जहानाबाद में जदयू ने किया लालू यादव का पुतला दहन, महिलाओं के प्रति बयान पर विरोध तेज
जहानाबाद: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और महिलाओं पर दिए गए अशोभनीय बयान के खिलाफ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने कड़ा विरोध जताया। इस कड़ी में आज जदयू महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष प्रमिला कुशवाहा के नेतृत्व में शहर के अंबेडकर चौक पर लालू यादव का पुतला दहन किया गया।
नीतीश सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया: प्रमिला कुशवाहा
पुतला दहन के बाद प्रमिला कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए कई ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। उनके प्रयासों ने बिहार की महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और प्रेरणादायक माहौल बनाया है। उन्होंने लालू यादव के बयान को न केवल अपमानजनक बताया बल्कि इसे महिलाओं के प्रति उनकी घटिया सोच का प्रतीक भी कहा।
'लालू राज में महिलाएं भय के साए में थीं': दिलीप कुशवाहा
जदयू जिलाध्यक्ष दिलीप कुशवाहा ने कहा कि लालू यादव के शासनकाल में महिलाएं भय के माहौल में जीती थीं। उन्होंने बताया कि आज नीतीश कुमार के नेतृत्व में महिलाएं आत्मविश्वास से भरकर साइकिल से स्कूल जा रही हैं और पंचायती राज के आरक्षण का लाभ उठाकर नेतृत्व कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया आरक्षण महिलाओं को नौकरी और सम्मानजनक जीवन प्रदान कर रहा है।
'लालू यादव सार्वजनिक रूप से माफी मांगें': निरंजन केशव प्रिंस
जदयू नेता निरंजन केशव प्रिंस ने लालू यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उम्र के इस पड़ाव पर भी उनकी मानसिकता नहीं बदली है। उन्होंने कहा कि लालू यादव को अपने बयान के लिए सार्वजनिक मंच से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने लालू यादव पर तंज कसते हुए कहा कि अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाने के लिए वह इतनी गिरावट पर उतर आएंगे, यह कल्पना से परे है।
कार्यक्रम में कई नेता और कार्यकर्ता रहे उपस्थित
इस विरोध प्रदर्शन में जदयू के प्रदेश महासचिव राजीव नयन उर्फ राजू सिंह, डॉ. निरंजन अंबेडकर, सुनीता देवी, रिंकी मालाकार, जिला उपाध्यक्ष राजू पटेल, अवधेश शर्मा, जितेश चंद्रवंशी, सिया देवी, बब्लू मासूमी, रणधीर पटेल, प्रेम कुमार पप्पू, सुनील पांडेय, मनोज पटेल, नसीम अख्तर, बंटी पटेल, शकील अहमद और अरविंद कुशवाहा सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
महिलाओं के लिए अपमानजनक बयान पर सियासत गर्म
लालू यादव के बयान पर विरोध केवल जहानाबाद तक सीमित नहीं है। इस बयान को लेकर पूरे बिहार में राजनीतिक उबाल है। जदयू ने इसे महिलाओं के सम्मान पर हमला बताया है और मांग की है कि लालू यादव सार्वजनिक रूप से माफी मांगें।
Dec 14 2024, 17:05