प्रयागराज में जमुना क्रिश्चियन इंटरकॉलेज के मैदान में 55,000 वर्ग फीट में दुनिया की सबसे बड़ी रंगोली बनाई गई

गुफरान खान,प्रयागराज|विश्व की सबसे बड़ी रंगोली जमुना क्रिश्चियन इंटर कॉलेज डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भाविनी स्वयं सहायता समूह एवं भाविनी डे केयर के दिव्यांग बच्चों, महिलाओं द्वारा बनाये गए सामग्री जैसे जूट के बैग, शो पीस, दिये, मोमबत्ती, झोले, शगुन लिफाफा स्टॉल का किया निरीक्षण और किये गए कार्यों की करी सराहना l संस्था के बारे मे संस्था की सचिव पूनम सिंह ने संस्था मेँ होने वाले कार्यों क़ो विस्तार से बतायाl.

प्रयागराज पहुंचे प्रधानमंत्री, त्रिवेणी संगम में की पूजा-अर्चना
महाकुम्भ नगर (प्रयागराज)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को तीर्थराज प्रयागराज की पावन धरा पर त्रिवेणी संगम में पूजा अर्चना कर 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होने जा रहे महाकुम्भ के सफल आयोजन की कामना की। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी की आरती कर वैश्विक कल्याण का भी संकल्प लिया। तीर्थ पुरोहितों ने वैदिक मंत्रों के बीच पूरा कार्यक्रम संपन्न कराया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने त्रिवेणी में अक्षत, चंदन, रोली, पुष्प और वस्त्र भी अर्पित किए। इससे पूर्व मोदी ने प्रमुख साधु संतों का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री के साथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।



प्रधानमंत्री निषादराज क्रूज पर सवार होकर संगम नोज पर पहुंचे। किला घाट पर फ्लोटिंग जेटी से होते हुए वो क्रूज पर सवार हुए। व्हाइट कुर्ता-पजामा, ब्लू जैकेट, मैरून कलर की शॉल पहने प्रधानमंत्री ने क्रूज पर सवार होने के बाद डेक पर खड़े होकर यमुना की लहरों को निहारा। यहां से वह घूम-घूमकर पूरे क्षेत्र का अवलोकन भी करते नजर आए। इसके बाद रिवर क्रूज पर विहार का भी आनंद उठाया। संगम नोज पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने एक बार फिर उनका स्वागत किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने साधु-संतों से मुलाकात की और उनका अभिवादन किया। इस दौरान एक संत ने उन्हें मोतियों की माला भी भेंट की।

यहां से प्रधानमंत्री सीधे संगम नोज पर बने पंडाल में पहुंचे। यहां उपस्थित तीर्थ पुरोहितों ने उन्हें आसन ग्रहण कराया। प्रधानमंत्री के अगल-बगल में मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने भी आसन ग्रहण किया। इसके बाद तीर्थ पुरोहितों के वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच मोदी ने पूजा-अर्चना की। तीर्थ पुरोहितों ने उनसे आचमन भी कराया। प्रधानमंत्री ने खड़े होकर त्रिवेणी का जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक किया। प्रधानमंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने अक्षत, चंदन, रोली और पुष्पमाला के साथ ही त्रिवेणी में वस्त्र भी अर्पित किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने संगम आरती भी की। अंत में मोदी ने विशेष रूप से सजाए गए प्रांगण में फोटोशूट भी कराया। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं ब्रजेश पाठक और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह भी मौजूद रहे।
कुंभ में एकता का ऐसा महायज्ञ होगा जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में होगी : नरेन्द्र मोदी


महाकुम्भ नगर (प्रयागराज)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को यहां सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान 5500 करोड़ रुपये की 167 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इस दौरान प्रधानमंत्री पूरी तरह से कुंभ के रंग में रंगे दिखे। उन्होंने संबोधन में कई श्लोक के जरिए प्रयागराज और कुभ की महिमा का बखान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस महाकुंभ से एकता का संदेश निकलेगा, भाषा, जाति और क्षेत्र का कोई भेद नहीं होगा। यहां सब एक होंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर मुझे इस महाकुंभ का वर्णन करना हो तो मैं कहूंगा कि एकता का ऐसा महायज्ञ होगा जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में होगी। इस आयोजन की भव्य एवं दिव्य सफलता की शुभकामनाएं देता हूं। हमारा भारत पवित्र नदियों और तीर्थस्थलों का देश है। इन नदियों के प्रवाह की जो पवित्रता है, अनेकानेक तीर्थों का जो महत्व है, उनका संगम, उनका समुच्चय, संयोग, प्रभाव प्रताप प्रयाग है। यह केवल तीन पवित्र नदियों का संगम ही नहीं है।

