अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने बताया- छत्तीसगढ़ विधानसभा का रजत जयंती वर्ष होगा खास, सालभर होंगे कार्यक्रम…

रायपुर-  छत्तीसगढ़ विधानसभा का रजत जयंती वर्ष खास होगा. सालभर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. इसके साथ नए विभानसभा का लोकार्पण होगा. इस बात की जानकारी विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने रजत जयंती के लोगो का विमोचन करने के बाद मीडिया को दी. 

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने बताया कि 14 दिसंबर 2024 से 14 दिसंबर 2025 तक मनाए रजत जयंती वर्ष के दौरान होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि सभी सदस्यों का स्वागत गणतंत्र ध्वनि के माध्यम से उनका स्वागत किया जाएगा. इस दौरान छाया चित्रों की प्रदर्शनी के अलावा नए विधानसभा के मॉडल की प्रदर्शनी लगाई जाएगी. विधानसभा परिचय पुस्तिका का विमोचन किया जाएगा.

डॉ. सिंह ने बताया कि इसके अलावा बहुत से आयोजन बजट सत्र के दौरान होंगे. सत्र में संबोधन के अलावा विधायकों के बीच होने वाले क्रिकेट मैच में राष्ट्रपति को आमंत्रित किया जाएगा. रजत जयंती वर्ष में नए विधानसभा का लोकार्पण की जानकारी देते हुए बताया कि भवन का 75 प्रतिशत से अधिक निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है. इस कार्यक्रम के शुभारंभ में प्रधानमंत्री शामिल होंगे.

शीतकालीन सत्र में होंगी चार बैठकें

16 दिसंबर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र को लेकर अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने बताया कि चार बैठक होंगी. सत्र की शुरुआत 16 दिसंबर को 11 बजे होगी. राज्य सभा के पूर्व सांसद गोपाल व्यास को श्रद्धांजलि दी जाएगी. 2024 के अनुपूरक आय, विनियोग पर चर्चा होगी. विधि विशेष कार्य के अंतर्गत निम्नलिखित छत्तीसगढ़, विधानसभा वेतन भत्ता पर चर्चा होगी. 814 सूचनाएं प्राप्त हुई हैं. सदस्यों से 16 दिसंबर 2024 के स्थिति में सूचनाएं प्राप्त हुई है. विधानसभा में और क्या विषय लेंगे, उस पर आगे चर्चा करेंगे.

शीत लहर का बढ़ा दायरा, तीन दिनों तक इन आठ जिलों में बरपाएगी कहर…

रायपुर-  दिसंबर के महीने में ठंड अपना प्रकोप दिखाने लगी है. इसके साथ ही शीत लहर अपना दायरा बढ़ाते हुए अगले तीन दिन तक आठ जिलों में कहर बरपाएगी.

मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए बताया है कि अगले तीन दिनों तक गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, सरगुजा, मुंगेली, दुर्ग, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में शीत लहर चलने की आशंका है. प्रदेश के बाकी हिस्सों में आगामी तीन दिनों तक शुष्क हवाओं का आना जारी रहेगा. तापमान में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होगा.

शीत लहर के साथ उत्तर छत्तीसगढ़ में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. बलरामपुर में जहां पारा 4.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया तो वहीं पेंड्रा में 8 डिग्री, अंबिकापुर में 5.9 डिग्री, जगदलपुर में 13.8 डिग्री, दुर्ग में 9.2 डिग्री, राजनांदगाँव में 11.2 डिग्री और बिलासपुर में 12.6 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया. वहीं राजधानी में न्यूनतम 13.4 डिग्री तो अधिकतम 28.2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया.

