रेलवे अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे जीएम, दिए ये निर्देश

बिलासपुर-  दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक तरुण प्रकाश ने आज रेलवे सेंट्रल हॉस्पिटल, बिलासपुर का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अस्पताल में मरीजों के लिए उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं का जायजा लिया.

निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक ने हाई डिफिशिएंसी वार्ड, आईसीयू, जनरल वार्ड, और मरीजों के लिए खाना बनाने वाले किचन का निरीक्षण किया. साथ ही, उन्होंने अस्पताल में उपलब्ध ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और अन्य अत्याधुनिक उपकरणों का भी अवलोकन किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने मरीजों व उनके परिजनों से भी संवाद कर उनका हालचाल जाना. महाप्रबंधक ने अस्पताल में साफ-सफाई और मरीजों के लिए बनाई गई सुविधाओं का अवलोकन कर अस्पताल स्टाफ को बेहतर सेवाएं प्रदान करने और मरीजों की हर संभव सहायता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.

इस अवसर पर तरुण प्रकाश ने कहा कि मरीजों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा प्रदान करना रेलवे की प्राथमिकता है. उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को आधुनिक चिकित्सा उपकरणों और सुविधाओं का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने पर बल दिया. निरीक्षण के दौरान रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी एवं अस्पताल के प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे.

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने मिशन अमृत के तहत निर्माणाधीन जल प्रदाय योजना का किया औचक निरीक्षण

रायपुर- उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव ने आज गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर नगर पंचायत पहुंचकर मिशन अमृत 2.0 के तहत निर्माणाधीन जल प्रदाय योजना के कार्यों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने सरगी नाला एनीकट पर प्रगतिरत इंटेकवेल और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के कार्यों का जायजा लेकर अधिकारियों और निर्माण एजेंसी को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने दर्रीपार रोड किनारे निर्माणाधीन वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण कर निर्माणाधीन पंप हाउस, फिल्टर टैंक, रिजर्वायर टैंक इत्यादि का बारिकी से निरीक्षण किया। राजिम के विधायक रोहित साहू, नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु एस. और गरियाबंद के कलेक्टर दीपक अग्रवाल भी निरीक्षण के दौरान मौजूद थे।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्माण कार्यो तथा निर्माण सामग्री की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोगों की सुविधा और मजबूती को ध्यान में रखते हुए अच्छी सामग्रियों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने वरिष्ठ मैदानी अधिकारियों को कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग के भी निर्देश दिए। श्री साव ने सभी कार्यों में तेजी लाते हुए निर्माण एजेंसी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी और उप अभियंता को समय-सीमा में कार्य पूर्ण करने को कहा। उन्होंने आगामी ग्रीष्म ऋतु के पहले योजना का काम खत्म कर जल प्रदाय शुरू करने के निर्देश दिए।

उप मुख्यमंत्री श्री साव के निरीक्षण के दौरान राज्य शहरी विकास अभिकरण (SUDA) के सीईओ शशांक पाण्डेय, नगरीय प्रशासन विभाग के संयुक्त संचालक लोकेश्वर साहू, अधीक्षण अभियंता रमेश सिंह और फिंगेश्वर के मुख्य नगर पालिका अधिकारी चंदन मानकर सहित नगरीय प्रशासन विभाग और निर्माण एजेंसी के अधिकारी भी मौजूद थे।

मिशन अमृत से हर घर पहुंचेगा नल से जल, फिंगेश्वर की 13 हजार आबादी होगी लाभान्वित

भारत सरकार की महत्वाकांक्षी मिशन अमृत 2.0 के अंतर्गत निर्माणाधीन इस जल प्रदाय योजना से फिंगेश्वर शहर के तीन हजार परिवारों तक नल से स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल की आपूर्ति की जाएगी। सरगी नाला एनीकट पर इंटेकवेल बनाकर पाइपलाइन से पानी तीन किमी दूर फिंगेश्वर शहर लाया जाएगा। फिंगेश्वर के दर्रीपार में बन रहे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में उच्च तकनीक एवं निर्धारित मापदण्डों के अनुसार जल का शुद्धिकरण कर घरों में आपूर्ति की जाएगी। शहर की करीब 13 हजार आबादी को इसका लाभ मिलेगा। अब तक योजना का 60 प्रतिशत काम पूर्ण कर लिया गया है। विभाग द्वारा इस साल जून तक काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

