त्यौहारों को सकुशल व शांतिपूर्वक मनाने की अपील

गोण्डा। आज पुलिस अधीक्षक गोण्डा के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राधेश्याम राय द्वारा थाना वजीरगंज पर आगामी त्यौहार होली व रमज़ान के दृष्टिगत संभ्रांत व्यक्तियों के साथ पीस कमेटी की मीटिंग कर त्यौहारों को सकुशल व शांतिपूर्वक मनाने की अपील की गई।

संस्था की सदस्यता लेने के 210 दिन बाद सदस्यों को विभिन्न प्रकार की सहायता प्रदान की जाती

बेलसर, (गोंडा)। उमरी बेगमगंज में मां बाराही गौरी मंगला मदद फाउंडेशन द्वारा गरीब लोगों की मदद के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में भाजपा नेता त्रियुगी नारायण शुक्ला ने कहा कि यह फाउंडेशन गरीबों और महिलाओं को स्वावलंबी बनने का मौका प्रदान कर रहा है। फाउंडेशन के संस्थापक अमर कुमार ने बताया कि संस्था की सदस्यता लेने के 210 दिन बाद सदस्यों को विभिन्न प्रकार की सहायता प्रदान की जाती है, जैसे कि सड़क दुर्घटना के बाद ऑपरेशन के लिए, दुर्घटना में मृत्यु के बाद नॉमिनी को सहायता, सदस्य की एक संतान के विवाह के लिए और शिक्षा के लिए सहायता।

इस कार्यक्रम में 15 सदस्यों को चेक देकर सहयोग किया गया, जिनमें परसपुर मरचौर निवासी पूजा पाठक, सकरौर निवासी नीता मिश्रा, डिक्सिर की कैलाश देवी सहित अन्य शामिल हैं। फाउंडेशन के अध्यक्ष रंजन मिश्रा और अन्य कार्यकर्ता भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे। फाउंडेशन के संस्थापक अमर कुमार ने बताया कि भविष्य में संस्था द्वारा वृद्धाश्रम का संचालन शुरू किया जाएगा और मां वराही मंदिर प्रांगण में सामूहिक विवाह का आयोजन किया जाएगा।

परसपुर मरचौर निवासी पूजा पाठक सकरौर निवासी नीता मिश्रा डिक्सिर की कैलाश देवी ऐली परसौली की शिव देवी व करनैलगंज की शिवपति को 50-50 हजार रुपए का चेक प्रदान किया गया; वही जफरापुर की शिवपता शैल कुमारी, बरई गोंदहा बालपुर की सुमित्रा, डिक्सिर की सबरूनिशा को 25-25 हजार रुपए तथा उमरी जेठासी की शिवकुमारी, बेलई अमदही की मंजू सिंह जनपद बहराइच मिहीपुरवा की तारा देवी नानपारा की मुर्ग देवी, डिक्सिर की चमेली देवी व अकौनी की श्यामा को 11-11हजार रुपए का चेक प्रदान किया गया।

देवीपाटन मंडल का पहला प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र सक्रिय, 75 कुंतल कचरे का निस्तारण पूरा

गोण्डा । देवीपाटन मंडल के पहले प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र (Plastic Waste Management Unit - PWMU) ने अब तक 75 कुंतल प्लास्टिक कचरे का सफलतापूर्वक निस्तारण कर दिया है। इस कचरे में सिंगल यूज़ प्लास्टिक (SUP) और प्लास्टिक की बोतलें शामिल थीं।

निस्तारित प्लास्टिक कचरे का उपयोग अब PWD, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग और जिला पंचायत द्वारा सड़क निर्माण में किया जाएगा। इसके लिए कवायत शुरू कर दी गई है। यह पहल न केवल जिले को प्लास्टिक मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि इससे पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता अभियान को भी मजबूती मिली है।

प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र: उद्देश्य और कार्यप्रणाली

यह केंद्र स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत स्थापित किया गया है और 4R सिद्धांत – Refuse, Reduce, Reuse, Recycle के आधार पर कार्य करता है।

