रायपुर जिला शहर अध्यक्ष बने ठाकुर, ग्रामीण अध्यक्ष नारंग, जानिए अन्य जिला अध्यक्षों के नाम
रायपुर- छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नए जिला अध्यक्षों की घोषणा करनी शुरू कर दी है. पार्टी के ‘संगठन पर्व 2024’ के तहत कई जिलों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है. इनमें रायपुर शहर के नए जिला अध्यक्ष रमेश ठाकुर और रायपुर ग्रामीण के अध्यक्ष श्याम नारंग बनाए गए हैं. इसकी घोषणा जिला चुनाव प्रभारी शिवरतन शर्मा ने की है. रायपुर के साथ-साथ बीजापुर, कांकेर, दुर्ग, रायगढ़ और सूरजपुर समेत 15 जिला अध्यक्षों की घोषणा की गई है.
नए भाजपा जिला अध्यक्षों के नाम –
रायपुर शहर अध्यक्ष – रमेश ठाकुर
रायपुर ग्रामीण अध्यक्ष – श्याम नारंग
भिलाई जिला अध्यक्ष – पुरूषोतम देवांगन
दुर्ग जिला अध्यक्ष – सुरेंद्र कौशिक
बीजापुर जिला अध्यक्ष – घासीराम नाग
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला अध्यक्ष – लालजी यादव
सूरजपुर जिला अध्यक्ष – मुरलीधर सोनी
मुंगेली जिला अध्यक्ष – दीनानाथ केशरवानी
रायगढ़ जिला भाजपा अध्यक्ष – अरुणधर दिवान
बलरामपुर जिला अध्यक्ष – ओमप्रकाश जायसवाल
मोहला-मानपुर जिला अध्यक्ष – नम्रता सिंह
कांकेर जिला अध्यक्ष – महेश जैन
जशपुर जिला अध्यक्ष – भरत सिंह
कोरबा जिला भाजपा अध्यक्ष – मनोज शर्मा
बालोद जिला भाजपा अध्यक्ष – चेमन देशमुख
पत्रकार सुरक्षा कानून को लेकर सीएम विष्णुदेव साय ने किया ऐलान, कहा- जल्द करेंगे लागू…

गरियाबंद-   बस्तर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या के बाद छत्तीसगढ़ में फिर से पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग उठी है. कैबिनेट से मंजूरी और विधानसभा से विधेयक पास होने के बाद भी यह कानून अब तक राजभवन में ही अटका हुआ है. इस बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज गरियाबंद जिले में ऐलान करते हुए कहा कि पत्रकारों के लिए सुरक्षा कानून को जल्द लागू करेंगे. जिस तरह बीजापुर मामले में हमने त्वरित कार्यवाही किया है, उसे पूरा देश देखा है, सरकार पत्रकारों के साथ है. हालांकि पत्रकारों के समयावधि के सवाल पर सीएम साय ने पत्रकार सुरक्षा कानून जल्द लागू कराने का भरोसा दिलाया है.

 

नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे का महापौर एजाज ढेबर पर बड़ा आरोप, बताया रायपुर के विकास का सबसे बड़ा रोड़ा, कांग्रेस को दी यह बड़ी चुनौती…

रायपुर- रायपुर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने महापौर एजाज ढेबर पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि वे रायपुर के विकास में सबसे बड़ा रोड़ा थे. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस को चुनौती दी कि वे रायपुर नगर निगम का अगला चुनाव एजाज ढेबर के कार्यों पर लड़ कर दिखाए. 

नगर निगम नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने भाजपा मीडिया सह प्रभारी दाऊ अनुराग अग्रवाल और पार्षद दल के प्रवक्ता मृत्युंजय दुबे के साथ पत्रकार वार्ता लेकर कहा कि नगर निगम का मूल कार्य जनता को व्यवस्थित शहर, पानी, सफाई और बिजली देना होता है. महापौर ढेबर इन सभी क्षेत्रों में नाकाम रहे. शहर में ना तो विकास हुआ और ना ही जनता को मूलभूत सुविधाएं मिल पाई.

उन्होंने कहा कि 2019-20 से लेकर 2023-24 तक केंद्र सरकार के द्वारा 1254 करोड़ 36 लाख 44 हजार रुपए नगर निगम को मिले, जिसमें ठोस अपशिष्ट प्रबंधन सफाई के लिए 74 करोड़ 60 लख रुपए मिले. पैसों का सही प्रबंधन करने में महापौर नाकामयाब रहे. पेयजल योजना के लिए करोड़ों रुपए दिए गए, लेकिन जनता पेयजल को तरसती रही.

