बीसीसीआई नीतीश कुमार रेड्डी को देगी एक करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट, जानें क्या है वजह

नीतीश कुमार रेड्डी ने अबतक सिर्फ दो ही टेस्ट मैच खेले हैं और वो इतने से ही समय में बड़ा नाम कमा चुके हैं. महज 3 पारियों मे इस खिलाड़ी ने दिखा दिया कि वो लंबी रेस के घोड़े हैं. पर्थ टेस्ट के बाद एडिलेड टेस्ट की पहली पारी में भी उन्होंने बल्ले से अहम योगदान दिया. इस बीच नीतीश कुमार रेड्डी और उनके फैंस के लिए बड़ी खबर ये है कि उन्हें जल्द ही बीसीसीआई से इनाम मिलने वाला है और ये इनाम होगा एक करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट. अब आप सोचेंगे कि आखिर क्यों नीतीश कुमार रेड्डी को बीसीसीआई एक करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट देगी तो आइए आपको बताते हैं इसका जवाब.

नीतीश कुमार रेड्डी पर बरसेंगे एक करोड़

नीतीश कुमार रेड्डी को एक करोड़ रुपये बीसीसीआई के एक नियम की वजह से मिलेंगे. रेड्डी फिलहाल दो टेस्ट मैच खेल चुके हैं, अगर उन्हें तीसरे टेस्ट मैच में भी खेलने का मौका मिलता है तो वो बीसीसीआई के कॉन्ट्रैक्ट के योग्य हो जाएंगे. बीसीसीआई का नियम है कि अगर कोई खिलाड़ी तीन टेस्ट खेल लेता है तो वो सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का हकदार बन जाता है. इसका मतलब रेड्डी को ग्रेड सी का कॉन्ट्रैक्ट मिलना तय हो जाएगा. नीतीश कुमार रेड्डी को अगर ग्रेड सी कॉन्ट्रैक्ट मिला तो ये खिलाड़ी सालाना एक करोड़ रुपये हासिल करेगा. इसके अलावा मैच खेलने के उन्हें अलग पैसे मिलेंगे. बीसीसीआई एक टेस्ट मैच खेलने के लिए 15 लाख, एक वनडे के लिए 6 लाख और टी20 के लिए 3 लाख रुपये मैच फीस देती है.

नीतीश कुमार रेड्डी का तीसरा टेस्ट खेलना पक्का है

नीतीश कुमार रेड्डी को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीसरा टेस्ट खेलने में कोई दिक्कत नहीं आने वाली. टीम इंडिया को अगला टेस्ट ब्रिसबेन के गाबा में खेलना है जिसका आगाज 14 दिसंबर से होगा. इस टेस्ट में उतरते ही रेड्डी का सी ग्रेड सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पक्का हो जाएगा. नीतीश रेड्डी ने अबतक शानदार प्रदर्शन किया है. पर्थ में नीतीश ने 41 और नाबाद 38 रनों की पारी खेली थी. अब एडिलेड की पहली पारी में उन्होंने 42 रन बनाए हैं जो कि टेस्ट करियर में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी हो गया है. आने वाले मुकाबलों में अगर नीतीश रेड्डी को बैटिंग ऑर्डर में प्रमोट किया जाए तो ये खिलाड़ी और बड़ी पारियां खेलने का दम रखता है.

जसप्रीत बुमराह ने बर्थडे पर बना दिया रिकॉर्ड, टेस्ट करियर में पहली बार लगाया ‘अर्धशतक’

टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह अपनी रफ्तार और धार से हर मैच के साथ नए रिकॉर्ड बना रहे हैं, कुछ न कुछ खास कमाल कर रहे हैं. टीम इंडिया को टी20 वर्ल्ड कप जिताने में अहम भूमिका निभाने के बाद बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जबरदस्त शुरुआत की है. पर्थ टेस्ट में टीम इंडिया की कप्तानी करते हुए यादगार जीत के हीरो रहे बुमराह ने अब एडिलेड टेस्ट में भी टीम इंडिया को पहली सफलता दिलाई और इसके साथ ही एक खास मुकाम भी हासिल कर लिया. बुमराह ने इस साल टेस्ट क्रिकेट में अपने 50 विकेट पूरे कर लिए और ये खास उपलब्धि उन्होंने अपने जन्मदिन पर हासिल की.

