*रात में फसलों की सिंचाई किसानों पर पड़ रही भारी*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।जनपद में पड़ रही कड़ाके की ठंड से आम जनमानस बेहाल है। जबकि खेतों में रात के समय सिंचाई कर रहे किसानों पर ठंड कहर बनकर टूटी है। सिंचाई के दौरान ठंड लगने से अब तक जिले में किसी की जान तो नहीं ग‌ई है, लेकिन बीमार होकर क‌ई अन्नदाताओं चिकित्सकों की शरण में गए हैं। चिकित्सकों का कहना है कि सिंचाई के समय लगातार पैर पानी में रहने से शरीर अकड़ जाता है, जिससे सीने व पेट में तेज दर्द होता है और यह स्थिति काफी घातक होती है। ऐसे में किसानों की सेहत पर विपरीत असर पड़ रहा है। ठंड के मौसम में जरा सी भी लापरवाही घातक साबित हो सकती है। रबी फसलों की सिंचाई करना बेहद ही जरूरी है।
*भदोही में 23 करोड़ से सौ शैया अस्पताल में बढ़ेंगी सुविधाएं* *2.55 से नर्म हाॅस्टल की मिली स्वीकृति,शव रोड और रिलेशनशिप हाल बनेंगे*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। कालीन नगरी में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर होनी शुरू हो गई है। सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले समय में हाईटेक स्वास्थ्य सुविधाएं लोगों को मिलनी शुरू हो जाएगी। सरपतहां स्थित 100 शैया अस्पताल में कुल 23 करोड़ से अलग-अलग विंग का काम शुरू हो गया है। इसमें सीसीयू वार्ड, नर्स हॉस्टल समेत अन्य काम शामिल हैं। सरपतहां स्थित 100 शैय्या अस्पताल निर्माण वैसे तो डेढ़ दशक पूर्व शुरू हुआ था। भ्रष्टाचार के कारण करीब चार से पांच साल तक काम अधर में लटका रहा। सूबे में साल 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद अधूरे काम को पूर्ण करने की कवायद शुरू की गई, लेकिन उसे धरातल पर लाते-लाते पांच साल बीत गए। वर्तमान में 18 करोड़ की लागत से जिले के पहले क्रिटिकल केयर यूनिट का निर्माण अस्पताल परिसर में चल रहा है। 50 बेड के सीसीयू अस्पताल दो मंजिला होगा। गंभीर मरीजों का त्वरित उपचार होगा, उन्हें कहीं पर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगा। इसके अलावा 1.60 करोड़ अस्पताल के चार अधूरे भवन के जीर्णोद्धार का कार्य तेजी से चल रहा है। इसके बाद 2.55 करोड़ से अस्पताल परिसर में नर्सिंग हाॅस्टल, आवास, डेड बॉडी हाउस, गैराज, परिजन रिलेशन सेट, प्रेस रुम, चिकित्साधिकारी आवास आदि समेत अन्य कार्य होंगे। इसकी स्वीकृति शासन स्तर से मिल चुकी है। जल्द ही यह भी कार्य शुरु होगा। आगामी दिनों में 100 बेड़ में तमाम प्रकार की जांच और उपचार का लाभ मरीज को मिलेगा। ये मिल रही सुविधाएं सौ शैय्या पर में अभी तक क‌ई सुविधाएं मिलनी शुरू हो गई है। जिले की पहली डायलिसिस यूनिट और बर्न यूनिट अस्पताल परिसर में संचालित है। इसके अलावा डिजिटल एक्स-रे सिर्फ सौ शैय्या अस्पताल में होता ऊं। इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब बनाया जा रहा है। जांच के लिए मिट्टी का सैंपल लैब भेजा गया है। एक ही छत के नीचे 30 से 35 प्रकार की जांचे होगी। जौनपुर के सीमावर्ती गांवों को भी लाभ अस्पताल में सभी सुविधाएं शुरू होने पर जिले के साथ ही प्रयागराज और जौनपुर के सीमावर्ती गांव के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा। जौनपुर के बरसठी सीएचसी, हंडिया सीएचसी संग क‌ई पीएचसी के लोगों का उपचार यहां हो पाएगा। इससे जिले की 20 लाख की आबादी के साथ ही दूसरे जिले के लोग भी इसका लाभ उठा सकेंगे। अस्पताल में सीसीयू से लेकर अधूरे भवन के मरम्मत कार्य का निर्माण कार्य चल रहा है। क‌ई अन्य प्रोजेक्ट की स्वीकृति शासन स्तर से मिली है। स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बेहतर हो रही है। ओपीडी में मरीजों की संख्या में वृद्धि भी हुई है। डॉ एसके पासवान सीएमएस सौ शैय्या अस्पताल
