झारखंड कैबिनेट की अहम बैठक आज,शाम चार बजे से होने वाली इस बैठक में कई अहम प्रस्तावों पर मुहर लगेगी।

झारखंड कैबिनेट की अहम बैठक आज होने वाली है। शाम चार बजे से होने वाली इस बैठक में कई अहम प्रस्तावों पर मुहर लगेगी। जानकारी के मुताबिक

 15 से ज्यादा प्रस्ताव मुख्यमंत्री सचिवालय को भेजे गये हैं।

 

इसमें स्कूल शिक्षा विभाग से लेकर पथ निर्माण और स्वास्थ्य विभाग के भी प्रस्ताव शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक आज आवासीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षिकाओं पर कैबिनेट में अहम फैसला लिया जा सकता है। उनके मानदेय में बढ़ोत्तरी की जा सकती है।

वहीं शिक्षक भर्ती को लेकर भी कैबिनेट की मुहर लग सकती है। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में झारखंड मंत्रिपरिषद् की बैठक 18 फरवरी (मंगलवार ) 2025 को अपराह्न 4:00 बजे से झारखंड मंत्रालय (प्रोजेक्ट भवन) स्थित मंत्रिपरिषद कक्ष में होगी।

बजट सत्र के पहले होने वाले इस कैबिनेट में सत्र की तैयारियों पर भी चर्चा की जायेगी। सत्र में कुछ विधेयक भी रखे जायेंगे, इसे लेकर भी कैबिनेट की बैठक में चर्चा होगी। वहीं बजट को लेकर भी कैबिनेट में चर्चा हो सकती है। 20 दिन बाद ये कैबिनेट की बैठक हो रही है।

 आपको बता दें कि इससे पहले 29 जनवरी 2025 को मंत्रिपरिषद की बैठक हुई थी. इसमें कुल 6 प्रस्तावों को मंजूरी दी गयी थी। बैठक में सरकार ने गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) में वृद्धि करने और झारखंड में शिक्षकों, छात्रों, प्रशासकों एवं संस्थानों को सम्मानित करने के उद्देश्य से ‘झारखंड राज्य उच्चतर शिक्षा पुरस्कार योजना’ की शुरुआत करने की घोषणा की थी।

झारखंड में आजीवन सजा काट रहे 37 कैदियों को मिलेगी आजादी, सजा पुनरीक्षण पर्षद की बैठक में सीएम हेमंत ने दी सहमति


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : राज्य में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 37 कैदी रिहा होंगे। मुख्यमंत्री के आवासीय कार्यालय में सोमवार को आयोजित झारखंड राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की बैठक में विभिन्न जेलों में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 37 कैदियों को छोड़ने पर सहमति बनी है।

इस बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन कर रहे थे। राज्य के विभिन्न कारागारों में आजीवन सजा काट रहे 103 कैदियों को कारामुक्त किए जाने के प्रस्ताव पर अधिकारियों के साथ बिंदुवार गहन विचार-विमर्श किया गया। मुख्यमंत्री ने कैदियों के अपराध की प्रवृत्ति तथा न्यायालयों, संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षकों, जेल अधीक्षक एवं प्रोबेशन अधिकारियों द्वारा दिए गए मंतव्य की पूरी जानकारी ली।अधिकारियों के बीच रिहाई हेतु प्रस्तावित सभी मामलों पर विचारोपरान्त कुल 37 कैदियों को रिहा किए जाने के निर्णय पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी सहमति दी। 

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि रिहा हुए कैदियों का सामाजिक, आर्थिक एवं पारिवारिक पृष्ठभूमि का सत्यापन जरूर करें। मुख्यमंत्री ने कारा महानिरीक्षक झारखंड को निर्देश दिया कि रिहा हुए कैदियों का ट्रैक रिकॉर्ड अवश्य रखें। 

मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि रिहा हुए कैदियों को सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ना सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि रिहा हुए कैदियों का जीवन यापन सुचारू रूप से चले इस निमित्त उनके लिए आय सृजन की व्यवस्था करें। रिहा हुए कैदियों को मुख्यधारा से जोड़कर उन्हें सकारात्मक दिशा देना हम सभी की जिम्मेदारी है।

 झारखंड राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की बैठक में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, प्रधान सचिव गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग वंदना दादेल, डीजीपी अनुराग गुप्ता, कारा महानिरीक्षक झारखंड सुदर्शन प्रसाद मंडल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन में हुई भगदड़ के बाद झारखण्ड में राज्य प्रशासन और रेलवे हुई अलर्ट


झारखंड से प्रयागराज जानेवाले यात्रियों की सुरक्षा को लेकर झारखंड पुलिस और रेलवे ने संयुक्त रूप से किया विशेष बैठक, जारी किया दिशा निर्देश

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगा महाकुंभ अंतिम पड़ाव पर है। 26 फरवरी को महाकुंभ का समापन हो जाएगा। लिहाजा, इस महाकुंभ का गवाह बनने के इस अवसर को कोई छोड़ना नहीं चाह रहा है। चाहे वह ट्रेन हो या निजी वाहन। सारी ट्रेनें खचाखच भरी हुई हैं। बीते दिनों नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए ट्रेन हादसा के बाद झारखंड पुलिस और रेलवे प्रशासन इस पर अपनी सतर्कता दिखाते नजर आई। राज्य के पुलिस अधिकारी और रेल अधिकारियों के साथ पुलिस मुख्यालय में बैठक साथ में कई जिलों के डीसी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।

इस बैठक में विशेष कर झारखंड से प्रयागराज जाने वाले सड़क व रेलवे के माध्यम से जाने वाले यातायात व्यवस्था को लेकर विचार विमर्श हुआ है। साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर विभिन्न पहलुओं को लेकर चर्चा की गई और दिशा निर्देश भी जारी किया गया। यात्रियों की भीड़ को देखते हुए राज्य के विभिन्न रेलवे स्टेशनों में अतिरिक्त आरपीएफ के जवान भी तैनात किए गए।

अधिकारियों द्वारा व्यापक टिकट जांच की सुविधा, भीड़ प्रबंधन, भीड़भाड़ या भगदड़ जैसी स्थिति को रोकने के लिए रेलवे अधिकारियों और आरपीएफ के पदाधिकारियों के साथ विशेष रूप से चर्चा हुई। बताते चलें कि जीटी रोड से सटने वाले शहरों जैसे पलामू गिरिडीह धनबाद जैसे क्षेत्रों में भी सड़क जाम की स्थिति बन रही है। इन चीजों पर भी पुलिस मुख्यालय का फोकस है ताकि अराजकता का माहौल ना बने। इस बैठक के दौरान रांची बोकारो, दुमका, पलामू के रेलवे आईजी, रांची, कोल्हान, बोकारो, पलामू, दुमका, हजारीबाग के रेल डीआईजी। समेत राज्य के विभिन्न जिलों के एसपी स्तर के अधिकारी भी शामिल हुए।

रांची रेलवे स्टेशन पर प्रयागराज जाने के लिए उमड़ रही भीड़, ट्रेनों में अफरा-तफरी, ट्रेन छूटने का लोगों में दुख, रेलवे प्रशासन भी अलर्ट

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : माघी पूर्णिमा के बाद भी प्रयागराज स्थित संगम में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है। आज सोमवार हटिया से खुलने वाली स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस में कुछ इस तरह का ही नजारा देखने को मिला। यह ट्रेन रांची स्टेशन आते ही श्रद्धालुओं का भीड़ उमड़ पड़ी। ट्रेन के आते ही अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

हालांकि प्रशासन भी इसके लिए पूरी तरह से मुस्तैद थी। स्टेशन के बाहर उन्हीं यात्रियों को अंदर जाने की इजाजत दी जा रही थी जिनके पास टिकट था। और ट्रेन की बात करें तो रिजर्वेशन और AC बोगी के बाहर RPF के जवान खड़े थे। ट्रेन के अंदर उन्हीं यात्रियों को जाने की इजाजत दी जा रही थी जिनका रिजर्वेशन उस गाड़ी में था। वही जनरल डब्बे की बात करें तो उसमें श्रद्धालुओं और आम यात्रियों का भीड़ काफी था लोग ट्रेन के अंदर घुसने के लिए ऑफर तफरी मचा रखे थे। 

रेलवे प्रशासन भीड़ को नियंत्रित करने में लगा हुआ है, लेकिन यात्रियों की परेशानी कम होती नहीं दिख रही। संगम में अमृत स्नान की आस्था के चलते श्रद्धालु हर हाल में प्रयागराज पहुंचना चाहते हैं। आज इसी क्रम में कुछ यात्री ट्रेन में चढ़ गए और कुछ की ट्रेन छूट गई। 

 जिस तरह से प्रचार प्रसार किया गया यह महाकुंभ 144 वर्ष के बाद आया है ऐसे में हर माध्यम से भक्तजन प्रयागराज जाने के लिए तैयार हैं। हालांकि, अत्यधिक भीड़ और ट्रेनों में सीटों की कमी की वजह से उनकी परेशानी बढ़ गयी है। रेलवे प्रशासन अतिरिक्त ट्रेनें चलाने के बावजूद भीड़ को नियंत्रित करने के लिए संघर्ष कर रहा है। 

दिल्ली में भगदड़ की घटना होने के बाद रेलवे प्रशासन अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है। रेलवे के उच्चाधिकारियों हेमराज मीना ने कहा कि आरपीएफ और रेलवे अधिकारी लगातार मुआयना कर रहे है। जिन यात्रियों को जी बोगी में रिजर्वेशन है उसी में जाने की इजाजत दी जा रही है।

झारखंड के इन लोगों को नहीं मिलेगा PM आवास योजना का लाभ, जानें केंद्र सरकार के क्या हैं नियम

रांची :प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) अगले पांच साल तक चलेगी. वित्तीय वर्ष 2029-30 में यह समाप्त होगी. भारत सरकार ने पूरे देश में करीब दो करोड़ घर बनाने का लक्ष्य रखा है. भारत सरकार ने सभी राज्यों को प्रधानमंत्री आवास के लाभुकों की 2018 में बनी सूची को अपडेट करने का निर्देश दिया है.

वहीं, जिनके पास 50 हजार रुपये का किसान क्रेडिट कार्ड होगा, उनको पीएम आवास नहीं मिलेगा. झारखंड में ऐसे कार्ड धारकों की संख्या 50 हजार से अधिक है.

झारखंड सरकार ने उपायुक्तों को दिया ये निर्देश

झारखंड सरकार ने सभी जिलों के उपायुक्तों को पीएम आवास योजना के लाभुकों का सर्वे करने को कहा है. ज्ञात हो कि झारखंड को पठारी राज्यों की सूची से बाहर कर दिया गया है. पठारी राज्यों की सूची में अब केवल हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू और कश्मीर के साथ लद्दाख है. यहां के लाभुकों को प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के लिए 1.30 लाख रुपये दिये जायेंगे.

पठारी राज्यों की सूची से बाहर होने के बाद दिये जाएंगे 1.20 लाख रुपये

पठारों राज्यों की सूची से बाहर होने के बाद अब यहां के लाभुकों को 1.20 लाख रुपये दिये जायेंगे. अगले पांच साल का लाभुक तय करने के लिए भारत सरकार ने दिशा-निर्देश दिया है.

10 प्रकार के लाभुकों को नहीं मिलेगी पीएम आवास योजना का लाभ

बता दें कि नये नियमों के तहत 10 प्रकार के लाभुकों को प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण का लाभ नहीं देने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा जिनके पास तीनपहिया या चारपहिया वाहन है या जिनके घर का कोई भी सदस्य सरकारी योजना का लाभुक है, जिनका गैर कृषि कार्य का उद्यम निबंधित हो, घर का कोई सदस्य 15 हजार रुपये प्रतिमाह से अधिक कमाता हो, इनकम टैक्स व प्रोफेशनल टैक्स देने वालों, 2.5 एकड़ से अधिक सिंचित जमीनवाले व जिनके पास पांच एकड़ से अधिक असिंचित जमीन है, वैसे लोगों को इस स्कीम का लाभ नहीं मिलेगा.

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई दुर्घटना को कांग्रेस ने बताया नरसंहार

रिपोर्टर जयंत कुमार

रांची : दिल्ली रेलवे स्टेशन में शनिवार रात आम दिनों की तरह ही यात्री अपनी ट्रेन पकड़ने के लिए आए थे। किसी को अपने घर जाना था, तो कोई महाकुंभ जाने के लिए ट्रेन पकड़ने आया था। यात्रियों के चेहरों पर एक अलग ही खुशी थी और हर कोई प्लेटफॉर्म पर बस अपनी ट्रेन का इंतजार कर रहा था। उसी रात 9:30 बजे अचानक से यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी और देखते ही देखते कुछ ही देर में भगदड़ मच गई जिसमें 15 से ज्यादा लोगों की मौत हुई। रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ ने हर किसी को हिलाकर रख दिया है। इस हादसे में हुए घायलो को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली के RML अस्पताल ले जाया गया है।

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए इस दर्दनाक घटना को लेकर आज झारखंड की राजधानी रांची में कांग्रेस के नेताओ के द्वारा श्रद्धांजलि देते हुए, कैंडल मार्च निकाला गया। मृतको की आत्मा की शांति की कामना की। कांग्रेस नेता आलोक दुबे ने देश के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से इसकी जिम्मेवारी लेते हुए इस्तीफा का मांग किया। साथ ही साथ मृतकों के परिजनों को 50-50 लाख रुपया मुआवजा देने की भी मांग की।

वही राजेश गुप्ता ने सरकार पर आरोप लगाया है कि महाकुंभ में बेहतर व्यवस्था के नाम पर श्रद्धालुओं को आमंत्रित किया गया और वहां की लचर व्यवस्था के कारण बड़ी संख्या में लोगों की जाने चली गई। इससे पहले भी महाकुंभ में दो बार हादसे हो चुके हैं।

दूसरी ओर भगदड़ में यात्रियों की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए, झारखंड के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि, मृतक परिवार के साथ पूरी संवेदना है और सरकार हर संभव उनकी मदद करें।

बता दें कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति बनाई गई है, जो CCTV फुटेज और अन्य सबूत जुटा रही है। वही गवाहों के बयान भी लिए जाएंगे। सभी साक्ष्यों की जांच के बाद रिपोर्ट तैयार करके प्रशासन को सौंपी जाएगी। इससे पहले दिल्ली पुलिस के सीनियर ऑफिसर्स के साथ बैठक हुई। दिल्ली पुलिस ने भी घटना की जांच शुरू कर दी है। जांच को डीसीपी रैंक के अफसर मोनिटर कर रहे।

जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति पर गरमाई झारखंड की राजनीतिक सियासत

रिपोर्टर जयंत कुमार

रांची : जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर एक तरफ जहां छात्र सड़क पर हैं। लगातार आंदोलन कर रहे हैं,वहीं दूसरी तरफ इसको लेकर झारखंड की सियासत भी गरमा गई है।

पिछले 7 महीने से जेपीएससी का अध्यक्ष पद विहीन चल रहा है। जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति न होने पर छात्र लगातार आंदोलन के नए नए रुख अपना रहे है। यहां तक कि जेपीएससी का पिंड दान और ब्रह्म भोज भी कर दिया है। छात्र नेता सत्यनारायण शुक्ला ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि यदि अध्यक्ष की नियुक्ति अति शीघ्र नहीं की जाती है तो छात्र चुप नहीं रहेंगे और इस बार जबरदस्त आंदोलन होगा। छात्रों के इस आक्रामक रुख को देखते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि जेपीएससी को नया अध्यक्ष जल्द ही मिलेगा।

जल्दबाजी में लिया गया फैसला गड़बड़ी होने की आशंका रहती है। उन्होंने उदाहरण स्वरूप बाबूलाल मरांडी के समय में हुए पहले और दूसरे जेपीएससी परीक्षा का हर्ष आप जानते है। इस पर भाजपा के विधायक सीपी सिंह ने कहा कि झारखंड में क्या विद्वानों के कमी हो गई है या सेटिंग नहीं बैठ पा रहा है जो शर्त उनके समक्ष रखे गए होंगे वह शर्त मानने को तैयार नहीं होंगे।मतलब आप समझ रहे होंगे कि आर्थिक रूप से जो शर्त रखे जाते हैं वह उन्हें मंजूर नहीं होगा।

जेपीएससी अध्यक्ष के नहीं रहने से सिविल सेवा परीक्षा सहित आधा दर्जन से अधिक नियुक्ति परीक्षा लटकी हुई है। खास बात यह है कि सरकार के द्वारा ना तो नए अध्यक्ष की नियुक्ति की गई है और ना ही किसी सदस्य को कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में मनोनीत किया गया है।

अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट का समापन, 29 टीमों ने लिया भाग झारखंड को मिला 5 मेडल

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड में पहली बार आयोजित अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट का आज समापन हो गया। इसके लिए देशभर से 29 टीमों ने भाग लिया। 10 से 15 फरवरी तक चली इस प्रतियोगिता में 18 राज्यों, 2 केंद्रशासित प्रदेशों और 8 अर्द्धसैनिक बलों की टीमें शामिल हुई। प्रतिभागी 5 इवेंट्स के 13 विषयों में अपनी प्रतिभा का दम दिखाया।

पुलिस ड्यूटी मीट के अवसर पर देश के विभिन्न राज्यों की पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसी की 29 टुकड़ियों के द्वारा परेड मार्च किया गया। इस दौरान सबसे आगे आंध्र प्रदेश की पुलिस और सबसे पीछे मेजबान कर रहे झारखंड के पुलिस जवानों के द्वारा आकर्षक प्रस्तुति की गई। इस परेड में स्वान दस्ता भी शामिल था। यह पहला मौका है जब झारखंड पुलिस को अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट की मेजबानी मिली है।

बाइट,,, सुदिव्य सोनू उच्च व तकनीकी शिक्षामंत्री झारखंड

इस प्रतियोगिता में जीते हुए टीमों को मुख्य अतिथि वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने ट्रॉफी प्रदान की। 

-पुलिस फोटोग्राफी में पहला स्थान तमिलनाडु पुलिस को मिला जबकि दूसरा स्थान आंध्र प्रदेश की पुलिस को।

-कंप्यूटर अवेयरनेस के कंपटीशन में बीएसएफ दूसरे नंबर पर जबकि आईटीबीपी की टीम विनर रही।

-एंटी सबोर्डिनेट चेक में तेलंगाना की टीम विनर बनी जबकि दूसरे नंबर पर एसपीजी की टीम रही।

-बेस्ट डॉग कंपटीशन में मध्य प्रदेश स्वान दस्ते को "स्वान काया" ने गोल्ड मेडल जीता।

-साइंटिफिक इन्वेस्टिगेशन में विनर तेलंगाना की टीम बनी दूसरे स्थान पर आंध्र प्रदेश और तीसरे स्थान पर झारखंड पुलिस की टीम रही।

-एनसीआरबी ट्रॉफी फॉर एम्पोवेरिंग पुलिस विथ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी में तमिलनाडु की टीम विजेता बनी।

-डॉग स्क्वायड कंपटीशन में विनर बीएसएफ की टीम रही , जबकि तेलंगाना की टीम दूसरे नंबर पर रही

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बीआईटी मेसरा के प्लेटिनम जुबली समारोह में किया शिरकत

रिसर्च एग्जीबिशन कम डिसप्ले का किया उद्घाटन

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज 15 फरवरी को बीआईटी मेसरा के प्लेटिनम जुबली समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुई। बीआईटी मेसरा के 70वें स्थापना दिवस में शामिल हुई राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि यह संस्थान अपने बेहतरीन कामों के लिए जाना जाता है।इनके नाम कई उपलब्धियां हैं। इस संस्था ने देश के विकास में कई योगदान दिए हैं। उन्होंने झारखंड से जुड़े अपने लगाव को लेकर कहा कि जब भी मेरा झारखंड आना होता है तो लगता है कि अपने घर आई हूं। 

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का बीआईटी मेसरा में संस्थान के चेयरमैन सीके बिरला, वीसी इंद्रनील मन्ना, झारखंड सरकार के उच्च व तकनीकी शिक्षामंत्री सुदिव्य सोनू ने उनका स्वागत किया। इसके बाद कैंपस में विभिन्न डिपार्टमेंट्स के स्टूडेंट्स की ओर से लगाए गए प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। मुर्मू ने संकाय और छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि उन्हें बीआईटी मेसरा की समृद्ध विरासत पर गर्व है जिसने अकादमिक उत्कृष्टता, अनुसंधान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचार के 70 वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस दौरान उन्होंने कैंपस में पौधरोपण भी किया।

जीपी बिरला सभागार में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल सह कुलाधिपति संतोष गंगवार ने कहा कि बीआईटी मेसरा इस देश में कई इंजीनियरिंग विषयों और कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने की समृद्ध विरासत के साथ एक प्रतिष्ठित प्रौद्योगिकी संस्थान है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी में नए आयामों के उदय के साथ, यह अपने कुशल युवा इंजीनियरों और प्रबंधकों के लिए नई संभावनाएं प्रस्तुत कर रहा है।

बीआईटी का काफी लंबा सफर रहा है जिसमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी योग्यता से संस्थान और देश का नाम रोशन किया है। यह संस्थान अकादमिक उत्कृष्टता, अनुसंधान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचार के 70 वर्ष पूरे किए है। इस पर आधारित शॉर्ट वीडियो में 70 साल की पूरी यात्रा को प्रदर्शित किया गया।

पीवीयूएन द्वारा प्रायोजित एसी एवं वाटर पंप मरम्मत व रखरखाव प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न


रांची के सरकारी टूल रूम में पीवीयूएन द्वारा प्रायोजित एसी एवं वाटर पंप मरम्मत व रखरखाव प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस दो महीने के प्रशिक्षण में स्थानीय गांवों के 30 युवाओं ने भाग लिया और अपने कौशल का विकास किया।  

समारोह में सभी प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए, जिससे उन्हें स्वरोजगार के साथ-साथ बेहतर रोजगार के अवसर प्राप्त करने में सहायता मिलेगी। इस पहल का उद्देश्य युवाओं को तकनीकी रूप से सक्षम बनाना और उनके आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है।  

पीवीयूएन के एचओएचआर, जियाउर रहमान ने छात्रों का उत्साहवर्धन किया और उन्हें अपने सीखे हुए कौशल का सर्वोत्तम उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं के उज्जवल भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।