श्लोक के साथ प्रधानमंत्री ने कहा कि जब सूर्य मकर में प्रवेश करते हैं सभी दैवीय शक्तियां प्रयाग में आ जाती हैं। प्रयागराज की प्रशंसा वेदों में भी किया गया है। उन्होंने प्रयाग के पवित्र स्थलों का जिक्र करते हुए गुणगान किया। यह वह धरती है जहां धर्म, अर्थ, कम और मोक्ष सुलभ है। मुझे आशीर्वाद है कि यहां बार-बार आने का सौभाग्य मिलता है। आज हमने लेटे हुए हनुमान जी का दर्शन किया। अक्षय वट का पूजन किया। इन दोनों स्थलों पर कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है। यहां हजारों करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण हुआ है। आप सबको इसके लिए बधाई देता हूं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सैकड़ों साल की गुलामी का कालखंड रहा हो या कोई अन्य विपरीत परिस्थिति, आस्था का यह प्रवाह कभी नहीं रुका। यह इसलिए संभव हुआ है क्योंकि कुंभ में आना स्वत: चेतना की प्रेरणा से होता है। ऐसा संगम शायद ही दुनिया में कहीं मिलता है। यहां ज्ञानी, अज्ञानी, छोटे-बड़े, जातियों का भेद मिट जाता है। सब एक हो जाते हैं। इस बार भी यहां अलग-अलग राज्यों से करोड़ों लोग जुटेंगे। उनकी भाषा, मान्यताएं अलग हो सकती हैं लेकिन यहां सब एक हो जाएंगे। इसीलिए मैं कहता हूं कि यह एकता का महाकुंभ होगा। एक भारत श्रेष्ठ भारत की तस्वीर महाकुंभ पेश करता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कुंभ में देश की स्थिति परिस्थिति पर संत महात्माओं का जुटान होता है। वे बैठकर चर्चा परिचर्चा करते थे। समाज की समस्याओं का हल निकालने का संदेश देते थे। आज भी वह प्रवाह चल रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कुंभ का इतना महत्व होने के बावजूद पहले की सरकारों में इस पर ध्यान नहीं दिया गया। श्रद्धालु कष्ट उठाते रहे लेकिन उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा। उनका सनातन भारतीय संस्कृति से लगाव नहीं था। आज की डबल इंजन की सरकार संस्कृति और सभ्यता को महत्व देने वाली हैं। इसलिए हजारों करोड़ की परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं। अयोध्या, वारणसी, लखनऊ, रायबरेली से कनेक्टविटी को बेहतर किया गया है। हमारी सरकार ने विकास के साथ-साथ विरासत को भी समृद्ध बनाने पर फोकस किया है। आज देश के अलग-अलग हिस्सों में बौद्ध सर्किट, रामायण सर्किट जैसे अन्य सर्किट विकसित किए जा रहे हैं। अयोध्या के विकास के हम सब साक्षी हैं। विश्वनाथ धाम, महालोक की चर्चा आज विश्व में है। प्रयागराज का विकास इसी का प्रतीक है। हमारा यह प्रयागराज निषादराज की भी भूमि है। भगवान राम के मर्यादा पुरुषोत्तम बनने में एक महत्वपूर्ण पड़ाव श्रृंगवेरपुर भी है। केवट ने अपने प्रभु को सामने पाकर उनके पैर धोए थे। इसमें भगवान और भक्त की मित्रता का संदेश है। श्रृंगवेरपुर धाम का विकास किया जा रहा है। भगवान राम और निषादराज की प्रतिमा आने वाली पीढ़ियों को संदेश देती रहेगी।

इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कुभ की तैयारी में जुटे कर्मचारियों खासकर सफाई कर्मियों के प्रति अग्रिम आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के पुण्य में आप भी भागीदार बनेंगे। जैसे भगवान कृष्ण ने जूठे पत्तल उठाकर यह संदेश दिया था। आप ही हैं जो सुबह सबसे पहले उठते हैं और देर रात तक कार्य करते रहते हैं। वर्ष 2019 में इसलिए मैने आपके (सफाई कर्मियों) पैर धोकर अपनी कृतज्ञता व्यक्त की थी।