अवैध धान भंडारण पर राजस्व विभाग की छापेमारी, 282 क्विंटल धान जब्त
मुंगेली-  प्रदेश में इन दिनों समर्थन मुल्य में किसानों से धान खरीदी की जा रही है. मुंगेली जिले में भी धान की खरीदी जोर-शोर से चल रही है, खासकर वनांचल क्षेत्र और खुड़िया धान खरीदी केंद्र में धान की बंपर आवक हो रही है. हालांकि, कुछ खरीदी केंद्रों पर बिचौलियों द्वारा धान का अवैध भंडारण किए जाने की शिकायतें भी सामने आ रही हैं.

हर साल आती हैं गड़बड़ी की शिकायतें

लोरमी तहसील अंतर्गत डोंगरिया और खुड़िया धान खरीदी केंद्रों में कई वर्षों से धान खरीदी में गड़बड़ी की शिकायतें मिल चुकी हैं. बिचौलिये सैकड़ों किसानों की पर्चियों को गिरवी रखकर फर्जी तरीके से धान की बिक्री करते हैं, जिस पर कई बार जांच और कार्रवाई भी की जा चुकी है. इस बार भी जब वनांचल क्षेत्र में धान खरीदी की शुरुआत हुई, तो बिचौलिये फिर से सक्रिय हो गए हैं और अवैध रूप से धान का भंडारण कर रहे हैं.

कलेक्टर के निर्देश पर हुई कार्रवाई

मुंगेली कलेक्टर राहुल देव के निर्देश पर, राजस्व विभाग की टीम ने वनग्राम मंजुरहा में अवैध धान संग्रहण की सूचना पर छापेमारी की. यहां, मुन्ना यादव के घर में 705 बोरी यानी 282 क्विंटल धान का अवैध भंडारण पाया गया. इसके बाद, राजस्व अधिकारियों ने मौके से धान जब्त कर लिया.

इस छापेमारी में नायब तहसीलदार चंद्रप्रकाश सोनी, शांतनु तारम और अन्य अधिकारी मौजूद थे. कलेक्टर के निर्देशानुसार, जिले के दुल्लापुर बेरियर पर भी अवैध धान परिवहन की जांच की गई. वहां सभी वाहनों, टोकन और पर्ची पट्टे की सही स्थिति पाई गई, जिसके बाद वाहनों को एंट्री दी गई. इसके साथ ही बिजराकछार जंगल क्षेत्र से लगे बेरियर पर भी निरीक्षण किया गया, ताकि अवैध धान परिवहन को रोका जा सके.

लोरमी के SDM अजीत पुजारी ने इस छापेमारी की पुष्टि करते हुए बताया कि 282 क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि आगे भी सूचना मिलने पर ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी.

नशे के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 16 लाख का गांजा बरामद, आरोपी फरार

बस्तर-  छत्तीसगढ़ के बस्तर में नशे के खिलाफ पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. नगरनार पुलिस ने मादक पदार्थ गांजा तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एक सिल्वर रंग की महिंद्रा एक्सयूवी से 157.96 किलो गांजा बरामद किया है, जिसकी बाजार कीमत करीब 15,79,600 रुपये बताई जा रही है. इसके साथ ही वाहन की कीमत लगभग 10 लाख रुपये है. वहीं आरोपी तस्कर पुलिस को देखते ही घने जंगलों के रास्त भाग निकला.

जानकारी के मुताबिक, पुलिस को उड़ीसा से बस्तर की ओर माचकोट और तिरिया के रास्ते गांजा तस्करी की सूचना मिली थी, जिसके बाद नगरनार थाना प्रभारी टामेश्वर चौहान के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया. पुलिस ने तस्करी करने वाले आरोपियों की तलाश में घेराबंदी की, लेकिन जैसे ही आरोपी ने पुलिस की टीम को देखा, उसने कार को वहीं छोड़कर घने जंगलों का फायदा उठाते हुए फरार हो गया. वाहन की तलाशी लेने पर पुलिस ने इसमें 157.96 किलो गांजा बरामद किया है.

पुलिस अब आरोपी तस्कर और वाहन चालक की तलाश में जुटी है. नगरनार पुलिस ने इस कार्रवाई को अवैध मादक पदार्थों की तस्करी पर लगाम लगाने के लिए महत्वपूर्ण सफलता माना है और जांच जारी रखने की बात कही है.

