*गोड समाज का कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन: SC सर्टिफिकेट नहीं मिलने से नाराजगी, डीएम को ज्ञापन: 2015 में मिला था प्रमाण पत्र*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।गोंड समाज के लोगों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया। समाज के लोगों ने जिला अधिकारी को ज्ञापन भी दिया। दिए गए ज्ञापन में गोंड समाज का अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र निर्गत करने की मांग किया अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिला मंत्री संतोष कुमार गोंड ने कहा कि राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार समाज कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा निर्देश दिया गया था कि गोंड जात का अनुसूचित जात का प्रमाण पत्र निर्गत किया जाए। 2015 में गोंड जात को अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र का निर्गत भी किया गया। किंतु अब किसी भी तहसील में गोंड समाज को लोगों को अनुसूचित जात का प्रमाण पत्र नहीं दिया जा रहा है। शासन को रिपोर्ट भेजा गया है कि भदोही जिले में गोंड समाज के लोग नहीं है। ऐसे में हम सभी समाज के लोगों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर गोंड समाज के लोगों को अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र निर्गत कराने की मांग किया। इस अवसर पर बलराम,राम सिंगर, सरिता सत्य प्रकाश, शेषमणि, सीमा ,विशाल सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
*रास आ रही सब्जियों की खेती, तीन साल में बढ़े 2235 किसान*



रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही ।जिले में बीते तीन वर्षों में 2235 किसानों ने परंपरागत खेती छोड़कर तकनीक आधारित खेती की तरफ कदम बढ़ाया है। उद्यान विभाग में कुल 6136 किसानों का पंजीयन है। ये किसान ड्रैगन फ्रूट, मिर्च, टमाटर, शिमला मिर्च,पत्ता गोभी, फूलगोभी जैसे सब्जियों की खेती कर न सिर्फ मोटा मुनाफा कमा रहे हैं, बल्कि न‌ए- न‌ए तरीकों से खेती युवाओं को खेती की मोड़ रहे हैं। जिले में लघु और सीमांत किसानों की संख्या करीब सवा दो लाख के आसपास है। कुछ साल पहले तक जिले में केवल परंपरागत खेती को ही मुनाफे का सौदा माना जाता था। तमाम किसान सब्जियों की खेती करने से हिचकते थे, लेकिन शासन व प्रशासन स्तर से हुए प्रयासों का नतीजा रहा कि आधारित खेती को लेकर किसानों के मन में बैठा भय धीरे-धीरे समाप्त होता जा रहा है। उद्यान विभाग में बढ़ रही किसानों की पंजीयन संख्या इसकी गवाही दे रही है। तीन साल पहले उद्यान विभाग के अनुसार केवल 3901 किसान तकनीकी आधारित खेती को अपनाए थे, लेकिन बीते तीन सालों में 2235 किसानों ने पंजीयन कराया है। जिससे अब संख्या बढ़कर 6135 हो गई है। आंकड़ों को देखें तो जिले में हर साल 750 किसान सब्जियों की खेती की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। किसान आधुनिक एवं तकनीकी खेती को इसलिए भी तवज्जो दे रहे हैं। क्योंकि इसमें कम समय में मोटा मुनाफा होता है। कुछ किसान अपने उत्पाद को विदेश निर्यात करके बेहतर अन्य प्राप्त कर रहे हैं। सरकार की ओर से विभिन्न योजनाएं संचालित है। जिसका लाभ किसानों को मिल रहा है। यह बड़ी उपलब्धि है तीन तीन साल में 2235 लघु सीमांत किसानों की संख्या बढ़ी है। आगे भी किसानों को तकनीक आधारित खेती की ओर से जोड़ने का प्रयास होगा। ममता सिंह यादव जिला उद्योग अधिकारी भदोही
