भारतीय संस्कृति और रामायण के आदर्शों को समर्पित होगा विश्वविद्यालय-अजय प्रकाश
अयोध्या।महर्षि महेश योगी जी की 108वीं जयंती महर्षि महेश योगी रामायण विश्वविद्यालय, अयोध्या में भव्य रूप से मनाई जा रही है। महर्षि महेश योगी जी को भारत के महानतम वैज्ञानिक संतों में गिना जाता है जिन्होंने भावातीत ध्यान योग की सरल और वैज्ञानिक विधि के माध्यम से संपूर्ण विश्व को आनंदमय और संतुलित जीवन जीने का मार्ग दिखाया। उक्त जानकरी रामायण विश्वविद्यालय के कुलाधिपति अजय प्रकाश श्रीवास्तव ने एक पत्रकार वार्ता में पत्रकारो को दी।
उन्होंने बताया कि महर्षि जी ने अयोध्या में रामायण विश्वविद्यालय की स्थापना का सपना देखा था, ताकि रामायण के आदर्शों और वैदिक ज्ञान से पूरी दुनिया को लाभान्वित किया जा सके। उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सहयोग से इस विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है। प्रेस वार्ता के दौरान, महर्षि संस्थान के प्रतिनिधि अजय प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि यह विश्वविद्यालय भारतीय संस्कृति और रामायण के आदर्शों को समर्पित होगा और आने वाली पीढ़ियों को नैतिक और आध्यात्मिक शिक्षा प्रदान करेगा। यह विश्वविद्यालय 21 एकड़ भूमि में फैला होगा और इसके निर्माण पर लगभग 500 करोड़ रुपये की लागत आएगी। विश्वविद्यालय के भवनों के नाम रामायण के पात्रों पर आधारित होंगे।
जयंती समारोह के विशेष कार्यक्रम
महर्षि महेश योगी जी की 108वीं जयंती के उपलक्ष्य में 10 से 12 जनवरी 2025 तक विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें शामिल हैं:कलश स्थापना,राम तारक यज्ञ,भजन सम्राट ओम प्रकाश का भजन गायन,डॉ. कुमार विश्वास द्वारा राम कथा "अपने-अपने राम" का विशेष आयोजन,विश्वव्यापी श्रद्धांजलि होगी। सम्पूर्ण विश्व महर्षि महेश योगी जी के योगदान को श्रद्धापूर्वक याद कर रहा है। उनके द्वारा स्थापित वैदिक ज्ञान की परंपराएं आज भी लाखों लोगों के जीवन में शांति और स्थिरता ला रही हैं। अयोध्या में आयोजित यह समारोह भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का उत्सव है, जो आने वाली पीढ़ियों को रामायण और वैदिक ज्ञान से जोड़ने का माध्यम बनेगा।
Jan 09 2025, 19:36