दुर्ग-छपरा सारनाथ एक्सप्रेस 17 दिसंबर से नियमित चलेगी

बिलासपुर-     रेलवे ने दुर्ग-छपरा सारनाथ एक्सप्रेस 17 दिसंबर 2024 से फिर से नियमित रूप से संचालन करने का फैसला लिया है. रेलवे ने इस ट्रेन को 2 दिसंबर से 27 फरवरी तक विभिन्न दिनों में रद्द करने का निर्णय लिया था, लेकिन अब महाकुंभ और सामाजिक-राजनैतिक दबाव के कारण यह फैसला वापस ले लिया गया है. भाजपा विधायक धर्मजीत सिंह, कांग्रेस विधायक अटल श्रीवास्तव और विभिन्न संगठनों ने इस ट्रेन की नियमित सेवा की मांग की थी.

रेलवे प्रशासन द्वारा लिया गया यह निर्णय यात्रियों के लिए राहत लेकर आया है. इसके अलावा, महाकुंभ के दौरान दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे तीन विशेष ट्रेनें भी चलाएगा. संगठनों और नेताओं ने रेलवे के इस फैसले पर आभार व्यक्त किया है. साथ ही, भविष्य में यह मांग उठाई गई है कि सारनाथ एक्सप्रेस को कोहरे के कारण रद्द न किया जाए.

शीतकालीन सत्र : सदन में विपक्ष के सवालों का जवाब देने BJP विधायक दल की बैठक में बनी रणनीति

रायपुर-  नवा रायपुर, अटल नगर स्थित नवीन मुख्यमंत्री निवास में आज भाजपा विधायक दल की अहम बैठक आयोजित की गई. बैठक में आगामी सत्र के दौरान विपक्ष के सवालों का प्रभावी ढंग से जवाब देने की रणनीति बनाई गई.

विधायक दल की बैठक को लेकर विधायक धरमजीत सिंह ने कहा कि विपक्ष के सवालों का हम मुंह तोड़ जवाब देंगे. वहीं बीजेपी वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर ने बैठक को लेकर उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि माहौल हर्ष और उल्लास से भरा रहा. उन्होंने बताया कि इस मौके पर भाजपा सरकार के 1 साल पूरे होने पर केक काटा गया. विपक्ष के सवालों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, “उन्होंने (विपक्ष ने) भी बहुत से कारनामे किए हैं. हम जवाब देने के लिए बैठे हैं.

बता दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र की शुरुआत 16 दिसंबर से होगी और यह सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा. शीतकालीन सत्र में कुल चार बैठकें होंगी.

राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस : प्रकृति और विकास में संतुलन से ही मानव कल्याण - मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर प्रदेशवासियों से ऊर्जा संरक्षण की अपील करते हुए कहा है कि ऊर्जा संरक्षण से ही हम स्वस्थ, पर्यावरण अनुकूल और उज्ज्वल भविष्य पा सकते हैं। हमें ईंधन की खपत को कम करने और भविष्य के लिए ऊर्जा बचाने के लिए ऊर्जा संसाधनों का मितव्ययतापूर्वक उपयोग करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रकृति और विकास के संतुलन में ही मानव कल्याण निहित है। ऊर्जा संरक्षण दिवस हमें याद दिलाता है कि हम अपने ऊर्जा स्रोतों के साथ लापरवाही नहीं बरत सकते। इसके लिए हम सभी को ऊर्जा संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध होने की जरूरत है।

उल्लेखनीय है कि ऊर्जा संरक्षण के महत्व और जलवायु परिवर्तन के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से हर साल 14 दिसंबर को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया जाता है।

IVF से बच्चा के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी, दो निजी अस्पतालों पर एक्शन लेगा आयोग, पतियों का दूसरी महिला से संबंध पर भी महिला आयोग में हुई सुनवाई…

