उत्तर प्रदेश अध्यक्ष राज्य महिला आयोग की अध्यक्षता में पंचायतीराज संस्थाओं में प्रॉक्सी उपस्थिति को रोकने के लिए राज्य स्तरीय सेमिनार आयोजित
लखनऊ। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा योजित रिट के पारित आदेश के क्रम में गठित एडवाइजरी कमेटी द्वारा पंचायतीराज संस्थाओं में प्रॉक्सी उपस्थिति को रोकने के लिए आज होटल रेग्नंत निराला नगर लखनऊ में विचार-विमर्श, चिंतन एवं कार्यवाही हेतु राज्य स्तरीय सेमिनार/संगोष्ठी आयोजित किया गया। इस 2 दिवसीय राज्य स्तरीय सेमिनार एवं संगोष्ठी का उद्घाटन बबिता सिंह चौहान, अध्यक्ष राज्य महिला आयोग, उप्र, बी. चन्द्रकला, सचिव पंचायती राज, उप्र, रामित मौर्या, निदेशक पंचायतीराज मंत्रालय, भारत सरकार डा एन.वी. माधुरी, असोसिएट प्रोफेसर, हैदराबाद विश्वविद्यालय, अटल कुमार राय, निदेशक, पंचायती राज, उप्र, अमितोष श्रीवास्तव, मुख्य लेखा अधिकारी, पंचायतीराज, उप्र, आर.एस. चौधरी, संयुक्त निदेशक, पंचायतीराज, उ0प्र0, अभय कुमार शाही, संयुक्त निदेशक/नोडल, पंचायती राज, उ0प्र0, द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। आयोजित कार्यक्रम में ममता वर्मा, संयुक्त सचिव, पंचायतीराज मंत्रालय, भारत सरकार, वी.के. भसीन, भूतपूर्व लॉ सचिव एवं समिति सदस्य, डॉ0 अनीता ब्रैंडन, यू.एन.एफ.पी.ए. द्वारा ऑनलाइन रूप से प्रतिभाग किया गया। प्रदेश के त्रि-स्तरीय पंचायतों के 40 महिला प्रतिनिधियों के साथ समीपवर्ती राज्य झारखण्ड, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश से उपस्थित निर्वाचित महिला पंचायत प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।

कार्यशाला में महिला आयोग व सहयोगी संस्थाओं सेंटर फॉर कैटेलाइजिंग चेंज (ब्3) व यूनीसेफ के प्रतिनिधियों द्वारा भी प्रतिभाग किया गया। उक्त कार्यक्रम में उपस्थित निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों के साथ प्रॉक्सी प्रथाओं, आई.ई.सी. अभियान के विचार सृजन, लिंग भेदभाव और पंचायतों से ‘प्रधान पति’ की प्रॉक्सी प्रथाओं को समाप्त करने हेतु सलाहकार समिति द्वारा उक्त प्रथाओं को कम व समाप्त करने हेतु पंचायत स्तर पर कौन-कौन से कानूनी उपाय किए जाने चाहिए, पर खुली चर्चा की गयी। साथ ही उच्च न्यायालय के पारित आदेश दिनांक 23.10.2024 के प्रस्तर 20 एवं 28 एवं जनहित याचिका संख्या-2080/2024 में पारित आदेश दिनांक 24.10.2024 के क्रम में उप्र पंचायतीराज अधिनियम 1947 की धारा 15 के अनुसार ग्राम पंचायत के कार्य, धारा 95 (1)(छ) के प्राविधानुसार प्रधान को पद से हटाया जाना, ग्राम प्रधान को स्वयं के आयकर रिर्टन दाखिल करने की जानकारी तथा महिला ग्राम प्रधान को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के संबंध में विशेष रूप से जानकारी दी गयी है। इस अवसर पर पंचायतीराज विभाग, उप्र द्वारा किए जा रहे प्रयासों के साथ मिशन शक्ति अन्तर्गत महिलाओं के क्षमता संवर्द्धन हेतु विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों के साथ कार्यक्रम का समापन उद्बोधन व धन्यवाद ज्ञापन निदेशक, पंचायतीराज द्वारा किया गया। सेमिनार/संगोष्ठी के द्वितीय दिवस दिनांक 20.12.2024 को समिति के सदस्यों द्वारा लखनऊ जनपद के विकास खण्ड- माल की ग्राम पंचायत- अटारी का क्षेत्र भ्रमण किया जायेगा, जिसमें सलाहकार समिति के सदस्यों द्वारा ग्राम पंचायत में हितधारकों के साथ बैठक कर वार्तालाप की जायेगी।
बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में 'भारतीय भाषा उत्सव' के तहत राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में 'भारतीय भाषा उत्सव' के तहत हिन्दी विभाग की ओर से 'भारतीय भाषाओं का संरक्षण एवं संवर्धन : राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020' विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.के. द्विवेदी ने की। मुख्य अतिथि के तौर पर पीएसी लखनऊ की अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. अर्चना सिंह उपस्थित रहीं। इसके अतिरिक्त मंच पर हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. रामपाल गंगवार, लखनऊ विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के डॉ. सत्यकेत, डॉ. विपिन कुमार झा एवं डॉ. प्रीति राय उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं बाबासाहेब के छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई। इसके बाद आयोजन समिति की ओर से अतिथियों एवं शिक्षकों को पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेंट करके उनके प्रति आभार व्यक्त किया गया। सर्वप्रथम प्रो. रामपाल गंगवार‌ ने सभी को अतिथियों के परिचय एवं कार्यक्रम के उद्देश्य एवं रुपरेखा से अवगत कराया। मंच संचालन ,  कार्यक्रम संयोजक डॉ. शिवशंकर यादव द्वारा किया गया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.के. द्विवेदी ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में हिन्दी भाषा के समायोजन की आवश्यकता है। क्योंकि भाषा संस्कृति और सभ्यता के संरक्षण, आम जनमानस के भाव एवं विचारों के आदान-प्रदान के लिए आवश्यक है। इसके अतिरिक्त इन्होंने समाज में विभिन्न साहित्यकारों के योगदानों पर प्रकाश डाला। पीएसी लखनऊ की अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. अर्चना सिंह ने चर्चा के दौरान कहा कि भाषा संवाद के लिये आवश्यक है। हमें अपनी मातृभाषा एवं क्षेत्रीय भाषाओं के पुनर्जागरण के लिए हरसंभव प्रयास करने चाहिए, क्योंकि किसी भी भाषा के लुप्त होने पर भाषा के साथ - साथ वर्षों की‌ परंपरायें, संस्कृति, रीति रिवाज एवं उस भाषा से संबंधित ज्ञान भी लुप्त हो जाता है। लखनऊ विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के डॉ. सत्यकेत ने अपने विचार रखते हुए कहा कि भारतीय भाषाओं ने प्राचीन काल से ही आपस में समन्वय स्थापित किया हुआ है, यही कारण है कि भाषायी एकता के आधार पर भारत के अस्तित्व को स्वीकार करना चाहिए। इसके अतिरिक्त इन्होंने वेदों, उपनिषदों एवं विभिन्न समाज की संस्कृतियों में भाषा की महत्ता पर प्रकाश डाला। डॉ. विपिन झा ने बताया कि संस्कृत भाषा सभी भाषाओं का केंद्र बिंदु हैं। इसके अतिरिक्त वैश्विक स्तर पर पहचान बनाने के लिए मातृभाषा के अतिरिक्त अन्य भाषा का ज्ञान भी जरूरी है। इसीलिए संस्कृत भाषा अपनी संस्कृति के संरक्षण के लिए, हिन्दी एवं अन्य मातृभाषा ज्ञानार्जन के लिए एवं आंग्ल भाषा वैश्विक स्तर पर अपनी बात रखने के लिए आवश्यक है। अंत में धन्यवाद ज्ञापन का कार्य डॉ. बलजीत श्रीवास्तव द्वारा किया गया। कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. रामपाल गंगवार की अध्यक्षता में  विभिन्न प्रतिभागियों द्वारा शोध-पत्र प्रस्तुत किये गये। अंत में समापन सत्र की अध्यक्षता अमेठी केंद्र में अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. बी. पात्रा ने की। डॉ. पात्रा ने सभी हिन्दी भाषा पर गर्व महसूस करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि कोई भी राष्ट्र तभी उन्नति कर सकता है जब वह वैश्विक दौर की भाषा के साथ-साथ अपनी मातृभाषा का सम्मान करें। भारतीय भाषा उत्सव के दौरान 'भारतीय भाषाओं का संरक्षण एवं संवर्धन : राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020' विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें निर्णायक के तौर पर डॉ. प्रीति राय एवं डॉ. विपिन कुमार झा उपस्थित रहे। साथ ही विद्यार्थियों के लिए निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें निर्णायक के तौर पर डॉ. नमिता जैसल एवं डॉ. अभिषेक कुमार मौजूद रहे। समस्त कार्यक्रम के दौरान विभिन्न शिक्षक, शोधार्थी, प्रतिभागी एवं विद्यार्थी मौजूद रहें।
              
मुख्य सचिव का चालक महासंघ की मांगो पर आश्वासन
लखनऊ। राजकीय वाहन चालक महासंघ के प्रदेष अध्यक्ष रिजवान अहमद की अध्यक्षता में महामंत्री जयप्रकाश त्रिपाठी, उपाध्यक्ष सहजराम और प्रचार मंत्री रमेश कुमार ने मुख्य सचिव से मुलाकात उन्हें महासंघ की लम्बित मांगों से अवगत कराया।

मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने चालक महासंघ की मुख्य मांगों क्रमषः 20 प्रतिशत पदों पर पदों पर पदोन्नति, ग्रेड पे 2000 रूपये और रिक्त पदों पर भर्ती का आश्वासन दिया।
महासंघ के अध्यक्ष रिजवान अहमद ने बताया कि मुख्य सचिव ने कहा कि मांगों में षासन द्वारा सहानुभूति पूर्वक विचार किया जा रहा है। आश्वासन दिया गया कि विचारोपरान्त इसे संवर्ग की विशिष्टता की स्थिति को देखते हुए वाहन चालक ग्रेड-4 जिसका वर्तमान वेतनमान 3050-4590 वेतन बैण्ड 15200-20200 ग्रेड वेतन रू0 2000 से कुल पदों के 30 प्रतिशत पदों पर सीधी भर्ती के नियमानुसार वर्तमान में निर्धारित अर्हताओं के आधार पर की जायेगी। समिति की संस्तुति उक्त आदेश दिनॉक 30 नवम्बर, 2011 (छायाप्रति संलग्न) के प्रस्तर-पांच में की गयी है। इसी संस्तुति में 30 प्रतिशत पदों पर वाहन चालक ग्रेड-3 वेतनमान 4000-6000 वेतन बैण्ड- 15200-20200 ग्रेड वेतन रू0 2400 के वेतनमान में 09 वर्ष की संतोषजनक सेवा पूरी करने पर पदोन्नति दिये जाने की व्यवस्था की गयी है। इसी तरह वाहन चालक ग्रेड-2 वेतनमान 4500-7000, वेतन बैण्ड-2 5200-20200 ग्रेड वेतन 2800 के पद पर ग्रेड-3 के पदधारकों में से जिन्होंने ग्रेड-3 के पद पर 6 वर्ष की सेवा अथवा वाहन ग्रेड-3, ग्रेड-4 के पदों पर कुल 15 वर्ष की सेवा पूर्ण कर ली हो और इस हेतु निर्धारित ट्रेड टेस्ट उत्तीर्ण कर लिया हो, को ज्येष्ठता के आधार पर पदोन्नति की जायेगी।वाहन चालक ग्रेड-1 वेतनमान 5000-8000 वेतन बैण्ड-2, 5200-20200 ग्रेड वेतन 4200 के वेतनमान में वाहन चालक ग्रेड-2 के पद धारकों में ज्येष्ठता के आधार पर 10 प्रतिशत पदों पर पदोन्नति किये जाने की व्यवस्था की गयी है जिन्होंने ग्रेड-2 के पद पर तीन वर्ष की सेवा पूर्ण कर ली हो। इसी संस्तुति में वाहन चालक की एक विशिष्ट श्रेणी निर्धारित की गयी है, जिसका वेतनमान 6500-10500 वेतन बैण्ड-2 9300-34800 ग्रेड वेतन 4600 के वर्तमान में वेतनमान में ज्येष्ठता के आधार पर पदोन्नति ऐसे वाहन चालक के पद धारकों से की जायेगी, जिन्होंने ग्रेड-1 के पद पर कम से कम एक वर्ष की सेवा पूर्ण कर ली हो। इस तरह पदोन्नति और भर्ती को लेकर मुख्य सचिव ने आश्वासन दिया है।
एलडीए ने तीन अवध निर्माण किया सील
लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के निर्देश पर शहर में अवैध निर्माण के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के क्रम में सोमवार को प्रवर्तन जोन-1 की टीम ने गोमती नगर क्षेत्र में कार्यवाही की।
इस दौरान अवैध तरीके से किये जा रहे 3 निर्माण कार्यों को सील किया गया।

प्रवर्तन जोन-1 के जोनल अधिकारी देवांश त्रिवेदी ने बताया कि राजकुमार व अन्य द्वारा गोमती नगर के विनम्र खण्ड में भूखण्ड संख्या-2/4 पर लगभग 200 वर्गमीटर क्षेत्रफल में अवैध रूप से चार मंजिला भवन का निर्माण कार्य कराया जा रहा था। इसी तरह हितेश खन्ना व अन्य द्वारा गोमती नगर विस्तार के सेक्टर-5 में भूखण्ड संख्या-5/483 पर लगभग 115 वर्गमीटर क्षेत्रफल में निर्माण कार्य कराया जा रहा था। जिनके विरूद्ध विहित न्यायालय द्वारा वाद योजित करते हुए सीलिंग के आदेश पारित किये गये थे। इसके अलावा नावेद सिद्दीकी व अन्य द्वारा गोमती नगर के सृजन विहार में भूखण्ड संख्या-49 पर लगभग 200 वर्गमीटर क्षेत्रफल में व्यावसायिक निर्माण करवाया जा रहा था। जिसे प्रवर्तन टीम द्वारा पूर्व में सील किया गया था। वर्तमान में विपक्षी द्वारा अवैध तरीके से परिसर की सील खोलकर पुनः निर्माण/फिनिशिंग का कार्य कराया जा रहा था। जिस पर परिसर को पुनः सील करने के आदेश पारित किये गये थे। इसके अनुपालन में सहायक अभियंता उदयवीर सिंह के नेतृत्व में अवर अभियंता विपिन बिहारी राय व सुरेन्द्र द्विवेदी द्वारा प्राधिकरण पुलिस व स्थानीय थाने के पुलिस बल के सहयोग से तीनों अवैध निर्माणों को सील कर दिया गया।
पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ने 86000 से भरा बैग यात्री को किया वापस
लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल के गोण्डा-बहराइच खण्ड पर 27 नवम्बर 2024 को गाड़ी स0 05373 गोण्डा-बहराइच डेमू से यात्रा कर रहे रेल यात्री दद्दन मिश्रा विशेश्वर गंज स्टेशन जा रहे थे। स्टेशन पर उतरने के बाद उनका एक बैग जिसमें 86 हजार रूपये सहित अन्य सामान रखा था, जो ट्रेन में ही छूट गया। यात्री ने अविलम्ब इसकी सूचना स्टेशन मास्टर/विशेश्वर गंज नागेश्वर सिंह को दी। तत्काल ही उन्होंने अगले रेलवे स्टेशन चिलवरिया के स्टेशन अधीक्षक विशाल कुमार को सूचित किया। सूचना प्राप्त होते ही विशाल कुमार ने गाड़ी को चिलवरिया स्टेशन पहुॅचने पर तत्परता दिखाते हुए कोच में जाकर बैग रिकवर किया। इसके बाद उन्होने स्टाफ व अन्य कर्मचारियो के सामने श्री दद्दन मिश्रा को बैग सौप दिया।

बैग प्राप्ति के बाद यात्री दद्दन मिश्रा द्वारा पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल प्रशासन एवं रेलकर्मियों को धन्यवाद दिया गया।

उक्त दोनों कर्मचारियों ने अपने कर्तत्यों का पालन करते हुए अति सराहनीय कार्य किया है। उनकी सजगता एवं कार्य कुशलता से प्रसन्न होकर वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबन्धक, पूर्वाेत्तर रेलवे, लखनऊ ने नागेश्वर सिंह एवं विशाल कुमार को उनका उत्साहवर्धन करते हुए नकद पुरस्कार से पुरस्कृत कर सम्मानित किया।
महाकुम्भ भारतीय संस्कृति, विरासत, अध्यात्म, आधुनिकता और सनातन परंपराओं का अद्वितीय संगम: ऊर्जा मंत्री मंत्री ए.के. शर्मा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मंत्री अरविंद कुमार शर्मा और कपिल देव अग्रवाल ने महाकुम्भ में प्रतिभाग करने के लिए गुजरात में रोड शो एवं संवाद कार्यक्रम के माध्यम से किया प्रचार मंत्रीगण महाकुंभ 2025 के भव्य आयोजन की हो रही तैयारियों, विशेषताओं, सुविधाओं और सुरक्षा के विशेष इंतजामों की गुजरातवासियों को दी जानकारी मंत्रीगण अहमदाबाद में मीडिया बन्धुओं, जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, उद्यमियों, गणमान्य जनों से संवाद कर गुजरातवासियों को महाकुम्भ में आने का दिया।

आमंत्रण मंत्री अरविंद कुमार शर्मा और कपिल देव अग्रवाल ने गुजरातवासियों से महाकुंभ 2025 में आने की अपील की लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 तक आयोजित होने वाले महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने के लिए प्रचार अभियान तेज कर दिया है। इसी क्रम में सोमवार को अहमदाबाद में नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा और व्यावसायिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस, रोड शो एवं संवाद कार्यक्रम के माध्यम से गुजरातवासियों को महाकुंभ में आने का आमंत्रण दिया। मंत्रीगण गुजरात के अहमदाबाद में स्थित हयात होटल में मीडिया बंधुओं, जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, उद्यमियों, गणमान्य जनों से संवाद एवं रोड शो कर उन्हें महाकुम्भ- 2025 के भव्य आयोजन की हो रही तैयारियों, विशेषताओं और सुरक्षा के विशेष इंतजामों की जानकारी देते हुए उन्हें महाकुम्भ में आने का आमंत्रण दिया।

आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों मंत्रियों ने गुजरातवासियों से महाकुंभ में शामिल होने का आग्रह किया। उन्होंने महाकुम्भ को भारतीय संस्कृति, विरासत, अध्यात्म, सनातन परंपराओं, आधुनिकता और विकास का अनोखा और अद्वितीय संगम बताते हुए इसके आयोजन की तैयारियों की जानकारी दी। नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और परंपराओं को विश्व पटल पर प्रस्तुत करने का अवसर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार इसे दिव्य और भव्य रूप देने के लिए प्रतिबद्ध है। गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम तट पर आयोजित होने वाला महाकुम्भ देश विदेश से आए करोड़ों श्रद्धालुओं को आत्मिक शांति, भारतीय चेतना , संस्कृति व अध्यात्म का अनुभव प्रदान करेगा। उन्होंने गुजरातवासियों से आग्रह किया कि कि इस महायज्ञ का हिस्सा बनें और इसे ऐतिहासिक बनाने में सहयोग प्रदान करें। व्यावसायिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि महाकुंभ 2025 केवल भारत का आयोजन नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारतीय संस्कृति का परिचायक है। गुजरात की भूमि ने सदैव धर्म, अध्यात्म और परंपराओं के प्रति आस्था का परिचय दिया है। महाकुंभ का संगम भारत के सभी हिस्सों से जुड़ने का प्रतीक है। मैं गुजरातवासियों से निवेदन करता हूं कि वे प्रयागराज आकर इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनें और इसे सफल बनाएं। मंत्रीगण ने बताया कि महाकुंभ में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु और सैकड़ों गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे। उत्तर प्रदेश सरकार इसे विश्वस्तरीय आयोजन बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक चेतना का केंद्र होगा, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं का वैश्विक मंच भी बनेगा। मंत्रीगण ने संवाद कार्यक्रम में बताया कि उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा भेजा गया महाकुम्भ 2025 का आमंत्रण पत्र लेकर रविवार को गुजरात आए। गांधीनगर में रविवार को माननीय राज्यपाल जी और मुख्यमंत्री जी से मिलकर उनको गंगाजल युक्त कुंभ कलश, महाकुंभ का लोगो, आमंत्रण पत्र, कुम्भ साहित्य तथा उत्तर प्रदेश का गुड़ भेंट किया गया और उन्हें महाकुम्भ में आने के लिए अनुरोध किया। माननीय राज्यपाल जी और मुख्यमंत्री जी ने दिव्य और भव्य रूप से आयोजित होने वाले महाकुम्भ पर प्रसन्नता व्यक्त की और महाकुम्भ में आने का आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में महाकुम्भ 2025 के आयोजन को लेकर सभी तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। महाकुम्भ 2025 को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाने के सभी प्रयास किए जा रहे। उत्तर प्रदेश सरकार इस ऐतिहासिक आयोजन को दिव्य और भव्य रूप में प्रस्तुत करने के लिए देश-विदेश में व्यापक प्रचार अभियान चला रही है। इसी क्रम में विभिन्न राज्यों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी की ओर से प्रदेश सरकार के मंत्रियों को भेजकर वहां के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और अन्य प्रमुख व्यक्तियों से भेंटकर उस प्रदेश के निवासियों को महाकुम्भ में आने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है।
डॉ श्वेता श्रीवास्तव निर्विरोध चुनी गईं आईएमए (I.M.A.) की संयुक्त सचिव

लखनऊ। लखनऊ के रिवर बैंक कॉलोनी स्थित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आई एम ए) लखनऊ शाखा की वार्षिक चुनाव प्रक्रिया का आयोजन किया गया, जिसमें सभी पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी सदस्य निर्विरोध चुने गये। नतीजों के अनुसार वर्ष 2024-25 की अध्यक्ष सरिता और सचिव डॉ संजय सक्सेना रहेंगे तथा अन्य पदाधिकारी व कार्यकारिणी सदस्यों के नाम इस प्रकार हैं। प्रेसिडेंट इलेक्ट डॉ मनोज अस्थाना, वाईस प्रेसिडेंट डॉ अनिल कुमार त्रिपाठी, डॉ अमित अग्रवाल और डॉ एम अलीम सिद्दीकी. फाइनेंस सचिव डॉ गुरमीत सिंह, एडिटर डॉ शाश्वत विद्याधर, जॉइंट सेक्रेटरी डॉ ऋतु सक्सेना,सुमीत सेठ,डॉ श्वेता श्रीवास्तव और डॉ वीरेंद्र कुमार बनाए गए। कार्यकारिणी सदस्यों में डॉ आर के दीक्षित, डॉ वारिजा सेठ, डॉ आशुतोष शर्मा,डॉ आर बी सिंह,डॉ संजय श्रीवास्तव,डॉ दर्शन कुमार बजाज,डॉ संतोष सिंह,डॉ पियूष कुमार,डॉ निशि टंडन,डॉ अलोक माहेश्वरी, डॉ सतीश कुमार, डॉ अर्चिका गुप्ता,डॉ अजय कुमार पटवा,डॉ राजीव सक्सेना और डॉ नईम अहमद शेख निर्विरोध चुने गये।
डॉ श्वेता श्रीवास्तव निर्विरोध चुनी गईं आईएमए (I.M.A.) की संयुक्त सचिव

लखनऊ। लखनऊ के रिवर बैंक कॉलोनी स्थित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आई एम ए) लखनऊ शाखा की वार्षिक चुनाव प्रक्रिया का आयोजन किया गया, जिसमें सभी पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी सदस्य निर्विरोध चुने गये। नतीजों के अनुसार वर्ष 2024-25 की अध्यक्ष सरिता और सचिव डॉ संजय सक्सेना रहेंगे तथा अन्य पदाधिकारी व कार्यकारिणी सदस्यों के नाम इस प्रकार हैं। प्रेसिडेंट इलेक्ट डॉ मनोज अस्थाना, वाईस प्रेसिडेंट डॉ अनिल कुमार त्रिपाठी, डॉ अमित अग्रवाल और डॉ एम अलीम सिद्दीकी. फाइनेंस सचिव डॉ गुरमीत सिंह, एडिटर डॉ शाश्वत विद्याधर, जॉइंट सेक्रेटरी डॉ ऋतु सक्सेना,सुमीत सेठ,डॉ श्वेता श्रीवास्तव और डॉ वीरेंद्र कुमार बनाए गए। कार्यकारिणी सदस्यों में डॉ आर के दीक्षित, डॉ वारिजा सेठ, डॉ आशुतोष शर्मा,डॉ आर बी सिंह,डॉ संजय श्रीवास्तव,डॉ दर्शन कुमार बजाज,डॉ संतोष सिंह,डॉ पियूष कुमार,डॉ निशि टंडन,डॉ अलोक माहेश्वरी, डॉ सतीश कुमार, डॉ अर्चिका गुप्ता,डॉ अजय कुमार पटवा,डॉ राजीव सक्सेना और डॉ नईम अहमद शेख निर्विरोध चुने गये।
फोटो पत्रकार के निधन पर लोगों ने जताया शोक
लखनऊ। यूनाइटेड न्यूज ऑफ इण्डिया (यूएनआई) समाचार एजेन्सी के सेवानिवृत व वर्तमान में यूएनएस न्यूज एजेंसी में कार्यरत फोटो पत्रकार विभूति रंजन दास का रविवार को आकस्मिक निधन हो गया। उनके निधन पर लोगों ने शोक संवेदना व्यक्त की है।

शोक सभा में लोगों ने दो मिनट का मौन धारण कर उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। बताया गया कि वे पत्रकारिता के माध्यम से समाज व लोगों की सेवा कर रहे थे। विगत एक सप्ताह से सड़क दुर्घटना में सिर पर चोट लग जाने के कारण राजधानी के केजीएमयू के एनआईसीयू वार्ड में एडमिट थे। शोक जताने वालों में जिला मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोशिएशन के महामंत्री अब्दुल वहीद, छायाकार राजकुमार बाजपेयी, विजय गुप्ता, ब्रजेश तिवारी, पत्रकार हुजैफा सहित तमाम लोगों ने दादा को विनमृ श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रो. एम.पी सिंह ने संभाला बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में कुलानुशासक का पदभार
लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग के प्रो. एम.पी सिंह ने कुलानुशासक का पदभार ग्रहण किया है। इसके अतिरिक्त यह सूचना विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विद्यापीठ के संकायाध्यक्ष भी है। 

प्रो. एम.पी. सिंह द्वारा छात्र-छात्राओं से की गयी वार्ता में कहा गया कि हम हमेशा विधिसम्मत छात्रहित में कार्य करने के लिए प्रतिबद्व हैं, हमारे लिए छात्रहित सर्वोपरि है। इस अवसर पर विभिन्न संकायों के संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने प्रो. एम.पी. सिंह को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।