नवादा :- बरामद युवक के शव की हुई पहचान, परिजन बोले-गला और कलाई काटकर फेंका, प्रेम-प्रसंग को लेकर मिल रही थी कुछ दिनो से धमकियां
नवादा जिले के पकरीबरामा प्रखंड क्षेत्र के बढौना गांव के डैम से 15 दिसंबर को युवक का शव बरामद हुआ था, जिसके बाद से इलाके में दहशत का माहौल था।




मृतक की पहचान शेखपुरा जिला के शेखोपुर सराय थाना क्षेत्र के ओनमा गांव निवासी साकेत कुमार पटेल के 17 बर्षीय पुत्र सुमन के रूप में की गई है। शव की पहचान सोशल मीडिया पर वायरल खबरें व फोटो के आधार पर की गयी। परिजनों ने बताया कि मृतक गांव के ही किसी लड़की से मोबाइल पर बात किया करता था। इस क्रम में उसे चार पांच लोगों ने धमकियां दी थी। गला व कलाई की नस काटकर हत्या के बाद शव यहां लाकर फेंक दिया गया। इस बात प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि पहचान होने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। परिजनों के आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर हत्या में शामिल अपराधियों की तलाश आरंभ की गयी है। दूसरी ओर बुधौली के बधार से पांच दिन पूर्व बरामद अज्ञात वृद्ध महिला की पहचान अबतक नहीं हो सकी है। नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- अब आरटीआई कार्यकर्ता के निशाने पर मानवाधिकार आयोग
नवादा मानवाधिकार आयोग के कार्यकलापों में लगातार आ रही रुकावटों पर आरटीआई कार्यकर्ता प्रणव कुमार चर्चिल ने संज्ञान लिया है।


सूचना के अधिकार के तहत जानकारी उपलब्ध कराने के लिए आवेदन डाला है। बता दें राज्य सूचना आयोग में लम्बे समय से अध्यक्ष का पद रिक्त पड़े रहने से दायर वादों को लटकाया जा रहा है। ऐसे में वाद दायर कराने वालों को न्याय नहीं मिलने से उनमें निराशा का भाव उत्पन्न हो रहा है और तो और संबंधित आरापियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है।

राज्य मानवाधिकार आयोग अपने उद्देश्य की पूर्ति में विफल साबित हो रहा है। आरटीआई कार्यकर्ता ने जानना चाहा है कि आयोग में कितने पद रिक्त हैं और उनकी नियुक्ति की प्रक्रिया क्या है। उन्होंने सभी की प्रमाणित प्रति उपलब्ध कराने की मांग की है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- अग्निकांड में पांच लाख रुपए मूल्य का सामान जलकर राख
नवादा जिले के अकबरपुर प्रखण्ड मुख्यालय बलिया बुजुर्ग मुस्लिम मुहल्ला जनता टेंट के गोदाम में आग लगने से 05 लाख का सामान जल कर राख हो गया।


टेंट मालिक खुर्शीद ने सूचना थाने व सीओ को दी है। बताया जाता है कि अचानक आग‌ की लपटें देख स्थानीय लोगों ने सूचना टेंट संचालक को दे आग पर काबू पाने का प्रयास आरंभ कर दिया। जबतक आग पर काबू पाया जाता कमरे में रखा सामान जलकर राख हो गया।


अग्निकांड के का कारणों का पता नहीं चल सका है। स्थानीय लोगों का मानना है कि आग शार्ट सर्किट के कारण लगी है। अग्निकांड की घटना से बाजार के लोग सकते में हैं जबकि टेंट संचालक को कर्ज चुकाने की चिंता सताने लगी है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- न्यू ईयर जश्न में शराब परोसने की थी तैयारी, तस्करों के मंसूबों पर पुलिस ने फेरा पानी, पुलिस की छापेमारी में 383 बोतल विदेशी शराब व बीयर
बिहार के शराब माफिया नए साल के जश्न की तैयारी में जुट गए हैं।दूसरे राज्यों से शराब की खेप लगातार बिहार पहुंच रही है।


