देश की सबसे बहादुर पुलिस बलों में से है छत्तीसगढ़ पुलिस – केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह

रायपुर-     छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहा। केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित बेहद गरिमामय कार्यक्रम में राज्य की पुलिस को राष्ट्रपति निशान (पुलिस कलर्स अवार्ड-2024) सौंपा। यह देश के सशस्त्र बलों को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। विगत 24 वर्षों में छत्तीसगढ़ पुलिस की असाधारण सेवाओं, बहादुरी और कर्तव्यपरायणता के लिए राज्य को यह सम्मान मिला है। छत्तीसगढ़ यह सम्मान हासिल करने वाला देश का सबसे युवा राज्य है, जिसने अपने गठन के मात्र 24 वर्षों में ही यह उपलब्धि हासिल की है।

गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रपति निशान अलंकरण समारोह में छत्तीसगढ़ पुलिस को बधाई देते हुए कहा कि राष्ट्रपति का पुलिस कलर्स अवार्ड केवल एक सम्मान नहीं है, यह सेवा और कर्तव्य का प्रतीक है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने नक्सलवाद, संगठित अपराध और मादक पदार्थों के खिलाफ लड़ाई में जो साहस और प्रतिबद्धता दिखाई है, वह अभूतपूर्व है। छत्तीसगढ़ पुलिस देश के सर्वश्रेष्ठ और बहादुर पुलिस बलों में से एक बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार छत्तीसगढ़ और देश को नक्सलमुक्त बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। 31 मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ और देश से नक्सलवाद का पूर्णतः खात्मा हो जाएगा। श्री शाह ने छत्तीसगढ़ पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि इसने न केवल कानून और व्यवस्था को बनाए रखा है, बल्कि जनता के विश्वास को भी मजबूत किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि राष्ट्रपति का पुलिस कलर्स अवार्ड पुलिस बल के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा, उनका हौसला और मनोबल बढ़ाएगा।

केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जांबाज पुलिस को राष्ट्रपति निशान सौंपना मेरे लिए भी गर्व की बात है। यह सम्मान छत्तीसगढ़ की पुलिस की कड़ी मेहनत, समर्पण और जनता के प्रति लगाव का द्योतक है। छत्तीसगढ़ की पुलिस नक्सलियों के ताबूत में आखिरी कील ठोंकने की तैयारी में है। यहां की पुलिस ने कानून-व्यवस्था और नक्सल मोर्च के साथ ही कोरोना महामारी में भी बहुत अच्छा काम किया है। उन्होंने नक्सलियों से हथियार छोड़कर मुख्य धारा में लौटने की अपील की। श्री शाह ने समारोह में देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को आज उनकी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सरदार पटेल ने देश को एकता के सूत्र में पिरोने का जो कार्य किया, उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद-370 को हटाकर और मजबूत किया है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ पुलिस के जवानों और अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के केवल 24 वर्षों में हमारे पुलिस बल को उनकी असाधारण सेवाओं और जनता के प्रति समर्पण के लिए मिला है। यह सम्मान न केवल पुलिस बल के मनोबल को बढ़ाएगा, बल्कि उन्हें और अधिक उत्साह के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा।

मुख्यमंत्री ने एंटी-नक्सल ऑपरेशनों में छत्तीसगढ़ पुलिस की सफलता पर कहा कि बड़ी संख्या में नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्य धारा में लौटने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सलियों के पुनर्वास की बेहतर व्यवस्था और विशेष प्रावधान सरकार द्वारा किए गए हैं। भारत सरकार की नीति के अनुरूप हिंसा का रास्ता छोड़ आत्मसमर्पण करने वालों को तत्काल ट्रांजिट कैम्प में रखने की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही उन्हें तीन साल तक 10 हजार रुपए प्रतिमाह स्टाइपेंड के तौर पर देने की व्यवस्था की गई है। उनके कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा।

