भोपाल में शुरू हुई डिजिटल ओपीडी सेवा, घर बैठे ले सकते हैं डॉक्टर से अपॉइंटमेंट

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अब मरीजों को जिला और सिविल अस्पतालों में इलाज और जांच के लिए लंबी लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ेगा. प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने इस समस्या का समाधान डिजिटल ओपीडी सेवा के रूप में निकाला है. इस नई सेवा के तहत मरीज घर बैठे ही नजदीकी अस्पताल में डॉक्टर से अपॉइंटमेंट ले सकते हैं और जांच के लिए एडवांस बुकिंग भी कर सकते हैं.

स्वास्थ्य विभाग ने यह सेवा शुरू करने के लिए राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के साथ मिलकर काम किया है. फिलहाल, यह सेवा राजधानी के जेपी अस्पताल, बैरागढ़, कोलार और गोविंदपुरा सिविल अस्पतालों में ही शुरू की गई है. मरीज हेल्पलाइन नंबर 1800-233-2085 पर कॉल करके कभी भी अपॉइंटमेंट ले सकते हैं.

इसके अलावा, अस्पतालों में क्यूआर कोड भी लगाए गए हैं, जिसे मोबाइल कैमरे से स्कैन करके मरीज बड़ी आसानी से अपॉइंटमेंट बुक करके इस सेवा का लाभ ले सकते हैं.

आधार लिंक जानकारी से अपॉइंटमेंट की प्रक्रिया

इस सेवा के तहत, मरीज को पहले अपनी आधार लिंक की जानकारी देकर आभा आईडी बनवानी होगी. इसके बाद, ओपीडी काउंटर से टोकन नंबर लेकर पर्चा प्राप्त किया जा सकता है. मरीज खून की जांच, यूरिन टेस्ट, सोनोग्राफी, एक्स-रे और सीटी स्कैन जैसी जांचों के लिए भी अपॉइंटमेंट ले सकते हैं.

डिजिटल ओपीडी सेवा का विस्तार

सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि यह डिजिटल ओपीडी सेवा जल्द ही जिले के सभी अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में शुरू की जाएगी. इसके जरिए, अस्पतालों में मरीजों को लंबी कतारों में खड़ा होने की समस्या से राहत मिलेगी. साथ ही, मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और इलाज की प्रक्रिया और भी सरल हो जाएगी.

स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभता और सुधार की दिशा में एक कदम

यह नई पहल स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुलभ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. इससे न केवल मरीजों को समय की बचत होगी, बल्कि अस्पतालों में भी भीड़-भाड़ कम होगी, जिससे चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार आएगा. डिजिटल ओपीडी सेवा के माध्यम से मरीजों को अब अपॉइंटमेंट के लिए अस्पताल आने की जरूरत नहीं पड़ेगी और वे घर बैठे ही सभी जरूरी मेडिकल सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे.

बीपीएससी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा के री-एग्जाम पर बड़ा अपडेट, आयोग ने किया ये बड़ा ऐलान, जानें

बीपीएससी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा के री-एग्जाम को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है. पिछले 10 दिनों से राजधानी पटना के गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पर बीपीएससी कैंडिडेट धरने पर बैठे हुए हैं और बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा के री-एग्जाम की मांग पर अड़े हुए हैं, लेकिन इस बीच बिहार लोक सेवा आयोग ने ये साफ कर दिया है कि री-एग्जाम नहीं होगा. बताया जा रहा है कि शुक्रवार को बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक ने मीडिया से बातचीत में ये जानकारी दी.

एग्जाम कंट्रोलर ने ये साफ कर दिया कि किसी भी हाल में बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने ये भी जानकारी दी कि मेंस परीक्षा का आयोजन अगले साल अप्रैल में किया जाएगा.उन्होंने कैंडिडेट्स को ये सलाह भी दी है कि वो किसी के भी बहकावे में न आएं या फिर किसी अफवाह के चक्कर में न पड़ें औ र मेंस परीक्षा की तैयारी में जुट जाएं.

परीक्षा में धांधली का लगा है आरोप

कुछ छात्रों ने बीपीएससी 70वी सिविल सेवा परीक्षा में धांधली का आरोप लगाया है और पूरी परीक्षा को रद्द करने को लेकर पिछले कई दिनों से वो धरने पर बैठे हुए हैं. इन छात्रों को पटना के मशहूर खान सर और गुरु रहमान का भी समर्थन मिला है. इसके साथ ही छात्रों को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव और जन सुराज के प्रशांत किशोर का भी समर्थन मिल रहा है.

