*नहीं मिल रही बसें, निजी वाहन चालक 30 की जगह श्रद्धालुओं से वसूल रहे 100 रुपए* *स्टेशनों पर घंटों इंतजार के बाद निजी साधन पकड़ रहे लोग*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।प्रयागराज हादसे के बाद से ही जिला प्रशासन जहां अलर्ट मोड में है। वहीं प्रयागराज संगम से लौट रहे श्रद्धालुओं की मुश्किल कम नहीं हो रही है। खचाखच भरी ट्रेनें और बसों के कारण यात्रियों को स्टेशनों पर घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। इस बीच ऑटो समेत अन्य वाहन चालक आ रहे हैं तो श्रद्धालुओं से मनमाना किराया वसूल रहे हैं। जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी उठानी पड़ रही है।मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर्व के अवसर पर प्रयागराज संगम तट पर हुए हादसे के बाद से ही जनपद में भी लगातार नजर रखी जा रही है। जिला प्रशासन समेत पुलिस की टीम लगातार भ्रमण कर एक-एक बिंदुओं की जानकारी ले रही है। महाकुंभ में श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम हो सके, उसके लिए रेलवे स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ रोडवेज भी लगभग 28 बसें संचालित कर रहा है। इन सबके बाद भी स्थिति यह है कि यात्रियों को घंटों सफर के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। प्रयागराज में स्नान के बाद लाखों की संख्या में श्रद्धालु वाराणसी और मिर्जापुर जिले में पहुंच रहे हैं। वहां पहुंचने के लिए सबसे आसान रास्ता वाराणसी-प्रयागराज हाईवे है। जो की भदोही से होकर गुजरती है। ऐसे में बड़ी संख्या में यात्री इस रूट पर यात्रा कर रहे हैं।सार्वजनिक परिवहन से यात्रा करने वालों को इस समय खूब फजीहत झेलनी पड़ रही है। ट्रेन और बसें भरी होने के कारण यात्री मजबूरी में निजी बसों और ऑटो समेत अन्य वाहनों से यात्रा कर रहे हैं। प्रयागराज से यात्री किसी तरह चलते चलाते गोपीगंज पहुंच जा रहे हैं, लेकिन यहां ऑटो और अन्य वाहन चालकों की मनमानी उन्हें ठगने का कार्य कर रही है।दिनभर में करीब सात से आठ हजार यात्री जिले में हाईवे पर स्थित गोपीगंज और औराई रोडवेज स्टेशनों पर पहुंच रहे हैं, लेकिन यहां बसें न होने के कारण उन्हें वाराणसी या मिर्जापुर जाने के लिए निजी साधन पकड़ने पड़ रहे हैं। किराया वसूल रहे दोगुना-तिगुना गोपीगंज और औराई जैसे सेंटरों से वाराणसी का 108 रुपये और मिर्जापुर तक का किराया 30 रुपये निर्धारित है। इसके बाद भी ऑटो और निजी वाहन चालक इस समय यात्रियों से दोगुना और तिगुना किराया वसूल रहे हैं। भर-भर जा रहीं बसें, नहीं है जगह इस समय प्रयागराज में खूब भीड़ होने के कारण बसें भर-भर कर जा रही हैं। जिस कारण वे जिले के प्रमुख बाजारों में फ्लाईओवर के नीचे नहीं उतर रही हैं। इससे गोपीगंज और औराई जैसे स्टेशनों पर बसों का इंतजार कर लोगों मुंह ताकते रह जा रहे हैं। घंटो इंतजार के बाद मजबूरी में निजी साधनों की सवारी कर रहे हैं। प्रयागराज में ट्रेनों में इतनी भीड़ थी कि हिम्मत नहीं हुई। किसी तरह दूसरे साधन से यहां पहुंचा हूं। यहां से बनारस जाना है, लेकिन बनारस का किराया इतना ज्यादा बताया जा रहा है कि होश उड़ गए, लेकिन देकर जाना ही पड़ेगा। -बावली, रोहतास, बिहार। प्रयागराज में साधन मिलने से सीमा तक पैदल ही आया था। उसके बाद एक ऑटो पर बैठा, जो बीच रास्ते ले आकर छोड़ दिया है। अब काशी जाना है, लेकिन किराया बहुत ज्यादा बताया जा रहा है। सरकारी रोडवेज बसें भी नहीं दिख रही हैं। -हरिगेन बाबा, उत्तराखंड। श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो और कोई भी मनमाना किराया न वसूले इसे लेकर आदेश जारी किया गया था, लेकिन इसके बाद भी ऐसा किया जा रहा है तो पकड़ में आने पर कार्रवाई की। राम सिंह यादव एआरटीओ भदोही
*क्यों मनाया जाता है वसंत पंचमी का त्योहार, जानें इस दिन सरस्वती पूजा का महत्व*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
माघ माह में सकट चौथ, षटतिला एकादशी, मौनी अमावस्या, गुप्त नवरात्रि और वसंत पंचमी जैसे कई पवित्र और महत्वपूर्ण पर्व आते हैं। इनमें वसंत पंचमी का पर्व खासतौर पर ज्ञान, कला और संगीत की देवी मां सरस्वती की आराधना के लिए समर्पित है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस दिन मां सरस्वती की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में समृद्धि और खुशियां बढ़ती हैं। वसंत पंचमी का पर्व माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन घरों, मंदिरों और शिक्षा से जुड़े संस्थानों में मां सरस्वती की पूजा का विशेष आयोजन किया जाता है।पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, माना जाता है कि माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को देवी सरस्वती का जन्म हुआ था। इसी उपलक्ष्य में हर वर्ष वसंत पंचमी मनाई जाती है। देवी सरस्वती को विद्या, कला और बुद्धि की देवी के रूप में पूजा जाता है। इस दिन की पूजा-अर्चना से ज्ञान, कला और संगीत का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ ही यह पर्व नई फसल और प्रकृति के बदलाव का उत्सव भी है। इस मौसम में सरसों के पीले फूल, आम के पेड़ों पर नई बौर, और गुलाबी ठंड पूरे वातावरण को आनंदमय बना देती है। यह समय न केवल मनुष्य बल्कि पशु-पक्षियों में भी नई ऊर्जा का संचार करता है।
*महाकुंभ का असर: मुंबई जाने वाली ट्रेनों में भारी भीड़: टिकट होने के बावजूद नहीं ट्रेन में चढ़ पा रहे लोग,यात्री परेशान*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही । प्रयागराज में चले रहे महाकुंभ मेले के कारण मुंबई समेत अन्य दूरस्थ शहरों की यात्रा करने वाले यात्रियों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गोरखपुर - दादर एक्सप्रेस और कामायनी एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रैनों में यात्रियों को आरक्षित टिकट होने के बावजूद सीट नहीं मिल पा रही है। स्थिति यह है कि भारी भीड़ के कारण क‌ई यात्री तो ट्रेन में चढ़ने में भी असमर्थ हैं, जिसके चलते उन्हें मजबूरन अपना टिकट रद्द करवाना पड़ रहा है। रेलवे विभाग ने यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त ट्रेनें चलाई है, लेकिन फिर भी स्थिति नियंत्रण में नहीं आ पा रही है। यात्रियों का कहना है कि मुंबई जैसे दूरस्थ स्थानों के लिए न केवल न‌ई बुकिंग में दिक्कत आ रही है, बल्कि पहले से आरक्षित टिकट वाले यात्री भी यात्रा नहीं कर पा रहे हैं। यात्रियों ने रेलवे प्रशासन से इस समस्या का तत्काल समाधान निकालने की मांग की है, ताकि आम यात्रियों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
*भारत मंडपम में होगा कार्पेट एक्सपो, बुकिंग शुरू* *देशभर के निर्यातकों के लिए आने से बेहतर बाजार की उम्मीद*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) ने 48वें इंडिया कारपेट एक्सपो की तिथियां घोषित कर दी है। चार दिवसीय एक्सपो मार्च में ना होकर 14 से 17 अप्रैल तक नई दिल्ली के भारत मंडपम में होगा। तारीखों की घोषणा के साथ ही परिषद ने देश भर के कालीन निर्यातकों के लिए बुकिंग भी खोल दी है। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष केंद्र सरकार के भारत टेक्स के चलते इंडिया कारपेट एक्सपो को भारतटेक्स में समाहित कर लिया गया था लेकिन इस बार ऐसा नहीं किया जाएगा।भारत टेक्स प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अवधारणा है। इसके चलते केंद्रीय वाणिज्य और वस्त्र मंत्रालय ने साफ तौर पर कह दिया है कि भारत टेक्स-2025 के डेढ़ महीने पहले और डेढ़ महीने बाद तक कोई आयोजन नहीं होगा। इसी को देखते हुए प्रत्येक वर्ष मार्च में होने वाले एक्सपो को इस बार सीईपीसी ने अप्रैल में करने की घोषणा की है। सीईपीसी साल मे दो बार, पहला मार्च में नई दिल्ली में और दूसरा अक्तूबर माह में भदोही में आयोजन करती आई है। सीईपीसी चेयरमैन कुलदीप राज वाटल ने कहा कि कारपेट एक्सपो विशुद्ध रूप से कालीन और कालीन से जुड़े उत्पादों को प्रमोट करता है। इसलिए कारपेट एक्सपो के प्रति न केवल भारतीय निर्यातकों बल्कि विदेशी खरीदारों का भी ज्यादा झुकाव रहता है। कहा कि बुकिंग शुरू हो चुकी है। सभी कालीन निर्यातकों को अलग से इसकी सूचना और स्टाल की कीमतें आदि सब साझा कर दी गई है। लोग यथा संभव अपने स्टॉल की बुकिंग कर सकते हैं।
*लोक अदालत आठ मार्च को*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से आठ मार्च की सुबह 10 बजे कोर्ट परिसर में लोक अदालत लगेगी। इसमें बैंक वसुली, दुर्घटना प्रतिकर वाद, पारिवारिक वाद समेत अन्य विभागों के मामलों का निस्तारण होगी।
*सपा ने चलाया पीडीए जागरुकता अभियान: भदोही की तीनों विधानसभाओं में लगाई चौपाल, संविधान और आरक्षण पर हुई चर्चा*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के निर्देशानुसार चल रहे पीडीए चर्चा कार्यक्रम आज दुसरे दिन भी तीनों विधानसभा में भदोही अध्यक्ष सन्तोष यादव के द्वारा समलकोट, चौरी सेक्टर, मे विधानसभा औराई अध्यक्ष केशनारायण यादव के द्वारा लाललनगर,पुरेदिवान, मे तथा विधानसभा ज्ञानपर अध्यक्ष लालचन्द बिंद के द्वारा टकटॅया,चकटोडर,खानापुर, में कार्यक्रम किया गया जिलाध्यक्ष प्रदीप यादव संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है समाज में नफरत फैल रही है अल्पसंख्यकों का हर स्तर पर उत्पीड़न हो रहा है किसान नौजवान महिलाएं व्यापारी अधिवक्ता शिक्षक सभी त्रस्त हैं शोषित पीड़ित वंचित समाज के सभी लोगों को समाज में सम्मान और राजनीति में भागीदारी देने के लिए समाजवादी पार्टी संकल्पित है बाबा साहब लोहिया जी और नेताजी के संघर्षों के रास्ते पर चलते हुए समाजवादी पार्टी समाजवाद लोकतंत्र पंथ निरपेक्षता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता रखती है समाजवादी सरकार की अपनी उपलब्धियां हैं समाजवादी पार्टी और पड़ा मिलकर जन विरोधी शोषणकारी सांप्रदायिकता को सत्ता से हटाने में आपका सहयोग और समर्थन का भरोसा चाहती है जिलामहासचिव ह्रदय नारायण प्रजापति,राजेन्द दुबे,पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्यामला सरोज,औराई पूर्व प्रत्याशी अजनी‌ कल्लन यादव, सरोज,राकेश प्रधान आदि।