वारिसलीगंज के उत्तर बाजार में पुलिस ने एक घर से 200 लीटर विदेशी शराब को बरामद किया है।इस दौरान पुलिस ने मौके से तीन शराब कारोबारी को भी गिरफ्तार किया है।जब्त शराब को नए साल के जश्न में खपाने की तैयारी थी।मगर पुलिस ने शराब तस्करों के मंसूबों पर पानी फेर दिया।वारिसलीगंज थाना अंतर्गत उत्तर बाजार स्थित एक घर में पुलिस ने छापेमारी कर भारी मात्रा में लाखों रूपये का विदेशी शराब और बीयर जब्त करने में बड़ी सफलता हासिल की है। गुप्त सूचना के आधार पर स्थानीय पुलिस ने छापेमारी कर 200 लीटर विदेशी शराब और बीयर बरामद किया है।थाना अध्यक्ष रुपेश कुमार सिन्हा ने बताया कि उत्तर बाजार निवासी स्व शिवनंदन प्रसाद के 55 वर्षीय पुत्र सुबोध कुमार के घर में अवैध विदेशी शराब व बीयर भंडारण कर रखा हुआ था,जिसे गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर जब्त की गई।उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान शराब माफिया सुबोध सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है,जिसमें नवादा नगर थाना क्षेत्र के महुली गांव निवासी कृष्ण प्रसाद यादव का 30 वर्षीय पुत्र मनीष कुमार तथा वारसलीगंज थाना क्षेत्र के भुआलचक गांव निवासी गया यादव का 40 वर्षीय पुत्र रतन कुमार शामिल है। उन्होंने बताया कि जब्त विदेशी शराब में रॉयल स्टेग, ब्लेंडर प्राइड, वकार्डी व्हाइट रम, इम्पोरियल ब्लू तथा किंगफ़िशर बीयर केन सहित 383 बोतल बरामद किया गया है। उक्त शराब का अनुमानित काउंटर कीमत लगभग डेढ़ लाख रूपये आंका जा रहा है,जिसे बिहार में शराबबंदी को लेकर दुगने दामों में बेचे जाते हैं। ऐसे में मोटी रकम की कमाई को लेकर शराब भंडारण करने में इन शराब माफियाओं को न तो पुलिस का भय है और ना ही कानून का डर है। गौरतलब हो कि ऐसे शराब माफियाओं के द्वारा ही चंद रूपयों के लिए लोगों के बीच जहरीली शराब परोसने का भी गोरखधंधा किया जाता है,जिसको लेकर नवादा में जहरीली शराब से कई लोगों की जानें जा चुकी है। बता दे कि नये साल में शराब माफियाओं द्वारा भारी मात्रा में शराब भंडारण कर लोगों के बीच न्यू ईयर जश्न में शराब परोसने की तैयारी की जा रही है। पुलिस ऐसे शराब माफियाओं पर नकेल कसने के लिए लगातार छापेमारी करने में जुटी है। बता दें कि झारखंड सीमा से सटे बिहार के नवादा जिले में शराब का खेप धड़ल्ले से मंगाया जा रहा है, जिसपर पुलिस पैनी नजर रखे हुए है। छापेमारी टीम में थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर रूपेश कुमार सिन्हा, एसआई भोला प्रसाद सिंह, पीटीसी पप्पू कुमार तथा पीटीसी संतोष कुमार सिंह के अलावा कई पुलिस जवान शामिल रहे।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा:- इमरजेंसी रिस्पांस का प्रदर्शन और प्राथमिक चिकित्सा पुतलों पर प्रदर्शनों के साथ संवादात्मक, व्यावहारिक सत्र का आयोजन किया गया
आज डीआरडीए सभागार में जिला प्रशासन नवादा,रेडक्रॉस नवादा और रोटरी नवादा के प्रयास से सीपीआर, चोकिंग,