बुमराह ने ही दिलाई पहली सफलता

एडिलेड में शुक्रवार 6 दिसंबर से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच डे-नाइट टेस्ट मैच की शुरुआत हुई. टीम इंडिया ने इस मैच में भी टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, जैसा उसने पर्थ टेस्ट में किया था. फिर हाल भी वही हुआ, जो पर्थ टेस्ट की पहली पारी में हुआ था. ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों ने गुलाबी गेंद से टीम इंडिया को दिन में तारे दिखा दिए और पूरी टीम को 180 रन पर ढेर कर दिया. भारतीय टीम की ओर से एक बार फिर नीतीश कुमार रेड्डी ने 42 रन बनाए. वहीं ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज पेसर मिचेल स्टार्क ने सबसे ज्यादा 6 विकेट झटके.

पर्थ टेस्ट में टीम इंडिया के जल्दी आउट होने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने भी शुरुआत में ही विकेट गंवा दिए थे और इसकी वजह बने थे बुमराह. ऐसे में यहां भी बुमराह से एक बार फिर कुछ वैसा ही कमाल करने की उम्मीद थी और भारतीय पेसर ने निराश नहीं किया. थोड़ा इंतजार के बाद बुमराह ने पारी के 11वें ओवर में ऑस्ट्रेलियाई ओपनर उस्मान ख्वाजा को आउट कर टीम इंडिया को पहली सफलता दिला दी. ख्वाजा सिर्फ 13 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. इसके साथ ही बुमराह ने अपने करियर में पहली बार एक खास अर्धशतक पूरा कर लिया, वो भी अपने 31वें जन्मदिन पर.

पहली बार अर्धशतक, बना दिया रिकॉर्ड

असल में ये इस साल बुमराह का 50वां टेस्ट विकेट था. इसके साथ ही वो एक साल में 50 टेस्ट विकेट लेने वाले भारत के सिर्फ तीसरे तेज गेंदबाज बन गए. बुमराह ने 2024 में 11 टेस्ट की 21 पारियों में 50 विकेट पूरे कर लिए. ये पहला मौका है जब उन्होंने एक साल में 50 टेस्ट विकेट लिए. उनसे पहले सिर्फ दो भारतीय तेज गेंदबाजों ने 50 का आंकड़ा पार किया था. कपिल देव ने 1979 में 74 विकेट और 1983 में 75 विकेट हासिल किए थे. वहीं जहीर खान ने 2002 में 51 विकेट झटके थे. इस तरह 22 साल बाद किसी भारतीय पेसर ने ऐसा किया है. बुमराह की ये उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि इससे पहले 16 मौकों पर जब भी किसी भारतीय गेंदबाज ने 50 से ज्यादा विकेट लिए लेकिन बुमराह का 15.14 का औसत इसमें सबसे अच्छा है.

चैंपियंस ट्रॉफी 2025: भारत-पाकिस्तान विवाद का समाधान, जानें क्या है फैसला

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर भारत और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के बीच पिछले कई समय से विवाद चल रहा था, लेकिन अब इसका हल निकल गया है. दरअसल, ये टूर्नामेंट पाकिस्तान की मेजबानी में खेला जाना है, लेकिन बीसीसीआई ने अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने से मना कर दिया था. तब से ही आईसीसी दोनों बोर्ड के बीच बातचीत करवाने में लगा हुआ था. आखिरकार अब चैंपियंस ट्रॉफी 2025 कब और कहां खेली जाएगी, इसका फैसला हो गया है.

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 पर खत्म हुई लड़ाई!

