प्रदेश स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता का हुआ आयोजन, पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने किया उदघाटन











बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के बाबा प्रथम देव बहरा देव बहिरादेव में 10 दिवसीय क्रिकेट प्रतियोगिता का शुभारंभ आज स्वर्गीय चंद्रेश सिंह स्मृति क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन उनकी पहली पुण्यतिथि के अवसर पर किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने सर्वप्रथम फीता काटकर क्रिकेट मैच का उद्घाटन किया उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि निश्चित रूप से यह बड़ी ही सुनहरी पहल इसके माध्यम से क्षेत्र के खिलाड़ियों को एक अवसर मिलेगा जिससे वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकेंगे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व विधायक इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि खेल से खिलाड़ियों में प्रतिस्पर्धा का विकास होता है । खिलाड़ी खेल की बदौलत अपना और अपने क्षेत्र का नाम रोशन करते हैं कार्यक्रम के आयोजन एडी बेसिक डॉक्टर कौस्तुभ सिंह ने कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया और अपने पिता की स्मृति में इस क्रिकेट प्रतियोगिता के आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी खिलाड़ियों का स्वागत किया साथ ही यह भी अस्वस्थ किया कि इस तरह का आयोजन आगे भी होता रहेगा। बूढनपुर नगर पंचायत के अध्यक्ष प्रतिनिधि गुडलक सिंह ने बताया कि यह प्रदेश स्तरीय क्रिकेट टूर्नामेंट प्रतियोगिता है जिसमें उद्घाटन में मदियापार और सेलरहापट्टी के बीच खेला गया ।सेलरहापट्टी की टीम ने मदियारपार की टीम को पांच रनों से पराजित किया।इस तरह से पांच रनों से सेलरहापट्टी की टीम विजयी रही। मैन ऑफ़ द मैच टीम के खिलाड़ी डी एम को दिया गया। उन्होंने बताया कि इस क्रिकेट प्रतियोगिता में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट प्रतियोगिता की तरह से नियम और शर्तों को रखा गया है इस 10 दिवसीय टूर्नामेंट में फाइनल टूर्नामेंट में जो भी टीम है विजेता और उपविजेता रहेंगे विजेता टीम को एक बुलेट बाइक एक लाख रुपया नगद पुरस्कार दिया जाएगा वहीं उपविजेता टीम को एक स्प्लेंडर बाइक 50 हजार रुपया नगर दिया जाएगा वैसे तो सभी खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया जाएगा लेकिन फाइनल मैच के खिलाड़ियों को बेहतर पुरस्कार से नवाजा जाएगा। इस क्रिकेट टूर्नामेंट में क्षेत्री टीमों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी भी प्रतिभागी कर रहे हैं इस मौके पर गन्ना समिति के चेयरमैन अध्यक्ष प्रतिनिधि जंग बहादुर सिंह कन्हैया सिंहअखंड प्रताप सिंह अमित सिंह महेश सिंह वीरभद्र प्रताप सिंह देवेंद्र सिंह जगदंबा प्रसाद सिंह चंद्रजीत तिवारी नीरज तिवारी मंसाराम बालमुकुंद सिंह सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।
महाशिवरात्रि पर कोयलसा बाजार में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित

कोयलसा बाजार, आजमगढ़: महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर कोयलसा बाजार में भक्तों के सहयोग से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की भव्य प्रतिमा की स्थापना की गई। इस धार्मिक आयोजन में श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।

मंदिर के मुख्य पुजारी अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि महाशिवरात्रि के विशेष दिन को ध्यान में रखते हुए प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न कराई गई। इस अवसर पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की भव्य झांकी निकाली गई, जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े।

झांकी के दौरान यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए चौकी इंचार्ज बूढ़नपुर राम निहाल वर्मा एवं उनकी टीम द्वारा रूट डायवर्जन किया गया। कार्यक्रम में सुरेश मोदनवाल, आनंद गुप्ता (पूर्व महामंत्री, जीएसएसपीजी कॉलेज, कोयलसा), संजय मौर्य, दीनदयाल गुप्ता, पंकज गुप्ता सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

