सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, हजारीबाग में आज स्नेह मिलन कार्यक्रम का आयोजन
सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, मालवीय मार्ग ,हजारीबाग में आज स्नेह मिलन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत बतौर मुख्य अतिथि विद्यालय प्रबंधन समिति के माननीय सचिव ज्ञानचंद प्रसाद मेहता, सदस्य- दीपक खंडेलवाल,लाल दास चौधरी,अशोक कुमार मल्लिक,सदस्या ऋचा प्रिया सिन्हा,बबीता देवी, प्रधानाचार्य संजीव कुमार झा एवं सुषमा दीदी जी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन, भारत माता पूजन एवं मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया।
अतिथि परिचय विद्यालय के वरिष्ठआचार्य, मनोज कुमार पांडे ने कराया । विषय प्रवेश कराते हुए विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि सुषमा दीदी जी ने निष्ठापूर्वक विद्यालय में अध्यनरत भैया /बहनों को लगभग 28 वर्ष अपनी सेवा प्रदान करने का कार्य किया।
उन्होंने दीदी जी के साथ विद्यालय में बिताए गए अपने अनुभव को साझा करते हुए उनके उत्तम स्वास्थ्य एवं भविष्य की कामना किया। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में माननीय सचिव महोदय ने कहा कि सेवानिवृत्ति या अवकाश की परंपरा अंग्रेजों ने शुरू किया था ।वास्तव में कोई सेवानिवृत्त नहीं होता है अपितु यह एक परंपरा मात्र का निर्वहन करने जैसा है। मन:स्थिति को कभी कमजोर नहीं होने देना चाहिए। आगे उन्होंने कहा कि सुषमा दीदी जी शांत,सौम्य स्वभाव की धनी है साथ ही गंभीरू स्वभाववाली है। गंभीरता परिपक्वता का परिचायक है।
उम्र का सेवा से कोई ताल्लुक नहीं होता है।उन्होंने एक प्रसंग की चर्चा करते हुए कहा कि मन एवं दिल को समाज के साथ जोड़कर अपने आप को सामाजिक कार्यों में हमेशा संलिप्त रखना चाहिए। इस अवसर पर आचार्य अमरेंद्र कुमार आनंद ,रितेश कुमार एवं आशा दीदी जी ने सुषमा दीदी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके साथ बिताए गए अपने अनुभव को साझा किया। इस अवसर पर भैया बहनों ने भी सुषमा दीदी जी के व्यक्तित्व के प्रकाश डालते हुए अपना अभिव्यक्ति कथन रखा।
गौरतलब है कि सुषमा दीदी जी लगभग 28 वर्षों तक अटूट सेवा करते हुए आज विद्यालय से सेवानिवृत हुई। शांति मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
Jan 31 2025, 20:32