प्रगति यात्रा के तहत आज मधेपुरा पहुंचे सीएम नीतीश कुमार, जिले को दिए 29956.49 लाख रुपये की 69 विकास योजनाओं की सौगात

डेस्क : प्रगति यात्रा के तहत आज गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मधेपुरा पहुंचे, जहां उन्होंने चौसा प्रखंड की रसलपुर धुरिया पंचायत स्थित गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज, उदाकिशुनगंज परिसर से कुल 29956.49 लाख रुपये की कुल 69 विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इसमें 10317.007 लाख रुपये की 40 योजनाओं का उद्घाटन और 19639.48 लाख रुपये की 29 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।

मुख्यमंत्री ने चौसा प्रखंड स्थित रसलपुर धुरिया पंचायत में विभिन्न विकासात्मक कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने चौसा प्रखंड स्थित आईटीआई, उदाकिशुनगंज के परिसर में लगे विभिन्न विभागीय स्टॉलों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने 5251 स्वयं सहायता समूह को 33 करोड़ 98 लाख रुपये का सांकेतिक चेक, 7685 स्वयं सहायता समूह को 82 करोड़ 55 लाख रुपये का सांकेतिक चेक और 1232 जीविका दीदियों के परिवार को 6 करोड़ 55 लाख रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया।

मुख्यमंत्री ने गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रों द्वारा लगाए गए शैक्षणिक कार्यों से संबंधित स्टॉलों को देखा और उनसे बातचीत की। मुख्यमंत्री ने गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर में बनाए गए सेंटर फॉर एक्सीलेंस का फीता काटकर उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने वहां वर्कशॉप का निरीक्षण किया और आधुनिक तकनीक पर आधारित लगायी गयी मशीन एवं उनकी कार्य पद्धति की जानकारी ली।

गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज के बगल के मैदान में मुख्यमंत्री ने 5652.42 लाख रुपये की लागत से बनने वाले बिहार राज्य अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय का शिलापट्ट अनावरण कर शिलान्यास किया। इस दौरान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को डिजाइन के माध्यम से अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय के निर्माण कार्य की जानकारी दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय का निर्माण अच्छे ढंग से कराएं ताकि बगल में खेल मैदान का स्वरूप भी बना रहे और छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ खेल-कूद में किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने रघुनाथ विद्या मंदिर प्लस 2 विद्यालय, क्लासन के परिसर से 9.94 लाख रुपये लागत के खेल मैदान (गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज के बगल में) का रिमोट के माध्यम से शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने खेल मैदान का जायजा लिया और खिलाड़ियों से बातचीत कर उन्हें प्रोत्साहित किया।

50 हजार का इनामी नक्सली उमेश रविदास गिरफ्तार, पुलिस 10 वर्षो से कर रही थी तलाश

डेस्क : बिहार के नवादा पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पिछले 10 साल से फरार चल रहे 50 हजार के इनामी नक्सली उमेश रविदास को कौवाकोल थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी नवादा शहर के अस्पताल रोड से की गई है। इसकी जानकारी नवादा एसपी अभिनव धीमान ने प्रेस वार्ता कर जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि यह फरार नक्सली एरिया कमांडर आज से 10 वर्ष पूर्व कौवाकोल थाना अंतर्गत सेखोदेवरा गांव में करीब डेढ़ सौ से दो सौ नक्सलियों द्वारा आधुनिक हथियार से लैस होकर दो ट्रैक्टर को बीच बाजार में जला दिया गया था एवं स्थानीय लोगों से मोटरसाइकिल छीन लिया गया था। उसने इसका नेतृत्व भी किया था।

इसके अलावा इन नक्सलियों के द्वारा बस्तर में सरकार द्वारा चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान का भी विरोध किया जा रहा था एवं बंद घोषित कर स्थानीय लोगों से मारपीट भी किया करता था। इसका भी नेतृत्व करने वालों में कमांडर उमेश रविदास सबसे आगे रहता था।सबसे बाड़ी बात यह है कि नक्सल एरिया कमांडर चिराग दा एवं सिद्धू कोड का वह सहयोगी भी रह चुका है। इनके साथ रहकर इसने कई नक्सल अभियान का हिस्सा रहा है। हालांकि इन दोनों की पूर्व में ही मौत हो चुकी है। मगर उमेश रविदास कई सालों से फरार चल रहा था। उसकी सक्रियता सर्वाधिक नवादा कौवाकोल जमुई वाले पैसेज में हुआ करता था और इसी इलाके का वह नेतृत्व करता था।