श्री साय ने कहा कि पुनर्वास नीति के तहत 5 लाख या उससे अधिक के इनामी माओवादी के आत्मसमर्पण करने पर उन्हें आवास हेतु शहरी क्षेत्र में अधिकतम 4 डिसमिल जमीन या ग्रामीण क्षेत्र में अधिकतम 1 हेक्टेयर कृषि भूमि दिए जाने का प्रावधान किया गया है। प्रदेश के आत्मसमर्पित नक्सलियों और नक्सल प्रभावित परिवारों के पुनर्वास और उन्हें सुरक्षित जीवन प्रदान करने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार द्वारा इनके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 15,000 पक्के आवास स्वीकृत किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की पुलिस द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए शुरू किए गए ‘महिला थाना’, महिला हेल्प डेस्क और ‘अभिव्यक्ति’ ऐप जैसे प्रयास उनकी संवेदनशीलता और जनता के प्रति उनके समर्पण को दर्शाते हैं।

उप मुख्यमंत्री तथा गृह मंत्री विजय शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रपति निशान छत्तीसगढ़ पुलिस के साहस, सेवा और कर्तव्यपरायणता का सशक्त प्रतीक है। राष्ट्रपति पुलिस निशान का यह अलंकरण न केवल पुलिस बल को गर्वित करता है, बल्कि उन्हें नई ऊर्जा और उत्साह के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा। राज्य की पुलिस ने यह सिद्ध किया है कि वह दुर्जनों के लिए भय और सज्जनों के लिए सम्मान का पर्याय है।

पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने अपने स्वागत भाषण में छत्तीसगढ़ पुलिस की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए कहा कि 1 नवम्बर 2000 को राज्य की स्थापना के बाद से पुलिस बल ने हर मोर्चे पर साहस और दृढ़ता का परिचय दिया है। उन्होंने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे एंटी-नक्सल ऑपरेशनों, पुनर्वास नीतियों और मादक पदार्थों के खिलाफ अभियानों का उल्लेख करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस जनता की सेवा में हर समय तत्पर रही है।

राष्ट्रपति निशान अलंकरण समारोह में परेड द्वारा मुख्य अतिथि अमित शाह को सलामी दी गई। श्री शाह ने सलामी के बाद परेड का निरीक्षण किया। महिला और पुरुष प्लाटून द्वारा मार्चपास्ट भी किया गया। मुख्य अतिथि श्री शाह ने धर्मगुरूओं द्वारा मंत्रोच्चार के बाद आकाश में तिरंगे गुब्बारों और शानदार आतिशबाजी के बीच छत्तीसगढ़ पुलिस को राष्ट्रपति निशान सौंपा। उन्होंने कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ पुलिस की 24 वर्षों के सफर पर आधारित कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया। छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन और सूचना ब्यूरो के निदेशक तपन कुमार डेका सहित पुलिस प्रशासन के अधिकारी, जवान और शहीद जवानों के परिजन बड़ी संख्या में समारोह में उपस्थित थे। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री विवेकानंद ने अतिथियों के प्रति आभार प्रदर्शन किया।

मैं हूँ बदलता बस्तर : QR कोड स्कैन करते ही दिखेगी बदलते बस्तर की तस्वीर, जनसम्पर्क विभाग की पहल

रायपुर-  बस्तर की तस्वीर बदल रही है, इस बात को लोगों तक पहुंचाने के लिए आज अखबारों में “मैं हूँ बदलता बस्तर” का विज्ञापन छपा है, जिसमें दिए गए क्यूआर कोड को स्कैन करते ही बदलते एक वीडियो डिस्प्ले होता है, जिसमें बस्तर के बदलते हालात को देखा जा सकता है. 

दरअसल, यह विज्ञापन जनसम्पर्क विभाग ने जारी किया है, जो आज सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है. जनसम्पर्क का यह अभिनव प्रयोग है, जिसमें फिक्स्ड विज्ञापन प्रदर्शित करने के साथ ही वीडियो भी डिस्प्ले हो रहा है.

पिछले एक साल में राज्य सरकार ने नक्सली मोर्चे पर बड़ी कामयाबी हासिल की है. कभी नक्सलियों के गढ़ रहे अधिकांश हिस्सों को नक्सलमुक्त कराने के साथ ही वहां विकास के काम शुरू किए गए हैं. यही सब बदलते बस्तर की तस्वीर में दिखाई गई है.

