महिला ने संबंध बनाने की परमिशन दी हो तब भी नहीं ले सकते फोटो-वीडियो रिकॉर्ड, हाई कोर्ट का अहम फैसला

दिल्ली हाई कोर्ट ने महिलाओं से संबंध बनाने को लेकर एक अहम फैसला सुनाया है. एक मामले की सुनवाई के दौरान ने हाई कोर्ट ने कहा कि महिला ने अगर संबंध बनाने की इजाजत दी भी है तब भी पुरुष उसका और उस मोमेंट का फोटो-वीडियो नहीं ले सकते. जस्टिस स्वर्ण कांता शर्मा ने कहा भले ही महिला ने संबंध बनाने की इजाजत दी हो लेकिन उसके प्राइवेट मोमेंट का मिसयूज नहीं किया जा सकता है.

कोर्ट ने कहा कि उसकी (महिला) सहमति को किसी भी तरह से उसके अनुचित वीडियो को कैद करने और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करने की सहमति के रूप में नहीं समझा जा सकता है. कोर्ट ने कहा कि शारीरिक संबंध बनाने की सहमति किसी व्यक्ति के निजी क्षणों का दुरुपयोग या शोषण या उन्हें अनुचित और अपमानजनक तरीके से चित्रित करने तक सीमित नहीं है.

दिल्ली हाई कोर्ट ने पिछले साल एक विवाहित महिला द्वारा दर्ज कराए गए बलात्कार के मामले में एक व्यक्ति को जमानत देने से इनकार करते हुए यह टिप्पणी की. महिला ने उस शख्स पर ये आरोप लगाया था कि उसने व्हाट्स कॉल पर उसे अनड्रेस करवाया और उसके वीडियो बनाकर भेजने को कहा. इसके बाद उस वीडियो को दिखाकर ब्लैकमेल करने लगा और उसके साथ संबंध बनाए.

महिला ने आरोप लगाया कि आरोपी ने उसे एक कोर्स में दाखिला लेने के लिए पैसे दिए थे, जिसे उसने नौकरी मिलने के बाद चुकाने का वादा किया था. FIR के मुताबिक, आरोपी ने उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और संबंध बनाने के लिए मजबूर किया. उसने जो-जो कहा सब किया. नग्न वीडियो को सार्वजनिक करने की धमकी देकर आरोपी ने दो दिनों तक उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए.

महिला यानी शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया गया कि आरोपी ने उसके पैतृक गांव के लोगों को वह वीडियो भेजकर उसे बदनाम करना शुरू कर दिया और बाद में उसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट कर दिया.

हाथरस में भतीजे ने किया चाचा के परिवार पर जानलेवा हमला, दो बहनों की मौत!

उत्तर प्रदेश के हाथरस से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां एक भतीजा पहले अपने बीमार चाचा को देखने के बहाने से उनके घर पर गया. फिर रात को वहीं रुक गया. वह अपने एक दोस्त को भी साथ लेकर गया था. फिर रात को ही सोते समय उसने चाचा के पूरे परिवार पर जानलेवा हमला किया, जिसमें उसने अपनी दो छोटी बहनों की हत्या कर दी.

दरअसल ये घटना हाथरस की आशीर्वाद धाम कालोनी की है, जहां भतीजे ने अपने ही चाचा के घर में हत्याकांड को अंजाम दिया. उसने अपने एक साथी के साथ मिलकर अपने ही चाचा छोटे लाल गौतम के परिवार पर धारदार हथियार से जानलेवा हमला किया.इस हमले में चाचा की दो बेटियों की मौत हो गई. मृतक बच्चियों में सृष्टि की उम्र 14 साल और दूसरी 8 साल की विधि थी.

