44 यू .पी. बटालियन डीडीयू की ओर से अटल बिहारी वाजपेई पर भाषण एवं काव्यपाठ का आयोजन


गोरखपुर- 44 यू .पी. बटालियन, दीन दयाला उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर द्वारा भारतरत्न श्री अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिवस के अवसर पर भाषण एवं एकल काव्यपाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। एनसीसी प्रभारी (कैप्टन) डी. एन . मौर्या की अध्यक्षता में 'अटल  जी एवं सुशासन' विषय पर भाषण प्रतियोगिता तथा भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेई जी के जीवन एवं कविताओ पर आधारित एकल काव्यपाठ आयोजित हुआ । प्रतियोगिता में एनसीसी के छात्र - छात्रा कैडेट तथा अधिकारी गण उपस्थित रहे।

प्रतियोगिता के  प्रतिभागी कैडेट में भाषण प्रतियोगिता में कैडेट शक्तिकांत को प्रथम स्थान , कैडेट राज सिंह को द्वितीय स्थान तथा अंडर ऑफिसर तृप्ति सिंह को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। एकल काव्यपाठ प्रतियोगिता में कैडेट मानसी शुक्ला को प्रथम, कैडेट संघप्रिया को द्वितीय स्थान एवं कैडेट खुशबू चौरसिया को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। प्रतियोगिता का संयोजन एवं संचालन कैप्टन (प्रो) दिग्विजय नाथ ने किया।

ले. (डॉ) अनुपम सिंह, प्रो कमलेश कुमार गौतम एवं प्रो. रामप्यारे मिश्र ने प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल के सदस्य के रूप में अपनी महती भूमिका का निर्वहन किया। प्रतियोगिता के सकुशल आयोजन में ले. डॉ. अनुपम सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर एनसीसी कैप्टन डी. एन मौर्या ने विजेता प्रतियोगियो को आगामी वसंत पंचमी के अवसर पर प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा भी की।
डीडीयू वाणिज्य विभाग में साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

गोरखपुर- दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग में राष्ट्रीय सेवा योजना (एन.एस.एस.) द्वारा 'मिशन शक्ति' फेज 5 के अंतर्गत एक साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जीतेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, एस.पी. नॉर्थ गोरखपुर उपस्थित रहे। मिशन शक्ति नोडल अधिकारी प्रोफेसर विनीता पाठक, और एन.एस.एस. समन्वयक डॉ. सत्यपाल सिंह कार्यक्रम में मौजूद थे।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को साइबर खतरों और उनकी सुरक्षा के उपायों के प्रति जागरूक करना था। इस अवसर पर आज के डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा एक अहम आवश्यकता बन गई है। इंटरनेट के बढ़ते उपयोग और तकनीकी विकास नए प्रकार के साइबर अपराधों को जन्म दे रहे हैं। ऐसे में समाज को सुरक्षित रखने के लिए साइबर सुरक्षा के उपायों को समझना और अपनाना बेहद जरूरी है।

मिशन शक्ति नोडल अधिकारी प्रोफेसर विनीता पाठक ने अपने सम्बोधन में हमारे दैनिक जीवन में अनुशासन और सकारात्मक आदतों को अपनाने पर बल दिया। सुबह के समय सूरज का दर्शन करने से न केवल हमें प्राकृतिक ऊर्जा मिलती है, बल्कि यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। इसके विपरीत, सुबह उठते ही मोबाइल फोन का उपयोग करने से तनाव और मानसिक थकावट बढ़ सकती है। एन.एस.एस. समन्वयक डॉ. सत्यपाल सिंह ने अपने संबोधन में मोबाइल फोन और इंटरनेट के अत्यधिक उपयोग से उत्पन्न खतरों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन के कारण पूरी दुनिया हमारी मुट्ठी में आ गई है, लेकिन साथ ही यह एक खतरनाक स्थिति भी है।

मुख्य अतिथि जीतेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने महिलाओं और लड़कियों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि "मिशन शक्ति" के तहत महिलाओं को ऑनलाइन धोखाधड़ी और अन्य साइबर खतरों से बचाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. गिरिजेश यादव ने किया और एन.एस.एस. कार्यक्रम अधिकारी डॉ. स्मृति मल्ल और वंदना अहिरवार ने भी अपने विचार साझा किए और साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने की जरूरत पर बल दिया । कार्यक्रम में वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष, शिक्षक, छात्र-छात्राओं की उपस्थिति से इस कार्यक्रम की महत्ता और बढ़ गई।
एक नई आशा की ओर से जिला कारागार की महिला बैरक में जरूरी चीजों का वितरण

गोरखपुर- सर्दी के मौसम को ध्यान में रखते हुए एक नई आशा द्वारा जिला कारागार की महिला बैरक में उपस्थित महिलाओं को बिछाने के लिए दरी एवं  कंबल, ऊनी मोजा, हाइजीनिक किट (टूथपेस्ट, ब्रश, साबुन ) इत्यादि का वितरण किया गया। महिला बैरक में उपस्थित सौ से अधिक महिलाओं एवं बच्चों को यह सब सामग्री संस्था के सदस्यों की ओर से दी गई।

आज के कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारू चौधरी  कार्यक्रम की अध्यक्षता सुपरिंटेंडेंट दिलीप कुमार पांडे एवं विशिष्ट अतिथि जेलर अरुण कुमार कुशवाहा जी की उपस्थिति में सकुशल संपन्न हुआ.

मुख्य अतिथि चारु चौधरी ने अपने उद्बोधन में कहा कि संस्था की मानव सेवा के प्रति सोच अत्यंत प्रशंसनीय है एक नई आशा संस्था द्वारा तरह-तरह के विभिन्न सेवा के कार्य किए जाते हैं जो अत्यधिक प्रशंसनीय है. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सुपरबरेटेड दिलीप कुमार पांडे ने कहा एक नई आशा संसद द्वारा विगत कई वर्षों से ठंड में समय-समय पर जेल में कैदियों के लिए विशेष शिव कार्य होता रहता है जिसके लिए मैं संस्था का आभारी हूं.

कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष अनुप बंका, सीमा छापढ़िया, मुकुल जालान ,रोहित रामरायका ,गौरव लीलारिया ,कनक हरी अग्रवाल ,स्नेहा जालान ,कविता रामरायका, स्वाति अग्रवाल ,निशि अग्रवाल ,नूपुर मस्करा ,समीर तुलस्यान, मिताली जालान ,पवन चौधरी इत्यादि की सक्रिय सहभागिता रही.
21 दिसंबर को साल का सबसे छोटा दिन और सबसे बड़ी रात होगी, जानें वजह
गोरखपुर- साल का सबसे सबसे छोटा दिन व सबसे बड़ी रात 21 दिसंबर शनिवार को होने वाली है। सूर्य 21 दिसंबर को अपने दक्षिणतम बिंदु पर होगा, तब दोपहर के समय अपने निम्नतम बिंदु पर सूर्य नजर आएगा। दिन 10 घंटे 41 मिनट व रात 13 घंटे 19 मिनट की होगी।

खगोलीय घटना को उज्जैन की जीवाजी वेधशाला में शंकु यंत्र के माध्यम से दिखाया जाएगा। वेधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र प्रकाश गुप्त ने बताया कि सूर्य के चारों ओर पृथ्वी के परिभ्रमण के कारण इस साल 21 दिसंबर को सूर्य मकर रेखा पर लंबवत होगा।

*दिन धीरे-धीरे बड़े होने लगेंगे*
सूर्य की उत्तर की ओर गति होने के कारण अब उत्तरी गोलार्द्ध में दिन धीरे-धीरे बड़े होने लगेंगे तथा रात छोटी होने लगेगी। 20 मार्च 2025 को सूर्य विषुवत रेखा पर लंबवत् होगा। तब दिन-रात बराबर होंगे। इस घटना को शंकु यंत्र के माध्यम से प्रत्यक्ष देखा जा सकता है। इस दिन शंकु की छाया सबसे लंबी होकर पूरे दिवस मकर रेखा पर गमन करती हुई दृष्टिगोचर होगी।
एसडीएम की अध्यक्षता में समाधान दिवस में पहुंचे 68 फरियादी, 5 मामले का मौके पर निस्तारण
गोरखपुर- तहसील मुख्यालय में आयोजित वर्ष 2024 के अंतिम समाधान दिवस की अध्यक्षता कर रहे उप जिलाधिकारी कुंवर सचिन सिंह तथा दिवस अधिकारी तहसीलदार कृष्ण गोपाल तिवारी के समक्ष कुल 68 फरियादी अपनी समस्याएं लेकर पेश हुए जिनमें 5 मामलों को मौके पर निस्तारित कर दिया गया।

इस दौरान भूमि विवाद के मामले में बेलघाट के सीयर गांव के फरियादी ने कानूनगो पर भष्टाचार के आरोपी लगाए। जिस पर एसडीएम ने कानूनगो कैलाशनाथ को फटकार लगाई तथा कहा कि अधिकारियों को गुमराह करने का प्रयास न करें।

सतुआभार के निवासी पिंगलेश कुमार ने बताया कि खुटभार गांव में स्थित उनके खेत के पश्चिम में चकरोड की जमीन पर बगल के किसान अवैध अतिक्रमण कर रहे हैं। वहीं उल्था खुर्द गांव के निवासी राममूरत के साथ पहुंचे राजू, शुभलाल, योगेश कुमार गोत्रा देवी आदि ने बताया कि गांव की जमीन पर 30 वर्ष से काबिज हैं गांव के रामसुरेश द्वारा जमीन पर जबरन अवैध निर्माण करके कब्जा किया जा रहा है, जबकि मामला दीवानी न्यायालय में विचाराधीन है और उस ज़मीन पर किसी भी प्रकार के निर्माण को रोकने हेतु स्थगन आदेश जारी हुआ है।

ज्यादातर मामले भूमि विवाद और पुलिस विभाग से संबंधित पाए गए, वहीं कुछ शिकायत सिंचाई विभाग, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, बिजली विभाग एवं अन्य की भी मिलीं। सभी मामलों में संबंधित विभाग को जांच और निस्तारण करने का आदेश दिया गया। इस दौरान नायब तहसीलदार रामसूरज प्रसाद और राकेश शुक्ला सहित अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
24 दिसंबर भाजपा व अमित शाह के खिलाफ बसपा का धरना प्रदर्शन

गोरखपुर- भीम राव अंबेडकर पर दिए गए अमित शाह के बयान पर सियासत तेज है। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने बीजेपी और अमित शाह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। इस क्रम में बहुजन समाज पार्टी जनपद गोरखपुर के तत्वाधान में पर अति आवश्यक जिला स्तरीय बैठक आयोजित की गई। जिसमें 24 दिसंबर को को देशव्यापी आंदोलन करने का फैसला लिया गया।
            
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ विजय प्रताप ने कहा कि बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी भगवान की तरह पूजनीय है उनका अमित शाह द्वारा किया गया अनादर लोगों के दिल को आहत पहुंचाया है। ऐसे महापुरुष को लेकर संसद में कह गए अपशब्दों से पूरे देश में सर्वसमाज के लोग काफी उद्बिलित,आक्रोषित व आंदोलित हैं हमारी नेता आदरणीय बहन मायावती ने इस क्रम में उनके बयान वापस लेने व पश्चाताप करने की मांग की थी जिस पर अभी तक कोई अमल नहीं किया गया है। इसलिए अब बहन जी के निर्देश पर 24 दिसंबर को को देशव्यापी आंदोलन करने का फैसला लिया गया है। उसी क्रम में दिनांक 24 को बहुजन समाज पार्टी जनपद गोरखपुर जिला यूनिट द्वारा पूर्णतया शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
   
अध्यक्षता करते हुए सुधीर भारती ने कहा बहुजन समाज पार्टी बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के सिद्धांतों पर चलने वाली पार्टी है बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने सर्व समाज के हित में अपना पूरा जीवन समर्पित करके भारत को बेहतर संविधान देने का काम किया है ऐसे में इतनी महान महामानव का अपमान बहुजन समाज पार्टी कतई बर्दाश्त करने वाली नहीं है 24 दिसंबर को बहुजन समाज पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता गांव-गांव गली गली से निकलकर जिला मुख्यालय पर इकट्ठा होकर के भारतीय जनता पार्टी और अमित शाह को करारा जवाब देने का काम करेगा।

जिला अध्यक्ष श्री ऋषि कपूर ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता आक्रोषित है बहुजन समाज के महापुरुषों का अपमान हम बिल्कुल बर्दाश्त करने वाले नहीं हैं भाजपा नेताओं की भाषा शैली बिल्कुल ही असंवैधानिक है श्री अमित शाह को माफी मांग कर  इस्तीफा देना ही होगा।
     
कार्यक्रम से मुख्य रूप से अमित चंद्र गौतम  घनश्याम रही राजेंद्र कुमार हरि प्रकाश निषाद गनेश्वर बाबू नरेंद्र तबारक हुसैन इंजीनियर अमरीश कुमार रमेश कुमार गौतम कमलेश कुमार हरिलाल फौजी भवनाथ राय ओम नारायण पांडे कोदई यादव दीपू भारती जयकार प्रसाद सुशील भारती राममिलन निराला हरिश्चंद्र गौतम राजीव गुप्ता तबारक हुसैन दूधनाथ रामनाथ चौहान महानंद गौतम जय श्री प्रसाद राकेश नीरज जोखू राजभर सुनील भारती गिरीश चंद शैलेंद्र भारती एजाज अहमद सुमित सैकड़ो कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपस्थित रहे।
गोरखपुर में एक साल में 94 फीसदी लोग हुए टीबी मुक्त

गोरखपुर- टीबी का उपचार शुरू होने के तीन से चार सप्ताह बाद उसके संक्रमण की आशंका समाप्त हो जाती है, लेकिन गैर उपचारित अवस्था में टीबी का संक्रमण निकट सम्पर्कियों में हो सकता है। यही वजह है कि जिन घरों में टीबी के मरीज निकल रहे हैं उनमें मरीजों को निकट सम्पर्कियों की भी जांच कराई जा रही है। जांच के बाद जिन निकट सम्पर्कियों में टीबी की बीमारी निकलती है उनकी दवा शुरू की जाती है। जिन निकट सम्पर्कियों में इस बीमारी की पुष्टि नहीं होती है उन्हें भी छह माह तक टीबी से बचाव की दवा खिलाई जाती है। जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी (डीटीओ) डॉ गणेश यादव ने बताया कि जिले में छह वर्ष से अधिक आयु के 34011 लोगों और छह वर्ष तक के 3593 बच्चों को यह दवा खिलाई जा रही है। साथ ही 441 एचआईवी मरीजों को भी यह दवा खिलाई जा रही है।

डीटीओ ने बताया कि जिले में ड्रग रेसिस्टेंट (डीआर) टीबी के 390 और ड्रग सेंसिटिव (डीएस) टीबी के 9827 मरीज उपचाराधीन हैं। टीबी का जब भी कोई नया मरीज मिलता है तो उसके निकट सम्पर्की की भी टीबी जांच अनिवार्य तौर पर कराई जाती है। जांच के बाद टीबी न निकलने पर भी बचाव की दवा आवश्यक तौर पर खिलाई जाती है। एचआईवी मरीज में टीबी की आशंका अधिक होती है इसलिए नया एचआईवी मरीज मिलने पर उसको भी छह माह तक टीबी से बचाव की दवा खाना अनिवार्य है।

डॉ यादव ने बताया कि अगर दो सप्ताह तक लगातार खांसी आए, सीने में दर्द हो, सांस फूल रही हो, तेजी से वजन घट रहा हो, बलगम में खून आता हो और रात में पसीने के साथ बुखार होता हो तो यह टीबी भी हो सकती है। इन लक्षणों के दिखने पर टीबी की जांच जरूर कराई जानी चाहिए। समय से जांच और उपचार न होने पर एक टीबी मरीज दस से बारह लोगों को संक्रमित कर सकता है, जबकि उपचाराधीन मरीज से संक्रमण का खतरा कम हो जाता है।

94 फीसदी लोग हुए स्वस्थ
डीटीओ ने बताया कि टीबी का सम्पूर्ण उपचार ले कर मरीज पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं। जिले में पिछले वर्ष उपचार सफतला दर 94 फीसदी रही है। अगर मरीज नियमित दवा का सेवन करें तो वह जल्दी ठीक हो जाएंगे। बीच में दवा बंद करने से डीएस टीबी के डीआर टीबी में बदलने की आशंका बढ़ जाती है और ऐसे मरीजों का उपचार जटिल होता है।
कौन बनेगा मंडल अध्यक्ष? चर्चाओं का बाजार गर्म

गोरखपुर- भारतीय जनता पार्टी संगठन में मंडल अध्यक्षों के पद हेतु नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। साथ ही जल्द ही प्रदेश नेतृत्व के द्वारा मंडल अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद उनके नाम घोषित कर दिए जाएंगे। किंतु इस बीच कौन बनेगा मंडल अध्यक्ष इसे लेकर स्थानीय कार्यकर्ताओं, समर्थकों और स्थानीय लोगों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो चुका है। चौक चौराहों पर लोग इस बात का कयास लगा रहे हैं कि इस बार मंडल अध्यक्ष कौन बनेगा, बीते दिनों इलाके के उनवल, खजनी, महदेवां बाजार, माल्हनपार और बेलघाट मंडल अध्यक्ष पद के लिए नामांकन हुए तथा प्रत्याशियों की सूची जिले पर पहुंच गई है।

स्थानीय लोगों में पूर्वांचल व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष दीनानाथ मोदनवाल ने बताया कि भाजपा विश्व की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी है, साथ ही केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार है स्थानीय मंडल अध्यक्षों को पार्टी के सभी कार्यक्रमों में सम्मान सहित शामिल होने और पार्टी की गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर मिलता है।

आशीष वर्मा ने बताया कि भाजपा मंडल अध्यक्षों को भरपूर सामाजिक सम्मान मिलता है।इसी प्रकार मनोज पटवा, संजय, राजू, नवीन आदि ने बताया कि इस बार कौन मंडल अध्यक्ष बनेगा सभी लोग बेसब्री से इसकी प्रतिक्षा कर रहे हैं। इस संदर्भ में भाजपा के जिले के पदाधिकारियों ने बताया कि शनिवार या रविवार तक मंडल अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है।
मारपीट में युवक की मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

खजनी गोरखपुर।उरुवां थाना क्षेत्र के विशुनपुरा गांव के निवासी एक युवक की पतिसा गांव के मोड़ पर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों ने पतिसा गांव के कुछ युवकों पर मारपीट कर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचायतनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।


मिली जानकारी के अनुसार  विशुनपुरा गांव निवासी शशि कपूर पुत्र ब्रह्मानंद 25 वर्ष अपने भाई श्रीकांत और भतीजे अजय के साथ बाइक से घर जा रहा था। रास्ते में पतिसा गांव के पास मोड़ पर उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
थानाध्यक्ष विकास नाथ ने बताया कि मृतक बौना था वह इलाज के लिए अपने भाई के साथ गया था। वापस लौटने पर पतिसा गांव के कुछ युवकों से बरला तुर्कवलियां जाने रास्ते में बौने की हूटिंग को लेकर विवाद और मारपीट हो गई थी।

युवक की मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चलेगा। मामले में देर रात तक एसपी देहात और सीओ गोला उरूवां थाने पर मौजूद रहे।
मुक्ति कभी अकेले नहीं मिलती : प्रोफेसर पूनम टंडन

गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के केंद्रीय ग्रंथालय द्वारा आयोजित मिशन शक्ति के जागरूकता अभियान की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने कहा कि मुक्ति कभी अकेले की नहीं होती. मुक्ति सदैव सामूहिक मिलती है।


इतिहास गवाह है कि जब भी हम मिलकर लड़े हैं तो बड़ी से बड़ी नकारात्मक शक्तियों को भी विफल किया है. जंग-ए-आजादी इसका सबसे खूबसूरत उदाहरण है. रावण पर राम की विजय भी समूह की शक्ति और विश्वास का द्योतक है. स्त्री पुरुष संबंधों में भी 'मैं' से 'पर' की यात्रा  से ही उनका जयघोष होता है. अकेले स्त्री या पुरुष की मुक्ति संभव नहीं. दोनों को अपनी मुक्ति के लिए सामूहिक चेतना का विकास करना होगा. तभी सच्चे अर्थों में समाज में मानवीय तंत्र सजीव हो सकेगा।

उन्होंने कहा कि जहां तक बच्चियों के विकास की बात है तो समाज उनका चतुर्दिक सहयोग कर रहा है. जरूरत है तो बच्चियों के स्वयं के समर्पण की. समाज को दहेज और घरेलू हिंसा पर जीरो टॉलरेंस की रणनीति अख्तियार करने की जरूरत है।

मुख्य अतिथि प्रतिकुलपति प्रोफेसर शांतनु रस्तोगी ने अपने संबोधन में कहा कि जिस समाज में नारी को देवी का दर्जा दिया गया हो वहां यह विचारणीय है कि उनकी दुर्दशा क्यों हो रही है! हमें मिलकर यह प्रयास करना होगा मिशन शक्ति जैसे अभियान की आवश्यकता को समाप्त किया जा सके. यह तभी संभव होगा जब स्त्रियां पूर्णरूपेण सशक्त, स्वावलंबी एवं विकसित हो सकेंगी।

विशिष्ट अतिथि अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर अनुभूति दुबे ने अपने संबोधन में कहा कि जननी सुरक्षा योजना, कन्या सुमंगला योजना समेत सरकार की तमाम योजनाएं महिलाओं के जीवन को सहज बना रही हैं. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थी मशाल की तरह से हैं जो अपने परिवेश को स्त्रियों के स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं स्वावलंबन के संदर्भ में सशक्त कर सकते हैं.

इस कार्यक्रम में स्वागत वक्तव्य ग्रंथालयी डॉक्टर विभाष कुमार मिश्र ने दिया. इसके साथ ही उन्होंने आभार भी प्रकट किया. मिशन शक्ति फेज 5 की नोडल अधिकारी प्रोफेसर विनीता पाठक ने कार्यक्रम की क्रमशः सफलता पर हर्ष प्रकट किया. कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर सूर्यकांत त्रिपाठी ने किया. इस अवसर पर गुरु गोरक्षनाथ शोधपीठ के निदेशक डॉ कुशल नाथ मिश्र, प्रोफेसर उपेंद्र नाथ त्रिपाठी, प्रोफेसर मनीष मिश्रा, डॉ मनीष पाण्डेय, डॉ मनोज कुमार द्विवेदी, एसएन पांडेय, योगेंद्र यादव एवं सीमा प्रयाग चौधरी समेत विभिन्न विभागों के विद्यार्थी भी मौजूद रहे।