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, आईसीसी में अगले साल होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी को हाइब्रिड मॉडल में आयोजित करने को लेकर आम सहमति बन गई है, जिससे भारत को अपने मैच दुबई में खेलेगा. आईसीसी के एक शीर्ष सूत्र के मुताबिक, दुबई में आईसीसी के नए चेयरमैन जय शाह और पाकिस्तान सहित निदेशक मंडल के बीच एक अनौपचारिक बैठक के दौरान फैसले को कमोबेश आखिरी रूप दिया गया. आईसीसी सूत्र ने पीटीआई को बताया, ‘सभी पक्षों ने अपनी सहमति व्यक्त की है कि 2025 चैंपियंस ट्रॉफी यूएई और पाकिस्तान में आयोजित की जाएगी जबकि भारत अपने मैच दुबई में खेलेगा. यह सभी हितधारकों के लिए जीत की स्थिति है.’

ICC ने मानी पाकिस्तान की ये शर्त

हालांकि, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने हाइब्रिड मॉडल के बदले आईसीसी के सामने कुछ शर्तें रखी थीं. आईसीसी ने इनमें से एक शर्त मान ली है. दरअसल, 2027 तक आईसीसी टूर्नामेंट में हाइब्रिड मॉडल का इस्तेमाल किया जाएगा. इस अवधि के दौरान भारत अगले साल अक्टूबर में महिला वनडे वर्ल्ड कप और श्रीलंका के साथ संयुक्त रूप से 2026 पुरुष टी20 टी20 वर्ल्ड कप की मेजबानी करेगा. अगर हाइब्रिड मॉडल लागू नहीं होता तब भी पाकिस्तान को 2026 में भारत की यात्रा करने के लिए बाध्य नहीं होना पड़ता.बता दें, पाकिस्तान 2031 तक अपने लिए इस तरह की व्यवस्था की मांग की थी, लेकिन आईसीसी ने 2027 तक अपनी सभी प्रतियोगिताओं के लिए हाइब्रिड मॉडल पर सहमति जताई है.

आईसीसी के सूत्र ने कहा, ‘2026 पुरुष टी20 वर्ल्ड कप के दौरान पाकिस्तान अपने मैच श्रीलंका में खेलेगा. चैंपियंस ट्रॉफी के हाइब्रिड मॉडल में आयोजन के कारण पीसीबी की ओर मांगे गए मुआवजे पर अब भी विचार किया जा रहा है.’ ऐसे में अब आईसीसी जल्द से जल्द शेड्यूल को आखिरी रूप देना चाहेगी, ताकी शेड्यूल का ऐलान किया जा सके.

आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस में शामिल होने के बाद रायन रिकल्टन की किस्मत चमकी, जड़ा पहला शतक

इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस में शामिल होते ही साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज रायन रिकल्टन की किस्मत चमक गई है. रायन रिकल्टन ने आईपीएल ऑक्शन के बाद पहली बार मैदान पर कदम रखा और इस खिलाड़ी ने शानदार सेंचुरी लगा दी. सेंट जॉर्ज पार्क में श्रीलंका के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में रिकल्टन ने 231 गेंदों में शतक पूरा किया. बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए ये शतक बेहद खास है क्योंकि अपने टेस्ट करियर में वो पहली बार ये मुकाम छूने में कामयाब रहे हैं.

रिकल्टन को मिला किस्मत का साथ

रिकल्टन के लिए शतक तक पहुंचना इतना भी आसान नहीं रहा. ये खिलाड़ी नंबर 3 पर बल्लेबाजी के लिए उस समय उतरा जब साउथ अफ्रीका ने टोनी डी जॉर्जी का विकेट जल्दी गंवा दिया था, ये खिलाड़ी खाता भी नहीं खोल पाया. तीसरे नंबर पर उतरे रिकल्टन ने कमाल की बैटिंग करते हुए अर्धशतक लगाया. रिकल्टन को वैसे किस्मत का भी साथ मिला क्योंकि जब वो 98 रन पर थे तो अंपायर ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया लेकिन रिव्यू से वो बच गए. इसके बाद रिकल्टन ने शानदार ऑन ड्राइव लगाकर अपने करियर का पहला शतक पूरा किया

रिकल्टन की फॉर्म थी खराब

रिकल्टन इस शतक से पहले बेहद खराब फॉर्म में चल रहे थे. ये खिलाड़ी इंडिया के खिलाफ तीनों टी20 मैचों में फेल रहा था. वो पूरी सीरीज में 34 रन ही बना सके थे. पिछली 9 पारियों में वो अर्धशतक नहीं लगा सके थे. लेकिन श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में उनका बल्ला चला और वो शानदार शतकीय पारी खेलने में कामयाब रहे. रिकल्टन को मुंबई इंडियंस ने आईपीएल 2025 के लिए अपने स्क्वाड में शामिल किया है. इस खिलाड़ी को मुंबई ने एक करोड़ के बेस प्राइस पर खरीदा है.