फिंगेश्वर नगर पंचायत में 37 करोड़ आठ लाख रुपए की लागत से यह जल प्रदाय योजना विकसित की जा रही है। योजना का काम पूर्ण होने के बाद पांच वर्ष तक संचालन एवं मरम्मत का कार्य भी संबंधित फर्म द्वारा किया जाएगा। योजना के अंतर्गत निर्माणाधीन 4.69 एमएलडी क्षमता के इंटेकवेल का 86 प्रतिशत और तीन एमएलडी क्षमता के वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का 57 प्रतिशत काम पूर्ण कर लिया गया है। इन दोनों कार्यों के साथ ही पाइपलाइन बिछाने और नल कनेक्शन प्रदान करने का काम भी जारी है। योजना के तहत 3.8 किमी रॉ-वॉटर पाइपलाइन, 3.7 किमी क्लीयर-वॉटर पाइपलाइन, 48 किलोमीटर डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और दो ओवरहेड पानी टंकिया भी निर्मित की जा रही हैं। स्कॉडा सिस्टम के माध्यम से संपूर्ण जल प्रदाय योजना की तकनीकी मॉनिटरिंग की जाएगी।

गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हुआ डॉ. दिनेश मिश्र का नाम, निःशुल्क नेत्र शिविरों को माना गया अद्वितीय जनसेवा कार्य

रायपुर-  प्रसिद्ध वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ डॉ. दिनेश मिश्र की तरफ से विगत 33 वर्षों से हर साल दीपावली और होली त्यौहारों के समय निःशुल्क नेत्र शिविर के आयोजन को अद्वितीय जनसेवा कार्य मानते हुए उनका नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है. छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने इस रिकॉर्ड के लिए डॉ. दिनेश मिश्र को संस्था द्वारा जारी पदक व प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया. इस अवसर पर संस्था की छत्तीसगढ़ हेड श्रीमती सोनल राजेश शर्मा तथा विधानसभा अध्यक्ष के सचिव श्री विक्रम सिसोदिया सहित अन्य गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे.

इस अवसर पर डॉ. रमन सिंह ने कहा कि डॉ. दिनेश मिश्र द्वारा काफी लंबे समय से समाजसेवा का कार्य किया जा रहा है. निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविरों के अलावा अंधविश्वास उन्मूलन और टोनही प्रताड़ित महिलाओं के पुनर्वास के लिए उनके द्वारा बहुत सराहनीय कार्य किए गए हैं. संस्था की छत्तीसगढ़ प्रमुख श्रीमती शर्मा ने कहा कि डॉ. दिनेश मिश्र ने पिछले 33 वर्षों में हर वर्ष दीपावली व होली में निःशुल्क नेत्र शिविर आयोजित किए. यह 66 शिविर एक तरह से बहुत ही आवश्यकता और आपातकालीन परिस्थितियों में किए गए जब बड़े-बड़े त्यौहारों के कारण चिकित्सकों की उपलब्धता नहीं होती है. ऐसी स्थिति में मरीज और उनके रिश्तेदार दुर्घटनाग्रस्त हालत में भटकते हैं. डॉ. मिश्र ने अपनी गुणवत्तापूर्ण सेवाओं से विश्वसनीय मदद प्रदान करते हुए मानवता की बड़ी सेवा की है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने डॉ. दिनेश मिश्र को पदक, प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया एवं उन्हें इस उपलब्धि के लिए बधाई दी.