मीनल चौबे ने कहा महापौर एजाज ढेबर का पांच वर्ष का कार्यकाल अत्यंत निराशाजनक रहा, और वह फिसड्डी महापौर साबित हुए. राजधानी के अनुरूप विकास कार्य शून्य हुए. रायपुर शहर की जनता को एक भी सौगात वे नहीं दे पाए. पांच वर्ष का कार्यकाल उनको मिला, जिसमें वे अपनी एक भी उपलब्धि नहीं गिना सकते. बार-बार बूढ़ा तालाब सौन्दर्यीकरण की वे बात करते हैं, लेकिन वहां प्रवेश द्वार से लेकर फव्वारे तक सिर्फ भ्रष्टाचार हुआ है. करोड़ों रुपए के फव्वारे को देखने के लिए जनता तरस गई.

उन्होंने कहा कि गोल बाजार के नाम पर व्यवसाइयों को ख्वाब दिखाए गए, मगर योजना को फलीभूत करने में नाकाम रहे. करोड़ों रुपए जवाहर बाजार में खर्च किया गया, और आज भी व्यवसायी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. मल्टीलेवल पार्किंग की दुर्दशा हो गई है. शहर में उद्यानों का व्यवसायीकरण कर दिया गया. यूथ हब के नाम पर नौजवानों से धोखा किया गया. शहर में बिना टेंडर के काम करवाए गए. डिवाइडर घोटाला इसका उदाहरण है.

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जनता की गाड़ी कमाई से जनता के लिए बनाए गए भवन को निजी संस्था को हस्तांतरित कर दिया गया, और हस्तांतरण के पश्चात करोड़ों रुपए के ऐशोआराम का सामान निगम के कोष से लगवाए गए. बिना किसी प्लानिंग के मावली माता मंदिर का निर्माण की घोषणा की और जनता को धोखा दिया. सफाई कर्मचारियों को रोजाना नाश्ता वितरण की झूठी बातें कही. रायपुर में मिनी मेट्रो ट्रेन की झूठी बातें कहीं.

इसी प्रकार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत करोड़ों रुपए केंद्र सरकार ने दिए मगर राज्यांश नहीं मिलने के कारण गरीबों को मकान नहीं मिल पाया. देश के गिने-चुने शहरों में दो स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट चलते थे. महापौर एजाज ढेबर की नाकामियों के कारण नया रायपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट रायपुर से छिन गया. कुल मिलाकर महापौर का कार्यकाल झूठ से आरंभ होकर झूठ में ही समाप्त हो गया. ना तो वह विकास कर पाए और ना ही जनता को सफाई, बिजली, पानी दे पाए.

भूपेश बघेल बच्चों के पीछे खड़े होकर करते हैं राजनीति… गृह मंत्री विजय शर्मा ने पूर्व सीएम के आरोपों पर किया पलटवार

रायपुर-   पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आरोपों पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि मैं कांग्रेस को नहीं फंसा रहा हूं, तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जा रही है. भूपेश बघेल बोल दें देवेंद्र यादव, उत्तरी जांगड़े कांग्रेस में नहीं है. भूपेश बघेल बच्चों के पीछे खड़े होकर राजनीति करते हैं.

गृहमंत्री विजय शर्मा ने वहीं कांग्रेस का पत्र दिखाते हुए कहा कि कांग्रेस पदाधिकारी ने बीजापुर प्रेस क्लब को पत्र लिखा था. जिसमें पत्रकार मुकेश चंद्राकर को प्रेस क्लब से बहिष्कार करने मांग की गई थी. ये पत्र कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी के संबंध में लिखा गया था. 

अभूझमाड़ में हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ को लेकर गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि इस मुठभेड़ में चार वर्दीधारी नक्सली मारे गए है. मौके से AK-47 और SLR जैसे हथियार बरामद किए गए हैं. शहीद जवान सन्नू कारम के प्रति शोक व्यक्त करता हूं.

भूपेश बघेल ने लगाया था ये आरोप

बता दें कि पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने आरोप लगाया था कि भाजपा की आदत है कि किसी भी घटना में कांग्रेस का एंगल लेकर आ जाओ, जैसे देवेंद्र यादव को जबरदस्ती पकड़ कर, बलौदाबाजार हिंसा का मुख्य अपराधी बना दिया गया है. जबकि ये विजय शर्मा के निक्कमेपन के कारण घटना घटी. अपने एसपी कार्यालय को बचा नहीं पाए, सुरक्षा नहीं दे पाए, लोहरीडीह कांड में जिसको आरोपी बनाकर जेल में महीनों रखा और फिर 23 लोगों को इसलिए छोड़ दिया गया कि वे लोग अपराध में शामिल नहीं थे. इसका मतलब ये है कि बिना जांच के लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा हैं. बलौदाबाजार घटना में हाईकोर्ट जज की देखरेख में SIT का गठन कर जांच करा लें, जो अपराधी थे, मंच पर भाषण के दौरान उकसा रहे थे, उसे गिरफ्तार क्यों नहीं कर रहे हैं. उनसे पूछताछ क्यों नहीं की जा रही है.

