रिश्ते में इन 5 चीजों को बर्दाश्त करना बन सकता है जिंदगीभर का मलाल

जब शादी होती है न तो कहा जाता है कि जोड़ियां ऊपर से बन कर आती है शादी सिर्फ दो इंसानों का ही मिलन नहीं है बल्कि दो परिवारों का भी मिलन होता है पर आजकल तो सब मजाक बन कर रह गया आज कल रिश्तों में काफी दरार आती या तो कही लड़का गलत होता है या कही लड़की जो ईमानदार होते है वो अक्सर छले ही जाते हैं। रिश्ते जीवन का एक अहम हिस्सा होते हैं। ये हमें खुशी, प्यार और साथ देने का अनुभव देते हैं, लेकिन हर रिश्ते में कुछ उतार-चढ़ाव भी आते हैं।

हालांकि, हर परेशानी से मुंह मोड़कर भागना ठीक नहीं है, लेकिन कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिन्हें हमें कभी भी बर्दाश्त नहीं करना चाहिए। ये चीजें न सिर्फ हमारे मेंटल हेल्थ पर नेगेटिव असर डालती हैं, बल्कि रिश्ते को भी कमजोर बनाती हैं। आइए उन 5 चीजों पर गौर करते हैं, जिन्हें किसी भी रिश्ते में बर्दाश्त नहीं करना चाहिए।  

1. अविश्वास: रिश्ते की नींव को कमजोर करता है

रिश्ते में भरोसा सबसे अहम होता है। अगर आपका पार्टनर बार-बार आप पर शक करता है या आप उनके व्यवहार में ईमानदारी नहीं पाते, तो यह रिश्ते की नींव को हिला सकता है। अविश्वास एक ऐसा जहर है, जो धीरे-धीरे संबंध को खत्म कर देता है।

2. अपमानजनक भाषा और व्यवहार: आत्मसम्मान को चोट पहुंचाता है

रिश्ते में सम्मान सबसे जरूरी है। अगर आपका साथी आपको बार-बार ताने मारता है, आपकी बातों को नजरअंदाज करता है या आपको बेइज्जती महसूस कराता है, तो इसे सहन करना सही नहीं है। ऐसे संबंध से आत्मसम्मान को नुकसान पहुंचता है।

3. अत्यधिक नियंत्रण: आजादी पर पाबंदी लगाता है

क्या आपका साथी हर समय आपकी गतिविधियों पर नजर रखता है? क्या वह आपको अपने दोस्तों या परिवार से मिलने से रोकता है? अगर हां, तो यह संकेत है कि आपका रिश्ता स्वस्थ नहीं है। रिश्ते में दोनों को अपनी-अपनी आजादी मिलनी चाहिए।

4. भावनात्मक और शारीरिक हिंसा: कभी न करें सहन

किसी भी प्रकार की हिंसा, चाहे वह शारीरिक हो या भावनात्मक, रिश्ते को जहरीला बनाती है। अगर आपका साथी आपको डराता है, अपमानित करता है या शारीरिक नुकसान पहुंचाता है, तो यह संकेत है कि यह रिश्ता आपके लिए सुरक्षित नहीं है।

5. झूठ और धोखा: रिश्ते को खोखला बनाता है

झूठ और धोखा किसी भी रिश्ते को खत्म करने के लिए काफी है। अगर आपका साथी बार-बार झूठ बोलता है या आपकी पीठ पीछे धोखा देता है, तो इसे नजरअंदाज करना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है।

निष्कर्ष: सही समय पर लें फैसला

रिश्ते में प्यार, सम्मान और विश्वास जरूरी है। अगर ये चीजें गायब हैं, तो यह आपके मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है। ऐसी स्थिति में समय रहते सही फैसला लेना ही बेहतर है।

दिल्ली के नरेला में चाकू मारकर युवक की हत्या, पैसों की लेन-देन को लेकर हुई वारदात


नई दिल्ली:- उत्तरी दिल्ली के नरेला क्षेत्र में एक युवक की हत्या की घटना ने इलाके को दहशत में डाल दिया है. शुक्रवार को 26 वर्षीय युवक हिमांशु की चाकुओं से गोदकर हत्या की गई, जिसमें चार हमलावरों ने घर में घुसकर ताबड़तोड़ हमला किया. 