डॉ. दिनेश मिश्र ने बताया कि उन्होंने वर्ष 1991 में यह सेवा शुरू की थी. उन्होंने देखा था कि त्यौहारों की खुशियों को गम में बदलने से बहुत ही निराशा का माहौल बनता है. ऐसे में शहर के बीच ऐसे निःशुल्क शिविर लगाने की जरूरत थी जहां आपात स्थिति के नाम पर बेहद जरूरतमंद और आपात स्थिति में पहुंचे मरीजों के साथ किसी भी तरह की उपेक्षा या धोखाधड़ी न हो. निःशुल्क शिविर करने से मरीजों को इस बात का भी विश्वास हुआ कि दुर्घटना के नाम से उनसे किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाएगा. इन शिविरों की चर्चा प्रदेश के दूर-दूर के जिलों और गांवों में पहुंची और लोग लंबी-लंबी दूरी तय कर राहत के लिए पहुंचने लगे. दिवाली में पटाखें हो या होली में रंग के कारण दुर्घटनाएं, दोनों परिस्थितियों में मरीजों के नेत्रहीन होने का खतरा रहता है इसलिए उन्हें तुरंत उपचार देना जरूरी होता है.

बता दें, डॉ. मिश्र द्वारा इन शिविरों के लिए कभी भी, किसी व्यक्ति या संस्था से कोई भी आर्थिक मदद नहीं ली गई. जिसमें निशुल्क, परीक्षण, उपचार, दवाईयां, यहां तक ऑपरेशन भी किया गया है. 4 हजार से अधिक घायल मरीजों का इलाज हुआ है. अपने सेवा कार्यों के लिए डॉ. मिश्र को प्रदेश शासन द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण रविशंकर शुक्ल सम्मान 2006, एवं राष्ट्रीय स्तर पर केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय अवॉर्ड 2008, महिला आयोग 2007 द्वारा सम्मानित किया जा चुका है. उन्हें रेड एंड व्हाइट ब्रेवरी गोल्ड अवॉर्ड भी प्राप्त हो चुका है. समय-समय पर विभिन्न मीडिया हाउस व अन्य समाजसेवी संस्थाओं द्वारा भी सम्मानित किया गया है.

प्रोफेसर से मारपीट के मामले में जज ने आरोपियों को आठ दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा, प्रश्रय देने वाले को मिली जमानत…

दुर्ग-  पुरानी भिलाई कॉलेज के प्रोफेसर विनोद शर्मा से मारपीट मामले में आरोपी प्रोबीर शर्मा और धीरज वस्त्रकार को न्यायाधीश ने 8 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है. वहीं दोनों आरोपियों को प्रश्रय देने वाले काकीनाड़ा के टी पवन को जमानत पर रिहा किया है. 

भिलाई-तीन स्थित डॉ ख़ूबचंद बघेल महाविद्यालय के प्रोफेसर विनोद शर्मा से मारपीट के मामले में पुलिस ने आंध्रप्रदेश के काकीनाड़ा से गिरफ्तार आरोपी प्रोबीर शर्मा और धीरज वस्त्रकार को पुलिस ने आज पुरानी भिलाई के प्रथम अतिरिक्त व्यवहार न्यायाधीश अमिता जायसवाल के न्यायालय में पेश किया.

प्रोबीर शर्मा के वकील एनके ठाकुर ने सुनवाई के दौरान पुलिस रिमांड का विरोध करते हुए कहा कि गिरफ्तारी के 30 घंटे बाद तक क्यों पूछताछ नहीं की गई. वहीं दूसरी ओर सरकारी अधिवक्ता ने पुलिस की ओर पेश का पक्ष रखा. दोनों पक्षों को सुनने के बाद न्यायाधीश ने दोनों आरोपियों – प्रोबीर शर्मा और धीरज वस्त्रकार को आठ दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा.