श्रद्धालुओं ने धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेकर भक्ति और उत्साह के साथ इस शुभ अवसर को मनाया।

प्रस्तावित अधिवक्ता कानून के खिलाफ अधिवक्ताओं का प्रदर्शन
तहसील बार एसोसिएशन बूढ़नपुर के अधिवक्ताओं अध्यक्ष ओमप्रकाश लाल श्रीवास्तव के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिया है। अधिवक्ताओं का कहना है कि यह अनिश्चितकालीन हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक प्रस्तावित कानून को वापस नहीं ले लिया जाता। इस संबंध में तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ओम प्रकाश लाल श्रीवास्तव का कहना है कि हम लोग हमेशा अपने वादकारियों के हक की लड़ाई लड़ते हैं। कभी-कभी हम लोग कुछ मुकदमे हार जाते हैं। इस कानून में यह प्रावधान किया गया है कि यदि कोई अधिवक्ता कोई मुकदमा हरता है और वादकारी उसके खिलाफ शिकायत करता है तो उसके ऊपर तीन लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। ऐसे में हम अधिवक्ता किसी का भी मुकदमा कैसे लड़ेंगे। तहसील बार एसोसिएशन के मंत्री रामहित शर्मा ने कहा कि सरकार को हमारी मांग माननी ही पड़ेगी। यदि सरकार ने हमारी मांग नहीं मानी तो हम ईंट से ईंट बजा देंगे। पूर्व अध्यक्ष मिथिलेश सिंह ने कहा कि जब तक किसी मुकदमे में हम अपना वकालतनामा नहीं लगाएंगे और उस फाइल को पढ़ेंगे नहीं तो हमें पूरा मामला कैसे पता चलेगा कि उसमें हम जीतेंगे या हारेंगे। यह कानून पूरे तरीके से अधिवक्ताओं के खिलाफ है और हम लोग इसका कड़ा विरोध करते हैं। पूर्व मंत्री सूर्य प्रकाश यादव ने कहा कि जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाती तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी। इस मौके पर मुख्य रूप से एडवोकेट राघवेंद्र पाण्डेय, पूर्व मंत्री रामविनय सिंह यादव, योगेंद्र यादव, जगत नारायण तिवारी, बलराम यादव, अनिल सिंह, शैलेंद्र उर्फ डब्लू चौबे, शीतल चतुर्वेदी, उमाशंकर पांडेय, राजकुमार सिंह, कपिल देव त्यागी, सचिन शुक्ला, आजाद सिंह, कैफी आजमी सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
पुलिस की निष्क्रियता से बढ़ा तनाव, असलहे के बल पर जबरन निर्माण का प्रयास

