सावधान! प्रेग्नेंट महिलाएं न खाएं पैक्ड फूड, हो रहीं डायबिटीज का शिकार; रिसर्च में बड़ा खुलासा
अक्सर लोगों को रेस्टोरेंट या होटल का पैकेट बंद खाना बहुत लजीज लगता है और लोग उसे घर पर मंगवाकर भी बड़े चाव से खाते हैं, गरमा-गर्म भोजन प्लास्टिक के डिब्बे में बंद होकर आसानी से घर पहुंच जाता है, लेकिन सेहत के लिहाज से देखा जाए तो यह किसी जहर से कम नहीं है. यदि आप रेस्टोरेंट से प्लास्टिक के डिब्बे में खाना मंगवाकर गर्भवती महिलाओं को खिला रहे हैं तो सावधान हो जाइए. क्योंकि इससे उनका शुगर लेवल बहुत बढ़ सकता है. गर्भवती महिलाओं पर डॉक्टर्स की टीम ने अध्ययन कर इस बात का खुलासा किया है.
दरअसल एक रिसर्च में ये खुलासा हुआ है कि महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान शुगर लेवल बढ़ रहा है. ज्यादातर महिलाएं जेस्टेशनल डायबिटीज की शिकार हो रही हैं. यह रिसर्च भागलपुर में पूर्वी बिहार के सबसे बड़े अस्पताल जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में किया की गई. जहां 463 गर्भवती महिलाओं पर रिसर्च किया गया. साथ ही डॉक्टरों के अध्ययन में यह खुलासा हुआ है कि 463 में से 279 महिलाएं जेस्टेशनल डायबिटीज की शिकार हैं. इसका सबसे बड़ा कारण पैकेट में बंद खाना बताया गया.
महिलाएं डायबिटीज की हो रहीं शिकार
आम तौर पर महिलाएं हो या बच्चे अब पैकेट फूड का ज्यादा सेवन करते हैं, लेकिन यह खाना गर्भवती महिलाओं के लिए खतरे से कम नहीं है. लोकल पैकेट होते हैं उसमें बिस्फेनॉल-ए केमिकल होता है, जो पैकेट के जरिए खाने के सम्पर्क में आ जाता है. जिससे गर्भधारण के दौरान प्लास्टिक बंद भोजन के सेवन से ज्यादातर महिलाएं जेस्टेशनल डायबिटीज की शिकार हो जाती हैं. गर्भधारण से पहले से भी महिलाएं या युवतियां अगर बोतल बन्द पानी और पैक्ड फूड का सेवन करती हैं तो आने वाले समय में गर्भावस्था के दौरान उन्हें डायबिटीज हो सकता है
गर्भ में पल रहा बच्चा भी हो सकता है शिकार
ऐसा करने से गर्भ में पल रहे बच्चे जन्म के बाद असमय डायबिटीज के शिकार हो जाते हैं. जेएलएनएमसीएच के मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर राजकमल चौधरी ने बताया कि प्लास्टिक में पैक्ड फ़ूड भोजन बीटा सेल्स को इफेक्ट करता है. इससे इन्सुलिन रुकता है और इसके कारण ग्लूकोज का लेवल बढ़ जाता है, जिसके कारण प्रेग्नेंट महिलाओं में जेस्टेशनल डायबिटीज बढ़ता है. इसलिए पैकेट बंद भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए.










Dec 13 2024, 20:57
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