हिमाचल सरकार के मंदिर आय फरमान का संतों ने किया विरोध

डेस्क:–उज्जैन अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं महंत रामेश्वर दास महाराज ने हिमाचल प्रदेश सरकार के उस फरमान का विरोध किया, जिसमें कहा गया है कि मंदिरों से होने वाली आय को सरकारी योजनाओं के लिए दिया जाए।

हिमाचल सरकार के इस फरमान पर न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान रामेश्वर दास महाराज ने कहा कि हमारा राज्य सरकार को सुझाव है कि जो भी बड़े मंदिर प्रदेश में हैं, उनसे जो आय होती है उसका उपयोग मंदिर के काम-काज में लगाना चाहिए। इसके अलावा जो पैसा बचता है वह पैसा छोटे मंदिरों के उपयोग में इस्तेमाल किया जाना चाहिए। इसलिए, सरकार को मंदिरों की आय को नहीं लेना चाहिए। क्योंकि, बहुत ऐसे मंदिर हैं जहां पर आय का स्त्रोत नहीं है। सरकारी योजनाओं के लिए मंदिर का पैसा लेना उचित नहीं है। हम सरकार के फरमान से सहमत नहीं हैं।

बता दें कि हिमाचल सरकार आर्थिक संकट से जूझ रही है। सरकार ने अपने अधीन 35 मंदिरों को फरमान जारी कर कहा है कि सरकारी योजनाओं के लिए पैसे दें। सरकार के इस फरमान का विपक्ष ने विरोध किया है। भाजपा ने कहा है कि विधानसभा सत्र में इस मुद्दे को लेकर विधानसभा से लेकर सड़क तक आवाज उठाएंगे। वहीं, सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के इस फरमान पर देशभर के हिंदू-संत भी नाराज हो गए हैं।

हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्य सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि कांग्रेस सरकार एक तरफ सनातन का विरोध करती है, हिंदू विरोधी बयान देती है और दूसरी तरफ देवी-देवताओं के मंदिरों से ही पैसा लेकर सरकार की फ्लैगशिप योजना चलाना चाह रही है। राज्य सरकार द्वारा मंदिरों से पैसा मांगा जा रहा है, इसके लिए अधिकारियों पर दबाव बनाया जा रहा है कि जल्दी से जल्दी पैसा सरकार को भेजा जाए। सरकार के इस फैसले का भाजपा विरोध करती है। उन्होंने कहा कि मंदिर और ट्रस्ट के लोगों के साथ आम जनता को भी कांग्रेस सरकार के इस फैसले का विरोध करना चाहिए।

मध्यप्रदेश के उज्जैन में पत्तों और टहनियों से नहीं बल्कि घड़ियों से लदा हुआ है ये पेड़, रहस्य और मान्यता की दिलचस्प दास्तान


डेस्क:–मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले में कई सारे प्रसिद्ध हिंदू मंदिर हैं। उज्जैन में स्थित श्री महाकालेश्वर भारत में बारह प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक हैं। यहां पर एक ऐसा मंदिर भी हैं जहां लोग चढ़ावे के रुप में घड़ियां चढ़ाते हैं। जी हां, सुनकर अजीब लगा होगा लेकिन यह सच है। इस मंदिर का नाम है घड़ी वाले बाबा सगस महाराज जी मंदिर है। यह मंदिर उज्जैन के गुराड़िया सांगा गांव के पास सड़क के किनारे स्थित है। मंदिर के पास से शिप्रा नदी बहती है। इस मंदिर में लगा हुआ एक पेड़ टहनियां और पत्तों से नहीं बल्कि घड़ियों से लदा हुआ है।

यहां पर मान्यता है कि जिन लोगों ने यहां आकर घड़ी बांधी हैं उसकी मनोकामना पूरी हुई है। कहा जाता है कि अगर आपका समय खराब चल रहा हो तो यहां घड़ी बांधने से अच्छा समय शुरु हो जाता है। दरअसल इस मंदिर के पास एक बड़ा सा पेड़ है। आपको जानकर यकीन नहीं होगा लेकिन इस पेड़ पर दो हजार से भी ज्यादा घड़ियां बंधी हुईं हैं। यहां जो लोग भी दर्शन को आते हैं वे इसी पेड़ में घड़ी बांधकर चले जाते हैं। बीते दो सालों में ही ये मंदिर काफी प्रसिद्ध हो गया है।

