राजनांदगांव जिले को मिला पहला महिला थाना, विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने किया शुभारंभ

राजनांदगांव- जिले में महिला दिवस पर पहला महिला थाना का उद्घाटन किया गया. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने फीता काटकर नए महिला थाना का शुभारंभ किया. जिला में नया महिला थाना खुलने से महिला प्रार्थी अपनी समस्या को आसानी से और बेझिझक रख सकेंगी. एसपी मोहित गर्ग ने उप निरीक्षक गीतांजली सिन्हा को नए थाने के प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है. 

 

महिला संबंधित अपराधों की संजीदगी से जांच कर कार्यवाही को अंजाम तक पहुंचाने और महिलाओं की विशेष सुनवाई के साथ ही उन्हें न्याय दिलाने के लिए महिला थाने की शुरूआत की गई है. महिला थाना में 1 प्रभारी, 2 महिला प्रधान आरक्षक, 3 महिला आरक्षक और 1 नगर सैनिक की तैनाती की गई है. महिलाओं की शिकायतों की बेहतर ढंग से सुनवाई हो और अपराध पंजीबद्ध हो यही इस नए थाने का उद्देश्य है. 

इस अवसर पर छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले महिला अधिकारी/कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया. जिसके बाद डॉ. रमन सिंह ने महिला दिवस के अवसर पर महिला सम्मान एवं ससक्तिकरण के लिए महिला थाने से महिला बाईक रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया.

रायपुर में 9 और 10 मार्च को होगी स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय परिषद की अहम बैठक

रायपुर- स्वदेशी जागरण मंच के स्वावलंबी भारत अभियान के तहत राष्ट्रीय परिषद की एक अहम बैठक 9 और 10 मार्च को रायपुर में होगी। इस बैठक का आयोजन राजधानी रायपुर के श्री अग्रसेन धाम में किया जाएगा। यह बैठक समृद्ध एवं महान भारत 2047 समिट का एक अहम पड़ाव होगी। इस बैठक में भारत की आर्थिक नीतियों, स्वदेशीकरण और देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण चर्चा होगी। आज स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख धर्मेंद्र दुबे ने एक प्रेसवार्ता आयोजित कर कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की।

धर्मेंद्र दुबे ने प्रेसवार्ता में बताया कि स्वदेशी जागरण मंच ने चीन की नीतियों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। मंच से 32 संगठन जुड़े हुए हैं, जिनमें अर्थशास्त्री, चार्टर्ड अकाउंटेंट और विभिन्न विशेषज्ञ शामिल हैं। इससे पहले, मंच ने भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध में जंतर-मंतर पर आंदोलन भी किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि रायपुर में आयोजित दो दिवसीय बैठक में देश के प्रतिष्ठित उद्यमी, प्राध्यापक, कुलपति, आर्थिक चिंतक एवं स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत के दायित्ववान कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे।

WTO की नीतियों पर होगी चर्चा

स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय सह संयोजक डॉ. अश्विनी महाजन ने प्रेसवार्ता में बताया कि मंच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक नीतियों पर नजर बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि बैठक में विश्व व्यापार संगठन (WTO) की नीतियों पर विस्तार से चर्चा होगी। पेटेंट कानून में बदलाव और जेनेटिक दवाओं से जुड़े विभिन्न कानूनों को बनाने में मंच की अहम भूमिका रही है। बैठक में देश की आर्थिक नीतियों को लेकर गहन मंथन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि देश में अब तक 1.5 लाख से अधिक स्टार्टअप्स पंजीकृत हो चुके हैं और 500 से अधिक जिलों में युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं।

डॉ. धनपत राय अग्रवाल ने कहा कि स्वदेशी जागरण मंच का मुख्य उद्देश्य देश को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। उन्होंने कहा कि स्थानीय वस्तुओं के अधिकतम उपयोग को बढ़ावा दिया जाएगा और विदेशी वस्तुओं पर निर्भरता कम करने के लिए मंच लगातार प्रयासरत है। बैठक में स्वदेशीकरण और आर्थिक नीति से जुड़े कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की संभावना है।

भाजपा में अंतर कलह : सभापति चुनाव में बीजेपी की हार, मान मनौवल में नहीं बनी बात

कोरबा- एक बार फिर भाजपा में अंतर कलह सामने आई है, जिसके चलते नगर निगम कोरबा के सभापति चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा. यहां भाजपा के बागी प्रत्याशी नूतन सिंह ठाकुर सभापति चुने गए. सभापति चयन के लिए बीजेपी कार्यालय में भाजपा के बड़े नेता मौजूद थे, जहां संगठन के निर्णय के आधार पर सहमति बनाई जा रही थी, लेकिन सभापति के लिए कई नाम सामने आए.