आज़मगढ़। जिले के अहरौला थाना क्षेत्र के आलमपुर गांव में एक ज़मीन विवाद के मामले में पुलिस की निष्क्रियता से पीड़ित को लगातार धमकियों का सामना करना पड़ रहा है। नरेंद्र नाथ सिंह पुत्र फौजदार सिंह ने आरोप लगाया है कि उनके और उनके चचेरे भाई शेषनाथ के बीच ज़मीन बंटवारे का मुकदमा एसडीएम न्यायालय में विचाराधीन है, जहां से निर्माण कार्य रोकने का स्पष्ट आदेश दिया गया है। इसके,बाद भी विपक्षी पक्ष लगातार जबरन निर्माण कराने की कोशिश कर रहा है।पीड़ित का कहना है कि हल्का लेखपाल और राजस्व निरीक्षक की रिपोर्ट में भी जबरन निर्माण की पुष्टि हो चुकी है, लेकिन पुलिस कार्रवाई करने के बजाय मूकदर्शक बनी हुई है। आरोप है कि विपक्षी पक्ष के रिश्तेदार अशोक और अजय, निवासी उसरी रेडा, थाना मेहनगर, असलहे के बल पर धमकी दे रहे हैं और ज़बरदस्ती निर्माण कराने का प्रयास कर रहे हैं।नरेंद्र नाथ सिंह ने कई बार स्थानीय पुलिस से शिकायत की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस की निष्क्रियता के कारण पीड़ित परिवार डरा हुआ है और किसी अनहोनी की आशंका बनी हुई है।थक हारकर पीड़ित ने आज सीओ बूढ़नपुर कार्यालय में शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर पुलिस कब जागेगी? क्या कोई बड़ी घटना होने का इंतजार किया जा रहा है?आरोपियों के हौसले बुलंद हैं, क्योंकि उन्हें पुलिस की निष्क्रियता का फायदा मिल रहा है। यह मामला केवल एक पीड़ित का नहीं, बल्कि पुलिस प्रशासन की लचर कार्यशैली को उजागर करने वाला है। यदि जल्द ही कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो यह लापरवाही किसी बड़ी घटना को जन्म दे सकती है।इस मामले में सीओ बूढ़नपुर किरनपाल सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
सिद्धि विनायक स्कूल भैरोपुर में वार्षिकोत्सव का भव्य आयोजन


बूढ़नपुर आजमगढ़। विकासखंड कोयलसा स्थित सिद्धि विनायक स्कूल, भैरोपुर में वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रवीण कुमार सिंह (डेवलपमेंट ऑफिसर, शाखा फूलपुर) रहे, जबकि विशिष्ट अतिथि गुडलक सिंह (चेयरमैन प्रतिनिधि, बूढ़नपुर) रहे।कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई, जिसके बाद हनुमान चालीसा, "ये प्रयागराज है", शिव तांडव और दुर्गा स्तुति जैसे शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बच्चों द्वारा आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी को भी खूब सराहा गया।इस अवसर पर डॉ. राजेंद्र शर्मा (प्रधान), हरिलाल प्रजापति (प्रधान), महेंद्र नाथ मिश्रा, सुरेश चंद्र पांडेय, राजेश सेठ सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन परमेंद्र यादव ने किया, जबकि विद्यालय के संरक्षक श्रीनिवास पांडे ने आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।अंत में विद्यालय के प्रबंधक पंकज पांडे और प्रधानाचार्य अर्पिता सिंह ने सभी अतिथियों और आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। यह वार्षिकोत्सव न केवल बच्चों की प्रतिभा को मंच देने का अवसर बना, बल्कि विद्यालय के शैक्षिक और सांस्कृतिक स्तर को भी दर्शाने वाला एक यादगार आयोजन साबित हुआ।
गुंडई के बल पर जबरन निर्माण की धमकी, पीड़ित ने थाने में लगाई न्याय की गुहार
आज़मगढ़। अहरौला थाना क्षेत्र के आलमपुर गांव में संपत्ति विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। गांव के निवासी नरेंद्र नाथ सिंह, पुत्र फौजदार सिंह, ने आरोप लगाया है कि उनके चचेरे भाई शेषनाथ सिंह के साथ चल रहे भूमि विवाद को लेकर एसडीएम न्यायालय में मामला विचाराधीन है। इस संबंध में हल्का लेखपाल और राजस्व निरीक्षक द्वारा रिपोर्ट भी दी जा चुकी है। पीड़ित नरेंद्र नाथ सिंह के अनुसार, शनिवार को इस विवाद के सिलसिले में अहरौला थाने पर बुलाया गया था, जहां विपक्षी पक्ष के रिश्तेदार अजय और अशोक, निवासी उसरी रेडा थाना मेहनगर, ने दबंगई दिखाते हुए जबरन निर्माण करने की धमकी दी। पीड़ित का आरोप है कि इन लोगों ने खुलेआम धमकी देते हुए कहा कि "हम असलहे के बल पर मकान का निर्माण करवा देंगे, जो भी विरोध करेगा, उसके हाथ-पैर तोड़ दिए जाएंगे।" पीड़ित ने बताया कि धमकी देने वाले लोग आपराधिक प्रवृत्ति के हैं और कानून को ताक पर रखकर अपनी मनमानी करने पर आमादा हैं। नरेंद्र नाथ सिंह ने इस मामले में अहरौला थाने में शिकायत दर्ज कराई है और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस का आश्वासन: जल्द होगी कार्रवाई इस मामले में जब अहरौला थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पीड़ित द्वारा दी गई तहरीर प्राप्त हो चुकी है और पुलिस जल्द से जल्द मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करेगी। पीड़ित पक्ष न्याय की उम्मीद में प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप और दबंगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है। अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कदम उठाती है और क्या पीड़ित को न्याय मिल पाता है या नहीं।
अतरौलिया थाने का पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने किया औचक निरीक्षण अतरौलिया









आज़मगढ़ – पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने शनिवार को अतरौलिया थाने का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने थाने में साफ-सफाई, रिकॉर्ड प्रबंधन, सुरक्षा व्यवस्था और अन्य प्रशासनिक कार्यों का गहनता से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक ने अधिकारियों और कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने साफ-सफाई और रखरखाव को प्राथमिकता देने पर जोर दिया और कहा कि थाने में आने वाले हर नागरिक को सहज एवं सुरक्षित माहौल मिलना चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने लंबित मामलों की समीक्षा की और पुलिसकर्मियों को जनहित से जुड़े मामलों में तत्परता से कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनता को त्वरित न्याय दिलाना पुलिस प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए। निरीक्षण के दौरान थानाध्यक्ष समेत अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे। पुलिस अधीक्षक के इस औचक निरीक्षण से थाने में अनुशासन और कार्यशैली को और बेहतर बनाने की दिशा में सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
अहरौला थानाध्यक्ष की मनमानी से पीड़ित न्याय की गुहार, प्रशासन मौन आजमगढ़ – प्रदेश में अपराध और अराजकता पर लगाम लगाने के सरकार के दावों की पोल ख









अहरौला थानाध्यक्ष की मनमानी से पीड़ित न्याय की गुहार, प्रशासन मौन आजमगढ़ – प्रदेश में अपराध और अराजकता पर लगाम लगाने के सरकार के दावों की पोल खोलती एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। अहरौला थाना क्षेत्र के आलमपुर गांव निवासी फौजदार पुत्र बनवारी ने आरोप लगाया है कि उनकी जमीन से गुजरने वाले सार्वजनिक रास्ते को जबरन अवरुद्ध किया जा रहा है, जबकि यह रास्ता राजस्व अभिलेखों में दर्ज है। पीड़ित ने इस मामले को लेकर एसडीएम बूढ़नपुर पंकज दीक्षित से शिकायत की, जिन्होंने थानाध्यक्ष अहरौला और राजस्व निरीक्षक को निर्देश दिया कि मौके की जांच कर उचित कार्रवाई करें और यह सुनिश्चित करें कि विवादित भूमि पर कोई अवैध निर्माण न हो। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि जब पीड़ित अहरौला थाने पहुंचा, तो वहां के थानाध्यक्ष ने एसडीएम के आदेश को नजरअंदाज कर दिया और कथित रूप से आदेश की प्रति को फेंकते हुए यह कह दिया कि वे इस पर कोई कार्रवाई नहीं करेंगे। क्या पुलिस प्रशासन दबंगों के साथ? पीड़ित का आरोप है कि पुलिस विपक्षी पक्ष से मिली हुई है और उन्हें खुला समर्थन दे रही है। प्रशासनिक अधिकारियों के स्पष्ट आदेश के बावजूद थानाध्यक्ष ने निर्माण कार्य रोकने से इनकार कर दिया, जिससे साफ संकेत मिलता है कि पुलिस की मिलीभगत से नियम-कानून ताक पर रखे जा रहे हैं। कब मिलेगी न्याय? इस मामले में जब सीओबूढ़नपुर किरनपाल सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी। लेकिन सवाल यह उठता है कि जब तक कार्रवाई होगी, तब तक क्या पीड़ित को न्याय मिलेगा या दबंगों द्वारा पूरी तरह रास्ता कब्जा लिया जाएगा? अगर पुलिस ही न्याय की राह में बाधा बनेगी तो आम जनता की फरियाद कौन सुनेगा? आला अधिकारियों को इस मामले में सख्त कदम उठाते हुए दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि पीड़ित को न्याय मिल सके और कानून का सम्मान बना रहे।


