अब तेलंगाना नहीं छत्तीसगढ़ की बिजली से रोशन होंगे किस्टाराम के 29 गांव, 2025 तक बस्तर के सभी गांव में बिजली विस्तार का दावा
बस्तर- छत्तीसगढ़ बिजली आपूर्ति के मामले में आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ रहा है. इसके लिए राज्य सरकार और विद्युत कंपनी ने सराहनीय कदम उठाए हैं. किस्टाराम के 29 गांवों में तेलंगाना से बिजली की आपूर्ति को बंद कर छत्तीसगढ़ की अपनी बिजली पहुंचाई जा रही है. इससे राज्य की 1 करोड़ रुपए की बचत होगी.
सीएसईबी (छत्तीसगढ़ स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड) के अधिकारी सहदेव ठाकुर ने कहा है कि तेलंगाना से बिजली की आपूर्ति को पूरी तरह से रोककर सभी इलाकों में छत्तीसगढ़ की बिजली पहुंचाई जाएगी. उनका दावा है कि 2025 तक बस्तर के सभी गांवों में बिजली का विस्तार कर दिया जाएगा. यह कदम न केवल राज्य की वित्तीय स्थिति को मजबूत करेगा बल्कि बस्तर के ग्रामीण इलाकों में विकास को भी प्रोत्साहित करेगा.
दरअसल, सुकमा, बीजापुर, किस्टाराम, और मरईगुड़ा जैसे क्षेत्रों में पहले तेलंगाना से बिजली आपूर्ति की जाती थी. इसके लिए छत्तीसगढ़ को हर साल करीब 1.75 करोड़ रुपए का भुगतान करना पड़ता था. निर्भरता कम होने से छत्तीसगढ़ की 1 करोड़ रुपए की बचत होगी. हालांकि मरईगुड़ा के 15 गांवों में अभी भी तेलंगाना की बिजली उपयोग हो रही है.

बस्तर- छत्तीसगढ़ बिजली आपूर्ति के मामले में आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ रहा है. इसके लिए राज्य सरकार और विद्युत कंपनी ने सराहनीय कदम उठाए हैं. किस्टाराम के 29 गांवों में तेलंगाना से बिजली की आपूर्ति को बंद कर छत्तीसगढ़ की अपनी बिजली पहुंचाई जा रही है. इससे राज्य की 1 करोड़ रुपए की बचत होगी. 
बिलासपुर- छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में त्रिस्तरीय पंचायत राज संस्थानों में जिला पंचायत सदस्यों और जनपद अध्यक्षों के आरक्षण की प्रक्रिया आज पूरी हुई. जिले में 4 जनपद पंचायत हैं, इनमें से दो जनपद पंचायत अध्यक्ष के लिए अनुसूचित जाति महिला, एक में अनारक्षित महिला और एक जनपद अध्यक्ष के लिए अनारक्षित मुक्त आरक्षित किया गया है. वहीं जिला पंचायत के 17 सदस्यों के लिए आरक्षण की प्रक्रिया भी पूरी हो गई है.
बिलासपुर- हाईकोर्ट ने ऑनलाइन महादेव सट्टा ऐप के आरोपी अमित अग्रवाल का जमानत आवेदन खारिज कर दी है. आरोपी के खिलाफ मोहन नगर थाना सहित देश के विभिन्न थानों में मामला दर्ज है. कोर्ट ने उसके विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य होने के कारण जमानत पर छोड़ने से इनकार कर दिया है.
बिलासपुर- न्यायधानी बिलासपुर में मिशन अस्पताल के लीज के चर्चित मामले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. कमिश्नर कोर्ट के 30 अक्टूबर के आदेश के मद्देनजर आज मिशनरी कब्जे के अस्पताल को जमींदोज करने की कार्रवाई की जा रही है. मौके पर निगम अमला 10 बुलडोजर के साथ सरकारी जमीन से कब्जा हटाने जुट गया है. कैम्पस के भीतर बने भवनों को ढहाया जा रहा है.

रायपुर- बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के सनावल क्षेत्र को झारखंड से जोड़ने कन्हर नदी पर उच्च स्तरीय पुल का काम तेजी से चल रहा है। इस पुल के निर्माण से 20 गांवों की करीब 40 हजार आबादी को बड़ी राहत मिलेगी। सनावल क्षेत्र के कई गांवों के लोग रोजाना खरीदारी और इलाज के लिए नदी के उस पार स्थित झारखंड के जिला मुख्यालय गढ़वा तथा प्रखंड मुख्यालय नगर उटारी और धुरकी जाते हैं। कन्हर नदी पर इस पुल के शुरू हो जाने से सनावल क्षेत्र से इन तीनों शहरों की दूरी काफी कम हो जाएगी। क्षेत्रवासियों को बारहों महीने निर्बाध आवागमन की सुविधा मिलेगी।
रायपुर- रायपुर नगर निगम की सरकार का कार्यकाल 5 जनवरी को खत्म होने के बाद प्रशासक ने कार्यभार संभाल लिया है. आज सुबह कलेक्टर गौरव कुमार सिंह ने रायपुर नगर निगम का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने जन्म मृत्यु शाखा में जाकर नागरिकों से जानकारी ली और उनकी समस्या जानी. जिसके बाद उन्होंने संबंधित अधिकारियों को समय पर जन्म प्रमाण पत्र बनाकर देने के निर्देश दिए.
गरियाबंद- ओडिशा से अवैध धान का बड़ा खेप पकड़े जाने के बाद प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है. कलेक्टर दीपक अग्रवाल के निर्देश पर अपर कलेक्टर प्रकाश राजपूत ने देवभोग क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया. यहां उन्होंने धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण किया. इस दौरान गोहरापदर और देवभोग खरीदी केंद्रों में गड़बड़ियां सामने आई. टोकन में काटे गए मात्रा के अनुपात में किसान धान की मात्रा नहीं दिखा पाए. जिसके बाद अंतर की मात्रा 187 क्विंटल को सरेंडर कराया गया. वहीं समिति प्रभारीयो को थमा रहे शो काज नोटिस जारी करने की तैयारी है.
रायपुर- प्रदेश से गौ तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है. ताजा घटना सिमगा थाना क्षेत्र की है, जहां गौ रक्षकों ने बीती रात करीबन ढाई किमी तक पीछा कर गौ वंशों से लदे ट्रक को पकड़ने में कामयाबी पाई. मामले में ट्रक ड्राइवर के अलावा दो हेल्परों को गिरफ्तार किया गया है.
रायपुर- छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को लेकर साय सरकार नया कानून लाने जा रही है. छत्तीसगढ़ धर्म स्वातंत्र्य कानून में नियमों का उल्लंघन या जबरिया धर्म परिवर्तन कराने वाले को कड़ी सजा का प्रावधान होगा. इस कानून के बाहर जाकर कोई धर्म बदलेगा तो उसको मान्यता नहीं दी जाएगी. इसके अलावा प्रलोभन या दबाव डालकर धर्म परिवर्तन करने वाले को दोषी मानते हुए उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
Jan 08 2025, 16:29
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