वन रक्षक भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थी की मौत पर सीएम साय ने जताया दुख, सोशल मीडिया में 10 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा

रायपुर-    छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में बीते दिन वन रक्षक भर्ती परीक्षा के दौरान एक अभ्यर्थी महेंद्र कुमार कुरेटी की अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई. इसे लेकर सीएम ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए मृतक के परिवार को सरकार की तरफ से 10 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा भी की है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट कर लिखा कि वनरक्षक भर्ती परीक्षा में फिजिकल टेस्ट के दौरान कांकेर में महेंद्र कुमार कुरेटी की असामयिक मृत्यु अत्यंत दुःखद है. 

संकट की इस घड़ी में हमारी सरकार मृतक के परिजनो के साथ है. राज्य सरकार की ओर से उनके परिवार को दस लाख की सहायता राशि प्रदान की जा रही है और आगे भी हमारी सरकार हर संभव मदद के लिए तत्पर है. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान प्रदान करें. 

आईईडी डिफ्यूज करते हुए बीएसएफ का जवान हुआ घायल, कैंप में इलाज जारी…

कांकेर-   नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी को डिफ्यूज करते समय बीएसएफ का जवान घायल हो गया. घायल जवान का कैंप में इलाज जारी है, जहां उसकी हालत स्थित बताई जा रही है.

मामला कोयलीबेड़ा थाना क्षेत्र का है. पानीडोबीर कैंप से बीएसएफ के जवान सर्च ऑपरेशन पर निकले थे. इस दौरान हेटारकसा के पास नक्सलियों ने प्लांट कर रखा था, जिसे जवान डिफ्यूज करने में जुटा था. इस दौरान हादसा हो गया.

छत्तीसगढ़ में कड़ाके की ठंड, पत्तों पर जमी बर्फ की चादर, रात का पारा 3 डिग्री से नीचे गिरा, 12 जिलों में शीतलहर का यलो अलर्ट…
रायपुर-   छत्तीसगढ़ में उत्तर से आ रही शुष्क और ठंडी हवा के कारण कड़ाके की ठंड पड़ रही है. प्रदेश के कई जिलों में शीतलहर के हालात बन गए हैं. राजधानी रायपुर समेत सभी जिलों में लोग ठंड से बचने के लिए अलाव जला रहे हैं. सबसे ज्यादा ठंड सरगुजा संभाग में पड़ रही है. बलरामपुर में न्यूनतम तापमान 2.9 डिग्री सेल्सियस तक गिरा है.  मौसम विभाग ने दुर्ग सहित 12 जिलों में अगले तीन दिनों के लिए कोल्ड वेव (शीतलहर) का यलो अलर्ट जारी किया है. वहीं, बस्तर संभाग के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश की भी संभावना जताई गई है.

बीते दिन प्रदेश का मौसम ऐसा रहा:

सरगुजा संभाग में शीतलहर के कारण मौसम और ठंडा हो गया है. बलरामपुर में रात का तापमान 3 डिग्री से भी नीचे गिरा, जो इस मौसम में सबसे कम था. वहीं, सरगुजा में न्यूनतम तापमान 5.9 डिग्री, सूरजपुर में 7.5 डिग्री, कोरिया में 7.4 डिग्री और जशपुर में 10.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.

वहीं राजधानी रायपुर में भी रात का तापमान सामान्य से कम होकर 13.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है. दिन में भी हल्की ठंड महसूस हुई और अधिकतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. नगर निगम ने ठंड से बचाव के लिए शहर में अलाव जलाना शुरू कर दिया है, विशेष रूप से आउटर वार्डों में यह व्यवस्था की गई है.

शीतलहर का अलर्ट जारी 

मौसम विभाग ने 16 और 17 दिसंबर को राज्य के विभिन्न जिलों में शीतलहर की स्थिति बनी रहने की संभावना जताई है. 16 दिसंबर को गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, कोरबा, मुंगेली, दुर्ग, खैरागढ़-छुइखदान-गंडई, कबीधाम, जशपुर, कोरिया, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, सूरजपुर, सरगुजा और बलरामपुर में शीतलहर का अलर्ट रहेगा. 17 दिसंबर को, खासकर गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, कोरिया, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, सूरजपुर, जशपुर, सरगुजा और बलरामपुर जिलों में शीतलहर की संभावना है.

