ऑपरेशन आहट और नन्हे फरिस्ते के जरिए लौटा रहे मुस्कान
मानव तस्करी की रोकथाम के लिए रेलवे की भूमिका

               पूर्व मध्य रेल क्षेत्र से होकर गुजरने वाली ट्रेनों के जरिए मानव तस्करी रोकने में रेलवे सुरक्षा बल (रेसुब) महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। मादक पदार्थों की तस्करी के कार्यों के लिए मानव तस्करी कर इन्हें उपयोग में लाया जाता है। मानव तस्कर खासकर उन गरीब लोगों को निशाना बनाते हैं, जो बेहद दयनीय स्थिति में अपना जीवन-यापन करते हैं। आरपीएफ को मानव तस्करी के मामलों की जांच करने का अधिकार भले नहीं है, फिर भी रेलवे सुरक्षा बल इसमें राजकीय रेल पुलिस/स्थानीय पुलिस के प्रयासों में सहायता करती है। रेलवे का नेटवर्क सम्पूर्ण भारत में होने के कारण रेलवे सुरक्षा बल की भूमिका इस तरह के अपराधों की रोकथाम में काफी महत्वपूर्ण है।

            यह कहना है पूमरे के प्रधान मुख्य सुरक्षा  आयुक्त अमरेश कुमार का।

ऑपरेशन आहट

                  पूर्व मध्य रेलवे में मानव तस्करी के विरुद्ध कार्यवाही की बात करें तो ऑपरेशन आहट नाम से अभियान चलाया गया। यह अभियान मुख्य रूप से महिलाओं और बच्चों को तस्करों के चंगुल से बचाने पर केंद्रित था। इसके तहत संदिग्धों की पहचान करने और उनहें पकड़ने के लिए लंबी दूरी की ट्रेनों और मार्गो पर विशेष टीमें तैनात की जाती हैं।

          पूर्व मध्य रेल में आरपीएफ ने वर्ष 2024 में 444 बच्चों (425 लड़के और 19 लड़कियों) को बचाने के साथ-साथ 134 मानव तस्करों को गिरफ्तार किया। 2023 में 89 मानव तस्कर गिरफ्तार किये गये थे तथा उनके चंगुल से 314 बच्चों (292 लड़के और 22 लड़कियों) को मुक्त कराया गया था।

ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते


              इसी तरह ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के जरिए अकेले या संदिग्ध व्यक्तियों के साथ यात्रा करने वाले नाबालिगों को गलत हाथों में पड़ने से बचाता है। पूर्व मध्य रेल में  आरपीएफ वर्ष 2024 के दौरान 2310 बच्चों (1794 लड़के और 516 लड़कियों) त्तथा वर्ष 2023 में 1140 बच्चों (749 लड़के और 391 लड़कियों) को बचाया गया। मानव तस्करी के खिलाफ कार्यवाही हेतु टीमों (एंटी ह्यूमन ट्रैफकिंग यूनिट) की स्थापना की गई।

               अब तक 53 रेलवे सुरक्षा बल की मानव तस्करी के खिलाफ कार्यवाही हेतु टीमों का गठन किया गया है।

जागरूकता अभियान

      सार्वजनिक जागरुकता रेलवे सुरक्षा बल सक्रिय रूप से रेलवे स्टेशनों पर, रेल उपयोगकर्ताओं, रेलवे ट्रैक के आस-पास रहने वाले लोगों, यात्रियों व स्थानीय लोगों के बीच जागरुकता अभियान चलाकर मानव तस्करी से संबंधित संकेतों के बारे में शिक्षित व संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट कानून को प्रर्वतन करने वाले एजेंसियों को करने के लिए प्रोत्साहित करता है।

           कौन-कौन सी हैं धाराएं: 

                मानव तस्करी के विरुद्ध कानुनी कार्यवाही निम्न के अनुसार की जाती है।

1. भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 98, 99, 143, 144, 145 व 146 तथा अन्य संबंधित धाराएं।
2. अनैतिक व्यापार (रोकथाम) अधिनियम 1956 के प्रावधानो के अनुरुप । बंधुआ मजदूरी प्रणाली (उनमूलन) अधिनियम 1976 के प्रावधानो के अनुरुप ।
3. किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप।


