अपोलोमेडिक्स हॉस्पिटल, लखनऊ में हुई क्षेत्र की पहली रोबोटिक बैरियाट्रिक सर्जरी
लखनऊ। अपोलोमेडिक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ ने क्षेत्र की पहली सफल रोबोटिक बैरियाट्रिक सर्जरी कर एक नई उपलब्धि हासिल की है। यह ऐतिहासिक रोबोटिक स्लीव गैस्ट्रेक्टॉमी सर्जरी गंभीर मोटापे से पीड़ित 38 वर्षीय एक मरीज पर की गई। सर्जरी का नेतृत्व डॉ. अंकुर सक्सेना, डायरेक्टर, रोबोटिक, मिनिमल एक्सेस एंड बैरियाट्रिक सर्जरी डिपार्टमेंट ने अपनी विशेषज्ञ टीम के साथ किया।

मरीज का वजन 100 किलोग्राम से अधिक था और उसे मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी समस्याएं थीं। इन स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान करने के लिए उसे रोबोटिक प्रक्रिया से उपचार दिया गया। डॉ. सक्सेना ने बताया कि रोबोटिक स्लीव गैस्ट्रेक्टॉमी वजन घटाने में काफी मदद करती है, और इससे मधुमेह को रिवर्स करने और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसी सर्जरी से मधुमेह को रिवर्स करने की दर 90-95 फीसदी तक होती है, जबकि उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने की दर 80-85फीसदी तक हो सकती है। मरीज ने सर्जरी के 15 दिनों में ही 10 किलोग्राम वजन घटा लिया है। अपोलोमेडिक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ के एमडी और सीईओ, डॉ. मयंक सोमानी ने रोबोटिक तकनीक के फायदों पर जोर देते हुए कहा, "यह तकनीक सर्जरी के लिए आवश्यक सटीकता सुनिश्चित करती है, ऑपरेशन के बाद का दर्द कम करती है और ठीक होने का समय कम हो जाता है। यह गॉलब्लैडर सर्जरी के समान सुरक्षित है लेकिन अफसोस की बात है कि इस तरह के उपचारों के बारे में इस क्षेत्र में जागरूकता कम है। दिल्ली और हैदराबाद जैसे शहरों में यह सर्जरी सामान्य है, लेकिन लखनऊ में यह कम उपयोग होती है, क्योंकि लोगों के बीच इसके बारे में गलतफहमियां और जागरूकता की कमी है।" डॉ. सक्सेना ने वजन घटाने के अलावा सर्जरी के अन्य स्वास्थ्य लाभों पर भी प्रकाश डाला: "यह मोटापे से संबंधित समस्याओं जैसे जोड़ों का दर्द, सांस लेने में कठिनाई, बांझपन, पीसीओएस और कुछ प्रकार के कैंसर के जोखिम को कम करती है।" फायदेमंद होने के बावजूद, उत्तर प्रदेश के इस क्षेत्र में बैरियाट्रिक सर्जरी करवाने की दर कम है और केवल 10 फीसदी मरीज ही इस उपचार का चयन करते हैं।

डॉ. सोमानी ने कहा, "यह सर्जरी उन लोगों के लिए जीवन रक्षक है जो मोटापे और संबंधित समस्याओं से जूझ रहे हैं। हम रोबोटिक तकनीक के माध्यम से इस प्रक्रिया को और अधिक सुरक्षित और लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों के लोगों के लिए सुलभ बनाने का लक्ष्य रखते हैं।" अपोलोमेडिक्स सुपरस्पेशलिटी अस्पताल मरीजों को उन्नत इलाज प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयासरत है और मरीजों को रोबोटिक सर्जरी और बैरियाट्रिक सर्जरी जैसे समाधान अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है, ताकि वे अपनी जीवन जीने की शैली की गुणवत्ता में सुधार ला सकें।
भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी एवं महामना मालवीय की मनायी गयी जयंती
लखनऊ। महामना मालवीय मिशन द्वारा मालवीय जी की 163वीं जयंती एवं भारत रत्न श्री अटल बिहारी बाजपेयी जी की जयंती का आयोजन किया गया। मालवीय मिशन, लखनऊ शाखा के अध्यक्ष डा० ए.के. त्रिपाठी पूर्व निदेशक, डा राम मनोहर लोहिया चिकित्सा संस्थान ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि महामना मालवीय मिशन का उद्देश्य शिक्षा, सेवा तथा संस्कृति की रक्षा करना है जिसके लिए संस्था पूरी तरह कटिबद्ध है।