मोदी ने कहा कि यहां से आर्थिक गतिविधियों में तेजी आ जाती है। आमतौर पर इसकी चर्चा नहीं हो पाती। पूरे कुंभ के दौरान लोग आएंगे। नाविक साथियों, पूजा पाठ कराने वाले, व्यापारियों को आर्थिक रूप से समृद्धि मिलेगी। तमाम माध्यमों से अर्थव्यवस्था में गति आएगी। सामाजिक समरसता के साथ आर्थिक शक्ति भी मिलेगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जहां पर त्रेतायुग में प्रभु श्रीराम ने त्रिवेणी के दर्शन किए थे, आज उसी त्रिवेणी स्थल पर दुनिया के लोकप्रिय नेता नरेन्द्र मोदी का आगमन हुआ है। मै प्रयागराज और प्रदेश की जनता की तरफ से प्रधानमंत्री का स्वागत एवं अभिनंदन करता हूं। आज वह हजारों करोड़ की परियोजनाएं लेकर आए हैं। यह सभी सनातन धर्मावलंबियों के लिए खुशी का दिन है। प्रधानमंत्री मोदी आज अक्षय वट कॉरिडोर, बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर, ऋषि भारद्वाज आश्रम कॉरिडोर, सरस्वती कूप कॉरिडोर जैसी परियोजनाओं का लोकार्पण कर रहे हैं। इस मौके पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य एवं ब्रजेश पाठक, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चौधरी भूपेन्द्र सिंह समेत अन्य नेता भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री ने प्रयागराज में अक्षय वट की पूजा-अर्चना की

महाकुम्भ नगर (प्रयागराज)।। उत्तर प्रदेश में महाकुम्भ-2025 के सफल आयोजन, वैश्विक कल्याण, विश्व शांति, भारत के अरुणोदय व तीर्थराज प्रयागराज आकर पुण्य की डुबकी लगाने वाले करोड़ों भक्तों, सनातन शक्तियों के सामर्थ्य एवं अक्षय पुण्य की वृद्धि के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को अक्षयवट की पूजा-अर्चना की। संगम नोज पर यजमान की भूमिका में संगम अभिषेक करने के बाद उन्होंने अक्षय वट के दर्शन किए।

अक्षय वट पर भी महाकुम्भ-2025 के सफल आयोजन के लिए बतौर यजमान भूमिका निभाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने अक्षय वट पर शीश नवाया, संकल्प लेकर अभिषेक किया और समस्त तीर्थों का आवाहन करते हुए सकल मंगलकामनाओं की पूर्ति के लिए आस्था का दीप जलाया। इसके उपरांत उन्होंने अक्षय वट की प्रदक्षिणा की और समस्त विश्व के कल्याण की कामना की। मोदी ने न केवल इस परमपावन तीर्थ पर पूजा-अर्चना की, बल्कि कॉरीडोर को लेकर हुए कार्यों का आवलोकन भी किया। उन्होंने विशेषतौर पर महाकुम्भ के अवसर पर यहां दर्शन करने आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन कराने को लेकर हुए प्रयासों की जानकारी ली और समस्त प्रक्रियाओं की विवेचना की।

अक्षय वट को तीर्थराज प्रयागराज के रक्षक श्रीहरि विष्णु के वेणी माधव का साक्षात स्वरूप माना जाता है। अक्षय वट को कॉरिडोर रूप में महाकुम्भ-2025 के पूर्व सुव्यवस्थित करने का कार्य मोदी के विजन और सीएम योगी के कुशल क्रियान्वयन में किया गया है। ऐसे में शुक्रवार को मोदी ने अक्षय वट का पूजन-अर्चन करने के साथ ही भारत के अक्षय पुण्य की वृद्धि और विश्वगुरु के तौर पर उद्भव को अक्षुण्ण बनाने की कामना की।