रिसाइकिल योग्य प्लास्टिक को स्क्रैप डीलरों के माध्यम से पुनः उपयोग में लाया जाता है।

गैर-रीसाइक्लेबल प्लास्टिक को विखंडित कर सड़क निर्माण और सीमेंट उद्योगों में इस्तेमाल किया जाता है।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने की अपील

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने इस पहल को सराहनीय बताते हुए कहा, "यह केंद्र प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन का एक बेहतरीन उदाहरण है। हम सभी को प्लास्टिक कचरे के सही निस्तारण में सहयोग करना चाहिए, ताकि हमारा जिला स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बन सके।"

रोजगार के अवसर और पर्यावरण संरक्षण को मिलेगा बढ़ावा

इस केंद्र से न केवल प्लास्टिक कचरे का सही निस्तारण हो रहा है, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा हो रहे हैं। जिला प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे प्लास्टिक कचरे को इधर-उधर फेंकने की बजाय इसे सही तरीके से डिस्पोज करें और इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग दें।

*गोण्डा जिला अस्पताल में 6 मार्च को होगा उद्घाटन, महिलाओं को मिलेगा रोजगार*

गोण्डा। अब जिला अस्पताल में आने वाले जरूरतमंद मरीजों और उनके तीमारदारों को सस्ते दरों पर पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। जिलाधिकारी नेहा शर्मा की पहल पर ‘शक्ति रसोई’ की शुरुआत की जा रही है। 6 मार्च को जिला अस्पताल परिसर में इसका उद्घाटन किया जाएगा। इस रसोई का संचालन दीनदयाल अंत्योदय योजना - राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत किया जाएगा, जिसके लिए सभी आवश्यक संसाधन सूडा (SUDA) द्वारा उपलब्ध कराए गए हैं।

पौष्टिक भोजन के साथ महिलाओं को मिलेगा रोजगार

इस रसोई का संचालन ‘रंजना स्वयं सहायता समूह’ द्वारा किया जाएगा, जिसमें सीमा, नुसरत और सोनी शामिल हैं। यह पहल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर प्रदान करेगी, जिससे वे आर्थिक रूप से सशक्त हो सकेंगी। ‘शक्ति रसोई’ का मुख्य उद्देश्य जरूरतमंदों और कमजोर वर्गों को राहत प्रदान करना है। यहां सस्ते, स्वच्छ और संतुलित भोजन की व्यवस्था की जाएगी, ताकि अस्पताल आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को भोजन की समस्या का सामना न करना पड़े।

सामाजिक समरसता को मिलेगा बढ़ावा

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने इस पहल को सामाजिक सहयोग का अनूठा उदाहरण बताते हुए कहा कि ‘शक्ति रसोई’ से जरूरतमंदों को पौष्टिक भोजन मिलेगा और महिलाओं को रोजगार का अवसर प्राप्त होगा। यह योजना समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।शक्ति रसोई की इस पहल का स्थानीय नागरिकों और समाजसेवियों ने स्वागत किया है। उनका मानना है कि इससे गरीबों को राहत मिलेगी और महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को भी बढ़ावा मिलेगा।

जनपद की तीसरी शक्ति रसोई

गोण्डा में शक्ति रसोई की यह तीसरी इकाई होगी। इससे पहले लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज परिसर और कलेक्ट्रेट परिसर में भी इसकी शुरुआत हो चुकी है।

गरीब असहाय लोगो की सेवा करना एक पुनीत कार्य

मनकापुर(गोडा)। गरीब असहाय लोगो की सेवा करना एक पुनीत कार्य है ऐसे कार्य मे सब लोगो को बढ-चढ कर भागेदारी करनी चाहिए।यह विचार सोमवार को सीएचसी मनकापुर परिसर मे विदेश राज्यमंत्री व गोंडा सांसद कीर्तिवर्धन सिह उर्फ राजा भैय्या के प्रतिनिधि यूपी सिह ने टीवी मरीजो को निःशुल्क टीवी मरीज किट वितरण के पूर्व कही । उन्होने कहा कि आज के युग में डाक्टर के बताये गये खान-पान पर निर्भर रह कर ही पुरुष व महिला स्वस्थ रह सकते हैं उसी कडी मे राजा भैय्या के निर्देश व उनके सहयोग से पचास टीवी मरीजो के खाने के लिए चना ,गुड ,मूंगफली, सोयाबीन, दलिया का किट दिया गया ।

