शिक्षामित्र अध्यापक हुआ साइबर ठगी का शिकार, सहयोगी अध्यापक बन उड़ाया 65 हजार
संतोष देव गिरि, मिर्जापुर। जिले के हलिया विकास खंड के हलिया शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय सगरा में तैनात शिक्षा मित्र साइबर ठगों के झांसे में आकर 65 हजार रुपए गंवा बैठे। जानकारी के मुताबिक हलिया कस्बा निवासी उमाशंकर ने साइबर क्राइम ब्रांच में लिखित शिकायत करते हुए बताया कि उनके मोबाइल पर सहयोगी अध्यापक बनकर राजेश गौड़ के नाम से फोन आया और तमाम परिचय देते हुए उसने बताया कि उनके लड़के का पैर फैक्चर हो गया है जिसे लेकर वह लखनऊ के एक अस्पताल में एडमिट हैं। डाक्टर के इलाज व दवा का पैसे देने के लिए उनके मोबाइल से पैसे ट्रांसफर नहीं हो रहे हैं मैं आपके के मोबाइल एकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर रहा हूं और आप एक-दूसरे नम्बर पर ₹65 हजार ट्रांसफर कर दिजिए जिससे मेरे बच्चे का इलाज हो सके। साइबर ठग ने 65 हजार रुपए का एक मैसेज पीड़ित शिक्षामित्र के मोबाइल एकाउंट में भेज दिया और शिक्षामित्र ने बगैर सोचे समझे ठग की मोबाइल एकाउंट में 65 हजार रुपए ट्रांसफर करने के बाद अपना पे एकाउंट चेक किए तो खाते में पैसे आए ही नहीं थे, जिसे देखकर पीड़ित के पैरों तले से जमीन खिसक गई और वह घबराकर इनकमिंग काल नम्बर पर बार बार फोन करने लगा। जिसके बाद साइबर ठग ने अपना मोबाइल स्वीच ऑफ कर लिया। मोबाइल स्वीच ऑफ होने के बाद ठगी का शिकार हुए शिक्षामित्र ने साइबर क्राइम ब्रांच में शिकायत कर कार्रवाई व पैसा वापस दिलाने की मांग की है।
Jan 09 2025, 19:45