इस घटना से संबंधित जानकारी मिलते ही नरेला थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई और जांच शुरू कर दी.

पैसों की लेन-देन को लेकर हत्या

जानकारी के अनुसार, मृतक युवक हिमांशु पिछले चार महीनों से सुमित कौशिक के साथ रह रहा था. घटना के गवाह यश ने बताया कि चार आरोपियों, जिनकी पहचान रवि, साहिल, अक्षय खत्री और आशीष के रूप में हुई है, ने हिमांशु के घर में घुसकर उस पर हमला किया.

जानकारी के अनुसार, रवि ने यश से 45,000 रुपये उधार लिए थे, और जब वह पैसे लौटाने में असफल रहा, तब हिमांशु ने रवि की मां को धमकी दी थी कि यदि पैसे वापस नहीं किए गए तो परिणाम भुगतने होंगे. यह बात रवि को बुरी लगी और उसने अपने साथियों के साथ मिलकर हिमांशु पर हमला करने का फैसला किया.

हमलावर घटनास्थल पर घुसकर हिमांशु पर चाकुओं से कई वार किए और उसके लहूलुहान अवस्था में मौके पर छोड़कर फरार हो गए. यश ने तुरंत पुलिस को घटना की सूचना दी, जिसके बाद नरेला थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की गंभीरता को देखते हुए एक टीम का गठन किया.

पुलिस ने कुछ ही घंटों के भीतर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि एक आरोपी की तलाश जारी है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रवि, आशीष और साहिल के रूप में हुई है। पुलिस का दावा है कि वह जल्द ही फरार आरोपी को भी पकड़ लेगी। 

इस वारदात ने स्थानीय निवासियों के बीच भय और चिंता का माहौल बना दिया है, और पुलिस विभाग ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कदम उठाने की योजना बनाई है।

गुरुग्राम में भीषण आग: प्लास्टिक गोदाम में लगी आग, 20 से ज्यादा दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंची


गुरुग्राम : हरियाणा के गुरुग्राम में साइबर सिटी के कादीपुर औद्योगिक क्षेत्र की गली नंबर आठ में प्लास्टिक के गोदाम में भीषण आग लग गई। घटना तड़के चार बजे की है। आग तेजी से फैल गई और पास की गली में खड़ा एक कैंटर भी आग की चपेट में आ गया।

वहीं, आग लगने की सूचना के बाद सेक्टर 37 दमकल केंद्र के अलावा भीमनगर, सेक्टर 29 और उद्योग विहार दमकल केंद्र से 20 से ज्यादा फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग बुझाने के लिए पहुंची। आग लगने के बाद इसका धुआं और लपटें दूर तक दिखाई दीं।

लोगों को सांस लेने में हुई परेशानी

बताया गया कि प्लास्टिक में आग लगने के कारण आग तेजी से धधक गई और जहरीले धुएं के कारण आसपास के क्षेत्र में लोगों को सांस लेने में परेशानी हुई।

क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। लगभग छह घंटे बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया।

फायर ब्रिगेड को सुबह चार बजकर छह मिनट पर मिली थी सूचना

सेक्टर 29 दमकल केंद्र के फायर स्टेशन ऑफिसर रामेश्वर सिंह ने बताया कि दमकल केंद्र को आग लगने की सूचना चार बजकर छह मिनट पर मिली थी। तुरंत घटनास्थल के लिए दमकल केंद्रों से फायर ब्रिगेड को रवाना किया गया। आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं लग पाया है।

आग से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

आग से जलकर गिरा शेड

आग तेजी से फैलने के कारण एक बड़ा शेड नीचे गिर गया। इस शेड के नीचे प्लास्टिक, पॉलिथीन, गत्ते और प्लास्टिक दाना आदि रखा हुआ था। शेड गिरने के कारण आग बुझाने में परेशानी हुई। तुरंत एक अर्थमूवर मशीन मंगवाई गई और शेड को हटाकर आग पर काबू पाया गया।

पटाखा गोदाम क्षेत्र में लगी थी आग

कादीपुर में जिस जगह आग लगी थी, उससे लगभग 200 मीटर पर ही एक पटाखा गोदाम भी बना हुआ है। अगर आग पटाखा गोदाम तक फैलती तो जान-माल का भारी नुकसान हो सकता था।

दमकल की गाड़ियों ने चारों तरफ से पानी की बौछारों से आग पर काबू पा लिया गया, जिससे आसपास के क्षेत्र में आग फैलने से बचाव हो गया.

वहीं, आग पूरी तरह बुझने के बाद इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली। हालांकि, आग की इस घटना से लोग पूरी तरह सहम गए थे।

रूस-युक्रेन युद्ध खत्म होने की उम्मीद, पुतिन ने ट्रंप से समझौते की दिखाई इच्छा


रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन युद्ध पर वह निर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से समझौता करने को तैयार हैं। वह इस मसले पर ट्रंप से वार्ता कर सकते हैं। पुतिन ने कहा, 'युद्ध खत्म करने के लिए दोनों ही पक्षों (रूस और यूक्रेन) को समझौता करना होगा। उनकी ओर से इस वार्ता के लिए कोई शर्त नहीं है।'

पुतिन का यह महत्वपूर्ण बयान यूक्रेन युद्ध के लगभग 34 महीने बाद उनके वार्षिक प्रश्नोत्तर कार्यक्रम में आया है। इस कार्यक्रम में वह सरकारी टेलीविजन पर मीडिया और आमजनों के सवालों के जवाब दे रहे थे। पुतिन ने इस बात से इन्कार किया कि रूस इस समय कमजोर स्थिति में है।

यूक्रेन में लड़ाई जटिल: पुतिन

उन्होंने कहा, 'रूस इस समय 2022 से ज्यादा मजबूत स्थिति में है, जब यूक्रेन पर कार्रवाई शुरू की गई थी।' उन्होंने कहा, 'यूक्रेन में रूसी सेना आगे बढ़ रही है, इसके बावजूद वह वार्ता और समझौते के लिए तैयार हैं।' इस दौरान पुतिन ने स्वीकार किया कि यूक्रेन में लड़ाई जटिल है।

सीरिया में रूसी सैन्य अड्डों के विषय में पुतिन ने कहा कि इस बारे में सीरिया के नए शासकों को प्रस्ताव दिया गया है। वैसे रूस के ज्यादातर लोग चाहते हैं कि सीरिया में दोनों सैन्य अड्डे बने रहें। एक प्रश्न के उत्तर में पुतिन ने कहा, 'सीरिया में 2012 में अपहृत हुए अमेरिकी पत्रकार ऑस्टिन टाइस के विषय में वह सीरिया के नए शासकों और पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद से बात करेंगे।' टाइस के परिवार ने पत्र लिखकर पुतिन से इस बारे में मदद मांगी है।

ओर्शेनिक मिसाइल का एक और परीक्षण होगा: पुतिन

रूस द्वारा विकसित ओर्शेनिक हाइपरसोनिक मिसाइल की अजेयता पर पुतिन ने कहा, 'यूक्रेन के सैन्य कारखाने पर हमला कर इस मिसाइल का परीक्षण किया गया। सभी डिफेंस सिस्टमों को विफल करते हुए मिसाइल सटीक निशाने पर लगी। इस मिसाइल का जल्द ही यूक्रेन में एक और परीक्षण किया जाएगा और देखा जाएगा कि पश्चिमी देशों के मिसाइल सिस्टम क्या उसे रोक पाते हैं।'

दमोह में फर्जी एलएलबी परीक्षार्थी गिरफ्तार, दोस्त के नाम पर दे रहा था परीक्षा

दमोह शहर के पीजी कॉलेज में गुरुवार को एलएलबी तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा देने एक मुन्ना भाई पहुंच गया, जो अपने दोस्त के नाम पर परीक्षा दे रहा था। सर्चिंग कर रही कॉलेज प्रबंधन की टीम को जब युवक पर संदेह हुआ तो उससे पूछताछ शुरू की। उसने अपना और पिता का नाम तो प्रवेश पत्र में देख कर बता दिया, लेकिन जैसे ही उससे मां का नाम पूछा, तो वह नहीं बता सका। इसके बाद कॉलेज प्रबंधन ने उसे पुलिस में देने की धमकी दी तो उसने पूरा राज खोल दिया।

अंग्रेजी अच्छी थी इसलिए पेपर देने आया

फर्जी छात्र हिमांशु नेमा ने बताया कि उसका दोस्त विपुल सिंघई एलएलबी में तीन साल से फेल हो रहा है। उसकी अंग्रेजी कमजोर है और मेरी अंग्रेजी बहुत अच्छी है इसलिए मैं उसके एवज में यहां पर अंग्रेजी का पेपर हल करने के लिए आया था।

छात्र भी गिरफ्तार

केंद्र अध्यक्ष हरप्रीत कौर ने उस युवक को पुलिस के हवाले कर दिया और कोतवाली जाकर उसकी शिकायत दर्ज कराई है। अब कोतवाली में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है। पुलिस ने उस दूसरे छात्र को भी पकड़ लिया है, जिसके नाम पर यह फर्जी छात्र परीक्षा दे रहा था।

आज है अंतर्राष्ट्रीय मानव एकजुटता दिवस, जानें इसका महत्व और इतिहास


नयी दिल्ली : अंतर्राष्ट्रीय मानव एकता दिवस हर साल 20 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन देशों को अंतर्राष्ट्रीय समझौतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करने के लिए प्रेरित करता है। यह शांति, सामाजिक न्याय और सतत विकास के साझा उद्देश्यों की दिशा में मिलकर काम करने के लिए एक आह्वान के रूप में कार्य करता है।

अंतर्राष्ट्रीय मानव एकता दिवस हर साल 20 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन देशों को अंतर्राष्ट्रीय समझौतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करने के लिए प्रेरित करता है। यह शांति, सामाजिक न्याय और सतत विकास के साझा उद्देश्यों की दिशा में मिलकर काम करने के लिए एक आह्वान के रूप में कार्य करता है।

संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने 20 दिसंबर 2005 को अंतर्राष्ट्रीय मानव एकता दिवस घोषित किया। हर साल, नागरिकों के बीच सहयोग और एकता के सिद्धांतों को बढ़ावा देने के लिए यह दिन मनाया जाता है। यह दिन विविधता में एकता का जश्न मनाता है और हमें गरीबी उन्मूलन के लिए नई पहल करने के लिए प्रोत्साहित करता है। 

इसके पीछे का इतिहास 

अंतर्राष्ट्रीय मानव एकजुटता दिवस 20 दिसंबर को मनाया जाता है। इसकी नींव 2000 में संयुक्त राष्ट्र सहस्राब्दी शिखर सम्मेलन में हस्ताक्षरित की गई थी। 

विश्व नेताओं के नेतृत्व में इस ऐतिहासिक दस्तावेज ने "एकजुटता" को 21वीं सदी के लिए एक आधार और प्रोत्साहन के रूप में माना। इसने माना कि वैश्वीकरण ने अवसर प्रदान किए, लेकिन इसके लाभ और भार असमान रूप से फैले हुए थे, जिससे काफी संख्या में लोग पीछे छूट गए। 

इसलिए, घोषणापत्र में एक संयुक्त वैश्विक प्रयास की आवश्यकता पर बल दिया गया, जहां जो लोग पीड़ित हैं या जिनकी सबसे कम मदद की जाती है, वे उन व्यक्तियों से सहायता के हकदार हैं जिन्हें सबसे अधिक लाभ मिलता है। इस साझा जिम्मेदारी के विचार के परिणामस्वरूप 2002 में विश्व एकजुटता कोष की स्थापना की।

क्या है इस दिन का महत्व?

संयुक्त राष्ट्र इस दिवस को इस उद्देश्य से मनाता है कि गरीबी से लड़ने के लिए एकजुटता की संस्कृति और साझा करने की भावना को बढ़ावा देना महत्वपूर्ण है। यह दिन महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका उद्देश्य सामाजिक और आर्थिक विकास, मानवाधिकार और शांति को बढ़ावा देने के लिए विश्व के देशों और लोगों को एक साथ लाना है।

यह दिन यह जानकारी फैलाता है कि वैश्विक साझेदारी भी वैश्विक सहयोग और एकजुटता की नींव पर ही बनाई जा सकती है, जैसे संयुक्त राष्ट्र का सतत विकास एजेंडा लोगों और ग्रह पर केंद्रित है, जो लोगों को गरीबी, भुखमरी और बीमारी से बाहर निकालने के लिए दृढ़ संकल्पित वैश्विक साझेदारी द्वारा समर्थित है।

2005 अंतर्राष्ट्रीय मानव एकजुटता दिवस की हुई स्थापना

साल 2005 में अंतर्राष्ट्रीय मानव एकजुटता दिवस की आधिकारिक घोषणा हुई। यह एक वार्षिक अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है कि हमारी परस्पर जुड़ी दुनिया एक-दूसरे को ऊपर उठाने, व्यक्तिगत सफलता को बढ़ावा देने के साथ-साथ पूरे मानव परिवार की समृद्धि के लिए समग्र प्रतिबद्धता पर निर्भर करती है।

आज का इतिहास:1876 में 20 दिसंबर के दिन ही महान कवि बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने राष्ट्र गीत ‘वंदे मातरम’ की रचना की थी

नयी दिल्ली : 20 दिसंबर का इतिहास महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि 1955 में आज ही के दिन भारतीय गोल्फ संघ का गठन हुआ था। 

1876 में 20 दिसंबर के दिन ही महान कवि बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने राष्ट्र गीत ‘वंदे मातरम’ की रचना की थी।

2008 में आज ही के दिन स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने जमा कर्ज़ पर ब्याज दरें घटाईं थीं। 

2002 में 20 दिसंबर के दिन ही दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया मुद्दे पर संयुक्त राज्य अमेरिका से सहयोग मांगा था।

1999 में आज ही के दिन अंतरिक्ष यान ‘डिस्कवरी’ हबल टेलीस्कोप की मरम्मत के लिए रवाना किया था।

1993 में आज ही के दिन भारत और यूरोपीय संघ के बीच ब्रसेल्स में सहयोग समझौते पर साइन किए गए थे। 

1990 में 20 दिसंबर के दिन ही भारत और पाकिस्तान एक दूसरे पर परमाणु हमले न करने पर सहमत हुए थे।

1988 में आज ही के दिन संसद ने 62वें संविधान संशोधन के माध्यम से मतदान करने की आयु 21 से घटाकर 18 साल करने संबंधी विधेयक को मंजूरी दी थी।

1985 में 20 दिसंबर के दिन ही तिरूपति बालाजी मंदिर में भगवान वैंकटेश्वर को 5.2 INR करोड़ की कीमत वाला हीरा जडित मुकुट चढ़ाया गया था।

1963 में आज ही के दिन जर्मनी में बर्लिन की दीवार को पहली बार पश्चिमी बर्लिनवासियों के लिए खोला गया था।

1956 में 20 दिसंबर के दिन ही अमेरिका में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बसों में होने वाले रंगभेद पर रोक लगाई जानी चाहिए।

1955 में आज ही के दिन भारतीय गोल्फ संघ का गठन हुआ था।

1951 में 20 दिसंबर के दिन ही ओमान और ब्रिटेन के बीच समझौते के बाद ओमान स्वतंत्र हुआ था।

1946 में आज ही के दिन महात्मा गांधी श्रीरामपुर में एक महीने तक रुके थे।

1924 में 20 दिसंबर के दिन ही जर्मनी में एडोल्फ हिटलर की जेल से रिहाई हुई थी।

1919 में आज ही के दिन अमेरिकी संसद की प्रतिनिधि सभा ने आव्रजन पर रोक लगाई थी।

1876 में 20 दिसंबर के दिन ही महान कवि बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने राष्ट्र गीत ‘वंदे मातरम’ की रचना की थी।

1780 में आज ही के दिन ब्रिटेन ने हालैंड के खिलाफ युद्ध की घाेषणा की थी।

20 दिसंबर को जन्मे प्रसिद्ध व्यक्ति

1960 में आज ही के दिन उत्तराखंड के आठवें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का जन्म हुआ था।

1936 में 20 दिसंबर के दिन ही प्रसिद्ध साहित्यकार रॉबिन शॉ का जन्म हुआ था।

1927 में आज ही के दिन प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ मोतीलाल वोरा का जन्म हुआ था।

1871 में 20 दिसंबर के दिन ही भारत के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, नेता और न्यायविद गोकरननाथ मिश्र का जन्म हुआ था।

20 दिसंबर को हुए निधन

2010 में आज ही के दिन भारतीय सिनेमा की सुन्दर व प्रसिद्ध अभिनेत्रियों में से एक नलिनी जयवंत का निधन हुआ था।

1971 में 20 दिसंबर के दिन ही भारत और पाकिस्‍तान युध्‍द के दौरान ले. अरविंद दीक्षित का निधन हुआ था।

1968 में आज ही के दिन अमरीका के उपन्यासकार जॉन इशटाइन बक का निधन हुआ था।

बेंगलुरु में दो नए शहरों की घोषणा: KWIN V/S SWIFT City, जानें क्या हैं समानताएं और अंतर


बेंगलुरु : हाल ही में कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु में एक और नए शहर को बसाने की घोषणा कर दी है। बेंगलुरु के इलेक्ट्रॉनिक सिटी के तर्ज पर ही अब SWIFT City को बसाया जाएगा। बेंगलुरु को देश की सिलीकॉन सिटी कहा जाता है। कर्नाटक को सिलीकॉन स्टेट बनाने के उद्देश्य से ही बेंगलुरु में इन नए शहरों को बसाया जा रहा है, ताकि नए-नए औद्योगिक घरानों, स्टार्टअप आदि को बेंगलुरु के लिए आकर्षित किया जा सकें।

इससे पहले इसी साल सितंबर में कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु में एक और शहर KWIN City को बसाने की घोषणा की थी। ऐसे में आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि KWIN और SWIFT City में क्या अंतर होगा? या बेंगलुरु में बसाए जाने वाले दोनों नए शहरों KWIN और SWIFT City में समानताएं क्या होने वाली हैं?

KWIN City bangalore PC : AI

तो चलिए पता लगाते हैं, बेंगलुरु में बसाए जाने वाले KWIN और SWIFT City की क्या विशेषताएं हैं और दोनों में क्या-क्या अंतर होगा?

क्या है KWIN और SWIFT City?

KWIN City - नॉलेज (Knowledge), वेलबिइंग (Wellbeing), इनोवेशन (Innovation)

SWIFT City - स्टार्टअप (Startup), वर्कस्पेसेस (Workspaces), इनोवेशन (Innovation), फाइनेंस (Finance), टेक्नोलॉजी (Technology)

क्या होगी लोकेशन?.

KWIN City बेंगलुरु से करीब 60 किमी की दूरी पर बसाया जाएगा। जानकारी के अनुसार इसे कर्नाटक सरकार डोड्डास्पेटे और डोड्डाबल्लपुर के बीच बसाना चाहती है, जो सैटेलाइट टाउन रिंग रोड पर मौजूद है। बेंगलुरु का केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (KIA) से मात्र 1 घंटे की दूरी पर मौजूद होने की वजह से उम्मीद की जा रही है कि यहां निवेशक आसानी से मिल जाएंगे।

वहीं दूसरी ओर SWIFT City सारजापुर के पास बसाने की योजना है। इसे NH44 और NH48 के पास बसाया जाएगा, जहां से आईटी हब पास में होंगे। बेहतर यातायात के लिए यहां पर 150 मीटर चौड़ी सड़क बनायी जाएगी जो नए-नए स्टार्टअप्स को यहां आने के लिए आकर्षित करेगी।.

दो अलग-अलग नए शहरों को बसाने की वजह और अंतर?

कर्नाटक सरकार ने कुछ महीनों के अंतराल में ही बेंगलुरु में दो अलग-अलग शहरों को बसाने की घोषणा की है। इन दोनों शहरों को बसाने की वजहें ही इन दोनों शहरों में सबसे बड़ा अंतर साबित होने वाला है। इसके साथ ही दोनों शहरों के आकार में भी बहुत बड़ा, लगभग दोगुना का फर्क है। दोनों शहरों में कौन से मुख्य अंतर है, आइए जान लें 

KWIN City को मुख्य रूप से शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों, शोध केंद्र, वैश्विक स्वास्थ्य केंद्रों आदि को आकर्षित करने और उनका हब बनाने के लिए बसाने की योजना है।

वहीं SWIFT City को कर्नाटक का औद्योगिक विकास करने के लिए बसाया जाएगा। दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक को बतौर सिलीकॉन स्टेट एक नयी पहचान दिलाएगा।

KWIN City को 2000 एकड़ के क्षेत्र में जबकि इससे ठीक आधे यानी 1000 एकड़ के क्षेत्र में बसाया जाएगा SWIFT City।

SWIFT City में स्टार्टअप, औद्योगिक वर्कप्लेस, लोगों के रहने के लिए घर और बच्चों की पढ़ाई के लिए स्कूल आदि बनाए जाएंगे। 

वहीं KWIN City शैक्षणिक केंद्रों का हब होगा। उम्मीद की जा रही है कि KWIN City राज्य के GDP को बढ़ाने में भी मददगार साबित होगी।

क्या होगी KWIN और SWIFT City की विशेषताएं?

KWIN City की विशेषताओं की बात करें तो इसे 2000 एकड़ के विशाल क्षेत्र में बसाने की योजना बनायी गयी है। 

यह मुख्य रूप से शिक्षा, शोध और स्वास्थ्य के हब के तौर पर बसाया जाएगा। कर्नाटक के मंत्री एमबी पाटिल ने संभावना जाहिर की थी कि KWIN City को बसाने से लगभग ₹40,000 करोड़ के निवेश की संभावना है और लगभग 80,000 रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। इसे बेंगलुरु के इंटरनेशनल एयरपोर्ट को ध्यान में रखते हुए मुख्य शहर से महज 60 किमी की दूरी पर बसाया जाएगा।

वहीं SWIFT City को विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ 1000 एकड़ के क्षेत्र में बसाया जाएगा। इसे IT हब को ध्यान में रखते हुए बसाया जा रहा है। यह स्टार्टअप, कंपनियां छोटे-मध्यम आकार के वर्कप्लेस लीज पर, खरीद सकती हैं या फिर शेयरिंग मॉडल पर ले सकती हैं। 

नेशनल हाईवे के पास होने की वजह से सड़क मार्ग से यातायात को सुगम बनाने के लिए SWIFT City में लगभग 150 मीटर चौड़ी सड़क बनाने की योजना है।

बेंगलुरु में 14 साल का रिकॉर्ड टूटा, तापमान 12.4°C तक गिरा

बेंगलुरु: IMD ने मंगलवार रात को तापमान 12.4°C तक गिरने का अनुमान लगाया था। यह 14 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। 2011 में 24 दिसंबर को तापमान 12.8°C तक गिरा था। खासतौर पर बुजुर्गों और बच्चों का ध्यान रखना जरूरी है। सुबहजंशं के समय धुंध या कोहरे के कारण यातायात में भी परेशानी हो सकती है। इसलिए लोगों को सावधानी से वाहन चलाने की सलाह दी जाती है।

आईएमडी के अनुसार, आमतौर पर बेंगलुरु में दिसंबर की रातों का औसत न्यूनतम तापमान 15.7°C रहता है। लेकिन इस बार तापमान में काफी गिरावट देखी जा रही है। यह गिरावट तटीय क्षेत्रों में कम दबाव के कारण हुई लगातार बारिश की वजह से है।

 इस ठंड से बचने के लिए लोगों को गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी जाती है। आईएमडी आने वाले दिनों में मौसम पर नजर बनाए हुए है और लोगों को समय-समय पर अपडेट जारी करता रहेगा।

सीटेट परीक्षा में पकड़ा गया मुन्ना भाई, दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने का आरोप


सुल्तानपुर: कोतवाली नगर के गोपाल पब्लिक स्कूल ओमनगर में सीटेट (केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा) के दौरान एक मुन्ना भाई पकड़ा गया. वह दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रहा था. कोतवाली नगर पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. इस संबंध में स्कूल के प्राचार्य ने तहरीर दी है.

जानकारी के अनुसार, रविवार को गोपाल पब्लिक स्कूल में CTET का आयोजन था. प्रथम पाली में सुबह 9.30 से दिन में 12 बजे तक परीक्षा आयोजित थी. इस क्रम में प्रयागराज के तेलीयरगंज निवासी प्रकाश वीर मिश्रा के स्थान पर परीक्षा देते हुए गौरव सिंह निवासी इंद्रपुर छीड़ी, थाना शादीयाबाद गाजीपुर को पकड़ा गया. उसे फर्जी पैन कार्ड के जरिए पकड़ा गया है. वो फर्जी कार्ड से स्कूल के अंदर पहुंचा था और परीक्षा दे रहा था.

इस बीच तकनीकी टीम पहुंची, जिसने उसे पकड़ लिया. उससे पूछताछ के दौरान इसका खुलासा हुआ कि वह किसी और के स्थान पर परीक्षा देने के लिए आया था.

पकड़े गए गौरव ने बताया कि परीक्षा देने के लिए उसने 60 हजार रुपये लिए थे. कहा कि पैसे की बहुत जरूरत थी इसलिए ऐसा किया. हालांकि मुन्ना भाई को पुलिस बुलाकर हवाले कर दिया गया. पुलिस उसे लेकर कोतवाली नगर ले आई है. 

नगर कोतवाल नारद मुनि सिंह ने बताया कि केंद्र व्यस्थापक रजनीश श्रीवास्तव ने तहरीर दी है. जिसके आधार पर विधिक कार्रवाई की जा रही है. वहीं, परीक्षा में और किसी तरह की गड़बड़ी नहीं मिली है. बता दें कि सीटेट के लिए प्रदेश भर में केंद्र बनाए गए हैं.

परीक्षा देने जा रही छात्रा की सड़क दुर्घटना में मौत: सुल्तानपुर में पिता के साथ CTET परीक्षा देने जा रही छात्रा हादसे का शिकार हो गई. धनपतगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत पीरो सरैया गांव के पास हलियापुर-बेलवाई हाइवे पर सुबह बाइक सवार पिता और बेटी को ट्रेलर ने टक्कर मार दी, जिसमें बेटी की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई.

ग्राम पंचायत सुख बडेरी मजरे रघुवीर का पुरवा की अंतिमा (23) पिता राम अजोर उर्फ कुबरी के साथ बाइक पर सीटेट की परीक्षा देने सुल्तानपुर जा रही थी. घर से 6 किलोमीटर दूर हलियापुर-बेलवाई मार्ग पर पीरो सरैया गांव के पास पहुंचे थे तभी ओवरटेक करने के दौरान सामने से ट्रेलर से बाइक जा टकराई, जिससे अंतिमा की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।