             मानव तस्करी के खिलाफ अभियान में रेलवे सुरक्षा बल ने महत्वपूर्ण प्रगति की है,  लेकिन चुनौतियां अब भी बरकरार


          यह जानकारी मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने दी। उन्होंने बताया कि रेलवे सुरक्षा बल मानव तस्करी से संबंधित खुफिया जानकारी साझा करने, बचाव प्रयासों में समन्वय और तस्करी विरोधी उपायों को मजबूत करने के लिए विभिन्न सरकारी एजेंसियों, गैर सरकारी संगठनों और अंतराष्ट्रीय संगठनों के साथ सहयोग करता है। रेलवे सुरक्षा बल ने महत्वपूर्ण प्रगति की है, चुनौतियां अभी भी है।

            रेलवे सुरक्षा बल का लक्ष्य भविष्य की चुनौतियों को दूर करने के लिए अपनी क्षमताओं को ब बढ़ाना है। रेलवे सुरक्षा बल मानव तस्करी के लिए आशा की किरण और निर्दोष पीड़ितों का शोषण करने वालों के खिलाफ एक मजबूत ताकत बनी रह सकती है। रेलवे सुरक्षा बल लोगों से नन्हें चेहरों पर मुस्कान बनाए रखने के लिए सक्रिय भागीदार बनने का आग्रह करता है।

           
लालगंज में बंद घर से 15 लाख की चोरी
                              बुधवार की रात अज्ञात चोरों ने करताहां थाना क्षेत्र के घटारो गांव में इलाज के लिए पटना गए दंपति के घर के दरवाजे का ताला काटकर घर में रखे गहना, कपड़ा, बर्तन सहित पन्द्रह लाख रुपऐं के सामानों की चोरी कर ली गई।

            गुरुवार की सुबह स्थानीय लोगों के द्वारा घटना की जानकारी गृहस्वामी को फोन पर दी। सूचना मिलने के बाद गृहस्वामी पति-पत्नी पटना से अपने घर पहुंचे ही करताहां थाने में घटना की जानकारी गृहस्वामी को फोन कर दी।

              करताहां थाना की पुलिस त्वरित कार्रवाई करते हुए घटनास्थल पर पहुंची। जांच करते हुए आगे की कार्रवाई शुरू की। । जांच पड़ताल करने के दौरान गृहस्वामी रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि 14 जनवरी को पत्नी को दिखाने के लिए डॉक्टर के पास पटना गया हुआ था।

              पटना मे मेरी बेटी रहती है। इसलिए वहीं रहकर इलाज कराता था। जबकि घर पर गांव के ही एक व्यक्ति को रखवाली के लिए रखे हुए थे।  किंतु वह भी चोरी की घटना के दिन से गायब हैं । पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है।

        घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार घर के दरवाजे का ताला काटकर चोर घर में घुस गए और अन्दर के तीन अलग-अलग कमरों का ताला काटकर।  बक्शा, आलमीरा, गोदरेज में रखे गहने, कपड़े, बर्तन, गैस सिलेंडर, टीवी, तीन अटैची एवं अन्य अटैची में रखे लगभग 15 हजार नकदी की चोरी कर ली।

 

सामानों की कीमत 15 लाख बताई गई:

गृहस्वामी ने यह भी बताया कि पत्नी का हीरा जड़ित कान का टॉप्स एवं लगभग ढाई से 3 लाख की सोने की चेन थी, वहीं तीनों अटैची में रखे शूट एवं कपड़े आदि रखे हुए अज्ञात चोरों द्वारा चोरी कर ली गई।

              सामानों की कीमत लगभग 15 लाख रुपए बताई जा रही है। सूचना मिलते ही पैक्स अध्यक्ष ललन सिंह, मुखिया पुत्र शम्भू कुमार सिंह, सरपंच अश्विनी कुमार आदि लोगों ने चिंता जताई और अतिशीघ्र अज्ञात चोर को गिरफ्तारी करने की मांग की गई है। इस संबंध में करताहां थानाध्यक्ष अनुरंजन कुमार सिंह ने बताया कि घटनास्थल पर जांच पड़ताल की गई है। घर के पास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है। रखवाली करने वाले व्यक्ति की मोबाइल जांच पड़ताल की जा रही है।