रायन रिकल्टन साउथ अफ्रीका के सबसे टैलेंटेड बल्लेबाजों में से एक माने जाते हैं. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनका औसत लगभग 50 का है. लिस्ट ए में भी वो 46 से ज्यादा की औसत से रन बनाते हैं. वहीं टी20 में भी वो 2700 से ज्यादा रन बना चुके हैं.

भारत ने पाकिस्तान को 5-3 से हराकर जीता पुरुष जूनियर एशिया कप 2024 हॉकी का खिताब

पुरुष जूनियर एशिया कप 2024 हॉकी का फाइनल मैच भारत और पाकिस्तान की टीमों के बीच खेला गया. ओमान के मस्कट में खेले गए इस मुकाबले में भारतीय टीम ने बाजी मारी और वह अपने टाइटल को डिफेंड करने में भी कामयाब रही. इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम का प्रदर्शन काफी दमदार रहा. उसने पूरे टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं गंवाया. दूसरी दौरा पाकिस्तान की अपने सभी मैच जीतकर यहां पहुंची थी, लेकिन भारतीय टीम ने इस कड़े मुकाबले में पाकिस्तान को धूल चटाई.

दोनों ही टीमों ने की अटैकिंग शुरुआत

भारत और पाकिस्तान की टीमों ने इस फाइनल मैच में शुरुआत से ही अटैकिंग खेल दिखाया. पाकिस्तान ने मुकाबले के शुरुआत मिनटों में ही गोल दागकर 1-0 की बढ़त बना ली. हालांकि, भारत ने चौथे मिनट में गोल करके मैच में 1-1 से बराबरी पर ला खड़ा किया. भारत की ओर से अरजीत सिंह हुंदल ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला. जिसके चलते पहला क्वार्टर बराबरी पर खत्म हुआ.

दूसरी क्वार्टर में भारतीय टीम की ओर से दमदार शुरुआत देखने को मिली. अरजीत सिंह हुंदल ने 18वें मिनट में फिर से पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला और टीम को 2-1 की बढत दिला थी.इसके बाद 19वें मिनट में भारतीय टीम ने अपनी बढ़त को 3-1 की कर दी. दिलराज सिंह ने शानदार फील्ड गोल किया. लेकिन दूसरा क्वार्टर खत्म होते-होते पाकिस्तान ने फिर से वापसी की और हाफ टाइम से ठीक पहले पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला, जिसके चलते मुकाबला हाफ टाइम पर 3-2 पर जा पहुंचा.

दूसरे हाफ में दिखी जोरदार टक्कर

मुकाबले के तीसरे क्वार्टर में पहला गोल पाकिस्तान की ओर से आया. पाकिस्तान ने एक बार फिर पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला और मुकाबले को 3-3 की बराबरी पर ला खड़ा किया. इस क्वार्टर का ये इकलौता गोल भी था. लेकिन आखिरी क्वार्टर में भारतीय टीम की ओर से शुरुआत में ही गोल देखने को मिला. अरजीत सिंह हुंदल ने मुकाबले में एक और गोल किया और भारत को 4-3 की बढ़त दिला दी. इसके बाद भारत ने आखिरी क्वार्टर में एक और गोल करके बढ़त को 5-3 कर दिया.

एशिया कप 2024 में टीम इंडिया का प्रदर्शन

भारतीय टीम ने पुरुष जूनियर एशिया कप 2024 की शुरुआत थाईलैंड को 11-0 से हराकर की थी. इसके बाद उसने जापान को 3-2 और चीनी ताइपे पर 16-0 से हराया. कोरिया के खिलाफ भी 8-1 से जीत अपने नाम की. वहीं, सेमीफाइनल में भारत ने मलेशिया पर 3-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी.

