उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में PCS अधिकारी ने बिना दहेज के शादी कर पेश की मिसाल, दहेज में लिया सिर्फ एक रुपया और एक नारियल।

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एक PCS अधिकारी ने बिना दहेज के शादी कर एक बड़ी मिसाल पेश की है. भानु प्रताप नाम के युवा अधिकारी ने उत्तराखंड के एक साधारण परिवार की एक लड़की से बिना दहेज लिए शादी की, जिसके बाद उनकी शादी चर्चा में आ गई है. PCS अधिरकारी ने दहेज में सिर्फ एक रुपया और शगुन में सिर्फ एक नारियल लेकर शादी की. हर कोई भानु प्रताप और उनके परिजनों की तारीफ कर रहा है.

सहारनपुर की नकुड़ तहसील के अंबेहटा कस्बे में आने वाले छोटे से गांव शंभूगढ़ से ये मामला सामने आया है. वहां के रहने वाले दलबीर सिंह पहले पीडब्ल्यूडी विभाग में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. उनके बेटे भानु प्रताप सिंह एक PCS अधिकारी हैं, जो वर्तमान में मुरादाबाद में एस जीएसटी अधिकारी के पद पर तैनात हैं. भानू प्रताप सिंह ने बिना दहेज के शादी कर समाज में एक मैसेज दिया है.

एक रुपया, एक नारियल

जहां आजकल दहेज में लाखों करोड़ों रुपये दिए जा रहे हैं. पिता अपनी बेटी की शादी पर अपनी जिंदगी भर की पूंजी लगा देते हैं. वहीं भानु प्रताप ने दहेज के रूप में ससुराल पक्ष से महज एक रुपया और शगुन में एक नारियल लिया और शिवांशी को अपनी दुल्हन बनाया. बिना दहेज के शादी करने वाले दूल्हे PCS अधिकारी भानु प्रताप के इस फैसले की चारों तरफ तारीफ हो रही है.

समाज के लिए अच्छी पहल

भानु प्रताप सिंह की शादी उत्तराखंड बहादराबाद के गांव बेगमपुर की रहने वाली शिवांशी संग हुई है, जो एक साधारण परिवार की लड़की है. PCS अधिकारी भानु प्रताप सिंह ने महिला सशक्तिकरण को बल दिया. वहीं पिता दलबीर सिंह, मां निर्मला और भानु प्रताप के भाई सुरेंद्र कुमार के साथ गांव के लोग भी भानू प्रताप पर गर्व कर रहे हैं. लोग इस शादी को समाज के लिए एक अच्छी पहल बता रहे हैं

दिल्ली विधानसभा चुनाव: केजरीवाल ने बीजेपी पर लगाया वोट कटवाने का आरोप

दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है. केजरीवाल ने कहा है कि बीजेपी दिल्ली में वोट कटवा रही है. जो सही मतदाता हैं, उनके वोट काटने की साजिश हो रही है. उन्होंने कहा कि मेरे नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में इनका (बीजेपी का) ‘ऑपरेशन लोटस’ 15 दिसंबर से चल रहा है. उन्होंने कहा कि इन 15 दिनों में इन्होंने लगभग 5000 वोटों को डिलीट करने और 7500 वोटों को जोड़ने के लिए आवेदन किया है.

केजरीवाल ने कहा कि मैं आपलोगों के जानकारी के लिए बता दूं कि मेरी विधानसभा में टोटल वोट 1 लाख 6 हजार है. इसमें से 5 फीसदी वोट ये डिलीट करवा रहे हैं और 7.5 फीसदी वोट ये जुड़वा रहे हैं तो फिर चुनाव कराने की जरूरत ही क्या है. अगर ये 12 फीसदी वोट इधर से उधर कर देंगे तो फिर चुनाव में बचा ही क्या है. एक ही विधानसभा में 11 हजार वोट काटे गए. केजरीवाल ने कहा कि देश में चुनाव के नाम पर एक तरह का खेल चल रहा है. सरेआम बदमाशी हो रही है.

