बांग्लादेश में सैनिक कार्यवाही करे भारत सरकार: यतींद्रानंद गिरी
गोंडा। रामलीला मैदान में रविवार को आयोजित गीता महोत्सव के मुख्य अतिथि भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी अतींद्रानंद गिरी ने कहा कि बांग्लादेश में जेहादी शासन में अल्पसंख्यक हिंदुओं बौद्धों व ईसाइयों का नरसंहार हो रहा है। शर्मसार हो रही मानवता को बचाने के लिए भारत सरकार को अविलंब बांग्लादेश के विरुद्ध सैनिक कार्यवाही करनी चाहिए। देश में तोड़ी गई प्रत्येक मंदिरों का जीर्णोद्धार होना चाहिए। वे श्रीमद्भागवत गीता का यही सामयिक दर्शन है।
मालवीय नगर स्थित रामलीला मैदान में आयोजित 24वें गीता महोत्सव में उपस्थित गीता प्रेमियों, संत व श्रद्धालु समाज को संबोधित करते हुए वाराणसी केदारघाट के प्रख्यात अध्यात्म विज्ञानी राजर्षि गांगेय हंस ने कहा कि सहिष्णुता और अहिंसा हमेशा बर्बरता कट्टरता और हिंसा के समक्ष घुटने टेकती है। हिंसा को पराजित करने के लिए अहिंसा नही हिंसा ही कारगर है। युद्ध के मैदान में पांच हजार वर्ष पूर्व योगेश्वर श्रीकृष्ण की मुख से कही गई गीता का यही सामयिक उपदेश है। वाराणसी के युवा प्रेरक वक्ता महिम तिवारी ने कहा कि विश्व में जब सीरिया व बांग्लादेश देश में धार्मिक विद्वेष से मारकाट मची है, इस संकट से उबरने व व्यक्ति समाज को सबल बनाने में केवल गीता ही मार्गदर्शक है। महोत्सव के आयोजक इं. सुरेश दूबे ने गीता गोष्ठी की स्थापना का उद्देश्य व लक्ष्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गीता का अनुशीलन से समाज व युवाओं को सफल व यशस्वी जीवन को प्रेरणा मिलती है।
महोत्सव को प्रयाग के संत ओंकारनाथ, स्वदेशी जागरण के प्रवक्ता जनार्दन सिंह ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में अतिथि व्यवस्थापक चंद्रभाल मिश्र, चंद्रमौलि मिश्र, धीरेंद्र पांडेय, के के श्रीवास्तव, रमेश मिश्र, संदीप मेहरोत्रा, नील ठाकुर, जयशंकर तिवारी, आशुतोष सहाय अनिल सिंह, रमेश दूबे व राजेश दूबे
आदि सहभागी रहे।
Dec 16 2024, 17:27