खान सर ने क्या कहा?

प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों के पास पहुंचे खान सर ने कहा कि वह छात्रों के साथ हैं और हमेशा साथ खड़े रहेंगे. इस दौरान उन्होंने बिहार लोक सेवा आयोग पर आरोप लगाया कि परीक्षा में धांधली से जुड़े सबूत और सीसीटीवी फुटेज छिपाए जा रहे हैं, जो मामले को संदिग्ध बनाते हैं. उन्होंने इस मामले की जांच की मांग भी उठाई है. इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि जरूरत पड़ने पर वह सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रपति के पास भी जाएंगे.

प्रशांत किशोर ने क्या कहा?

बीते दिनों पुलिस ने बीपीएससी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज भी किया था, जिसके बाद से मामले ने और तूल पकड़ लिया. बीते गुरुवार को प्रशांत किशोर ने इस मामले में न सिर्फ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अल्टीमेटम दिया है बल्कि पुलिस को भी ये चेतावनी दी है कि आने वाले समय में अगर बीपीएससी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया गया तो विरोध प्रदर्शन होगा.

दिल्ली विधानसभा चुनाव: पीएम मोदी की बड़ी सौगात, 29 दिसंबर और 3 जनवरी को करेंगे ये दो बड़े कार्यक्रम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर एक्शन मोड में हैं. सूत्रों के मुताबिक, 29 दिसंबर और 3 जनवरी को दिल्ली में पीएम मोदी के सरकारी कार्यक्रम हैं. पीएम मोदी 29 दिसंबर को दिल्ली मेट्रो के फेज-4 के तहत रिठाला-नरेला-कुंडली लाइन का शिलान्यास करेंगे.

पीएम मोदी 29 दिसंबर को रोहिणी के जापानी पार्क में एक बड़ी रैली करेंगे. केंद्रीय कैबिनेट ने 6 दिसंबर को इस रूट को मंजूरी दी थी. ये लाइन दिल्ली और हरियाणा को कनेक्ट करेगी. दिल्ली में 10 स्टेशन और हरियाणा में 2 स्टेशन होंगे. इस मौके पर पीएम एक सभा को भी संबोधित करेंगे.

नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में एलिवेटेड रोड का करेंगे उद्धाटन

3 जनवरी को पीएम मोदी नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में एक एलिवेटेड रोड का उद्धाटन करेंगे. पीएम यहां जनसभा को भी संबोधित करेंगे. बता दें कि केजरीवाल को घेरने का प्लान के तहत दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की दिल्ली इकाई ने एक आरोपपत्र समिति बनाई थी. इसने सत्तारूढ़ आप के विधायकों की कथित विफलताओं को गिनाते हुए विस्तृत रिपोर्ट जारी की है.

केजरीवाल ने बनाया दिल्ली को भ्रष्टाचार की प्रयोगशाला

अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया, यह कैसी पार्टी है जो भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने का वादा करके सत्ता में आई लेकिन शराब नीति, दिल्ली जल बोर्ड, डीटीसी और वक्फ बोर्ड से जुड़े आठ से नौ घोटालों में लिप्त रही. उन्होंने नारा दिया, घोटाले पे घोटाला, केजरीवाल ने बनाया दिल्ली को भ्रष्टाचार की प्रयोगशाला.

‘आप’ ने केंद्र के धन का उपयोग नहीं किया

उन्होंने कहा कि बीजेपी दिल्ली की सत्ता से आप को हटाकर रहेगी. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दिल्ली में शिक्षा एवं स्वास्थ्य को लेकर भी ‘आप’ और केजरीवाल पर निशाना साधा. आरोप लगाया कि पार्टी नए मोहल्ला क्लीनिक और अस्पताल खोलने में विफल रही. उसने शहर के स्वास्थ्य ढांचे को बढ़ाने के लिए केंद्र के धन का उपयोग नहीं किया.

पंजाब के बठिंडा में बस हादसे में 8 लोगों की मौत, 24 यात्री गंभीर रूप से घायल

पंजाब के बठिंडा में यात्रियों से भरी एक बस हादसे का शिकार हो गई. इस हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई. घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य जारी है. जानकारी के मुताबिक, यात्रियों से भरी बस पुल से सीधे गंदे नाले में जा गिरी, जिसके बाद ये दर्दनाक हादसा हो गया. हादसे का शिकार हुई बस में करीब 50 यात्री सवार थे.

बठिंडा के जीवन सिंह वाला के पास बड़ा हादसा हो गया है. यात्रियों से भरी एक बस पुल से सीधे नीचे गंदे नाले में गिर गई. प्रशासन और स्थानीय लोगों द्वारा बस का शीशा तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला गया. जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई है. वहीं बस में करीब 50 यात्री सवार थे.

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

एक निजी परिवहन कंपनी की बस बठिंडा-शार्दुलगढ़ लोकल रूट पर चल रही थी. पुल से नीचे गिरने से हादसे का शिकार हो गई. इस हादसे में 8 लोगों की मौत और कई यात्री गंभीर रूप से घायल हुए हैं. घायल लोगों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा गया. बस में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. ये हादसा कैसे हुआ ये अभी तक साफ नहीं हो पाया है. बठिंडा के एसएसपी अवनीत कोंडल दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. एसएसपी अवनीत कोंडल ने बताया कि तलवंडी साबो के SHO मौके पर पहुंचे.

24 यात्रियों की हालत गंभीर

हादसे को लेकर आशंका जताई जा रही है कि बारिश हो रही थी और शायद बस की रफ्तार बहुत तेज थी इसी के चलते हादसा हुआ है. हालांकि हादसा कैसे हुआ इसको लेकर अभी को जानकारी नहीं मिली है. वहीं हादसे का शिकार हुई बस में सवार सभी यात्रियों को बाहर निकाल लिया गया है. 24 यात्रियों को हालत गंभीर बताई जा रही है.

AAP विधायक बलविंदर कौर ने हादसे पर जताया दुख

तलवंडी साबो से आम आदमी पार्टी विधायक बलजिंदर कौर ने हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं. बलजिंदर कौर ने कहा कि मेरी डीसी शौकत अहमद पारे से फोन पर बातचीत हुई है. लगभग सभी यात्रियों को निकाल लिया गया है. कैसे हुआ ये हादसा? इसका अभी तक पता नहीं चल पाया है.

सीमा हैदर और सचिन के बच्चे के नाम पर गुलाम हैदर का बड़ा रिएक्शन

प्रेमी सचिन मीणा की खातिर पाकिस्तान से भागकर भारत आई सीमा हैदर 7 महीने की प्रेग्नेंट हैं. उन्होंने खुद इस बात का खुलासा किया. साथ ही दो सबूत भी दिखाए. अब सीमा और सचिन ने यह भी बता दिया है कि बच्चे का नाम क्या होगा. उनका एक और वीडियो सामने आया है. सीमा और सचिन ने बताया- हमारे फैन्स जो भी नाम सजेस्ट करेंगे उन्ही में से एक नाम हम अपने बच्चे का रखेंगे.

सीमा ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा- जितने अधिक लोग सेम नाम कमेंट करके बताएंगे, वही उनके बच्चे का नाम रखा जाएगा. सीमा के मुंहबोले भाई और उनका केस लड़ रहे एपी सिंह ने भी बताया कि यही निर्णय लिया गया है कि बेटा हो या बेटी, जो भी नाम सबसे ज्यादा सजेस्ट किया जाएगा, वही नाम बच्चे का रखा जाएगा.

पहले पति ने दिया रिएक्शन

उधर, सीमा की प्रेग्रेंसी की खबर पर गुलाम हैदर बोला- हालांकि, मुझे सीमा से कोई मतलब नहीं. लेकिन वो जो कुछ भी कर रही है उसका अंजाम वो जल्द देखेगी. सीमा ने मेरे चार बच्चों को मुझसे दूर कर दिया. वो उन्हें लेकर भारत चली गई. मैं अपने बच्चों के लिए यहां तड़प रहा हूं. वो वहां सचिन के बच्चे की मां बनने जा रही है. बीवी वो मेरी है और बच्चा सचिन जा जन्मेगी. मैं उस औरत के लिए बस इतना ही कहूंगा कि उसे मेरी बद्दुआ लगेगी.

सीमा हैदर ने बेबी बंप दिखाया

पिछले दिनों सीमा हैदर ने सचिन मीणा के साथ एक वीडियो बनाकर यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर डाला था. सीमा ने प्रेग्नेंसी किट में टेस्ट कर दिखाया. साथ ही बेबी बंप भी दिखाया. वीडियो में सचिन सीमा को गले लगाता दिखा. सीमा ने कहा- पहले तीन महीने मुझे काफी परेशानी हुई. मेरी तबीयत खराब रहती थी. हमने सोचा था कि जब सब कुछ सही होगा तभी यह गुड न्यूज देंगे. फरवरी में मैं सचिन के मुन्ने या मुन्नी की मां बनूंगी. हम अपने होने वाले बच्चे को लेकर काफी खुश हैं.

पाकिस्तान से भागकर आई थी सीमा हैदर

पिछले साल सीमा हैदर अपने चार बच्चों के साथ अवैध तरीके से बाहर आई थी. उसे गैरकानूनी तरीके से भारत आने पर गिरफ्तार भी किया गया था. सीमा को सचिन से PubG गेम खेलने के दौरान ऑनलाइन प्यार हुआ था. इसके बाद वो नेपाल के रास्ते अवैध तरीके से भारत आई. पुलिस ने जून 2023 में उसे और सचिन को गिरफ्तार किया. फिलहाल दोनों जमानत पर रिहा हैं. उनके खिलाफ नोएडा कोर्ट में केस चल रहा है. सीमा ने अपील की है कि उसे पाकिस्तान वापस न भेजा जाए. नहीं तो वहां उसे मार डाला जाएगा.

दिल्ली-NCR में दिन में छाया घना अंधेरा, ठंड के बीच बारिश जारी; कई इलाकों में भरा पानी

दिल्ली-NCR में बारिश के बीच मौसम काफी खराब हो गया है. दिन के समय ही दिल्ली-NCR में घना अंधेरा छा गया है. आसमान में काले बादल छाए हुए हैं. यही नहीं बादल गरज-चकम भी रहे हैं. ऐसे में ठंड के बीच भारी बारिश की उम्मीद जताई जा रही है. यही नहीं दिल्ली के कई इलाकों में भारी बारिश के चलते जलभराव भी हो गया है. बुराड़ी के एक वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि करीब घुटने तक पानी भरा हुआ है.

दिल्ली-NCR में शुक्रवार को हुई बारिश के बीच ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है. बारिश के कारण कई इलाकों पर पानी भर गया है. यही नहीं जगह-जगह जाम की समस्या से भी सामना करना पड़ा है. IMD ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर में देर रात करीब ढाई बजे बारिश शुरू हुई.

सफदरजंग में 9.1 मिलीमीटर बारिश

दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग स्थित वेधशाला में 9.1 मिलीमीटर (मिमी) बारिश दर्ज की गई. पालम वेधशाला ने 8.4 मिमी, लोधी रोड ने 10.8 मिमी, रिज ने नौ मिमी, दिल्ली विश्वविद्यालय ने 11 मिमी और पूसा ने 9.5 मिमी बारिश दर्ज की गई.

मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं के साथ इसके संपर्क के कारण दिल्ली-NCR सहित उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में हल्की से मध्यम बारिश एवं बादलों की गरज के साथ हल्की बारिश जारी है.

IMD ने जारी किया है आरेंज अलर्ट

मौसम विभाग ने शुक्रवार दिन के समय हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान जताया था और आरेंज अलर्ट जारी किया था. दिल्ली में आज न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.8 डिग्री अधिक था. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता 372 के साथ बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई.

जम्मू-कश्मीर में सेना का बड़ा ऑपरेशन: बारामुला के हीवान इलाके में घेराबंदी और सर्च ऑपरेशन जारी

जम्मू-कश्मीर में नए साल से पहले संदिग्ध गतिविधियों के चलते सेना ने बारामुला जिले के हीवान इलाके में बड़े पैमाने पर घेराबंदी की है. इसके साथ ही सेना यहां लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है. सेना को इनपुट मिला है कि इस इलाके में कुछ आतंकवादी छिपे हो सकते हैं.जिसके बाद ये ऑपरेशन शुरू किया गया है.

सेना को खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली है कि हीवान इलाके में कुछ आतंकवादी हो सकते हैं, इसी के चलते सेना यहां घेराबंदी शुरू कर दी है. इसके साथ ही आतंकियों की तलाश की जा रही है.

सेना की तरफ से पूरे इलाके में ड्रोन से नजर रखी जा रही है. जम्मू-कश्मीर पुलिस, 53 सीआरपीएफ और भारतीय सेना के राष्ट्रीय राइफल 46 ने एक विशेष अभियान के तहत सभी एंट्री और एग्जिट प्वाइंटों को पूरी तरह से सील कर दिया है.

दो दिन पहले भी चलाया था सर्च ऑपरेशन

नए साल पर आतंकियों द्वारा जम्मू-कश्मीर में कोई साजिश रची जा सकती है. जिसको लेकर सुरक्षाबलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. जम्मू-कश्मीर में संदिग्ध गतिविधियों पर सुरक्षाबल अपनी नजरें बनाए हुए हैं. इसके पहले सेना की तरफ से दो पहले भी सर्च ऑपरेशन चलाया गया था.

अधिकारियों ने कहा कि इलाके की सुरक्षा को देखते हुए यहां ऑपरेशन चलाया जा रहा है. आने वाले समय में कोई भी घटना न हो इसके लिए पूरी तैयारी की जा रही है.

सेना नहीं होने देना चाहती कोई चूक

सेना आने वाले न्यू ईयर या फिर अन्य दिनों में कोई भी घटना देखने को न मिले, इसको लेकर इंडियन आर्मी पूरी तरह से एक्टिव हो चुकी है. हर एक छोटी मूवमेंट पर नजर रख रही है. किसी पर शक होने पर उसकी बारीकी से जांच की जा रही है.

मनमोहन सिंह की अनोखी पसंद: मछली से लेकर इकबाल की शायरी तक, जानें पूर्व प्रधानमंत्री की जिंदगी के दिलचस्प पहलू

33 साल तक राजनीतिक जीवन में रहे मनमोहन सिंह को दिल्ली के बंगाली मार्केट का चाट काफी पसंद था. इसे खाने हर दो महीने पर अपने परिवार के साथ वे जाया करते थे. कम बोलने वाले सिंह कम खाना पसंद करते थे. 2 दशक तक सिंह को करीब से देखने वाले उनके मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू के मुताबिक वे लंच में सिर्फ दो चपाती खाते थे.

सिंह की राजनीति में एंट्री एक्सिडेंटल तरीके से हुई थी. राजीव गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस में उथल-पुथल मचा था. दक्षिण से आने वाले नरसिम्हा राव भारत के प्रधानमंत्री तो बन गए थे, लेकिन उन्हें एक वित्त मंत्री की खोज थी. मनमोहन के रूप में उनकी यह खोज पूरी हुई. मनमोहन इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.

वित्त मंत्री पद से हटने के बाद वे राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पर बैठे. 2004 और 2009 में भारत के प्रधानमंत्री बने.

खाने में मछली और चावल कढ़ी था पसंदीदा

मनमोहन सिंह कम खाते थे और शाकाहारी खाना ज्यादा पसंद करते थे. लंबे वक्त तक मनमोहन के मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू अपनी किताब एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर में लिखते हैं- 2009 में दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद मनमोहन ने कुछ पत्रकारों को पीएम आवास पर खाने के लिए बुलाया.

पत्रकार जब आए तो मनमोहन ने हल्का ही खाया, जिस पर सब देखते रहे. मनमोहन ने उसके बाद खुद कहा कि मैं कम ही खाना पसंद करता हूं. खाने के बाद मनमोहन चाय का कॉफी लेना पसंद करते थे.

बारू के मुताबिक मनमोहन खाने में चपाती और पराठा ही अक्सर लिया करते थे. मछली खाना उन्हें सबसे ज्यादा पसंद था, लेकिन कभी-कभी. मनमोहन डायबटीज की वजह से मीठा नहीं खाते थे. उनकी पत्नी गुरशरण कौर भी यह सुनिश्चित करती थीं कि सिंह मीठा न खा पाएं.

मनमोहन को चावल-कढ़ी और आचार खाना भी पसंद था. मनमोहन की बेटी दमन सिंह अपनी पुस्तक में इस बात का जिक्र करती हैं. दमन के मुताबिक सिंह पंजाबी स्टाइल में बनी चावल-कढ़ी और आचार खाना काफी पसंद करते थे.

सिंह अपने परिवार के साथ दो महीने में एक बार फैमिली डीनर पर भी जाते थे. इस दौरान सिंह बंगाली मार्केट का चाट खाना नहीं भूलते थे.

फ्रांस के विक्टर ह्यूगो पसंदीदा लेखक थे

अर्थशास्त्र की पढ़ाई करने वाले मनमोहन सिंह के पसंदीदा लेखक फ्रांस के राजनेता और लेखक विक्टर ह्यूगो थे. मनमोहन अक्सर ह्यूगो के नाम और उनके कथन का जिक्र करते थे. 1991 में बजट पेश के बाद ह्यूगो के एक क्वोट के जरिए मनमोहन ने पूरी दुनिया को एक संदेश दिया था.

मनमोहन ने कहा था- पृथ्वी पर कोई भी शक्ति उस विचार को नहीं रोक सकती जिसका समय आ गया है. मनमोहन इस बात को कई बार दोहराते रहे. 2006 में पत्रकार चार्ली रोज को दिए एक इंटरव्यू में मनमोहन ने कहा था कि ह्यूगो की बातें भारत के लिए सटीक है.

भारत को अब पूरी दुनिया में उभरने से कोई नहीं रोक सकता है. भारत की ताकत का अंदाजा अब दुनिया को है.

वित्त नहीं शिक्षा था पसंदीदा विभाग

मनमोहन सिंह को ख्याति वित्त मंत्री के रूप में मिली थी. उनके आर्थिक उदारीकरण की नीति की आज भी चर्चा होती है. मनमोहन सिंह ने लाइसेंस राज को खत्म किया था, जिससे निवेश के मौके बढ़े, लेकिन वित्त से ज्यादा मनमोहन को शिक्षा विभाग में काम करना पसंद था.

रेडिफ को दिए एक इंटरव्यू में सिंह ने कहा था कि मुझसे अगर पूछा जाए कि आपको कौन सा विभाग चाहिए, तो मैं शिक्षा जवाब दूंगा. मैं चाहता हूं कि नए लोगों के लिए काम करूं. 1996 में दिए इस इंटरव्यू में मनमोहन ने पीएम बनने की इच्छा जताई थी.

2010 में मनमोहन सिंह ने देश के युवाओं को अपना आइडियल बताया था. सिंह का कहना था कि युवा की देश की तकदीर बदलेंगे और उनके लिए काम करने की जरूरत है.

मनमोहन ने आखिरी वक्त तक मारुति सुजुकी की 1996 मॉडल कार अपने पास रखी. इस कार को उनका फेवरेट कार कहा जाता था.

शायर अल्लामा इकबाल को करते थे पसंद

अल्लामा इकबाल मनमोहन सिंह के पसंदीदा शायर थे. संसद में उनके 2 मशहूर शेर के जरिए मनमोहन ने विपक्ष को मौन कर दिया था. राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में इकबाल के शेर के जरिए मनमोहन ने कहा था- कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी, सदियों रहा है दुश्मन दौर-ए-जमां हमारा.

वहीं लोकसभा में जब तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने मनमोहन से शायरी के जरिए पूछा था कि बता कारवां क्यों लूटा? तो सरदार मनमोहन ने इसके जवाब में इकबाल के शेर पढ़े.

मनमोहन ने इकबाल के शेर के जरिए कहा- माना की तेरे दीद के काबिल नहीं मैं, तू मेरा शौक तो देख, मेरा इंतजार तो देख.

नीले रंग को तरजीह देते थे मनमोहन

मनमोहन सिंह का फेवरेट कलर नीला था. सिंह अक्सर नीली पगड़ी पहने नजर आते थे. 2013 में कैम्ब्रिज में उन्होंने इसको लेकर खुलासा भी किया था. सिंह ने कहा था कि शुरुआत से ही नीला कलर मेरा फेवरेट है. इस कलर की पगड़ी पहनने की वजह से मेरे दोस्त मुझे नीली पगड़ी वाले बुलाते थे.

सिंह ने कहा था कि नीली कलर की पगड़ी पहनने से मुझे कैम्ब्रिज की भी याद आती रहती है. कैम्ब्रिज का भी थीम कलर ब्लू यानी नीला है.

उत्तर भारत का पहला रेलवे स्टेशन: जानें कानपुर के पुराने रेलवे स्टेशन की रोचक कहानी और कुंभ नगरी प्रयागराज से इसका खास नाता

कुंभ नगरी प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारी जोरशोर से चल रही है. ऐसे में कानपुर को याद करना भी जरूरी हो जाता है, क्योंकि कानपुर का कुंभ नगरी से खास नाता है. उत्तर भारत का पहला रेलवे स्टेशन कानपुर में बनाया गया था. अंग्रेजों ने पुराने कानपुर रेलवे स्टेशन का 165 साल पहले निर्माण करवाया था. यह उत्तर भारत का पहला और देश का चौथा सबसे पुराना रेलवे स्टेशन था.

आज कानपुर का सेंट्रल रेलवे स्टेशन देश के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन में से एक है. इस स्टेशन से देश के हर कोने के लिए ट्रेन जाती है, जिसके लाखों यात्री सफर करते है. कानपुर रेलवे स्टेशन का इतिहास भी काफी रोचक है. जहां आज सेंट्रल स्टेशन है वहां पर हमेशा से स्टेशन नहीं था. अंग्रेजों ने 1859 में पुराने कानपुर रेलवे स्टेशन की शुरुआत की थी. उस समय सबसे पहली ट्रेन इलाहाबाद, जिसको आज प्रयागराज कहा जाता है वहां से चल कर कानपुर रेलवे स्टेशन पहुंची थी.

क्यों अंग्रेजों ने कानपुर में करवाया था रेलवे स्टेशन का निर्माण

जानकारी के मुताबिक, वो ऐतिहासिक दिन 3 मार्च, 1859 था, जब उत्तर भारत के पहले रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पहुंची थी. इतिहासकार बताते है कि इस समय पहली ट्रेन मालगाड़ी थी जिसकी रफ्तार दस किलोमीटर प्रति घंटा थी. उस समय ट्रेन को देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी. दरअसल उस समय कानपुर अंग्रेजों की छावनी के रूप में विकसित हो रहा था और साथ ही इसको औद्योगिक शहर का दर्जा मिलता जा रहा था. इसको देखते हुए अंग्रेजों ने फैसला किया कि यहां पर रेलवे स्टेशन का निर्माण कराया जाए.

प्रयागराज से कानपुर तक रेल पटरी बिछाने का काम शुरू किया गया और 3 मार्च, 1859 को पहली ट्रेन कानपुर पहुंच गई, वैसे देश में ट्रेन की शुरुआत 16 अप्रैल, 1853 में हुई थी और पहला रेलवे स्टेशन मुंबई का छत्रपति शिवाजी टर्मिनसथा जिसको उस समय विक्टोरिया टर्मिनस के नाम से जाना जाता था. देश की औद्योगिक राजधानी मुंबई में रेलवे स्टेशन बनाने के बाद अंग्रेजों ने ज्यादा देर नहीं की और मैनचेस्टर ऑफ ईस्ट बनते जा रहे कानपुर में मात्र 6 साल बाद ही रेलवे स्टेशन बनकर ट्रेन की शुरुआत कर दी.

पुराने कानपुर रेलवे स्टेशन को कर दिया गया बंद

कानपुर में रेलवे स्टेशन बनने के बाद 1860 में इस स्टेशन से मुंबई के लिए पहली ट्रेन चली थी. साल 1875 में लखनऊ के लिए और 1886 में झांसी के लिए पहली ट्रेन यहां से चली. साल 1932 में सेंट्रल स्टेशन बनने के बाद पुराने कानपुर रेलवे स्टेशन को बंद कर दिया गया. आज कानपुर रेलवे स्टेशन में 10 प्लेटफॉर्म है और सैकड़ों ट्रेन रोज यहां से गुजरती है. सबसे खास बात यह है कि सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन को सेंट्रल का दर्जा प्राप्त होता है और देश पांच रेलवे स्टेशन को यह दर्जा प्राप्त है जिसमें से एक कानपुर है.

गुरुग्राम: सुसाइड के बाद RJ सिमरन का पहला इंटरव्यू वायरल, किस सीक्रेट का किया था जिक्र

गुरुग्राम (Gurugram) में रेडियो जॉकी सिमरन सुसाइड केस (RJ Simran Suicide Case) से पूरा देश सन्न है. हर कोई हैरान है कि आखिर ऐसा भी क्या हुआ कि सिमरन ने अपनी जान ही दे दी. पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है. सिमरन की पहली नौकरी रेडियो मिर्ची में साल 2021 में लगी थी. उन्होंने जिंदगी का पहला शो होस्ट करते ही एक इंटरव्यू दिया था. इस इंटरव्यू में सिमरन ने क्या-क्या बताया था चलिए जानते हैं…

RJ सिमरन का पहला इंटरव्यू सामने आया है, जो उन्होंने रेडियो मिर्ची पर पहली बार शो होस्ट करने के बाद दिया था. इस इंटरव्यू में सिमरन काफी खुश दिखीं. उन्होंने बताया कि कैसे वो रेडियो जॉकी बनीं. पहले शो से पहले उन्हें क्या-क्या सीखना पड़ा. साथ ही आगे की प्लानिंग भी उन्होंने इस इंटरव्यू में बताई थी. यह इंटरव्यू सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ है.

अपने पहले इंटरव्यू में सिमरन ने कहा- जम्मू के सेंट्रल यूनिवर्सिटी से पास आउट होते ही एक हफ्ते बाद मेरी रेडियो मिर्ची में नौकरी लगी. मैं शुरुआत से ही रेडियो जॉकी बनना चाहती थी. फैमिली का फुल सपोर्ट मिला. जैसे ही मुझे रेडियो मिर्ची का ऑफर लेटर मिला पापा-मम्मी को बहुत गर्व महसूस हुआ. पहले मुझे लगता था कि रेडियो जॉकी बनना कौन सा मुश्किल काम है. लेकिन जब मैंने ज्वाइनिंग और यहां काम देखा तब पता चला कि इसमें बहुत मेहनत होती है.

हमें यहां राइटिंग भी करनी होती है और सॉफ्टवेयर चलाना भी सीखना होता है. मैंने एक से दो महीने तक ट्रेनिंग ली. फिर उसके बाद पहला शो होस्ट किया. मैंने पहले सोचा था कि RJ ही बनूंगी. लेकिन मेरा प्लान बी भी है. मैं रेडियो जॉकी के अलावा और भी काम करूंगी. इंटरव्यू के दौरान सिमरन ने शो को लेकर कहा था- गेम्स, एंटरटेनमेंट और फन चिट चैट्स सब कुछ अपने दर्शकों को डिलीवर करूंगी.

सिमरन का मिर्ची शो

सोमवार से शनिवार सिमरन का ‘मिर्ची सिमरन’ शो आता था. जो कि काफी फेमस हुआ था. पहले इस शो को RJ श्तेतिमा होस्ट करती थीं, जो सिमरन की सबसे पसंदीदा रेडियो जॉकी थीं. उन्होंने ही सिमरन का जॉब के लिए इंटरव्यू लिया था. बाद में सिमरन इस शो की होस्ट बनीं. सिमरन ने RJ श्तेतिमा के अंडर कुछ साल काम किया. फिर वो जम्मू छोड़कर गुरुग्राम आ गईं. यहां उन्होंने दोस्तों के साथ गुरुग्राम के सेक्टर-47 में एक कोठी किराए पर ली. फिर यहीं रहकर वो फ्रीलांसिंग का काम करने लगीं.

इंस्टाग्राम पर 7 लाख फॉलोअर्स

छोटी सी उम्र में ही सिमरन काफी फेमस हो गई थीं. उनकी आवाज का जादू ऐसा था कि लोग उन्हें जम्मू की धड़कन भी कहते थे. वो सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर थी. इंस्टाग्राम पर उनके 7 लाख फॉलोअर्स (rjsimransingh) हैं. सिमरन ने इंस्टाग्राम पर आखिरी पोस्ट 13 दिसंबर को डाली थी. इस पोस्ट को शेयर कर सिमरन ने लिखा था- अंतहीन खिलखिलाहट और अपने गाउन के साथ समुद्र तट पर बस एक लड़की. सिमरन के हर पोस्ट पर लाखों व्यूज और लाइक्स आते थे. उन्हें मिर्ची सिमरन के अलावा जम्मू की धड़कन और आवाज की जादूगर के नाम से भी जाना जाता था.