भाजपा बेईमानी से चुनाव चुनाव जीतना चाहती है’

अरविंद केजरीवाल ने चुनाव अधिकारी को पत्र लिखकर मतदाता आवेदनों में असामान्य वृद्धि पर चिंता जताई है. केजरीवाल ने कहा कि भाजपा बेईमानी से चुनाव लड़कर किसी भी तरह से चुनाव जीतना चाहती है. लेकिन, दिल्ली की जनता ऐसा नहीं होने देगी. हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में उन्होंने जो हथकंडे अपनाए थे. हम उन्हें उस हथकंडे का इस्तेमाल करके यहां जीतने नहीं देंगे.

केजरीवाल ने आगे कहा कि दिल्ली में 20 अगस्त से लेकर 20 अक्टूबर तक समरी किया गया था. इसका मतलब ये है कि चुनाव आयोग लोगों के घर घर जाकर रिव्यू करती है. जो वोटर नहीं हैं, उसका नाम डिलीट करती है और जिनका नाम नहीं जुड़ा है, उसका नाम जुड़वाती है यानी उसका वोटर कार्ड बनाती है. इसमें हुआ ये कि जिनके नाम काटने की एप्लीकेशन दी गई है, उनमें से 500 लोगों को हमने वेरीफाई किया, 490 लोग अपने घर पर रहते हैं, यानी जो सही मतदाता है उसके वोट काटने की साजिश हो रही है. 10 ऐसे लोग हैं, जिन्होंने सबसे ज्यादा वोट काटने वाली एप्लीकेशन चुनाव आयोग को दी है, ये कौन लोग हैं, किसके इशारे पर काम कर रहे हैं.

केजरीवाल ने चुनाव अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि आपके ऊपर बहुत दबाव आएगा, दस्तखत आपको करना है, फाइलों में दस्तखत सालों साल रहेंगे, जब कभी सरकार बदलेगी. फाइल में आपके ही साइन मिलेंगे. दबाव बनाने वाले उस वक्त नहीं रहेंगे.

बिहार के भागलपुर में पत्नी ने पति को दिया धोखा, प्रेमी के साथ भाग गई।

बिहार के भागलपुर में सुल्तानगंज रेलवे स्टेशन है. यहां एक परिवार ट्रेन पकड़ने के लिए पहुंचा था. इस बीच, पत्नी ने पति से कहा कि मुझे भूख लगी है, थोड़ा नाश्ता लेकर आइए. फिर पति नाश्ता लाने चला गया. जब वापस पति लौटा तो पत्नी गायब थी. बच्चों ने बताया कि मम्मी अंकल के साथ भाग गई. फिर पति ने स्टेशन परिसर में पत्नी को इधर-उधर खोजना शुरू किया, लेकिन वह कहीं नहीं मिली.

इस घटना के बाद पति अपने तीनों बच्चों को लेकर थाने पहुंचा और पुलिस से पत्नी को खोजने की गुहार लगाई. उसने पुलिस को बताया कि 12 साल पहले बाथ थाना क्षेत्र के एक गांव में हिंदू रीति रिवाज के साथ दोनों का विवाह हुआ था. उन दोनों को तीन बच्चे भी हैं.

पति बोला-पत्नी का था अफेयर

पति ने बताया कि शादी के बाद वह गुजरात में एक निजी कंपनी में काम करने लगा, तो पत्नी ने भी काम करने की इच्छा जाहिर की. फिर उसे भी कंपनी में काम मिल गया, कंपनी में ही काम के दौरान उसे एक लड़के से प्रेम हो गया था और वह उससे अक्सर बातें भी करती थी. एक महीने पहले पत्नी का भाई गुजरात पहुंचा था तो मैंने उसे सारी कहानी बताई थी, तो वह अपनी बहन को लेकर वापस गांव चला गया था.

