जिला कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व संविधान के रचयिता डॉ भीमराव अंबेडकर जी का मना परिनिर्वाण दिवस

गोरखपुर। जिला कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व संविधान के रचयिता डॉ भीमराव अंबेडकर जी के परिनिर्वाण दिवस में फूल माला अर्पित करते हुए जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान ने कहा कि

लोकतांत्रिक व्यवस्था का मूल सामाजिक बराबरी में है और सामाजिक बराबरी लाना राजनीतिक व्यवस्था का मुख्य कर्तव्य है।

संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी ने देश को समानता, न्याय, बंधुत्व और बदलाव का विचार देकर संविधान के जरिए शोषितों, वंचितों समेत हर नागरिक को शक्ति दी भाजपा सरकार संविधान को खत्म करना चाहती है हिंदू मुस्लिम में लड़ा कर वोट की राजनीत हिंसा फैला रही है सद्बुद्धि भाजपा सरकार मिले पुण्य तिथि पर।

आज उनके महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें सादर नमन श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए। इसी क्रम में आउट रिच प्रदेश उपाध्यक्ष अमरेंद्र पांडे, जिला उपाध्यक्ष सतेंद्र निषाद, महेंद्र नाथ मिश्रा, जिला महासचिव वशिष्ठ मुनि विश्वकर्मा जिला महासचिव विक्रमादित्य, सुरेंद्र पासवान पंकज कुमार पासवान, अनुराग पांडे ब्लॉक अध्यक्ष सच्चिदानंद तिवारी ,जिला सचिव सतीश पांडे , विनोद जोज़फ, प्रमोद जोज़फ, जिल महासचिव मुन्न तिवारी, रोहन पासवान सूर्यनारायण राव जिला सचिव रामसमुझ सांवरा, समर शाही आदि मौजूद रहे।

सपा कार्यकर्ताओं ने मनाया बाबा साहब डॉ आंबेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस

गोरखपुर। भारतीय संविधान के शिल्पकार, सामाजिक न्याय के अग्रदूत 'भारत रत्न' बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस सपा के बेतियाहाता स्थित कार्यालय पर जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम की अध्यक्षता में मनाई गई। संचालन महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी ने किया नेताओं व कार्यकतार्ओं ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी तथा उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम ने कहा कि बाबा साहेब आधुनिक भारत के निमार्ता थे। वह गरीब, पिछड़े और दलितों के सच्चे मसीहा थे। उन्होंने सामाजिक भेदभाव के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी। वे हमेशा समानता और समता के लिए लड़ते रहे।ब्रजेश कुमार गौतम ने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने दबे कुचले लोगों को उनका हक दिलाने के लिए संघर्ष किया। उन्होंने हमेशा शिक्षा पर जोर दिया, उनका कहना था किसी भी समाज और देश का विकास शिक्षा से ही संभव है।

देश और समाज के प्रति बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। जिलाध्यक्ष ने कहा कि डाक्टर अंबेडकर ने सभी जातियों के लोगों को एकजुट किया। उनकी जयंती पर हम सभी समाजवाद के रास्ते पर आगे बढ़ने की शपथ लेते हैं।बाबा साहब ने हमें संविधान दिया और आज उस संविधान खतरा मंडरा रहा है। एक-एक कर संस्थाओं को खत्म किया जा रहा है। लेकिन समाजवादी पार्टी इसके खिलाफ पूरी ताकत से लड़ेगी।