अक्षय वट को लेकर ऐसी मान्यता है कि इसकी जड़ों में सृष्टि निर्माता ब्रह्मा, मध्य भाग में वेणी माधव स्वरूप श्रीहरि विष्णु तथा अग्र भाग में महादेव शिव-शंकर का वास है। इनकी पूजा के साथ ही समुद्र मंथन से प्राप्त 14 रत्नों में कल्पवृक्ष के अंश के रूप में भी अक्षय वट की मान्यता है। पुराणों में प्राप्त उल्लेख के अनुसार सर्व सिद्धि प्रदान करने वाली आध्यात्मिक शक्ति के केंद्र के तौर पर प्रसिद्ध अक्षय वट ने मुगलकाल एवं अंग्रेजों के शासन में पराभव का दंश झेला, मगर इसके बावजूद वह अक्षुण्ण बना रहा और आज सनातन धर्म के ध्वजवाहक के तौर पर सकल विश्व में अपनी पहचान को पुख्ता कर रहा है। अक्षय वट के बारे में यह भी प्रसिद्ध है कि प्रभु श्रीराम लंका विजय के उपरांत अयोध्या लौटने से पूर्व पुष्पक विमान से आते हुए अक्षय वट के दर्शन किए थे। उनके साथ माता सीता और भ्राता लक्ष्मण भी थे और अक्षय वट पर इन तीनों के ही विग्रह का पूजन होता है। पीएम मोदी के साथ ही अक्षय वट पूजन-अर्चन प्रक्रिया में राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी उपस्थित रहे।
संगम नगरी में कल गंगा पूजन करेंगे पीएम मोदी, विश्व को देंगे महाकुंभ का आमंत्रण

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज ।संगम की रेती पर अस्थायी तौर पर बसने वाले महाकुंभ नगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को चार घंटे तक रहेंगे। इस दौरान वह गंगा पूजन के साथ दुनिया भर के लोगों को इस अध्यात्मिक नगरी में आने का आमंत्रण भी देंगे।

महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलेगा। प्रधानमंत्री शुक्रवार को गंगा पूजन के साथ इसकी शुरुआत करेंगे। प्रधानमंत्री विशेष विमान से करीब 11:25 बजे बमरौली एयरपोर्ट पर उतरेंगे। वहां से हेलीकॉप्टर से अरैल जाएंगे। अरैल से निषादराज क्रूज से किला घाट आएंगे।

भाकियू (भानु) के द्वारा चार सूत्रीय मांगों को लेकर गौहनिया में किया गया धरना प्रदर्शन

विश्वनाथ प्रताप सिंह

गौहनिया, प्रयागराज । भारतीय किसान यूनियन (भानु) के बैनर तले गौहनिया ओवर ब्रिज बाईपास के नीचे आंदोलन का तीसरा दिन रहा जहां पर चार सूत्री मांगों को लेकर के सभी किसान साथी शांतिपूर्वक आंदोलन बैठे रहे तीसरे दिन अधिकारियों द्वारा माग पूरी होने पर बुद्धवार को धरना समाप्त किया गया जहां पर कृषि जिलाधिकारी किसानों के बीच में आकर के धान क्रय केंद्रों मे किसानों के धान तौल तेजी करने के लिए फटकार लगाए और सभी खाद्य केंद्रों में डीएपी खाद की उपलब्धता 24 घंटे के अंदर करवाने का वादा किए ।

वहीं तीसरी मांग तहसील बारा के अंतर्गत कई ग्राम सभा में सरकारी भूमि नवीन परती व बंजर भूमि पर भूमाफियाओं ने राजस्व के अधिकारियों की मिली भगत से कब्जा कर लिए हैं वही कौधियारा थाना द्वारा लाल पुष्प राज सिंह के मामले की जॉच कर कार्यवाही करने का वादा किया भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष पंकज प्रताप सिंह तथा किसान क्रांति दल के जिला अध्यक्ष दीपक तिवारी द्वारा उपजिलाधिकारी बारा को कई बार अवगत करायें गये मामले को लेकिन अभी तक कोई उचित कार्रवाई नहीं हुई जब तक मांगे पूरी नहीं होगी किसान आंदोलन जारी रखेंगे धान क्रय केंद्र पर हो रही धांधली को लेकर भाकियू (भानु) के नेतृत्व में चल रहे आंदोलन में पहुंचे डिप्टी आर्मो अविनाश चंद्र सागरवाल ने कहा किसानों को नही होगी कोई दिक्कत किसी भी क्रय केंद्र पर किसानों के साथ अभद्रता बर्दास्त नही की जाएगी।

केंद्र प्रभारियों के ऊपर होगी कड़ी कार्यवाही बोले किसानों की धान खरीदना सबसे बड़ी प्राथमिकता मौके पर प्रदेश महा सचीव डाक्टर बी के सिंह ' प्रदेश संगठन मंत्री राकेश सिंह, प्रदेश सचीव लाल पुष्पराज सिंह मण्डल प्रभारी मण्डल मिडिया प्रभारी ठाकुर कृष्णराज सिंह , मण्डल अध्यक्ष राम बाबु सिंह , मण्डल महासचीव अकुंश शुक्ला जिलाध्यक्ष पंकज प्रताप सिंह महिला मोर्चा मण्डल अध्यक्ष सुमन अवस्थी ए पी पाण्डेय मण्डल महामंत्री नागेन्दर सिंह , रुबी बानो तहसील अध्यक्ष बारा राजकुश तिवारी मण्डल उपाध्यक्ष , शिवम सिंह जिला सचीव युवा मोर्चा , शिब्बू सिंह विनय सिंह युवा मोर्चा जिला मंत्री, जिला मिडिया प्रभारी विश्वनाथ प्रताप सिंह , सुग्रीम , घनश्याम गुडिया देवी तहसील उपाध्यक्ष करछना जिला मिडिया प्रभारी राजेन्द्र बहादुर सिंह वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश जिला महा मंत्री राकेश कुमार सिंह सावित्री देवी , फूलचन्द रूपा विश्वकर्मा तहसील अध्यक्ष , सुनील विश्वकर्मा मनोज विन्द , गुड्डी निषाद कमला देवी अमरावती लक्ष्मी , संगीता मुन्नी गुप्ता ब्रह्या नन्द जिला उपाध्यक्ष अनिल तिवारी असर्फी लाल सावित्री देवी के साथ सैकड़ो पदाधिकारी तथा सैकड़ो महिला पुरुष किसान कार्यकर्ता मौजूद रहे ।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रयागराज भ्रमण कार्यक्रम

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ कल 12 दिसम्बर, 2024 को मध्यान्ह 12ः00 बजे प्रयागराज आयेंगे। तत्पश्चात मुख्यमंत्री सेक्टर-1 में केन्द्रीय हॉस्पिटल, किला घाट जेटी, प्रधानमंत्री के कार्यक्रम स्थल, अक्षयवट, हनुमान जी मंदिर कॉरिडोर, सरस्वती कूप का निरीक्षण करेंगे।

निरीक्षण के उपरांत मुख्यमंत्री परेड स्थित अस्थायी मेला कार्यालय में जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे। बैठक के उपरांत माननीय मुख्यमंत्री जी सलोरी ड्रेन जिओ ट्यूब विधि से शोधन कार्य, सेक्टर-20 में स्थापित अखाड़ा सेक्टर, गंगा रीवर फं्रट एवं छतनाग घाट का निरीक्षण करेंगे।

मुख्यमंत्री अपरान्ह 03ः05 बजे प्रयागराज से लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे।

बस की टक्कर से युवक घायल अस्पताल में मृत्यु

विश्वनाथ प्रताप सिंह

कोरांव,प्रयागराज। थाना कोरांव क्षेत्र के ग्राम अल्हवा निवासी इंदल सिंह पटेल पुत्र हरिकृष्ण उर्फ झल्लर सिंह उम्र करीब बीस वर्ष एक प्राइवेट बस ने टक्कर मार दी। जिससे हालत उसकी नाजुक होने पर जिला अस्पताल रेफर किया गया था । कोरांव सरकारी अस्पताल में डाक्टरों ने उसे जिले के लिए रेफर कर दिया और इमरजेंसी वार्ड स्वरूप रानी अस्पताल में रात करीब साथी आठ बजे मौत हो गई।

बता दें कि इंदल सिंह बाइक से जा रहा था खजुरी में राजा के जिला के सामने बस से टकरा गया। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर एंबुलेंस से अस्पताल भेजा। लाडो के नाम से बस को भागते समय ग्रामीणों ने पकड़ लिया। और अल्वा पेट्रोल पंप पर खड़ी करा दिया। बाप का एक लौता पुत्र है और बहन एक है जिसकी शादी हो चुकी है। इंदल सिंह की शादी अभी नहीं हुई है पैसे से झोला छाप डाक्टर भी है। मौत की खबर सुनते ही परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।

शिक्षा निदेशालय बना भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा अड्डा-युवा मंच

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। सूबे के मुखिया भले ही प्रदेश में जीरो टॉलरेंस की मुखालफत करने में कोर कसर नहीं छोड़ रहे लेकिन सरकार के नाक के नीचे बैठे आलाधिकारी धन उगाही से बाज नहीं आ रहे हैं ऐसा इसलिए कि अभी तक किसी भी ऐसे अधिकारी पर कोई कठोर कार्रवाई नहीं हुई जिससे भ्रष्टाचार व धन उगाही करने वालों को भय हो ,सरकार लीपापोती कर अपनी छवि साफ सुथरी बताने व प्रोपोगेंडा फैलाने में ही व्यस्त है।

प्रेस को जारी बयान में युवा मंच अध्यक्ष अनिल सिंह का कहना है कि शिक्षा निदेशालय में अधिकारियों से लेकर बाबू तक भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं 12460 प्राथमिक शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों से 2 से 3 लाख रुपए घूस मांगा जा रहा है जो घूस देता है उसकी फाइल ज्वाइनिंग के लिए स्वीकृति कर ली जाती है और जो पैसा नहीं दे रहे उन्हें यह कहकर वापस कर दिया जा रहा है कि शासन से अभी कोई निर्देश नहीं आया है सैकड़ों चयनित अभ्यर्थी निदेशालय का चक्कर लगा रहे है पर कोई सुनने वाला नहीं है।

श्री सिंह ने कहा कि अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के 2004 के विज्ञापन से चयनित शिक्षकों से भी पुरानी पेंशन का लाभ देने के लिए लगातार घूस मांगा जा रहा है जो घुस दे दिया उसकी पुरानी पेंशन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई और जिसने घूस नहीं दिया कार्य हो रहा है जल्द ही हो जाएगा कह कर घुमाया जा रहा है जबकि आदेश आए छ: महीने से ऊपर हो गये अधिकारी सही व स्पष्ट कहने से कतरा रहे हैं जिससे स्पष्ट है कि घूस लेने में उच्च अधिकारियों की भी मिली भगत है जिसकी जांच होनी चाहिए और जांच में यह सवाल पूछा जाए कि कुछ नाम चीन फाइलों पर ही कार्यवाही क्यों हुई जबकि एक साथ सभी फाइलें तैयार कर जिलेवार कार्यवाही करनी चाहिए थी।

किन्नर अखाड़ा की देवत्व यात्रा 14 दिसम्बर

प्रयागराज। किन्नर अखाड़ा की देवत्व यात्रा 14 दिसंबर शुक्रवार को जूना अखाड़ा के छावनी प्रवेश के साथ मौज गिरी मंदिर यमुना बैंक रोड,कीडगंज से शुरू होगी। इस दौरान जूना अखाड़ा के जुलूस के बाद किन्नर अखाड़ा का जुलूस रहेगा। किन्नर अखाड़ा की देवत्व यात्रा में सबसे आगे माता बऊचरा , फिर अखाड़ा का ध्वज और उसके बाद किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज का रथ रहेगा। इस रथ के पीछे किन्नर अखाड़ा के महामंडलेश्वर, मण्डलेश्वर, पीठाधीश्वर, महंत, श्रीमहंत सहित अन्य पदाधिकारी और बड़ी संख्या में शिष्यगण शामिल होंगे।

किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने बताया कि किन्नर अखाड़ा का शिविर महाकुंभ के सेक्टर -16 संगम लोवर मार्ग के दाहिनी पटरी पर लग रहा है। उन्होंने बताया कि महाकुम्भ में लगे शिविर में

10 जनवरी से कार्यक्रम शुरू हो जाएगा। शिविर में पौष पूर्णिमा 13 जनवरी से लेकर महाशिवरात्रि 26 फरवरी तक प्रतिदिन पूजन, रूद्राभिषेक, हवन और सनातन धर्म को लेकर गोष्ठी सहित अन्य कार्यक्रम होगा। उन्होंने बताया कि शिविर में पौष पूर्णिमा 13 जनवरी लेकर 26 फरवरी महाशिवरात्रि तक विशाल अन्नक्षेत्र चलता रहेगा जिसमें बड़ी संख्या में लोग प्रसाद ग्रहण कर सकेंगे। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने बताया कि शिविर में धार्मिक, सांस्कृतिक और समसामयिक विषयों पर संगोष्ठी होगी जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे।

किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने बताया कि शिविर में अर्ध आर्ट एण्ड कल्चर गैलरी बन रही है जिसमें पेण्टिंग, फोटोग्राफी गैलरी सहित अन्य का निर्माण हो रहा है। उन्होंने बताया कि शाम को प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा जिसकी प्रस्तुति देश के कोने-कोने से आने वाले किन्नर, ट्रांसजेंडर प्रस्तुत करेंगे। इसके क्यूरेटर दीपक भदौरिया है। उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि स्नान के बाद आभार यात्रा का आयोजन किया जाएगा जिसमें बड़ी संख्या में किन्नर संत, ट्रांसजेंडर और शिष्य शामिल होंगे।