रांची के ऐतिहासिक टुसू मेले में गीत-नृत्य पर जमकर थिरके लोग
रांची : राजधानी रांची के अल्बर्ट एक्का चौक में टुसू महापर्व का आयोजन किया गया। इस महापर्व में पारम्परिक रीति रिवाज के अनुसार टुसू थापना, टुसू पूजन, टुसू वंदना, सामूहिक टुसू गीत, सामूहिक टुसू नृत्य, छौ नृत्य को प्रस्तुत किया गया। इस टुसू मेला में JLKM के केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष देवेन्द्र नाथ महतो, संरक्षक अनंत महतो, सोनू, विक्की, के अलावा अन्य सैकड़ों लोग उपस्थित थे।झारखंडी भाषा खतियान संस्कृति समिति के द्वारा यह आयोजन किया गया।
बड़ी संख्या में लोग अपने पारंपरिक टुसू चौड़ल के साथ गाजे-बाजे के साथ नृत्य करते हुए मेला में शामिल हुए।इस टुसू मेले में आदिवासी-मूलवासी समाज के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। पारंपरिक वेशभूषा और लोकगीतों की गूंज ने आयोजन को अद्भुत रंगों से भर दिया।टुसू पर्व न केवल झारखंड की सांस्कृतिक एकता को मजबूत किया, बल्कि लोगों को अपनी जड़ों और विरासत से जोड़ने का कार्य भी किया। इस आयोजन में हर आयु वर्ग के लोग शामिल हुए और इसने नयी पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक परंपराओं से परिचित कराने में अहम भूमिका निभायी। इस पर्व ने झारखंड की बहुरंगी संस्कृति को उजागर करते हुए सामुदायिक एकता और समरसता का संदेश दिया। यह आयोजन यह दिखाता है कि लोक परंपराएं केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं हैं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर और सामुदायिक पहचान का अभिन्न हिस्सा भी हैं।
यहां आदिवासी महिलाएं और पुरुष अपने पारंपरिक परिधान में ढोल-नगाड़े और मांदर की थाप के साथ जगह-जगह पारंपरिक गीतों पर झूम रहे थे। इस दौरान सर्वश्रेष्ठ टुसू व चौड़ल लाने वाले दलों को पुरस्कृत भी किया गया।
Jan 12 2025, 13:54