पैरालिसिस के शिकार हैं चाचा

इस जानलेवा हमले के घायल चाचा छोटे लाल और उनकी पत्नी गौरी को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जानकारी के मुताबिक हमलावर भतीजे के चाचा फतेहपुर जिले के रहने वाले हैं. वहीं के गांव मीतई में स्थित जवाहर स्मारक इंटर कॉलेज में शिक्षक हैं. वह पिछले एक साल से पैरालिसिस के शिकार थे. घटना के संबंध में एसपी ने बताया है कि शिक्षक का भतीजा विकास बीती रात 9 बजे उन्हें देखने आया था. उसके साथ एक अन्य युवक भी था. खाना खाकर दोनों वहीं सोए थे

रात में दिया वारदात को अंजाम

रात में करीब डेढ़ से दो बजे के बीच दोनों ने इस वारदात को अंजाम दिया और मौके से फरार हो गए. उन्होंने बताया कि वारदात के संबंध में सुसंगत धाराओं में केस दर्ज कर लिया है. इसके साथ ही पुलिस ने बताया मामले की जांच शुरू कर दी गई है और जरूर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है. पुलिस ये भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिरकार भतीजे ने अपने ही बीमार चाचा के परिवार पर इस तरह का कातिलाना हमला क्यों किया. पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है.

बिहार के भागलपुर में कब्रिस्तान से मुर्दों के सिर गायब, नरमुंड तस्करी का शक!

बिहार के भागलपुर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां कब्रिस्तान में कब्रों में दफन मुर्दों के सिर गायब मिलने से इलाके में सनसनी फैली हुई है. लोगों को शक है कि नरमुंड तस्कर मुर्दों के सिर को काटकर उनकी तस्करी कर रहे हैं. तस्कर कब्रों के उस हिस्से की खुदाई करते हैं जिधर मुर्दों का सिर होता है. ऐसा ही मामला सन्हौला प्रखंड से सामने आया है. यहां एक कब्रिस्तान में कब्र खुदी मिली, जिसमें मुर्दे का सिर गायब था. ग्रामीणों के मुताबिक, ऐसा एक दो बार नहीं बल्कि पांच बार हो चुका है

घटना की जानकारी पुलिस को दी गई है. पुलिस अधीक्षक ने जांच एसडीपीओ को सौंपी है. घटनास्थल का निरिक्षण किया गया है और लोगों से जानकारी जुटाई जा रही है. कब्रों से मुर्दों के सिर गायब होने से लोगों में डर और दहशत का माहौल है. उन्होंने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है. नरमुंड तस्करी का यह अजीबोगरीब मामला भागलपुर जिले के सनहौला प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत फाजिलपुर सकरामा का है.

कब्रों से गायब हो रहे मुर्दों के सिर

गांव में वर्षों पुराना कब्रिस्तान है. यहां मुस्लिम समाज के लोगों के शवों को दफनाया जाता है. पिछले सोमवार को यहां कब्र में दफन एक महिला के शव के सिर को काटकर तस्कर ले गए, यह शव बदरूजम्मा की मां का था. 6 माह पहले बदरू ने अपनी मां को इस कब्र में दफनाया था. पिछले पांच वर्षों के दौरान इस कब्रिस्तान से कब्र को खोदकर मुख्तार की सास, मोहिद की पत्नी, मोहिद आशिक अली की पत्नी के सिर को काटकर तस्कर उसे लेकर फरार हो गए हैं.

तांत्रिक या नरमुंड तस्कर?

कब्रिस्तान में कब्रों को खोदकर उनके सिर गायब होने से लोग हैरान और परेशान हैं. यह लोगों के लिए रहस्य है. हालांकि, कुछ ग्रामीण बताते हैं कि यह तांत्रिकों की करतूत है, उनके द्वारा ही इस तरह की घटना को किया जा रहा है. वहीं इस घटना में किसी मानव तस्कर गिरोह के संलिप्त होने का भी संदेह लोगों को है. लोग बताते हैं कि बेहद ही सावधानी के साथ कब्र की खुदाई की जाती है फिर उसी तरह से बांस के बत्ती से ढक कर उसके ऊपर मिट्टी डाली जाती है, ताकि किसी को पता ना चले.