पुलिस को बताई पूरी कहानी

पिछले दिनों 22 दिसंबर को मैं भी वापस गांव आया था. शुक्रवार को अपनी पत्नी व बच्चों को लेकर अपने घर सबौर जा रहा था तभी यह घटना घट गई. आगे पति ने बताया कि जब हम लोग सुल्तानगंज स्टेशन पर पहुंचे तो पत्नी ने मुझसे कहा कि मुझे भूख लगी है. कुछ नाश्ता लेकर आइये, लेकिन जब मैं नाश्ता लाने गया तो मेरी पत्नी प्रेमी संग फरार हो गई. फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है.

नोएडा में दो बदमाशों का एनकाउंटर, शहर में चोरी की घटनाओं को देते थे अंजाम

यूपी में हो रहे अपराधों को रोकने के लिए पुलिस चेकिंग अभियान चल रही है. चेकिंग अभियान के दौरान दो अलग-अलग थाना क्षेत्र में पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में दो बदमाश गोली लगने से घायल हो गए, जबकि दो बदमाश मौके से फरार हो गए. घायल बदमाशों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. साथ ही पुलिस ने फरार बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है.

पहली मुठभेड़ ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर थाना क्षेत्र में ऐस प्लैटिनम तिराहे पर तब हुई, जब ऑटो पर सवार दो संदिग्ध को देखकर पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन ऑटो पर सवार बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. फायरिंग करते हुए बदमाश भागने लगे. पुलिस ने पीछा करते हुए बदमाशों पर जवाबी फायरिंग शुरू कर दी. इस दौरान गोली लगने से एक बदमाश घायल हो गया. जबकि दूसरा बदमाश फरार होने में सफल हो गया.

चोरी के ऑटो में घूम रहे थे बदमाश

डीसीपी नोएडा सेंट्रल शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि घायल बदमाश की पहचान गौरव के रूप में हुई है, जो एक शातिर किस्म का चोर है और उसके कब्जे से बरामद ऑटो भी चोरी का है. इसके अलावा उसने तीन अन्य चोरी घटनाओं को अंजाम दिया था. इन घटनाओं से संबंधित 41000 नगद और ताला तोड़ने का औजार उसके पास से बरामद हुआ है. शक्ति का साथी सूरज मौके से फरार होने में सफल हो गया है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम में लगाई गई है.

पुलिस ने चेन स्नेचर को किया गिरफ्तार

पुलिस और बदमाशों के बीच दूसरी मुठभेड़ नोएडा के थाना 126 क्षेत्र में हुई, जिसमें पैर में गोली लगने से एक बदमाश घायल हो गया, जबकि दूसरा मौके से फरार होने में सफल हो गया. एडिशनल डीसीपी मनीष कुमार मिश्रा ने बताया कि घायल बदमाश की पहचान दिल्ली के मदनपुर खादर निवासी यशवंत के रूप में हुई है. उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एडीसीपी ने कहा की यशवंत एक शातिर किस्म का चेन स्नेचर है, जो दिल्ली में रहता था.

आरोपी नोएडा और गाजियाबाद की थाना क्षेत्र में राहगीरों से तमंचे के बल पर मोबाइल छीन कर भाग जाता था. छीने गये मोबाइल आरोपी यशवंत राह चलते लोगों को अपनी मजबूरी बताकर सस्ते दामों में बेच दिया करता था.

दिल्ली पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार किया

दिल्ली पुलिस ने भी रविवार सुबह 4:30 बजे के आसपास दो बदमाशों को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस के स्पेशल स्टाफ और AATS यूनिट को एक इनपुट मिला था कि दो वांटेड बदमाश दिल्ली के पंजाबी बाग इलाके से जाने वाले हैं. पुलिस टीम ने आज सुबह लगभग 4:30 बजे के आसपास इलाके में ट्रैप लगाया और दोनों बदमाशों को सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन बदमाशों ने पिस्टल निकालकर पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी.

जवाबी कार्रवाई में बदमाशों को मारी गोली

जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी कई राउंड फायर की, जिसमें दोनों बदमाशों के पैर में गोली लग गई और फिर पुलिस ने उन्हें दबोच लिया. पकड़ गए बदमाशों की पहचान रिंकू और रोहित के तौर पर हुई है, जो दिल्ली समेत कई राज्यों में बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुके है. हाल ही में दोनों बदमाशो ने हथियार के दम पर मध्यप्रदेश के इंदौर में डकैती की थी.

दिल्ली में हवा फिर से खराब श्रेणी में, अगले 6 दिनों तक AQI बहुत खराब रहने की संभावना।

दिल्ली में बारिश के बाद हवा साफ हुई थी, लेकिन फिर से यह खराब श्रेणी में जाने लगी है. अगले 6 दिन तक दिल्ली की हवा बेहद खराब होने वाली है. रविवार की सुबह दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 299 दर्ज किया गया, जोकि शनिवार के मुकाबले अधिक है. एक बार फिर से दिल्ली के लोगों को वायु प्रदूषण से होने वाली समस्या से जूझना पड़ सकता है. दिल्ली में 36 AQI जांच केंद्र है, जिसमें से 22 केंद्रों का AQI 200 से ज्यादा दर्ज किया गया है.

शुक्रवार को हुई बारिश के बाद शनिवार को AQI में सुधार दर्ज किया गया था. हालांकि, रविवार को एक बार फिर से दिल्ली की एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, आने वाले 6 दिनों तक दिल्ली का AQI बहुत खराब श्रेणी में रहने की संभावना है. बारिश के बाद दिल्ली के AQI में रिकॉर्ड तोड़ गिरावट देखी गई थी, लेकिन एक बार फिर से दिल्ली में AQI की स्थिति बिगड़ने लगी है. पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार का AQI 299 दर्ज किया गया है, जोकि गंभीर श्रेणी में आता है.

जानें AQI?

दिल्ली में इसके अलावा आनंद विहार का AQI 277, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम- 284, जहांगीरपुरी- 282,नेहरू नगर- 272, सिरी फोर्ट- 277, रोहिणी- 263, पटपड़गंज- 273, मुंडका- 265 और बवाना 252 दर्ज किया गया हैं. वहीं, सबसे कम AQI इहबास का 102 दर्ज किया गया है. लगातार बढ़ रहे प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली में एक बार फिर से GRAP-3 और GRAP-4 लागू हो सकता है, जो अभी कुछ दिनों पहले ही केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने हटाया था.

6 दिनों तक खराब रहेगा AQI

दिल्ली में एयर क्वालिटी जांच के लिए 36 केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें से 22 केंद्रों का AQI 200 से ज्यादा दर्ज किया गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने आने वाले 6 दिनों तक दिल्ली के AQI के खराब श्रेणी में रहने की संभावना जताई है. बारिश के कारण दिल्ली के तापमान में एक दम से गिरावट देखी गई है. रविवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 9 और अधिकतम 18 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.

दो भाइयों ने जीएसटी में 99.21 करोड़ रुपये की हेरा-फेरी की, सीमा हैदर और सचिन की फोटो का किया इस्तेमाल।

बिहार के दरभंगा में हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां दो शातिर भाईयों ने जीएसटी में 99.21 करोड़ रुपये की हेरा-फेरी कर डाली. हैरत की बात यह है कि आरोपियों ने कंपनी के ट्रेड मार्क आईडी पर सीमा हैदर और उसके पति सचिन की फोटो का इस्तेमाल किया. दोनों आरोपियों को अरुणाचल और दरंभगा पुलिस ने संयुक्त अभियान के तहत गिरफ्तार किया है.

अरुणालचल प्रदेश की पुलिस ने दरभंगा पुलिस के सहयोग से रैयाम थाना क्षेत्र के वंसारा गांव में बड़ी कार्रवाई करते हुए 99.21 करोड़ रुपये के GST के हेरा फेरी के मामले में सिद्धिविनायक ट्रेड कंपनी के अकाउंटेंट विपिन झा और आशुतोष झा को गिरफ्तार किया है. बताया जाता है कि कंपनी के मालिक सचिन जैन सहित चार लोगो के खिलाफ इटानगर थाना में धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. विपिन झा और आशुतोष झा दोनो अरुणाचल प्रदेश में अकाउंटेंट का काम किया करते हैं.

शातिर हैं दोनों सगे भाई

पकड़े गए दोनो आरोपी आपस मे सगे भाई हैं. इनपर अपने क्लाइंट के जीएसटी रिटर्न फाइल करने में 99.21 करोड़ रुपये ज्यादा के हेरा फेरी करने का आरोप लगा है. इस मामले में अरुणाचल प्रदेश की पुलिस दोनों को टेक्निकल सर्विलांस के सहयोग पर दरभंगा जिला के रैयाम थाना की पुलिस के सहयोग से उसके वंसारा गांव से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद दोनो आरोपी को अरुणाचल पुलिस दरभंगा व्यवहार न्यायालय में प्रस्तुत करने के बाद अपने साथ लेकर अरुणाचल प्रदेश के लिए रवाना हो गई है.

सीमा हैदर और सचिन की फोटो का किया इस्तेमाल

जानकारी के अनुसार, अरुणाचल प्रदेश के इटानगर में राहुल जैन की सिद्धि विनायक ट्रेड मर्चेंट नाम की कंपनी चलती है. इस कम्पनी में गिरफ्तार दोनो आरोपी भाई अकाउंटेंट का काम किया करते थे. ये इतने शातिर है कि यह अपने कंपनी के ट्रेड मार्क में सीमा हैदर और उसके पति सचिन का फोटो लगाकर फेंक आईडी का इस्तेमाल करते हैं. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने सचिन जैन के साथ मिलकर राज्य सरकार के 99.21 करोड़ रुपये गबन कर लिए.

कर दिया 99.21 करोड़ रुपये गबन

इधर, अरुणालचल प्रदेश से आई चार सदस्यीय टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर रणधीर कुमार झा कर रहे थे. उन्होंने बताया कि ये दोनो आशुतोष झा और विपिन झा पर राज्य सरकार का 99.21 करोड़ रुपये गबन करने का प्राथमिकी दर्ज है. इस मामले में अभी दो आरोपी फरार चल रहे हैं. इनलोगों ने मिलकर एक जीएसटी फर्म बना रखा है, जिसमें सीमा हैदर और सचिन का फोटो इस्तेमाल किया गया. पुलिस आरोपियों को दरभंगा कोर्ट में प्रस्तुत करने के बाद अपने साथ अरुणालचल प्रदेश लेकर रवाना हो गई

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार पर अब घमासान, कांग्रेस ने सरकार पर लगाए ये आरोप

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के निधन के बाद उनके अंतिम संस्कार के स्थल और फिर स्मारक बनाने को लेकर कांग्रेस और केंद्र सरकार में घमासान मचा हुआ था. अब पूर्व प्रधानमंत्री के अंतिम संस्कार के दौरान कांग्रेस ने कुप्रबंधन का आरोप लगाया है. इस बाबत कांग्रेस के आला नेता पवन खेड़ा ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है.

बता दें कि शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का राजकीय सम्मान के साथ निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार किसी निर्धारित स्थान पर नहीं किया गया, जहां बाद में उनका स्मारक बन सकता था, हालांकि सरकार की ओर से कहा गया है कि डॉ मनमोहन सिंह का दिल्ली में स्मारक बनाया जाएगा. परिवार को इसकी जानकारी दे दी गई है.

डॉ मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार में कुप्रबंधन

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने सोशल साइट एक्स पर ट्वीट कर कहा कि डॉ मनमोहन सिंह का राजकीय अंतिम संस्कार अनादर और कुप्रबंधन का चौंकाने वाला प्रदर्शन था. उन्होंने कहा कि डीडी को छोड़कर किसी भी समाचार एजेंसी को अनुमति नहीं दी गई; डीडी ने मोदी और शाह पर ध्यान केंद्रित किया, डॉ मनमोहन सिंह के परिवार को बमुश्किल कवर किया.

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उन्होंने कहा कि डॉ सिंह के परिवार के लिए आगे की पंक्ति में केवल 3 कुर्सियां रखी गईं. कांग्रेस नेताओं को उनकी बेटियों और परिवार के अन्य सदस्यों के लिए सीटों पर जोर देना पड़ा. दिवंगत प्रधानमंत्री की विधवा को राष्ट्रीय ध्वज सौंपे जाने या तोपों की सलामी के दौरान प्रधानमंत्री और मंत्री खड़े नहीं हुए.

पवन खेड़ा ने कहा कि एक तरफ सैनिकों के होने के कारण परिवार को चिता के चारों ओर अपर्याप्त स्थान दिया गया. उन्होंने कहा कि आम लोगों को बाहर रखा गया, उन्हें कार्यक्रम स्थल के बाहर से ही देखना पड़ा.

कांग्रेस नेता ने लगाए ये आरोप

उन्होंने कहा कि परिवार के सदस्यों की गाड़ियां बाहर खड़ी रहीं. गेट बंद था, और परिवार के सदस्यों को ढूंढ़कर वापस अंदर लाना पड़ा. उन्होंने आरोप लगाया कि डॉ सिंह के पोते-पोतियों को अंतिम संस्कार करने के लिए चिता तक पहुंचने के लिए जगह की तलाश करनी पड़ी. उन्होंने कहा कि राजनयिक कहीं और बैठे थे और दिखाई नहीं दे रहे थे.

उन्होंने कहा कि पूरा अंतिम संस्कार क्षेत्र तंग और खराब तरीके से व्यवस्थित था, जिससे जुलूस में शामिल कई लोगों के लिए जगह नहीं बची. एक महान राजनेता के साथ यह अपमानजनक व्यवहार सरकार की प्राथमिकताओं और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति सम्मान की कमी को उजागर करता है. डॉ सिंह सम्मान के हकदार थे, इस शर्मनाक तमाशे के नहीं.

मुंबई एयरपोर्ट पर 100 यात्री 8 घंटे तक फंसे रहे, इंडिगो की फ्लाइट रद्द, यात्रियों ने किया प्रदर्शन।

मुंबई एयरपोर्ट पर करीब आठ घंटे तक करीब 100 यात्री फंसे रहे. उसके बाद मुंबई से इस्तांबुल जाने वाली सुबह 6.30 बजे की इंडिगो की उड़ान लगभग आठ घंटे बाद रद्द कर दी गई. यात्रियों ने आरोप लगाया कि इस दौरान न तो उन्हें खाना दिया गया और न ही पानी. बता दें कि मुंबई से इस्तांबुल जाने वाली फ्लाइट सुबह 6.55 बजे उड़ान भरने वाली थी. इस यात्रा में करीब 100 यात्री थे, जिसमे छात्रों की संख्या अधिक थे. ये यात्री मुंबई एयरपोर्ट पर फंसे हुए थे.

यात्रियों के अनुसार, उनकी फ्लाइट सुबह 6:55 बजे मुंबई से इस्तांबुल के लिए निर्धारित थी, लेकिन देरी हो गई, जिसकी सूचना उन्हें नहीं दी गई.

यात्रियों ने शिकायत की कि यात्रियों को विमान में कई घंटों तक बैठाए रखा गया. यात्रियों ने शिकायत की कि स्टॉफ सदस्यों की ओर से कोई सूचना नहीं दी गई, जिससे वे असमंजस में हैं. पूछताछ करने पर उन्हें देरी के बारे में बताया गया.

यात्रियों ने किया प्रदर्शन, की ये मांग

एक यात्री ने बताया कि उसे 13 घंटे बाद पानी की बोतल मिली. इस बीच इंडिगो स्टॉफ ने बताया कि फ्लाइट अब रद्द हो गई है. घटना से परेशान सैकड़ों यात्री अभी भी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और एयरलाइन से अगली फ्लाइट या रिफंड की मांग कर रहे हैं.

दूसरी ओर, इंडिगो की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हमें खेद है कि हमारी उड़ान 6E17, जो मूल रूप से मुंबई से इस्तांबुल के लिए संचालित होने वाली थी, तकनीकी समस्याओं के कारण विलंबित हो गई. दुर्भाग्य से, समस्या को ठीक करने और इसे गंतव्य तक भेजने के हमारे सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, हमें अंततः उड़ान रद्द करनी पड़ी.

रात 11 बजे दूसरी विमान भरेगी उड़ान

बयान में कहा गया कि हमारी टीमें हमारे प्रभावित ग्राहकों को सहायता प्रदान करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं, उन्हें इसकी जानकारी दी गई. आवास, भोजन और पूर्ण धनवापसी की व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने कहा कि हालांकि हम जानते हैं कि कोई भी प्रयास असुविधा को पूरी तरह से दूर नहीं कर सकता है.

विमान कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि एक वैकल्पिक विमान की व्यवस्था की गई है और अब 2300 बजे प्रस्थान करने वाला है. हम अपने ग्राहकों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि उनकी सुरक्षा और आराम हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताएं हैं.

गूगल मैप की गलती से दो कारें हुईं दुर्घटनाग्रस्त, बड़ा हादसा टला लेकिन यात्रियों को मिला बड़ा सबक: सावधानी से करें उपयोग।

गूगल मैप के सहारे यात्रा बेहद खतरनाक हो गई है. गूगल मैप आपको गंतव्य पर तो पहुंचाता ही है, थोड़ी सी लापरवाही की दशा में यह मौत के मुंह में भी धकेल सकता है. हाथरस में शुक्रवार को कुछ ऐसा ही हुआ है. गूगल मैप की सहारे पर यात्रा पर निकले दो लोगों की जान बाल बाल बची है. हादसा मथुरा-बरेली हाईवे का है. गूगल मैप ने यात्रियों को एक ऐसे रास्ते पर उतार दिया, जो अभी ठीक से बना भी नहीं है. इसके चलते इस रोड पर दो कारें दुर्घटनाग्रस्त हो गईं.

गनीमत रही कि कार में लगा सेफ्टी एयरबैग खुल गया और मामूली नुकसान के साथ बड़ा हादसा टल गया. इसी तरह की घटना कुछ दिन पहले बरेली-बदायूं के बॉर्डर पर हुआ था. उस समय गूगल मैप को ही फॉलो करते हुए एक कार चालक ने गाड़ी एक निर्माणाधीन पुल पर चढ़ा दी. यह पुल नदी के ऊपर आधा ही बना था. ऐसे में जब तक चालक गाड़ी रोकता, उसकी गाड़ी नदी में गिर चुकी थी. इन दोनों ही घटनाओं से गूगल मैप के सहारे यात्रा करने वालों के कान खड़े हो गए हैं.

गूगल मैप ने दिखाया अधूरा रास्ता

गूगल मैप ने यात्रियों को एक ऐसे रास्ते पर भेजा, जो अभी अधूरा था और उस पर डाइवर्जन और चेतावनी बोर्ड की कमी थी. इसके कारण कार दुर्घटनाग्रस्त हो गईं. मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने घायलों को कार से बाहर निकाला और उन्हें अस्पताल पहुंचाया. फिलहाल, सभी घायलों का इलाज चल रहा है और उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है.

बरेली में हुई घटना की याद दिलाती दुर्घटना

यह घटना बरेली जिले में हुई एक दुखद दुर्घटना की याद दिलाती है, जिसमें गूगल मैप ने तीन दोस्तों को एक अधूरे पुल पर भेज दिया था, जिससे उनकी कार नदी में गिर गई और तीनों की जान चली गई. इस प्रकार की घटनाओं से यह साफ हो जाता है कि गूगल मैप और अन्य तकनीकी साधनों के कारण यात्री अपनी जान जोखिम में डाल सकते हैं.

गूगल मैप में सुधार की आवश्यकता

बरेली वाली घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने गूगल मैप में बदलाव करवाए थे, जिससे बाद में मैप में वह रास्ता बंद दिखाई देने लगा था. हाथरस में अगर प्रशासन ने पहले ही मैप में तकनीकी सुधार करवा लिया होता, तो हादसा टल सकता था. तकनीकी साधनों और प्रशासनिक खामियों के कारण यात्रियों की जान पर खतरा मंडरा सकता है.

गूगल मैप जैसी तकनीकी कंपनियों को अपने सिस्टम में सुधार करने की आवश्यकता है. प्रशासन को भी ऐसे रास्तों पर डाइवर्जन और चेतावनी बोर्ड लगाने चाहिए, ताकि इस प्रकार के हादसों से बचा जा सके.

कश्मीर में बर्फबारी के बीच स्थानीय लोगों ने पर्यटकों की मदद के लिए खोले अपने घरों के दरवाजे, मस्जिदों में भी दी शरण।

पहाड़ों पर जमकर बर्फबारी हो रही है. जम्मू-कश्मीर का नजारा बेहद खूबसूरत है. बर्फ की सफेद चादर से ढके पहाड़ यहां आने वाले सैलानियों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहे हैं. अनंतनाग से बारामूला तक चारों तरफ बर्फ ही बर्फ दिखाई दे रही है. भारी तादाद में पर्यटक इस सुहाने मौसम का लुत्फ उठाने पहुंचे हैं. मगर यही बर्फबारी अब इन सैलानियों के लिए परेशानी का सबब बन गई है. सड़कों पर बर्फ के चलते रास्ते बंद हो गई हैं, ऐसे में सैकड़ों की संख्या में गाड़ियां फंस गई है. जिसकी वजह से यहां पहुंचे पर्यटकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में कश्मीरी के लोग इन लोगों को अपने घरों में पनाह दी है.

भारी बर्फबारी के बीच फंसे हुए पर्यटकों के लिए लोकल कश्मीरियों ने अपने घरों के दरवाजे खोल दिए, इसके साथ ही मस्जिदों में भी इन लोगों को पनाह दी जा रही है. अलगाववादी नेता मीरवाइज मोहम्मद उमर फारूक ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है, साथ ही कुछ तस्वीरें भी शेयर की है. अपनी पोस्ट के कैप्शन में उन्होंने लिखा है कि भारी बर्फबारी के बीच फंसे हुए पर्यटकों के लिए कश्मीरियों को अपनी मस्जिदें और घर खोलते हुए देखकर खुशी हुई.

पर्यटकों की मदद के लिए आगे आए कश्मीरी

इसके आगे उमर फारूक ने लिखा कि गर्मजोशी और मानवता का यह भाव आतिथ्य सत्कार और जरूरत के समय मदद की हमारी दीर्घकालिक परंपरा को दर्शाता है. तस्वीरों में देखा जा सकता है कि एक मस्जिद में पर्यटक आराम करते नजर आ रहे हैं, तो दूसरी तस्वीर एक घर की है, जिसमें पर्यटक खाना खाते दिखाई दे रहे हैं. इसके साथ ही और भी कई तस्वीरें है. कश्मीर के लोगों की पर्यटकों की मदद करना यकीनन काबिल-ए-तारीफ है.

घरों और मस्जिदों में शरण लिए पर्यटक

यही नहीं सोशल मीडिया पर ऐसी कई वीडियो भी सामने आए हैं जिसमें यहां के लोग बर्फ में फंसी सैलानियों की गाड़ियों को धक्का मारते नजर आ रहे हैं. बर्फबारी की वजह से कश्मीर में सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है. सड़कों पर फंसे लोगों की मदद करने के लिए कश्मीरी लोग अपने घरों से निकलकर मदद कर रहे हैं. सैलानियों को घरों में शरण दे रहे हैं.

जारी रहेगा बर्फबारी का दौर

वहीं मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों में श्मीर के अलग-अलग इलाकों में बर्फबारी का दौर जारी रहेगी, जिसका तापमान में और भी गिरावट आएगी. श्रीनगर समेत कई इलाकों में सीजन की पहली बर्फबारी हुई. खूबसूरत डल झील भी जम गई है. पूरी घाटी बर्फ की सफेद चादर से ढक गई.