इसके अलावे पंचायत चुनाव में भी ये भय का माहौल पैदा कर चुनाव को अवरुद्ध किया गया था। उसके ये मुख्य अभियुक्त थे। उस कांड पर भी इन्हें रिमांड पर लिया गया है। 2015 में कौवाकोल में घटना होने के बाद पुलिस के द्वारा प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान तेज भी कर दिया गया था। मगर वह पुलिस से गिरफ्त में नहीं आ रहा था।

एसपी ने बताया कि इस दौरान सरकार ने उसके ऊपर 50000 का इनाम भी घोषित किया और उसके मूवमेंट को ट्रेस करने की कोशिश की जा रही थी। वर्तमान में नवादा पुलिस को सूचना मिली थी कि वह बिहार से बाहर बंगाल में जाकर काम कर रहा है। हाल फिलहाल में नवादा पुलिस को सूचना मिली कि वह घर आया हुआ है। इसी सूचना के आलोक में एसडीपीओ पकरीबरावां एवं कौवाकोल थाना अध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस दल का एक गठन किया गया और घेराबंदी कर उमेश रविदास को नवादा सदर अस्पताल के समीप से गिरफ्तार कर लिया गया।

फिलहाल पुलिस उसके अन्य आपराधिक इतिहास को खंगाल कर और जानकारियां इकट्ठा कर रही है।

सासाराम से कांग्रेस सांसद मनोज कुमार पर जानलेवा हमला, एमपी समेत आधा दर्जन लोग घायल

डेस्क : बिहार के कैमूर जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां सासाराम से कांग्रेस सांसद मनोज कुमार राम के ऊपर जानलेवा हमला हुआ है। इस हमले में कांग्रेस सांसद मनोज कुमार राम का सिर फट गया है जबकि उनके गार्ड और ड्राइवर के साथ भी मारपीट की गई है।

मिली जानकारी के अनुसार पूरा मामला जमीनी विवाद से जुड़ा है। जिले के कुदरा थाना क्षेत्र के नाथोपुर स्थित सेंट जॉन इंटरनेशनल स्कूल कांग्रेस सांसद मनोज कुमार राम के भाई का है। इस स्कूल के पास स्थित किसी जमीन को लेकर ग्रामीणों के साथ सांसद के भाई का विवाद चल रहा है। उसी विवाद को सुलझाने के लिए कांग्रेस सांसद सासाराम से कुदरा पहुंचे थे। इसी दौरान ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। इस हमले के बाद कांग्रेस सांसद और उनके सहयोगी जान बचाकर वहां से भागे।

घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर कैमूर एसपी और डीएसपी समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर हालात को काबू में किया। इस हमले में कांग्रेस सांसद मनोज राम, और स्कूल के दो बस चालक बुरी तरह से घायल हो गए हैं। सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।

वहीं सांसद के भाई मृत्युंजय भारती ने बताया कि पैक्स चुनाव का मतगणना का रिजल्ट आने के बाद लोग जुलूस लेकर जा रहे थे। इसी में वह लोग बदमाशी करने लगे। हमारे बस के चालक को पीट दिए। सांसद महोदय जब आए तो किसी तरह समझा कर लोगों को यहां से भेज दिया। फिर बाद में आठ दस लोग लाठी डंडा और भाला लेकर विद्यालय के पास आए और बदमाशी करने लगे। जब सांसद महोदय समझाने के लिए गए तो उन पर हमला कर दिया। जिसमें उनका सर फट गया।

मोहनिया डीएसपी प्रदीप कुमार ने बताया भरीगांवा के लोगों से विद्यालय को लेकर विवाद चल रहा था। इसी बीच में विवाद बढ़ा और उनको द्वारा मारपीट की गई। सांसद सहित आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं। सांसद महोदय का उपचार चल रहा है। वहां पर एसपी सहित भारी संख्या में फोर्स तैनात है।

*खैनी देने से किया मना तो पत्थर से कूचकर कर दी निर्मम हत्या, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

डेस्क : खैनी को लेकर हत्या की घटना सुनकर आपको हैरान होगी। लेकिन एक ऐसी ही घटना बिहार के गया जिले से सामने आई है। जहां महज एक चुटकी खैनी के लिए एक मकान मालिक ने अपने किराएदार की पत्थर से कूचकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी है। पुलिस ने ह्त्या के आरोपी को गिरफ्तार कर मामले की जांच में जुटी है।