इस दौरान प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी डाक्टर मोहसिन खान अवधेश यादव प्रहलाद यादव विजय बहादुर यादव डाक्टर संजय कुमार रामजतन यादव मनुरोजन यादव जयप्रकाश यादव हरेंद्र यादव कृष्ण कुमार त्रिपाठी संजय पहलवान बृजनाथ मौर्य हीरालाल यादव इमरान खान राघवेंद्र तिवारी राजू मैना भाई महेंद्र तिवारी अजय कन्नौजिया कपिल मुनि यादव राहुल यादव प्रदीप यादव खरभान यादव सुशीला भारती पुजारी यादव ज्योति यादव सच्चिदानंद यादव अनूप यादव राहुल गुप्ता सेराजुद्दीन रहमानी गोली यादव सन्तोष मौर्य एजाज अंसारी भृगुनाथ निषाद अरविंद गौड़ महेंद्र निषाद छोटेलाल राजभर राजाराम चौहान महेंद्र यादव रौनक श्रीवास्तव सुनील यादव हीरा यादव रविन्द्र यादव सोहराब खान फिरदौस आलम मनोज पाण्डेय अनिल भारती प्रशान्त कुमार राजेश निषाद चन्द दीप शिवानंद परदेशी विनोद विजय राहुल दुर्गेश साधु चन्द्रभान श्रवण सीताराम परमहंस करुणा निधान सोनू विरजू मूनि जयहिंद गिरिजेश राजेश अंगद शम्स आलम सन्तोष आदि मौजूद रहे।

मेडिकल टूरिज्म का नया हब बनने की ओर एम्स पूर्वांचल
गोरखपुर। एम्स पूर्वांचल अब मेडिकल टूरिज्म का केंद्र बनने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। अन्य बड़े शहरों के मुकाबले, यहां इलाज की लागत कम होगी, जिससे विदेशों से आने वाले मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। विशेष रूप से, शार्क देशों और गल्फ कंट्रीज से आने वाले मरीजों को प्राथमिकता दी जाएगी, हालांकि इन मरीजों के इलाज का खर्च सामान्य मरीजों से कुछ ज्यादा होगा। एम्स इस उद्देश्य के लिए जल्द ही मेडिकल टूरिज्म पॉलिसी तैयार करेगा।

भारत में इलाज की लागत विदेशों की तुलना में काफी कम होती है। बड़े ऑपरेशनों से लेकर सामान्य जांच तक, विदेशों में मरीजों को भारी खर्च करना पड़ता है। कनाडा में दांत और आंखों के इलाज की ऊंची कीमतें, वहीं अफगानिस्तान और अन्य गल्फ देशों में कैंसर और महिला संबंधित बीमारियों का इलाज महंगा है। इसके अलावा, कॉस्मेटिक प्रोसीजर में भारत अफ्रीका की तुलना में कम से कम 50 प्रतिशत सस्ता है।
एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. अजय सिंह ने बताया कि गोरखपुर में एम्स को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के लिए मेडिकल टूरिज्म एक बेहतरीन विकल्प है। इसके तहत, विदेश से आने वाले मरीजों के लिए बेड रिजर्व किए जाएंगे और इलाज वरीयता के आधार पर किया जाएगा।

दिल्ली और मुंबई से गोरखपुर की सीधी फ्लाइट कनेक्टिविटी भी इस योजना के लिए लाभकारी साबित होगी। विदेश से आने वाले मरीज सीधे इन शहरों से गोरखपुर पहुंच सकते हैं, जिससे उन्हें यात्रा में परेशानी नहीं होगी।एम्स ने सभी विभागों को निर्देश दिया है कि वे देशभर के प्रमुख संस्थानों में इलाज पर होने वाले खर्च का अध्ययन करें, ताकि यहां इलाज के रेट तय किए जा सकें। इसके अलावा, मेडिकल टूरिज्म पॉलिसी के तहत, एम्स को और अधिक मरीज आकर्षित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
डीडीयू: गुवा ने "भारतीय स्त्री: अतीत एवं वर्तमान के संदर्भ में" विषय पर गोष्ठी का आयोजन

गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की महिला विकास एवं कल्याण संस्था ने मिशन शक्ति फेस-5 के तहत "भारतीय स्त्री: अतीत एवं वर्तमान के संदर्भ में" विषयक गोष्ठी का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं के सशक्तिकरण, उनकी सामाजिक स्थिति और उनके ऐतिहासिक योगदान पर चर्चा करना था।

गोष्ठी की शुरूआत गुवा की अध्यक्ष ने स्वागत भाषण से की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में प्रगति हो रही है, लेकिन महिलाओं के प्रति समाज में व्याप्त धारणा और व्यवहार में बदलाव की आवश्यकता अभी भी बनी हुई है। गुवा सचिव प्रोफेसर सुनीता मुर्मू ने कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए इस विषय पर चर्चा की महत्ता को रेखांकित किया।

महिलाओं को सशक्त बनने के लिए बदलनी होगी अपनी मानसिकता

कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि महिलाओं को सशक्त बनने के लिए अपनी मानसिकता में बदलाव लाना होगा और उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम उठाने होंगे। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए समाज के पुरुषों और महिलाओं दोनों को मिलकर प्रयास करना होगा।

गोष्ठी की मुख्य वक्ता एवं गुवा की पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर विमला दुबे ने अपने विचार रखते हुए कहा कि नारी मानव हित में काम करने वाली शक्ति है। उन्होंने कहा कि अतीत और वर्तमान के संघर्षों में एक साझा विषय रहा है—महिला को उसके नाम से पहचान मिलनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि प्राचीन काल में महिलाओं को समाज में सम्मानजनक स्थान प्राप्त था, लेकिन आज भी उन्हें समान अवसरों की आवश्यकता है।

अधिष्ठाता कला संकाय प्रोफेसर राजवंत राव ने अपने वक्तव्य में कहा कि स्त्रियों ने इतिहास से लेकर वर्तमान तक कई अधिकारों के लिए संघर्ष किया है। उन्होंने "थेरी गाथाओं" का उदाहरण दिया, जिसमें स्त्रियों ने अपनी स्वतंत्रता की मांग की और समाज में अपनी योग्यता और कुशलता का प्रदर्शन किया।

मिशन शक्ति की प्रतिनिधि विनीता पाठक ने अपने संबोधन में कहा कि महिला सशक्तिकरण केवल महिलाओं के विकास के लिए नहीं है, बल्कि पुरुषों के व्यक्तित्व निर्माण में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

विशेष प्रस्तुति और पुरस्कार

गोष्ठी के दौरान बीएससी की छात्रा सृष्टि जायसवाल ने अपनी कविता का पाठ किया, जिसने कार्यक्रम में एक साहित्यिक रंग जोड़ा। साथ ही, फाइन आर्ट्स के छात्रों अमृता सिंह, रोहित प्रजापति, और अंजलि मिश्रा को उनके पोस्टर निर्माण के लिए सम्मानित किया गया। रंगोली प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं कविता प्रजापति, अर्चिता, अंजीता, कीर्ति, किरण, शालिनी और संजीता को भी पुरस्कृत किया गया।

इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, शिक्षकगण और विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी रही। प्रमुख शिक्षकों में प्रो. उमा श्रीवास्तव, प्रो. संगीता पांडेय, डॉ. सुनैना गौतम, डॉ. अरुंधति सिंह, और प्रो. सुधा यादव शामिल रहीं।कार्यक्रम का संचालन डॉ. कुसुम रावत ने किया और अंत में धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

गीडा क्षेत्र के गोलीकांड में मुख्य आरोपी गिरफ्तार

गोरखपुर। गीडा थाना क्षेत्र के अमटौरा गांव में मंगलवार को हुई खूनी संघर्ष मै मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज विधिक कार्यवाही की जा रही।

गीडा थाना क्षेत्र के अमटौरा गांव में हुए गोली कांड में बुधवार को मुख्य आरोपी शशि शंकर सिंह उर्फ पीकलू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

बता दें कि सोमवार सायं को शिवधनी निषाद और पीकलू सिंह परिवार में रास्ते में खड़ी साइकल को हटाने को लेकर विवाद हो गया था। लेकिन उसके दूसरे दिन मंगलवार को पुनः दोनों पक्षों में विवाद हुआ जिसमें शशि शंकर सिंह उर्फ पिकलू ने अपने लाइसेंसी बंदूक से फायर कर दिया। उसी दौरान शिवधनी निषाद की मौके पर मौत हो गई।

जांच के दौरान गीडा पुलिस ने कुल पांच लोगों को नामजद कर तलाश में जुटी थी, पुलिस ने बुधवार को मुख्य आरोपी पिकलु सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है ।