तोड़ दी जाती है चाहरदिवारी

लोगों ने बताया कि कब्रिस्तान के चारों तरफ की गई चाहरदिवारी को भी बार-बार तोड़ दिया जाता है. इस कब्रिस्तान में तीन से चार गांव के मुस्लिम समाज के लोग शवों को दफनाने के लिए आते हैं.घटना को लेकर भागलपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक हृदयकान्त ने बताया कि इस संबंध में कहलगांव एसडीपीओ को जांच के लिए निर्देशित किया गया है. एसडीपीओ शिवानंद तिवारी ने बताया कि सूचक से आवेदन का मांग किया गया है और आवेदन प्राप्त कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. हालांकि इन सब के बीच यह घटना जिले में चर्चा का विषय बन गई है.

WhatsApp स्टेटस को डायरेक्ट इंस्टाग्राम और फेसबुक पर भी कर सकते हैं शेयर, ये है तरीका

वॉट्सऐप यूजर्स की डेली लाइफ को आसान और फास्ट बनाने पर काम करता रहता है. इसके लिए प्लेटफॉर्म हर दिन नए फीचर्स पर काम करता रहता है. वॉट्सऐप के ने अपडेट में आपको अपने वॉट्सऐप स्टेटस को डायरेक्ट इंस्टाग्राम और फेसबुक पर भी शेयर कर सकते हैं. इसके लिए आपको अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर अलग-अलग स्टोरी शेयर करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. एक बार में ही आपके तीनों प्लेटफॉर्म वॉट्सऐप, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर स्टेटस शेयर हो जाएगा.

कॉन्टेंट-शेयरिंग में ज्यादा कंट्रोल

मेटा के मुताबिक, अकाउंट सेंटर एक सेंट्रल हब की तरह काम करेगा. इसमें यूजर मेटा के फेसबुक और इंस्टाग्राम में वॉट्सऐप इंटीग्रेशन को खुद मैनेज कर सकेगा. इस फीचर से यूजर को कॉन्टेंट-शेयरिंग का ज्यादा कंट्रोल मिलेगा. इसमें आप वॉट्सऐप स्टेटस अपडेट्स के इंस्टाग्राम और फेसबुक पर होने वाली क्रॉस-पोस्टिंग को इनेबल और डिसेबल भी कर पाएंगे.

सिंगल साइन-ऑन फीचर

ऑटोमैटिकली स्टेटस शेयर करने के अलावा आपको वॉट्सऐप अकाउंट सेंटर में सिंगल साइन-ऑन फीचर भी मिलने वाला है. ये फीचर छोटी सी सेटिंग के बाद वॉट्सऐप और दूसरे मेटा ऐप्स में लॉग इन करने की सुविध देता है. यूजर्स के पर्सनल डेटा की सेफ्टी और बेहतर हो जाएगी. मेसेज और कॉल्स का एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन से प्रोटेक्टक्शन भी ऐसे ही काम करता रहेगा.

वॉट्सऐप सेटिंग में ही मिलेगा ऑप्शन

ये एक ऑप्शनल फीचर है. ये बाइ डिफॉल्ट डिसेबल आएगा. आब जब चाहें इसके टॉगल को इनेबल या डिसेबल कर सकते हैं. ये ऑप्शन आपको वॉट्सऐप सेटिंग्स में मिलेगा. फिलहाल ये फीचर कुछ सलेक्टेड वॉट्सऐप बीटा यूजर्स को मिलने लगा है. जल्द ही मेटा इसे सभी यूजर्स के लिए शुरू कर सकता है.

दिल्ली में 60 से अधिक सीटें जीतेगी आप, बहुमत से बनेगी सरकार… संजय सिंह का दावा

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मोदी जी झूठ बोलकर दिल्ली का चुनाव नहीं जीत पाएंगे. दिल्ली का मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ही बनेंगे. आम आदमी पार्टी की फिर से 60 से ऊपर सीटें आएंगी और प्रचंड बहुमत से सरकार बनेगी.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बौखलाहट में हैं. उनके पास दिल्ली के लिए कोई सोच और योजना नहीं है. पीएम मोदी ने कहा था कि वो हर साल दो करोड़ नौकरी, सबको पक्का मकान और 15 लाख रुपए देंगे, लेकिन नहीं दिए.