आज आलम यूं हैं कि मंदिर में लगे इस पेड़ पर घड़ी लटकाने के लिए जगह ही नहीं बची है। चूंकि इतनी सारी घड़ियां बंधी हुई है तो रात के सन्नाटे में टिक टिक की आवाजें भी सुनाई देती हैं। लोग इस पेड़ पर ब्रांडेड घड़ी लटका कर चले जाते हैं। हालांकि यह सिर्फ एक मान्यता है फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
अमेरिका ने बनाई उड़ने वाली कार, अब हवा में भी कर सकेंगे सफर

डेस्क:–आसमान में उड़ान भरती हुई कार को आपने अक्सर फिल्मों या सिरीयल में ही देखा होगा, लेकिन अगर हम आपको कहें कि कार वाकई में हवा में उड़ सकती है तो क्या आप इस बात पर यकीन करेंगे। जी हां, ये बात दरअसल बिल्कुल सच है। अमेरिका ने एक ऐसी कार बनाई गई है जो जमीन पर चलने के साथ-साथ हवा में भी उड़ सकती है। इस कार में बैठने से आपका सफर आरामदायक होने के अलावा यादगार भी हो जाएगा। इसे बनाने वाली कंपनी ने इस फ्लाइंग कार से जुड़ी कुछ खास बातें भी बताई हैं। आइए जानते हैं।

सोशल मीडिया से एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक इलेक्ट्रिक फ्लाइंग कार उड़ती हुई दिखाई दे रही है। अमेरिका की एक कंपनी ने खास फ्लाइंग कार का निर्माण किया है। ये कार बिल्कुल आम कार की तरह ही दिखती है। हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में गाड़ियों को सड़क पर चलते हुए ही देखते हैं, लेकिन ये कार सिर्फ रोड़ पर चलेगी ही नहीं बल्कि हवा में भी उड़ेगी और आपके सफर को आसान बनाएगी। इतना ही नहीं इस कार के जरिए आप लंबा सफर भी तय कर सकते हैं। आप इस कार को बाई-प्लेन मोड के जरिए हवा में उड़ाकार कहीं भी ले जा सकते हैं। ये कार आपको ट्रैफिक छुटकारा दिलाएगी और आपके किमती समय को बचाएगी। आप इस कार को किस तरह से चलाना चाहते हैं ये पूरी तरह से कार के ड्राइवर पर निर्भर करता है। इस कार को बनाने वाली कंपनी Alef Aeronautics है। कंपनी का कहना है कि फ्लाइंग कार को चलाने के लिए आपको एयरोस्पेस को कुछ नियमों को बड़ी ही सावधानी से समझना होगा। कंपनी इस कार का साल 2025 के अंत तक या फिर 2026 की शुरूआत होते ही प्रोडक्शन का काम शुरू करने का विचार कर रहे हैं। बता दें कि ये पहली कंपनी नहीं है जो इस तरह की फ्लाइंग कार को बनाने की प्लानिंग कर रही है। दुनिभार में ज्यादातर जगहों पर फ्लाइंग कार के कुछ नियम हैं। ऐसे में इस तरह की कार को सुरक्षित तरीके से चलाने कि लिए कंपनी ड्राइविंग लाइसेंस के अलावा और किन चीजों की मांग करेगी इस बात का अभी तक कंपनी ने खुलासा नहीं किया है, लेकिन कंपनी का कहना है कि इस कार को ड्राइवर की सुरक्षा को देखते हुए बड़ी ही सावधानी से बनाया जाएगा। हालांकि सोशल मीडिया पर जो फ्लाइंग कार का वीडियो वायरल हो रहा है उसको देख कर ये बताया मुश्किल है कि इस कार को कई व्यक्ति चला रहा है या फिर ये खुद चल रही है। वहीं कंपनी की कहना है कि जिस समय यह वीडियो बनाई गई उस समय कार में एक शख्स मौजूद था जो कार को ड्राइव कर रहा था। अब ये कंपनी के ऊपर निर्भर करता है कि वह इस कार को मार्केट में कब तक लॉन्च करती है।