रायपुर-     छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग ने आज रायपुर कार्यालय में महिला उत्पीड़न से संबंधित प्रकरणों पर सुनवाई की. इस मामले में महिला ने बताया कि आईवीएफ से बच्चा के नाम पर रायपुर के दो निजी अस्पतालों ने लाखों रुपए की धोखाधड़ी की है. इस पर महिला आयोग ने महिला को निर्देश दिया कि वह अस्पतालों को कितनी राशि कब-कब दी, उसकी सूची लेकर आयोग में उपस्थित हो, ताकि प्रकरण का अंतिम निराकरण किया जा सके. दो महिलाओं के पति का दूसरी महिला से अवैध संबंध है, इस पर भी महिला आयोग में सुनवाई हुई।

सुनवाई के दौरान आयोग में एक अत्यंत गंभीर मामला महिला ने दर्ज कराया, जिसमें आवेदिका ने अपने भ्रूण अनावेदकणों के पास संरक्षित करा कर रखे हैं. इसमें से 4 भ्रूण प्रत्यारोपित करने के बाद नष्ट हो चुका है, लेकिन 7 भ्रूण अभी भी अनावेदकों के पास है. इसके लिए आवेदिका और बच्चा चाहने की चाह में लगभग 15 लाख अनावेदकों को दे चुकी है और शेष 7 भ्रूण में से आवेदिका पुनः मातृत्व अधिकार के लिए प्रयासरत हैं, किंतु अनावेदक लगातार महिला को इंकार कर प्रताड़ित कर रहे हैं.

आयोग की टीम ने उभय पक्षों को विस्तार से सुना गया, जिसमें अनावेदक केवल अपने उद्देश्य से दो तरह की बाते करती नजर आई. एक अन्य अनावेदिका का कहना है कि पहली अनावेदिका डॉक्टर ने बिना सहमति के सारी मशीन और भ्रूण को असुरक्षित तरीके से निकालकर ले गई, जिसके कारण भ्रूणों के सुरक्षित और प्रत्यारोपण के बाद जीवित और नॉर्मल बच्चा होने की संभावना संदिग्ध है. उनका यह भी कहना है कि वह दावे के साथ कह सकती है कि आवेदिका के सारे भ्रूण समाप्त हो गए हैं. भ्रूणों को संरक्षित करने के नाम पर अनावेदक उससे फीस लेती आ रही है, लेकिन भ्रूण प्रत्यारोपण करने के लिए पति की सहमति के आड़ पर भ्रूण प्रत्यारोपित नहीं कर रही है, जो उपभोक्ता कानून के तहत क्षतिपूर्ति का मामला प्रतीत होता है, क्योंकि दोनाें अनावेदिकाओं ने आवेदिका को डोनर एक्ट के माध्यम से भ्रूण निर्माण व संरक्षण के सपने दिखाकर इसके आड़ में लाखों रुपए खर्च कराए. आयोग ने आवेदिका को निर्देश दिया कि वह अनावेदिकाओं को कितनी राशि कब-कब दी, इसकी सूची लेकर आयोग में उपस्थित हो, ताकि प्रकरण का अंतिम निराकरण किया जा सके.

पति का दूसरी महिला से अवैध संबंध, आयोग ने सुनाया ये फैसला

एक अन्य मामले में महिला ने बताया कि अनावेदिका उसके पति के साथ दूसरी पत्नी के रूप में रहती है और उन्हें पति से तलाक लेने के लिए धमकाती है. अनावेदिका के इस व्यवहार से आवेदिका भयभीत है. अनावेदिका (दूसरी महिला) ने आयोग के समक्ष सुनवाई में यह कबूल किया कि वह आवेदिका के पति के साथ अवैध संबंध में दूसरी पत्नी के रूप में रह रही है. अनावेदिका (दूसरी महिला) अपनी गलती को स्वीकारने के बाद भी आक्रोशित है. अनावेदिका द्वारा आवेदिका को नुकसान पहुंचाने की संभावना को देखते हुए व सुरक्षा की दृष्टि से अनावेदिका को आगामी सुनवाई तक नारी निकेतन भेजे जाने का आदेश आयोग ने दिया.