*भदोही के मोटे अनाज की महाकुंभ में दिखेगी झलक* *जिले की दो एफपीओ लगाएंगी स्टाॅल,13 की मिली स्वीकृति*
भदोही ‌।भदोही के मोटे अनाज की प्रयागराज आयोजित महाकुंभ में झलक दिखेगी। जिले की दो एफपीओ (कृषक उत्पादक संगठन) वहां पर स्टॉल लगाएंगी। डीघ और अभोली ब्लॉक की दोनों एफपीओ कुंभ मेले में मोटे अनाज को बेचने के साथ ही लोगों को इसके फायदे को गिनाएगी। उनकी तरफ से 24 स्टॉल की मांग की गई है, जिसमें 13 की स्वीकृति मिल गई है। इससे 50 से अधिक लोगों को रोजगार भी मिलेगा।किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार कृषक उत्पादक संगठनों के माध्यम से किसानों को सम़द्ध बना रही है। वित्तीय सहयोग देने के साथ ही अन्य सुविधाओं के माध्यम से उनको बेहतर कर रही है। जिले में कुल 39 एफपीओ से करीब 18 हजार से अधिक किसान जुड़े हैं। सभी एफपीओ मोटे अनाज, सब्जियों समेत अन्य उत्पाद को सीधे बाजारों में उतारकर अच्छी खासी कमाई कर रही हैं। यही नहीं कुछ एफपीओ तो सब्जियों को विदेशों में भेज रही हैं।अब प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ में भी एफपीओ मोटे अनाज जैसे कोदो, ज्वार, बाजरा का स्टॉल लगाकर इसके महत्व को लोगों को समझाएंगी। यही नहीं देश और विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को भी बेचेगी। इसके लिए अभोली फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी और स्वपन भारत एफपीओ ने वहां पर 13 स्टॉल बुक कर लिया है। एफपीओ के निदेशक आशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि महाकुंभ में 24 स्टॉल की मांग की गई है, इसमें 13 की स्वीकृति मिल चुकी है। बताया कि मोटे अनाज के साथ ही दाल, सब्जी और पानी का स्टॉल लगाया जाएगा। इसमें अधिकतर स्टॉल मोटे अनाज के रहेंगे। डीडी कृषि डॉ. अश्वनी कुमार सिंह ने बताया कि महाकुंभ में दो एफपीओ मोटे अनाज का स्टॉल लगाएंगे। विभाग की तरफ से उनको पूरा सहयोग दिया जा रहा है।
*हृदय रोगियों के लिए घातक हो रही है कड़ाके की सर्दी*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। कड़ाके की ठंड का सितम बढ़ता जा रहा है। तापमान में आ रही गिरावट वृद्धों का रक्त गाढ़ा करने लगा है। ऐसे में समय से उपचार नहीं हुआ तो बुजुर्गों की मौत तक हो सकती है। हाड़कंपा देने वाली ठंड में शीत से बचाव का बेहतर इंतजाम होना जरुरी है। खून गाढ़ा होने से वृद्धों में हैमोग्लोबिन में भी वृद्धि होता है। कंपकंपी बढ़ा देने वाली ठंड से हर तबका परेशान हैं। सीएमओ डॉ संतोष कुमार चक ने बताया कि कड़ाके की ठंड हृदय और अस्थमा मरीजों के लिए प्राण घातक साबित हो सकता है। सुबह सैर पर निकलना हृदय रोगियों के लिए घातक साबित हो सकता है। ऐसे में हृदय रोगी सुबह सैर पर निकलें तो पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़ा पहनें।