बीएनएस की धारा , 296 ,109, 115, 351 (2) के तहत पुलिस ने आरोपियों को रिमांड पर लिया. 22 तारीख तक रिमांड के दौरान पुलिस दोनों आरोपियों का बयान वीडियोग्राफी के माध्यम से दर्ज करने के साथ उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और पंजाब लेकर जाएगी, जहां आरोपियों ने आने मोबाइल सिम नष्ट किए हैं. इसके साथ दोनों प्रश्रय देने वाले काकीनाडा के टी पवन को 50 हजार रुपए के मुचलके पर जमानत पर रिहा किया.

प्रयागराज महाकुंभ में लोगों के आकर्षण का केंद्र बना छत्तीसगढ़ पैवेलियन,छत्तीसगढ़ी कला,संस्कृति और इतिहास को जानने के लिए उमड़ रही है लोगों की भीड़

रायपुर-   छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति और यहां का गौरवशाली इतिहास हर किसी को प्रेरित करता है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व और मोदी की गारंटी के साथ तेजी से आगे बढ़ रहे छत्तीसगढ़ को जानने के लिए देश में हर कोई बेताब रहता है। इसकी बड़ी झलक प्रयागराज महाकुम्भ के दौरान छत्तीसगढ़ पैवेलियन में देखने को मिल रही है।

प्रयागराज के सेक्टर 6 महाकुम्भ में लक्ष्मीद्वार के पास भारत सरकार के कलाग्राम के सामने छत्तीसगढ़ पैवेलियन स्थित है। इसके प्रवेश द्वार को छत्तीसगढ़ की पहचान गौर मुकुट का रूप दिया गया है जो दूर से ही श्रद्धालुओं को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है। प्रवेश द्वार पर ही भारत के नियाग्रा कहे जाने वाले बस्तर के चित्रकोट जलप्रपात की तस्वीर लगी है। पैवेलियन के भीतर प्रवेश करते ही छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा स्थापित की गयी है और प्रवेश द्वार के दाहिनी तरफ राज्य की चार ईष्ट देवियां मां महामाया, मां चंद्रहासिनी, मां दंतेश्वरी और मां बम्लेश्वरी की फोटो और उनकी जानकारी दी गयी है।

पैवेलियन के भीतर प्रवेश करते ही बांयी तरफ छत्तीसगढ़ के जीवंत ग्रामीण परिवेश को दिखाया गया है। यहां पर परंपरागत ग्रामीण जीवन के साथ ही आदिवासी कला, संस्कृति, आभूषण, वस्त्र समेत एक संपूर्ण गांव का चित्रण किया गया है।

छत्तीसगढ़ के प्रदर्शनी में प्रवेश करने के पहले बस्तर के ढोकरा शिल्प और राजकीय पशु तथा पक्षी को दर्शाया गया है। प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ शासन की फ्लैगशिप योजनाओं विशेषतर मोर आवास मोर अधिकार, 3100 रूपए प्रति क्विंटल धान खरीदी योजना की जानकारी दर्शायी गयी है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक विरासत के रूप में सिरपुर और जैतखाम की प्रतिकृति को निर्मित किया गया है।

स्थानीय लोग और देश भर से आए श्रद्धालु छत्तीसगढ़ को ज्यादा से ज्यादा करीब से जान पाएं, इसके लिए वर्चुअल रियेलिटी हेडसेट और डोम के भीतर 180 डिग्री वीडियो के माध्यम से शासन की योजनाओं और छत्तीसगढ़ राज्य की जानकारी साझा की जा रही है। इन तकनीकों के जरिए छत्तीसगढ़ को जानने के लिए स्थानीय लोगों में जबरदस्त उत्साह है और लोग लंबी लाइन लगाकर अपनी बारी का इंतजार करते हुए नजर आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने की संकल्पना पर काम कर रहे हैं और ये संकल्पना धीरे धीरे मूर्त रूप ले रही है। जिस तरह से छत्तीसगढ़ को जानने और समझने की इच्छा रखने वाले यहां आ रहे हैं उससे मुख्यमंत्री के नेतृत्व में किए जा रहे कार्यों की सार्थकता झलक रही है। इसे देखकर कहा जा सकता है मानो उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मानो एक छोटा सा छत्तीसगढ़ ही बसा हुआ है।