दूसरी महिला के साथ भागने पत्नी पर बना रहा तलाक का दबाव

एक मामले में आवेदिका ने अनावेदक के खिलाफ मामला प्रस्तुत किया कि वह दूसरी महिला के साथ भागने व आवेदिका को तलाक के लिए दबाव बना रहा है. अनावेदक ने बताया कि उसका एकतरफा तलाक कुंटुंब न्यायालय से हो चुका है. अनावेदक ने बताया कि वह बिजली विभाग में लाइनमैन की पोस्ट पर संविदा में कार्यरत है और उसे 14 हजार रुपए वेतन मिलता है, परंतु उसकी पे स्लिप में वेतन 22 हजार रुपए दिखा रहा है. आवेदिका लगभग 3 वर्षों से अनावेदक से अलग रह रही है और उसे किसी भी प्रकार का कोई भरण पोषण प्राप्त नहीं हो रहा है. अनावेदक आयोग के सामने लगातार झूठा तथ्य बता रहा है. आवेदिका ने बताया कि अनावेदक का अन्य महिला से अवैध संबंध है. अनावेदक का मोबाइल चेक किए जाने पर आवेदिका के कथन की पुष्टि हुई कि अन्य महिला के कारण आवेदिका का वैवाहिक जीवन बर्बाद हो रहा है. आगामी सुनवाई में दूसरी महिला को पुलिस के माध्यम से एक महिला सिपाही के साथ आयोग में उपस्थित किए जाने का आदेश दिया गया. अनावेदक को अपने विस्तृत प्रस्ताव के साथ ईमानदारी से उपस्थित होने कहा गया, अन्यथा आयोग द्वारा अपराधिक प्रकरण दर्ज करने की अनुशंसा की जाएगी.

नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी, लिपिक की जाएगी नौकरी

एक अन्य मामले में महिला ने बताया कि अनावेदक शासकीय स्कूल में लिपिक के पद पर कार्यरत है और आवेदिका को नौकरी दिलाने का झूठा आश्वासन देकर 2 लाख 10 हजार रुपए हड़प लिया है. इसकी स्वीकृति महिला आयोग के समक्ष अनावेदक ने की. अनावेदक ने बताया कि उसे केवल 1 लाख रुपए आवेदिका को वापस करने है. शेष राशि वह वापस कर चुका है. आज आयोग के समक्ष आवेदिका को 1 लाख रुपए वापस करना था, लेकिन अनावेदक जान बुझ कर अनुपस्थित रहा. इस स्थिति से स्पष्ट है कि अनावेदक आवेदिका को पैसा वापस करने की मंशा नहीं रखता है. अनावेदक शासकीय लिपिक होकर आवेदिका को नौकरी देने का झांसा देकर उससे 2 लाख 10 हजार रुपए ऐंठ चुका है, इसलिए डीईओ बिलासपुर, जिला कलेक्टर बिलासपुर व प्रमुख सचिव शिक्षा विभाग छग शासन को आयोग के द्वारा पत्र भेजकर सिविल सर्विस एक्ट प्रावधान के तहत अनावेदक को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की अनुशंसा की जाएगी.

सुनवाई के दौरान महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक एवं सदस्यों में सरला कोसरिया, लक्ष्मी वर्मा, ओजस्वी मंडावी एवं दीपिका शोरी मौजूद रही. किरणमयी नायक की अध्यक्षता में प्रदेश स्तर पर आज 296वीं सुनवाई हुई.