*चना - मटर फसल की हल्की हल्की सिंचाई करें किसान*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। खेत में तैयार हो रहे चना - मटर फसल की किसान हल्की सिंचाई करें। गहरी सिंचाई होने से दोनों फसल को नुकसान हो सकता है। इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ऐसे में फसल पाला की चपेट में आ सकते हैं। फसल को बचाव के लिए किसान हल्की सिंचाई करें। कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां के हेड एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि किसान मटर - चना फसल की हल्की सिंचाई करें। इन दिनों मटर - चना की हल्की सिंचाई किया जाना जरूरी होता है। दोनों फसल में लगने वाले रोग से बचाव को किसान कृषि विशेषज्ञों से संपर्क कर सकते हैं।
*भदोही में दो सीज, दो की चल रही जांच, आठ पर लटकी तलवार* *जिले के विभिन्न स्थानों पर वर्तमान में 44 अल्ट्रासाउंड सेंटर हो रहे संचालित*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। स्वास्थ्य विभाग के मानकों पर खरे न उतरने वाले जिले के अल्ट्रासाउंड सेंटरों को सीज किया जायेगा। विभाग पहले ही दो अल्ट्रासाउंड सेंटर सीज कर चुका है। वहीं दो अन्य की जांच की जा रही है। इसके अलावा आठ संचालकों ने नवीनीकरण के आवेदन किया है। अगर यहां भी मानक की अनदेखी मिलती है तो जांच के बाद कमियां मिलने पर इन्हें भी बंद कराया जाएगा। जिले में कुल 44 अल्ट्रासाउंड सेंटर चल रहे हैं। वहीं आठ अल्ट्रासाउंड का पंजीकरण समाप्त हो चुका है। जिसके संचालकों ने विभाग में नवीनीकरण को लेकर आवेदन किया है। विभाग के अनुसार अल्ट्रासाउंड का नवीनीकरण के पहले उसकी बकायदा जांच की जा रही है।जांच में खरा न उतरने पर उनके लाइसेंस को निरस्त कर दिया जाता है। विभाग ने दो लाइसेंस पहले ही निरस्त कर दिये हैं। इसके अलावा गोपीगंज में अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालक ने लाइसेंस सरेंडर कर दिया है। इसके बाद से सेंटर बंद है। वहीं भदोही में जिलाधिकारी के निर्देश पर मशीन जब्त करके सेंटर बंद किया गया है। इसी तरह भदोही और कोईरौना सेंटर के प्रबंधक द्वारा बार-बार आदेशों का उल्लंघन किया जा रहा है। इसे लेकर विभागीय स्तर से जांच की जा रही है। अगर कार्यप्रणाली में सुधार नहीं आती है तो इसे भी बंद करने की कार्रवाई होगी। अल्ट्रासाउंड सेंटर को लेकर महकमा सख्त है। जिले में कई ऐसे सेंटर है, जो एक ही व्यक्ति के नाम पर दो सेंटर संचालित हो रहे हैं। इसके प्रबंधक अलग अलग है, लेकिन सोनोलॉजिस्ट एक ही है। सवाल यह है कि सोनोलॉजिस्ट एक ही समय कैसे दोनों सेंटरों पर मरीज का अल्ट्रासाउंड करता है। यानी किसी न किसी सेंटर पर अप्रशिक्षित मरीजों की रिपोर्ट तैयार करते हैं। ऐसे सेंटर ज्ञानपुर, गोपीगंज में संचालित है ।जिसे लेकर महकमा अनजान बना हुआ है। जिले में कुल 44 अल्ट्रासाउंड सेंटर क्रियाशील है। आठ सेंटर की वैधता तिथि सन 2024 में समाप्त हो गई है। हर तीन महीने में जांच हर तीन महीने में एक बार अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच की जाती है। टीम में अल्ट्रासाउंड के नोडल, एसडीएम और सीएचसी अधीक्षक होते हैं। इन्हीं के नेतृत्व में एक - एक सेंटर की जांच की जाती है। यह जांच औचक होती है। इसकी जानकारी विभागीय अधिकारी को भी नहीं होती है। इसकी रिपोर्ट डीएम का भेजी जाती है। अल्ट्रासाउंड के मानक सोनोलॉजिस्ट ही अल्ट्रासाउंड करें सेंटर पर सीसीटीवी कैमरा लगा होना चाहिए सोनालाॅजिस्ट रोजाना सेंटर पहुंचे और प्रसूता का अल्ट्रासाउंड करें सेंटर पर पंजीकरण नंबर होना अनिवार्य है ‌। जांच में गड़बड़ी मिलने पर साल भर में दो अल्ट्रासाउंड सेंटर के लाइसेंस सरेंडर कर दिए गए हैं। दो प्रबंधक आदेशों का उलंघन किए हैं,इसे लेकर जांच चल रही है। वहीं जो नवीकरणीय को आवेदन है। उनकी भी जांच होगी। डॉ संतोष कुमार चक मुख्य चिकित्साधिकारी भदोही
*भदोही से शुरू होगी बुलेट रानी की धार्मिक यात्रा, 4 राज्यों के 36 जिलों का भ्रमण कर पहुंचेगी प्रयागराज*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। काशी और प्रयाग के मध्य स्थित जनपद भदोही की धरती से 9 जनवरी को एक अनोखी धार्मिक यात्रा का शुभारंभ होगा। बुलेट रानी के नाम से प्रसिद्ध राजलक्ष्मी मंदा आओ कुंभ नहाओ संदेश ( स्लोगन) के साथ बुलेट मोटरसाइकिल पर 2000 किलोमीटर की यात्रा पर निकलेगी। इस यात्रा का मकसद सनातनियों में धार्मिक संस्कृति और आस्था को जानते हुए प्रयागराज में लगने जा रहे महाकुंभ में पहुंचने के लिए प्रेरित करना है। बुलेट रानी के साथ करीब 35 लोगों की टीम भी धर्मध्वजा के साथ 12 दिनी सफर पर निकलेगी। 09 जनवरी को भदोही के द्वादश ज्योतिर्लिंग सुंदरवन से इस धार्मिक यात्रा का पदार्पण होगा। वाराणसी, गोरखपुर, अयोध्या, लखनऊ, दिल्ली कानपुर, चित्रकूट सहित 04 राज्यों के 36 जिलों से होते हुए त्रिवेणी संगम में 20 जनवरी को यात्रा समाप्त होगी। यात्रा को जाने वाली यह टीम महाकुंभ की ऐतिहासिक महत्ताओं का प्रचार करेगी। साथ ही हिंदू धर्मावलंबियों में कल्पवास एवं महाकुंभ स्नान के प्रति उत्साह व उत्सुकता का संचरण भी करेगी। बता दें कि देश में बुलेट रानी के नाम से मशहूर राजलक्ष्मी मंदा मूल रूप से तमिलनाडु की रहनेवाली है। मंदा अपने साहस और धर्मनिष्ठ के लिए जानी जाती है। इन दिनों वह यूपी के भदोही जिले के सुदंरवन ( कटेवना) में प्रतीकात्मक द्वादश ज्योतिर्लिंगों के स्थापना के साथ विश्व के सबसे ऊंचे तांबे के शिवलिंग के निर्माण कार्य में जुटी हुई है। राजलक्ष्मी मंदा प्रतीकात्मक द्वादश ज्योतिर्लिंगों से लदे ट्रक रानी यानी राजलक्ष्मी मंदा का कहना है कि यह यात्रा भारतीय संस्कृति और परंपरा को नया आयाम देने की एक प्रेरणादायक कोशिश है। पीएम मोदी व बीजेपी के चुनाव प्रचार लिए राज लक्ष्मी मंदा 21 हजार किलोमीटर की बुलेट यात्रा भी कर चुकी है।
*7 दिवसीय खादी तथा ग्रामोद्योग प्रदर्शनी का 06 जनवरी को वीएनजीआईसी मैदान पर होगा भव्य शुभारंभ*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिला ग्रामोद्योग अधिकारी अमितेश कुमार सिंह ने जनपदवासियों को सूचित किया कि 06 से 12 जनवरी 2025 तक विभूति नारायण राजकीय इण्टर कालेज ग्राउण्ड, ज्ञानपुर, भदोही में 7 दिवसीय खादी तथा ग्रामोद्योग प्रदर्शनी का शुभारंभ जिलाधिकारी विशाल सिंह व जनप्रतिनिधियों द्वारा किया जाएगा। मेले में खादी एवं ग्रामोद्योग द्वारा निर्मित विभिन्न उत्पादों व वस्तुओं का विक्रय किया जाएगा। जिला ग्रामोद्योग अधिकारी ने जनपदवासियों से अपील किया कि मेले में पधारकर खादी व ग्रामोद्योग बधुओ के हुनरमंद हाथों को मजबूत करते हुए उन्हें स्वालंबी व आत्मनिर्भर बनाए।
