गुजरात के देवभूमि द्वारका में बड़ा हादसा: ओखा बंदरगाह पर क्रेन गिरने से 3 मजदूरों की मौत, कई घायल

गुजरात के देवभूमि द्वारका में बुधवार को बड़ा हादसा हो गया. यहां ओखा बंदरगाह पर जेटी निर्माण के वक्त अचानक से क्रेन गिर गया. वहीं इस क्रेन की चपेट में आने से तीन मजदूरों की मौत हो गई है. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों श्रमिकों का शव कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस के मुताबिक दो श्रमिकों की मौत मौके पर ही हो गई थी, जबकि तीसरे श्रमिक को अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हुई है. देवभूमि द्वारका के जिला कलेक्टर जीटी पंड्या ने घटना की पुष्टि की.

उन्होंने बताया कि ओखा बंदरगाह पर गुजरात मैरीटाइम बोर्ड की ओर से जेटी का निर्माण चल रहा था. इस काम के दौरान अचानक से क्रेन का बैलेंस बिगड़ गया और यह क्रेन नीचे काम कर रहे मजदूरों के ऊपर गिर पड़ा. इस क्रेन की चपेट में कई मजदूर आ गए थे. इनमें से दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक मजदूर ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया. इसके अलावा दो तीन और मजदूरों को हल्की चोटें आई हैं.

कंकरीट ब्लाक के नीचे दब गए थे मजदूर

आणंद फायर अफसर धर्मेश गोर के मुताबिक करीब आधा दर्जन मजदूर कंक्रीट ब्लॉक के नीचे काम कर रहे थे. क्रेन हादसे में यह सभी उस ब्लाक में फंस गए और इनमें से दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई. बड़ी मुश्किल से बाकी श्रमिकों को बाहर निकाल कर अस्पताल पहुंचाया गया. इनमें से एक और श्रमिक को डॉक्टरों ने देखते ही मृत घोषित किया है. फायर अफसर के मुताबिक घटना स्थल पर गिरे हुए कंकरीट ब्लाक को हटाया जा रहा है. इसी के साथ यह भी देखा जा रहा है कि कोई और श्रमिक तो नीचे नहीं फंसा है.

कंकरीट ब्लाक उठाते समय हुआ हादसा

उधर, नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) के एक अधिकारी ने घटना की जानकारी दी है. बताया कि समंदर में जेटी (कुएं) का काम चल रहा है. इसके लिए नींव बनाने के लिए स्टील और कंक्रीट के ब्लॉक लाए गए हैं. इन ब्लाकों को क्रेन की मदद से उठाकर लगाया जा रहा था. इसी दौरान यह हादसा होने की वजह से कंकरीट ब्लाक यहां काम कर रहे मजदूरों के ऊपर ही गिर पड़ा. अधिकारियों के मुताबिक फिलहाल मौके पर राहत व बचाव कार्य जारी है.

उत्तराखंड: हल्द्वानी से पिथौरागढ़ जा रही बस 1500 फुट गहरी खाई में गिरी, 4 की मौत, 24 घायल

उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में नए साल के जश्न से ठीक पहले बुधवार को बड़ा हादसा हुआ. यहां एक हल्द्वानी रोडवेज की बस भीमताल-रानीबाग रोड पर आमडाली के पास अनियंत्रित होकर करीब 1500 फुट गहरी खाई में गिर गई. यह हादसा इतना भीषण था कि बस में सवार सभी 28 लोग छिटककर इधर-उधर जा गिरे. इनमें दो महिलाओं और एक बच्चा समेत चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं बाकी के 24 लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची राहत व बचाव टीम ने सभी घायलों को खाई से निकालकर अस्पताल पहुंचाने की कवायद शुरू कर दी है.

यह हादसा ऐसे स्थान पर हुआ है, जहां खड़ी पहाड़ी है. इसलिए घायलों को नीचे से ऊपर ले आना काफी मुश्किल हो गया है. ऐसे हालात में राहतकर्मी रस्सी के सहारे घायलों को कंधों पर रखकर ऊपर ला रहे हैं. पुलिस के मुताबिक ज्यादातर घायलों को निकालकर सीएचसी पहुंचाया गया, जहां से कुछ घायलों की स्थिति नाजुक होने पर उन्हें बड़े अस्पताल के लिए रैफर किया गया है. फिलहाल मौके पर रेस्क्यू अभियान जारी है. प्रशासन के मुताबिक हादसे की गंभीरता को देखते हुए एक तरफ जहां सुशील तिवारी अस्पताल को अलर्ट पर रखा गया है, वहीं हल्द्वानी से 15 एम्बुलेंस मौके पर भेजी गई हैं.