*सीतामढ़ी में बढ़ी श्रद्धालुओं की भीड़, लुभा रही मां जानकी की दिव्य प्रतिमाएं*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव भदोही।
माघ महीने आने वाली अमावस्या को मौनी अमावस्या का पर्व मनाया जाता है। यह दिन श्रीविष्णु, महादेव, सूर्य देव और पितरों को समर्पित है। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन पवित्र संगम में देवताओं का निवास माना जाता है। प्रयागराज महाकुंभ में तीसरा शाही स्नान भी इसी दिन होगा। पौराणिक कथा के अनुसार, जब सागर मंथन से भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए, उस समय देवताओं और असुरों में अमृत कलश के लिए खींच - तान शुरू हो गई। खींच - तान के बीच अमृत की कुछ बूंदें हलककर प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन में जा गिरी। यही कारण है कि यहां की नदियों में स्नान करने से अमृत स्नान का पुण्य मिलता है। इस दिन भक्त मौन व्रत रखते हैं और पूजा - पाठ करते हैं। जरुरतमंदों को दान करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। प्रयागराज के महाकुंभ के तीर्थ यात्री अब जिले के धार्मिक एवं पर्यटन स्थल सीतामढ़ी में भी आने लगे हैं। इससे यहां भीड़ बढ़ गई है। हालांकि बाहर से आने वाले तीर्थ यात्रियों एवं सैलानियों को जनोपयोगी सुविधाओं की कमी खलती है। गंगा म‌इया के तट पर लोगों की भीड़ देखी जा रही है। महाकुंभ से आने वाले तीर्थ यात्रियों को धार्मिक स्थली की हृदय स्थली श्री सीता समाहित स्थल मंदिर, विश्व प्रसिद्ध 108 फिट ऊंची भगवान हनुमान जी की मूर्ति, दुनियाभर में इकलौता दो मंजिला मां सीता मंदिर और मंदिर में अलग अलग मुद्राओं में स्थापित माता रानी की अप्रिय दिव्य मूर्तियां सम्मोहित करती है। इसी तरह गंगा का पावन तट, महर्षि वाल्मीकि आश्रम स्थित प्राचीन मंदिर, श्री सीता धाम मौनी बाबा आश्रम, उड़िया बाबा आश्रम में आस्थावानों की भीड़ पहुंच रही है। महाकुंभ के तीर्थ यात्रियों का जत्था सीतामढ़ी आने से दुकानदारों का व्यवसाय भी बढ़ने लगी है। मंदिर पुजारी ने बताया कि तीर्थ यात्रियों की अपेक्षित संख्या अभी नहीं आ रही है। कहा ट्रस्ट की ओर से तीर्थ यात्रियों की सुविधाओं के लिए सारी व्यवस्थाएं की गई है।
*शहीद स्मारकों में जलेंगे दीप, शहीदों के परिजन होंगे सम्मानित*



रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। देश का 76वां गणतंत्र दिवस जिले में धूमधाम से मनाया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई है। अपर जिलाधिकारी न्यायिक शिवनारायण सिंह ने बताया कि गणतंत्र दिवस की पूर्व संख्या पर विभूति नारायण राजकीय इंटर कालेज ज्ञानपुर सहित समस्त शहीद स्मारकों पर शहीदों की स्मृति में दीप प्रज्ज्वलित एवं पुष्प अर्पित किया जाएगा। साथ ही शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया जाएगा।26 जनवरी को कार्यक्रमों की शुरुआत सुबह 7 बजे क्रास कंट्री प्रतियोगिता से होगी। जो जिला स्टेडियम से देवनाथपुर व वापस देवनाथपुर से स्टेडियम मूंसीलाटपुर पहुंच कर संपन्न होगी। वहीं एनसीसी कैडेटस और स्काउट द्वारा लखनों तिराहे से कलेक्ट्रेट मुख्यालय तक प्रभात फेरी निकाली जाएगी। सुबह 8:30 बजे समस्त सरकारी, अर्द्धसरकारी कार्यालयों, लिमिटेड कार्यालयों एवं भवनों पर ध्वजारोहण हाेगा। साथ ही संविधान में उल्लिखित संकल्प का स्मरण एवं राष्ट्रगान होगा। सुबह 8.50 