भगवान दत्तात्रेय जयंती की मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं
रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भगवान दत्तात्रेय की 14 दिसम्बर को जयंती के अवसर पर सभी प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने भगवान दत्तात्रेय से प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की है। मुख्यमंत्री साय ने कहा है कि भगवान दत्तात्रेय ने हमें अहंकार को त्यागकर ज्ञान के माध्यम से जीवन को सफल बनाने का संदेश दिया है। भगवान दत्तात्रेय को ब्रम्हा, विष्णु और शिव तीनों देवताओं का अंश माना जाता है। माना गया है कि भगवान दत्तात्रेय की पूजा से तीनों देव प्रसन्न होते हैं और जीवन में सुख और समृद्धि बनी रहती है।
छत्तीसगढ़ राज्य तैयार कर रहा है ईको-रेस्टोरेशन पॉलिसी, केरल के बाद देश का दूसरा राज्य होगा छत्तीसगढ़

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शदन में छत्तीसगढ़ राज्य में ईको-रेस्टोरेशन पॉलिसी तैयार की जा रही है। केरल के बाद, यह छत्तीसगढ़ देश का दूसरा राज्य है जो यह पॉलिसी तैयार कर रहा है। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की यह पहल पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास के क्षेत्र में राज्य को नई पहचान दिलाने की दिशा में एक ठोस प्रयास है।

भारत की ग्लोबल रेस्टोरेशन इनिशिएटिव, बॉन चैलेंज और संयुक्त राष्ट्र ईको-रेस्टोरेशन दशक में भागीदारी यह स्पष्ट करती है कि एक केंद्रित ईको-रेस्टोरेशन नीति अनिवार्य है। पारंपरिक वनीकरण, जो प्रायः अत्यधिक लागत वाला होता है और गैर-स्थानीय प्रजातियों पर आधारित होता है, सीमित पारिस्थितिक लाभ प्रदान करता है। इसे ध्यान में रखते हुए, सर्वाेच्च न्यायालय ने 2021 में अपने निर्देश के तहत एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया, जिसने ईको-रेस्टोरेशन को प्राथमिकता देने की सिफारिश की। जैव विविधता के संरक्षण, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने और सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए ईको-रेस्टोरेशन अत्यंत आवश्यक है। यह पहल एक अधिक समावेशी और सुदृढ़ पर्यावरणीय भविष्य सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख व्ही. श्रीनिवास राव ने बताया कि ईको-रेस्टोरेशन पॉलिसी का मसौदा तैयार किया जा रहा है। इस नीति का मुख्य उद्देश्य राज्य के खोए हुए वन क्षेत्रों, आर्द्रभूमियों और अन्य पारिस्थितिक तंत्रों को पुनर्स्थापित करना है। नीति को अधिक प्रभावी बनाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों, हितधारकों एवं समाज के सभी वर्गों से सुझाव लिए जा रहे हैं। इस पॉलिसी का अंतिम मसौदा जनवरी माह में राज्य सरकार को प्रस्तुत किया जाएगा।

छत्तीसगढ़ स्टेट सेंटर फॉर क्लाइमेट चेंज के तत्वाधान में दो राज्य स्तरीय परामर्श कार्यशालाओं का आयोजन किया जा चुका है। इन कार्यशालाओं में भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश के ईको-रिहैबिलिटेशन सेंटर के वैज्ञानिक, वानिकी विशेषज्ञ, भारतीय प्रबंधन संस्थान रायपुर के संकाय सदस्य और छात्र, कृषि, पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी, शोधकर्ता, शैक्षणिक क्षेत्र से जुड़े लोग, एनजीओ और समुदायों के प्रतिनिधि, वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया और अन्य विशेषज्ञों ने अपने सुझाव प्रस्तुत किए। इसके लिए आर्द्रभूमि प्रबंधन, शहरी पारिस्थितिकी संरक्षण, और खनन प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्वास जैसे विशिष्ट मुद्दों पर विशेषज्ञों के सुझाव प्राप्त किए गए।

कार्यशालाओं का मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ को पारिस्थितिक पुनर्स्थापना के क्षेत्र में एक व्यापक और प्रभावशाली नीति बनाने में सक्षम बनाना है, जो अन्य राज्यों के लिए भी एक उदाहरण बनेगी।