निर्माणाधीन मकान तोड़ने पर भड़के ग्रामीण : चक्काजाम कर प्रशासन के खिलाफ लगाए नारे

बीजापुर-    जिले के गंगालूर तहसील में बीते दिन एक निर्माणधीन मकान पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया. इससे नाराज ग्रामीणों ने आज गंगालूर से बीजापुर के बीच सड़क पर बैठकर चक्काजाम किया. करीब 4 घंटे तक नाराज ग्रामीणों ने चक्काजाम कर शासन और प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए. इस दौरान गंगालूर से बीजापुर आने वाले सारे यात्री और बाजार हाट वाले परेशान होते रहे. बीजापुर भाजपा के नेता भी ग्रामीणों के साथ सड़क पर बैठ प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए. इस बीच गंगालूर तहसीलदार,पटवारी और पुलिस प्रशासन के लोग धरना स्थल पहुंचे और पीड़ित परिवार को दो दिनों का आश्वासन देकर प्रदर्शन का समाप्त कराया.

पीड़ित सोमलू हेमला ने बताया कि इस जमीन में मेरे पूर्वज घर बनाए थे. घर बरसात में कमजोर होकर गिरने पर उस जगह पर मैं एक-एक पाई पैसा जोड़कर नया घर बना रहा था. इसके लिए ग्राम सभा की बैठक में सभी की सहमति से ही मैं उस घर को बना रहा था, परंतु प्रशासन ने मुझे किसी भी प्रकार से बिना जानकारी के मेरे घर पर बुलडोजर चलवा दिया, जिससे मैं और मेरा परिवार बहुत आहत हैं. प्रशासन अगर दो दिन बाद न्याय नहीं करेगा तो बीजापुर जिले में ग्रामीणों के साथ धरना प्रदर्शन करेंगे.

न्याय नहीं मिलने पर बीजापुर में देंगे धरना

स्थानीय सरपंच कमलू राजू ने कहा कि पीड़ित परिवार ने 2 अक्टूबर 2024 को स्थानीय ग्राम सभा में आवेदन किया था, उसको मैं पांच गांवों की सहमति पर साइन करने दिया था. तहसीलदार गंगालूर को भी आवेदन दिया था, लेकिन तहसीलदार और पटवारी ने किसी का सुने बिना अपने तरीके से बुलडोजर लाकर चलवा दिया, जिसके लिए हमें आज प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलना पड़ा. दो दिन प्रशासन ने समय मांगा है. अगर दो दिन बाद पीड़ित परिवार को मुआवजा और न्याय नहीं मिला तो हम जिला मुख्यालय में धरने पर बैठने के लिए बाध्य होंगे, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी. इस मामले में तहसीलदार लोकेश ठाकुर को मोबाइल पर संपर्क करने पर उन्होंने फोन रिसीव करना मुनासिब नहीं समझा.

“प्रेस से मिलिए” कार्यक्रम में शामिल हुए डिप्टी सीएम अरुण साव, पत्रकारों की मांगों को पूरा करने का दिया आश्वासन
रायपुर- छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने रायपुर प्रेस क्लब में आयोजित “प्रेस से मिलिए” कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से महत्वपूर्ण संवाद किया। इस कार्यक्रम में उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा, नगरीय विकास की दिशा में किए गए कार्यों, आगामी नगरीय निकाय चुनाव समेत कई मुद्दों पर अपने विचार साझा किए।

रायपुर प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों ने उपमुख्यमंत्री के समक्ष रुकने के लिए रूम, गार्डन और बैठने की व्यवस्था जैसी मूलभूत सुविधाओं की मांग की, जिस पर उन्होंने कहा कि “अगर पहले बताया जाता, तो मैं वहां जाकर समाधान करता। कोई कानूनी अर्चन नहीं आएगी और मैं आपकी मांग पूरी करूंगा।” इसके साथ ही उन्होंने बीजापुर के दिवंगत पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में 1-2 दिनों में SIT की रिपोर्ट आने की बात कही, उन्होंने कहा कि जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

राजनीतिक यात्रा की शुरुआत से लेकर उपमुख्यमंत्री बनने तक का सफर

कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने अपनी राजनीतिक यात्रा के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि वह 1990 से 1995 तक विद्यार्थी परिषद में थे। इसके बाद उन्होंने मुंगेली में युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष के रूप में राजनीति में कदम रखा। साव ने बताया कि इसके बाद वे बिलासपुर में उच्च न्यायालय में वकालत करने के लिए आए और 2018 तक महाधिवक्ता के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाई। साल 2019 में पार्टी ने उन्हें लोकसभा भेजा, जहाँ उन्होंने सक्रिय रूप से काम किया और इसके बाद उन्हें प्रदेश अध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी दी गई। 13 दिसंबर 2024 से वे उपमुख्यमंत्री के रूप में जनता की सेवा में लगे हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कभी उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि वे विधायक और सांसद बनेंगे, लेकिन अब वे काम करने में विश्वास रखते हैं और लगातार काम करना उन्हें अच्छा लगता है।

नगरीय विकास और सुधार की दिशा में उठाए ये कदम

उपमुख्यमंत्री ने नगरीय विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि नगरीय निकायों में अब शिविर लगाने की आवश्यकता नहीं रही। इसके बजाय, उन्होंने 15 दिनों का विशेष अभियान चलाया, जिसमें नल, सफाई, और विकास से संबंधित समस्याओं का समाधान किया गया। उन्होंने बताया कि नगर निगम अधिकारियों को सप्ताह में तीन दिन भ्रमण पर भेजा गया है, ताकि विकास कार्यों और व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया जा सके। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि 7,300 करोड़ रुपए की राशि सभी नगर पंचायतों को भेजी जाएगी।

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि शहरों का विकास अवरुद्ध हो गया था, उसे गति दी गई है। कुछ नगर पंचायत बनाई गई हैं। अधिकांश नगर निगम और पंचायतों में कांग्रेस के लोग महापौर और अध्यक्ष के पदों पर थे। इसके बावजूद हमने राशि जारी करने में कोई मतभेद नहीं किया। किसी को मंत्रालय आने की जरूरत नहीं पड़ी। आज ऐसा कोई शहर नहीं है जहां विकास कार्य नहीं चल रहे हैं। लोक निर्माण विभाग में नई सड़कों को स्वीकृति देने का काम हमने किया है।”

हर घर नल से जल और भ्रष्टाचार पर कड़ा रुख

“हर घर नल से जल मिशन” पर बात करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उनका उद्देश्य हर घर तक नल से जल पहुंचाना है, और इस दौरान किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने रायपुर में स्काईवॉक निर्माण कार्य की जानकारी दी और बताया कि टेंडर प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही इसका काम शुरू होगा।

निकाय चुनाव की घोषणा हो सकती है जल्द

उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ में निकाय चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है। इसके साथ ही, त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां अंतिम चरण में हैं और राज्य निर्वाचन आयोग इस पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित किए हुए है।