शोएब अख्तर ने विराट कोहली को लेकर दिया विवादित बयान, जानें क्या है पूरा मामला

पाकिस्तानी क्रिकेटर अक्सर ही क्रिकेट के मुद्दे को लेकर भारत के ख़िलाफ़ जहर उगलते हैं. फिलहाल दोनों देशों के बीच ICC चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर विवाद गहराया हुआ है. चैम्पियंस ट्रॉफी का आयोजन 2025 में पाकिस्तान में होगा. हालांकि BCCI ने सुरक्षा कारणों से अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने से इंकार कर दिया है.BCCI ने भारतीय टीम के मैच हाइब्रिड मॉडल पर अन्य स्थान पर कराने की शर्त रखी थी. पहले तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) इससे इंकार करता रहा. हालांकि बाद में उसे ICC और BCCI के आगे झुकना पड़ा. लेकिन PCB ने भी आगामी ICC इवेंट्स के लिए अपनी टीम को भारत ना भेजने पर जोर दिया और भारत की तरह ही हाइब्रिड मॉडल की शर्त रख दी.

भारत का पाकिस्तान ना जाना तय हो गया है. हालांकि इस फैसले से पाकिस्तानी फैंस और पाकिस्तानी क्रिकेटर्स बौखला गए हैं. पाकिस्तान के दिग्गज तेज गेंदबाज रहे शोएब अख्तर भारत और विराट कोहली के पाकिस्तान में खेलने की वकालत करते रहे हैं. अब जब इस बात की कोई संभावना नहीं है तो उन्होंने भारत और विराट कोहली को लेकर विवादित बयान दिया है.

पाकिस्तान में हर हाल में खेलना चाहते हैं विराट!

पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद हफीज संग एक बातचीत के दौरान ‘रावलपिंडी एक्सप्रेस’ शोएब अख्तर ने कहा है कि विराट कोहली पाकिस्तान में खेलना चाहते हैं. हालांकि ‘किंग कोहली’ को लेकर अख्तर के बोल बिगड़ गए. उन्होंने कहा कि, ‘भारत में पाकिस्तान के खेलने को लेकर पाकिस्तान से ज्यादा भारत बेताब है. विराट कोहली पाकिस्तान में खेलने के लिए मरे जा रहे हैं.’

अगर इंडिया पाकिस्तान में लैंड कर जाता है तो…’

अख्तर यहीं नहीं रुके. इसके आगे उन्होंने कहा कि, ‘मैं वहां काम करता हूं ना इंडिया में मुझे पता है मैं सच बात बता रहा हूं. अगर इंडिया पाकिस्तान में लैंड कर जाता है तो भारत के टीवी राइट्स, स्पॉन्सरशिप आसमान छू जाएंगे.’ इसके आगे हफीज ने पूछा कि भारत के पाकिस्तान ना आने की कोई वजह. इस पर शोएब ने कहा कि हुकूमत नहीं चाहती.

अब तक जारी नहीं हुआ चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का शेड्यूल

भारत और पाकिस्तान के बीच की तनातनी के चलते ICC ने अब तक चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 का शेड्यूल जारी नहीं किया है. भारत और पाकिस्तान के अलावा इस टूर्नामेंट में इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अफगानिस्तान और बांग्लादेश सहित आठ टीमें हिस्सा ले रही है.

पाकिस्तान ने जिम्बाब्वे को 10 विकेट से रौंदा, सूफियान मुकीम ने झटके 5 विकेट, पाकिस्तान की टी20 में सबसे बड़ी जीत

बुलवायो के मैदान पर पाकिस्तान की टीम ने इतिहास रच दिया है. मंगलवार को पाकिस्तान ने जिम्बाब्वे को दूसरे टी20 में 10 विकेट से रौंद दिया. बड़ी बात ये है कि पाकिस्तान ने ये जीत सिर्फ 33 गेंदों में हासिल कर ली. पहले बल्लेबाजी करते हुए जिम्बाब्वे ने 12.4 ओवर में सिर्फ 57 रन बनाए. जवाब में पाकिस्तान ने ये मैच 5.1 ओवर में खत्म कर दिया. सैम अय्यूब ने 18 गेंदों में नाबाद 36 रन बनाए और ओमेर यूसुफ ने 15 गेंदों में 22 रन बनाए. पाकिस्तान की जीत के हीरो लेफ्ट आर्म स्पिनर सूफियान मुकीम रहे, जिन्होंने 3 रन देकर 5 विकेट हासिल किए.

