सैर पर निकले साइकिल व्यवसायी को मारी गोली पुत्र
वैशाली


        वैशाली थाना क्षेत्र के चांदनी चौक के समीप सुबह- सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले एक, साइकिल व्यवसाई को अपराधियों ने गोली मारकर घायल कर दिया। गोली मारने की घटना को बाइक से पहुंचे तीन अपराधियों ने अंजाम दिया। दो अपराधियों ने बाइक टहल रहे व्यवसाई के सामने लगाई और मोबाइल छीनने की कोशिश की, विरोध करने पर तीसरे अपराधी ने व्यवसाई को निशाना बनाते हुए गोली दागी।

           गोली उसके पैर में लगी। गोली चलने की आवाज सुनकर स्थानीय लोगों की भीड़ मौके जुटी, तब तक अपराधी भाग चुके थे। स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना डायल 112 की पुलिस एवं वैशाली थाने को दी। स्थानीय लोगों ने आनन- फानन में घायल व्यवसाई को इलाज के लिए सीएचसी वैशाली में भर्ती कराया।

          जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए डॉक्टर ने सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। घायल साइकिल व्यवसाई वैशाली थाना क्षेत्र के दाऊदनगर गांव निवासी स्व. नागेंद्र शाह के पुत्र कमलेश कुमार है।

         
सीसीटीवी की जांच कर भागने की दिशा में छापेमारी की जा रही है




      गोली मारे जाने की घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार  40 वर्षीय कमलेश कुमार रोज की तरह अपने घर दाउदनगर से टहलने के लिए चांदनी चौक की ओर से गए थे। चांदनी चौक से टहल कर, घर की ओर लौट रहे थे।

            इसी दौरान मंसूरपुर की ओर से बाइक पर आए तीन अपराधियों ने सामने से घेरा और मोबाइल और पैसा छीनने का प्रयास करने लगे। जिसका विरोध व्यवसाई ने किया जिसके बाद अपराधियों ने व्यवसाई को दाहिने पैर में गोली मारकर मंसूरपुर की और भाग गया।

         गोली की आवाज सुनकर स्थानीय लोग घटनास्थल पर जुट गए। लोगों ने घायल व्यवसायी को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया जहां डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया। सूचना मिलते ही वैशाली थाना की पुलिस मौके पर पहुंच कर छानबीन में जुट गई है।

       इस संबंध में पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि प्रथम दृष्टया लग रहा है कि प्रेम प्रसंग में साइकिल व्यवसाय को गोली मारी गयी है। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच पड़ताल कर अपराधियों की भागने की दिशा में छापेमारी की जा रही है। लोगों का कहना है कि इस तरह की वारदातों में बढ़ोतरी हो रही है.  इस पर रोक लगनी चाहिए।
जिले में ही होगी फॉरेंसिक जांच अब पटना नहीं जाना पड़ेगा
पुलिस लाइन केन्द्र में दो मंजिला भवन तैयार, पुलिस अधीक्षक करेंगे उ‌द्घाटन

हाजीपुर।

             वैशाली पुलिस के लिए एक खुशखबरी है। अब फॉरेंसिक जांच के लिए विभाग को पटना लैब की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। जिले में ही फॉरेंसिक जांच कर पुलिस को अपराधियों के बारे में जानकारी जुटाकर केस अनुसंधानकर्ता को उपलब्ध करा दिया जाएगा। इसको लेकर पुलिस लाइन केंद्र में जिला चलंत विधि विज्ञान इकाई भवन का निर्माण कराया गया है। 40 लाख 19 हजार 434 रुपए से पुलिस लाइन केंद्र में बनाए गए चलंत विधि विज्ञान इकाई को दो मंजिला बनाया गया है।

             उ‌द्घाटन पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय जल्द ही करेंगे। भवन बनने के बाद अब इसमें बिजली का कार्य बाकी है। बिजली का कार्य पूरा होने के बाद पुलिस भवन निर्माण विभाग के द्वारा पुलिस विभाग को सौंप दिया जाएगा।

        इसके बाद पूरी तरीके से फॉरेंसिक लैब काम करने लगेगा। भवन के पहले तल पर फॉरेंसिक टीम का कार्याल का कार्यालय होगा। वहीं कार्यालय के बाहर पार्किग की व्यवस्था की गई है। वहीं दूसरे तल पर लैब की व्यवस्था की जाएगी। जिसमें अत्यधिक उपकरणों से लैस होगा एवं विभिन्न प्रकार के रासायनिक तत्व रहेंगे। रासायनिक तत्वों को रखने के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी। फारसेनिक जांच से पुलिस कर्मियों को काफी राहत भी मिलेगी। फॉरेंसिक जांच में हत्या, दुष्कर्म, डकैती सहित अन्य संगीन अपराध में जांच वकर रिपोर्ट केस अनुसंधानकर्ता को दी जाएगी। इसके बाद केस अनुसंधानकर्ता अपराधियों को आसानी से पहचान कर उसे पकड़ सकते हैं।

         अपराध से जुड़े साक्ष्य का होगा विश्लेषणः

    विज्ञान प्रयोगशाला में अपराध से जुड़े साध्य का विश्लेषण किया जाता है। जिसमें बालों का रोम, डीएनए, शारीरिक द्रव्य, फाइबर, बुलेट केसिंग (फायरिंग और गोली मारकर जख्मी या हत्या करने के बाद घटनास्थल पर गिरे कारतूस की जांच), टायर ट्रैक (हादसे के वक्त वाहन के टावर के निशान की जांच) पैर के निशान, अंगुली के निशान जैसे साक्ष्यों की जांच की जाएगी।

जिले में जिला चलंत विधि विज्ञान इकाई भवन बनने से पेडिंग केस में कमी आएगी। फॉरेंसिक जांच के लिए सैंपल को पटना पुलिस मुख्यालय लैब में भेजा जाता है। पूरे बिहार से सैंपल आने के बाद जांच में काफी देरी हो जाती हैं। इससे प्रभावित होती है और अपराधियों पहचान करने में देरी होती है। जिससे अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होती हैं। इससे जिले में लंबित केस के निष्पादन में देरी होती है।


                 एफएसएल इकाई की स्थापना होने से मिलेगी राहत

               पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिले में बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम लिमिटेड के द्वारा प्रयोगशाला का भवन निर्माण पुलिस लाइन में कराया जा रहा है। जिले में एफए‌सएल इकाई की स्थापना होने से किसी तरह की वारदात होने घर विचि वैज्ञानिकों की टीम घटनास्थल पर कम समय में पहुंच जाएगी। किसी भी घटना के बाद जितनी जल्द जांच टीम घटनास्थल पर पहुंचेगी। साक्ष्य के साथ छेड़छाड़ होने की संभावना कम होगी और घटनास्थल से बेहतर साक्ष्य मिलने की संभावना बनी रहेंगी इससे अपराधियों की पहचान तेजी से होगी। वैज्ञानिक तरीके से जांच होने के बाद सही दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। इसमें निर्दोष को सजा नहीं होगी।


जिला चलंत विधि विज्ञान इकाई भवन बनकर तैयार है। लैब का संसाधन पटना से मंगवाया जाना है। संसाधन आने के बाद फॉरेंसिक जांच इसी लैब से की जाएंगी। अपराधियों की जल्द से जल्द गिरफ्तार हो और पेंडिंग केस में कमी आए।

हरकिशोर राय, पुलिस अधीक्षक वैशाली

     
वैन पर स्पिरिट के साथ वाहन चालक गिरफ्तार जंदाहा

        मुजफ्फरपुर एवं समस्तीपुर में तस्कर भेजा करते हैं शराब

              जंदाहा थाना की पुलिस ने मद्य निषेध इकाई पटना से प्राप्त सूचना के आलोक में वाहन चेकिंग अभियान के दौरान एक पिकअप वैन पर लोड 50 बाल्टी में बंद करीब 1000 लीटर स्प्रिट बरामद की है। वहीं पुलिस ने वाहन चालक को गिरफ्तार किया है।

              पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में बताया गया है कि मुजफ्फरपुर एवं समस्तीपुर जिला के शराब माफियाओं द्वारा स्पिरिट से नकली शराब बनाकर नकली स्टिकर लगाकर कर बेचा जाता है।

             इस मामले में जंदाहा थाना के अवर निरीक्षक अखिलेश कुमार द्वारा दर्ज प्राथमिकी में गिरफ्तार किए गए वाहन चालक बिदुपुर थाना के मंसूरपुर निवासी संजय कुमार पासवान के अलावा समस्तीपुर एवं मुजफ्फरपुर जिला के विभिन्न थाना क्षेत्र के 10 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है।


             वाहन चेकिंग शुरू किया गया। जिसके दौरान पिकअप वाहन मालवाहक वाहन को रोका गया। पुलिस द्वारा ली गई तलाशी के दौरान पिकअप वाहन मालवाहक वाहन से 50 बाल्टी में बंद करीब 1000 लीटर स्पिरिट जैसा तरल पदार्थ बरामद किया गया।

           पुलिस द्वारा वाहन चालक को गिरफ्तार करते हुए 50 बाल्टी में बंद स्पिरिट जैसा तरल पदार्थ एवं पिकअप वाहन मालवाहक वाहन को जप्त किया गया। गिरफ्तार वाहन चालक ने बताया कि मुजफ्फरपुर एवं समस्तीपुर जिला के विभिन्न थाना क्षेत्र के नामजद आरोपियों द्वारा स्पिरिट से नकली शराब बनाकर नकली स्टिकर लगाकर शराब निर्माण कर बेचा जाता है। पुलिस मामले के गहन जांच पड़ताल एवं अनुसंधान में लगी है।  

                         वाहन चेकिंग शुरू किया गया। जिसके दौरान पिकअप वाहन मालवाहक वाहन को रोका गया। पुलिस द्वारा ली गई तलाशी के दौरान पिकअप वाहन मालवाहक वाहन से 50 बाल्टी में बंद करीब 1000 लीटर स्पिरिट जैसा तरल पदार्थ बरामद किया गया। पुलिस द्वारा वाहन चालक को गिरफ्तार करते हुए 50 बाल्टी में बंद स्पिरिट जैसा तरल पदार्थ एवं पिकअप वाहन मालवाहक वाहन को जप्त किया गया।

               गिरफ्तार वाहन चालक ने बताया कि मुजफ्फरपुर एवं समस्तीपुर जिला के विभिन्न थाना क्षेत्र के नामजद आरोपियों द्वारा स्पिरिट से नकली शराब बनाकर नकली स्टिकर लगाकर शराब निर्माण कर बेचा जाता है। पुलिस मामले के गहन जांच पड़ताल एवं अनुसंधान में लगी है।
सोने की चेन नहीं देने पर विवाहिता की हत्या राघोपुर
राघोपुर

                राघोपुर थाने की पुलिस ने शुक्रवार को करीब दोपहर में बहरामपुर पंचायत के केवला घाट गंगा नदी से एक नवविवाहिता का शव बरामद ' की है। मृत महिला हीरामती देवी चांदपुरा पंचायत निवासी दीपक कुमार की 19 वर्षीय पत्नी थी।

           बरामद शव को राघोपुर थाने के पुलिस ने पोस्टमार्टम करने के लिए सदर अस्पताल हाजीपुर भेज दिया। मृतका के मायके पक्ष के लोगों ने ससुराल पक्ष पर आरोप लगाया कि सोने का चैन एवं पांच लाख रुपए की डिमांड पूरा नहीं करने पर ससुराल वालों ने नवविवाहिता की हत्या कर शव को बोरे में बंदकर घर से तकरीबन दो किलोमीटर दूर बाइक से ले जाकर केवला घाट गंगा नदी में फेंक दिया।

         घटना की जानकारी मायके वालों को मिली तो भागे-भागे विवाहिता के घर पहुंचे एवं अपने से शव की खोजबीन शुरू कर दिया। कड़ी मशक्कत के बाद मायके वालों ने करीब 7 घंटे बाद शव गंगा नदी से ढूंढ कर पुलिस के सहयोग से बरामद की। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल हाजीपुर भेज दिया। और मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है।


         राघोपुर थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि ससुराल पक्ष के द्वारा विवाहिता की हत्या कर शव को गंगा नदी में फेंकने का आरोप मृतका के मायके वालों द्वारा बताया गया है। मृतका के पिता नरेश राय के लिखित आवेदन पर पति दीपक कुमार, सास, ससुर, ननद समेत 7 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।

           आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। एवं पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। मृतका के पिता समस्तीपुर जिला थाना पटोरी निवासी नरेश राय ने बताया कि अपनी 19 वर्षीय पुत्री हीरामती कुमारी को हिंदू रीति रिवाज के अनुसार करीब 7 महीना पहले राघोपुर थाना क्षेत्र चांदपुरा पंचायत निवासी षणमुख राय के बेटे दीपक कुमार से शादी किया था। मृतका के पिता नरेश राय ने यह भी बताया कि शादी के बाद लड़के वाले ने एक भी दिन लड़की को मायके नहीं जाने दिया था। मायके जाने देने से पहले सोने की चैन एवं पांच लाख रुपए की डिमांड पूरा करने कहा था।
लोहिया स्वच्छता अभियान फेल, लाखों रुपए हुए बर्बाद

    
17 पंचायतों में लाखों की राशि खर्च कर कचरा ढोने को ठेले की खरीद की गई थी

लालगंज

                 लालगंज प्रखंड में लोहिया स्वच्छता अभियान असफल साबित हो रहा है। यह सफेद हाथी बनकर रह गया है। लाखों के खर्च के बाद भी नगर परिषद से लेकर प्रखंड के लगभग सभी पंचायतों में जहां तहां कचरे का ढेर नजर आता है।

           लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत प्रखंड में लाखों की राशि खर्च कर कचरा संस्करण इकाई का निर्माण कराया गया। वर्तमान में प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाई पूरी तरीके से बंद पड़ी है।

             प्रखंड के 17 पंचायतों में लाखों की राशि खर्च कर कचरा ढोने के लिए ठेला रिक्शा की खरीद की गई। सभी वार्डों में मानदेय पर एक स्वच्छता कर्मी और प्रत्येक पंचायत में एक स्वच्छता पर्यवेक्षक की नियुक्ति की गई। इसके बावजूद कचरे का उठाव नहीं किया जा रहा है।

           लालगंज प्रखंड के पंचायतों में जगह-जगह कचरे का अम्बार नजर आता है। इधर, कचरे के प्रोसेसिंग के लिए प्रखंड परिसर में ही लाखों की लागत से लगा संयंत्र जब से बना तभी से नकारा बना हुआ है।

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत 2 अक्टूबर 2014 को हुई थी

        स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत 2 अक्टूबर 2014 को हुई थी। इस अभियान का मकसद गलियों, सड़कों आदि जगहों को साफ सुथरा लालगंज में बंद पड़ी है प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाई। रखना था। इस अभियान के तहत ई कचरे, प्लास्टिक और पॉलीथिन बैग जैसे जमीन को नष्ट करने वाले कचरा का प्रबंधन किया जाना था।

     कुछ पंचायत में स्वच्छता ग्राही  की नियुक्ति:

      कमोबेश प्रखंड के शीतल भकुरहर, अनवरपुर, सिरसा बीरन, एतवारपुर सिसौला, बसंता जष्ठानाबाद, घटारी मध्य, भगवान भटौली, घटारो दक्षणी, पुरैनिया, पुरणटाण्ड, पुरैनिया, युसुफपुर सररिया, कर्ताहा आदि सभी पंचायतों का यही हाल है।

       जहां कागज पर तो सब कुछ स्वच्छ दिख रहा है, लेकिन धरातल  पर वास्तविक सच्चाई कहीं नजर नहीं आ रही है। प्रखंड विकास पदाधिकारी नीलम कुमारी ने बताया कि 21 पंचायतों में से लगभग 17 पंचायत में कचरा संग्रह केंद्र बन गया है। कुछ पंचायत में स्वच्छता ग्राही की नियुक्ति भी है। ग्रामीण शुल्क नहीं देना चाहते। इसलिए स्वछता ग्राही का मानदेय भी मिलना मुश्किल है। ऐसे में काम सुचारू ढंग से नहीं हो पा रहा है।



       स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत 2 अक्टूबर 2014 को हुई थी, बंद पड़ी है प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाई

        अभियान के तहत ई-कचरा प्लास्टिक और पॉलीथिन बैग जमीन को नष्ट करने वाले कचरा का प्रबंधन होना था

लोगों ने कहा- अभियान पूरी तरह से विफल


       प्रखंड क्षेत्र के लोगों ने कहा - अभियान पूरी तरह से विफल है। कुछ जगहों पर सरकारी डस्टबिन बांटा गया, लेकिन कचरा उठाव नहीं होने के चलते उसमें कचरे की जगह अब दूसरी चीजें रखी जा रही है। कुछ पंचायत में डस्टबिन और ठेला रिक्शा मुखिया के दरवाजे की शोभा बढ़ा रहा है। डस्टबिन, ठेला, रिक्सा की खरीद कर बस खानापूर्ति की गई। आमलोगों कोई फायदा नहीं हुआ। शहदुल्लहपुर पंचायत के संतोष कुमार सिंह ने बताया कि यहा न डस्टबिन मिला है और न ही कचरा उठाव हो रहा है।

पिस्टल के बल पर आलू कारोबारी से दिनदहाड़े तीन लाख की लूट
          लूट की घटनास्थल पर पहुंचे एसपी हर किशोर राय

                  दो बाइक पर सवार चार हथियार बंद बेखौफ अपराधियों ने आलू व्यवसायी को रोककर दिनदहाड़े करीब 3 लाख लूट लिए। गुरुवार की दोपहर महुआ- ताजपुर सड़क से निकलने वाली कुशहर-जंदाहा सड़क पर घटना को अंजाम सिंघाड़ा मुकुंदपुर में घटना को अंजाम दिया।

                अपराधी घटना को अंजाम देने के बाद पगडंडी के रास्ते नहर होकर निकल गए। घटना की सूचना पर एसपी हरकिशोर राय घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच-पड़ताल की। महुआ के हसनपुर ओस्ती पंचायत अंतर्गत परसौनिया गुदरी पर आलू प्याज का थोक व्यवसाय कर रखे संतोष चौधरी को उक्त जगह पर दो बाइक सवार चार हथियारबंद अपराधियों ने ओवरटेक कर रोक लिया।

                   जब तक वह संभलते इधर चारों अपराधियों ने आग्नेयास्त्र का भय दिखाया और बिक्री का 2.83 लाख रुपए लूट कर चलते बने। घटना के बाद हल्ला हुआ और लोगों की भीड़ जुट गई। इधर, इस घटना की सूचना महुआ के वरीय पुलिस पदाधिकारी से लेकर नजदीकी थाने को दी गई। सूचना मिलने के साथ ही थाने की पुलिस और डीएसपी सुरभ सुमन घटनास्थल पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। एसपी हरकिशोर राय भी घटनास्थल पर पहुंचे और अपने स्तर से घटना की जानकारी ली। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण कर आम लोगों  से भी घटना की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने पुलिस पदाधिकारियों को विभिन्न निर्देश दिए। लूट की घटना के बाद पुलिस अपने स्तर से विभिन्न बिदुओं पर जांच करते हुए अपराधियों तक पहुंचने में जुट गई है।


दुकान से लौटने के दौरान हुई लूट की घटना


गुरुवार की दोपहर करीब 12:30 बजे महुआ थाने के सिघाड़ा कदम चौक निवासी नगीना साह के पुत्र और आलू व्यवसायी संतोष साह महुआ के ही परसोनिया गुदरी से दुकानदारी कर घर लौट रहे थे। वे महुआ बाईपास सड़क से गद्दीपुर होकर महुआ ताजपुर मार्ग निकले और कुशहर से जंदाहा रोड में एक किलोमीटर आगे बढ़े कि अपराधियों ने उन्हें रोक लिया और 2.83 लाख के अलावा कुछ खुदरा रुपए लूटा और भागे।





      
वार्ड संघ ने नौ सूत्री मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपा

           प्रखंड कार्यालय पर बुधवार को प्रखंड वार्ड संघ द्वारा नौ सूत्री मांगों व अपने हक के लिए एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किंया। अध्यक्षता वार्ड संघ के प्रखंड अध्यक्ष अर्जुन पासवान एवं संचालन शंकर राम ने किया।

             कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वार्ड संघ के प्रदेश अध्यक्ष गणेश चौधरी मौजूद थे। उनकी मांगों में प्रमुख रूप से पंचायत में मुखिया द्वारा तरजीह नहीं देना, किसी भी योजना की बैठक व विकास कार्य के बारे में जानकारी नहीं देना सहित नौ सूत्री मांगें शामिल हैं।

          वहीं मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद प्रदेश अध्यक्ष गणेश चौधरी ने संबोधित करते हुए कहा कि हमारे गांव की सरकार वार्ड सदस्यों से बिहार के 24 एमएलसी बनते हैं। वहीं पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल प्रखंड विकास पदाधिकारी से मिलकर 9 सूत्री मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपा।

        धरना प्रदर्शन में महिला पुरुष वार्ड सदस्य शंकर राम, अर्जुन राम, पप्पू प्रकाश, शंकर राम, नूर मोहम्मद, रविंद्र सिंह, अवधेश कुमार सिंह सहित दर्जनों वार्ड सदस्य लोग शामिल हुए।



    
वाहन से कुचल बाइक सवार  पिता की मौत, पुत्र घायल
परीक्षा दिलाकर घर लौट रहे बाइक सवार पिता की मौत से परिजनों में कोहराम


हाजीपुर


   बुधवार की शाम महुआ हाजीपुर सड़क पर सदर थाना अंतर्गत बेरई स्कूल के पास सड़क दुर्घटना में एक युवक की मौत हो गई। युवक बाइक से अपने पुत्र को परीक्षा दिलाकर घर लौट रहे थे। तभी रास्ते में एक अज्ञात वाहन ने कुचल दिया।

            पुत्र को परीक्षा दिलाकर घर लौट रहे बाइक सवार पिता को वाहन ने कुचल दिया। जिससे उनकी घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गया।  मृतक 38 वर्षीय संतोष चौधरी महुआ थाना अंतर्गत गोविन्दपुर सिंघाड़ा कदम चौक निवासी अर्जुन चौधरी का पुत्र था।

        संतोष चौधरी अपने पुत्र 15 वर्षीय अभिषेक को परीक्षा दिलवाकर हाजीपुर से घर लौट रहे थे। इस दौरान ट्रक ने बाइक में ठोकर मारते हुए कुचल दिया। घटना में संतोष चौधरी का सिर कुचल जाने से पहचान मिट गई।

        हालांकि इस दुर्घटना में उनके साथ आ रहे घायल पुत्र अभिषेक से पहचान हुई और सूचना परिजनों तक दी गई। दूसरी ओर ट्रक लेकर भाग चालक को सदर थाना की मदद से जब्त कर लिया गया। चालक और खलासी भाग निकले।

         छोटा व्यवसाय कर परिवार चलाता था संतोष

     मृतक संतोष चौधरी छोटा व्यवसाय कर घर परिवार चलाता था। मृतक तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। छोटा भाई अखिलेश चौधरी और मुकेश चौधरी मजदूरी कर घर परिवार चलाते हैं।

         संतोष के तीन पुत्र 15 वर्षीय अखिलेश, 12 वर्षीय आदित्य और 10 वर्षीय सोनू पढ़ाई करते हैं। गरीब परिवार मेहनत मजदूरी कर अपना भरण पोषण करते हैं। मृतक के परिवार के हर व्यक्ति मजदूरी करते हैं। जिससे भोजन भात चलता है।

           पैतृक आवास गए परिजन

     सदर थाना के सब-इंस्पेक्टर संजीव कुमार अपने पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। इसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल में लाए। चिकित्सकों के द्वारा पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया। परिजन शव का दाह संस्कार करने को लेकर अपने पैतृक आवास पर ले गए।

हाजीपुर और महुआ में पूरे घर को खंगाला



       हाजीपुर और महुआ में पूरे घर को खंगाला एके-47 खरीद-बिक्री के मामले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) क छापे से जिले में हड़कंप

हाजीपुर

            हाजीपुर नगर थाना क्षेत्र में बुधवार की सुबह-सुबह दो जगहों और महुआ थाना क्षेत्र में एक ठिकाने पर एनआईए की छापेमारी से हड़कंप मच गया। सुबह 5 बजे से लेकर 9 बजे तक यह छापेमारी चली। तीनों जगहों पर एनआईए की टीम एक साथ एक समय पर पहुंची और छापेमारी शुरू कर दी।

         छापेमारी के दौरान एनआईए की टीम ने घर में रखे अलमीरा, ट्रंक, बक्सा, पलंग, दिवान, बिछावन, पूजा घर, किचेन, शौचालय सहित पूरे घर की तलाशी ली गई। महुआ थाना के गौसपुर चकमजाहिद में अधिवक्ता स्व. अनिल राय के यहां करीब चार घंटे की छापेमारी के बाद टीम ने एक कमरे के दो दरवाजों को सील किया।

          बताया गया है कि कमरे में कई दस्तावेज टीम को मिले हैं।

          उधर, हाजीपुर के एसडीओ रोड स्थित संदीप कुमार सिन्हा के घर एनआईए की टीम करीब 10 पुलिस वाहन के साथ पहुंची। सुबह टहलने वाले लोग एक साथ इतने वाहनों को देखकर हड़बड़ा गए।

            
    
       मुजफ्फरपुर में धराये सत्यम के साथ जुड़ा रहा है संदीप

कुछ दिन पहले वैशाली जिले के नगर थाना क्षेत्र के बागमली के कृष्णापुरी निवासी सत्यम् कुमार को एसआईटी एवं मुजफ्फरपुर की पुलिस ने मुजफ्फरपुर स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया था।

         गिरफ्तार सत्यम् कुमार की निशानदेही पर वैशाली जिले के नगर थाना क्षेत्र के एसडीओ रोड निवासी अशोक कुमार सिन्हा के पुत्र संदीप कुमार सिन्हा के घर एनआईए की टीम ने छापेमारी की।

       संदीप सिन्हा के पिता अशोक सिन्हा ने बताया कि सुबह करीब 5 बजे सिविल ड्रेस में दर्जनों की संख्या में पुलिस बल के साथ दिल्ली से टीम घर घर पहुंची थी। तलाशी के क्रम में एनआईए टीम को कुछ हाथ नहीं लगा। पुलिस लगातार जांच अभियान चला रही है।
छह सिपाही को निंदक की सजा, एक का वेतन रोका

         एसपी ने लापरवाह पुलिस अधिकारी पर की कार्रवाई

हाजीपुर


            वैशाली पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय सोमवार की देर रात गश्ती पर निकले। इस दौरान उन्होंने कई थाना एवं गश्ती वाहन की अचानक जांच- पड़ताल की। इस दौरान कई थाने के गश्ती गाड़ी अपने लोकेशन पर नहीं मिली। इसकी वजह से पुलिस अधीक्षक ने दो पुलिस पदाधिकारी और छह सिपाही को निंदक की सजा दी गई। वहीं एक गैर हाजरी सिपाही का वेतन रोक दिया।

         इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। सूचना मिलने के बाद जिले के सभी थानाध्यक्ष एवं गश्ती गाड़ी अपने लोकेशन पर मौजूद हो गए। हालांकि इस दौरान नगर थाना, सदर थाना, औद्योगिक थाना सहित अन्य थानाध्यक्ष हलकान रहे।


               मिली जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक ने सोमवार की देर रात को जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में निकले एवं रात्रि गश्ती और डायल 112 की औचक जांच की। पुलिस अधीक्षक ने निरीक्षण के दौरान बारीकी से जिले के विभिन्न चौक-चौराहे पर पुलिस गश्ती की मौजूदगी का जायजा लिया। पुलिस अधीक्षक ने ड्यूटी पर मौजूद सभी पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मियों को अपराध नियंत्रण हेतु कई निर्देश भी दिए। उन्होंने बताया कि संदिग्ध लोगों का वाहन एवं पैदल घूम रहे लोगों को रोककर पूछताछ करे।

        इसके साथ ही चुस्त दुरुस्त एवं भ्रमणशील रहकर रात्रि ड्यूटी करने का निर्देश दिया गया।

             रात्रि गश्ती में पुलिस अधीक्षक ने निरीक्षण के दौरान सोते हुए दो पुलिस पदाधिकारियों एवं 6 सिपाहियों को कार्य में लापरवाही बरतने पर निंदन की सजा दी है। इसके साथ ही भविष्य में ऐसी गलती नहीं करने और कुशलतापूर्वक कार्य करने का निर्देश दिया। वहीं ड्यूटी में गायब एक गैर हाजिर सिपाही का वेतन रोका गया।


  डीजीपी से आदेश मिलने के बाद एसपी सक्रिय

पुलिस मुख्यालय डीजीपी कार्यालय से निर्देश के आलोक में पुलिस अधीक्षक रात्री गश्ती पर निकले थे। जानकारी के अनुसार डीजीपी विनय कुमार ने पदभार ग्रहण करने के बाद जिले के सभी पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिया था कि पुलिस पदाधिकारी सिर्फ कार्यालय में बैठे आदेश-निर्देश नहीं दें।

     जिले के सभी वरीय पुलिस पदाधिकारी दिन में गश्ती के साथ-साथ रात्रि गश्ती पर भी निकलें। ताकि अपराधियों के बीच खौफ हो सके। इससे जिले में शांति व्यवस्था बनाने में सहूलियत होगी। निर्देश मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक रात्री गश्ती में निकले। वहीं पुलिस अधीक्षक ने जिले के सभी एसडीपीओ को गश्ती करने को लेकर रूटिन में शामिल करने को कहा गया है। 


        रात्रि गश्ती के दौरान कई पुलिस अधिकारी के द्वारा लापारवाही बरती गई है। जिसमें सोते हुए दो पुलिस पदाधिकारियों एवं 6 सिपाहियों को कार्य में लापरवाही बरतने पर निंदन की सजा दी है। वही ड्यूटी में गायब एक गैर हाजिर सिपाही का वेतन रोका गया। जिले के सभी एसडीपीओ को गश्ती करने को लेकर रूटिन में शामिल करने को कहा गया है। ताकि कानून व्यवस्था सही तरीके से चले सके।

हरकिशोर राय, पुलिस अधीक्षक, वैशाली