छत्तीसगढ़ ही एक ऐसा राज्य, जहां भांजे को माना जाता है भगवान का स्वरूप: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-    प्रभु श्री राम छत्तीसगढ़ के कण-कण में बसे हुए हैं, जन-जन में बसे हुए हैं। भगवान श्रीराम हमारे भांचा राम हैं। पूरी दुनिया में छत्तीसगढ़ ही एक ऐसा राज्य है, जहां भांजे को भगवान स्वरूप में पूजते हैं, उनका चरण पखारते हैं। उन्हें दंडवत होकर प्रणाम करते हैं। हमारी सरकार की श्रीराम लला दर्शन योजना से राज्य के 20 हजार से अधिक लोग अयोध्या में भगवान श्रीराम का दर्शन कर चुके हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के तीन दिवसीय तातापानी महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर उक्त बाते कही।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हम लोग तातापानी संक्रांति परब में हर साल यहां आते हैं। पिछले साल जब हम लोग यहां आए थे, तब इस पावन स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की थी। परिणाम आप सबके सामने है, आज तस्वीर बहुत कुछ बदली-बदली सी नजर आ रही है। यहां विकास के काम तेजी से हुए हैं और लगातार हो ही रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। खासकर सरगुजा और बस्तर जिले में अनेक ऐसे सुंदर स्थान हैं, जो पूरी दुनिया के आकर्षण का केंद्र बन सकते हैं। ऐसे स्थलों को चिन्हित कर पर्यटन स्थलों का विकास तेजी से कराया जा रहा है। तातापानी भी ऐसी ही जगहों में से एक है। हम इन सभी दर्शनीय स्थलों को पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित करेंगे। इससे रोजगार और आय के अवसर बढ़ेंगे। अभी हम लोगों ने 177 करोड़ रुपये के 198 विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन किया है। इनमें करीब 134 करोड़ रुपये की लागत के 140 कार्यों का भूमिपूजन और 43 करोड़ रुपये के 58 कार्यों का लोकार्पण शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नालंदा परिसर के निर्माण के लिए हम लोगों ने आज भूमिपूजन किया है, जिसके निर्माण से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं को विशेष लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बलरामपुर कॉलेज में ऑडिटोरियम निर्माण की घोषणा की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत 300 बेटियों के हाथ पीले हुए हैं। उन्होंने सभी नवदंपतियों को आशीर्वाद देते हुए सभी के सुखमय गृहस्थ जीवन की मंगल कामना की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि तातापानी संक्रांति परब बलरामपुर-रामानुजगंज जिले का गौरव है। तातापानी दुनिया के उन चुनिंदा स्थानों में से एक है, जहां गर्म-पानी के कुंड के रूप में प्रकृति की शक्ति को प्रत्यक्ष देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि तातापानी संक्रांति परब का यह आयोजन समाज में एकता और सौहार्द का संदेश भी देता है। इस महोत्सव में लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों के साथ ही पतंगबाजी और आरागाही हवाई पट्टी पर पैरासेलिंग का आनंद भी आप लोग उठा पाएंगे। यहां किसान संगोष्ठी और पंच-सरपंच सम्मेलन भी होगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत के निर्माण का लक्ष्य सामने रखा है। इसी के अनुरूप हम भी विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ा रहे है। पिछले एक साल में हमारी सरकार ने मोदी की अधिकांश गारंटियों को पूरा किया है। इस साल छत्तीसगढ़ में धान की फसल अच्छी हुई है। 3100 रुपए क्विंटल के दाम से प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान की खरीदी हो रही है। इस साल किसान भाइयों के घरों में रिकॉर्ड पैसा आने वाला है। अभी किसान भाइयों को धान के समर्थन मूल्य का भुगतान हो रहा है, शीघ्र ही उनके खातों में अंतर की राशि भी भेज दी जाएगी। हमारी सरकार राज्य के गरीब परिवारों को पांच साल तक निःशुल्क राशन उपलब्ध कराने का निर्णय भी लिया है। तेंदूपत्ता संग्रहण दर को हमने चार हजार रूपये से बढ़ाकर साढ़े 5 हजार रुपए प्रति मानक बोरा कर दिया है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सभी आवासहीन पात्र परिवारों को प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराया जा रहा है। हमने सरकार के शपथ ग्रहण के दूसरे दिन प्रदेश के आवासहीनों के लिए 18 लाख प्रधानमंत्री आवासों की स्वीकृति दी। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छत्तीसगढ़ के लिए 3 लाख से अधिक प्रधानमंत्री आवास योजना की घोषणा की है। उन्होंने अगले वित्तीय वर्ष में छत्तीसगढ़ को 4 लाख नए आवास के लिए सहमति दी है। उन्होंने कहा नये सर्वे में अब हितग्राहियों की मासिक आय सीमा बढ़ाकर 15,000 रुपये कर दी गई है। इसके अलावा जिनके पास ढाई एकड़ सिंचित भूमि या पांच एकड़ असिंचित भूमि है, वे भी अब इस योजना के तहत पात्र होंगे । हितग्राही अब स्वयं भी अपने आवास हेतु मोबाइल एप के जरिए आवेदन और सर्वेक्षण कर सकते हैं।

