जेएसएससी सीजीएल परीक्षा को लेकर एक बार फिर भाजपा ने गंभीर आरोप लगाया
बाबूलाल मरांडी ने कहा परीक्षा से एक दिन पहले ही प्रश्नों के उत्तर उपलब्ध करा दिए थे, एसआईटी को मिले साक्ष्य,आयोग कि संलिपता की हो जाँच
झारखंड डेस्क
जेएसएससी सीजीएल परीक्षा को लेकर एक बार फिर भाजपा ने हेमंत सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किये हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मांग किया है कि सीजीएल के मामले में लापरवाही की जांच कर पेपर लीक माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये।
मरांडी ने कहा कि परीक्षा पेपर लीक मामले की जांच जैसे- जैसे आगे बढ़ रही है, उससे चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पेपर लीक माफियाओं द्वारा रची गई सुनियोजित साजिश का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पेपर लीक गिरोह ने परीक्षा से एक दिन पहले ही प्रश्नों के उत्तर उपलब्ध करा दिए थे। इतना सब होने के बावजूद जिस हड़बड़ाहट में खुद को क्लीन चिट देकर आयोग द्वारा परीक्षा परिणाम जारी किया घोषित किए गए।
बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री से की मांग
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जिस तरह की हड़बड़ी आयोग ने दिखायी, उससे पेपर लीक की साजिश में आयोग की संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता। मुख्यमंत्री इस मामले की गंभीरता को समझते हुए आयोग की संभावित लापरवाही की जांच और पेपर लीक माफियाओं पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करें। आपको बता दें कि अभ्यर्थियों ने 22 सितंबर को पहली पाली में सामान्य ज्ञान पेपर-3 की परीक्षा में पूछे गए सवालों के जवाब का वीडियो और फोटो एसआईटी को उपलब्ध कराया है।
पहले ही दे दिये गये प्रश्नों के जवाब
दिये गये साक्ष्य में दावा किया गया है कि अभ्यर्थियों को 21 सितंबर की रात 10:57 बजे ही मोबाइल पर सवालों के जवाब मिल गए थे। अगले दिन परीक्षा के बाद प्रश्न पत्र से मिलान किया गया तो अधिकतर प्रश्नों के उत्तर वही थे। अभ्यर्थियों ने पांच मोबाइल फोन भी एसआईटी को साक्ष्य के रूप में सौंपा है।
इस साक्ष्य के संबंध में एसआईटी ने अभ्यर्थियों से पूछताछ की है। सीआईडी की एसआईटी सबूतों की फॉरेंसिक जांच भी करा रही है। इससे यह जानने की कोशिश हो रही है कि अभ्यर्थियों का दावा सही है या नहीं। जांच कर रही टीम रातू थाने में दर्ज एफआईआर की भी जांच कर रही है। हजारीबाग निवासी राजेश प्रसाद की शिकायत पर रातू थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी।
Jan 20 2025, 12:21