सीएम धामी ने जताया दुख

एसपी सिटी नैनीताल डॉ. जगदीश चन्द्र के मुताबिक गंभीर घायलों को हायर सेंटर भेजा जा रहा. उन्होंने अब तक 24 यात्रियों को रेस्क्यू किया गया है. उधर, बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी ने चार लोगों के मौत की पुष्टि की. हादसे की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया में अपना दुख प्रकट करते हुए कहा कि त्वरित राहत एवं बचाव कार्य के लिए प्रशासन को निर्देशित किया है. उन्होंने लिखा है कि सभी यात्रियों के सकुशल होने के लिए वह बाबा केदार से प्रार्थना करेंगे.

हल्द्वानी डिपो की है बस

जानकारी के मुताबिक जिस बस का एक्सिडेंट हुआ है, वह हल्द्वानी डिपो की है. यह बस रोज सुबह हल्द्वानी से 7.30 बजे पिथौरागढ़ के लिए निकलती है और रात भर वहीं रुकने के बाद अगले दिन सुबह छह बजे हल्द्वानी के लिए वापस लौटती है. बताया जा रहा है कि इस हादसे में बस के ड्राइवर रमेश चंद्र पांडे और कंडक्टर गिरीश दानी भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं. हादसे की जानकारी मिलने पर एआरएम संजय पांडे व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं.

परवेश वर्मा को सीएम फेस घोषित करने जा रही है बीजेपी… अरविंद केजरीवाल का बड़ा दावा

दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी बीजेपी नेता परवेश वर्मा पर हमलावर है. उन पर वोट खरीदने का आरोप लगा रही है. इसी बीच वर्मा को लेकर केजरीवाल ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि सूत्रों के मुताबिक बीजेपी परवेश वर्मा को अपना सीएम फेस घोषित करने जा रही है. क्या दिल्ली की जनता ऐसे व्यक्ति को अपना सीएम बनाना चाहेगी?

इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने परवेश वर्मा पर हमला बोलते हुए कहा कि ये लोग हर वोटर को 1100 रुपये दे रहे हैं और कह रहे हैं कि उनकी पार्टी को वोट देना. ये आप जरूरतमंदों की मदद कर रहे हो या खुलेआम वोट खरीद रहे हो? आपके पिताजी को आज शर्म आ रही होगी आप जैसे देशद्रोही बेटे पर.

ये लोग चुनाव नहीं लड़ते, बस बेईमानी करते हैं

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में केजरीवाल ने कहा, ये कह रहा है कि उसके घर से कोई महिला खाली हाथ नहीं जाएगी. आज से पूरी दिल्ली की महिलाएं उसके घर जाकर पैसे ले आएं. ये लोग चुनाव नहीं लड़ते, बस बेईमानी करते हैं. इस बार दिल्ली के चुनाव में इनकी एक एक करतूत देश के सामने आएगी. पूरे देश के सामने ये लोग बेनकाब होंगे.

एक अन्य पोस्ट में केजरीवाल ने कहा, मैं अभी अपने विधानसभा क्षेत्र के कई इलाकों से आ रहा हूं. हर जगह लोगों ने बताया कि ये लोग खुलेआम वोट खरीद रहे हैं. एक वोट के 1100 रुपये दे रहे हैं. लोगों ने कहा कि लोग इनसे पैसे ले लेंगे लेकिन इन्हें वोट नहीं देंगे. दिल्ली की सभी महिलाओं से मेरी प्रार्थना है कि आप रोज इनके घर कल से पैसे लेने जाइए.

चुनाव आयोग की नाक के नीचे रुपये बांटे जा रहे हैं

केजरीवाल के अलावा आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने भी परवेश वर्मा पर हमला बोला है. उन्होंने कहा, दिल्ली में चुनाव आयोग की नाक के नीचे केजरीवाल के क्षेत्र में खुलेआम हजार-हजार रुपये बांटे जा रहे हैं. संभावित बीजेपी प्रत्याशी परवेश वर्मा पैसे बांट रहे हैं. करोड़ों रुपये उनके घर में हैं. ईडी-सीबीआई क्या कर रही है.

उन्होंने कहा, हम लोगों के घर में तो जांच एजेंसियां पहुंच जाती हैं. अब क्या कर रही है ईडी और सीबीआई? क्यों छापा नहीं मारा जा रहा है? दिल्ली में इतना बड़ा खेल हो रहा है. सारी जांच एजेंसियां दिल्ली में बैठी हैं. हमारी मांग है कि परवेश वर्मा का घर सीज किया जाए और जांच की जाए.

पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला: घोषणाएं करने, फीता काटने में माहिर थीं कांग्रेस सरकारें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को छतरपुर के खजुराहो में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के अवसर पर केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना और अन्य विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी. साथ ही साथ पीएम ने वाजपेयी की जयंती पर स्मारक सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया क्रिसमस मना रही है. मैं देश और दुनिया भर में ईसाई समुदाय को क्रिसमस की शुभकामनाएं देता हूं. मोहन यादव के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने एक साल पूरा कर लिया है. मैं मध्य प्रदेश की जनता, भाजपा कार्यकर्ताओं को बधाई देता हूं. इस एक साल में मध्य प्रदेश में विकास को नई गति मिली है.

पीएम मोदी ने कहा कि आज ऐतिहासिक केन बेतवा लिंक परियोजना का शिलान्यास भी हुआ है. ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर प्लांट का भी लोकार्पण हुआ है और ये मध्य प्रदेश का पहला फ्लोटिंग सोलर प्लांट है. मैं इन परियोजनाओं के लिए मध्य प्रदेश को ढेर सारी बधाई देता हूं. आज श्रद्धेय अटल जी की जन्मजयंती है. आज भारत रत्न अटल जी के जन्म के सौ साल हो रहे हैं. अटल जी की जयंती का ये पर्व, सुशासन की हमारी प्रेरणा का भी पर्व है.

उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि अतीत में कांग्रेस सरकारें, घोषणाएं करने में माहिर हुआ करती थीं. घोषणाएं करना, फीता काटना, दीया जलाना, अखबार में तस्वीर छपवा देना… उनका (कांग्रेस) काम वहीं पूरा हो जाता था और उसका फायदा लोगों को नहीं मिल पाता था.

सुशासन दिवस सिर्फ एक दिन का आयोजन नहीं- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘हमारे लिए सुशासन दिवस सिर्फ एक दिन का आयोजन नहीं है. सुशासन बीजेपी सरकारों की पहचान है. मैं देश की जनता से आग्रह करूंगा कि आजादी के 75 साल के अवसर पर एक बार आकलन करें, विकास और सुशासन के मापदंड तय करें और हिसाब लगाएं कि जहां कांग्रेस की सरकारें थीं वहां क्या काम हुआ, जहां वामपंथी सरकारें थीं वहां क्या हुआ, जहां परिवारवादी पार्टियों की सरकारें थीं वहां क्या हुआ, जहां गठबंधन सरकारें थीं वहां क्या हुआ और जहां बीजेपी को सरकार चलाने का मौका मिला वहां क्या हुआ. मैं दावे के साथ कहता हूं कि जब भी बीजेपी को देश की सेवा करने का मौका मिला है, हमने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़कर जनहित, जनकल्याण और विकास के कार्यों में सफलता हासिल की है.’

पीएम मोदी ने कहा कि सुशासन का मलतब यही है कि अपने ही हक के लिए नागरिकों को सरकार के सामने हाथ न फैलाना पड़े, सरकारी दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़ें. यही तो शत प्रतिशत लाभार्थी को शत प्रतिशत लाभ से जोड़ने की हमारी नीति है.

कांग्रेस की नीयत खराब थी- पीएम

उन्होंने कहा कि दशकों तक, मध्य प्रदेश के किसानों, माताओं और बहनों ने बूंद-बूंद पानी के लिए संघर्ष किया क्योंकि कांग्रेस ने कभी जल संकट के स्थाई समाधान के लिए सोचा ही नहीं. आज सात दशक बाद भी देश के अनेक राज्यों के बीच पानी को लेकर कुछ न कुछ विवाद है. जब पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक, कांग्रेस का राज था, तब ये विवाद आसानी से सुलझ सकते थे, लेकिन कांग्रेस की नीयत खराब थी इसलिए उसने कभी भी ठोस प्रयास नहीं किए. जब देश में अटल जी की सरकार बनी, तब उन्होंने पानी से जुड़ी चुनौतियों को हल करने के लिए गंभीरता से काम शुरू किया था, लेकिन 2004 में जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनी, कांग्रेस ने अटल जी के सभी प्रयासों को ठंडे बस्ते में डाल दिया.

अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती: संजय राउत ने कहा- वाजपेयी थे दूसरे नेहरू, जब भी राजधर्म खतरे में होगा, देश उन्हें याद करेगा

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100 वी जयंती मनाई जा रही है. तमाम राजनीतिक दलों के नेता उनको श्रद्धांजलि दे रहे हैं. इस बीच उद्धव शिवसेना के नेता संजय राउत ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के दूसरे जवाहरलाल नेहरू थे. वे हमेशा राजधर्म का पालन करते थे. राउत ने यह भी कहा कि जब भी “राज धर्म” खतरे में होगा, देश वाजपेयी को याद करेगा.

राउत ने कहा कि जब तक अटल बिहारी और लालकृष्ण आडवाणी थे, बीजेपी और शिवसेना का संबंध अच्छा रहा. अटल बिहारी वाजपेयी का देश के निर्माण में बहुत योगदान था. उन्होंने कहा कि भले ही उनकी पार्टी बीजेपी के साथ नहीं है, लेकिन वाजपेयी को हमेशा याद किया जाएगा.

गैर-कांग्रेसी दलों के नेहरू वाजपेयी- राउत

संजय राउत ने कहा कि मौजूदा बीजेपी भले ही नेहरू की विरासत को बदनाम कर रही हो, लेकिन वाजपेयी आज भी गैर-कांग्रेसी दलों के नेहरू हैं. उन्होंने कहा, “कट्टर हिंदुत्ववादी होने के बावजूद, वाजपेयी का मानना था कि देश सभी का है. वाजपेयी के नेतृत्व में भाजपा सर्वसमावेशी थी और लोगों का मानना था कि पार्टी भारत को एकजुट और मजबूत रखना चाहती है.

उन्होंने आगे कहा कि यही कारण है कि पंडित नेहरू ने भी वाजपेयी की सराहना की थी. राउत ने कहा कि (शिवसेना संस्थापक) बालासाहेब ठाकरे के मन में वाजपेयी के प्रति बहुत सम्मान था और वह उनके शब्दों को महत्व देते थे.

आखिरी किला बचाने में लगी उद्धव शिवसेना

विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद उद्धव ठाकरे अपना आखिरी किला बीएमसी बचाने में लगे हुए हैं. यही कारण है कि राउत ने कहा कि बीएमसी का चुनाव शिवसेना (यूबीटी) महाविकास अघाड़ी के साथ नहीं लड़ेगी. बीएमसी शिवसेना का गढ़ माना जाता है और 1996 से ही लगातार पार्टी यहां अपना मेयर बनाती रही है.

मुंबई नगर निगम में 236 सीटें हैं, जहां मेयर चुनने के लिए कम से कम 119 पार्षदों की जरूरत रहती है. 2017 में आखिरी बार मुंबई में निकाय के चुनाव कराए गए थे. उस चुनाव में 84 सीटों पर शिवसेना और 80 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी. अब देखना होगा कि इस बार के चुनाव में उद्धव गुट किस तरीके से मैदान में उतरता है.

अतुल सुभाष केस: निकिता की सैलरी थी अतुल से दोगुनी, कोर्ट में 31 दिसंबर को होगी सुनवाई

AI सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष केस में अभी पुलिस की जांच चल रही है. अब इस मामले में जौनपुर फैमिली कोर्ट से एक और नया दस्तावेज सामने आया है. अतुल सुभाष बनाम निकिता सिंघानिया केस में कई ऐसी बातें सामने निकलकर आई हैं जो कि बेहद चौंकाने वाली हैं. कोर्ट से मिले दस्तावेजों के मुताबिक, निकिता सिंघानिया की सैलरी अतुल से दोगुना थी.

जौनपुर फैमिली कोर्ट के दस्तावेजों के मुताबिक- निकिता की एसेंचर कंपनी में सीनियर एनालिस्ट के तौर पर काम करती है. उसकी सालाना इनकम 20 लाख से भी ज्यादा है. अतुल शुरुआत में बेटे व्योम के लिए पांच हजार रुपये मनी ऑर्डर के जरिए भिजवाता था. लेकिन मनी ऑर्डर रिसीव न होने के कारण अतुल फिर पैसों को पंजाब नेशनल बैंक में जमा करवाता था. अतुल ने इल्जाम लगाया कि निकिता ने बाद में कोर्ट के जरिए उससे 40 हजार रुपये लेने लगी.

अतुल ये रकम भी चुका रहा था. लेकिन निकिता ने बाद में सेटलमेंट के लिए 1 करोड़ की डिमांड की. उसके बाद उसने सीधे 3 करोड़ रुपये मांगना शुरू कर दिए. बोली कि मैं 3 करोड़ से एक रुपया भी कम नहीं लूंगी. अतुल ने वीडियो में कहा था- मैंने कोर्ट में कई सबूत जज साहिबा को दिखाए कि निकिता अच्छी सैलरी ले रही है. बेटे व्योम के लिए 40 हजार भी बहुत ज्यादा हैं. मैं खुद 80 हजार हर महीना कमाता हूं. अब वो मुझसे 80 हजार मांगेगी तो मैं कहां से दूंगा.

वीडियो में अतुल ने कहा- मैंने जब जज साहिबा को अपनी परेशानी बताई तो वो हंसने लगीं. कहने लगीं कि होंगे तुम्हारे पास 3 करोड़. तभी तो तुम्हारी बीवी मांग रही है. मैंने कहा कि मैम आप चेक कर सकते हैं कि इस तरह के कितने ही केस होते हैं, जहां पुरुष सुसाइड कर लेते हैं. अब किसी से इतना पैसा मांगा जाए तो वो तो सुसाइड ही कर लेगा. यह सुनकर निकिता ने कहा कि तुम भी कर लो सुसाइड. निकिता की बात पर एक्शन लेने के बजाय जज साहिबा हंस रही थीं. उन्होंने फिर निकिता को बाहर भेजा और मुझसे सेटलमेंट के बदले 5 लाख रुपये की डिमांड की.

अतुल से डबल सैलरी थी निकिता की

हैरानी की बात ये कि निकिता अगर 20 लाख रुपये कमाती थी तो क्यों वो अतुल से इतने पैसे की डिमांड कर रही थी. अतुल की सैलरी हर महीना 80 हजार थी तो वहीं निकिता की 1 लाख 66 हजार रुपये प्रति महीना सैलरी थी. निकिता मेंटेनेंस मांगने का कारण बताया था. कहा था- मैंने एक घर लिया है. उसकी हर महीना किस्त मेरी सैलरी से कटती है. मेरे पास पैसा नहीं बचता कि मैं अपना और बेटे का खर्च चला सकूं.

31 दिसंबर को कोर्ट में सुनवाई

24 पन्नों का सुसाइड नोट लिख और 90 मिनट का वीडियो बनाकर 9 दिसंबर को रात साढ़े 11 बजे अतुल ने बेंगलुरु स्थित फ्लैट में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया. 10 दिसंबर को अतुल के भाई विकास की तहरीर पर पुलिस ने पत्नी निकिता, सास निशा, साला अनुराग और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया के खिलाफ केस दर्ज किया. 13 दिसंबर को चाचा ससुर को छोड़ बाकी के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. अब इस केस में 31 दिसंबर को तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा.

Christmas 2024: क्रिसमस की रात करें ये 7 खास उपाय, जीवन की हर बाधा होगी दूर!

क्रिसमस का त्योहार प्रभु यीशु के जन्म की खुशी में हर साल 25 दिसंबर को बड़े ही उत्साह से मनाया जाता है. क्रिसमस की रात को जादुई रात भी माना जाता है. इसलिए इस रात किए कुछ कामों को करने से लोगों की हर ख्वाहिश पूरी होती है. क्रिसमस ईसाई धर्म का ऐसा पर्व है, जिसे दुनियाभर में मनाया जाता है. ईसाई के साथ ही अन्य जाति संप्रदाय के लोग भी इसे मनाते हैं. क्रिसमस मनाने को लेकर ऐसी मान्यता है कि इसी दिन प्रभु यीशु मसीह का जन्म हुआ था. क्रिसमस से पहले रात्रि में लोग चर्च जाते हैं और प्रभु यीशु का आशीर्वाद लेते हैं.

करें ये खास उपाय

1,क्रिसमस पर घर में क्रिसमस ट्री जरूर लगाएं. इसका संबंध केवल साज-सजावट मात्र नहीं है. मान्यता है कि क्रिसमस ट्री घर पर लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और परिवार में खुशियों का आगमन होता है. साथ ही इससे मानसिक तनाव भी दूर होता है. क्रिसमस की रात गरीबों को भोजन जरूर कराना चाहिए. इन नेक काम को करने से प्रभु यीशु की कृपा से जीवन में अन्न-धन की कमी नहीं होती है

2,क्रिसमस की रात लोग सेंजा क्लॉज बनकर गरीब बच्चों के बीच तोहफे बांटते हैं, जिससे कि क्रिसमस सभी के लिए खास हो सके. आप भी क्रिसमस पर सेंटा बनकर या किसी भी तरह से गुप्त दान कर सकते हैं. इससे प्रभु यीशु भी प्रसन्न होंगे.

3,प्रभु यीशु कहते हैं कि, आप जिन चीजों का दान करते हैं, उसे प्रभु देखते हैं और उसका फल भी जरूर देते हैं. लेकिन जो दान गुप्त तरीके से या निस्वार्थ भाव से दिया जाता है उसका विशेष महत्व होता है. इसलिए हर धर्म में गुप्त दान की महत्ता बताई गई है.

4,क्रिसमस के पेड़ के नीचे या घर के मुख्य द्वार पर लाल रंग का दीपक जलाएं. यह धन वृद्धि का प्रतीक माना जाता है. लक्ष्मी जी की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाएं और उन्हें मिठाई चढ़ाएं. लक्ष्मी मंत्र का जाप करने से धन लाभ होता है.

5,क्रिसमस की रात से पहले अपने घर की अच्छी तरह से सफाई करें. इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होगा. गायत्री मंत्र या अन्य सकारात्मक मंत्रों का जाप करने से मन शांत होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. कुछ समय ध्यान लगाने से मन शांत होता है और सकारात्मक विचार आते हैं.

6,क्रिसमस की रात को अपने परिवार के साथ समय बिताएं. एक साथ खाना खाएं, गेम खेलें और बातचीत करें. अपने दोस्तों के साथ मिलकर क्रिसमस का जश्न मनाएं. अगर किसी से कोई मनमुटाव है तो उसे माफ कर दें.

7,इन उपायों को करने से पहले विश्वास रखें कि ये आपके लिए फायदेमंद होंगे. नकारात्मक विचारों को मन में न लाएं और दूसरों की मदद करने से आपको मानसिक शांति मिलेगी. ये उपाय केवल सकारात्मक ऊर्जा लाने और मन को शांत करने के लिए हैं.

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बड़ा बयान, कहा- हर ईसाई हिंदू है

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं. ऐसे में क्रिसमस डे से एक दिन पहले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं. क्रिसमस डे से एक दिन पहले बाबा ने ईसाईयों को लेकर बड़ा बयान दिया है. बाबा ने कहा कि इस देश में रहने वाले प्रत्येक ईसाई हिन्दू है क्योंकि यह देश हिंदुस्तान हे और मुसलमान और ईसाई की आठवीं और नवमी पीढ़ी हिंदू है.

बाबा ने कहा कि ईसाई की आठवीं और नवमी पीढ़ी रामलाल और श्यामलाल हैं. सभी सनातनी हैं कोई पराया नहीं है, हम हिंदू राष्ट्र बनाकर ही मानेंगे, आपको अपनी बहन बेटियों को सुरक्षित रखना होगा तो हिंदू राष्ट्र बनाना होगा.

पहले भी दे चुके हैं बयान

शिवपुरी के करैरा में हो रही कथा में बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बड़ा बयान दिया था. कथा में उन्होंने हिंदुओं को चार बच्चे पैदा करने की सलाह दी थी, जिसके बाद उनका यह बयान चर्चा में आ गया था. बाबा ने इस तरह के बयान देने का कारण भी बताया था. भागवत के दौरान बाबा ने कहा था, ‘देश में हिंदुओं की संख्या कम हो रही है, यह चिंताजनक है, घटती हुई हिंदुओं की आबादी और गजवा ए हिंद चाहने वाले लोगों की बढ़ती हुई आबादी इस देश के लिए घातक है. ऐसे में हिंदुओं को एक बच्चे की जगह चार बच्चे पैदा करना जरूरी है. क्योंकि यह देश के लिए जरूरी है.’

बताई थी ये वजह

बाबा ने कहा था कि तीन से लेकर चार बच्चे होना इस वजह से जरूरी है, क्योंकि इससे परिवारों का विखंडन हो रहा है. कम बच्चे होने की वजह से आज रिश्ते खत्म होते जा रहे हैं, एक दो बच्चे होने में कौन चाचा कहेगा, कौन मामा कहेगा और कौन काका कहेगा, यह सब खत्म होता जा रहा है. कम बच्चे होने से रिश्तो का सुख खत्म होता जा रहा है.

दिल्ली में कांग्रेस की दूसरी लिस्ट जारी, जंगपुरा सीट से मनीष सिसोदिया के खिलाफ फरहाद सूरी को टिकट

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने 26 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है. पार्टी ने मंगोलपुरी सीट से हनुमान चौहान को उम्मीदवार बनाया है. रिठाला से सुशांत मिश्रा और मोती नगर सीट से राजेंद्र नामधारी को मैदान में उतारा है. वहीं, जंगपुरा विधानसभा सीट से पार्टी ने फरहाद सूरी को मैदान में उतारा है. ये वो सीट है जहां पर आम आदमी पार्टी ने पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को चुनाव लड़ा रही है.

कांग्रेस की ओर से जारी दूसरी लिस्ट में अन्य उम्मीदवारों के नाम की बात करें तो पार्टी ने शकूरबस्ती से सतीश लथुरा, त्रि नगर से सतेंद्र शर्मा, मटिया महल से असिम अहमद खान, मदीपुर सीट से जेपी पंवार, राजौरी गार्डन से धर्मपाल चंदेला, उत्तम नगर से मुकेश शर्मा, मटियाला से रघुवीर शोकीर, बिजवासन से देवेंद्र सहरावत, दिल्ली कैंट से प्रदीप कुमार उपमन्यु को उम्मीदवार बनाया है.

त्रिलोकपुरी से अमरदीप सिंह को टिकट

वहीं, महरौली से पुष्पा सिंह, देवली से राजेश चौहान, संगम विहार से हर्ष चौधरी, त्रिलोकपुरी से अमरदीप, कोंडली से अक्षय कुमार, लक्ष्मी नगर से सुमीत शर्मा, कृष्णा नगर से गुरचरण सिंह राजू, सीमापुरी से राजेश लिलोठिया, बाबरपुर से हाजी मोहम्मद इशराक़ खान, गोकलपुर से प्रमोद कुमार जयंत और करावल नगर विधानसभा सीट से डॉ पीके मिश्रा को मैदान में उतारा है.

कई मुस्लिम चेहरों को टिकट

कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की जो दूसरी लिस्ट जारी की है उसमें कई मुस्लिम चेहरे भी शामिल हैं. दूसरी लिस्ट में तीन मुस्लिम चेहरे हैं. वहीं, पहली लिस्ट में 3 मुस्लिम और दो महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है. हालांकि, दूसरी लिस्ट में एक भी महिला उम्मीदवार नहीं है.

पहली लिस्ट में शामिल थे 21 उम्मीदवार

पार्टी की ओर से जारी पहली लिस्ट में 21 सीटों पर उम्मीदवार उतारे गए थे. इस तरह से देखें तो पार्टी 47 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर चुकी है. दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटों पर अगले साल की शरुआत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां मैदान में उतर चुकी हैं. सत्ताधारी पार्टी की ओर से 70 की 70 सीटों पर उम्मीदवार उतारे जा चुके हैं. वहीं, बीजेपी अभी तक अपने पत्ते नहीं खोली है.

बता दें कि दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं. इससे पहले लोकसभा में दोनों ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था, लेकिन विधानसभा चुनाव अपने-अपने दम पर लड़ रही हैं. दूसरी ओर बीजेपी पहले से ही अपने दम पर मैदान में है.

अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती: पीएम मोदी मध्य प्रदेश में देंगे बड़ी सौगात, जारी होंगे स्टाम्प और सिक्का

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 25 दिसंबर को अटल बिहारी जयंती के मौके पर मध्य प्रदेश के खजुराहो में केन-बेतवा नदी लिंक परियोजना का शिलान्यास करेंगे. राष्ट्रीय नदी जोड़ो नीति के तहत यह इस तरह का पहला प्रयास होगा. जिसका शिलान्यास पीएम मोदी आज करने जा रहे हैं. इस परियोजना के तहत मध्य प्रदेश के 10 जिलों के लगभग 44 लाख और उत्तर प्रदेश के 21 लाख लोगों को पीने का पानी मिलेगा. जिसकी अनुमानित लागत 44605 ​​करोड़ रुपये है. पीएम पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल बिहार वाजपेयी की स्मृति में स्टॉम्प और सिक्का भी जारी करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को दोपहर 12:10 बजे खजुराहो पहुंचेंगे.

केन-बेतवा लिंक राष्ट्रीय परियोजना, देश में भूमिगत दाब युक्त पाइप सिंचाई प्रणाली अपनाने वाली सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना है. इस परियोजना से मध्यप्रदेश के 10 जिलों को फायदा मिलेगा. जिसमें छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, दमोह, शिवपुरी, दतिया, रायसेन, विदिशा और सागर में 8 लाख 11 हजार हेक्टेयर क्षेत्र को सिंचाई की सुविधा मिलेगी. इस योजना से 44 लाख किसानों को फायदा मिलेगा.

इस परियोजना से उत्तर प्रदेश में 59 हजार हेक्टेयर वार्षिक सिंचाई सुविधा प्राप्त होगी. इसके अलावा 1.92 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में मौजूदा सिंचाई का स्थिरीकरण किया जायेगा. जिससे उत्तर प्रदेश के महोबा, झांसी, ललितपुर एवं बांदा जिलों में सिंचाई सुविधा प्राप्त होगी. परियोजना से मध्यप्रदेश की 44 लाख और उत्तर प्रदेश की 21 लाख आबादी को पेयजल की सुविधा उपलब्ध होगी.

2030 में पूरा होगा प्रोजेक्ट

इस परियोजना से क्षेत्र के लोगों को पेयजल की सुविधा भी मिलेगी. इसके साथ ही, जलविद्युत परियोजनाएं हरित ऊर्जा में 100 मेगावाट से अधिक का योगदान देंगी. इस परियोजना से लोगों को रोजगार के मौके भी मिलेंगे. पीएम मोदी की इस महत्वाकांक्षी परियोजना को मार्च 2030 तक पूरा करने का टारगेट रखा गया है. इसके लिए जमीन का अधिग्रहण, प्रभावित लोगों को मुआवजा देने, पर्यावरण से मंजूरी लेने का काम चल रहा है.

अटल ग्राम सुशासन भवनों का भूमि-पूजन

प्रधानमंत्री मोदी मध्यप्रदेश में 1153 अटल ग्राम सुशासन भवनों का भूमि-पूजन कर प्रथम किश्त का जारी करेंगे. प्रदेश की 23 हजार ग्राम पंचायतों में से भवन विहीन, जीर्ण-शीर्ण भवन और अनुपयोगी 2500 ग्राम पंचायतों को नवीन भवन की स्वीकृति के लिये चिन्हित किया गया है. शुरुआती चरण में 1153 नवीन पंचायत भवनों के लिये 437.62 करोड़ रूपये के कार्य स्वीकृत किये गये हैं.

पूर्व प्रधानमंत्री स्व. वाजपेयी का मत था कि पंचायत भवन, ग्राम पंचायत की सर्वाधिक मूल एवं महत्वपूर्ण अधोसरंचना है. इन भवनों की ग्राम पंचायतों के व्यवहारिक रूप से कार्य एवं दायित्वों के संवहन और कार्य संपादन में महत्वपूर्ण भूमिका है. मध्यप्रदेश सरकार ने पंचायतों को सशक्त करने के लिये समस्त ग्राम पंचायतों में नवीन पंचायत भवन एवं क्लस्टर स्तर पर क्लस्टर पंचायत भवन स्वीकृत करने का निर्णय लिया है.

ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना

प्रधानमंत्री मोदी मध्यप्रदेश के खण्डवा जिले के ओंकारेश्वर में स्थापित फ्लोटिंग सौर परियोजना का लोकार्पण करेंगे. परियोजना के प्रथम चरण में इस साल अक्टूबर माह से पूर्ण क्षमता से विद्युत उत्पादन प्रारंभ हो गया है. परियोजना के द्वितीय चरण की 240 मेगावॉट क्षमता के लिये एमपीपीएसीए से आवश्यक सहमति उपरांत चयनित विकासक “सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड” से अनुबंध हस्ताक्षरित किया जाना प्रस्तावित है. पुण्य सलिला मां नर्मदा के ऊपर ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना को प्रदेश की जनता को समर्पित करना प्रदेश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता और ग्रीन ऊर्जा के प्रति सरकार के सतत प्रयासों को प्रदर्शित करता है.