*25 करोड़ से ज्ञानपुर - भदोही सड़क होगी चौड़ी*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले का मुख्य मार्ग ज्ञानपुर-भदोही सड़क सात की बजाए 10 मीटर तक चौड़ी की जाएगी। 15 किमी मार्ग के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण पर 25 करोड़ रुपये खर्च होंगे। लोक निर्माण विभाग ने इसका प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया है। स्वीकृति मिलने पर काम शुरू किया जाएगा। सड़क चौड़ी होने से यातायात व्यवस्था बेहतर होगी। जाम की समस्या से निजात मिलेगी। जिले की 546 ग्राम पंचायतों और सात नगर निकायों में करीब 2500 किमी सड़कों का जाल फैला है। लोक निर्माण विभाग, पीएमजीएसवाई, जिला पंचायत के साथ नगर पंचायत, मंडी समिति मार्गों की निगरानी करती है। इसमें सभी निर्माण कार्य का नोडल लोक निर्माण विभाग होता है। हर साल सड़कों के नवीनीकरण, मरम्मतीकरण, गड्ढामुक्त अभियान में करोड़ों रुपये खर्च होते हैं। इस दौरान जरूरत के हिसाब से कुछ सड़कें चौड़ी की जाती हैं। वाहनों की बढ़ती संख्या एवं यातायात के बोझ के कारण कई सड़कों पर अक्सर जाम लगता है। इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ज्ञानपुर-भदोही मार्ग के चौड़ीकरण के लिए लोक निर्माण विभाग ने शासन को प्रस्ताव भेजा है। अभी तक यह सड़क सात मीटर है, सड़क के चौड़ी हो जाने से यह 10 मीटर की हो जाएगी। इससे दोनों तरफ से भारी वाहन एक साथ निकल सकेंगे। सड़क चौड़ी होने से गोपीगंज, प्रयागराज से ज्ञानपुर होकर भदोही, वाराणसी जाने वाले लोगों को सहूलियत मिलेगी। डबल लेन मार्ग पर जगह अधिक होने से जाम नहीं लगेगा।
*भदोही में नौ झोलाछाप डॉक्टरों पर मुकदमा दर्ज सीएमओ की कार्रवाई से मचा हड़कंप, जांच के लिए टीमें गठित*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।‌बिना पंजीयन के क्लीनिक चला रहे नौ झोलाछाप चिकित्सकों पर विभाग की ओर से केस दर्ज कराया गया है। साथ ही जांच के लिए टीमों को गठन कर रिपोर्ट मांगी है। न‌ए पंजीयन के लिए दो चिकित्सकों ने आवेदन किया है। विभागीय अधिकारियों की सक्रियता से हड़कंप मचा हुआ है। सीएमओ डॉ संतोष कुमार चक ने बताया कि दो माह में कुल 176 झोलाछाप डॉक्टरों को नोटिस जारी किया जा चुका है।‌ 69 नोटिस रिसिव न होने से वापस आ चुके हैं, जिसकी विभागीय स्तर से जांच कराई जा रही है। नौ फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। दो यूनानी में पंजीकृत हैं। नौ फर्जी चिकित्सक निर्धारित समय सीमा के अंदर अस्पताल बंद करने को शपथ पत्र दे चुके हैं। एक फार्मेसी का शपथ पत्र आ गया है। एक अस्पताल पर पूर्व से ही केस दर्ज है। जबकि न‌ए पंजीयन के लिए दो प्रार्थना पत्र मिला है। बताया कि बिना पंजीयन अस्पताल का संचालन कराते जो भी चिकित्सक पकड़े जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होना तय है। तीनों तहसील स्तर पर नोडल अधिकारियों का गठन किया गया है। नोडल अधिकारी टीम संग मामला संज्ञान में आते ही जांच कर रिपोर्ट प्रेषित कर रहे हैं। फर्जी क्लीनिक संचालन करते जो भी पकड़े जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी तय है। कुछ अस्पताल संचालकों पर इलाज के नाम पर ज्यादा पैसा लेने संग उत्पीड़न करने की शिकायत मिली है। इन मामलों को भी संज्ञान में लेते हुए विभागीय स्तर से जांच कराई जा रही है। मरीजों का उत्पीड़न करने वाले संचालकों को किसी कीमत पर बख्सा नहीं जाएगा।‌ प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों का उचित इलाज होना चाहिए। फर्जी क्लीनिक चलाने वालों खिलाफ सख्त कार्रवाई होना तय है। सीएमओ ने बताया कि जिले में बिना पंजीयन किसी अस्पताल का संचालन नहीं होगा। निरीक्षक में मिलने पर सीधे एफआईआर कराई जाएगी।