प्रदेश के कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की गारंटी और प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रयासों से प्रदेश के लाखों परिवारों में खुशी और समृद्धि आई है। शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं ने समाज के कमजोर वर्गों के जीवनस्तर में सुखद बदलाव लाने का काम किया है।

इस अवसर पर सामरी विधायक उद्धेश्‍वरी पैकरा, प्रतापपुर विधायक शंकुतला पोर्ते, सरगुजा विधायक राजेश अग्रवाल, लुण्ड्रा विधायक प्रबोध मिंज सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

आओ पेड़ लगाए हम : पर्यावरण संरक्षण का संदेश लिए महाकुंभ में पहुंचे बालोद के पर्यावरण प्रेमी भोज साहू…

बालोद-  प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में शामिल होने पहुंच रहे लाखों श्रद्धालुओं को पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूक करने बालोद जिले के पर्यावरण प्रेमी भोज साहू अपने सहयोगी के साथ पहुंचे हैं.

भोज साहू प्रयागराज पहुंचकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए हाथों में पर्यावरण संरक्षण का संदेश लिखा हुआ तख्ती व सिर पर कागज का टोपीनुमा स्लोगन लेखन करके पीछे पीठ पर बेल पौधा रखा आक्सीजन नुमा डिब्बा लटकाकर रखा हुआ है.

मुंह-नाक में मास्क लगाकर भोज साहू पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए ‘सांसें हो रही है कम, आओ पेड़ लगाए हम, जागोगे तुम जागेगा भारत, स्वच्छ वायु पाएगा भारत’ स्लोगन के जरिए महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं.

हिट एंड रन का मामला: तेज रफ्तार कार ने ऑटो को मारी टक्कर, घायल महिला की अस्पताल में हुई मौत

रायपुर-   छत्तीसगढ़ की राजधानी में आज फिर एक हिट एंड रन का मामला सामने आया है. सिविल लाइन थाना क्षेत्र के भगत सिंह चौक पर तेज रफ्तार कार पर सवार महिला चालक ने एक ऑटो को टक्कर मार दी. जोरदार ठोकर लगने से ऑटो पलट गई जिसकी चपेट में पैदल सड़क पार कर रही एक महिला आ गई. हादसे में महिला गंभीर रूप से घायल हो गई. राहगिरों ने पुलिस और एंबुलेंस सेवा के लिए सूचना दी लेकिन समय रहते दोनों ही मौके पर नहीं पहुंच सके. आनन-फानन में लोगों ने निजी वाहने में महिला को अस्पताल पहुंचाया जहां उपचार के दौरान महिला की मौत हो गई.

वहीं कार चालक महिला टक्कर मारते हुए तुरंत कार (आल्टो कार क्र CG 04 ME 2063)  समेत मौके से फरार हो गई थी, जिसे पुलिस ने राज टॉकिज के पास से गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल सिविल लाइन पुलिस ने मर्ग कायम कर महिला के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और महिला की पहचान पता करने समेत आगे की कार्रवाई में जुट गई है.