20 रन पर गिरे 10 विकेट

सूफियान मुकीम प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए क्योंकि इस खिलाड़ी ने जिम्बाब्वे की पारी को पूरी तरह धराशाई कर दिया. एक समय जिम्बाब्वे के ओपनर्स ने 37 रन जोड़ लिए थे लेकिन उसके बाद अब्बास अफरीदी ने जिम्बाब्वे को पहले झटका दिया और फिर हारिस रऊफ, सलमान आगा ने भी इस टीम को चोट पहुंचाई. जिम्बाब्वे का पूरा मिडिल ऑर्डर मुकीम ने तबाह कर दिया. इस लेफ्ट आर्म स्पिनर ने 16 गेंदों में सिर्फ 3 रन देकर 5 विकेट झटके.

पाकिस्तान ने बनाया ये रिकॉर्ड

पाकिस्तान ने इस जीत के साथ ही एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. ये पाकिस्तान की टी20 में सबसे बड़ी जीत है. पाकिस्तान पहली बार इतनी कम गेंदों पर कोई टी20 मैच जीता है. आईसीसी के फुल मेंबर्स टीमों में सबसे कम 19 गेंदों में इंग्लैंड ने टी20 इंटरनेशनल जीता है. इसी साल टी20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड ने ओमान को 19 गेंदों में हरा दिया था.

सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं उसके युवा स्पिनर ने भी एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया है. सूफियान मुकीम ने सिर्फ 3 रन देकर 5 विकेट हासिल किए जो कि पाकिस्तान के किसी गेंदबाज का टी20 में बेस्ट प्रदर्शन है. इससे पहले ये रिकॉर्ड उमर गुल के नाम था. जिन्होंने 6 रन देकर 5 विकेट झटके थे.

वेस्टइंडीज को 101 रन से हराकर बांग्लादेश ने रचा इतिहास, 15 साल बाद मिली जीत

वेस्टइंडीज और बांग्लादेश के बीच टेस्ट सीरीज 1-1 की बराबरी पर खत्म हुई है. बांग्लादेश ने किंग्सटन में खेला सीरीज का दूसरा और आखिरी टेस्ट 101 रन से जीता. इस जीत के साथ उसने वेस्टइंडीज में टेस्ट मैच जीतने के अपने 15 साल के इंतजार को भी खत्म किया. बांग्लादेश ने वेस्टइंडीज में अपना आखिरी टेस्ट साल 2009 में जीता था. तब उसने वहां 2 टेस्ट की सीरीज में क्लीन स्वीप किया था. उस क्लीन स्वीप के बाद वहां की जमीन पर ये उसकी पहली टेस्ट जीत है. इस बीच बांग्लादेश ने वेस्टइंडीज में लगातार 7 टेस्ट मैच गंवाए हैं.

वेस्टइंडीज में सबसे ज्यादा टेस्ट जीते

वेस्टइंडीज को किंग्सटन टेस्ट में हराकर बांग्लादेश ने सिर्फ 15 साल के अपने इंतजार को ही खत्म नहीं किया. बल्कि एक नायाब रिकॉर्ड भी बनाया. उसने पारिस्तान, जिम्बाब्वे, न्यूजीलैंड और श्रीलंका को पीछे छोड़ दिया है. इन देशों के मुकाबले उसके अब वेस्टइंडीज में सबसे ज्यादा टेस्ट जीत हो गए है. किंग्सटन की जीत बांग्लादेश की वेस्टइंडीज में तीसरी है. जबकि पाकिस्तान और जिम्बाव्वे में उसने 2-2 और न्यूजीलैंड-श्रीलंका में 1-1 टेस्ट जीते हैं.

किंग्सटन टेस्ट में बांग्लादेश के 2 नायक

वेस्टइंडीज के खिलाफ किंग्सटन टेस्ट में मिली कामयाबी के पीछे बांग्लादेश के दो खिलाड़ियों- नाहिद राणा और तैजुल इस्लाम- की बड़ी भूमिका रही. नाहिद ने पहली पारी में 5 विकेट लेकर बांग्लादेश को वेस्टइंडीज पर बढ़त बनाने में मदद की तो वहीं दूसरी पारी में वैसे ही 5 विकेट लेते हुए लेफ्ट आर्म स्पिनर तैजुल इस्लाम ने मेजबानों को हार के मुंह में धकेलने का काम किया. तैजुल इस्लाम को किंग्सटन टेस्ट में प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया.

1-1 की बराबरी पर सीरीज खत्म

बांग्लादेश ने किंग्सटन टेस्ट जीतने के लिए वेस्टइंडीज के सामने 287 रन का लक्ष्य रखा था. लेकिन, इस लक्ष्य के आगे अपनी दूसरी पारी में कैरेबियाई टीम केवल 185 रन ही बना सकी. इससे पहले वेस्टइंडीज ने पहला टेस्ट 201 रन से जीता था. इस तरह दोनों टीमों के बीच 2 टेस्ट की सीरीज 1-1 की बराबरी पर खत्म हुई.

शेयर किया गया प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब

बांग्लादेश और वेस्टइंडीज के बीच जैसे टेस्ट सीरीज बराबर रही, वैसे ही प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब भी शेयर कर दिया गया. सीरीज में 11 विकेट लेने वाले बांग्लादेश के तस्कीन अहमद और 10 विकेट लेने वाले वेस्टइंडीज के जायडेन सील्स दोनों को प्लेयर ऑफ द सीरीज के सम्मान से नवाजा गया

दर्दनाक! फुटबॉल मैच के दौरान भयानक हादसा, भगदड़ में 56 लोगों की मौत

फुटबॉल के मैदान से एक खौफनाक खबर आ रही है. अफ्रीकी देश साउथ गिनी में एक फुटबॉल मैच के दौरान मची भगदड़ में दर्जनों लोगों की मौत हो गई. रिपोर्ट्स के मुताबिक, दक्षिण गिनी के दूसरे सबसे बड़े शहर एनजेराकोरे में खेले जा रहे फुटबॉल टूर्नामेंट के एक मैच के दौरान दोनों टीमों के फैंस के बीच भयानक टकराव हो गया, जिसके कारण स्टेडियम में भगदड़ मच गई. इस टकराव और उसके बाद मची भगदड़ के कारण 56 लोगों की मौत हो गई है और कई घायल हो गए हैं.

साउथ गिनी की सरकार ने सोमवार 2 दिसंबर को जानकारी दी कि फुटबॉल मैच के दौरान हुए हादसे में अब तक 56 लोगों की मौत हुई है, जबकि दर्जनों अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं, जिनका इलाज चल रहा है. ये विवाद एक फैसले को लेकर विवाद हो गया था, जिसके बाद दोनों टीमों के फैन आपस में टकरा गए थे. देखते ही देखते ये टकराव इस कदर फैल गया कि मैदान में भगदड़ मच गई और लोग जान बचाने के लिए भागने लगे. देश के संचार मंत्री ने एक बयान जारी कर इस हादसे की जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया है.

रेफरी के फैसले पर बवाल, मची भगदड़

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश के सैनिक तानाशाह और अंतरिम राष्ट्रपति ममाडी डुमबोया के सम्मान में आयोजित हुए टूर्नामेंट के फाइनल मैच के दौरान ये हादसा हुआ. लेबा और एनजेराकोरे टीमों के बीच हो रहे इस फाइनल मैच के दौरान रेफरी के एक फैसले पर विवाद हो गया. टीमों के बीच शुरू हुआ विवाद जल्द ही फैंस के बीच पहुंच गया और फिर शुरू हो गई मार-पीट. रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि दोनों ओर के फैंस ने एक-दूसरे पर पत्थरबाजी शुरू कर दी और तभी पुलिस ने भी आंसू गैस की गोलियां बरसा दी, जिसके बाद अफरा-तफरी मच गई.