*मौनी अमावस्या के दिन बन रहे कई दुर्लभ योग*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान यानी मौनी अमावस्या का स्नान 29 जनवरी को है। इस बार मौनी अमावस्या पर त्रिग्रही योग के साथ चार योग बन रहा है और श्रवण नक्षत्र रहेगा। मकर राशि में सूर्य, चंद्रमा और बुध के एक साथ होने से त्रिग्रही योग बनेगा। ज्योतिष में इस योग को बहुत ही शुभ माना जाता है। शिववास, सिद्धि, वृषभ गुरु व वज्र योग बन रहा है। मौनी अमावस्या पर मान्यतानुसार पवित्र संगम में देवताओं का निवास होता है। इसलिए इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है। इस मास को भी कार्तिक के समान पुण्य मास कहा गया है। गंगा तट पर इसी कारण भक्तजन एक मास तक कुटी बनाकर गंगा स्नान व ध्यान करते हैं। इस मास में संगम स्नान अन्य युगों से अन्नंत पुण्यदायी होगा। इस तिथि को पवित्र नदियों में स्नान के पश्चात् अपने सामर्थ्य के अनुसार अन्न, वस्त्र, धन, गौ, भूमि, तथा स्वर्ण अपनी इच्छानुसार दान करना चाहिए। मौनी अमावस्या को तिल का दान भी उत्तम माना जाता है। चूंकि इस व्रत में व्रत करने वाले को पूरे दिन मौन व्रत का पालन करना होता इसलिए यह योग पर आधारित व्रत कहलाता है।मौनी अमावस्या पर मौन रखकर स्नान-दान करना चाहिए। हिंदू धर्म में मौनी अमावस्या का अत्यधिक महत्व है। इस साल यह तिथि 29 जनवरी को है। इस दिन स्नान और दान का विशेष महत्व माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु की आराधना और पुण्य कार्यों से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। पौराणिक कथा में वर्णन है कि गुणवती नामक महिला के पति की रक्षा के लिए सोमा धोबिन ने अपने संचित पुण्य दान कर दिए, जिससे गुणवती के पति का जीवन बच गया।इस अवसर पर पितरों की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध करने का विशेष महत्व है। गृहस्थ और साधु-संन्यासी इस दिन व्रत और पूजा करते हैं। मौनी अमावस्या की कथा सुनने से व्रत की पूर्णता और पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
*गोड समाज का कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन: SC सर्टिफिकेट नहीं मिलने से नाराजगी, डीएम को ज्ञापन: 2015 में मिला था प्रमाण पत्र*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।गोंड समाज के लोगों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया। समाज के लोगों ने जिला अधिकारी को ज्ञापन भी दिया। दिए गए ज्ञापन में गोंड समाज का अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र निर्गत करने की मांग किया अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिला मंत्री संतोष कुमार गोंड ने कहा कि राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार समाज कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा निर्देश दिया गया था कि गोंड जात का अनुसूचित जात का प्रमाण पत्र निर्गत किया जाए। 2015 में गोंड जात को अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र का निर्गत भी किया गया। किंतु अब किसी भी तहसील में गोंड समाज को लोगों को अनुसूचित जात का प्रमाण पत्र नहीं दिया जा रहा है। शासन को रिपोर्ट भेजा गया है कि भदोही जिले में गोंड समाज के लोग नहीं है। ऐसे में हम सभी समाज के लोगों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर गोंड समाज के लोगों को अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र निर्गत कराने की मांग किया। इस अवसर पर बलराम,राम सिंगर, सरिता सत्य प्रकाश, शेषमणि, सीमा ,विशाल सहित अन्य लोग मौजूद रहे।