ब्लाक प्रमुख जगदेव चौधरी ने कहा कि समाज के सभी जनप्रतिनिधि समाज सेवी व सक्षम लोग टीवी मरीजो के लिए भी अपने सहयोग से टीवी किट वितरित करा कर पुण्य के भागेदार बने और सर्व समाज के लोग भी आप के द्वारा किये गये पुनीत कार्य से भी वितरित करने की प्रेरणा लेगें । राजा भैय्या के इस पहल को हम अपने स्तर से ग्राम प्रधान, वीडीसी व ब्लाक के सहयोग से टीवी किट वितरित कराया जायेगा । कोट प्रबंधक हरीश पान्डेय ने कहा कि राजा भैय्या का यह पहल बहुत सराहनीय कार्य है हम लोगो को भी इस पुनीत कार्य मे हिस्सा लेना चाहिए।

जिससे पीडित मरीज का आंशिक सहयोग हो सके आज निःशुल्क किट वितरित कराने सीएचसी अधीक्षक डाo एसएन सिह, डाo आलोक चौधरी, डाo आलोक गुप्ता, डा०रविश रिजवी, महिला डाo किरन कसौधन डा० नीरज गुप्ता, डा० मनोज कुमार रस्तोगी एआरओ सौरभ पान्डेय के सहयोग से भी टीवी मरीज निःशुल्क किट वितरण किया गया । इस मौके पर दुर्गेश कुमार सिह, अमित दूबे कुलदीप वरिष्ठ क्षय रोग पर्यवेक्षक लालमन, एपी चौधरी, वीएन मिश्रा, वीसीपी चंचलराम ,सुशील साहू आदि लोग मौजूद रहे । वही सीएचसी अधीक्षक डाo एसएन सिह ने जिन टीवी मरीजो का कार्ड बना है उन्हे सूचना देकर जनसहयोग निःशुल्क किट वितरित किया जायेगा।

गोंडा में 9 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर केएमसी यूनिट शुरू, 7 पर काम जारी

गोंडा। जिले में नवजात शिशुओं की देखभाल को बेहतर बनाने के लिए 9 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर कंगारू मदर केयर यूनिट (KMC Unit) शुरू की जा चुकी हैं, जबकि 7 सीएचसी पर निर्माण कार्य तेजी से जारी है। यह यूनिट विशेष रूप से कमजोर और समय से पहले जन्मे नवजातों के लिए बनाई गई हैं, जहां मां और शिशु को एक ही स्थान पर सभी आवश्यक सुविधाएं मिलेंगी। इस पहल का उद्देश्य नवजात मृत्यु दर को कम करना, स्तनपान को बढ़ावा देना और माताओं को सुरक्षित माहौल प्रदान करना है।

गोंडा जिले में पहली बार नवजात शिशुओं को ऐसी विशेष सुविधा मिलने से माताओं को भी राहत मिलेगी, और नवजातों को सुरक्षित एवं स्वस्थ जीवन की बेहतर शुरुआत मिलेगी।

पहली बार नवजात शिशुओं को मिलेगी ऐसी व्यवस्था

गोंडा जिले में पहली बार नवजात शिशुओं के लिए ऐसी आधुनिक सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। अब तक कमजोर नवजातों को केवल एनबीएसयू (Newborn Stabilization Unit) में भर्ती किया जाता था, लेकिन केएमसी यूनिट की शुरुआत से माताएं अपने शिशु की देखभाल में सक्रिय भूमिका निभा सकेंगी। यह व्यवस्था त्वचा से त्वचा के संपर्क (Skin-to-Skin Contact) के जरिए नवजातों को ऊष्मा, पोषण और सुरक्षा प्रदान करेगी।