बजे जिलाधिकारी द्वारा दी सेंट्रल बार एसोसिएशन कलेक्ट्रेट मुख्यालय केशवपुर सरपतहां में ध्वजारोहण किया जाएगा। सुबह 9 बजे श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क व नेहरू बाल उद्यान में जिलाधिकारी द्वारा ध्वजारोहण व पौधारोपण किया जाएगा। सुबह 9.30 बजे पुलिस लाइन में परेड एवं ध्वजारोहण होगा। सुबह 11.30 बजे जिला चिकित्सालय महाराजा चेतसिंह में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व द्वारा मरीजों को फल वितरित किया जाएगा। सुबह 11.45 बजे जिला कारागार ज्ञानपुर में जिलाधिकारी कैदियों को मिष्ठान एवं फल वितरित करेंगे। साथ ही कैदियों द्वारा बुनाई की गयी कालीनों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
*भदोही में शिक्षिका से दुष्कर्म के दोषी को 10 साल की सजा* *कोर्ट ने दोषी पर 10 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया है*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। फास्ट ट्रैक प्रथम सुबोध सिंह की अदालत ने शादी का वादा कर टीचर से दुष्कर्म के दोषी को 10 साल की सजा सुनाई। कोर्ट ने दोषी पर 10 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया है। अदालत ने 2019 के मामले में फैसला सुनाया है। गोपीगंज नगर की एक युवती ने 16 दिसंबर 2019 को तत्कालीन एसपी को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि वह एक प्राइवेट विद्यालय में टीचर है। उसी स्कूल में गोपीगंज कोतवाली के किशुनदेवपुर का निवासी तेज बहादुर मौर्य भी शिक्षक है। आरोप लगाया कि तेजबहादुर ने उसे प्रेमजाल में फंसाया और शादी का झांसा देकर उसका शारीरिक शोषण करता रहा। शादी की बात करने पर वह टालता रहा। इस बीच पीड़िता को पता चला कि तेज बहादुर की दूसरी जगह शादी तय हो गई है। इसके बाद पीड़िता ने उससे शादी की बात की गई तो वह पीड़िता के खाते में 20 हजार रुपये भेजकर चुप रहने को कहा। युवती ने आरोप लगाया कि प्रयागराज रहने के दौरान भी युवक उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने मामले की जांच के बाद आरोपी के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किया। कोर्ट में दोनों पक्षों की बहस और गवाहों के बयान के आधार पर न्यायाधीश सुबोध सिंह ने तेज बहादुर मौर्य को दोषी पाया।
*बैंकों में लगे सीसीटीवी कैमरों व अलार्म की भी परखी जा रही व्यवस्था*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। शुक्रवार को जनपद में स्थित बैंकों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों बाजारों व भीड़भाड़ वाले स्थानों की चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था हेतु अभिमन्यु मांगलिक, पुलिस अधीक्षक भदोही के निर्देशन में समस्त क्षेत्राधिकारीगण व थाना/चौकी प्रभारियों द्वारा बैंकों व उसके आसपास सघन चेकिंग हेतु विशेष अभियान चलाया गया। अभियान के क्रम में समस्त क्षेत्राधिकारीगण द्वारा अपने सर्किल के थाना क्षेत्र व थाना व चौकी प्रभारियों सहित चेकिंग हेतु गठित पुलिस टीमों द्वारा थाना क्षेत्र अंतर्गत सभी बैंक/पोस्ट ऑफिस/ग्राहक सेवा केंद्र व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों/सर्राफा बाजार व उसके आसपास संदिग्ध व्यक्ति, वस्तु व वाहनों की सघन चेकिंग की गई। चेकिंग के दौरान बैंकों में लगे अलार्म एवं सीसीटीवी कैमरों को चेक किया गया कि सुचारु रूप से कार्य कर रहे हैं या नही। शाखा प्रबंधक से इस सम्बन्ध