सांसद संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बच्चों को कोई भविष्य नहीं दे सकते हैं. वह स्कूल और अस्पताल नहीं बना सकते हैं. उनकी पार्टी श्मशान बनाने वाली पार्टी है. प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में कहा था कि वह गोबर से रोजगार दे देंगे.

पीएम मोदी पर संजय सिंह ने कसा तंज

उन्होंने कहा किआज तक उत्तर प्रदेश में गोबर से रोजगार नहीं मिला. उन्होंने कहा था कि हर साल 2-2 करोड़ नौकरी देंगे, लेकिन आजतक नहीं मिली. 22 करोड़ नौकरी मिलना तो दूर वह 4 साल की नौकरी दे रहे हैं. बेटा रिटायर हो जा रहा है और पिता नौकरी कर रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ऐसी योजनाएं लेकर आते हैं. प्रधानमंत्री ने 15 लाख रुपए देने के बारे में तो बात करना ही बंद कर दिया. उन्होंने अब कह दिया कि जुमला है.

बहुमत से बनेगी आप की सरकार, केजरीवाल बनेंगे सीएम

संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त 2022 तक सभी को पक्का मकान देने की बात कही थी लेकिन अभी तक नहीं दिया. उन्होंने कहा था कि वह दिल्ली में सभी को पक्की रजिस्ट्री देंगे, लेकिन अभी तक किसी को नहीं मिली. अगर नरेंद्र मोदी को लग रहा है कि वह ऐसे झूठ बोलकर दिल्ली में चुनाव जीत जाएंगे तो ऐसा नहीं होने वाला है. आम आदमी पार्टी द्वारा की गई घोषणाओं का अच्छा और व्यापक असर है. आम आदमी पार्टी की फिर से 60 से ऊपर सीटें आएंगी और प्रचंड बहुमत से सरकार बनेगी. अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बनेंगे. अब भाजपा का नाम ही बदल गया है. ये लोग बड़का झूठ्ठा पार्टी हैं.

कौन हैं पूर्वी चंपारण के DM सौरभ जोरवाल? जो चुने गए प्रेसिडेंट अवॉर्ड के लिए

चुनाव आयोग की तरफ से प्रत्येक चुनाव वर्ष में मतदाता दिवस के मौके पर 25 जनवरी को अवॉर्ड दिया जाता है. दरअसल, यह अवॉर्ड लोकसभा चुनाव में देश के सभी राज्यों के जिलों में चुनाव के बेहतर प्रबंधन के लिए दिया जाता है. साल 2024-25 में सामान्य श्रेणी में देश के नौ राज्यों में 11 लोगों को यह अवॉर्ड दिया जाएगा. इस बार यह अवॉर्ड बिहार के खाते में भी आ रहा है.

दरअसल, राष्ट्रपति द्वारा बिहार के पूर्वी चंपारण जिले को चुनाव संबंधी सर्वोत्तम कार्य प्रणाली के लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल को चुना गया है. आगामी 25 जनवरी को राष्ट्रपति के हाथों पूर्वी चंपारण के डीएम सौरभ जोरवाल सम्मानित होंगे. यह अवॉर्ड बेहतर चुनाव संचालन में बेहतर प्रबंधन, आईटी की पहल, सुरक्षा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में योगदान और उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रदान किया जाएगा.

कौन हैं सौरभ जोरवाल?

मूलरूप से राजस्थान के रहने वाले सौरभ जोरवाल 2014 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. सौरभ जोरवाल की गिनती एक ईमानदार काम में विश्वास करने वाले अधिकारी के रूप में होती है. जयपुर में पले-बढे सौरभ जोरवाल ने आईआईटी दिल्ली से 2005 से 2009 तक कंप्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री हासिल की है. इसके अलावा उन्होंने आईआईटी दिल्ली से ही 2009 से 2010 तक कंप्यूटर साइंस में एमटेक किया है.