इस अवसर पर मिशन के संरक्षक प्रभु नारायण ने गीता के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह हमें योग और कर्म करने का रास्ता दिखाती है। मालवीय मिशन इसी संकल्प के साथ कार्य कर रहा है। मालवीय मिशन, लखनऊ शाखा के महासचिव देवेन्द्र स्वरूप शुक्ला ने महामना के लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु स्थापित मालवीय मिशन का परिचय एवं गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मालवीय मिशन महामना के बताए रास्तों के अनुरूप सेवा, शिक्षा और संस्कार को विकसित करने हेतु संकल्पित है और तद्नुसार उन क्षेत्रों में कार्य कर रही है। इस अवसर पर महामना पं० मदन मोहन मालवीय तथा पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। मुख्य अतिथि उदय बोरवणकर, महानिदेशक, आर०डी० एस० ओ० ने अपने उद्‌बोधन में कहा कि महामना बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे जिन्होंने समाज सेवा, शिक्षा, संस्कार, पत्रकारिता, वकालत तथा राजनीति सहित अनेकानेक क्षेत्रों में अपनी छाप छोड़ी और आदर्श प्रस्तुत किए। उनके उजस्वी भाषण को सुन कर अंग्रेजो ने उनके सिल्वर टंग औरेटर अर्थात हिंदी में कौस्तुभ कहा था, उन्होंने जो संकल्प लिया उसे पूर्ण कर दिखाया इसी लिए उनके महामना कहते हैं। उन्होंने मालवीय मिशन की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसी संस्थाएँ ही भारतीय संस्कृति की रक्षा करने में सक्षम है। उन्होंने अपने उद्बोधन में आगे कहा कि आज हर व्यक्ति को राष्ट्र के विषय में जरूर सोचना चाहिए क्योंकि कोई भी राष्ट्र तभी आगे बढ़ सकता है जब उसके नागरिकों के अन्दर राष्ट्रवाद की भावना कूट-कूट कर भरी हो। इस अवसर पर मालवीय मिशन की वार्षिक पत्रिका 'जागृति के "महामना और आधुनिक भारत" का विमोचन भी हुआ। इस अवसर पर मिशन द्वारा संचालित महामना मालवीय विद्या मन्दिर इण्टर कालेज के विद्यार्थियों द्वारा अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सतीश कुमार, आनंद कृष्ण ओझा ,आर एन वर्मा, देवेंद्र अस्थाना,वीपी श्रीवास्तव, प्रदीप मिश्रा, सुधाकर, रजनीश कुमार एवं अभिषेक दुबे आदि रहे।
स्वास्थ्य सहायक उपकरण, कृत्रिम अंग व कम्बल वितरण अभियान के तहत नेत्र जाँच शिविर में बुजुर्गों महिलाओं की हुई नेत्र जांच : ममता चैरिटेबल ट्रस्ट
लखनऊ। स्वास्थ्य सहायक उपकरण,कृत्रिम अंग व कंबल वितरण अभियान की श्रंखला के अंतर्गत नेत्र जाँच शिविर में बुजुर्गों महिलाओं की नेत्र जांच आज दिनांक 29/12/2024 ममता चैरिटेबल ट्रस्ट लखनऊ के तत्वाधान में मिधानी द्वारा प्रायोजित अटल बारात घर ग्वारी में निशुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गयाI