में वार्ता की गयी। थाना क्षेत्र अंतर्गत प्रमुख प्वाइंटों पर संदिग्धों को चिन्हित करते हुए बैरियर लगाकर संदिग्ध बाइक सवारों व वाहनों को चेकिंग किया जा रहा है। दौरान चेकिंग वैध कागजात प्रस्तुत न करने पर सम्बन्धित के विरुद्ध चालान की कार्यवाही की गई। बिना नंबर और गलत नंबर प्लेट वाले वाहनों पर सतर्क दृष्टि रखी जा रही है। बैंक डयूटी में लगे पुलिसकर्मियों को चेक कर सतर्कतापूर्वक डयूटी करने हेतु निर्देश दिये गये। बैंक परिसर में संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की गयी एवं अनावश्यक रूप से बैठे व्यक्तियों को बैंक परिसर से बाहर किया गया।
*भदोही में 36 करोड़ से बनेंगे 4 विद्युत उपकेंद्र,लो वोल्टेज, बिजली कटौती से मिलेगी राहत*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले की बिजली व्यवस्था में सुधार के लिए तेजी से प्रयास किया जा रहा है। इसके तहत 36 करोड़ की लागत से चार स्थानों पर नए विद्युत उपकेंद्र बनाए जाएंगे। डीघ के इटहरा में जमीन मिल चुकी है, जबकि तीन स्थानों पर अभी जमीन की तलाश की जा रही है। उपकेंद्र बनने से दो से ढाई लाख से ज्यादा की आबादी को लाभ होगा। उपकेंद्र के बन जाने से जहां लो वोल्टेज की समस्या दूर होगी वहीं अघोषित कटौती से भी लोगों को राहत मिलेगी।जिले में सात नगर निकाय और 546 ग्राम पंचायतें हैं। दो विद्युत वितरण खंड हैं। प्रथम वितरण खंड फत्तूपुर-भदोही में 13 और द्वितीय वितरण खंड ज्ञानपुर-गोपीगंज में 16 उपकेंद्र हैं। इन केंद्रों पर सवा दो लाख बिजली के उपभोक्ताओं का भार है। चार उपकेंद्र बनने के बाद उपकेंद्रों की संख्या बढ़ कर 33 हो जाएंगी। नए उपकेंद्रों से आठ फीडरों का संचालन होगा। एक-एक उपकेंद्र के निर्माण पर करीब नौ-नौ करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। औराई के डेरवां भवानीपुर, भदोही के इंदिरा मिल और ज्ञानपुर के जोगनिका में जमीन की तलाश बिजली निगम कर रहा है जबकि डीघ ब्लॉक के इटहरा में उपकेंद्र के लिए जमीन मिल चुकी है। इससे यहां उपकेंद्र स्थापित होने का रास्ता साफ हो गया है। बताते चलें कि जिले की सीमा पर स्थित डेरवां-भवानीपुर और इटहरा क्षेत्र में दशकों पहले स्थापित उपकेंद्रों की हालत जर्जर होने से आए दिन कटौती एवं लो वोल्टेज की समस्या रहती है। इससे उपभोक्ताओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। नए उपकेंद्र बनने से यह समस्या दूर हो जाएगी। बिजली निगम पर एक नजर कुल उपकेंद्र- 29 कुल फीडरों - 95 उपभोक्ता- 2.26 लाख ग्रामीण अंचलों में रोस्टर से नहीं मिलती बिजली री-वैंप योजना के तहत पिछले चार-पांच साल जर्जर तार एवं खंभों को बदला जा रहा है। बेहतर बिजली आपूर्ति का दावा निगम की तरफ से किया जाता है, लेकिन ग्रामीण अंचलों में रोस्टर से बिजली की आपूर्ति नहीं हो पाती। अघोषित कटौती से लोगों को परेशान होना पड़ता है। ग्रामीण क्षेत्रों में 18 से 20 घंटे का रोस्टर है, लेकिन मात्र 12 से 15 घंटे ही बिजली मिल पाती है। जिले में चार स्थानों पर नए उपकेंद्र बनने हैं। तीन स्थानों पर जमीन नहीं मिल सकी है।

इटहरा में जमीन मिली है। इसके स्थापना के लिए लिखा-पढ़ी की गई है। जमीन मिलने पर शेष अन्य उपकेंद्रो का भी निर्माण किया जाएगा। -राधेश्याम, अधीक्षण अभियंता, बिजली निगम