बरैला झील के संरक्षण, सौंदर्याकरण के लिए सरकार कर रही पहल

हाजीपुर

                बुधवार को डीएम यशपाल मीणा ने अपने कार्यालय कक्ष में संबंधित पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।इस दौरान उन्हें कई आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में जिला पदाधिकारी ने सभी संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिया कि वे एक कार्य योजना तैयार कर बरैला झील के सौंदरीकरण और विकास के कार्य को शीघ्र पूर्ण रूप देने का निर्देश दिया। इसके लिए राज्य सरकार भी विशेष पहल कर रही है।

           बरैला झील के संरक्षण के लिए  झील को 12 सेक्टर में  बांटा गया

      सरकार के निर्देशानुसार जिला प्रशासन ने बरैला झील की पर्यावरणीय महत्ता और जैव विविधता के संरक्षण के साथ-साथ सौंदर्याकरण का प्रयास तेज कर दिया है।  बरैला झील सलीम अली जुब्बा सहनी पंछी आश्रयणी के नाम से भी जाना जाता है।  जिला पदाधिकारी की विशेष पहल पर बरैला झील के विकास के लिए वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग तथा राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा बीते वर्ष ही मापी और सीमांकन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।  झील को 12 सेक्टर में बांट कर मापी और सीमांकन का कार्य कराया गया था, ताकि झील के वास्तविक स्थिति का आंकलन कर संरक्षण के लिए पहल किया जा सके।

        बैठक में अपर समाहर्ता विनोद कुमार सिंह, उप विकास आयुक्त कुंदन कुमार, डीसीएलआर, जंदाहा और पातेपुर के अंचलाधिकारी तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ स्थानीय पर्यावरणविद पंकज कुमार चौधरी भी उपस्थित रहे।




शटर काटकर मोबाइल दुकान में चोरी से आक्रोश



           बुधवार को मोबाइल दुकान में चोरी की घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस जांच-पड़ताल करती हुई




राजापाकर

       प्रखंड क्षेत्र के रानीपोखर चौक स्थित मोबाइल दुकान में शटर काटकर चोरों ने लाखों का मोबाइल चुरा लिया। दुकान के मालिक जदयू के नेता संजीव चौरसिया हैं।

     मोबाइल दुकान में एक लाख का मोबाइल और नकद की चोरी
     
         मिली जानकारी के अनुसार मीरपुर प्रतापगढ़ पंचायत के रानीपोखर चौक स्थित गुप्ता होटल के सामने चंदन मोबाइल शॉप एण्ड रिपेयरिंग सेंटर में बीती रात लगभग 3 बजे चार चक्का स्विफ्ट डिजायर वाहन पर सवार अज्ञात चोरों ने चंदन मोबाइल दुकान का शटर काटकर दुकान में ग्राहकों की रिपेयरिंग के लिए रखी लगभग एक लाख के मोबाइल, पांच हजार नकद सहित अन्य सामानों में चार्जर हेडफोन ब्लूटूथ हार्ड डिस्क व 20 नए मोबाइल आदि चुरा ले गए। दुकानदार जब बुधवार की सुबह दुकान खोलने पहुंचा तो देखा कि दुकान का ताला टूटा है।

   चंदन मोबाइल शॉप एण्ड रिपेयरिंग सेंटर दुकान में दूसरी बार चोरी की घटना


           घटना की सूचना स्थानीय टीओपी प्रभारी रानीपोखर गुंजन कुमार को दी गई, वे सुरक्षा बलों के साथ मौके पर पहुंचे एवं घटना की जानकारी ली। जदयू नेता संजीव चौरसिया के पुत्र चंदन कुमार ने बताया कि उनकी दुकान में चोरी की यह दूसरी घटना है। पांच साल पूर्व दुकान का ताला तोड़कर चोरों ने मोबाइल गायब कर दिया था। आज तक उस घटना का उद्भेदन नहीं हुआ और नही कोई कार्रवाई ही हुई।

    स्थानीय दुकानदारों का फूटा गुस्सा

               घटना पर रानीपोखर चौक के दुकानदारों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस सही से रात्रि गश्ती नहीं करती है। जिसके कारण आए दिन घटनाएं होती रहती है। घटना मोबाइल दुकान के सामने गुप्ता स्वीटस में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। जिसमें देखा गया कि 2 बजकर 52 मिनट में स्विफ्ट डिजायर गाड़ी पर सवार अपराधी चंदन मोबाइल दुकान के सामने रुकते हैं और 3 बजकर 15 मिनट पर चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद गाड़ी पर सवार हो चले जाते हैं।

          इस संबंध में स्थानीय टीओपी प्रभारी ने कहा कि हम लोगों को सुविधा के नाम पर कोई संसाधन सुलभ नहीं है। गश्ती के लिए वाहन भी उपलब्ध नहीं है। बिहार के डीजीपी विनय कुमार का गृह पंचायत है जहां यह घटना घटी है। महज खानापूर्ति के नाम पर टीओपी खुली है।



           लालगंज

              लालगंज प्रखंड में कई दिनों से चोरी की घटना बढ़ती जा रही है। सोमवार की रात को लालगंज के शहरी क्षेत्र में अज्ञात चोरों ने पांच दुकान का ताला काटा, लेकिन एक ही दुकान में चौरी करने में सफल रहे। वहीं अज्ञात चोरों ने करताहां चौक के समीप गजेन्द्र नाथ मिश्रा के घर और विनोद सिंह की दुकान में चोरी की घटना को अंजाम दिया।

          इस संबंध में राकेश नाथ मिश्रा एवं उदय नाथ मिश्रा ने बताया कि गजेन्द्र नाथ मिश्रा सपरिवार अन्य प्रदेश में रहते हैं। इसलिए मकान बन्द पड़ा रहता है। बन्द मकान देखकर अज्ञात चारों ने घर में घुसकर ताला काटकर घर से गहना, बर्तन एवं अन्य सामनों की चोरी की।  करताहां थानाध्यक्ष अनुरंजन कुमार ने घटना स्थल पर पहुंचकर छानबीन शुरू की।

मुर्गी पालन को 40 फीसदी तक अनुदान
पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग रोजगार उपलब्ध कराने पर दे रहा जोर 

लेयर मुर्गी फार्म के लिए ऑनलाइन आवेदन जांच की प्रक्रिया पूरी
        
       पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग रोजगार उपलब्ध कराने को लेकर बकरी पालन, मुर्गी पालन समेत पशुपालन पर जोर दे रही है। इसके लिए पशुपालन विभाग लोगों को जागरूक भी कर रही है। समेकित मुर्गी विकास योजना से लाभुकों का चयन किया गया है। यह जानकारी जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. प्रभावती कुमारी ने दी।

         पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि उन्होंने बताया कि वैशाली जिला अंडा उत्पादन में राज्य में प्रथम स्थान पर है। जिले में अंडा उत्पादन एक बेहतर रोजगार का साधन साबित हो रहा है।

       सहायक कुकुट पदाधिकारी डॉ. राकेश कुमार सिन्हा कहा कि लेयर मुर्गी पालन स्वलागत या बैंक लोन के माध्यम से की जा सकती है।

        10 हजार क्षमता वाले लेयर मुर्गी फार्म 01 करोड़ की योजना है और 05 हजार क्षमता वाले लेयर मुर्गी फार्म 48 लाख की योजना बताया गया है। 10 हजार क्षमता के लेयर मुर्गी फार्म स्थापित करने के लिए 100 डिसमिल जमीन एवं 05 हजार क्षमता के लेयर मुर्गी फार्म के लिए 50 डिसमिल जमीन होना चाहिए।

          अगर किसी लाभुकों को जमीन नहीं है, तो 11 साल के एकरनाम पर जमीन किराये पर भी लेकर मुर्गी पालन कर सकते हैं। आवेदन करने वाले लाभुकों को पहले मुर्गी पालन का प्रशिक्षण लेना अनिवार्य है।

