कोटवा-सिरसी रोड, मिर्जापुर पर तेज़ रफ्तार से सड़क हादसों में हो रही वन्यजीवों की मौत
मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश – मिर्जापुर के कोटवा सिरसी रोड पर तेज़ रफ्तार से वाहन चलाने के कारण वन्यजीवों की मौत की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिनमें लकड़बग्घा और रस्टी स्पॉटेड बिल्ली जैसे दुर्लभ प्रजातियों का भी शिकार हो रहे हैं। यह दुखद घटनाएं वन्यजीवों के संरक्षण के लिए एक गंभीर चेतावनी हैं और यह दर्शाती हैं कि इस क्षेत्र में बेहतर सड़क सुरक्षा और जन जागरूकता की आवश्यकता है।
कोटवा सिरसी रोड, जो ग्रामीण इलाकों से होकर गुजरता है, वन्यजीवों के लिए एक ख़तरनाक रास्ता बन गया है। इस क्षेत्र में कई तरह के वन्यजीव रहते हैं, जिनमें से कुछ प्रजातियां अत्यधिक संकटग्रस्त हैं। घने जंगलों से घिरा यह मार्ग वन्यजीवों के लिए भोजन और आवागमन का अहम स्थान है, लेकिन तेज़ गति से गुजरने वाली गाड़ियां इन जीवों के लिए खतरा बन रही हैं।
हाल ही में एक लकड़बग्घे की मौत की घटना ने इस समस्या को और अधिक उजागर किया। यह जानवर, जो ज्यादातर रात में सक्रिय रहता है, तेज़ रफ्तार से वाहन द्वारा मारा गया। स्ट्राइप्ड हाईना जो पहले से ही भारत में संकटग्रस्त हैं, उनके जीवित रहने के लिए यह हादसा और भी बड़ा खतरा बन गया है। उनकी संख्या पहले ही उनके आवासों के नष्ट होने और शिकार के कारण घट रही है। सड़क पर होने वाली इस तरह की घटनाएं उनकी आबादी के लिए बेहद हानिकारक हैं।
इसी तरह, रस्टी पोटेड बिल्ली की स्थिति भी गंभीर है। यह बिल्ली दुनिया की सबसे छोटी वन्य बिल्लियों में से एक है और अब संकटग्रस्त प्रजातियों की सूची में शामिल है। कोटवा सिरसी रोड के आसपास की जंगली जगहों पर यह बिल्ली निवास करती है, लेकिन वाहन की तेज़ रफ्तार के कारण इन बिल्लियों के लिए सड़क पार करना और भी मुश्किल हो गया है। इन बिल्लियों की छोटी आकार और घने जंगलों के पास रहने की आदतें उन्हें गाड़ियों के लिए आसान शिकार बना देती हैं।
वन्यजीव विशेषज्ञों और संरक्षणकर्ताओं ने मिर्जापुर और आसपास के क्षेत्रों में सड़क पर होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को लेकर चिंता जताई है। "यह एक दुखद उदाहरण है कि कैसे मानवीय गतिविधि, विशेष रूप से तेज़ रफ्तार, हमारे वन्यजीवों को विलुप्ति की ओर धकेल रही है। "यह जरूरी है कि सड़क सुरक्षा के लिए वन्यजीवों के अनुकूल उपाय लागू किए जाएं, जैसे स्पीड ब्रेकर, वन्यजीव क्रॉसिंग और बेहतर साइनबोर्ड्स ताकि इन दुर्घटनाओं को रोका जा सके।"
स्थानीय निवासियों ने भी इस मुद्दे पर चिंता जताई है और कई लोगों ने सड़क पर गति सीमा को सख्ती से लागू करने और जागरूकता बढ़ाने का आह्वान किया है। हम अपने वन्यजीवों से बहुत प्यार करते हैं, और यह देखना बेहद दुखद है कि मानवीय लापरवाही के कारण ये जीव मर रहे हैं।
जैसे-जैसे इस मुद्दे को हल करने के प्रयास जारी हैं, वन्यजीव संगठन और स्थानीय समुदाय उत्तर प्रदेश वन विभाग और अन्य संबंधित अधिकारियों से सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए रणनीतियाँ लागू करने का अनुरोध कर रहे हैं। उम्मीद है कि सहयोग और जागरूकता के माध्यम से हम यह सुनिश्चित कर सकेंगे कि लकड़बग्घा और रस्टी स्पॉटेड कैट जैसी प्रजातियां अपने प्राकृतिक आवासों में स्वतंत्र रूप से रह सकें।
जब तक ऐसे उपाय लागू नहीं होते, मिर्जापुर के वन्यजीवों का भविष्य संकट में है, और कोटवा सिरसी रोड पर तेज़ रफ्तार से चलने वाली गाड़ियां भारत की कुछ दुर्लभ और खूबसूरत प्रजातियों के अस्तित्व के लिए खतरा बनी हुई हैं।
Mar 06 2025, 18:48