घटना जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के भूसंडा बाला मोहल्ले की है। मृतक की पहचान कोतवाली थाना क्षेत्र के ब्राह्मणी घाट निवासी राजू सिंह उर्फ टेनी के रूप में हुई है। वहीं आरोपी मकान मालिक की पहचान डब्ल्यू मिस्त्री उर्फ पगला के रूप में हुई है।

स्थानीय लोगों के अनुसार आरोपी मकान मालिक डब्ल्यू मिस्त्री ने अपने किराएदार राजू सिंह से खैनी मांगी थी लेकिन किराएदार ने खैनी देने से मना कर दिया था। इसी बात से नाराज होकर उसने पत्थर से कूच उसकी हत्या कर दी। आरोपी मकान मालिक डब्ल्यू मिस्त्री ने आंगन में रखे पत्थर से उसके सिर पर जोरदार हमला कर दिया, जिससे घटनास्थल पर ही राजू सिंह की मौत हो गई।

इधर, पुलिस ने घटना के महज आधे घंटे के अंदर भूसंडा के फतेहपुर मार्ग स्थित मझौली गांव से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

इस संबंध में मुफस्सिल थाना अध्यक्ष रघुनाथ प्रसाद ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि शव को पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल अस्पताल भेज दिया गया है। आरोपी पर पहले से मां दुर्गा की प्रतिमा चोरी करने का आरोप है। बताया जा रहा है कि उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं है।

2005 के पहले बिहार में सुशासन केवल एक सपना था, आज नया बिहार बना रही एनडीए सरकार :- अरविन्द सिंह

डेस्क :- भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि 2005 में बिहार की जनता ने राजद के कुशासन,भ्रष्टाचार और अराजकता से तंग आकर एनडीए को चुना। उस समय सुशासन केवल एक सपना था, जिसे एनडीए ने हकीकत में बदलकर दिखाया। आज बिहार विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है।

सड़कें, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि एवं बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों में हर जिले में बदलाव की नई गाथाएँ लिखी जा रही हैं।

श्री अरविन्द ने कहा कि आज रोड कनेक्टिविटी को मिल रही है डबल रफ्तार नया बिहार बना रही एनडीए सरकार। बिहार की दो सड़क परियजनाओं को केंद्र सरकार से 2200 करोड़ की मंजूरी दे दी है। इसमें 13 किमी. लंबा रामनगर से कच्ची दरगाह में 6-लेन ग्रीन कॉरिडोर और 24 किमी.लंबा किशनगंज-बहादुरगंज खंड में 4-लेन का निर्माण है।

आज एनडीए सरकार में विकास की गंगा बह रही है। ग्रामीण बिहार में 371 करोड़ की लागत से 103 पुलों का निर्माण होगा। बिहार के कोने-कोने में विकास के लिए संकल्पित है एनडीए सरकार इसी क्रम में बिहार के 42 शहरों में फुटओवर ब्रिज बनेगा। एवं साबरमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर पटना में बनेगा रिवर फ्रंट,जेपी गंगा पथ और अशोक राजपथ को जोड़ता 6 किमी गंगा चैनल बनेगा जो शहर का एक नया आकर्षण का केन्द्र होगा।

अभी जेल में ही रहेंगे बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह, जानिए जमानत देने की अर्जी पर कोर्ट ने क्या कहा...

डेस्क : मोकामा में हुए गोलीकांड मामले में पटना के बेउर जेल में बंद मोकामा के पूर्व विधायक और बाहुबली नेता अनंत सिंह फिलहाल जेल में रहेंगे। आज पटना के सिविल कोर्ट में उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई हुई। जिसमें कोर्ट ने फिलहाल उन्हें जमानत देने से मना कर दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार, आज मोकामा में हुए गोलीकांड मामले में पटना के सिविल कोर्ट में इस मामले की सुनवाई कर रहे जज ने पुलिस से इस पूरे घटनाक्रम की केस डायरी मांगी। पुलिस के तरफ से आज जज के सामने इस मामले की केस डायरी पेश नहीं की गई। इसके बाद जज ने कहा कि बिना केस डायरी देखे हुए इस मामले में जमानत नहीं दी जा सकती है। ऐसे में मोकामा के पूर्व विधायक और बाहुबली नेता अनंत सिंह की बेल याचिका को कोर्ट ने खारिज कर दिया है। ऐसे में फिलहाल अनंत सिंह को जेल में ही रहना होगा।