*जिलाधिकारी ने लक्ष्मणपट्टी देवनाथपुर में मुसहर लोगों सहित असहायों को वितरित किया कंबल*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिलाधिकारी विशाल सिंह द्वारा तहसील ज्ञानपुर के लक्ष्मणपट्टी देवनाथपुर में मुसहर लोगों सहित असहायों को 100 कंबल वितरित किया गया। कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि इस पुनीत कार्य का हिस्सा बनकर हर्ष की अनुभूति हो रही है, उन्होंने अपील किया कि जिस प्रकार बढ़ते ठंड के प्रकोप के दृष्टिगत शासन के द्वारा कंबल वितरण किया जा रहा है, उसी प्रकार जनपद के प्रबुद्धजन, सक्षम और संपन्न लोग भी कंबल वितरण जैसे पुनीत कार्य में हिस्सा ले और इसे आगे बढ़ाएं जिससे कि गरीब असहाय लोगों को भी संबल और सुविधाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में सभी योजनाओं को यथार्थ के धरातल पर पात्रता के आधार पर वंचित एवं पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। जिलाधिकारी के नेतृत्व में सभी तहसीलों, निकायों में असहायों को शासकीय कंबल का वितरित किया जा रहा हैं। इस अवसर तहसीलदार अजय कुमार सिंह , राजस्व टीम सहित स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
*भदोही में लापता तीन शिक्षकों पर शिकंजा सेवा समाप्त करने की तैयारी* *अंतिम नोटिस में 25 दिसंबर तक मांगा गया था स्पष्टीकरण, नहीं पहुंचे*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। परिषदीय विद्यालय से डेढ़ से दो साल से लापता चल रहे तीन शिक्षकों के खिलाफ बेसिक शिक्षा विभाग ने शिकंजा कस लिया है। 15 दिन पूर्व अंतिम नोटिस जारी होने के बाद भी 25 दिसंबर तक स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं किया गया। उनके ड्यूटी पर न लौटने और न ही कोई सूचना देने के बाद शिक्षा विभाग ने उनकी सेवा समाप्ति का फैसला लिया है। 2023 में भी ऐसे तीन शिक्षकों को बर्खास्त किया गया था। जिले में 885 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित हैं। इसमें एक लाख 47 हजार बच्चों को पढ़ाने के लिए चार हजार शिक्षक संग डेढ़ हजार शिक्षामित्र, अनुदेशक की तैनाती है। छह ब्लाॅकों में कुछ ऐसे शिक्षक हैं, जो कई सालों से अनुपस्थित चल रहे हैं। विभाग की ओर से इन शिक्षकों को कई बार नोटिस जारी किया गया लेकिन वे उपस्थित नहीं हुए। 20 दिसंबर को विभाग ने लापता रहने वाले तीन शिक्षकों को नोटिस जारी कर 25 दिसंबर तक स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था, लेकिन एक भी शिक्षक नहीं पहुंचे। इसको लेकर विभाग अब सख्ती की तैयारी में है। प्राथमिक विद्यालय पट्टी अचल सिंह ब्लाॅक सुरियावां में तैनात प्रधानाध्यापक नितिन सिंह सोलंकी निवासी 149-सी टीचर्स कॉलोनी हुसैनाबाद जौनपुर, प्राथमिक विद्यालय कूड़ी ब्लॉक डीघ में तैनात सहायक अध्यापक नवरत्नमणि त्रिपाठी ग्राम हरदी बेलहसा बखीरा संत कबीरनगर व ज्ञानपुर ब्लाॅक के प्राथमिक विद्यालय संसारापुर में तैनात सहायक अध्यापक विवेकानंद मिश्र निवासी चकबसुही अजयपुर भदोही कई माह से बगैर किसी सूचना के अनुपस्थित चल रहे हैं। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि नितिन सिंह 15 मई 2023 से, नव रत्नमणि त्रिपाठी एक जुलाई 2022 से और विवेकानंद मिश्र तीन जुलाई 2024 से लगातार अनुपस्थित चल रहे हैं। इनके खिलाफ अब सेवा समाप्ति की कार्रवाई होगी।