राष्ट्रीय लोक अदालत में हुआ 26977मामलों का निबटारा, 16करोड़ 7लाख 7हजार 388रुपए संग्रहित!
रिपोर्ट/प्रमोद
गुमला। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, गुमला, ध्रुव चंद्र मिश्र के मार्गदर्शन पर राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन व्यवहार न्यायालय, गुमला में किया गया। इससे पूर्व झारखण्ड उच्च न्यायालय के कार्यकारी न्याय मूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद ने इसका ऑन लाइन उद्घाटन किया । इस मौके पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि लोक अदालत मामलों को सुलझाने का त्वरित तथा सबसे सस्ता प्लेटफॉर्म है जहां विवाद दोनों पक्षों की सहमति से खत्म होता है तथा लोक अदालत से समाप्त मामलों का अपील भी नहीं होता है। उन्होंने लोगों से इस फोरम का उपयोग अपने मामलों के त्वरित निपटारे के लिए करने का आग्रह किया ताकि न्यायिक प्रक्रिया में लगने वाले समय की बचत हो सके। माननीय प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय ओमप्रकाश ने कहा कि वर्ष में चार बार राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जाता है जिसे लोग लाभ उठाएं। एडीजे प्रथम प्रेम शंकर ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत में अपने मामलों को निपटारा कर खुशी-खुशी अपने घर जायें। पुराने तरह के वाद एवं नए तरह के वाद को निपटने के लिए उच्चतम न्यायालय से लेकर सिविल कोर्ट तक राष्ट्रीय लोक अदालत आज सभी जगह लगाया जा रहा है। एडीजे तृतीय भूपेश कुमार ने कहा कि लोक अदालत में किसी प्रकार का शुल्क नहीं लगता है और दोनों पक्षों की सहमति से मामले का निष्पादन कर दिया जाता है इसमें समय की और पैसे की काफी बचत होती है। अवर न्यायाधीश सह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार राम कुमार लाल गुप्ता ने भी लोगों से अधिक से अधिक मात्रा में मामले का निष्पादन कराने के लिए कहा । इस दौरान बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष श्रवण साहू ने भी लोगों से अपने मामलों का निष्पादन करने का अनुरोध किया। राष्ट्रीय लोक अदालत में लाभुकों को मोटर वाहन दुर्घटना मुआवजा राशि का चेक प्रदान किया गया जिसमें सुमित्रा देवी को 52,67322 रुपये ,जया केसरी को 39 ,77,898 रुपए, पीटर लकड़ा को 14,84,457 रुपए ,कलावती देवी को 13 लाख 90000 रुपये ,जीरा देवी को ₹100000 रुपये का चेक प्रदान किया गया। कुतुब न्यायालय में दो मामलों में पारिवारिक कलह को समझौता के द्वारा दूर करते हुए पुणे कंपट के जीवन का स्थापना किया गया तथा पति पत्नी एक दूसरे को माला पहनाए तथा अच्छे से रहने का आश्वासन दिया। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 26977 मामलो का निष्पादन किया गया जिसमे 16,07,07,388/-रुपये का राजस्व संग्रहित किया गया। इस कार्यक्रम में , स्थाई लोक अदालत के अध्यक्ष डीके पाठक ,सीजीएम मनोरंजन कुमार,एसीजेएम श्री पार्थ सारथी घोष एवं अन्य न्यायिक पदाधिकारी तथा , शंभू सिंह पूर्व सदस्य स्थाई लोक अदालत , लीगल एड डिफेंस काउंसिल सहित अधिवक्ता मौजूद थे।
Dec 17 2024, 18:23