बस्तर में हल्की बारिश की संभावना

मौसम विभाग के मुताबिक, 15 दिसंबर के आसपास दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जिसका असर बस्तर संभाग में दिख सकता है. 17 और 18 दिसंबर की रात से बस्तर में बादल छाए रहेंगे और यहां कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. दंतेवाड़ा जिले में रात का तापमान 12.6 डिग्री, बस्तर में 13.8 डिग्री और बीजापुर में 13.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है, जो यहां के सबसे ठंडे इलाके हैं.

निर्माणाधीन मकान की तीसरी मंजिल में काम कर रहा मजदूर पैर फिसलने से नीचे गिरा, मौके पर हुई मौत…

कोरबा-  निर्माणाधीन मकान में बिना सुरक्षा उपकरणों के काम रहा मजदूर तीसरी मंजिल से सीधे नीचे जा गिरा, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. घटना की जानकारी पर मौके पर पहुंची पाली पुलिस जांच में जुट गई है. 

जानकारी के अनुसार, पाली थाना के पास निर्माणाधीन तीन मंजिला मकान के ऊपरी हिस्से में ग्राम सैला निवासी 40 वर्षीय पंचराम रोहिदास, माखनपुर निवासी 56 वर्षीय आत्मा राम और मंगल सिंह प्लास्टर लगाने का काम कर रहे थे.

इस दौरान पंचराम रोहिदास पैर फिसल जाने की वजह से सीधे जमीन पर जा गिरा. सिर के बल गिरने से मिस्त्री की मौके पर ही मौत हो गई. घटना की सूचना पर पहुंची पाली पुलिस पंचनामा तैयार करने के साथ आगे की कार्रवाई कर रही है.

दहेज प्रताड़ना मामला : कोर्ट ने 2 साल बाद सुनाया फैसला, पत्नी ने पति के खिलाफ दर्ज कराई थी शिकायत …

बिलासपुर-    अतुल सुभाष सुसाइड केस के बीच बिलासपुर जिला न्यायालय ने दहेज प्रताड़ना के मामले मेंं बड़ा फैसला सुनाया है. कोर्ट ने महिला के सभी आरोपों को संदेहास्पद और झूठा पाया है. पति समेत अन्य आरोपियों को दोष मुक्त कर दिया है. पूरा मामला साल 2022 का है.

दरअसल, 9 नवंबर 2022 को महिला ने अपने पति और उसके रिश्तेदारों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जिसके एक महीने बाद कोर्ट में चार्जशीट पेश की गई. मामलें में दो साल बाद कोर्ट ने महिला के तमाम आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. वहीं पति समेत सभी आरोपियों को दोष मुक्त कर दिया है.

जानकारी के मुताबिक, प्रार्थीया और अभियुक्त दोनों की दूसरी शादी हुई थी, पति की पहली पत्नी से एक पुत्री है. पहली पत्नी की मौत के बाद पति ने दूसरी शादी रचाई थी. अभियुक्त की बेटी को दूसरी पत्नी लगातार प्रताड़ित किया करती थी. इससे परेशान होकर नाबालिक पुत्री ने फिनाइल पी लिया था, जिसकी शिकायत भी की गई थी. इस अपराध से बचने के लिए प्रार्थिया ने रिश्तेदारों और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना की झूठी शिकायत दर्ज की गई थी.

पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 8 नक्सलियों को किया गिरफ्तार, विस्फोटक सामग्री बरामद

सुकमा-   सुरक्षा बल के जवानों को नक्सलियों के खिलाफ आज एक और बड़ी सफलता मिली है. जगरगुण्डा पुलिस एवं 201 कोबरा, 150 वाहिनी सीआरपीरएफ ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए जगरगुण्डा क्षेत्र से 7 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. सभी नक्सली थाना जगरगुण्डा और चिंतलनार क्षेत्र के रहने वाले हैं. नक्सलियों के पास से विस्फोटक सामग्री भी बरामद की गई है.

वहीं बीजापुर में अन्य कार्रवाई में फोर्स ने तर्रेम थाने से एक नक्सली को अरेस्ट किया है. नक्सली रवि ऊर्फ संतोष जन मिलिशिया सदस्य है. तर्रेम थाने में नक्सली रवि के विरुद्ध चार मामले दर्ज हैं. नक्सली रवि ने पूर्व सरपंच सुखराम अवलम की हत्या की वारदात को अंजाम दिया था.