आपको बता दें कि बुधवार(22 जनवरी) की शाम हुए मोकामा गोलीबारी में लगभग 10 से 20 राउंड गोलियां चली। बताया जा रहा है कि सोनू मोनू ने अपने मुंशी मुकेश सिंह के घर पर ताला लगा दिया था जिसके बाद मुंशी ने बाहुबली नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह से मदद मांगी। अनंत सिंह ने पहले अपने समर्थकों को मुंशी के घर पर ताला खुलवाने भेजे इसके बाद वो खुद भी वहां पहुंच गए। इस दौरान दोनों पक्षों में गोलीबारी हुई। इस गोलीबारी में अनंत सिंह के एक समर्थक को गोली भी लगी। इसके बाद से ही मोकामा में तनावपूर्ण माहौल था। वहीं शुक्रवार (24 जनवरी ) की सुबह सोनू ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था। जिसके बाद बाहुबली नेता अनंत सिंह ने भी बाढ़ कोर्ट में सरेंडर कर दिया था।

राष्ट्रपिता बापू की पुण्यतिथि पर पटना के गांधी घाट श्रद्धांजलि कार्यक्रम का हुआ आयोजन, सीएम नीतीश समेत कई नेताओं ने समाधिस्थल पर पुष्प चढा किया

डेस्क : आज गुरुवार 30 जनवरी को देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि है। पूरा देश बापू को नमन कर रहा है। इधर इस मौके पर पटना गांधी घाट पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव, मंत्री अशोक चौधरी सहित कई अन्य नेता शामिल हुए और बापू की समाधिस्थल पर पुष्प चढा उन्हें नमन किया।

वहीं महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें स्मरण किया। सोशल मीडिया पर लिखे एक संदेश में कहा कि पूज्य बापू को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि। उनके आदर्श हमें एक विकसित भारत बनाने के लिए प्रेरित करते हैं। मैं हमारे देश के लिए शहीद हुए सभी लोगों को भी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ और उनकी सेवा और बलिदान को याद करता हूँ।

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर राजघाट जाकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और तीनों सेनाओं के प्रमुख तथा चीफ, डिफेंस स्टाफ भी मौजूद रहे।

बीजेपी राज्य सभा सांसद डॉ. भीम सिंह का कांग्रेस पर बड़ा हमला, कहा-जन्मजात हिंदू विरोधी है कांग्रेस

डेस्क : कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा कुंभ को लेकर टिप्पणी की गई थी। खरगे ने कहा था कि कुंभ स्नान करने से गरीबी नहीं मिटती है। उनके इस बयान पर सियासत जारी है। बीजेपी ने खरगे पर हमलावर है।

इसी कड़ी में बिहार प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष व सांसद डॉ. भीम सिंह ने मल्लिकार्जुन पर बड़ा हमला बोलते हुए कांग्रेस पर तीखा कटाक्ष किया है। उन्होने कांग्रेस पर जन्मजात हिन्दू विरोधी होने का आरोप लगाया है।

डॉ. सिंह ने कहा है कि इस वक्तव्य से खरगे ने करोड़ों हिन्दुओं की आस्था पर चोट पहुंचाई है। वे एक अनुभवी नेता हैं इसलिए उनके इस वक्तव्य को स्लिप ऑफ टंग मानकर इग्नोर नहीं किया जा सकता। कांग्रेस के मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति के कारण देश का विभाजन हुआ था और ऐसे वक्तव्य देकर खरगे पुन: विभाजन के बीज बो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े आयोजन पर प्रश्न खड़ा करने वाले खरगे को बताना चाहिए कि क्या उनमें इतना साहस और नैतिक बल है कि वे ऐसा ही प्रश्न मक्का, मदीना और हज यात्रा पर भी खड़ा कर सकें?