काफी समय तक सभापति के नाम को लेकर गहमागहमी की स्थिति बनी रही. इस दौरान बंद कमरे में बीजेपी के सभी पार्षद थे. बीजेपी की ओर से सभापति चुनाव को लेकर पर्यवेक्षक बनकर आए पुरेन्द्रर मिश्रा भी संगठन के कार्यकर्ताओं की बैठक ली. इसके अलावा मतदान से पहले बंद कमरे में पार्षदों को समझने का प्रयास भी किया. इसके बावजूद भी किसी ने उसकी एक नहीं सुनी, वहीं बागी होकर नूतन से ठाकुर मैदान पर उतरे.

भाजपा की अनुशासन की खुली पोल


बताया जा रहा है कि बीजेपी ने संगठन की ओर से हितानंद अग्रवाल का नाम सामने रखा था, वहीं बागी होकर नूतन सिंह ठाकुर भी सामने आए और दोनों ने नामांकन फॉर्म भरा। वहीं निर्दलीय प्रत्याशी अब्दुल रहमान ने भी सभापति के लिए नामांकन भरा. तीनों के बीच सभापति को लेकर मतदान शुरू किया गया. कोरबा नगर निगम में 67 सीटें हैं, जिसमें बीजेपी 45 और कांग्रेस 11 और निर्दलीय 11 पार्षद हैं. सभापति चुनाव में कुल 68 मत पड़े. किसी एक ने वोट ही नहीं डाला, जहां चौंकाने वाला परिणाम सामने आया. बीजेपी के बागी प्रत्याशी नूतन सिंह ठाकुर को 33 वोट मिले. वहीं बीजेपी के सभापति प्रत्याशी हीतानंद अग्रवाल को 18 वोट और निर्दलीय प्रत्याशी अब्दुल रहमान को 16 वोट मिले. इस चौंकाने वाले परिणाम में बीजेपी की पार्टी अनुशासन की पोल खुल गई।

सब मिल-जुलकर काम करेंगे : श्रम मंत्री

नवनिर्वाचित सभापति नूतन ठाकुर ने कहा कि उसने भाजपा से टिकट मांगा था. उसकी इच्छा थी सभापति चुनाव लड़ने की पर पार्टी ने उन्हें नहीं उतारा. इसके चलते वह निर्दलीय लड़ा और उसने जीत दर्ज की. श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने बताया कि बीजेपी ने हितेंद्र अग्रवाल को सभापति के लिए मैदान में उतारा था, लेकिन बीजेपी के ही प्रत्याशी नूतन सिंह ठाकुर भी मैदान में थे, जहां सभी पार्षद एकजुट होकर नूतन सिंह ठाकुर को जिताया. हम पार्षदों को चुना है. निश्चित ही भाजपा के हैं और सब मिल-जुल कर काम करेंगे.

राज्य मुख्य सूचना आयुक्त के लिए साक्षात्कार 26 मार्च को: मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पूर्व डीजीपी अशोक जुनेजा समेत 33 आवेदकों का होगा साक्षात्कार…

रायपुर- छत्तीसगढ़ राज्य सूचना आयोग में मुख्य सूचना आयुक्त के पद के लिए 26 मार्च को साक्षात्कार बुलाया गया है. अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया है. राज्य मुख्य सूचना आयुक्त के पद के लिए 114 आवेदनकर्ताओं ने आवेदन प्रस्तुत किया है. सर्च समिति ने आवेदनों की प्रारंभिक स्क्रूटनी के बाद 33 लोगों को साक्षात्कार के लिए आमंत्रित किया है. 

उच्चतम न्यायालय द्वारा 7 जनवरी 2025 को जारी निर्देश के अनुसार, राज्य मुख्य सूचना आयुक्त की नियुक्ति के लिए प्राप्त आवेदनों के संबंध में मापदण्ड तय कर परीक्षण कर अनुशंसा देने के लिए गठित सर्च कमेटी की 5 मार्च को बैठक हुई.

गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार पिंगुआ की अध्यक्षता में हुई बैठक में निहारिका बारिक, सोनमणि बोरा और अविनाश चम्पावत उपस्थित हुए. बैठक में राज्य मुख्य सूचना आयुक्त के पद के लिए 114 आवेदनकर्ताओं से प्राप्त आवेदन की प्रारंभिक स्क्रूटनी की गई.

समिति ने आवेदनों की संख्या अधिक होने के कारण विधि विज्ञान और प्रोद्योगिकी, समाजसेवा, प्रबंध, पत्रकारिता, जनसंपर्क या प्रशासन और शासन में 30 वर्ष या उससे अधिक अनुभव वाले 65 वर्ष से कम आयु के आवेदनकर्ताओं को ही 26 मार्च को नवा रायपुर स्थित न्यू सर्किट हाउस में साक्षात्कार के लिए आमंत्रित करना का फैसला लिया.

साक्षात्कार के लिए जिन्हें आमंत्रित किया

आलोक चंद्रवंशी, अमिताभ जैन, अमृत, आनंद ए वर्गिस, अशोक जुनेजा, धनवेन्द्र जयसवाल, दुर्गेश माधव अवस्थी, घनाराम साहू, केदार नाथ शर्मा, ललित कुमार सोनी, मनोज राय, नरेंद्र बंगाले, नरेन्द्र कुमार शुक्ल, प्रदीप शर्मा, प्रह्लाद कुमार निषाद, प्रमोद ब्रह्मभट्ट, राजेंद्र प्रसाद मंडल, राजेश कुमार सिंह, राजेश कुमार श्रीवास्तव, रजनीश चंद्राकर, रूद्र अवस्थी, संदीप कुमार श्रीवास्तव, संजय कुमार पांडे, संजय कुमार अलंग, संजय पिल्ले, संतोष कुमार शर्मा, सरनजीत कौर, सुरेंद्र कुमार पांडे, सुरेंद्र कुमार, त्रिलोक चंद महावर, उमेश कुमार अग्रवाल, विवेक लांडे, विवेक वार्ष्णेय।

विश्व महिला दिवस : नारी अबला नहीं, सबला है! साई कॉलेज में महिला चेतना पर परिचर्चा

अम्बिकापुर- नारी अबला नहीं सबला है, महिला अशक्त नहीं सशक्त है, बस उसे सशक्तीकरण की भावना को बनाये रखना है। यह बातें शनिवार को विश्व महिला दिवस के उपलक्ष्य पर वीमेन वेलफेयर एंड एंटी सेक्सुअल हैरेसमेंट सेल के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम दौरान मुख्य अतिथि समाज सेविका वन्दना दत्ता ने कही। उन्होंने कहा कि पुरूष समाज हमारा विरोधी नहीं है, बल्कि हमे साथ-साथ चलना है। पिता, भाई, पति सभी रिश्ते एकत्व का संदेश देते हैं। इस अवसर पर उन्होंने समाज के लिए सभी से अंगदान करने का आह्वान किया। इससे पहले अतिथियों ने मां सरस्वती और श्री साई नाथ की तस्वीर पर मार्ल्यापण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

अतिथियों का स्वागत करते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि महिला सक्तीकरण और महिला उत्थान से समाज आगे बढ़ चुका है। अब मातृशक्ति को समाज में समान भागीदारी करना है। उन्होंने शब्द की सार्थकता और उसके संसार से अवगत कराया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए शासी निकाय के अध्यक्ष विजय कुमार इंगोले ने कहा कि दुनिया में सिर्फ पुरूषों का वर्चस्व हो और महिलाओं के साथ अन्याय हो ऐसा नहीं है। महिला और पुरूष दुनिया में समान भागीदारी का निर्वहन कर रही हैं। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रबंध समिति की सदस्य रेखा इंगोले ने कहा कि घरेलु महिलाओं को आगे लाना होगा और इसके लिये महिलाओं की भागीदारी जरूरी है।