नेशनल लोक अदालत: छत्तीसगढ़ में आज 22 लाख से अधिक प्रकरणों का हुआ रिकार्ड निराकरण, 842 करोड़ का अवार्ड किया गया पारित

रायपुर-  नेशनल लोक अदालत के माध्यम से आज छत्तीसगढ़ राज्य में 22 लाख 59 हजार से अधिक प्रकरणों का रिकार्ड निराकरण हुआ। नेशनल लोक अदालत के माध्यम से कुल 842 करोड़ रूपए से अधिक का अवार्ड पारित किया गया। यहां यह उल्लेखनीय है कि आज 14 दिसम्बर को उच्च न्यायालय से लेकर तालुका स्तर न्यायालयों के साथ-साथ राजस्व न्यायालयों में लोक अदालतों का आयोजन हुआ। हाईकोर्ट बिलासपुर के मुख्य न्यायाधीश ने नेशनल लोक अदालत के तहत खण्डपीठों का वर्चुअल निरीक्षण किया गया। यहां यह उल्लेखनीय है कि यह इस वर्ष की चतुर्थ एवं अंतिम नेशलन लोक अदालत थी।

मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा द्वारा रायपुर व दुर्ग के लोक अदालत की कार्यवाहियों का निरीक्षण कर वहां के प्रधान जिला न्यायाधीशों से चर्चा की गई और उन्हें अधिक से अधिक प्रकरणों के निराकरण करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन दिया गया। इससे लोक अदालत के पीठासीन अधिकारियों, सदस्यों व पक्षकारों को प्रोत्साहन मिला और पक्षकारों में विश्वास सृजित हुआ है। लोक अदालत की विश्वसनीयता और प्रमाणिकता बढ़ी है। नेशनल लोक अदालत में तकनीकी का उपयोग करते हुए जहां पक्षकार नहीं आ सके, उन्हें वर्चुअल माध्यम से भी जोड़कर तथा मोबाईल वेन के माध्यम से लोक अदालत में प्रकरणों का निराकरण किया गया।

गौरतलब है कि मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा द्वारा नेशनल लोक अदालत की तैयारियों और अधिक से अधिक प्रकरणों के निराकरण के संबंध में सभी जिले के प्रधान जिला न्यायाधीशों के साथ बैठक कर सतत् पर्यवेक्षण करते हुए मार्गदर्शन दिया जाता रहा है। मुख्य न्यायाधीश सिन्हा के छत्तीसगढ उच्च न्यायालय में पदभार ग्रहण करने के उपरांत से छत्तीसगढ में शीघ्र सुलभ व सस्ता न्याय की अवधारणा को साकार करते हुए लोगों को लोक अदालत के माध्यम से त्वरित न्याय प्रदान किया जाना सुनिश्चित हो पा रहा है।

मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा द्वारा कार्यपालक अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा न्यायमूर्ति संजय के. अग्रवाल को प्रकरणों के निराकरण में उनके सतत् मार्गदर्शन व प्रयास के लिए विशेष धन्यवाद ज्ञापित किया गया। मुख्य न्यायाधीश सिन्हा द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में गठित लोक अदालत की दोनों खण्डपीठों के पीठासीन अधिकारी माननीय न्यायमूर्तिगण व सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापित किया है। मुख्य न्यायाधिपति द्वारा राज्य के सभी सम्मानित प्रधान जिला न्यायाधीशगणों और नेशनल लोक अदालत के संबंध में राज्य में गठित सभी खण्डपीठों के पीठासीन अधिकारियों और खण्डपीठ के सदस्यों, राजस्व अधिकारियों, पुलिस प्रशासन, सभी न्यायालयीन कर्मचारियों के साथ-साथ सभी पैरालीगल वालेण्टियर, अन्य विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों तथा पक्षकारों तथा अन्य सभी लोगों, जिन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस नेशनल लोक अदालत को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाने में योगदान दिया है, को धन्यवाद ज्ञापित किया है।

मुख्य न्यायाधिपति द्वारा प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को भी धन्यवाद ज्ञापित किया गया है, जिन्होंने इस नेशनल लोक अदालत के प्रचार-प्रसार व लोगों के मध्य जागरूकता फैलाने में विशेष योगदान दिया।