Source: Social Media
रियल लाइफ का घोस्ट राइडर बनकर आग के साथ स्टंटबाजी कर रहा शख्स,देखकर चौंक जाएंगे

डेस्क:–सोशल मीडिया से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। एक वीडियो इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स बाइक पर खतरनाक स्टंट करता हुआ दिख रहा है। दरअसल स्टंट करते हुए शख्स के कपड़ों पर आग लगी है, लेकिन इसके बावजूद भी उसे कुछ खास फर्क नहीं पड़ रहा है। शख्स बड़े आराम से हॉलीवुड फिल्म के किसी सीन की तरह ही इस स्टंट को करता हुआ दिख रहा है। इस वीडियो को देखकर नेटिजन्स भी सोच में पड़ गए कि क्या जो इस वायरल वीडियो में दिख रहा है वो वाकई सच है या फिर ये सिर्फ एडिट की हुई वीडियो है। इस वीडियो में शख्स ने मार्वल यूनिवर्स की फिल्म ‘घोस्ट राइडर’ (Ghost Rider) को कॉपी करने की कोशिश की है। इस फिल्म में घोस्ट राइडर अपनी बाइक पर सवार होकर दुनिया को नुकसान पहुंचाने वाली आत्माओं को आग में जलाकर राख करता है।

सोशल मीडिया पर जो वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। उसमें आप साफ देख सकते हैं कि एक शख्स अपनी बाइक पर सवार होकर अंधेरी रात में सुनसान सड़क पर निकला है। वीडियो में दिख रहा है कि एक शख्स ‘घोस्ट राइडर’ का लुक अपनाकर अपनी बाइक को सड़क पर दौड़ा रहा है। इतना ही नहीं शख्स ने अपने पूरे शरीर पर जंजीर बांध रखी है और चेहरे पर कंकाल का मास्क लगाया हुआ है। इतना ही नहीं शख्स ने अपनी पीठ पर आग लगा रखी है, जिसकी लपटों से अंधेरी सड़क पर भी खूब रोशनी हो रही है। ये आग की लपटें शख्स के चेहरे को भी छू रही है। घोस्ट राइडर के इस गेटअप में शख्स पूरी तरह से आग की लपटों से घिरा हुआ है। यह वीडियो काफी रोमांचक होने के साथ-साथ हैरान कर देने वाला भी है।

जब से यह वीडियो लोगों के बीच आया है, बस तभी से इस पर जमकर कमेंट आ रहे हैं। सभी सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। बता दें कि इस वीडियो को नाम के अकाउंट से सोशल साइट एक्स पर शेयर किया गया है। वीडियो को देखकर लोग काफी हैरान रह गए हैं। कुछ लोग इस वीडियो को केवल मनोरंजन की तरह ले रहे हैं और कुछ लोग इस तरह के स्टंट न करने की सलाह दे रहे हैं। कुछ लोग इस तरह के स्टंट करना मतलब अपनी जान से खिलवाड़ करना बता रहे हैं। इसके अलावा कुछ लोग शख्स के दमदार गेटअप और बाइक स्टंट को देखकर काफी एक्साइटेड हो रहे हैं।

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर पीएम मोदी ने देशवासियों को दी बधाई

डेस्क:–प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने युवाओं से विकसित भारत के निर्माण में विज्ञान का लाभ उठाने की अपील की। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, विज्ञान के प्रति जुनूनी लोगों, खास कर हमारे युवा अन्वेषकों (यंग इनोवेटर्स) को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर शुभकामनाएं। आइए, विज्ञान और नवाचार को लोकप्रिय बनाते रहें और विकसित भारत के निर्माण के लिए विज्ञान का लाभ उठाएं।