थाना कप्तानगंज पुलिस की तत्परता से साइबर फ्रॉड के ₹50,000 वापस

आजमगढ़। साइबर अपराध के बढ़ते मामलों के बीच थाना कप्तानगंज पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर साइबर ठगी का शिकार हुए एक व्यवसायी के ₹50,000 वापस कराए।

जानकारी के अनुसार, मेहमौनी थाना कप्तानगंज निवासी आलोक राय पुत्र हरिश्चंद्र राय, जो ईंट भट्ठा व्यवसायी हैं, को 20 अगस्त 2024 को एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर ईंट खरीदने की बात कही। फोन कॉल के दौरान आरोपी ने आलोक राय से गूगल पे के माध्यम से ₹50,000 अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए। जब पीड़ित को ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने तत्काल थाना कप्तानगंज के साइबर हेल्प डेस्क में शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस ने तत्काल की कार्रवाई

थाना कप्तानगंज के साइबर हेल्प डेस्क ने तेजी दिखाते हुए साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 और https://cybercrime.gov.in/ पर शिकायत दर्ज करवाई। इसके बाद एनसीआरपी पोर्टल के माध्यम से ठग के खाते को होल्ड करा दिया गया। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि फ्रॉड करने वाले ने पीड़ित को कॉल कर गूगल पे के जरिए पैसे ट्रांसफर करवाए थे। तत्परता दिखाते हुए पुलिस ने आरोपी के खाते को ब्लॉक कर ₹50,000 वापस पीड़ित के खाते में जमा करवा दिए।

पीड़ित ने जताया पुलिस का आभार

रुपए वापस मिलने के बाद आलोक राय ने पुलिस टीम का धन्यवाद किया और कहा कि साइबर हेल्प डेस्क की त्वरित कार्रवाई से उन्हें बड़ी राहत मिली है।

साइबर फ्रॉड से बचने के लिए पुलिस की अपील

पुलिस ने आमजन से अपील की है कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति से फोन पर बैंकिंग या ऑनलाइन पेमेंट

कप्तानगंज थाना क्षेत्र के 72 वर्षीय बुजुर्ग हुए 51 हजार रुपये साइबर फ्राड के शिकार, थाने में की शिकायत
बूढ़नपुर आज़मगढ़ कप्तानगंज थाना क्षेत्र के हिस्समुद्दीनपुर गांव निवासी72 वर्षीय बुजुर्ग साइबर फ्राड के शिकार हो गए।जानकारी के अनुसार हिस्समुद्दीनपुर गांव निवासी कमला प्रसाद मिश्र के मोबाइल पर 9 फरवरी को शाम 4 बजे लगभग एक फोन आया कि पंडित जी आपके खाते में मेरा गलती से 51 हजार रुपए चले गए हैं।मै इस समय अस्पताल में हूँ आप मेरे 51 हजार रुपए वापस कर दीजिए बहुत कृपा होगी।पीड़ित ने बिना सोचे समझे 51 हजार रुपये यूपीआई से भेज दिए।हालांकि इस मामले में पीड़ित द्वारा कप्तानगंज थाने में तहरीर दी गई है।साइबर क्राइम सेल में सूचना दर्ज कर ली गई है।इस मामले में कप्तानगंज थानाध्यक्ष विवेक पाण्डेय ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है जल्द ही आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।