*निर्यात भवन में 43.27 लाख से लगेंगे अग्नि शमन के उपकरण*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। भदोही नगर के स्टेशन रोड पर भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) द्वारा निर्मित शॉपिंग कॉम्प्लेक्स निर्यात भवन फायर फाइटिंग उपकरणों से लैस होगा। इसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस पर लगभग 43.27 लाख रुपये का खर्च आएगा। बीडा निर्यात भवन के निर्माण के लगभग 36 वर्ष तक काम चलाऊ फायर फाइटिंग व्यवस्था से काम चलाया जा रहा था लेकिन आवंटियों, दुकानदारों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तथा उनकी लगातार मांग पर अब जाकर यहां फायर फाइटिंग उपकरणों की व्यवस्था कराए जाने कवायद शुरु की गई है। वर्ष 1987-88 में निर्मित निर्यात भवन का निर्माण सवा एकड़ में किया गया था। इस तीन मंजिला इमारत में लगभग 150 दुकानें और हाॅल लोगों को आवंटित की गई हैं। जिसमे एक्सपोर्ट-इंपोर्ट कार्यालयों, शिपिंग एजेंट्स के अलावा कुरियर व्यवसायी तथा सीए व अन्य कार्यालय हैं। भदोही जिले भर में बार बार होने वाले अग्निकांड के दृष्टिगत बार-बार यहां अग्निसुरक्षा उपकरणों के अभाव को लेकर यहां के दुकानदार कभी बीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी से तो कभी जिलाधिकारी से मिलते रहे हैं। कई बार अग्निशमन विभाग ने भी यहां फायर फाइटिंग उपकरणों के अभाव को लेकर जिला प्रशासन को अपनी रिपोर्ट सौंप चुका था। डीएम विशाल सिंह/ बीडा के प्रभारी मुख्य कार्यपालक अधिकारी की पहल का नतीजा है कि यहां अग्निशमन उपकरण स्थापित करने की योजना को मूर्त रूप दिया जा सका है। इसमें 43.27 लाख रुपये खर्च होंगे। टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। फरवरी माह में टेंडर का आवंटन हो जाएगा जिसके बाद फायर फाइटिंग उपकरण लगाने का काम शुरू हो जाएगा। अनीता देवी, उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी, बीडा
*महाकुंभ में दिखेगा कालीन नगरी की महिलाओं का हुनर* *आठ समूहों की महिलाएं माउथ फ्रेशनर, कालीन उत्पाद और रुद्राक्ष बेचेंगी*



रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में कालीन नगरी की आठ स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का हुनर दिखेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल फाॅर वोकल की मुहिम के तहत समूह की महिलाएं स्टॉल लगाकर अपने उत्पाद को बेचेंगी। 13 जनवरी से 26 फरवरी तक करीब 45 दिनों तक चलने वाले महाकुंभ में समूह की महिलाएं अलग-अलग तिथियों पर स्टॉल लगाएंगी। वह माउथ फ्रेशनर, कालीन के उत्पाद, आयुर्वेदिक दवाओं से लेकर अचार-मुरब्बा तक बेचेंगी।आत्मनिर्भर भारत अभियान को सफल बनाने में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं बढ़-चढ़कर आगे आती हैं। छोटे से लेकर बड़े मेले में वह शामिल होती हैं। महाकुंभ में अपनी अलग छाप छोड़ने की तैयारी में लगी महिलाओं की आठ समूह आगे आई हैं। महिलाएं विश्व के सबसे बड़े मेले में अपने उत्पाद बेचने जाएंगी। मुख्य विकास अधिकारी डॉ. शिवाकांत द्विवेदी की देखरेख में स्वयं रोजगार उपायुक्त राजाराम ने स्वयं सहायता समूह की आठ महिलाओं का चयन महाकुंभ मेले में स्टॉल लगाने के लिए किया है। दो-दो के ग्रुप में ये महिलाएं महाकुंभ मेला में स्टॉल लगाकर इस योजना के बारे में भी जानकारी देंगी। आर्या स्वयं सहायता समूह की नगीना मौर्य , स्वदेशी स्वयं सहायता समूह की कंचन देवी 13 से 22 जनवरी तक कारपेट, मोटा अनाज, आयुर्वेदिक दवाएं, निर्मल स्वयं सहायता समूह की निर्मला देवी और मां