             बैंक लोन लेकर 10 हजार क्षमता के मुर्गी पालन के लिए बैंक खाते में 10 लाख राशि रहना चाहिए और स्वलागत से मुर्गी लेयर मुर्गी पालन के लिए कम से कम 70 लाख रुपये जमा रहना चाहिए।

       लेयर मुर्गी पालन करने वाले सामान्य जाति के लाभुकों को 30 प्रतिशत एवं अनुसूचित जाति जनजाति के लाभुक को 40 प्रतिशात तक अनुदान देने का प्रावधान किया गया है।
कक्षा 8 तक की शैक्षणिक गतिविधियां 18 तक बंद



                       अत्यधिक ठंड के कारण जिला दंडाधिकारी यशपाल मीणा ने निर्देश पत्र जारी किया हैं। पत्र में वैशाली जिले के सभी सरकारी, निजी विद्यालयों (प्री-स्कूल, ऑगनबाड़ी केन्द्रों सहित) में
अत्यधिक ठंड के कारण 18 जनवरी तक प्रतिबंध लगा दिया गया हैं। बताया गया कि वर्ग-08 वीं तक के शैक्षणिक गतिविधियों पर 18 जनवरी तक प्रतिबंध लगा दिया गया है।

          वर्ग-08वीं से ऊपर की कक्षाओं की शैक्षणिक गतिविधियां 09 बजे से 03:30 बजे के बीच संचालित की जा सकती हैं।

                 बोर्ड परीक्षा से संबंधित शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन इससे मुक्त रहेगा।

                  

             जारी पत्र में जिलाधिकारी ने कहा है कि जिले में अत्यधिक ठंढ़ का मौसम और कम तापमान की स्थिति बनी हुई है, जिसके कारण बच्चों के   स्वास्थ्य और जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है।

             जिसके कारण 16 जनवरी से 18 जनवरी तक 8वीं तक के बच्चों शैक्षणिक गतिविधियों पर रोक लगाई जाती है।

      उन्होंने इसकी सूचना जिला शिक्षा पदाधिकारी, वैशाली सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, वैशाली देते हुए निर्देश दिया कि आदेश का अनुपालन अपने स्तर से सुनिश्चित कराएंगे।
इंडियन ऑयल के टैंकर से देर रात लाखों की शराब बरामद
         बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद भी शराब तस्कर नए-नए हथकंडे अपनाकर शराब की तस्करी करने में लगे हैं।  मद्य निषेध एवं उत्पाद थाना महुआ की पुलिस ने सोमवार को देर रात एक इंडियन ऑयल टैंकर से 1530 लीटर विदेशी शराब बरामद की।  इस दौरान पुलिस ने दो शराब के तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

       मद्य निषेध एवं  उत्पाद अधीक्षक भूपेंद्र कुमार को गुप्त सूचना मिली कि ताजपुर- मुजफरपुर मुख्य मार्ग से एक इंडियन ऑयल टैंकर में तेल टैंकर में तेल की जगह विदेशी शराब छिपाकर लाई जा रही है।

       टैंकर से विदेशी शराब बांध थाना क्षेत्र में डिलेवरी  के लिए‌ ले जा रहा था। सूचना मिलते ही उत्पाद अधीक्षक ने एक टीम का गठन किया।

            त्वरित कार्रवाई करते हुए टीम ने ताजपुर मुजफ्फरपुर मुख्य मार्ग स्थित चिकनौटा चौक के पास छापेमारी करने पहुंची। इस दौरान उत्पाद पुलिस ने देखा की वेस्ट बंगाल नम्बर एक इंडियन ऑयल टैंकर तेजी से बहुआरा चौक की ओर जा रहा है। पुलिस ने टैंकर को रुकने का इशारा किया। लेकिन टैंकर चालक पुलिस को देख गाड़ी को तेजी से लेकर भागने लगा। भाग रहे टैंकर को उत्पाद पुलिस ने चिकनौटा चौक से पीछा करना शुरू किया। जिसे पुलिस ने घेराबंदी कर बंद पड़े इंडियन पेट्रोल पंप के पास पकड़ लिया।