मुख्य वक्ता मीना वर्मा ने महिला की कोख में पलती बच्ची की संवदेना से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा की बात होनी चाहिए। उन्होंने अपनी स्वरचित काव्य रामगढ़ की नाट्यशाला भेंट किया। कार्यक्रम की संयोजक डॉ. अलका पांडेय ने वैदिक काल की महिलाओं की स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने भारतीय नारी के त्याग और जौहर का उद्धरण देते हुए रानी पद्मावती के शौर्य के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि जिस परिवार में नारी का सम्मान होता है, वहां लक्ष्मी निवास करती हैं।

कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक देवेंद्र दास सोनवानी किया और आभार प्रकट आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. आर.एन. शर्मा ने किया। कार्यक्रम के दौरान कम्प्यूटर एंड आईटी विभाग के अध्यक्ष डॉ. विवेक कुमार गुप्ता, शिक्षा विभाग के अध्यक्ष डॉ. दिनेश शाक्य, वाणिज्य एवं प्रबंध के अध्यक्ष राकेश कुमार सेन, फिजीकल साईंस विभाग के अध्यक्ष शैलेष देवांगन, डॉ. जसप्रीत कौर, विनीता मेहता, गीता चौहान, चांदनी व्यापारी तथा सभी प्राध्यापक, कर्मचारी और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

बीएड डिग्रीधारी बर्खास्त शिक्षकों की बहाली की मांग, विधायक अजय चंद्राकर, धर्मजीत सिंह और ब्यास कश्यप ने किया सवाल….

रायपुर- छत्तीसगढ़ में बीएड डिग्रीधारी बर्खास्त सहायक शिक्षकों को बहाल करने की मांग सड़क से सदन तक होने लगी है. भाजपा और कांग्रेस विधायकों ने भी सरकार से शिक्षकों को बहाल करने की मांग की है. विधानसभा में ध्यानाकर्षण के जरिए भाजपा के वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर, धर्मजीत सिंह और कांग्रेस विधायक ब्यास कश्यप ने इस मुद्दे पर सरकार का ध्यानाकृष्ट कराया.

विधायकों ने सरकार से कहा कि नौकरी से निकाले गए सहायक शिक्षक न्याय की गुहार लगा रहे हैं. राज्य सरकार को भी इस बात की जानकारी है. लेकिन शिक्षकों के साथ हुए अन्याय के मद्देनजर कार्यवाही के नाम पर सिर्फ कमेटी का गठन किया है. कमेटी आज तक किसी निर्णायक स्थिति में नहीं पहुंच पाई है. यही वजह कि नौकरी से निकाले गए युवाओं में आक्रोश व्याप्त है.

विधायकों के इस सवाल के जबाव में सरकार की ओर से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि सीधी भर्ती के तहत 2023 में सहायक शिक्षकों के लिए 6285 पद के लिए विज्ञापन निकाला गया था. भर्ती के लिए शैक्षणिक योग्यता डीएड/डीएलएड या बीएड प्रशिक्षित होना अनिवार्य किया गया था. इसी के तहत बीएड डिग्रीधारी 2621 सहायक शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी. लेकिन अप्रैल 2024 उच्च न्यायालय की ओर से पारित निर्णय के आधार पर शिक्षकों की सेवाएं समाप्त की गई है. सरकार की ओर से नियुक्ति के संबंध में किसी भी तरह से भर्ती नियम में कोई भी संशोधन नहीं किया गया है.

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बर्खास्त शिक्षकों की बहाली को लेकर सरकार बेहद ही संवेदनशील है. इसलिए शासन की ओर से मुख्य सचिव की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय अंतर्विभागीय कमेटी का गठन किया गया है. इसके साथ ही सर्वोच्च न्यायालय में भी अपील किया गया था. वर्तमान में भी एक पुनर्विचार याचिका दायर की गई है. सरकार अभ्यर्थियों के प्रति सचेत और जागरुक है.

हाईटेक हुए वित्त मंत्री ओपी चौधरी, ई-ऑफिस के जरिए निपटा रहे फाइल, सोशल मीडिया में शेयर की तस्वीर…

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मंत्रिमंडल के सदस्य हर लिहाज से काबिल हैं, लेकिन इनमें से वित्त मंत्री ओपी चौधरी का अपना अलग ही स्थान हैं. आईएएस की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए ओपी चौधरी ई-ऑफिस के जरिए फाइलों को निपटाकर दूसरों के लिए नजीर पेश कर रहे हैं.

वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम पर किए अपने पोस्ट में रायगढ़ जाते हुए ई-ऑफिस के जरिए फाइलों के निष्पादन की तस्वीर शेयर की है. इसे उन्होंने बताया कि तकनीक के जरिये सुगम और प्रभावी प्रशासन की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम बताया है.

रसूखदारों के अतिक्रमण से वार्डवासी परेशान, कार्रवाई की मांग करते हुए चक्काजाम की दी चेतावनी…

कवर्धा- नगर के हाईटेक बस स्टैण्ड जाने वाले मार्ग पर रसूखदारों ने शासकीय भूखण्ड पर अवैध अतिक्रमण कर कॉम्पलेक्स का निर्माण कर किराए पर चला रहे हैं. परेशान वार्डवासियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर अतिक्रमण हटाने की मांग की है. कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में चक्काजाम की चेतावनी दी है.

वार्ड 26 में रहने वाले गजानंद, गणेश कौशिक, गजेंद्र साहू, जितेंद्र, दुजेराम, दीपक, पवन कौशिक, मनीराम सहित अन्य लोगों ने कलेक्टर को ज्ञापन के माध्यम से बताया कि वार्ड क्रं. 26 मे हाईटेक बस स्टैण्ड जाने वाले मार्ग पर घोठिया फार्म हाउस के पास शासकीय भूखण्ड पर कुछ व्यक्तियों ने अवैध अतिक्रमण कर कॉम्पलेक्स बनाया है, जिसे किराए पर देकर रकम वसूल रहे हैं.

वार्ड के रहवासियों ने उक्त कॉम्पलेक्स से आम लोगों को होने वाली समस्याओं के साथ-साथ सरकारी राजस्व को होने वाली हानि को देखते हुए अवैध काम्पलेक्स को तोड़कर खाली कराने की मांग की है. इस दिशा में कार्रवाई नहीं होने पर वार्डवासियों ने चक्काजाम व धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव की जयंती पर उन्हें किया नमन

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज अपने निवास कार्यालय में स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव की जयंती पर उनके छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर विधायक रायमुनी भगत भी उपस्थित रहीं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव न केवल प्रखर राष्ट्रवादी थे, बल्कि छत्तीसगढ़ की अस्मिता और सांस्कृतिक पहचान के दृढ़ रक्षक भी थे। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन धर्म, संस्कृति और समाज सेवा के लिए समर्पित किया। उनके नेतृत्व में प्रारंभ हुआ ‘घर वापसी’ अभियान एक ऐतिहासिक सामाजिक आंदोलन बना, जिसने हजारों लोगों को उनकी मूल सनातन परंपरा से पुनः जोड़ने का कार्य किया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि श्री जूदेव जी जल, जंगल, जमीन और जनजातीय अस्मिता के सशक्त प्रहरी थे। छत्तीसगढ़ के वनांचल क्षेत्रों में आदिवासी समाज को उनका गौरव और पहचान लौटाने के लिए उन्होंने अनवरत संघर्ष किया। उनके प्रयासों से समाज में राष्ट्रवादी चेतना का प्रसार हुआ और छत्तीसगढ़ के जनजातीय समाज को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से और अधिक जुड़ने का अवसर मिला।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि एक विचारधारा के प्रतीक थे। उन्होंने अपने जीवन में राष्ट्रवादी मूल्यों को आत्मसात कर समाजहित में कार्य किया। उनकी दृढ़ता, निडरता और ओजस्वी नेतृत्व आज भी हम सभी को प्रेरित करता है। उनका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

मंत्री केदार कश्यप के विभागों के लिए 5954 करोड़ 41 लाख रूपए की अनुदान मांगे सर्वसम्मति से पारित

रायपुर-   छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज चर्चा के बाद वन एवं जलवायु परिवर्तन, सहकारिता व कौशल विकास मंत्री केदार कश्यप के विभागों से संबंधित वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 5954 करोड़ 41 लाख 12 हजार रूपए की अनुदान मांगे सर्वसम्मति से पारित की गई। इसमें वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के लिए 2541 करोड़ 28 लाख 60 हजार रूपए, सहकारिता विभाग के लिए 342 करोड़ 70 लाख 22 हजार रूपए, जल संसाधन विभाग के लिए 1693 करोड़ 96 लाख रूपए, लघु सिंचाई निर्माण कार्य के लिए 874 करोड़ 51 लाख 55 हजार रूपए, जल संसाधन विभाग से संबंधित विदेशों से सहायता प्राप्त परियोजनाओं के लिए 57 करोड़ रूपए, जल संसाधन विभाग से संबंधित सहायता प्राप्त परियोजनाओं के लिए 308 करोड़ 71 लाख रूपए, तथा राज्य कौशल विकास योजना के लिए 29 करोड़ 41 लाख रूपए और राज्य विधानमंडल के लिए 106 करोड़ 82 लाख 75 हजार रूपए शामिल है।

वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग

वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री कश्यप ने अनुदान मांगों की चर्चा के दौरान कहा कि वनों, जल स्रोतों, वन्यप्राणियों तथा समस्त जीव-जन्तुओं तथा वन में देवी-देवताओं का विराजमान होता है। विशेषकर आदिवासी समुदाय तथा ग्रामवासी प्रकृति का पूजा-अराधना करते हैं, इससे राज्य में वनों का संरक्षण और संवर्धन हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के प्रयास और सभी वर्गों के सहयोग से छत्तीसगढ़ में वन का भौगोलिक क्षेत्रफल बढ़कर 44.253 प्रतिशत हो गया है, जो देश में वन आवरण की दृष्टि से तीसरे स्थान पर है।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंशा के अनुरूप एवं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में वन विभाग सुशासन एवं पारदर्शिता के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए विभाग में ई-कुबेर, ई-ऑक्शन, एनटीपीएस, स्पैरो तथा ई-ऑफिस प्रणालियों को लागू किया है। साथ ही पारदर्शी एवं भ्रष्टाचार कम करने के लिए जेम पोर्टल के माध्यम से उच्च गुणवत्ता की वस्तुओं की खरीदी तथा सेवाएं ली जा रही है।

मंत्री श्री कश्यप ने सदन में कहा कि हमारी सरकार ने तेन्दूपत्ता संग्राहकों के लिए प्रति मानक बोरा 4000 से बढ़ाकर 5500 रूपए कर दिया है। इससे संग्राहकों को 233 करोड़ रूपए से अधिक राशि प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि गुरुघासीदास तमोर पिंगला जो 2829.387 वर्ग किलोमीटर में विस्तारित देश का सबसे बड़ा टाईगर रिजर्व है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात के 118वां संस्करण में गुरुघासीदास तमोर पिंगला टाईगर रिजर्व के गठन पर प्रसन्नता व्यक्त की हैं। इस वित्तीय वर्ष में टाईगर रिजर्व के विकास हेतु बजट में 27 करोड़ 46 लाख रूपए का प्रावधान किया गया है।

उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन द्वारा ग्रामीण पर्यटन हेतु 20 गांवों का चयन किया गया है। जिसमें बस्तर के धुड़मारास गांव को भी शामिल किया गया है। राज्य सरकार ने धुड़मारास गांव को पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि हमारी सरकार द्वारा किसान वृक्ष मित्र योजना के तहत वन क्षेत्रों में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किया जा रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप वन आवरण में 683 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है। इस योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 में 2 करोड़ 25 लाख पौधों का रोपण किया गया है।

मंत्री श्री कश्यप ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंशा एवं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में धरती मां एवं मां की याद में “एक पेड़ मां के नाम” योजनांतर्गत राज्य में 3 करोड़ 50 लाख 73 हजार पौधे का रोपण तथा वितरण किया गया है। इस योजना में छत्तीसगढ़ महतारी वंदन योजना के हितग्राहियों को भी जोड़ा गया है। वर्ष 2025 में 4 करोड़ पौधों का रोपण एवं वितरण का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि बिगड़़े वनों के सुधार हेतु इस वित्तीय वर्ष में 310 करोड़ रूपए का बजट प्रावधान रखा गया है। बांस आधारित कुटीर उद्योगों की स्थापना हेतु 80 करोड़ रूपए, भू-गर्भीय जल स्तर में वृद्धि के लिए 34 करोड़ रूपए, नदी तटों में वृक्षारोपण के लिए 7 करोड़ 48 लाख रूपए तथा राजमार्गों व ग्रामीण मार्गों के किनारे वृक्षारोपण हेतु 7 करोड़ 11 लाख रूपए का प्रावधान किया गया है। इसी प्रकार हाथी-मानव द्वंद से ग्रामीणों को बचाने और हाथी विचरण की जानकारी “हमर हाथी हमर गोठ” के माध्यम से उपलब्ध कराने हेतु 2 करोड़ 39 लाख रूपए का प्रावधान किया गया है।

