जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने बैठक में दिए निर्देश
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अयोध्या।जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने महाशिवरात्रि पर्व मेले दिनांक 26 फरवरी 2025 को शांतिपूर्ण एवं सकुशल सम्पन्न कराने के लिए मेलाधिकारी व अन्य सम्बंधित अधिकारियों के साथ नयाघाट पर बैठक करते हुए कहा कि मेले में लाईट व जनरेटर की व्यवस्था हर जगह होनी चाहिए- कहीं भी अंधेरा न हो, श्रद्धालुओं के रास्ते में आवारा पशु व जानवर न आयें सुनिश्चित करते हुए घाटों पर बेरीकेटिंग की व्यवस्था बेहतर होनी चाहिए। उन्होंने मेला क्षेत्र में पार्किंग, खाने व पानी की व्यवस्था तथा साफ सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। इसके साथ ही उन्होंने विद्याकुण्ड, सूयकुण्ड, दशरथकुण्ड में जो भी कार्य शेष है उसको भी जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश यूपीपीएलएल को दिया। बैठक में एडीएम सिटी, एसपी सिटी, आरएम अयोध्या आदि सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी बताया कि महाशिवरात्रि के पर्व पर दिनांक 26.02.2025 को श्रद्धालुओं द्वारा पवित्र सरयू नदी के विभिन्न घाटों पर स्नान कर अयोध्या स्थित प्रमुख शिवमंदिरों पर प्रातः काल से ही जलाभिषेक/दर्शन-पूजन किया जायेगा। इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्र में श्रद्धालुओं द्वारा निकटवर्ती नदियों/स्नानघाटों पर स्नान के पश्चात शिवालयों में प्रातः काल से सांय काल तक जलाभिषेक एवं पूजा-अर्चना आदि कार्यक्रम किये जायेंगे। शिवरात्रि के अवसर पर विभिन्न स्थानों पर मेला/भण्डारा आदि का आयोजन किया जाता है एवं शोभा यात्रा (शिव बारात) निकाली जाती हैं। महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों तथा निकटवर्ती जनपदों बस्ती, बलरामपुर, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर आदि से लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या आते है, जो पवित्र सरयू नदी में स्नान करने के पश्चात श्री नागेश्वरनाथ मंदिर, राम की पैड़ी तथा क्षीरेश्वर मंदिर, कोटेश्वरनाथ मंदिर में जलाभिषेक करतें हैं तथा हनुमानगढी मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों/मठों एवं शिवालयों में दर्शन-पूजन करते हैं। नागेश्वरनाथ मंदिर का प्रवेश द्वार व निकास द्वार सकरा होने के कारण भीड़ का दबाब बढ़ जाता है। पानी गिरने से फिसलन हो जाती है। श्रद्धालु पवित्र सरयू नदी में स्नान करने के पश्चात सरयू जल को लेकर कावर धारण किये हुए हर-हर बम-बम महादेव का उच्चारण करते हुए जनपद बस्ती स्थित भदेश्वरनाथ शिव मंदिर में जलाभिषेक करने हेतु जाते हैं। इस अवसर पर जनपद के नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में शिव बारात/शोभायात्रा का आयोजन किया जाता है।
महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर अयोध्या धाम में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिसमें नागेश्वर नाथ मंदिर राम की पैड़ी अयोध्या से श्री नंदकुमार मिश्रा (ट्टस्टी) व श्री सभाजीत तिवारी के नेतृत्व में शिव बारात शोभायात्रा संख्या (2500-3000) बैंड बाजा रोड लाइट बैल की सवारी पर शंकर जी, बैटरी रिक्शा पर यमराज, ब्रह्मा, हनुमान जी, कालो कालो जी आदि के स्वरूपों के साथ निकाली जाएगी जो नागेश्वर नाथ मंदिर मुख्य मार्ग होते हुए क्षीरेश्वर नाथ मंदिर पहुंचेगी जहां पर बारात का स्वागत आरती के पश्चात प्रसाद वितरण के उपरांत हनुमानगढ़ी, होते हुए बड़ा स्थान, वेद मंदिर, उनवल बैरियर, कटरा, अशरफी भवन, गोलाघाट, राजेंद्र निवास, होते हुए तुलसी उद्यान से मुख्य गार्ग नया घाट से उद्गम स्थल नागश्वर नाथ मंदिर पहुंचकर समाप्त होगी। इसके साथ में मोहल्ला बरवारी टोला थाना राम जन्म भूमि से श्री अजय ठाकुर के नेतृत्व में शिव बारात संख्या (800-1000) निकाली जाएगी जिसमे गोजे एक चिकअप व दो ट्रैक्टर ट्राली पर शंकर जी, ब्रहा्र जी व विष्णु जी के स्वरूप रहते हैं। बारात बरगरी टोला से टेढ़ी बाजार, सीओ कॉलोनी के सामने स्वागत क्षीरेश्वर नाथ पर स्वागत, आरती प्रसाद के उपरांत वापस होकर उद्गम स्थल पहुंच कर समाप्त होगी। सीओ कालोनी अयोध्या स्थित शिव मंदिर के सामने सड़क पर श्री छाूटे पांडेय निवासी काजियाना के नेतृत्व फचाहारी भमाश व शिव बारात मंदिर उपरोक्त पर पूजन आदि का आयोजन प्रस्तावित है। उक्त अवसर पर अयोध्या में हर शिव मंदिर पर महाशिवरात्रि पर्व पर अखंड कीर्तन 24 घंटे का प्रारंभ होकर जारी रहता है। हर मंदिर में जलाभिषेक किया जाता है। हर शिव मंदिर पर शिव भक्तों की भीड़ लगी रहती है।
वर्तमान में महाकुंभ प्रयागराज से श्रद्धालुओं की आ रही भीड़ दिनांक 26.02.2025 को भी बनी रहने की पूर्ण संभावना है तथा इन श्रृद्धालुओं द्वारा भी नागेश्वर नाथ मंदिर एवं अन्य शिव मंदिरों पर भी वर्शन पूजन किया जाएगा। राम पथ पर शिव बारात निकालने के समय अत्यधिक संख्या रहेगी, जिसके कारण सरयू नदी के घाटों, शिव मंदिरों, मागों पर विशेष सतर्कता, यातायात प्रबंध, एंबुलेंस व्यवस्था, चिकित्सा व्यवस्था, जल पुलिस, गोताखोर, पर्याप्त पुलिस व प्रशासनिक व्यवस्था, रेलवे स्टेशन अयोव्या धाम जंक्शन पर समुचित पुलिस प्रबंध/प्रशासनिक व्यवस्था तथा सरयू नदी के घाटों पर समुचित प्रकाश व्यवस्था आदि अपेक्षित है।
Feb 26 2025, 17:51