        टीम में निरीक्षक सुरेश प्रसाद चौधरी, उत्पाद महुआ थानाध्यक्ष शंभू मित्रा, कृष्ण कुमार, प्रमोद कुमार ठाकुर, समीर कुमार, महेंद्र पाल
विरेंद्र कुमार, राजेंद्र कुमार एवं गृह रक्षक को शामिल किया गया।

         टैंकर में बने चैम्बर से 170 कार्टून शराब की गई बरामद


पुलिस ने तालाशी के क्रम में टैंकर में बने चैम्बर से 170 कार्टून में 1530 लीटर विदेशी शराब बरामद किया। यहीं टैंकर चालक एवं एक तस्कर को गिरफ्तार कर थाने ले आई। गिरफ्तार दोनों चालक एवं शराब तस्कर मुजफ्फरपुर जिले के करजा थाना निवासी रामप्रवेश साहनी के पुत्र रमेश कुमार एवं स्वर्गीय विमल राय के पुत्र विपुल कुमार बताए गए हैं।

       मद्य निषेध एवं उत्पाद थाना की पुलिस ने गाड़ी मालिक, चालक एवं एक शराब तस्कर के विरुद्ध प्राथमिक दर्ज की है। पुलिस ने गिरफ्तार दो व्यक्ति को मंगलवार को जेल भेज दिया।


लालगंज नगर परिषद की बैठक में नौ जगहों पर शौचालय बनाने का निर्णय

     मंगलवार को लालगंज नगर परिषद के स्टैंडिंग कमिटी की बैठक हुई। जिसमें किसी काम से बाजार आने वाले लोगों के शौच की समस्या को देखते हुए
शौचालय बनाने का निर्णय लिया गया। शहरी क्षेत्र में सरकारी जमीन पर सीओ से अनापत्ति प्रमाणपत्र लेकर  शौचालय बनाने का निर्णय लिया गया हैं।
चार जगहों सार्वजनिक शौचालय/ मूत्रालय और पांच जगहों पर निःशुल्क सामुदायिक शौचालय/मूत्रालय बनाने का सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया। 


       इसके साथ ही साफ-सफाई मद में निविदा प्रक्रिया कर नए एजेन्सी का चयन होने तक वर्तमान में कार्यरत एजेन्सी का अवधि विस्तार किया गया हैं। शीतलहर, पाला को देखते हुए सभी चौक-चौराहे पर सार्वजनिक जगहों पर अलाव जलाने का निर्णय लिया गया हैं ।

          हैंड हेल्प फागिंग मशीन सेक्सन मशीन, स्प्रे मशीन, बड़ा जेसीबी, आरसीसी स्लैब कटर मशीन, स्टील कल टैंकर, कचरा उठाय हेतु ई- सार, सड़क काटने हेतु हैपर मशीन की खरीददारी करने का भी निर्णय लिया गया।

              ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार हेतु पुलिस महानिरीक्षक को पत्र भेजने, सीमांकन बोर्ड लगाने, सफाई उपकरणों का सर्विसिंग कराने, आरटीपीसी काउंटर का प्रचार-प्रसार करने का निर्णय लिया गया। पूर्व में बोर्ड द्वारा स्वीकृत योजनाओं को प्रशासनिक स्वीकृति देते हुए कार्यान्वयन की स्वीकृति दी गई।

         बैठक में सभापति कंचन कुमार साह, उपसभापति संतोष कुमार, वार्ड पार्षद रविंद्र राय, जितेंद्र सिंह, राज कुमार, नगर प्रबंधक सुरेंद्र राम, स्वच्छता पदाधिकारी सृष्टि कुमारी उपस्थित थे। इस दौरान सभी ने अपनी बात सामने रखी।



      
       
मंगलवार को कड़ाके ठंड के बीच मकर संक्रांति का त्योहार संपन्न हो गया

        मंगलवार को जिले भर में मकर संक्रांति का त्योहार मनाया गया। श्रद्धालुओं ने स्नान ध्यान के बाद मंदिरों में पहुंचकर पूजा-अर्चना कर दान- पुण्य किया। संक्रांति को लेकर श्रद्धालुओं ने तिल, गुड़, चावल और अन्न आदि का दान किया। मकर संक्रांति त्योहार के साथ ही खरमास का भी समापन हो गया और अब घरों में शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाएगी।

