपेश बघेल ने ईडी की छापेमारी के करीबन डेढ़ घंटे बाद सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर किए अपने पोस्ट में सेक्स सीडी कांड में अदालत से मिली राहत का जिक्र करते हुए कहा कि सात वर्षों से चले आ रहे झूठे केस को जब अदालत में बर्खास्त कर दिया गया तो आज ED के मेहमानों ने पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल के भिलाई निवास में आज सुबह प्रवेश किया है. तो वहीं दूसरी ओर इस छापेमारी का कनेक्शन पंजाब से जोड़ते हुए कहा कि अगर कोई पंजाब में कांग्रेस को रोकने का प्रयास कर रहा है, तो यह गलतफहमी है.

बता दें कि छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल को हाल ही में कांग्रेस आलाकमान ने पार्टी महासचिव नियुक्त करने के साथ-साथ पंजाब का प्रदेश प्रभारी भी नियुक्त किया है. पंजाब में जिस तरह से भूपेश बघेल का स्वागत हुआ, उसकी चर्चा छत्तीसगढ़ में होती रही.

सहेली ज्वेलर्स, किशोर राइस मिल के साथ यहां भी पहुंची ईडी की टीम, खंगाले जा रहे हैं दस्तावेज…

रायपुर- प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) एक बार फिर प्रदेश में सक्रिय है. ईडी की टीम ने सहेली ज्वेलर्स, किशोर राइस मिल के अलावा भिलाई के बिल्डर अजय चौहान और आशीष वर्मा के ठिकानों पर दबिश दी है. जानकारी के अनुसार, टीम ने कुल 14 ठिकानों पर छापेमारी की है, जहां दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है.

ईडी की छापेमारी पर डिप्टी सीएम अरुण साव का बड़ा बयान, कहा- पूरा देश जानता है कि भूपेश बघेल के कार्यकाल में कई बड़े घोटाले हुए

रायपुर- छत्तीसगढ़ में विधानसभा बजट सत्र के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज सुबह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई-3 स्थित निवास पर छापेमारी की है. इसके अलावा जांच एजेंसी ने कुल 14 ठिकानों पर दबिश दी, जहां दस्तावेजों की जांच की जा रही है. इस कार्रवाई से प्रदेश की राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. ED की छापेमारी पर डिप्टी सीएम अरुण साव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.

उन्होंने कहा कि पूरा देश जानता है कि भूपेश बघेल के कार्यकाल में कई बड़े-बड़े घोटाले हुए। जांच चल रही है, भूपेश बघेल के करीबी लोगों की घोटाले में प्रत्यक्ष भूमिका दिखी है. वो गिरफ्तार भी हैं उनके खिलाफ मामला भी चल रहा है, ये ED की जांच के कारवाई का हिस्सा है. अगर भूपेश बघेल ने कुछ नहीं किया है, उनकी कोई भूमिका नहीं हैं, तो उन्हें डरने या घबराने की जरूरत नहीं है.

भूपेश बघेल ने इसे ‘षड्यंत्र’ बताया

सात वर्षों से चले आ रहे झूठे केस को जब अदालत में बर्खास्त कर दिया गया तो आज ED के मेहमानों ने पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल के भिलाई निवास में आज सुबह प्रवेश किया है. अगर इस षड्यंत्र से कोई पंजाब में कांग्रेस को रोकने का प्रयास कर रहा है, तो यह गलतफहमी है.

किन मामलों में हो रही जांच? 

सूत्रों के मुताबिक, ईडी की यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग और आर्थिक अनियमितताओं से जुड़े मामलों में की जा रही है. हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह छापेमारी किस विशेष मामले से जुड़ी हुई है. बताया जा रहा है कि शराब घोटाला, कोयला घोटाला और महादेव सट्टा ऐप मामले में पूर्व सीएम भूपेश बघेल का नाम सामने आया था, जिसके बाद से ही वे ईडी के रडार पर थे.

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर ED का छापा, जांच जारी

रायपुर-  छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल के निवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने आज तड़के छापेमारी की है. जानकारी के अनुसार, ED की टीम भिलाई स्थित भूपेश बघेल के आवास सहित चैतन्य बघेल के घर और अन्य कई स्थानों पर कार्रवाई कर रही है.

इस रेड को लेकर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस का कहना है कि भाजपा के इशारे पर ईडी कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई निवास पर ईडी पहुंची है.

रेलवे मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री बने संतोष कुमार पटेल

रायपुर-  दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मजदूर संघ के महामंत्री संतोष पटेल अब राष्ट्रीय रेलवे मजदूर संघ के महामंत्री बन गए है. भारतीय रेलवे मजदूर संघ के 21 वे त्रैवार्षिक राष्ट्रीय अधिवेशन 8 एवं 9 मार्च 2025 को बीकानेर (राजस्थान) में सम्पन्न हुआ, इस अधिवेशन में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महामंत्री सन्तोष कुमार पटेल को भारतीय रेल्वे मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री एवं तिरुमलेश नायडू को राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया.

बता दें कि सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ की स्थापना सन 1956 में हुई थी. रेल कामगारों में सर्वाधिक लोकप्रिय बनाने एवं उनका विश्वास जीतने में इस कामगार हितैषी संगठन के संस्थापक अध्यक्ष स्व. एस.एम. शुक्ला की अहम भूमिका रही। जो वट वृक्ष स्व. शुक्ला ने रोपित किया था उसे उनकी 1988 में मृत्यु के उपरांत वर्तमान अध्यक्ष मजदूर मसीहा डॉ. आर.पी. भटनागर ने अपने खून-पसीने सी सींचा और आज यह समस्त मध्य रेलवे के कामगारों के विश्वास का प्रतीक बन चुका है.