जल संसाधन विभाग

जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप ने सदन में बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2047 के विकसित भारत के संकल्पना के अनुरूप हमारी सरकार विकसित छत्तीसगढ़ हेतु जल संसाधन विभाग अंतर्गत वॉटर विजन-2047 के लिए एजेंडा तय किया है, जिसमें जल उपयोग की क्षमता को बढ़ाकर निर्मित सिंचाई क्षमता तथा वास्तविक सिंचाई के अंतर में 2 लाख हेक्टेयर कमी करने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि सरगुजा तथा बस्तर संभागों में नवीन सिंचाई योजना के निर्माण से 2 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई क्षमता का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही रबी फसलों की सिंचाई का रकबा भी एक लाख हेक्टेयर तक बढ़ाने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में नदी जोड़ों अभियान के तहत विभिन्न नदियों को जोड़ने हेतु इंटरलिंकिंग परियोजनाएं बनाई जाएंगी। इनमें इन्द्रावती-महानदी लिंक परियोजना, केवई-हसदेव नदी लिंक परियोजना, अहिरन-खारंग लिंक परियोजना प्रमुख है। उन्होंने बताया कि जल संसाधन विभाग के बजट प्रावधान में उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है। इस वर्ष के वित्तीय वर्ष में विभाग के लिए 3 हजार करोड़ रूपए से अधिक का बजट प्रावधान रखा गया है। मंत्री श्री कश्यप ने सदन में बताया कि राज्य में सिंचाई क्षमता सृजन हेतु पहली बार वित्तीय वर्ष 2025-26 में 1109 योजना-कार्यों हेतु 700 करोड़ का प्रावधान नवीन मद के तहत किया गया है। इन योजनाओं के पूर्ण होने से सिंचाई क्षमता में वृद्धि होगी।

उन्होंने कहा कि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में सिंचाई क्षमता वृद्धि के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की गई है। साथ ही बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर में नवीन मुख्य अभियंता कार्यालय खोला जाकर सिंचाई सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।

सहकारिता विभाग

सहकारिता मंत्री श्री कश्यप ने सदन में चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि इस बजट में सहकारिता विभाग के विभिन्न योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए 342 करोड़ 70 लाख 22 हजार रूपए प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि हमारी सरकार ने प्रदेश के किसानों को पैक्स समितियों के माध्यम से 5 लाख रूपए तक की अल्पकालीन कृषि ऋण निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। इसी तरह मत्स्य एवं उद्यानिकी किसानों को 3 लाख रूपए तक की निःशुल्क ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। गत वर्ष राज्य के 15 लाख 21 हजार से अधिक किसानों को 7709 करोड़ रूपए का अल्पकालीन ऋण सहकारी समितियों से उपलब्ध कराया गया है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में कृषक ऋण ब्याज दर युक्तियुक्तकरण हेतु 250 करोड़ रूपए का प्रावधान रखा गया है।

मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि हमारी सरकार द्वारा “सहकार से समृद्धि” की संकल्पना के तहत गठित किए जाने वाले नवीन पैक्स के संचालन तथा कर्मचारियों पर होने वाले व्यय संबंधी आवश्यकताओं के लिए 7 करोड़ 50 लाख का प्रबंधकीय अनुदान का प्रावधान भी रखा है। इसी तरह सहकारी बैंकों एवं समितियों के साख में वृद्धि तथा व्यवसाय हेतु अंशपूंजी में निवेश के लिए 5 करोड़ का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि इस नए वित्तीय वर्ष में 500 नवीन पैक्स का गठन किया जाएगा। इन नवीन समितियों को सक्षम बनाने के लिए प्रति समिति एक लाख 50 हजार रूपए का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि नवीन पैक्स समितियों के कार्य करने के लिए सक्षम बनाने हेतु आधारभूत संरचना निर्माण के लिए 200 मीट्रिक टन क्षमता वाले गोदाम सह कार्यालय भवन निर्माण (प्रति गोदाम 26 लाख रूपए) इस तरह 96 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। मंत्री श्री कश्यप ने बताया कि भारत सरकार की केन्द्र परिवर्तित योजना “डिजिटाईजेशन ऑफ प्राईमरी एग्रीकल्चर को-ऑपरेटिव्ह सोसाइटिस” के अंतर्गत राज्य के पंजीकृत 2028 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों का कम्प्यूटरीकरण किया जा रहा है। समितियों के काम-काज में पारदर्शिता लाने तथा किसानों को उनके खाते की सही जानकारी उपलब्ध करानेे के लिए 63 करोड़ 61 लाख प्रावधान किया गया है। इसी तरह पैक्स कम्प्यूटरीकरण हेतु 24 करोड़ 41 लाख का भी प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि सहकारी समितियों के पंजीयन, उपविधि में संशोधन, विवाद समाधान एवं अन्य विषयों से संबंधित प्रक्रियों को सुगम, पारदर्शी और पेपरलेस बनाने हेतु इस परियोजना की लागत 2 करोड़ 72 लाख 38 हजार रूपए है। इस वित्तीय वर्ष में इसके लिए एक करोड़ 95 लाख 40 हजार रूपए का प्रावधान किया गया है। अंतर्राष्ट्रीय सहकारी वर्ष 2025 के तहत प्रदेश में राज्य, जिला, ग्राम तथा समिति स्तर पर पूरे वर्ष जागरूकता संबंधी गतिविधियों एवं कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत सहकारिता का प्रचार-प्रसार, प्रशिक्षण, खेलकूद, मेला, उत्सव, प्रदर्शनी, झांकी एवं संगोष्ठियों का भी आयोजन किया जाएगा, जिसके लिए इस वित्तीय वर्ष 5 करोड़ रूपए का बजट प्रावधान रखा गया है।

राज्य कौशल विकास

कौशल विकास मंत्री श्री कश्यप ने सदन में कहा कि छत्तीसगढ़ में निवासरत 14 से 45 वर्ष आयु के युवाओं को उनकी स्वयं की रूचि के व्यवसाय में प्रशिक्षित कर स्व-रोजार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ युवाओं के कौशल विकास के अधिकार अधिनियम 2013 लागू किया गया है। मुख्यमंत्री कौशल विकास योजनानांर्गत राज्य के युवाओं के कौशल प्रशिक्षण हेतु 352 संस्थाएं जिसमें 205 शासकीय एवं 147 अशासकीय व्यवसायिक संस्थाएं पंजीकृत हैं। इस वित्तीय वर्ष में इस योजना के लिए 29 करोड़ 41 लाख रूपए का प्रावधान रखा गया है। मंत्री ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र के युवाओं को समाज के मुख्यधारा जोड़ने एवं उन्हें उनकी रूचि एवं योग्यता के अनुसार कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर उनके आजीविका के वृद्धि के लिए बस्तर संभाग के समस्त 7 जिलों में ब्लॉक स्तर पर कौशल विकास केन्द्र की स्थापना का निर्णय लिया गया है इसके लिए 4 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि नक्सल प्रभावित 14 जिलों के मुख्यालय में संचालित लाईवलीहुड कॉलेज के प्रशिक्षणार्थियों को भोजन आदि व्यवस्था के लिए 10 करोड़ का प्रावधान किया गया है। इसी तरह राज्य के 7 जिले दुर्ग, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, सक्ती, सारंगढ़-बिलाईगढ़, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई एवं मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी तथा नगर पंचायत भखारा भटेली में लाईवलीहुड कॉलेज निर्माण व जिला नारायणपुर में बालक छात्रावास के लिए 6 करोड़ रूपए का बजट प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि नक्सल प्रभावित गांवों तक बुनियादी सुविधाएं और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए संचालित मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के परिसंकल्पना में नियद नेल्लानार योजना प्रारंभ की गई हैं। योजना के तहत बस्तर संभाग के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थापित कैम्प के चिन्हांकित ग्रामों में कौशल प्रशिक्षण हेतु 3598 युवाओं का सर्वे किया गया है।