मदर न्यूबॉर्न केयर यूनिट (MNCU) की अनूठी पहल

गोंडा जिले में जिलाधिकारी नेहा शर्मा के प्रयासों से मदर न्यूबॉर्न केयर यूनिट (MNCU) की स्थापना की गई है, जिसमें मां और नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए सभी सुविधाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई जा रही हैं। अब डिलीवरी रूम, बीमार नवजातों के लिए एनबीएसयू और केएमसी यूनिट एक साथ होंगे, जिससे माताओं और नवजातों को अलग-अलग स्थानों पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे चिकित्सकीय देखभाल सुचारू होगी और शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी।

इन 9 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर शुरू हुई सुविधा

सीएचसी खरगूपुर

सीएचसी कर्नलगंज

सीएचसी वजीरगंज

सीएचसी मनकापुर

सीएचसी इटियाथोक

सीएचसी छपिया

सीएचसी कटरा बाजार

सीएचसी नवाबगंज

सीएचसी तरबगंज

इसके अलावा, परसपुर, हलधरमऊ, बेलसर, मुजेहना, पंडरी कृपाल, बभनजोत और काजीदेवर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में केएमसी यूनिट का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इन केंद्रों पर इस महीने के अंत तक यह सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।

जनवरी 2025 में शुरू हुआ था निर्माण कार्य

केएमसी यूनिट्स की स्थापना के लिए जनवरी 2025 में कार्य शुरू किया गया था। सरकार और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से इन यूनिट्स का निर्माण चरणबद्ध तरीके से किया गया, ताकि जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में यह सुविधा जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जा सके।

गोंडा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कहा, "यह पहल जिले के नवजात शिशुओं और माताओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। केएमसी यूनिट से कमजोर और समय से पहले जन्मे शिशुओं को बेहतर देखभाल मिलेगी, जिससे शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी। स्वास्थ्य विभाग इस योजना को जल्द पूरा करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रहा है।"

मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अंकिता जैन ने इस पहल को सराहनीय बताते हुए कहा, "केएमसी यूनिट न केवल नवजातों के लिए बल्कि माताओं के लिए भी लाभकारी है। इससे स्तनपान को बढ़ावा मिलेगा और माताओं को अपने बच्चों के साथ अधिक समय बिताने का अवसर मिलेगा। सरकार इस सुविधा को जल्द से जल्द हर स्वास्थ्य केंद्र में लागू करने के लिए पूरी तरह प्रयासरत है।" उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इन केंद्रों की नियमित निगरानी कर रहा है, ताकि सभी माताओं और नवजातों को यह सुविधा उपलब्ध हो सके।

केएमसी यूनिट से उपलब्ध हैं यह लाभ

कम वजन वाले और समय से पहले जन्मे शिशुओं को बेहतर देखभाल मिलेगी।

मां और शिशु के बीच भावनात्मक संबंध मजबूत होगा।

स्तनपान को बढ़ावा मिलेगा, जिससे शिशु को आवश्यक पोषण मिलेगा।

निःशुल्क चिकित्सा सुविधा से ग्रामीण परिवारों को राहत मिलेगी।

शिशु मृत्यु दर में कमी लाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

*परिवार परामर्श केन्द्र में 03 जोड़े एक साथ रहने को हुआ राजीः-*

गोण्डा। रविवार जनपदगोण्डा के रिजर्व पुलिस लाइन में आयोजित परिवार परामर्श केन्द्र में पुलिस अधीक्षक गोंडा विनीत जायसवाल के निर्देशन में परामर्शदाताओं द्वारा बिछुडे जोड़ों की समस्याओं को सुनकर उनका निराकरण किया गया तथा 03 जोड़ों को समझा बुझाकर सुखी जीवन जीने हेतु राजी कर लिया गया।