मृतकों में ज्यादातर छोटे बच्चे

कई फैंस जान बचाने के लिए मैदान की दीवार को फांदने की कोशिश करते दिखे, जबकि कुछ एक-दूसरे से झगड़ रहे थे. इसी भगदड़ में कई फैंस कुचले गए और उनकी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मृतकों में ज्यादातर छोटे बच्चे या अवयस्क फैन हैं, जो भीड़ के बीच दब गए थे. सोशल मीडिया पर कई फोटो और वीडियो वायरल हैं, जिनमें मैदान में कई लाशें और घायल फैंस गिरे पड़े हैं, जबकि अस्पताल में भी कई लाशें बिखरी पड़ी हैं. मृतकों का आंकड़ा बढ़ने का अंदेशा जताया जा रहा है.

भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वॉर्म अप मैच में आसान जीत की हासिल , इन खिलाड़ियों का रहा अच्छा प्रदर्शन

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा मैच 6 दिसंबर से एडिलेड में खेला जाना है. इस मुकाबले से पहले टीम इंडिया ने कैनबरा के मानुका ओवल में प्राइम मिनिस्टर XI के खिलाफ 2 दिनों का वॉर्म अप मैच खेला. पिंक बॉल से खेले गए इस डे-नाइट मैच में टीम इंडिया ने आसान जीत हासिल की. भारतीय टीम के युवा खिलाड़ियों ने इस मुकाबले में काफी दमदार खेल दिखाया और अहम मैच से पहले अपनी तैयारियों को पुख्ता किया. गेंदबाजी में हर्षित राणा चमके, वहीं, बल्लेबाजी में शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल और नीतीश कुमार रेड्डी ने अपनी छाप छोड़ी. हालांकि, टीम इंडिया की जीत के बाद भी मुकाबला जारी रहा. दरअसल, ये वॉर्म अप मैच था, ऐसे में टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने टारगेट चेज करने बाद बल्लेबाजी जारी रखी और अपने हिस्से के पूरे 46 ओवर खेले.

प्राइम मिनिस्टर XI पर भारत की आसान जीत

टीम इंडिया और प्राइम मिनिस्टर XI की टीमों के बीच खेले गए इस मैच का पहला दिन बारिश में धूल गया था. ऐसे में खेल के दूसरे दिन 50-50 ओवर का मैच करवाने का फैसला लिया गया, लेकिन दूसरे दिन भी खेल में बारिश का खलल देखने को मिला, जिसके बाद ये मैच 46-46 ओवर का कर दिया गया. भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने इस मुकाबले में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था. प्राइम मिनिस्टर XI ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 43.2 ही खेले और वह 240 रन बनाकर ऑल आउट हो गई.

19 साल के ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज सैम कॉन्सटस ने इस दौरान एक शानदार शतकीय पारी खेली. उन्होंने 97 गेंदों पर 14 चौके और 1 छक्के की मदद से 107 रन बनाए. वहीं, हर्षित राणा टीम इंडिया के सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने 6 ओवर में 44 रन खर्च किए और 4 विकेट अपने नाम किए. इस दौरान हर्षित राणा ने ये 4 विकेट 6 गेंदों के अंतराल में लिए. उनके अलावा, आकाश दीप को 2 सफलता मिलीं. मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, वॉशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा भी 1-1 विकेट अपने नाम करने में कामयाब रहे.

भारत ने आसानी से चेज किया टारगेट

टीम इंडिया को ये मुकाबला जीतने के लिए 241 रनों का टारगेट मिला था. टीम इंडिया की ओर से यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने पारी की शुरुआत की, दोनों की खिलाड़ियों की ओर से अच्छा खेल देखने को मिली. राहुल 44 गेंदों पर 27 रन बनाकर रिटायर्ड हुए और यशस्वी जायसवाल ने 59 गेंदों पर 45 रन की पारी खेली. इसके बाद शुभमन गिल ने भी चोट से ठीक होकर दमदार खेल दिखाया, उन्होंने 62 गेंदों पर 50 रन बनाए. वहीं, नीतीश कुमार रेड्डी और वॉशिंगटन सुंदर की ओर से भी 42-42 रनों की तेज तर्रार पारियां देखने को मिली. इनके अलावा, रवींद्र जडेजा ने भी रन चेज में अपना योगदान दिया.