विंध्यवासिनी सहायता समूह की प्रतिमा पांडेय अगरबत्ती, धूपबत्ती, मोती, रुद्राक्ष माला, माउथ फ्रेशनर, कैंडी का स्टॉल 23 जनवरी से एक फरवरी तक, आवेश स्वयं सहायता समूह की सायना बानो, शिवशंकर स्वयं सहायता समूह की निर्मला देवी दो से 12 फरवरी तक बैग पर्स, हार्पिक, फिनायल, टायलेट क्लीनर बेचेंगी और 12 से 26 फरवरी तक प्रज्ञा स्वयं सहायता समूह की सोभावती देवी, सफल स्वयं सहायता समूह की आंचल देवी अचार-मुरब्बा, टी-शर्ट, लोवर का महाकुंभ में स्टॉल लगाएंगी।
*चार गुना अधिक मुआवजे की मांग पर लटका कारपेट सिटी फेज -2* *मोरवा नदी के किनारे 32 हेक्टेयर में विकसित किया जाना है सिटी*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।किसानों के निर्धारित मुआवजा से अधिक रकम मांगने के कारण वाराणसी सीमा के पास कारपेट सिटी फेज-2 का प्रस्ताव लटक गया है। किसान सर्किल रेट से चार गुना अधिक मुआवजा मांग रहे हैं। जबकि प्रशासन तीन गुना अधिक मुआवजा देने को तैयार है। वह चार गुना पर तैयार नहीं है। मुआवजे का रेट तय करने लिए जिलाधिकारी विशाल सिंह ने हरी झंडी दे दी है। वहीं एडीएम के नेतृत्व में गठित कमेटी किसानों संग वार्ता करेगी। भदोही-चौरी मार्ग स्थित मोरवा नदी के बगल में 32.24 हेक्टेयर क्षेत्र में कारपेट सिटी-2 विकसित करने की योजना है। करीब सात हेक्टेयर जमीन सरकारी है, जबकि 25 हेक्टेयर भूमि किसानों से लेनी है। पहले गठित कमेटी और किसानों संग कई बार बैठक हुई थी लेकिन अभी ठोस निर्णय नहीं हो सका है। बीडा अधिकारियों के अनुसार सर्किल रेट से तीन गुना मुआवजे पर बात तय हुई थी। 243 किसानों को मुआवजा अदा करने के लिए बीडा अधिकारी 75 करोड़ रुपये की व्यवस्था में जुट गए थे। 20 दिसंबर को किसानों के साथ बीडा के अधिकारियों की बैठक हुई थी। जिसमें किसानों ने सर्किल रेट से चार गुना मुआवजा देने की मांग रख कर बीडा अधिकारियों को मुश्किल में डाल दिया था। किसानों की मांग के अनुसार मुआवजा देने की स्थिति में बीडा को सौ करोड़ रुपये की व्यवस्था करनी होगी जो कठिन कार्य है। धन का बंदोबस्त कर भी लिया गया तो जमीन के आवंटन में बीडा को तकनीकी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। चार गुना मुआवजा अदा करने से जमीन की कीमत बढ़ जाएगी। ऐसे में बीडा के लिए जमीन का आवंटन करना मुश्किल हो जाएगा। हालांकि जिलाधिकारी ने शासन के निर्देशानुसार मुआवजे की रकम निर्धारित करने के लिए कमेटी गठित करने का भरोसा दिलाया है।


वर्जन

एडीएम की अध्यक्षता में कमेटी बना ली गई है। जो किसानों से वार्ता भी कर रही है। लेकिन अभी कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका है। मिल बैठ कर विचार विमर्श कर कोई न कोई रास्ता निकल लिया जाएगा। जल्द ही कोई निर्णय हो जाएगा। -अनीता देवी, उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी (बीडा)।

जिले में वाराणसी सीमा के पास कारपेट सिटी फेज-2 के प्रस्ताव पर किसानों की शर्त का ग्रहण लगा हुआ है। कारपेट सिटी फेज-2 को लेकर प्रशासन व किसानों के साथ करीब चार से पांच दौरे की बातचीत के बाद भी नतीजा नहीं निकल सका है। जिले में मोरवा नदी के किनारे बीडा को 32 हेक्टेयर में कारपेट सिटी फेज-2 स्थापित किया जाना है। जिसमें किसानों ने चार गुना मुआवजा समेत अन्य कई शर्ते रखे हैं। अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करें विज्ञापन खबरों को बेहतर बनाने में हमारी मदद करें।