आदर्श विद्यालय देवेंद्र नगर ने धूमधाम से मनाई स्वर्ण जयंती
रायपुर- रायपुर केरला समाजम् द्वारा 1974 में स्थापित आदर्श विद्यालय देवेंद्र नगर ने अपनी स्वर्ण जयंती के अवसर पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में भव्य आयोजन किया। इस समारोह ने 50 वर्षों की गौरवमयी यात्रा का उत्सव मनाते हुए शिक्षा, संस्कार और साक्षरता के प्रति विद्यालय की प्रतिबद्धता को दोहराया।

बता दें कि आदर्श विद्यालय की स्वर्ण जयंती पर आयोजित यह विशेष कार्यक्रम दो सत्रों में विभाजित था। सुबह 10 बजे आयोजित पहले सत्र “मिलाप” में 1986 से 2023 तक के पूर्व छात्रों का पुनर्मिलन हुआ। इस दौरान छात्रों ने अपने गुरुओं के प्रति सम्मान प्रकट किया और छात्र जीवन की यादें साझा कीं।

द्वितीय सत्र: “स्वर्णिमा” महोत्सव का शुभारंभ

द्वितीय सत्र शाम 5:00 बजे “स्वर्णिमा” महोत्सव का आरंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन और सुमधुर सरस्वती वंदना के साथ हुआ। महोत्सव के मुख्य अतिथि गिरीश चंदेल (चांसलर, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय) और विशिष्ट अतिथि डॉ. विजय खंडेलवाल (जिला शिक्षा अधिकारी, रायपुर) रहे। रायपुर केरला समाजम् के वरिष्ठ अधिकारियों समेत अन्य विशेष अतिथियों का पुष्पगुच्छ देकर सम्मान संस्था की प्राचार्या सुमन शानबाग और उनकी टीम ने किया।

“आदर्शिका” स्मारिका का विमोचन और छात्रों का सम्मान

समारोह के दौरान विद्यालय के 50 वर्षों की उपलब्धियों, स्मृतियों, और शैक्षिक योगदान को दर्शाती स्मारिका “आदर्शिका” का विमोचन किया गया। इसके बाद कक्षा 10वीं और 12वीं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को उनके माता-पिता की उपस्थिति में प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। खेलकूद और अन्य सह-शैक्षणिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया।

मुख्य अतिथि गिरीश चंदेल ने अपने उद्बोधन में विद्यालय की शिक्षा और संस्कार की परंपरा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आदर्श विद्यालय ने 50 वर्षों तक अपनी श्रेष्ठ पहचान बनाए रखी है। विशिष्ट अतिथि डॉ. विजय खंडेलवाल ने शिक्षकों के योगदान की सराहना की और कहा कि आधुनिक और पारंपरिक शिक्षण पद्धतियों का संयोजन विद्यालय की सफलता का मुख्य आधार है। रायपुर केरला समाजम् के अध्यक्ष विनोद पिल्लई ने विद्यालय की सफलता का श्रेय संस्थापक सदस्यों, शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों को दिया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम रहे आकर्षण

विद्यालय की प्राचार्या सुमन शानबाग ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसमें विद्यालय की शैक्षिक, सांस्कृतिक और खेल उपलब्धियों का उल्लेख किया गया। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत हुई।

- “गोल्डन जुबली जर्नी स्किट” ने 1974 से 2024 तक की विद्यालय यात्रा को जीवंत किया।

- “मी एंड मॉम” में नर्सरी के बच्चों ने माता-पिता के प्रेम और त्याग को प्रस्तुत किया।

- “रिदम ऑफ़ केरला” और “भारत दर्शन” जैसे कार्यक्रमों ने भारतीय संस्कृति और विविधता को शानदार तरीके से प्रदर्शित किया।

- “गणेश वंदना” और “शिव स्तुति” ने पारंपरिक भारतीय नृत्य और संगीत की झलक पेश की।

- “वुमेन एम्पावरमेंट” ने नारी सशक्तिकरण का संदेश दिया, जबकि कक्षा 12वीं के छात्रों के जोशीले “भांगड़ा” नृत्य ने दर्शकों का दिल जीत लिया।

गौरतलब है कि प्रथम सत्र में धन्यवाद ज्ञापन मिनी फिलिप ने किया, जबकि पूरे महोत्सव का समापन संस्था के उपप्राचार्य के.के. उन्नीकृष्णन नायर के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।