शिविर में विशेषज्ञ डॉक्टर एवं नेत्र सहायक की सहायता से सैकड़ों बुजुर्गों, महिलाओं और गरीबो के नेत्र की जांच किया गयाI ट्रस्ट के ट्रस्टी राजीव मिश्रा ने बताया कि इसी स्थान में विशाल स्वास्थ्य सहायक उपकरण, कृत्रिम अंग व कंबल वितरण अभियान का आयोजन किया जाना है जिसमें स्वास्थ्य जन- जागरुकता, चिकित्सा शिविर,दिव्याग ट्राई साइकिल,स्टिक,कान की मशीन आदि सहित प्राथमिक दवाइयों का वितरण किया जाना है! उसी क्रम में आज हुए नेत्र जाँच के व्यक्तियों /जरूरतमंदो को निःशुल्क चश्मा भी वितरित किया जाना है, मुख्य ट्रस्टी राजीव मिश्रा ने बताया कि ट्रस्ट विगत 5 वर्षो से निरन्तर नर सेवा को नारायण सेवा मानकर शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज, गरीब, जरूरतमंदों के लिए सेवा समर्पण एवं सहयोग हेतु कृतसंकल्प है,उसी श्रंखला में इस वर्ष भी लखनऊ सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में स्वास्थ्य सहायक उपकरण,कृत्रिम अंग व कंबल वितरण अभियान अंतर्गत नेत्र जाँच शिविर आयोजित कर लाभान्वित करने का अभियान चलाया जा रहा है। ममता ट्रस्ट के एडवोकेट राजेश मिश्रा ने सहयोगियों एवं जरूरतमंदों का हौसला बढ़ाते हुए सबका आभार व्यक्त किया! इस मौके पर कार्यक्रम के सफ़ल संचालन में राम कृष्ण यादव पूर्व पार्षद दल नेता राममूर्ति मिश्रा अवधेश कुमार यादव अर्पित कुमार रावत रविंद्र कुमार अरविंद यादव प्रदीप कुमार आकाश कुमार देशराज यादव अशोक गुप्ता ने किया।
भारत का हिंदू करें पुकार हिंदू राष्ट्र करें सरकार के नारे के साथ दूसरी सनातन धर्म यात्रा चिनहट से अयोध्या धाम के लिए रवाना
लखनऊ। भारत का हिंदू करे पुकार, हिंदू राष्ट्र करे सरकार के नारे के साथ बुधवार को लखनऊ चिनहट स्थित छोहरिया माता मंदिर से द्वितीय सनातन धर्म यात्रा रामधुन से शुरू हुई। यात्रा को भगवा झंडा लहराकर उत्तर प्रदेश भाजपा महामंत्री व एमएलसी गोविंद नारायण शुक्ला व विधायक बीकेटी योगेश  शुक्ला ने शुरुआत की। राम भक्तों की पैदल यात्रा को संबोधित करते हुए श्री शुक्ला ने कहा कि मां सिद्धिदात्री छोहरिया माता शक्तिपीठ के महंत लाला बाबा के द्वारा किए जा रहे सनातनी प्रयास को सनातन धर्म के लिए वायु प्राण कहा। उन्होंने कहा कि इस तरह का प्रयास सनातन धर्म के मानने वालों को करना चाहिए। लाला बाबा द्वारा किए जा रहे इस सराहनीय कार्य के लिए वह हमेशा उनके साथ हैं। धर्म यात्रा के दौरान मां सिद्धिदात्री चौहरिया माता मंदिर शक्तिपीठ के संरक्षक शैलेंद्र पांडे उर्फ शैलू, राम प्रधान उत्तर धोना संदीप सिंह उर्फ रिंकू,  विनोद सिंह, विनोद यादव, यादवेंद्र सिंह गब्बर लवलेश सिंह राजेश सिंह अनूप सिंह रामनरेश यादव, अरविंद यादव,  ग्राम प्रधान धावां भैरव सिंह यादव, ब्लॉक प्रमुख धर्मेंद्र यादव के भाई शैलेंद्र सिंह यादव समेत सैकड़ो की संख्या में राम भक्त शामिल रहे। यात्रा के मौके पर राम भक्तों का जगह-जगह स्वागत अभिनंदन किया गया। पहला स्वागत लखनऊ स्थित तिवारीगंज में समाज सेवी शिव कुमार सिंह ने राम भक्तों का स्वागत किया। इसके अलावा अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित अनोरा कला चौराहे पर अरविंद यादव ने राम भक्तों की सेवा की। इसके बाद यात्रा बाराबंकी के लिए रवाना हो गई बाराबंकी नए बस स्टॉप के पास फिर से राम भक्तों का स्वागत अभिनंदन बाराबंकी वीडियो ने फूल माला के साथ किया।
मध्यांचल के समस्त वितरण कार्यालय में ओटीएस योजना के तहत उपभोक्ताओं ने कराया 2,11,263 पंजीकरण
लखनऊ। मध्यांचल (डिस्कॉम) के समस्त वितरण कार्यालयों में एक मुश्त समाधान योजना में 23.12.2024 तक कुल 2,11,263 विद्युत उपभोक्ताओं ने अपना पंजीकरण करवाया योजना के तहत रुपये पांच हजार से पच्चीस हजार तक के बकायेदारों की श्रेणी में 91,620 विद्युत उपभाक्ताओं ने अपना पंजीकरण कराया तथा इसी क्रम में पांच लाख तक के बकायेदारों के पंजीकरण की संख्या 20,639 थी।