कुंभ भगदड़ में बिहार की कई महिलाओं की गई जान, पटना की सिया देवी का लाया जा रहा शव

डेस्क : प्रयागराज में मौनी अमावस्या के मौके पर स्नान के दौरान बुधवार तड़के मची भगदड़ में बिहार की छह महिला श्रद्धालुओं की मौत हो गई। मृतकों में गोपालगंज की तीन और औरंगाबाद, मुजफ्फरपुर व पटना के मनेर की एक-एक महिला हैं।

भगदड़ में मनेर के गौरैयास्थान जीवराखन टोला निवासी राजेन्द्र राय की पत्नी सियादेवी (62) की जान चली गई। वह बहू और गांव की महिलाओं के साथ महाकुम्भ गई थी। वार्ड सदस्य विनोद कुमार ने बताया कि सियादेवी की मौत हुई है। मेरी मां समेत अन्य महिलाएं सुरक्षित हैं। शव को एंबुलेंस से मनेर लाया जा रहा है। गोपालगंज जिले के उचकागांव प्रखंड के बलेसरा की कांति देवी (65), बरौली के माड़नपुर की श्रीकली देवी (72) और भोरे प्रखंड के रामनगर गांव की तारा देवी (60) की मौत की पुष्टि उनके परिजनों ने की है।

मुजफ्फरपुर के मुशहरी थाने के छपरा मेघ के रुपनाथ टोला की शिवा देवी (60) की मौत की सूचना उनके साथ प्रयागराज गये मनोज कुमार ने पुत्र पप्पू को दी। उधर, औरंगाबाद के बंदेया क्षेत्र के सोसुना निवासी स्व सुरेश यादव की पत्नी 65 वर्षीय राजरानी देवी की भी मौत गई है।

पटना में अतिक्रमण हटाने गई प्रशासन की टीम पर हमला, कई अधिकारी और पुलिसकर्मी घायल

डेस्क : राजधानी पटना में चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान बीते बुधवार को अधिकारियों और कर्मियों पर हमला कर दिया गया। प्रशासन और नगर निगम की टीम अतिक्रमण हटाने के लिए दीघा सब्जी मंडी पहुंची थी। इस बीच दुकानदारों ने टीम पर हमला बोल दिया।पथराव में मजिस्ट्रेट समेत कई पुलिसवालों को हल्की चोट आई है।

इस मामले में दीघा थाने में आधा दर्जन दुकानदारों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने की एफआईआर दर्ज की गई है। बाद में भारी संख्या में पुलिस बल और जिला नियंत्रण कक्ष से अतिरिक्त मजिस्ट्रेट के पहुंचने के बाद सब्जी मंडी से अतिक्रमण हटाया गया।

दरअसल प्रमंडलीय आयुक्त मयंक वरवड़े के निर्देश पर शहर के अलग-अलग इलाकों में अतिक्रमण हटाओ अभियान चल रहा है। इस दौरान अशोक राजपथ में दीघा सब्जी मंडी के पास अतिक्रमण हटाने के लिए टीम पहुंची थी। अपराह्न एक बजे दुकानदारों को अतिक्रमण हटाने को लेकर माइक से अनाउंस किया गया।फुटपाथ के किनारे ठेला, मुर्गा का स्टॉल, गुमटी को उठाने के लिए जैसे ही जेसीबी आगे बढ़ाई गई, दुकानदारों ने पथराव शुरू कर दिया। मौके पर मौजूद मजिस्ट्रेट ने बल प्रयोग का आदेश दिया, लेकिन दुकानदार नहीं हटे। इसकी सूचना जिला नियंत्रण कक्ष को दी गई। वहां से पुलिसबल और अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को भेजा गया। तब जाकर स्थिति को संभाला गया और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू हुई। आठ ठेला भी जब्त किए गए।

एडीएम नगर व्यवस्था मुकेश कुमार ने बताया कि अतिक्रमण हटाने का अभियान पिछले कई दिनों से चल रहा है। बुधवार को इसी आलोक में वहां कार्रवाई की गई है। हमले की घटना को लेकर दीघा थाने में आधा दर्जन दुकानदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए मजिस्ट्रेट की ओर से आवेदन दिया गया है। उन्होंने बताया कि फुटपाथ पर अतिक्रमण के कारण अशोक राजपथ में वाहनों के आवाजाही में परेशानी हो रही है।

जिला प्रशासन और नगर निगम की ओर से चलाए गए अतिक्रमण अभियान में बुधवार को करीब सौ दुकानदारों पर 58 हजार 500 रुपये का जुर्माना वसूल किया गया। इस दौरान एक दर्जन ठेला भी जब्त किया गया। नूतन राजधानी अंचल के जीपीओ से स्टेशन गोलम्बर, चिरैयाटाड़ पुल, बद्धा पार्क, स्कॉन मंदिर से करते हुए जीपीओ गोलम्बर तक अस्थायी अतिक्रमण हटाया गया।