एजाज ढेबर का बड़ा बयान, ‘मैं अभी भी महापौर, प्रशासक के हाथों में नहीं दूंगा शहर…’

रायपुर-  रायपुर नगर पालिका निगम के निर्वाचित परिषद का कार्यकाल कायदे से आज याने 5 जनवरी को खत्म हो गया है, कल से कलेक्टर बतौर प्रशासक कामकाज संभालेंगे, लेकिन इसके पहले ही महापौर एजाज ढेबर ने प्रशासक के हाथों में निगम का कामकाज सौंपने से इनकार कर नया विवाद पैदा कर दिया है. 

महापौर एजाज ढेबर ने अपने औपचारिक कार्यकाल के अंतिम दिन कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा में कहा कि हम अपने कार्यकाल को खत्म नहीं मानेंगे. चुनाव में देरी हमारी वजह से नहीं हुआ है. 70 पार्षदों को जनता ने चुना है. हम रायपुर शहर को एक प्रशासक के हाथ में नहीं दे सकते. हम रायपुर की जनता के लिए सभी वार्डों के कार्य को देखते रहेंगे. जैसे ही नई परिषद आएगी, हम उसको अपना काम सौंप देंगे।

मर्द की तरह किया काम

इसके साथ ही एजाज ढेबर ने कार्यकाल ख़त्म होने पर कहा कि मैं डंके की चोट पर कह सकता हूं कि मर्दों की तरह काम करके आया हूं. बीजेपी ने भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए हैं. लेकिन पांच साल में एक भी साबित नहीं कर पाए. जब मैं महापौर बना तो सब कहने लगे मुस्लिम महापौर बन गया,या मुस्लिम होना पाप है?. मैंने बिना जात-पात के, भेदभाव के सभी के लिए काम किया.

कांग्रेस से रुचिर गर्ग ने दिया इस्तीफा, पत्रकारिता में हो रही वापसी…

रायपुर- पत्रकारिता छोड़ राजनीति में आने वाले रुचिर गर्ग ने कांग्रेस छोड़ दी है. उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष दीपक बैज को भेज दिया है. आगे अब पुनः वे पत्रकारिता में लौटने वाले हैं. 

रुचिर गर्ग ने बैज को भेजे इस्तीफे में लिखा है कि विन्रमतापूर्वक आपको सूचित कर रहा हूँ कि मैं कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूँ. दरअसल, मैं किसी भी तरह की सक्रिय अथवा निष्क्रिय राजनीति से अलग होकर एक बार फिर पत्रकारिता में ही संभावनाएं तलाशना चाहता हूँ.

जब मैंने पत्रकारिता से अवकाश लेकर राजनीति की राह पकड़ी थी तब भी मेरे लिए लक्ष्य धर्मनिरपेक्षता और संवैधानिक मूल्यों के हक में खड़े रहना था, और आज भी मेरी प्रतिबद्धता इन मूल्यों के प्रति उतनी ही गहरी है. मैं कामना करता हूँ कांग्रेस पार्टी इस देश की महान स्वतंत्रता संग्राम से उपजे मूल्यों के साथ ही लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के प्रति हमेशा ही प्रतिबद्ध रहे.

गौरतलब है कि रुचिर गर्ग देश के जाने-माने पत्रकारों में से एक हैं. उन्होंने प्रिंट और टीवी मीडिया में सालों तक अपनी सेवाएं दी हैं. 2018 विधानसभा चुनाव के पहले उन्होंने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी. 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस रिकॉर्ड सीटों के साथ सरकार बनाने में कामयाब रही. सरकार बनने के बाद भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बने और उन्होंने रुचिर गर्ग को अपना मीडिया सलाहकार बनाया.

5 साल मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार के तौर पर उन्होंने काम किया. इस दौरान पत्रकारों की हित कई महत्वपूर्ण लिए सरकार ने लिए थे. वहीं पत्रकार सुरक्षा कानून का ड्राफ्ट भी उन्होंने तैयार कराया. हालांकि कैबिनेट से मंजूरी और विधानसभा से विधेयक पास होने के बाद भी यह कानून अब तक राजभवन में ही अटका हुआ है.

अबूझमाड़ में चार नक्सलियों की मौत पर सीएम साय का बयान, कहा- नक्सलियों का अंतिम समय नजदीक…

रायपुर-  अबूझमाड़ में चल रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सुरक्षा बलों के साहस को नमन करते हुए कहा कि पिछले एक साल से नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षा बल के जवान मजबूती के साथ लड़ रहे हैं. लड़ाई अब भी जारी है, हमारे एक जवान भी शहीद हुए है. निश्चित रूप से हम लोगों को सफलता मिलेगी. अब नक्सलियों का अंतिम समय आ रहा है.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने गरियाबंद रवाना होने से पहले पत्रकारों से चर्चा में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या मामले में कहा कि कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा. एसआईटी टीम का गठन किया गया है, तीन अपराधी पकड़े भी गए हैं. ठेकेदार के ऊपर कार्रवाई हुई है, उसके सारे अकाउंट सील कर दिए हैं. इसके साथ ही अवैध कब्जे को हटाया गया है. मामले को लेकर सरकार मुस्तैद है. कोई भी आरोपी इस पर बक्शा नहीं जाएगा.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने वहीं आज गरियाबंद जिले के दौरे को लेकर कहा कि लगातार कई जिलों का दौरा जारी है. सैकड़ों कार्यों का लोकार्पण किया जा रहा है. इसी कड़ी में आज गरियाबंद में करोड़ों के विकास कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास होगा. साथ ही बीजेपी के जिला कार्यालय का भी लोकार्पण करेंगे.

दक्षिण अबूझमाड़ में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में डीआरजी का एक जवान शहीद, 4 नक्सली हुए ढेर, सीएम साय ने जवान की शहादत पर जताया शोक…
नारायणपुर/दंतेवाड़ा-  दक्षिण अबूझमाड़ में नक्सलियों के साथ चल रहे मुठभेड़ में दंतेवाड़ा DRG के जवान प्रधान आरक्षक सन्नू कारम शहीद हो गए हैं. वहीं सर्च ऑपरेशन के दौरान अब तक 4 वर्दीधारी नक्सलियों का शव बरामद हुआ है. इसके अलावा AK 47, SLR जैसे आटोमैटिक हथियार बरामद हुआ है.
जानकारी के अनुसार, नक्सल विरोधी सर्च अभियान में 3 जनवरी को नारायणपुर, दंतेवाड़ा, जगदलपुर, कोंडागांव जिले  की डीआरजी के साथ एसटीएफ की संयुक्त पार्टी अबूझमाड़ क्षेत्र में रवाना हुई थी. नक्सलियों की मौजूदगी को देखते हुए 4 जनवरी की शाम से सुरक्षा बलों और नक्सलियों के मध्य रुक-रुक कर मुठभेड़ जारी है.
जवान के शहीद होने पर मुख्यमंत्री ने जताया शोक
मुठभेड़ में डीआरजी के जवान के शहीद होने पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शोक जताते हुए सोशल मीडिया में किए अपने पोस्ट में कहा कि मुठभेड़ में डीआरजी के जवान प्रधान आरक्षक सन्नू कारम के शहीद होने की भी दुःखद खबर प्राप्त हुई है. उनका यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षाबल के जवान बहुत ही मजबूती से लड़ाई लड़ रहे हैं, और उसके खात्मे तक यह लड़ाई जारी रहेगी.
एक दशक पहले प्रधानमंत्री ने दंतेवाड़ा में दृष्टिबाधित बालक अंजन को दिया था हौसला, आज अंजन खुद गीत लिखता है कंपोज करता है और गाता भी है

रायपुर-     एक दशक पहले अपने दंतेवाड़ा प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिव्यांग बच्चों के संस्थान 'सक्षम' के एक छोटे से दृष्टिबाधित बच्चे की प्रतिभा से मुग्ध हो गए थे। उस बच्चे का नाम था अंजन। जब अंजन ने अपना गाना सुनाया तब प्रधानमंत्री जी इतने खुश हुए थे कि उन्होंने बड़े ही स्नेहिल भाव से उसके सर पर हाथ फेरकर उसे प्रोत्साहित किया था।