इसी क्रम में रु0 पांच लाख से अधिक की श्रेणी में 133 विद्युत उपभोक्ताओं 23 दिसम्बर तक विभिन्न जनपदों में अपना पंजीकरण योजना के लाभ के लिए करवाया। इसके अतिरिक्त उच्चश्रेणी के विद्युत बिल बकायेदारों में कुल संख्या 178 विद्युत उपभोक्ताओं ने भी अपना पंजीकरण करवाया। लखनऊ शहर में 23.12.2024 तक पांच लाख से अधिक के बकायेदारों ने सर्वाधिक पंजीकरण अमौसी क्षेत्र में करवाया तथा हाई वैल्यू बिल के भी सर्वाधिक पंजीकरण अमौसी क्षेत्र में किया गया जिसमें सर्वाधिक उपभोक्ता विद्युत वितरण खण्ड मोहनलालगंज के थे।
गृह मंत्री को आज नहीं तो कल इस्तीफा देना ही पड़ेगा, बाबा साहब का अपमान देश नहीं सहेगा: इमरान लतीफ़
लखनऊ। बीते दिनों सदन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की ओर से बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के विषय में की गई टिप्पणी पर आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश इकाई की तरफ से प्रदेश कार्यालय पर एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया जिसको पार्टी के बौद्ध प्रांत अध्यक्ष इंजीनियर इमरान लतीफ ने संबोधित किया।

अपने बयान में अमित शाह की टिप्पणी की निंदा करते हुए इंजीनियर इमरान लतीफ ने कहा कि गृहमंत्री ने न सिर्फ शब्दों के जरिए बल्कि अपने लहजे से भी संविधान रचयिता बाबा साहब का अपमान किया है जिसे देश की अमनपसंद आबादी किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं कर सकती है। इमरान लतीफ ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर देश के संविधान और लोकतंत्र की आत्मा है। देश का बच्चा-बच्चा बाबा साहब का अनुयाई है। अमित शाह की टिप्पणी के खिलाफ देशभर में आक्रोश है। जब तक नरेंद्र मोदी गृहमंत्री अमित शाह का इस्तीफा नहीं लेते हैं तब तक विरोध का सिलसिला रुकने वाला नहीं है। पूरा देश बाबा साहब से प्रेम करता है आज नहीं तो कल भारतीय जनता पार्टी को देश के सामने झुकना पड़ेगा और गृहमंत्री को इस्तीफा देना पड़ेगा।

इमरान लतीफ़ ने भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर प्रहार करते हुए कहा कि आरएसएस ने बाबा साहब के जीवन काल में ही उनके द्वारा रचित संविधान का पूरजोर विरोध किया था जबकि भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता में आने के बाद लगातार बाबा साहब के संविधान के परखच्चे उड़ाये हैं। उन्होंने कहा कि अमित शाह द्वारा की गई टिप्पणी से साफ जाहिर होता है कि भाजपा और आरएसएस के लोग बाबा साहब और उनके संविधान से घृणा करते है। इमरान लतीफ ने कहा कि आम आदमी पार्टी सच्चे अर्थों में बाबा साहब की अनुयाई है जिसको सरकार मे रहते हुए अपने कामों से सिद्ध किया है। उन्होंने कहा कि देश की राजधानी में सरकारी स्कूलों अस्पतालों को बेहतर करके, निःशुल्क बिजली पानी दवाई पढ़ाई का इंतजाम करके आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार ने देश के शोषित वंचित पीड़ित गरीब कमजोर तबके को राहत देने का काम किया है और विकास की मुख्य धारा से जोड़कर बाबा साहब की सपनों को साकार करने का काम किया है। आम आदमी पार्टी के सर्वोच्च नेता अरविंद केजरीवाल ने जय भीम योजना के तहत दलित छात्रों के लिए स्कॉलरशिप की व्यवस्था करके उच्च शिक्षा में भागीदार बनाया है। साथ ही दलित छात्रों का विदेश में पढ़ने का भी इंतजाम आम आदमी पार्टी कर रही है। इससे सिद्ध होता है कि आम आदमी पार्टी बाबा साहब की सच्ची अनुयाई है।
बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के सत्यम एवं विदुषी का हुआ राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद 2025 में चयन
लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के सत्यम पाण्डेय एवं विदुषी सक्सेना का चयन राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद 2025 में हुआ है। प्रांत स्तर पर यह प्रतियोगिता स्टूडेंट फॉर डेवलपमेंट, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि एवं लखनऊ विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित की गयी थी। जिसमें उत्तर प्रदेश जोन के 18विश्वविद्यालयों के लगभग 200 प्रतिभागियों ने भाग लिया एवं 'प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन' विषय पर अपने विचारों को रखा। प्रांत स्तर पर चयनित बीबीएयू के सत्यम पाण्डेय एवं विदुषी सक्सेना 24 - 25 जनवरी को राजस्थान की विधानसभा में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद 2025 में लखनऊ एवं उत्तर प्रदेश जोन का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस अवसर पर शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने दोनों ही प्रतिभागियों को उनकी इस सफलता पर बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल ने चलाया टिकट चेकिंग अभियान
लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल के मण्डल रेल प्रबंधक आदित्य कुमार के मार्गदर्शन एवं वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक  आशुतोष गुप्ता के दिशा निर्देश तथा सहायक वाणिज्य प्रबन्धक मुकेश कुमार के नेतृत्व में आज लखनऊ मण्डल के बादशाहनगर, बक्शी का तालाब एवं मोहिबुल्लापुर रेलवे स्टेशनों पर ’बस रेड’/मजिस्ट्रेट टिकट चेकिंग अभियान चला गया तथा उक्त स्टेशनों से गुजरने वाली यात्री टेनों पर 93 बिना टिकट/अनियमित रेल यात्रियों के साथ-साथ यात्रा कर रहे एमएसटी धारक व वर्दीधारी यात्रियों को जॉच अभियान में पकड़ा गया।

इस ’बस रेड जॉच अभियान के दौरान बिना टिकट/अनियमित यात्रा के 74 यात्रियों से रू. 36000/-(छत्तीस हजार) का जुर्माना वसूला गया तथा जुर्माना न अदा करने वाले 19 बिना टिकट यात्रियों को रेलवे मजिस्टेªट महोदय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इस दौरान यात्रियों को टिकट लेकर यात्रा करने के लिए जागरूक भी किया गया। इस जॉच अभियान को सफल बनाने में मुख्य चल टिकट निरीक्षक, मुख्यालय एस.पी.सिंह एवं आर.पी.एफ तथा जीआरपी के बल सदस्यों व रेल कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा।
बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में हुआ घुमन्तू भाषा शब्द संचय प्रविधि द्वितीय शिविर का आयोजन
लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में 20 दिसंबर को जनजातीय लोककला एवं बोली विकास अकादमी, भोपाल, संस्कृति विभाग, मध्यप्रदेश शासन, सोसायटी फॉर एण्डेन्जर्ड एण्ड लैसर नॉन लैंग्वेजेज, लखनऊ एवं बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित घुमन्तू भाषा शब्द संचय प्रविधि के द्वितीय शिविर का उद्घाटन किया गया।

विश्वविद्यालय में 20 - 22 दिसंबर तक इस शिविर का‌ आयोजन किया जायेगा, जिसमें घुमन्तू समुदायों की संस्कृति,शिल्प,कला और भाषा परंपरा से सम्बंधित विषयों को प्रस्तुत किया जायेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.के. द्विवेदी ने की। मुख्य अतिथि के तौर पर प्रसिद्ध लोकविद् पद्मश्री डॉ. विद्या बिन्दु सिंह उपस्थित रहीं। इसके अतिरिक्त मंच पर जनजातीय लोककला एवं बोली विकास अकादमी के निदेशक डॉ. धर्मेन्द्र पारे, भारतीय हिन्दी परिषद के सभापति प्रो. पवन अग्रवाल, दत्तोपंत ठेंगड़ी शोध संस्थान के निदेशक डॉ. मुकेश मिश्रा, सोसायटी फॉर एण्डेन्जर्ड एण्ड लैसर नॉन लैंग्वेजेज की अध्यक्ष प्रो. कविता रस्तोगी, भाषा एवं साहित्य विद्यापीठ, बीबीएयू के संकायाध्यक्ष प्रो. रामपाल गंगवार एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ. बलजीत श्रीवास्तव मौजूद रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं बाबासाहेब के छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई। इसके पश्चात आयोजन समिति की ओर से अतिथियों को पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया गया। सर्वप्रथम डॉ. धर्मेन्द्र पारे ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का स्वागत किया। साथ ही प्रो. कविता रस्तोगी ने सभी को कार्यक्रम के उद्देश्य एवं रुपरेखा से अवगत कराया। 

कुलपति प्रो. एस.के. द्विवेदी ने आयोजन समिति को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों के द्वारा सामाजिक तौर पर वंचित रहने वाले समुदायों के प्रति सभी को जागरूक किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त इन समुदायों की भाषाओं के लिए शब्दकोश बनाने का कार्य किया जा रहा है, जो कि एक सराहनीय कदम है।

प्रसिद्ध लोकविद् पद्मश्री डॉ. विद्या बिन्दु सिंह ने अपने विचार रखते हुए कहा कि घुमन्तू समुदायों से संस्कृति, प्रकृति एवं सभ्यताओं के संरक्षण के विभिन्न तरीकों को सीखा जा सकता है। इसके अतिरिक्त इन्होंने विभिन्न प्रदेशों के अनेकों घुमन्तू जातियों और उनसे जुड़े तौर - तरीकों एवं परंपराओं की विस्तृत जानकारी दी। भारतीय हिन्दी परिषद के सभापति प्रो. पवन अग्रवाल ने चर्चा के दौरान कहा कि घुमन्तू समुदाय अपने धर्म एवं संस्कृति के लिए जीता है। इन समुदायों ने समाज कल्याण के क्षेत्र में आजादी से लेकर वर्तमान तक कार्य किया है, परंतु समाज द्वारा ही इन्हें नजरअंदाज करना गंभीर चिंता का विषय है। हम सभी को इस क्षेत्र में कार्य करने की आवश्यकता है।
         
दत्तोपंत ठेंगड़ी शोध संस्थान के निदेशक डॉ. मुकेश मिश्रा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि हम सभी का कर्तव्य है कि भाषा एवं संस्कृति के क्षेत्र में नया संवेरा लाने का कार्य करें। दूसरी ओर औपनिवेशिक काल में भारत के अस्तित्व को दबाने का कार्य किया गया था, इसीलिए विभिन्न संस्कृतियों के वास्तविक स्त्रोतों तक पहुंचने की आवश्यकता है।
   
भाषा एवं साहित्य विद्यापीठ, बीबीएयू के संकायाध्यक्ष प्रो. रामपाल गंगवार ने बताया कि घुमन्तू समुदायों के साथ सबसे बड़ी समस्या यह है कि उनके पास भाषा तो है, परन्तु कोई लिपि‌ मौजूद नहीं है। हम सभी की जिम्मेदारी है कि समाज के हाशिये पर रहने वाले समुदायों का राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक आधार पर संरक्षण एवं विकास किया जाये। जनजातीय लोककला एवं बोली विकास अकादमी के निदेशक डॉ. धर्मेन्द्र पारे ने अकादमी द्वारा घुमंतु समुदायों के विकास के क्षेत्र में किये जाने वाले कार्यों के बारे में बताया। साथ ही प्रो. कविता रस्तोगी ने विभिन्न घुमंतू जातियों एवं उनसे जुड़े विभिन्न पहलुओं पर की गई शोध की विस्तृत जानकारी दी। अंत में धन्यवाद ज्ञापन का कार्य कार्यक्रम समन्वयक डॉ. बलजीत श्रीवास्तव ने किया।
 
कार्यक्रम के दौरान तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं संस्थाओं से आये शोधार्थियों एवं भाषाविदों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये। इस अवसर पर जनजातीय लोककला एवं बोली विकास अकादमी द्वारा प्रकाशित चौमासा के संत रैदास पर केंद्रित 126 वें अंक का लोकार्पण किया गया। इस चौमासा पत्रिका को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा केयर लिस्ट की सूची में सम्मिलित किया गया है।  साथ ही बंजारा समुदाय के लोक कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक नृत्य की प्रस्तुति भी दी गई। समस्त कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विश्वविद्यालयों से आये शिक्षक, विभिन्न संस्थानों के अधिकारी, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।

उत्तर प्रदेश अध्यक्ष राज्य महिला आयोग की अध्यक्षता में पंचायतीराज संस्थाओं में प्रॉक्सी उपस्थिति को रोकने के लिए राज्य स्तरीय सेमिनार आयोजित
लखनऊ। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा योजित रिट के पारित आदेश के क्रम में गठित एडवाइजरी कमेटी द्वारा पंचायतीराज संस्थाओं में प्रॉक्सी उपस्थिति को रोकने के लिए आज होटल रेग्नंत निराला नगर लखनऊ में विचार-विमर्श, चिंतन एवं कार्यवाही हेतु राज्य स्तरीय सेमिनार/संगोष्ठी आयोजित किया गया। इस 2 दिवसीय राज्य स्तरीय सेमिनार एवं संगोष्ठी का उद्घाटन बबिता सिंह चौहान, अध्यक्ष राज्य महिला आयोग, उप्र, बी. चन्द्रकला, सचिव पंचायती राज, उप्र, रामित मौर्या, निदेशक पंचायतीराज मंत्रालय, भारत सरकार डा एन.वी. माधुरी, असोसिएट प्रोफेसर, हैदराबाद विश्वविद्यालय, अटल कुमार राय, निदेशक, पंचायती राज, उप्र, अमितोष श्रीवास्तव, मुख्य लेखा अधिकारी, पंचायतीराज, उप्र, आर.एस. चौधरी, संयुक्त निदेशक, पंचायतीराज, उ0प्र0, अभय कुमार शाही, संयुक्त निदेशक/नोडल, पंचायती राज, उ0प्र0, द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। आयोजित कार्यक्रम में ममता वर्मा, संयुक्त सचिव, पंचायतीराज मंत्रालय, भारत सरकार, वी.के. भसीन, भूतपूर्व लॉ सचिव एवं समिति सदस्य, डॉ0 अनीता ब्रैंडन, यू.एन.एफ.पी.ए. द्वारा ऑनलाइन रूप से प्रतिभाग किया गया। प्रदेश के त्रि-स्तरीय पंचायतों के 40 महिला प्रतिनिधियों के साथ समीपवर्ती राज्य झारखण्ड, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश से उपस्थित निर्वाचित महिला पंचायत प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।

कार्यशाला में महिला आयोग व सहयोगी संस्थाओं सेंटर फॉर कैटेलाइजिंग चेंज (ब्3) व यूनीसेफ के प्रतिनिधियों द्वारा भी प्रतिभाग किया गया। उक्त कार्यक्रम में उपस्थित निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों के साथ प्रॉक्सी प्रथाओं, आई.ई.सी. अभियान के विचार सृजन, लिंग भेदभाव और पंचायतों से ‘प्रधान पति’ की प्रॉक्सी प्रथाओं को समाप्त करने हेतु सलाहकार समिति द्वारा उक्त प्रथाओं को कम व समाप्त करने हेतु पंचायत स्तर पर कौन-कौन से कानूनी उपाय किए जाने चाहिए, पर खुली चर्चा की गयी। साथ ही उच्च न्यायालय के पारित आदेश दिनांक 23.10.2024 के प्रस्तर 20 एवं 28 एवं जनहित याचिका संख्या-2080/2024 में पारित आदेश दिनांक 24.10.2024 के क्रम में उप्र पंचायतीराज अधिनियम 1947 की धारा 15 के अनुसार ग्राम पंचायत के कार्य, धारा 95 (1)(छ) के प्राविधानुसार प्रधान को पद से हटाया जाना, ग्राम प्रधान को स्वयं के आयकर रिर्टन दाखिल करने की जानकारी तथा महिला ग्राम प्रधान को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के संबंध में विशेष रूप से जानकारी दी गयी है। इस अवसर पर पंचायतीराज विभाग, उप्र द्वारा किए जा रहे प्रयासों के साथ मिशन शक्ति अन्तर्गत महिलाओं के क्षमता संवर्द्धन हेतु विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों के साथ कार्यक्रम का समापन उद्बोधन व धन्यवाद ज्ञापन निदेशक, पंचायतीराज द्वारा किया गया। सेमिनार/संगोष्ठी के द्वितीय दिवस दिनांक 20.12.2024 को समिति के सदस्यों द्वारा लखनऊ जनपद के विकास खण्ड- माल की ग्राम पंचायत- अटारी का क्षेत्र भ्रमण किया जायेगा, जिसमें सलाहकार समिति के सदस्यों द्वारा ग्राम पंचायत में हितधारकों के साथ बैठक कर वार्तालाप की जायेगी।