परिवार परामर्श केन्द्र में उपस्थिति सदस्यगण-

क्षेत्राधिकारी सदर शिल्पा वर्मा, महिला थाना प्रभारी प्रतिभा सिंह, गंगाधर शुक्ल, भारती, राजमंगल मोर्या, संतोष ओझा, यशोदा नन्दन त्रिपाठी, अनीता श्रीवास्तव, राधारानी, म0आ0 ज्योति राजभर,म0आ0 नेहा सिंह, म0आ0 शाहिना बानों आदि उपस्थित रही।

राजकीय अनुसूचित जाति छात्रावास गोण्डा में सुविधाओं का विस्तार

गोण्डा। राजकीय अनुसूचित जाति छात्रावास, जेल रोड गोण्डा (नवीन एवं पुराना) में छात्र हित को ध्यान में रखते हुए व्यापक स्तर पर मरम्मत और नवीन कार्य कराए गए हैं। यह कार्य समाज कल्याण विभाग के निर्देशन में संपन्न हुए हैं, जिससे छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।

समाज कल्याण अधिकारी राजेश चौधरी के अनुसार, छात्रावास परिसर में कुल 02 भवन संचालित हैं। यहां सुविधाओं को सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य कराए गए हैं, जिनमें सबसे प्रमुख छात्रावास की क्षतिग्रस्त की मरम्मत, टाइल्स लगाकर किचन को नया स्वरूप देना, शुद्ध पेयजल के लिए 1000 लीटर की टंकी स्थापित करना और सभी खराब टोटियों को बदलना शामिल है। इसके साथ ही छात्रावास के सुरक्षा के दृष्टिगत सीसीटीवी कैमरे की भी व्यवस्था की गई है।

इसके अतिरिक्त, परिसर में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवश्यक स्थानों पर स्ट्रीट लाइट लगाई गई है, वहीं कक्षाओं और अन्य स्थानों पर LED लाइट्स भी लगाई गई हैं। स्वच्छता अभियान के तहत पुराने जर्जर झाड़ियों को साफ करके लॉन को सुव्यवस्थित किया गया है, जिससे छात्रावास का वातावरण और अधिक अनुकूल हो सके।

छात्रों के मनोरंजन और शारीरिक विकास के लिए वॉलीबॉल कोर्ट का निर्माण किया गया है, साथ ही बागवानी को भी बढ़ावा देने की पहल की गई है। इसके अलावा, जिलाधिकारी के प्रयासों से प्राप्त आरओ मशीन को भी उचित स्थान पर स्थापित किया गया है, जिससे छात्रों को शुद्ध पेयजल की सुविधा मिलेगी।

समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि इन सभी कार्यों का उद्देश्य छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियों को एक सुरक्षित, स्वच्छ और सुविधाजनक वातावरण प्रदान करना है, ताकि वे निर्बाध रूप से अपनी शिक्षा जारी रख सकें।

गोंडा में राजस्व प्रशासन को सशक्त बनाने के लिए जिलाधिकारी की बैठकें 7-8 मार्च को

जिले में लेखपालों की कार्य प्रणाली को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी नेहा शर्मा के निर्देशानुसार विशेष बैठकों का आयोजन किया जा रहा है। ये बैठकें 7 और 8 मार्च को विभिन्न तहसीलों में आयोजित होंगी, जिनमें लेखपालों के कार्यों की समीक्षा की जाएगी और प्रशासनिक पारदर्शिता बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा।

बैठकों का मुख्य उद्देश्य राजस्व मामलों का शीघ्र निस्तारण सुनिश्चित करना, जनता को बेहतर सेवाएं प्रदान करना और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को अधिक सुचारु बनाना है। इस दौरान जिलाधिकारी लेखपालों से सीधे संवाद करेंगी और उनकी समस्याओं को सुनकर समाधान के उपाय सुझाएंगी। इसके साथ ही, लंबित मामलों की समीक्षा की जाएगी और उनके निस्तारण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।

बैठकों का आयोजन इस प्रकार होगा:

7 मार्च:

तरबगंज तहसील – दोपहर 3:00 बजे

कर्नलगंज तहसील – शाम 4:00 बजे

8 मार्च:

गोंडा तहसील – दोपहर 3:00 बजे

मनकापुर तहसील – शाम 4:00 बजे

बैठक के प्रमुख मुद्दे:

इन बैठकों में लेखपालों की कार्य प्रणाली को अधिक पारदर्शी और जवाबदेह बनाने के लिए विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी। इनमें शामिल हैं:

1. भूमि संबंधी विवादों का निस्तारण: वरासत के लंबित मामलों की समीक्षा और उनके शीघ्र समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।

2. फार्मर रजिस्ट्रेशन और डिजिटल क्रॉप सर्वे: किसानों के पंजीकरण और फसल सर्वेक्षण की स्थिति का विश्लेषण किया जाएगा।

3. अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही: सार्वजनिक तालाबों और अन्य सरकारी भूमि से अवैध कब्जों को हटाने के लिए की गई प्रगति की समीक्षा होगी।

4. शिकायतों का निस्तारण: पिछली तीन महीनों में दर्ज राजस्व संबंधी शिकायतों के समाधान की स्थिति की जांच की जाएगी।

5. सुरक्षित तालाबों की सूची: जिले में संरक्षित तालाबों की सूची पर चर्चा कर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।

6. पुराने लंबित प्रकरणों का निपटारा: धारा 116 (कुरे) और अन्य राजस्व प्रकरणों की समीक्षा कर उनके शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए जाएंगे।

लेखपालों की जवाबदेही बढ़ाने पर जोर

जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि लेखपालों की कार्य प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण है। इसमें लेखपालों को जिम्मेदार और जवाबदेह बनाते हुए राजस्व कार्यों को अधिक प्रभावी बनाने की योजना पर कार्य किया जाएगा।

सभी संबंधित अधिकारियों और लेखपालों को इन बैठकों में समय से उपस्थित रहने और आवश्यक दस्तावेजों के साथ आने के निर्देश दिए गए हैं। यह पहल गोंडा जिले में राजस्व प्रशासन को और अधिक पारदर्शी एवं जनहितकारी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

अखिलेश के शासन में समाज के सभी वर्गों का होगा विकास : मनोज चौबे

गोंडा। समाजवादी पार्टी के प्रदेश स्तर पर समाज में जागरूकता अभियान के अंतर्गत पीडीए का आयोजन रविवार को विधानसभा क्षेत्र तरबगंज के ग्राम पंचायत तुलसीपुर माझा में किया गया। सपा नेता दिग्विजय यादव द्वारा आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ युवा नेता व पूर्व जिला पंचायत सदस्य मनोज चौबे ने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में प्रदेश के सभी वर्गों का समान विकास हो सकता है।

सपा के शासन में ही सामाजिक समरसता - सौहार्द कायम होगाऔर अखिलेश यादव के नेतृत्व में सामान्य पिछडे दलित व अल्पसंख्यक समेत समाज के सभी वर्ग को विकास के समुचित अवसर मिल सकता है। पीडीए चौपाल में सपा पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव केशवराम मौर्य व पवन सिंह ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव से ही सपा नेता अखिलेश यादव के प्रति सभी वर्ग के लोगों ने विश्वास जताया है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला उपाध्यक्ष दिनेश यादव ने कहा कि सभी वर्गों में सामाजिक समरसता एवं एकजुट समाज के सहयोग से सपा प्रदेश में सत्तारूढ़ होगी। जनचर्चा कार्यक्रम में मनकापुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी विजय पासवान व यार मोहम्मद ने भी हिस्सा लेते यह विचार व्यक्त किया कि सपा मुखिया अखिलेश यादव दलित समाज पिछड़े व अल्पसंख्यक समाज के निर्विवाद नेता हैं जो देश के लोकतंत्र और संविधान की मर्यादा को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। जनचर्चा चौपाल में ग्राम प्रधान दुर्गाप्रसाद यादव, हीरा यादव, राम टहल यादव, गेंदा लाल दुर्गेश, जनकपाल रमेश, गुड्डू, राजितराम, बलवंत धर्मदत्त व प्रदीप यादव शामिल रहे।