 
        ठिठुरन भारी सर्द हवाओं के बीच सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। देर शाम तक शहर के विभिन्न मंदिरों में लोगों ने भगवान का दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना की। दिनभर सूर्य भगवान का दर्शन नहीं हो सका। साथ ही सर्द पछुआ हवा ने कंपकंपी बनाई रखी।

       मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन स्नान करने और तिल का दान करने से सारे पाप कट जाते हैं। आचार्य डॉ राजीव नयन झा ने बताया कि इसी दिने सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है और उत्तरायण हो जाता है। सूर्य के धनु से मकर राशि में जाने से खरमास भी समाप्त हो जाता है। इसके साथ ही मंगल कार्य शरू हो जाएगा।

         नारायणी नदी के कोनहारा, घाट, सीढ़ी घाट, कौशल्या घाट पर श्रद्धालुओं ने नारायणी नदी में डुबकी लगाई और भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर मंगल कामना की। ठंड के कारण बहुत सारे श्रद्धालु घर में ही पानी में गंगाजल डालकर स्नान कर अपने रीति रिवाज के साथ पर्व की रस्म अदा की। नगर महादेव बाबा पातालेश्वर नाथ मंदिर, हरिहर क्षेत्र स्थित हरिहर नाथ मंदिर, स्टेशन चौक स्थित शिव मंदिर, श्री यंत्र मंदिर, बड़ी दुर्गा मंदिर कौनहारा आदि पर पूजा की।


         दही चूड़ा और तिलकुट के साथ खिचड़ी का आनंद
         
          त्योहार को लेकर आवासीय परिसरों में चहल-पहल बनी हुई थी। पछुआ सर्द हवाओं के कारण बढ़ी ठंड के बावजूद घर-घर में माहौल उत्सवी बना हुआ था। पूजा अर्चना के बाद
दही- चूड़ा और तिलकुट व तिल के लड्डू खाने खिलाने का दौर दिनभर जारी रहा।

       इस दौरान बच्चे और युवा खासे उत्साहित और उमंग में थे। श्रद्धालुओं ने रात्रि में नए चावल की खिचड़ी बनाकर भोजन ग्रहण किया। घर में पहुंचे अतिथियों ने भी दही, चूड़ा, तिल के लड्डू, खिचड़ी आदि का पूरा आनंद उठाया।
वैशाली के बुद्ध स्मृति स्तूप का किया निरीक्षण
           बिहार के भवन निर्माण मंत्री जयंत राज ने रविवार को बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप का निरीक्षण किया। वैशाली में  बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप का निर्माण कार्य चल रहा हैं‌। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कार्य के प्रगति की विस्तृत जानकारी ली एवं बचे हुए कार्य को शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया।

            बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप का निर्माण 4300 वर्ग मीटर भूखंड पर  राजस्थान से मंगवाए गए गुलाबी पत्थरों से किया जा रहा है। पत्थरों से निर्मित पूरी संरचना में पत्थरों को जोड़ने के लिए किसी भी प्रकार के चिपकाने वाले पदार्थ का प्रयोग नहीं किया गया है।

          वैशाली का निर्माणाधीन बुद्ध स्मृति स्तूप की कुल  ऊंचाई 33 मीटर है। इसका आंतरिक व्यास 38 मीटर और बाहरी व्यास 50 मीटर है।

         निरीक्षण के दौरान माननीय मंत्री, भवन निर्माण विभाग ने मेडिटेशन सेंटर, लाइब्रेरी, विजिटर हॉल, गेस्ट हाउस, जलापूर्ति आदि को लेकर भी पदाधिकारियों और अभियंताओं को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

         बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप के बन जाने के बाद यहां बौद्ध धर्मावलंबियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में पर्यटक आएंगे। यहां के संग्रहालय में गौतम बुद्ध से संबंधित रोचक घटनाओं और बौद्ध धर्म से जुड़े प्रसंगों को दर्शाया जाएगा।

             निरीक्षण के दौरान पदाधिकारी व भवन निर्माण विभाग के वरीय अभियंतागण मौजूद रहे।