इमरजेंसी रिस्पांस का प्रदर्शन और प्राथमिक चिकित्सा पुतलों पर प्रदर्शनों के साथ संवादात्मक, व्यावहारिक सत्र का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन उप विकास आयुक्त श्रीमती प्रियंका रानी द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया । डॉo किशोर झुनझुनवाला मेदांता हॉस्पिटल पटना के डायरेक्टर द्वारा सीपीआर का प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया कि सीपीआर का मतलब है कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन। यह भी एक तरह की प्राथमिक चिकित्सा यानी फर्स्ट एड है। जब किसी पीड़ित को सांस लेने में दिक्कत हो या फिर वो सांस न ले पा रहा हो और बेहोश जो जाए तो सीपीआर से उसकी जान बचाई जा सकती है। बिजली का झटका लगने पर, पानी में डूबने पर और दम घुटने पर सीपीआर से पीड़ित को आराम पहुंचाया जा सकता है। हार्ट अटैक यानी दिल का दौरा पड़ने पर तो सबसे पहले और समय पर सीपीआर दे दिया जाय तो पीड़ित की जान बचाने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। सीपीआर देने की प्रक्रिया के संदर्भ में उन्होंने कहा कि सीपीआर क्रिया करने में सबसे पहले पीड़ित को किसी ठोस जगह पर लिटा दिया जाता है और प्राथमिक उपचार देने वाला व्यक्ति उसके पास घुटनों के बल बैठ जाता है।उसकी नाक और गला चेक कर ये सुनिश्चित किया जाता है कि उसे सांस लेने में कोई रुकावट तो नहीं है। जीभ अगर पलट गयी है तो उसे सही जगह पर उंगलियों के सहारे लाया जाता है।सीपीआर में मुख्य रुप से दो काम किए जाते हैं। पहला छाती को दबाना और दूसरा मुँह से सांस देना जिसे माउथ टु माउथ रेस्पिरेशन कहते हैं। पहली प्रक्रिया में पीड़ित के सीने के बीचोबीच हथेली रखकर पंपिंग करते हुए दबाया जाता है। एक से दो बार ऐसा करने से धड़कनें फिर से शुरू हो जाएंगी। पंपिंग करते समय दूसरे हाथ को पहले हाथ के ऊपर रख कर उंगलियो से बांध लें अपने हाथ और कोहनी को सीधा रखें।अगर पम्पिंग करने से भी सांस नहीं आती और धड़कने शुरू नहीं होतीं तो पम्पिंग के साथ मरीज को कृत्रिम सांस देने की कोशिश की जाती है।ऐसा करने के लिए हथेली से छाती को 1 -2 इंच दबाएं, ऐसा प्रति मिनट में 100 बार करें। सीपीआर में दबाव और कृत्रिम सांस का एक खास अनुपात होता है। 30 बार छाती पर दबाव बनाया जाता है तो दो बार कृत्रिम साँस दी जाती है। छाती पर दबाव और कृत्रिम साँस देने का अनुपात 30 :02 का होना चाहिए। कृत्रिम सांस देते समय मरीज की नाक को दो उंगलियों से दबाकर मुंह से साँस दी जाती है। ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि नाक बंद होने पर ही मुंह से दी गयी सांस फेफड़ों तक पहुंच पाती है।सांस देते समय ये ध्यान रखना है कि फर्स्ट एड देने वाला व्यक्ति लंबी सांस लेकर मरीज के मुंह से मुंह चिपकाए और धीरे धीरे सांस छोड़ें। ऐसा करने से मरीज के फेफड़ों में हवा भर जाएगी। इस प्रक्रिया में इस बात का भी ध्यान रखना होता है कि जब कृत्रिम सांस दी जा रही है तो मरीज की छाती ऊपर नीचे हो रही है या नहीं। ये प्रक्रिया तब तक चलने देनी है जब तक पीड़ित खुद से सांस न लेने लगे।


जब मरीज खुद से साँस लेने लगे, तब ये प्रकिया रोकनी होती है।सीपीआर अगर किसी बच्चे को देनी है तो विधि में थोड़ा सा बदलाव होता है। बच्चों की हड्डियों की शक्ति बहुत कम होती है इसलिए दबाव का विशेष ध्यान रखा जाता है। अगर 1 साल से कम बच्चों के लिए सीपीआर देना हो तो सीपीआर देते वक़्त ध्यान रखे 2 या 3 उंगलियों से ही छाती पर दबाव डालें और छाती पर दबाव और कृत्रिम सांस देंने का अनुपात 30 :02 ही रखें। सभागार में उपस्थित विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मी सीपीआई के बारे में जाना एवं डॉक्टर झुनझुनवाला के द्वारा सभी कर्मियों से प्रैक्टिकल भी करवाया गया। इस अवसर पर जिला स्तरीय कार्यालय के प्रधान एवं कर्मी मौजूद थे।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट!
नवादा :- आज द्वितीय अपील के तहत 03 परिवादी उपस्थित हुए जिसको अग्रेतर कार्रवाई हेतु संबंधित पदाधिकारी को जाँच कर प्रतिवेदन शीघ्र देने का निर्देश
जिला पदाधिकारी, नवादा श्री रवि प्रकाश ने आज अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के तहत द्वितीय अपील की सुनवाई की।


आज द्वितीय अपील के तहत 03 परिवादी उपस्थित हुए जिसको अग्रेतर कार्रवाई हेतु संबंधित पदाधिकारी को जाँच कर प्रतिवेदन शीघ्र देने का निर्देश दिया गया। प्रस्तुत द्वितीय अपीलवाद प्रखण्ड-सिरदला ,ग्राम-अकौना , के मंजु प्रीतम पति - दिलीप कुमार के द्वारा प्रथम अपीलीय प्राधिकार, नवादा द्वारा पारित आदेश से विक्षुब्ध होकर बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के तहत ऑनलाईन द्वितीय अपील दायर किया गया। जिसमें संबंधित पदाधिकारी को जाँच हेतु भेजा गया एवं जाँचोपरान्त कार्रवाई का प्रतिवेदन शीघ्र देने के लिए कहा गया। बिहार लोक शिकायत निवारण अधिनियम 2015 के तहत किसी भी मामले को दो माह के अन्दर सुनवाई कर निवारण कर दी जाती है। प्रखंडों में पंचायतों से संबंधित विवाद/समस्या को अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण कार्यालय, नवादा सदर और रजौली में कोई भी व्यक्ति अपील कर सकते हैं। जबकि जिला स्तरीय समस्याओं एवं परिवादों के निवारण कराने के लिए जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, नवादा का कार्यालय समाहरणालय के मुख्य प्रवेश द्वार के दाहिने तरफ लोक सेवाओं का अधिकार अधिनियम भवन में संचालित है।




विवादों के सुनवाई और निवारण में दोनों पक्षों को बुलाकर की जाती है। इसके लिए किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं ली जाती है। शिकायत दर्ज करने एवं निवारण की निःशुल्क व्यवस्था कार्यालय में की गयी है। आदेश से असंतुष्ट होने पर निःशुल्क अपील दायर की जा सकती है। शिकायत का निवारण अब और आसान हो गया है। अब ऑनलाईन भी शिकायतें अपील की जा सकती है। आप भी बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के अंतर्गत अपनी शिकायत दर्ज कराएं और निश्चत समय सीमा के अंदर समाधान पाएं।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
बिहार के #नवादा मे टाउन थाना के आगे भेन्डिंग जोन को लेकर जमीन मालिकों ने किया #प्रदर्शन
यह मामला नवादा जिला के नगर थाना के आगे भूमि का है जहाँ कुछ दिन पहले नवादा प्रशासन के द्वारा जाम से मुक्ति दिलाने को लेकर इस भूमि पर


कुछ चीजों को व्यवस्थित को लेकर विचार विमर्श किया गया था जिसका खबर लगते हीं जमीन मालिकों का हाँथ पैर फूलने लगा ।जिसके बाद दर्जनों के संख्या में नगर थाने के आगे भूमि पर उपस्थित होकर न्याय की गुहार लगाने लगे मीडिया से सवाल करने पर बताया कि कचहरी रोड भवन निर्माण से लेकर गांधी हाई स्कूल तक जमीन जिसका खाता नंबर 166 प्लॉट नंबर 3312 आराजी 31 डिसमिल है।

जमीन जिसका पुराना खाता नकट दुसाध पिता फगु दुसाध के नाम से दर्ज है। नया खतियान प्रदीप अग्रवाल वैगरह 10 लोगों के नाम से खोला गया है। जिसका वाद व्यवहार न्यायलय नवादा में टाइटिल शूट लंबित है जो TS- 224/24 सब जज 7 के न्यायालय लंबित है । उसके बाबजूद प्रशासन के द्वारा यहाँ भेन्डिंग जॉन बनाने के लिए कहा जा रहा जो सरासर हमलोगों के साथ नाइंसाफ़ी है हमलोग न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे लेकिन हमलोग अपना जमीन पर भेन्डिंग जोन नही बनने देंगे ।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- न्यायालय ने दुष्कर्म के आरोपी को सुनाया बीस साल सश्रम कारावास व 30 हजार रुपए अर्थ दंड की सजा
मासूम के साथ दुष्कर्म किये जाने के मामले में आरोपी युवक को 20 वर्ष सश्रम कारावास के साथ 30 हजार रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई गई।




पोक्सों न्यायालय के विशेष न्यायाधीश मनीश त्रिवेदी ने यह सजा पकरीबरावां थाना क्षेत्र के एरूरी गांव निवासी धर्मेंन्द्र कुमार उर्फ सुमन को सुनायी। मामला पकरीबरावां थाना कांड संख्या- 404/20 से जुड़ा है। विशेष लोक अभियोजक भोला पासवान ने बताया कि घटना 30 नवम्बर 2020 की रात्रि 8 बजे की है।

उन्होंने बताया कि घटना के समय घर के समीप से बारात गुजर रही थी तथा बच्ची बारात देखने के लिये अपने घर के दरवाजे पर खड़ी थी। बारात को देखते हुए वह घर से कुछ दूर चली गई, तभी अभियुक्त ने बच्ची को अकेला पाकर उसका मुंह बंद कर सुनसान स्थान पर ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।

गवाहों के द्वारा अदालत में दिये गये बयान के आधार पर न्यायाधीश ने पोक्सों एक्ट की धारा के तहत आरोपित युवक को 20 वर्ष सश्रम कारावास तथा 30 हजार रूपये अर्थदंड की सजा सुनाई। अदालत ने पीड़िता की पढाई-लिखाई के लिये सरकार से सात लाख रूपये भुगतान किये जाने का अनुशंसा किया है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- साइबर अपराध के मामले में जामताड़ा को पछाड़ काफी आगे निकल चुका बिहार का नवादा, एक कॉल पर अकाउंट खाली कर देते हैं ये महाठग
नवादा जिले के पकरीबरावां पुलिस अनुमंडल में साइबर अपराध की घटनाएं सुरसा की मुंह की भांति बढ़ती जा रही है।




यहां के कई गांवों के युवा साइबर अपराध से जुड़े हैं और तेजी से जुड़ते जा रहे हैं। हाल के दिनों में कई राज्यों की पुलिस ने यहां आकर साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। लगातार पुलिसिया कार्रवाई के बावजूद ठगी का धंधा कमने का नाम नहीं ले रहा है। स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दिसंबर में अबतक 220 साइबर ठग गिरफ्तार हो चुके हैं।

पकरीबरावां पुलिस अनुमंडल के कई गांव ऐसे हैं, जहां के युवा साइबर अपराध से जुड़े हुए हैं। हाल के दिनों में कई राज्यों की पुलिस भी यहां पहुंच चुकी है, और साइबर ठग से जुड़े मास्टरमाइंड को भी पकड़ा है। पुलिसिया कार्रवाई के बावजूद ठग का धंधा नहीं कम रहा है।

पुलिस डायरी में दर्ज साइबर अपराध के मामले साफ बता रही है, कि पकरीबरावां अनुमंडल में साइबर बदमाशों की तूती बोलती है। फरवरी से लेकर दिसबंर अबतक का 220 साइबर ठग के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है। ज्यादा तर मामले में दूसरे राज्यों से पुलिस पहुंचती है। साइबर बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली से लेकर हैदराबाद, झारखंड और दूसरे राज्यों की पुलिस पहुंचती है।

लगातार हो रही कार्रवाई के बाशजूद‌धंधा बंद नहीं हो रहा है, और चरम पर पहुंच गया है। ऐसे में पुलिस के समक्ष साइबर बदमाशों से पार लगाना बड़ी चुनौती बन गई है। साइबर बदमाश इस कदर शातिर है कि एक हेलो काल से खाते का पूरा रकम उड़ा लेते हैं। इस धंधे में ज्यादातर पकरीबरावां, काशीचक व वारिसलीगंज थाना क्षेत्र गांव के लोग शामिल हैं। ऐसे पुलिस अनुमंडल क्षेत्र के कई गांवों में यह धंधा चल रहा है।

पकरीबरावां थाना क्षेत्र के थालपोस, कोनन्दपुर, उसरी, हथियारी, बढौना, पोकसी, केशौरी वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के सोरहीपुर, कंधा, भवानीबीघा, भेड़िया, फतहा, बलबापर, चकवाय, अपसढ़, बाघी, गोसपुर, धनबीघा, जलालपुर, आजमपुर, कोचगांव, पैंगरी, बरनावा, मुर्गियाचक, सौर, बेलदारिया, गोडापर, दरियापुर, शेखपुरवा, मकनपुर, चंडीपुर, गोपालपुर समेत थाना क्षेत्र के अधिकांश गांवों में गिरोह अपना पांव पसार चुका है। गिरोह में 12 वर्ष से लेकर 40 वर्ष के युवक, युवतियां इसे रोजगार के रूप में अपना कैरियर बना ठगी के नेटवर्क से जुड़ रहे है।

इनको कई तरीके से प्रशिक्षण दिया जाता है।। गिरफ्तार साइबर ठगों की संख्या••• फरवरी-39, मार्च-14, अप्रेल-19, मई-15, जून -21, जुलाई-17, अगस्त-17, सितंबर-15, अक्टूबर-19, नंबवर-22, दिसंबर में अबतक -12


नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- बरामद युवक के शव की हुई पहचान, परिजन बोले-गला और कलाई काटकर फेंका, प्रेम-प्रसंग को लेकर मिल रही थी कुछ दिनो से धमकियां
नवादा जिले के पकरीबरामा प्रखंड क्षेत्र के बढौना गांव के डैम से 15 दिसंबर को युवक का शव बरामद हुआ था, जिसके बाद से इलाके में दहशत का माहौल था।


मृतक की पहचान शेखपुरा जिला के शेखोपुर सराय थाना क्षेत्र के ओनमा गांव निवासी साकेत कुमार पटेल के 17 बर्षीय पुत्र सुमन के रूप में की गई है। शव की पहचान सोशल मीडिया पर वायरल खबरें व फोटो के आधार पर की गयी। परिजनों ने बताया कि मृतक गांव के ही किसी लड़की से मोबाइल पर बात किया करता था।


इस क्रम में उसे चार पांच लोगों ने धमकियां दी थी। गला व कलाई की नस काटकर हत्या के बाद शव यहां लाकर फेंक दिया गया। इस बात प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि पहचान होने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। परिजनों के आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर हत्या में शामिल अपराधियों की तलाश आरंभ की गयी है। दूसरी ओर बुधौली के बधार से पांच दिन पूर्व बरामद अज्ञात वृद्ध महिला की पहचान अबतक नहीं हो सकी है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !