भदोही में ढाई करोड़ से पांच कॉलेजों की बदलेगी तस्वीर

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले के तीन वित्तपोषित माध्यमिक इंटर कॉलेज और दो संस्कृत विद्यालयों का प्रोजेक्ट अलंकार से कायाकल्प होगा।

इस पर करीब ढाई से तीन करोड़ रुपये खर्च होंगे।कॉलेजों ने विकास कार्य कराने के लिए सहमति दे दी है। वित्तपोषित कॉलेजों को 25 प्रतिशत और संस्कृत विद्यालयों को सिर्फ पांच प्रतिशत खर्च करना होगा, जबकि शेष रकम सरकार देगी। विद्यालयों से मिले प्रस्ताव के बाद विभाग एस्टीमेट तैयार कराने में जुट गया है।

जिले में 25 वित्तपोषित और करीब सात संस्कृत विद्यालय अनुदानित विद्यालय संचालित हैं। राजकीय स्कूलों में विकास के लिए तमाम मदों से पैसा खर्च किया जाता है, लेकिन वित्तपोषित विद्यालयों में सिर्फ प्रबंध तंत्र के माध्यम से जरूरी काम कराए जाते हैं। इन विद्यालयों के कायाकल्प के लिए शासन ने प्रोजेक्ट अलंकार योजना को शुरू किया।

शुरूआत में 75 फीसदी धनराशि प्रबंध तंत्र और 25 फीसदी अनुदान का प्रावधान किया गया। जिसमें किसी स्कूल ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। कुछ दिन बाद शासन ने उसे बदलते हुए ढील दी, तब जिले के तीन अशासकीय सहायता प्राप्त और दो माध्यमिक संस्कृत विद्यालय की ओर से प्रस्ताव दिया गया।इसमें सहायता प्राप्त विद्यालय में लागत का 75 प्रतिशत और संस्कृत विद्यालयों में 95 प्रतिशत शासन की ओर से खर्च होगा, जबकि क्रमश: 25 व पांच प्रतिशत धनराशि विद्यालय प्रबंधन को खर्च करनी होगी। मरम्मत व अन्य कार्यों में करीब दो करोड़ रुपये खर्च होंगे।

जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान ने बताया कि इंद्र बहादुर सिंह नेशनल इंटर काॅलेज भदोही, नारायण इंटर काॅलेज धनतुलसी, दुर्गागंज इंटर काॅलेज सहित दो संस्कृत विद्यालय में राजाराम संस्कृत महाविद्यालय जखांव व सरस्वती संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रोहीं की ओर से प्रस्ताव मिला है। अब विभाग की तरफ से एस्टीमेट बनवाया जा रहा है।

*महाविद्यालय में अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर प्रतियोगिताओं का आयोजन*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। केएनपीजी कॉलेज ज्ञानपुर भदोही में मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के उपलक्ष्य में राजनीति विज्ञान / संगीत विभाग द्वारा निबंध एवं पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया ।

उक्त पोस्टर प्रदर्शनी का महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रोफेसर रमेश चंद्र यादव ने उद्घाटन एवं अवलोकन करते हुए प्रतिभागियों से संबंधित विषयवस्तु पर विवरण प्राप्त किया व प्रतिभागियों की रचनात्मकता की प्रशंसा की।

विभागीय परिषद के इस आयोजन में सम्मानित निर्णायक मंडल के सदस्य गणित विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर राजेश कुमार सिंह एवं अर्थशास्त्र विभाग से क्रमशः डॉक्टर महेंद्र यादव , डॉक्टर बृजेश श्रीवास्तव एवं असिस्टेंट प्रोफेसर वीरेंद्र कुमार रहे। प्रतियोगिता का परिणाम इस प्रकार है। पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम स्थान आंचल/द्वितीय स्थान शालिनी /तृतीय स्थान आस्था । निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान चंचल सोनी /.द्वितीय स्थान कुमारी काजल को प्राप्त हुआ।

*भदोही में फर्म को 5 करोड़ का टेंडर: जिले के 123 परिषदीय स्कूलों में डेक्स- बेंच आपूर्ति करने वाली फर्म कंपनी का मामला*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। सरकार की पारदर्शी व्यवस्था में भी आपूर्ति करने वाली फर्में सेंध लगा दे रही हैं। सबकुछ आनलाइन होने के बाद भी अफसर गच्चा खा जा रहे हैं। ताजा मामला बेसिक शिक्षा विभाग में डेस्क-बेंच आपूर्ति से जुड़ा है। मिर्जापुर में अनुभव और टर्नओवर का मानक पूर्ण न करने पर निविदा से हटाई गई फर्म को भदोही में डेस्क-बेंच आपूर्ति के लिए पांच करोड़ का टेंडर मिल गया। अब मामला सामने आने पर विभाग में हलचल बढ़ गई है।जिले में 885 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित है। इसमें एक लाख 67 हजार बच्चे पंजीकृत हैं। आपरेशन कायाकल्प सहित अन्य योजनाओं से विद्यालयों को चमकाया जा रहा है, लेकिन बड़ी संख्या में ऐसे विद्यालय हैं जहां बच्चों को जमीन पर ही बैठना पड़ता है। करीब छह से सात महीने पूर्व शासन ने 123 स्कूलों में तीन सीटर बेंच लगाने के लिए पांच करोड़ 10 लाख 68 हजार स्वीकृत किया। एक बेंच पर 8500 रुपये खर्च करने का प्राविधान किया गया। जून-जुलाई में इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से निविदा आमंत्रित की गई। जिसमें करीब सात फर्माें ने आवेदन किया। इसमें एटा जिले के एक फर्म का चयन हो गया। संबंधित फर्म ने 123 स्कूलों में डेस्क-बेंच की आपूर्ति भी कर दी। उसी फर्म ने करीब तीन महीने पूर्व मिर्जापुर में डेस्क-बेंच आपूर्ति के लिए निविदा डाली। जिसमें अनुभव और टर्नओवर समेत अन्य सभी मानकों से जुड़े अभिलेख को भी प्रस्तुत किया। मिर्जापुर के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने नवोदय विद्यालय से जुड़े अभिलेख संदिग्ध प्रतीत होने पर नवोदय विद्यालय समिति शिक्षा मंत्रालय पत्र भेजकर टर्नओवर एवं अनुभव के बारे में जानकारी मांगी। जिसमें दो बीड में करीब दो करोड़ की आपूर्ति का दावा किया गया। नवोदय समिति की ओर से जांच रिपोर्ट भेजा। जिसमें बताया गया कि उक्त फर्म की तरफ से कोई आपूर्ति नहीं की गई। जिसके आधार पर फर्म का आवेदन निरस्त करते हुए जैम पोर्टल के नोडल को खिलाफ कार्रवाई का पत्र लिखा। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि जिस फर्म का आवेदन मिर्जापुर में निरस्त हो गया उसका भदोही में कैसे चयन हो गया। यही नहीं उक्त फर्म ने स्कूलों में आपूर्ति भी कर दी।

जिले मे सभी नियम एवं शर्तों के आधार पर फर्म को टेंडर दिया गया। चयन समिति ने सभी अभिलेखों की जांच के बाद ही निविदा को फाइनल किया। अगर कहीं कमी होगी तो उसे देखा जाएगा। आपूर्ति का फिलहाल सत्यापन कराया जा रहा है। - भूपेंद्र नारायण सिंह, बीएसए।

22 दिसंबर को पीसीएस प्रवेश परीक्षा : नौ सेक्टर और नौ स्टेटिक मजिस्ट्रेट लगेंगे

नितेश श्रीवास्तव 

भदोही ‌। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से पीसीएस (प्रारंभिक) परीक्षा 2024 को पारदर्शी एवं सुचितापूर्ण कराने की कवायद शुरू हो गई है। 22 दिसंबर को होने वाली परीक्षा के लिए आयोग ने जिले में नौ केंद्र फाइनल कर दिए। सभी केंद्रों पर एक-एक सेक्टर और एक-एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात होंगे। दो पालियों में होने वाली परीक्षा में कुल 4032 परीक्षार्थी प्रतिभाग करेंगे। 12-12 अभ्यर्थी पर एक-एक कक्ष निरीक्षक समेत कुल 336 कक्ष निरीक्षक लगाए जाएंगे।जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान ने बताया कि इस बार लोक सेवा आयोग की ओर से प्रदेश के सभी जिलों में पीसीएस प्री की परीक्षा कराई जा रही है।

 जिले में नौ केंद्र बनाकर 4032 परीक्षार्थियों का आवंटन किया है। पहली पाली की परीक्षा सुबह 9.30 से 11.30 बजे और दूसरी पाली की दोपहर में 2.30 से 4.30 बजे तक होगी। बताया कि प्रत्येक केंद्र पर एक-एक सेक्टर व स्टेटिक मजिस्ट्रेट लगाए जाएंगे। जिसकी तैनाती 10 दिसंबर तक जिलाधिकारी की ओर से की जाएगी। इसके साथ प्रत्येक 24 परीक्षार्थी पर दो-दो की दर से करीब 336 कक्ष निरीक्षक लगाए जाएंगे। कक्ष निरीक्षक के रूप में राजकीय शिक्षकों को ही लगाया जाएगा। पहले राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक लगेंगे। कम पड़ने पर बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत तैनात शिक्षकों को लिया जाएगा।

परीक्षा के लिए बने हैं यह केंद्र

ज्ञानपुर। पीसीएस प्री की परीक्षा के लिए ज्ञानपुर तहसील में काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर में दो केंद्र (ए व बी), विभूति नारायण राजकीय इंटर काॅलेज ज्ञानपुर व जिला पंचायत बालिका इंटर काॅलेज ज्ञानपुर को केंद्र बनाया गया है। इसी तरह भदोही तहसील में श्री इंद्र बहादुर सिंह नेशनल इंटर काॅलेज भदोही, एमए समद इंटर काॅलेज भदोही, ज्ञानदेवी इंटर काॅलेज भदोही व भदोही गर्ल्स इंटर काॅलेज एवं औराई तहसील क्षेत्र में श्री काशीराज महाविद्यालय इंटर काॅलेज औराई को केंद्र बनाया गया है।

कांग्रेसियों ने रक्तदान एवं केक काटकर मनाया पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी का जन्मदिन

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ता पदाधिकारी आज जिला कार्यालय ज्ञानपुर में केक काटकर पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी का जन्मदिन मनाया। कार्यालय पर उपस्थित कार्यकर्ता पदाधिकारी ने जिला अस्पताल पहुंचकर रक्तदान भी किया।

इस दौरान कुल एक दर्जन कार्यकर्ताओं ने रक्तदान कर समाज में सद्भावना का संदेश दिया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष राजेंद्र दुबे ने कहा कि आज हमारे पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं अभिभावक सोनिया गांधी का जन्मदिन है।

कार्यकर्ता पदाधिकारी बड़े ही धूमधाम के साथ उनके जन्मदिन को मनाया और दीर्घायु होने की कामना किया। उन्होंने कहा कि देश व समाज में भाजपा नफरत की राजनीति करती है। कहा कि भाजपा के लोग बाटोगे तो काटोगे का नारा देकर नफरत फैलाने की कुचक्र रची। किंतु हम सभी कांग्रेस जन ऐसा होने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि आज पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष के जन्मदिन पर हम सभी कांग्रेस कार्यकर्ता रक्तदान कर समाज में सद्भावना का संदेश दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में देश की जनता नफरत की राजनीति करने वालों को उखाड़ फेंकेगी। इस अवसर पर वसीम अंसारी,सत्येंद्र प्रकाश त्रिपाठी, हसनैन अंसारी, नाजिम अली सहित अन्य कार्यकर्ता व पदाधिकारी गण मौजूद रहे।

*महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने जिला अस्पताल का किया निरीक्षण: अव्यवस्था पर सीएमएस को लगाई फटकार

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भदोही में महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारु चौधरी ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया और साफ - सफाई को लेकर चिकित्सकों की अनुपस्थिति तक क‌ई खामियां पाई। अव्यवस्थाओं पर उन्होंने चिकित्सा अधीक्षक को सख्त फटकार लगाई और चेतावनी दी कि अगर सुधार नहीं हुआ तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।

निरीक्षक के दौरान चारु चौधरी ने पाया कि अस्पताल की बेडशीट गंदी थी और परिसर में व्यवस्था भी लचर थी। अल्ट्रासाउंड मशीन पाई गई, जिससे मरीजों परेशानी हो रही थी। इस पर उन्होंने सीएमएस को जिम्मेदारी निभाने की हिदायत दी। अस्पताल में चिकित्सक नदारद पाए गए, लेकिन रजिस्टर में उनकी उपस्थिति दर्ज थी। इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए उपाध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि भविष्य में इस तरह की गलती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चारु चौधरी ने कहा कि सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।

जिला अस्पताल को भी इस मंशा के अनुरूप कार्य करना चाहिए, ताकि गरीब मरीजों को समय पर इलाज मिल सके।

महिला आयोग की उपाध्यक्ष के औचक निरीक्षण से अस्पताल प्रशासन में अफरातफरी मच गई। मौके पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रदीप कुमार सिंह समेत अन्य चिकित्सक और कर्मचारी मौजूद रहें। लेकिन अव्यवस्था को देखकर चारु चौधरी ने सभी को जिम्मेदारी निभाने की सख्त हिदायत दी। निरीक्षक के अंत में चारु चौधरी ने कहा कि अस्पताल की सभी कर्मियों को शीघ्र दूर किया जाए। अगर अगली बार भी अव्यवस्था पाई गई, तो कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि गरीबों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना शासन की प्राथमिकता है।

ब्लड कंपोनेंट यूनिट की जांच करेगी केंद्र और प्रदेश सरकार की टीम

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिला चिकित्सालय में ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट करीब दो महीने से बनकर तैयार है। लाइसेंस न मिलने के कारण अभी तक इसका संचालन नहीं हो सका है। केंद्र और प्रदेश सरकार से ड्रग इंस्पेक्टर ( डीआई) की टीम कंपोजिट यूनिट का निरीक्षण करने आएगी। टीम की स्वीकृति के बाद शासन स्तर से लाइसेंस जारी रहेगा।

इसके बाद ही ब्लड कंपोनेंट यूनिट का संचालन हो सकेगा। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में ब्लड सेंटर के सामने ब्लड कंपोनेंट यूनिट बनाया गया है। शासन स्तर से मशीनें इत्यादि मिलने के बाद इसके जल्द संचालन की उम्मीद जगी थी। जिले में ब्लड कंपोनेंट यूनिट का संचालन होने से डेंगू मरीजों को प्लेटलेट, प्लाज्मा के लिए गैर जनपदों में भटकने की जरूरत नहीं होगी। यूनिट में प्लाज्मा टेस्टिंग मशीन के साथ एलाइजा जांच की मशीन लगाई गई है।

इसके पहले प्लाज्मा टेस्ट के लिए मरीजों का स्वैब बीएचयू भेजा गया था। अस्पताल प्रशासन ने लाइसेंस के लिए शासन को पत्र लिखा। इसके बाद अब डीआई की टीम यूनिट की हकीकत देखने के लिए जिला चिकित्सालय आएगी।‌ उनकी संस्तुति के बाद ही जिला अस्पताल में ब्लड कंपोनेंट यूनिट के संचालन की प्रक्रिया आगे बढ़ सकेगी।

ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट बनकर तैयार है। सारी मशीनें लगा दी गई है। डीईओ की टीम निरीक्षक करेगी। लाइसेंस मिलने के बाद मशीनें इंस्टाल करके संचालन शुरू हो जाएगा।

डॉ राजेंद्र कुमार सीएम‌एस जिला अस्पताल

भदोही में दिखी पुलिस की गांधीगिरी, हेलमेट न लगाने वालों को पहनाई माला

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।‌गोपीगंज में यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने को लेकर पुलिस ने रविवार को गांधीगिरी का तरीका अपनाया। गोपीगंज के बड़ा चौराहा पर यातायात प्रभारी अनिल सिंह ने लोगों को यातायात नियमों की अनदेखी करने वालों को माला पहनाया और उन्हें आगे से नियमों का पालन करने की नसीहत दी।

नवंबर माह में यातायात की टीम ने पूरे माह अभियान चलाकर लोगों को यातायात के प्रति जागरूक किया। इसके बाद भी तमाम लोग ऐसे रहे, जो यातायात नियमों को लेकर लापरवाही बने हुए हैं।ऐसे में पुलिस ने इन लोगों को समझाने के लिए गांधीगिरी का रास्ता अपनाया। रविवार को टीम ने बड़ा चौराहा पर यातायात नियमों की अनदेखी करने वालों का माला पहनाकर सम्मान किया। यातायात प्रभारी ने उन्हें सुरक्षित यात्रा के लिए हेलमेट लगाने की हिदायत दी। कहा कि जीवन अनमोल है। इसकी सुरक्षा के लिए यातायात नियमों का पालन करने के साथ हेलमेट लगाने के उपरांत ही बाइक लेकर घर से निकलें।

भदोही में पल्स पोलियो अभियान शुरू: 2 लाख 74 हजार बच्चों को पिलाई जाएगी खुराक

नितेश श्रीवास्तव

भदोही ‌। जिला अस्पताल महाराज चेत सिंह में पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद मुख्य विकास अधिकारी डॉ शिवाकांत द्विवेदी ने जीरो से 5 वर्ष के बच्चों को ड्राप पिलाकर शुभारंभ किया। जिले में कुल 2 लाख 74 हजार बच्चों को पोलियो को खुराक पिलाई जाएगी।स्वास्थ्य विभाग द्वारा पल्स पोलियो अभियान के तहत जीरो से 5 वर्ष के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। जिसका शुभारंभ आज जिला अस्पताल से किया गया।

अभियान का शुभारंभ करने के बाद सीडीयो ने कहा कि जिले के प्राथमिक विद्यालयों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम उपस्थित होकर 0 से 5 वर्ष के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाएंगे। जिले में कुल 274000 बच्चों को पोलियो का खुराक दिया जाना है। इस अभियान में जो बच्चे छूटेंगे उनके लिए डोर टू डोर जाकर पोलियो को खुराक दिया जाएगा। उन्होंने सभी जनपद वासियों से आवाहन किया कि कोई भी बच्चा इस अभियान से छूटने न पाए । एक भी बच्चा छुटा तो अभियान सफल नहीं होगा। इसलिए आप सभी की जिम्मेदारी है कि अभियान में सहयोग प्रदान करें। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संतोष चक, एडिशनल सीएमओ एवं अन्य चिकित्सा अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

*जागरूकता से डेंगू मरीज का गिरा ग्राफ, अब तक केवल 37 मिले* *रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव*

भदोही- जिले में इस साल अब तक 37 डेंगू के मरीज मिले हैं। विभागीय सक्रियता और लोगों की जागरुकता के कारण इस साल डेंगू का ग्राफ तेजी से नीचे गिर रहा है। जिले में भी डेंगू के मरीज मिले हैं, उनमें 30 मरीज जनपद के बाहर रहते हैं। बीते साल जिलों में रिकॉर्ड 280 डेंगू के मरीज मिले थे। दिसंबर माह में डेंगू के एक भी केस नहीं आए जबकि पिछले साल दिसंबर में लगभग 10 डेंगू के मरीज मिले थे। जिले में बीते साल मिले रिकॉर्ड डेंगू मरीजों के बाद इस बार पहले से ही विभागीय सक्रियता देखी गई। 

हॉट- स्पॉट चिन्हित करने के साथ - साथ निगरानी टीम गठित किए जाने और स्वास्थ्य केंद्रों पर पर्याप्त तैयारियां रहीं। जिससे बीते साल की अपेक्षा इस साल डेंगू के मरीज काफी कम मिले। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक पिछले साल 15 दिसंबर तक आठ से 10 डेंगू मरीज मिले थे, लेकिन इस बार एक भी मरीज नहीं मिले हैं। 37 मरीज जो मिले हैं। इसमें से 30 जनपद के बाहर निवास करते हैं। स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में साल में तीन महीने संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया गया। 

इसी का परिणाम है कि डेंगू मरीजों की संख्या कम हुई है। जिला चिकित्सालय के फिजिशियन डॉ प्रदीप कुमार यादव ने बताया कि ठंड बढ़ते ही डेंगू मरीजों की संख्या कम होने लगती है क्योंकि मच्छरों का प्रकोप कम हो जाता है। यदि लोग घरों के आसपास सफाई व्यवस्था बेहतर रखें तो क‌ई बीमारी से बचा जा सकता है। डेंगू के लार्वा गंदे या जमे हुए पानी में पनपने है‌। ऐसे में लोगों को सफाई का विशेष ध्यान देना चाहिए। सीएमओ डॉ एमके चक ने बताया कि समय-समय पर दवाओं का छिड़काव कराया जाता है, फाॅगिंग कराई जाती है। संक्रमित बीमारी के प्रति अभियान चलाकर किया जाता है।