उन्होंने अपने पोस्ट में आगे कहा कि इस महीने के ‘मन की बात’ के दौरान, ‘एक दिन वैज्ञानिक के रूप में’ के बारे में बात की थी, जहां युवा किसी न किसी वैज्ञानिक गतिविधि में हिस्सा लेते हैं। पीएम मोदी के अलावा विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने इस संबंध में एक्स पोस्ट में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर महान भौतिक विज्ञानी सी.वी रमन को याद किया।

उन्होंने विज्ञान के क्षेत्र में सी.वी रमन द्वारा दिए गए अमूल्य योगदान का भी जिक्र किया। कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनके अभूतपूर्व शोध "रमन प्रभाव" के लिए उन्हें 1930 में एशिया में किसी भी विज्ञान स्ट्रीम के लिए भौतिकी के लिए प्रथम नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने भी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने लिखा कि हमारा देश वैज्ञानिक नवाचार का केंद्र रहा है, सर सी.वी. रमन ने 1928 में इसी दिन रमन प्रभाव की खोज की थी, तथा अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए इसरो के कई मिशनों ने लगातार ज्ञान और सीखने की सीमाओं को आगे बढ़ाया है।

बता दें, हर वर्ष 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। इस दिन सीवी रमन ने रमन इफेक्ट की घोषणा की थी। महत्वपूर्ण खोज के लिए उन्हें 1930 में भौतिकी के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

तीन अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को आतंकवाद से जुड़े होने के आरोप में किया गिरफ्तार

डेस्क:–पश्चिम बंगाल पुलिस ने बताया कि उसने मालदा जिले के बामनगोला से तीन अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को आतंकवाद से जुड़े होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने तीनों को जिस स्थान से गिरफ्तार किया गया, वह बांग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब 10 किलोमीटर दूर है और यह बामनगोला पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है।

पुलिस ने तीनों को गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया। सूचना में बताया गया कि वे अवैध बांग्लादेशी प्रवासी हैं, जो कुछ दिन पहले किसी खास इरादे से भारतीय सीमा में घुसे थे। जिस स्थान से उन्हें गिरफ्तार किया गया वह सड़क और रेलवे नेटवर्क दोनों से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

जिला पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान तीनों ने माना कि वे बांग्लादेशी हैं और कुछ दिन पहले ही भारतीय सीमा में दाखिल हुए हैं। लेकि‍न भारत आने के बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। जांच अधिकारियों को उनके आतंकि‍यों से संबंध होने का संदेह है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए मालदा रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक दीप नारायण मुखोपाध्याय बामनगोला थाने गए और उनसे पूछताछ की। हालांकि, उन्होंने मीडियाकर्मियों से बात करने से इनकार कर दिया। हाल ही में, पड़ोसी देश बांग्लादेश में संकट की स्थिति के मद्देनजर, राज्य और केंद्र दोनों की सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों ने बांग्लादेश के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के निकट गांवों में सतर्कता बढ़ा दी है।
पुणे के बस स्टैंड पर हुए दुष्कर्म मामले के आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

डेस्क:– पुणे के स्वारगेट बस स्टैंड पर हुए दुष्कर्म मामले के आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे को पुलिस ने पकड़ लिया है। आरोपी को शुक्रवार की रात को पुणे पुलिस ने पुणे की शिरूर तहसील से आधी रात के आसपास हिरासत में लिया। वहीं, पुलिस अब उससे पूछताछ करेगी।

हिस्ट्रीशीटर गाडे (37) ने मंगलवार सुबह एसटी बस के अंदर कथित तौर पर महिला के साथ दुष्कर्म किया था और फरार हो गया था। पुलिस ने गुरुवार को पुणे जिले के शिरूर तहसील में स्थित गन्ने की फसल के इलाकों में तलाशी अभियान के तहत खोजी कुत्तों और ड्रोन को भी तैनात किया था।

गाडे, पुणे और अहिल्यानगर जिले में चोरी, डकैती और चेन-स्नैचिंग के आधा दर्जन मामलों में नामित है। वह एक अपराध में 2019 से जमानत पर बाहर है। आरोपियों को पकड़ने के लिए राज्य भर में विभिन्न स्थानों पर पुलिस की 13 टीमें तैनात की गईं।

पुलिस ने आरोपी की सूचना देने वाले के लिए 1 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है। सूचना देने वाले का नाम भी गुप्त रखा जाएगा। बता दें कि आरोपी गाडे के खिलाफ पहले से ही कई मामले दर्ज हैं। वह 2019 में जमानत पर बाहर आया था। उसके खिलाफ पुणे और अहिल्यानगर में चोरी, डकैती और स्नेचिंग के मामले दर्ज हैं।

घटना मंगलवार को सुबह 6 बजे के आस-पास हुई। युवती बस स्टैंड पर खड़ी होकर सतारा जिले के फलटण जाने वाली बस का इंतजार कर रही थी। तभी आरोपी ने उसे अपनी बातों में ले लिया और स्टैंड पर ही खड़ी दूसरी खाली बस में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी सब्जियों से भरे ट्रक में बैठकर फरार हो गया। वह अपने घर की तरफ भागा, जहां उसने कपड़े और जूते बदल लिए। डिप्टी सीएम एकनाथ शिंद ने कहा कि ऐसे लोगों को फांसी पर लटका देना चाहिए।

पुणे दुष्कर्म कांड राजनीतिक मुद्दा भी बनता जा रहा है। शिवसेना (यूबीटी) एवं राकांपा (शरदचंद्र पवार) के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को स्वारगेट बस अड्डे पर जाकर तोड़फोड़ की, और बस अड्डे की सुरक्षा में लापरवाही बरतनेवाले अधिकारियों को हटाने की मांग की।
आजमगढ़ पुलिस ने अवैध हथियारों की फैक्ट्री का किया पर्दाफाश, सात तमंचे साथ आरोपी गिरफ्तार

डेस्क:–उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में पुलिस ने अवैध शस्त्र बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश करते हुए एक आरोपी लालधारी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के पास से सात निर्मित, तीन अर्धनिर्मित तमंचे और अन्य सामान बरामद किया है। अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि थाना तहबरपुर पुलिस और एसओजी को गुप्त सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति अवैध शस्त्र बनाना का काम करता है। सूचना पर टीम ने दबिश दी और लालधारी नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।

लालधारी के पास से सात निर्मित तमंचा, तीन अर्धनिर्मित तमंचे, 315 बोर का एक मिस कारतूस, छह नाल अर्धनिर्मित और इसके अलावा 167 सामान व औजार बरामद किए हैं। इन औजारों का तमंचा बनाने में उपयोग किया जा रहा था। उसमें 1 ड्रिल मशीन, 10 ड्रिल मशीन के बिट (वर्मा), 2 ड्रिल मशीन का पाना, 1 ग्राइंडर मशीन, रेगमार्क के 6 पीस, 6 सरिया काटने की डिस्क, एक पांच किग्रा का बाट, 10 प्लास, एक बड़ा हथौड़ा, सुम्मी, छेनी, आरी, 13 पेचकस, स्प्रिंग, एक नाल का होल सेट करने वाला ठासा इस तरह कुल 167 सामान शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि आरोपी पूर्व में भी अवैध शस्त्र बनाने के लिए जेल जा चुका है। उसके खिलाफ पूर्व में 12 मुकदमें दर्ज हैं। आरोपी के गिरोह की जानकारी पुलिस द्वारा की जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। आरोपी ने पुलिस को बताया कि आसपास के जिलों से जो भी उसे ऑर्डर देते था, उसके लिए तमंचा बनाता था। मामले की गहनता से जांच की जा रही है। जिन लोगों ने आरोपी से तमंचा खरीदा है, इसकी भी जांच की जा रही है। उन्हें भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
संभल हिंसा के 17 आरोपियों की जमानत याचिका खारिज

डेस्क:–उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पिछले साल 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा हुई थी। इस मामले में जेल में बंद 17 आरोपियों की कोर्ट ने गुरुवार को जमानत याचिका खारिज कर दी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कोर्ट इससे पहले 42 आरोपियों की जमानत याचिका खारिज कर चुका है। बवाल के आरोप में जेल में बंद अब तक कुल 59 आरोपियों की जमानत याचिका खारिज की जा चुकी है। कोर्ट का कहना है कि सभी आरोपियों पर गंभीर आरोप हैं। शासकीय अधिवक्ता हरिओम प्रकाश सैनी ने गुरुवार को बताया कि शाही जामा मस्जिद प्रकरण में 29 लोगों के प्रार्थना पत्र पहले खारिज हो चुके हैं। कोर्ट में आज 17 जमानत याचिकाओं पर सुनवाई हुई है। सभी 17 याचिकाओं को कोर्ट ने खारिज कर दिया है। कुल मिलाकर अब 59 आरोपियों की जमानत याचिका खारिज की जा चुकी है।

जानकारी के अनुसार, संभल हिंसा मामले में 80 आरोपी जेल में बंद हैं। हालांकि, आरोपी पक्ष के वकीलों ने हाल में जमानत याचिका खारिज होने पर हाईकोर्ट जाने की बात कही थी। संभल के एसपी कृष्ण बिश्नोई ने शुक्रवार (21 फरवरी) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया था कि 24 नवंबर 2024 को हुई हिंसा के मामले में अब तक कुल 12 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिसमें से सात मामले संभल कोतवाली, चार मामले नखासा थाने और एक जीरो एफआईआर मुरादाबाद में दर्ज की गई है। छह मामलों में पुलिस ने चार्जशीट पेश कर दी है। सबसे पहले लिखी गई दो एफआईआर में उपनिरीक्षक शाह फैसल की पर्सनल बुलेट और सरकारी गाड़ियों को आग लगाने का प्रयास किया गया। सरकारी गाड़ी जल गई, जबकि उपनिरीक्षक की पर्सनल गाड़ी को जलने से बचा लिया गया। सीसीटीवी के आधार पर इस मामले में 23 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है।

योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सफल हुआ महाकुंभ:सतुआ बाबा

डेस्क:–उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से आयोजित भव्य और दिव्य महाकुंभ का 26 फरवरी महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर आखिरी स्‍नान के साथ समापन हो गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई।

महाकुंभ के समापन पर जगत गुरु संतोष दास सतुआ बाबा ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात की। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में आयोजित कुंभ मेला देश की एकता के प्रतीक के रूप में इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। करोड़ों लोगों ने महाकुंभ आकर अपना विश्वास प्रकट किया और एकता का संदेश दिया है। 60 करोड़ से अधिक लोग महाकुंभ में पवित्र स्नान कर अपने घर लौटे।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने समर्पण और नेतृत्व के माध्यम से इस कुंभ को अपने दैनिक कार्यक्रम में शामिल किया और सुनिश्चित किया कि हर विभाग इस आयोजन को सफल बनाने के लिए अथक प्रयास करें, जिसे दुनिया ने स्वीकार किया। 13 अखाड़ों के सभी महापुरुषों ने दिव्य और भव्य महाकुंभ में पवित्र स्नान किया। भारत में सनातन से जुड़े सभी लोग यहां पर पहुंचे। इतिहास के पन्नों पर यह महाकुंभ अमर रहेगा। इस कुंभ से विश्व में शांति का संदेश गया है।

बता दें कि इस महाकुंभ में तीन अमृत स्नान हुए। राजनीति से जुड़े दिग्गज महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंचे। फिल्म, खेल जगत के चेहरे भी कुंभ में सनातन परंपरा से रूबरू होते हुए नजर आए। विदेशों से भी लोग यहां पहुंचे। सभी ने भव्य और दिव्य महाकुंभ का अनुभव लिया। यहां आने वाले श्रद्धालुओं ने राज्य सरकार और मेला प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था को सराहा। रेलवे द्वारा मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं।