बुलडोजर की हुई कार्यवाही का सपा नेताओं ने किया विरोध, ग्रामीणों के साथ पहुंचे कलेक्ट्रेट
पंकज कुमार श्रीवास्तव
कन्नौज । यूपी के कन्नौज जिले में सीमांकन के विवाद में एक गरीब के घर बुलडोजर की कार्यवाही के चलते उसका आशियाना उजाड़ दिया गया। इस कार्यवाही का विरोध करते हुए सोमवार को समाजवादी पार्टी ने पीड़ित के घर हुई बुल्डोजर की कार्यवाही का विरोध करते हुए जिलाधिकारी के पास पहुंचकर बुलडोजर की कार्यवाही में संलिप्त दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कठोर से कठोर कार्यवाही की मांग की है।
आपको बताते चलें कि जिले की तिर्वा तहसील क्षेत्र के ग्राम भदौरियनपुर्वा निवासी अशोक पाल पुत्र सूबेदार पाल के मकान पर बिना किसी पूर्व नोटिस दिए बुलडोजर की कार्यवाही कर पीड़ित का आशियाना उजाड़ दिया गया, जिसमें उसकी भेड़ों की भी दीवाल में दबकर मौत हो गई। आरोप है कि पीड़ित पक्ष की बात न सुनकर तहसील प्रशासन ने उसके मकान को जेसीबी से जमींदोज कर दिया, जिससे उसके मकान में बंधी कई भेड़ों की मौत हो गई। जबकि इस मामले में सीमांकन विवाद बताया जा रहा है जो कि मौजा खड़कपुर-बिलंदपुर मौजा राजपुर की सीमांकन से उत्पन्न हुआ था। सीमांकन प्रक्रिया गलत होने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई थी। जिसको लेकर सीमांकन करते समय प्रशासन पर पक्षपात का भी आरोप लगा है और इसी सीमांकन के विवाद में पीड़ित का मकान जमींदोज कर दिया गया। गरीब पीड़ित के मकान पर हुई बुलडोजर की कार्यवाही का विरोध करते हुए समाजवादी पार्टी के नेताओं ने पीड़ित को न्याय दिलाये जाने की बात कही है।
जिलाधिकारी को ज्ञापन देते हुए सपा नेता अंशू पाल ने बताया कि हम लोग आज जिलाधिकारी के पास आए हैं, अशोक पाल जो कि भदौरियनपुर्वा के हैं, विकास खंड हसेरन के रहने वाले है। इनके परिवार के ऊपर अत्याचार हुआ है। इनकी जो भेंड़े थी, उन भेड़ों को दबा दिया गया, कुचल दिया गया है, भेड़ों के साथ-साथ इनकी दीवाल गिराने से इनको नुकसान हुआ है। भदौरियनपुर्वा गांव जो खरगपुर मौजा में है और राजपुर मौजा दोनों की सीमांकन का विवाद था और सीमांकन के विवाद में यह लोग पीस गए है। प्रशासन और वहॉं पर मौजूदा ब्लाक प्रमुख के इशारे पर इनकी जमीन को कब्जा किया जा रहा है। इनकी भेंड़ों को दबाकर मार दिया गया है। अभी तक वहॉं पर मेरी कल एसडीएम तिर्वा से बात हुई थी लेकिन एसडीएम साहब बोले कि भेंड़ नही मरी है, झूंठ बात है तो मैने कहा मौके पर आइये, अभी तक सूचना है न ही कोई अधिकारी वहॉं मौके पर देखने गया, न कोई किसी भी प्रकार से इनकी बात को उठाने के लिए पहुंचा, न ही कोई किसी पर कोई अभी तक कार्यवाही हुई। बुलडोजर चालक जबरदस्ती गिरा रहा था।
तो यह सामने है, इनके ऊपर भी उसने घुमा दिया और उसका जेसीबी का जो आगे का हिस्सा होता है वह रख दिया गया, यह बच गया कल इनका पैर भी टूट जाता, तो इस तरह की जो घटनाएं हो रही है इस सरकार में। गरीब परेशान किया जा रहा है, गरीबों के साथ अत्याचार हो रहा है। इस सरकार में लगतार जितने भी पीड़ित लोग है और गरीब लोग है। गरीब लोगों को यह लोग परेशान करने का काम कर रहे है। हम लोग जिलाधिकारी के पास है आए हैं न्याय की गुहार लगाने। लगभग आज हमारे साथ 400 के आसपास लोग होंगे, साथ में महिलाएं है। हम लोग चाहते है कि जो भी वहॉं प्रशासन का अधिकारी गया हो उस पर कार्यवाही हो और इसमें जो भी जेसीबी चालक या जेसीबी मालिक उस पर भी कार्यवाही होनी चाहिए और इनको न्याय मिलना चाहिए। सीमांकन का जो विवाद है। सही सीमांकन, सही दोबारा उसकी जांच की जाए। सही से नाप की जाए और इन लोगों को जो क्षति हुई है जो हानि हुई है। भेड़ों को जिसके कारण मरी है उसका मुकदमा दर्ज किया जाए। कठोर से कठोर कार्यवाही की जाए।
Feb 04 2025, 20:13