देश के प्रधानमंत्री का प्रोत्साहन एक बच्चे के जीवन में कितना बड़ा बदलाव ला सकता है, अंजन इसका उदाहरण है। पहले अंजन दूसरों के लिखे गीत गाता था, आज अंजन स्वयं गीत लिखता है, इसे कंपोज भी करता है और गाता भी है। अभी हाल ही में अंजन ने अयोध्या धाम में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के अवसर पर एक गीत लिखा और उसे कंपोज भी किया है। अंजन की संगीत में रुचि को देखते हुए संस्थान में उसे आर्गन, कांगो और ढोलक का प्रशिक्षण दिया गया।

दंतेवाड़ा में हर साल बारसूर महोत्सव का आयोजन होता है। इस बार के आयोजन में अंजन अपने रामलला पर लिखे गीत की प्रस्तुति देगा। अंजन अभी 11वीं कक्षा में पढ़ रहा है, अब इस संस्थान में दसवीं तक की पढ़ाई संस्थान के भीतर ही होती है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर संस्थान में सभी बुनियादी व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। उल्लेखनीय है कि सक्षम संस्था में शैक्षणिक व्यवस्था डीएमएफ के माध्यम से होती है। उनका यह मानना था कि खनन प्रभावित इलाकों में विकास के कार्यों के लिए डीएमएफ के माध्यम से निधि स्थापित की जाए। आज अंजन जैसे बच्चों का सपना डीएमएफ के माध्यम से पूरा हो रहा है।

जब पैदा हुआ तो दादाजी ने कहा, यह क्या करेगा इसको कहीं छोड़ दो

अंजन बीजापुर के अंदरूनी नक्सल प्रभावित इलाके का रहने वाला है। नक्सल समस्या की वजह से माता-पिता को गांव छोड़ना पड़ा। अंजन बचपन से ही दृष्टिबाधित है। जब वह पैदा हुआ तो उसके दादाजी को बड़ी निराशा हुई और उन्होंने कहा कि इसका क्या होगा, यह क्या करेगा, इसको छोड़ दो। मां बहुत प्यार करती थी। मां ने कहा कि नहीं इसे पालेंगे। बाद में सक्षम संस्था के बारे में पता चला और सक्षम में एडमिशन दिलाया। सक्षम के टीचरों को इसके गायन की प्रतिभा और संगीत में रुचि के बारे में पता चला और अब अंजन की दुनिया ही बदल गई है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के साथ ही पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी अंजन की प्रतिभा से प्रभावित हो चुके हैं।

गहरी प्रतिभा और अथाह उत्साह से सबको मिलती है प्रेरणा

अंजन ने आज सब बच्चों के साथ लुई ब्रेल को पुष्पांजलि दी। लुई ब्रेल ऐसे व्यक्ति है जिनकी वजह से दृष्टिबाधित बच्चे भी फर्राटे से पढ़ सकते हैं। सक्षम कैंपस में हेलेन केलर की तस्वीर भी है, जो यह बताती है कि दुनिया की सबसे अच्छी चीजों को ना देख सकते हैं न छू सकते हैं, उन्हें केवल महसूस कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री की पहल पर निरंतर धान खरीदी का सिलसिला जारी, अब तक 97.60 लाख मीट्रिक टन धान की हो चुकी है खरीदी

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में प्रदेश के किसानों से सुगमता पूर्वक धान की खरीदी की जा रही है। वहीं धान खरीदी व्यवस्था पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। राज्य में 14 नवम्बर से शुरू हुए धान खरीदी का सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। अब तक लगभग 97.60 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। धान खरीदी के एवज में 19.34 लाख किसानों को बैंक लिकिंग व्यवस्था के तहत 21 हजार 040 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है। धान खरीदी का यह अभियान 31 जनवरी 2025 तक चलेगी।

प्रदेश के समस्त पंजीकृत कृषकों को खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में धान विक्रय हेतु टोकन की सुविधा ऑनलाईन एप्प (टोकन तुंहर हांथ) एवं उपार्जन केन्द्रों में 25 जनवरी 2025 तक के लिए उपलब्ध कराया गया है। किसान सुविधा अनुसार तिथी का चयन कर नियमानुसार धान विक्रय कर सकते है।

धान खरीदी के साथ-साथ मिलर्स द्वारा धान का उठाव भी तेजी से हो रहा है। धान उठाव के लिए लगभग 65.80 लाख मीट्रिक टन धान के लिए डीओ और टीओ जारी किया गया है, जिसके विरूद्ध अब तक 39 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव कर लिया गया है।

खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस खरीफ वर्ष के लिए 27.78 लाख किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है। इसमें 1.59 लाख नए किसान शामिल है। इस वर्ष 2739 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित है।

खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 03 जनवरी 2025 को 66392 किसानों से 3.25 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की गई है। इसके लिए 83 हजार 299 टोकन जारी किए गए थे।