अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ, मुसाबनी प्रखंड इकाई की ओर से स्थानीय विधायक व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का किया गया अभिनंदन
झारखंड डेस्क
नये शिक्षा मंत्री से शिक्षकों को काफी उम्मीदें हैं। जिस तरह से सूबे के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने जिम्मेदारी संभालते ही सक्रियता दिखायी है, उससे शिक्षक संवर्ग में ये उम्मीद बंधी है कि सरकार उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार करेगी।
अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ, मुसाबनी प्रखंड इकाई की ओर से स्थानीय विधायक व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। अग्रसेन भवन मुसाबनी में आयोजित कार्यक्रम में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी विनय कुमार दुबे के सेवानिवृत्ति के उपरांत उनको विदाई भी दी गई।
इस दौरान संघ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष एवं प्रदेश सलाहकार समिति सदस्य, शिक्षक नेता सुनील कुमार ने अपने संबोधन में शिक्षा मंत्री का स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए शिक्षकों की निम्न समस्याओं की ओर उनका ध्यान आकृष्ट कराया। उन्होंने शिक्षा मंत्री से अनुरोध किया कि शिक्षकों की मांगों पर जल्द से जल्द विचार करते हुए उनकी बहुप्रतिक्षित समस्याओं का निदान किया जाये।
शिक्षकों की इन मांगों पर ध्यान कराया आकृष्ट
1) झारखंड के अन्य कर्मियों की भांति शिक्षकों के लिए भी MACP लागू किया जाए।
2) पूर्व से कार्यरत शिक्षकों की वरीयता अक्षुण्ण रखते हुए शिक्षकों को विभिन्न ग्रेडों स्नातक कला/ भाषा/ विज्ञान एवं प्रधानाध्यापक के रिक्त पद जिस पर पूर्व से कार्यरत शिक्षकों का हक है, शीघ्र प्रोन्नति देते हुए भरा जाए।
3) शिक्षक समस्याओं के समाधान हेतु पदाधिकारियों को जिम्मेवार बनाया जाए।
4) विभिन्न विभागीय समस्याओं के समाधान हेतु समय सीमा निर्धारित की जाए।
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5) विभागीय अधिकारियों द्वारा विभिन्न समस्याओं का समाधान हेतु संघ के प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया जाता है। कई मामलों में एक समस्या पर ही पिछले कई वर्षों से लगातार केवल आश्वासन दिया जा रहा है। परंतु आश्वासन की पूर्ति हेतु कोई गंभीर प्रयास अधिकारियों द्वारा नहीं किया जाता। ऐसी स्थिति में मजबूरन शिक्षकों को धरना, प्रदर्शन आदि का सहारा लेना पड़ता है जिससे अनावश्यक श्रम, समय एवं पैसे की बर्बादी होती है। ऐसी स्थिति में विभागीय पदाधिकारियों को सख्त निर्देश दिया जाए कि जिन मामलों के समाधान हेतु विभागीय अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया जाता है, उन मामलों के समाधान की दिशा में अधिकारियों के स्तर पर गंभीर एवं सार्थक प्रयास होना चाहिए। केवल आश्वासन देकर मामले को टालने की नीति पर रोक लगाये जाने की आवश्यकता है।
6) शिक्षण के अलावा विभिन्न लिपिकीय कार्यों पर रोक लगाना।
7) माननीय शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में प्रत्येक दो-तीन माह के अंतराल पर शिक्षक संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर शिक्षक समस्याओं, उनके समाधान, कार्य की प्रगति आदि की समीक्षा करना।
शिक्षकों की समस्याओं को शिक्षा मंत्री ने गंभीरता से सुना और समस्याओं को दूर करने की दिशा में ठोस कदम उठाने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की सभी वाजिब समस्याओं का समाधान होगा। शिक्षकों की समस्याओं के समाधान में कोई पदाधिकारी मुझे बरगला नहीं सकता। संघ द्वारा आयोजित आज का कार्यक्रम बहुत शानदार रहा, इस कार्यक्रम को मैं आजीवन याद रखूंगा और जब इस कार्यक्रम को याद रखूंगा तो आपकी समस्याओं को कैसे भूल सकता हूं, उसका भी समाधान करूंगा। मंच पर ही सुनील सोरेन के निवेदन पर शिक्षा मंत्री ने आगामी जनवरी में होने वाले संघ के जिला स्तरीय वार्षिक वनभोज सह मिलन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होने की स्वीकृति प्रदान की।
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इस कार्यक्रम में कार्यक्रम में पूर्वी सिंहभूम जिला कमेटी की ओर से सरोज कुमार लेंका, माधिया सोरेन, पूर्व जिला अध्यक्ष सुनील कुमार यादव, अजम्बर सिंह सरदार आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में राजकुमार रौशन, बासेत मार्डी, मोहम्मद सुलेमान, सुजीत कुमार कर्ण, अवधेश कुमार पांडे, विवेकानंद दास आदि की सराहनीय भूमिका रही।
Dec 17 2024, 11:44