सरकार द्वारा चलायी जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आमजन को मिले:डा. प्रियंका
अयोध्या। उ0प्र0 राज्य महिला आयोग की सदस्य डा0 प्रियंका मौर्या की उपस्थिति में सर्किट हाउस अयोध्या में जनसुनवाई की गयी। जनसुनवाई प्रारम्भ करने के पूर्व राज्य महिला आयोग की सदस्य द्वारा जनसुनवाई पीड़ित पक्ष के साथ बराबर में बैठकर किये जाने के लिए कहा। इसके उपरांत सर्किट हाउस सभाकक्ष में सदस्य सहित अन्य अधिकारियों की कुर्सियां आमजन के बीच लगवायी गयी। जनसुनवाई के दौरान लगभग 45 प्रकरण प्राप्त हुये, जिसमें सभी प्रकरणों के समाधान के लिए डा0 प्रियंका मौर्या द्वारा मौके पर सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
सदस्य द्वारा पीड़िता विजयलक्ष्मी के प्रकरण में विधवा पेंशन व बाल सेवा योजना के लिए सम्बंधित अधिकारी को निर्देशित किया गया,फूलराजी के प्रकरण में उनके द्वारा तत्काल बीकापुर एसएचओ से तत्काल वार्ता कर शीघ्र निस्तारण के लिए निर्देश दिये गये। पीड़िता माधुरी के शौचालय प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुये सदस्य द्वारा थानाध्यक्ष को निर्देश दिये गये कि प्रकरण को तत्काल संज्ञान में ले और मौके पर स्वयं जाकर इसका निस्तारण करायें। विवाह सम्बंधी एक प्रकरण में सदस्य द्वारा उसके पति को 15 दिन के अन्दर बुलाकर वार्ता कर निस्तारित किया जाय और एक परिवार को बसाया जा सकें। इसी प्रकार अनेक जमीन से सम्बंधित प्रकरण आने पर उन्होंने तत्काल उपजिलाधिकारी को मौके पर बुलाया और सम्बंधित प्रकरणों को शीघ्र निस्तारण हेतु निर्देशित किया।
जनसुनवाई के दौरान घरेलू हिंसा, मार-पीट, पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार, पुलिस विभाग से सम्बंधित, कब्जे से सम्बंधित व दहेज उत्पीड़न से सम्बंधित प्राप्त हुये, जिनको सदस्य ने प्रत्येक आवेदन को बहुत ही गम्भीरता के साथ सुना गया। कई प्रकरणों में महिलाएं काफी भावुक हो गयी जिस पर सदस्य द्वारा उनको ढांढस बंधाया गया तथा कहा वे उनके साथ है और उन्हें न्याय अवश्य मिलेगा। साथ ही सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का भी लाभ उन्हें दिलाया जायेगा। प्रेसवार्ता के दौरान राज्य महिला आयोग की सदस्य ने कहा कि जनसुनवाई के दौरान जो भी पीड़ित महिलाएं आयी है उनकी समस्याओं का तुरन्त निस्तारण करने का प्रयास किया जा रहा है।
सम्बंधित विभाग के अधिकारियों से तत्काल वार्ता कर प्रकरण को निस्तारित करने के लिए निर्देशित किया गया। इसके साथ ही बहुत सारे मामलों को आपसी वार्ता से भी निस्तारित कराने का प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ ही पीड़ित महिलाओं व उनके बच्चों के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने के लिए सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है, जिससे पीड़ित पक्ष व उनके आश्रितों को किसी प्रकार की असुविधा न हों। सदस्य द्वारा सम्बंधित अधिकारियों को त्वरित निस्तारण हेतु भी आदेश दिये गये है। उनके द्वारा कहा गया कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में महिलाओं की सुनवाई जनपद स्तर व मुख्यालय स्तर पर गम्भीरता के साथ की जाती है। यदि पीड़ित को लग रहा है कि कार्यवाही धीरे चल रही है तो उसके लिए राज्य महिला आयोग उन पीड़ित महिलाओं के साथ है और राज्य महिला आयोग उनके लिए त्वरित कार्यवाही के लिए कार्य कर रहा है।
जनसुनवाई के आयोजन का मुख्य उद्देश्य पीड़ित महिलाओं की सहायता करते हुये उनको न्याय दिलाना व उत्पीड़न से बचाना है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्पीड़न से सम्बंधित प्रकरणों के सुनवाई एवं निस्तारण हेतु उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग के सदस्यों द्वारा प्रत्येक जनपद में जनसुनवाई का आयोजन किया जाता है, जिसमें महिला स्वयं उपस्थित होकर अपनी शिकायतें बता सकती है। इसके उपरांत सदस्य द्वारा अभी अन्य निरीक्षण किये जा रहे है।
जनसुनवाई के दौरान उपजिलाधिकारी राजकुमार पांडेय, जिला प्रोबेशन अधिकारी अश्विनी कुमार, पुलिस उपाधीक्षक योगेन्द्र कुमार, जिला सूचना अधिकारी संतोष कुमार द्विवेदी सहित संबंधित विभाग के अधिकारीगण/कर्मचारीगण, शिकायतकर्ता व उनके परिजन उपस्थित रहे।
Dec 11 2024, 19:13