कब पास की UPSC परीक्षा?

2014 में यूपीएससी क्लियर करने के बाद सौरभ जोरवाल पूर्णिया में अप्रैल 2015 से दिसंबर 2016 तक सहायक कलेक्टर रह चुके हैं. इसके अलावा व कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, सहरसा में उप प्रभागीय न्यायाधीश, नालंदा के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट के साथ ही बिहार शरीफ स्मार्टसिटी लिमिटेड में मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी रह चुके हैं.

इसके बाद वह नवंबर 2017 से अप्रैल 2020 तक बिहार शरीफ के नगर आयुक्त भी रह चुके हैं. फरवरी 2020 में उनको औरंगाबाद जिले का डीएम बनाया गया, जहां वह अप्रैल 2023 तक रहे. इसके बाद अप्रैल 2023 में उनको पूर्वी चंपारण का डीएम बनाया गया।

गर्म तेल की कड़ाही में गिरा 2 साल का मासूम,हुई दर्दनाक मौत

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से दिल दहलाने वाला मामला सामने आया हैं. शहर में चाचा की सगाई में आए भतीजे की खोलते तेल की कढ़ाई में गिरने से मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक खेलते-खेलते मासूम खौलते तेल की कढ़ाई में गिर गया. ऐसे में आनन-फानन में मासूम को निकाला गया और इलाज के लिए नजदीक के अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान बच्चे ने दम तोड़ दिया

भोपाल के निशातपुरा थाना क्षेत्र में आयोजित सगाई कार्यक्रम में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब 2 साल का मासूम गर्म तेल की कढ़ाई में गिर गया. जानकारी के मुताबिक जहां पर सगाई का खाना बन रहा था मासूम उसी के पास खेल रहा था. ऐसे में खेलते खेलते वह गर्म तेल की कढ़ाई में गिर गया, जिसके बाद पूरे सगाई समारोह में हाहाकार मचा गया.

इलाज के दौरान बच्चे ने तोड़ दिया दम

पुलिस ने बताया कि 2 साल का मासूम अक्षांश साहू अपने चाचा की सगाई समारोह में आया था. वह जगह-जगह जाकर मस्ती कर रहा था. ऐसे में किसी की नजर पड़ती इससे पहले ही वह कढ़ाई में जा गिरा. बच्चे के कढ़ाई में गिरने की खबर मिलते ही हड़कंप मच गया. कार्यक्रम में मौजूद परिजन तुरंत बच्चे को लेकर निजी अस्पताल पहुंचे ,लेकिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई. मासूम बच्चे की मौत के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है,जहां सगाई की खुशियां मनाई जा रही थी वहां अब मातम पसरा हुआ है. निशातपुरा थाना पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.

सदमे में है परिवार के लोग

निशातपुरा पुलिस के मुताबिक शिव नगर में रहने वाले राजेश साहू व्यापारी हैं. उनके दो बेटे हैं, एक बेटा अक्षांश साहू दो साल है और दूसरा बेटा 7 साल का है. बीती 20 जनवरी को राजेश के परिवार में सगाई का कार्यक्रम संस्कार गार्डन में था. कार्यक्रम लगभग खत्म हो गया था और हलवाई भी चले गए थे. इस दौरान परिवार के सदस्य एक साथ बैठकर खाना खा रहे थे तभी अक्षांश खेलते खेलते गरम तेल की कढ़ाई में गिर गया. इसके बाद निजी अस्पताल में बच्चों को भर्ती कराया गया था, जहां एक दिन चले इलाज के बाद उसकी मौत हो गई. फिलहाल परिवार के लोग सदमे में है इसलिए बयान दर्ज नहीं हो सके हैं.

भारत को बचाने के लिए फारूक अब्दुल्ला ने बताए उपाए, 370 पर भी कही ये बात

पार्टी कार्यालय जम्मू में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अगर देश को आगे ले जाना है तो ये आज भी हमसे बलिदान मांगता है. अगर हम ऐसा नहीं कर सकते, तो हम भारत को नहीं बचा पाएंगे. भारत को बाहर से कोई खतरा नहीं है बल्कि, देश के अंदर से खतरा है. घर को हमेशा कोई अंदर वाला ही नुकसान पहुंचाता है, कोई बाहरी नहीं.

अगर हमें इस घर को मजबूत करना है तो हमें खुद को मजबूत करना होगा. वे जिन परेशानियों का सामना करते हैं और उनका समाधान ढूंढते हैं. यह उनका प्रचार है हिंदू खतरे में हैं. मैं उनसे पूछता हूं कि यह कैसे संभव है? यहां की पूरी आबादी में 80% हिंदू हैं. ऐसा प्रचार केवल लोगों में डर पैदा करने के लिए किया जाता है.

क्यों लगाया गया था आर्टिकल 370?

अगर आपको इस तरह के प्रचार का समाधान ढूंढना है तो आपको जाना होगा कि यहां के लोगों के बीच 1927 में आर्टिकल 370 सिर्फ कश्मीर के लोगों के लिए ही नहीं है. बल्कि, डोगरा लोगों की सुरक्षा के लिए भी लाया गया था. आज यहां रोजगार के अवसर बाहर से आने वालों के लिए जा रहे हैं. उंगलियां उठीं हमारे नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं पर जो मुस्लिम थे और थे पाकिस्तानी करार दिया गया. 75 सालों के बाद लोगों को समझ आ गया है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस लोगों के लिए है.

क्या था आर्टिकल 370?

आर्टिकल 370 भारतीय संविधान में बताया गया वर्णित प्रावधान था. इसमें जम्मू और कश्मीर राज्य को विशेष अधिकार प्रदान करता था. जम्मू और कश्मीर भारत का अहम हिस्सा था, लेकिन इस आर्टिकल के तहत उसे कुछ विशेष स्वतंत्रता थी. इस अनुच्छेद के अंतर्गत जम्मू और कश्मीर राज्य के पास बाहरी और भीतरी मामलों से जुड़े विषयों पर कई विशेष अधिकार मिले हुए थे. जैसे राज्य के भीतर भारत का ही कोई शख्स जमीन लेने का अधिकार नहीं रखता था.

RG kar rape case: सरकार की अपील पर कलकत्ता हाई कोर्ट बोला- पहले CBI,पीड़ित परिवार और दोषी को सुनेगा

कलकत्ता हाई कोर्ट ने कहा कि वह आरजी कर हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप के मामले में पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), पीड़ित के परिवार और दोषी की बात को सुनेगा. इसके बाद ही वो पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से दायर की गई अपील की सुनवाई पर निर्णय लेगा. दरअसल, ममता की सरकार ने ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले में आरोपी को आजीवन कारावास की सजा मिलने के खिलाफ सजा की अपर्याप्तता को लेकर हाईकोर्ट में अपील दायर की है, जिसकी सुनवाई और फैसले से पहले कोर्ट ने कहा कि वो सभी पहलुओं और केस से जुड़े लोगों को एक बार फिर से सुनेगा.

वहीं सीबीआई की ने राज्य सरकार की ओर से दायर की गई अपील दायर विरोध किया है. CBI ने दावा किया है वो खुद भी इस मामले में सजा की अपर्याप्तता को लेकर अपील करने का अधिकार रखती है. सीबीआई ने कहा कि वो एक अभियोजन एजेंसी है, इसलिए उसके पास सजा की मात्रा कम होने को लेकर अपील करने का अधिकार मौजूद है. इस मामले में सुनवाई के लिए कोर्ट ने सोमवार की अगली डेट तय की है.

आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई

सियालदह अदालत ने ट्रेनी डॉक्टर रेप और मर्डर केस में सिर्फ एक आरोपी को सजा सुनाई. मुख्य आरोपी संजय रॉय को ऑन-ड्यूटी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. इसी मामले में सरकार की तरफ से कलकत्ता हाईकोर्ट में अपील की गई. जस्टिस देबांग्शु बसाक की अध्यक्षता वाली एक खंडपीठ ने कहा कि वह राज्य सरकार की अपील को स्वीकार करने से पहले सीबीआई, पीड़ित के परिवार और दोषी को उनके वकीलों के पक्ष को सुनेगी उसके बाद ही इस पर कोई फैसला लेगी.

कब होगी अगली सुनवाई?

पश्चिम बंगाल सरकार ने आरजी कर मामले में दोषी संजय रॉय को आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के ट्रायल कोर्ट के फैसले के खिलाफ कलकत्ता हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने अगली सुनवाई के लिए 27 जनवरी की तारीख को तय किया है.

नोएडा में बनेगी ओलंपिक सिटी: 226 गांवों की जमीन पर तैयार होगा विशाल स्पोर्ट्स पार्क!

सड़क परियोजनाओं से लेकर खेल जगत तक यूपी सरकार प्रदेश को विकास के नए आयाम की तरफ ले जाने में तेजी से तत्पर है. ऐसे में इस कड़ी में यूपी को बड़ी सौगात मिली है. यूपी में जल्द ही 226 गांवों की जमीन पर ओलंपिक सिटी तैयार होगी. दिसंबर में यमुना प्राधिकरण (यीडा) के मास्टर प्लान-2041 को प्रदेश कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद ओलंपिक पार्क बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. इसे ‘ओलंपिक स्पोर्ट्स पार्क’ का नाम दिया जाएगा.

जानकारी के मुताबिक ओलंपिक स्पोर्ट्स पार्क को ऐसे तैयार किया जाएगा, जिसमें ओलंपिक गेम्स आसानी से हो सकेंगे. ओलंपिक गेम्स के लिए जैसे स्टेडियम और सुविधाएं होती हैं, यहां पर भी वैसी सुविधा मिलेगी. इसके आस पास लग्जरी रूम भी बनाए जाएंगे, जहां पर खिलाड़ी रुक पाएं. यह स्पोर्ट्स पार्क क्षेत्र के सेक्टर-22F और सेक्टर-23B में बनेगा. यह विशाल स्पोर्ट्स पार्क 52.4 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला होगा.

226 गांवों की जमीन पर तैयार होगी ओलंपिक सिटी

नोएडा के 226 गांवों की जमीन पर ओलंपिक सिटी तैयार होगी, उनके मालिकों को मुआवजा दिया जाएगा. ओलंपिक सिटी तेजी से बनने के लिए निर्देश दिए गए हैं.यमुना अथॉरिटी के अधिकारियों ने बताया कि मास्टर प्लान-2041 में ओलंपिक सिटी स्थापित करने के प्रस्ताव को प्रमुखता से शामिल किया गया था. इस योजना में ओलंपिक विलेज बनाने में प्रस्ताव भी पारित है. इसके तहत 5,000 फ्लैट बनाए जाएंगे. इन फ्लैट्स में 1 बीएचके, 2 बीएचके और 3 बीएचके के आवास होंगे. इनका इस्तेमाल गेम्स के दौरान आने वाले खिलाड़ियों, अधिकारियों और अन्य लोगों के लिए किया जाएगा.

बढ़ा दी गई संख्या

इस ओलंपिक सिटी में गौतमबुद्ध नगर के 131 और बुलंदशहर के 95 गांव से जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा. ऐसे में दोनों जिलों दोनों जिलों के 226 गांव को मिलाकर ये मास्टर प्लान तैयार किया गया है. जानकारी के मुताबिक इस मास्टर प्लान में इससे पहले 171 गांव जोड़े गए थे, लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ा दी है.