रवि किशन शुक्ला ने संसद में रेलवे के ऐतिहासिक उपलब्धियों का मुद्दा उठाया

गोरखपुर से सांसद रवि किशन शुक्ला ने संसद में रेलवे के ऐतिहासिक और व्यापक सुधारों का उल्लेख करते हुए भारतीय रेलवे की उपलब्धियों को सराहा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे ने आधुनिकरण के कई महत्वपूर्ण पड़ाव पार किए हैं, जिनमें सुरक्षा, सुविधा, और संचालन में सुधार शामिल है। शुक्ला ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में रेलवे ने 102.15 मिलियन टन माल ढुलाई कर 2.44 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड राजस्व अर्जित किया, जिससे आर्थिक दृष्टिकोण से यह उपलब्धि अभूतपूर्व है।

उन्होंने रेलवे के विद्युतीकरण और नई ट्रैक लाइनें बिछाने की सराहना की, जिससे न केवल यात्रा की गति बढ़ी है बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिली है। विशेष रूप से, गोरखपुर में तीसरी रेल लाइन के शुरू होने और वंदे भारत ट्रेन की सेवा के लिए प्रधानमंत्री मोदी और रेलवे मंत्रालय की प्रशंसा की।

रवि किशन ने सुरक्षा उपायों की भी सराहना की, जिसमें स्वचालित सिग्नलिंग सिस्टम, आॅनलाइन ट्रैक निगरानी, और उउळश् कैमरों से लैस सुरक्षा तंत्र शामिल हैं। इन उपायों से दुर्घटनाओं की संख्या में महत्वपूर्ण कमी आई है और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो रही है।

उन्होंने गोरखपुर जंक्शन के 500 करोड़ रुपये के विकास कार्यों और एनएसजी वन श्रेणी में शामिल किए जाने पर भी सरकार का आभार जताया। इसके साथ ही, शुक्ला ने इस तरह के प्रयासों को देश के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

उनकी ओर से यह भी अनुरोध किया गया कि रेलवे की खाली पड़ी जमीनों पर पैनल लगाए जाएं, जिससे अवैध कब्जों से बचा जा सके और सरकार को राजस्व का लाभ हो सके। रवि किशन ने संसद में अपनी बातों का समापन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी और रेलवे मंत्रालय की दूरदर्शिता की सराहना की और कहा कि यह एक नई दिशा में महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है।

नया भारत तय करता है दुनिया के ध्रुवीकरण की दिशा : सीएम योगी

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नए भारत के प्रति पूरी दुनिया का विश्वास तेजी से बढ़ा है। एक समय था जब भारत दुनिया के किसी भी गुट में नहीं था। देश के सामने असमंजस की स्थिति थी कि उसकी दिशा क्या होगी, उसे क्या करना है। पर, आज का नया भारत दुनिया के ध्रुवीकरण की दिशा तय करता है। दुनिया का ध्रुवीकरण उधर होता है, जिधर भारत होता है।

सीएम योगी बुधवार को महाराणा प्रताप (एम पी)शिक्षा परिषद के 92वें संस्थापक सप्ताह समारोह के शुभारंभ कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे। महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज परिसर में

समारोह के मुख्य अतिथि मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर और विशिष्ट अतिथि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के सदस्य सचिव प्रो. राजीव कुमार का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दुनिया उसी का अनुसरण करती है जो खुद को उसके अनुरूप तैयार करने का माद्दा रखता है। जो स्वयं खड़ा नहीं हो सकता, वह दूसरों को खड़ा होने की प्रेरणा कैसे दे सकता है। पीएम मोदी के नेतृत्व में नए भारत को खुद को उसी अनुरूप तैयार किया और परिणाम है कि आज भारत की दिशा के बिना दुनिया की दिशा की कल्पना नहीं की जा सकती है। दुनिया में मानवता के सामने जो चुनौती है, भारत उससे निपटने के विश्वास का प्रतीक बना है। जी-20 का समिट उसका प्रमाण है। आज दुनिया का कोई भी बड़ा आयोजन भारत के बिना नहीं होता है। आज देश विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर है।

देश को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी सिर्फ सरकार की ही नहीं

सीएम योगी ने देश को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी सिर्फ सरकार की ही नहीं होती है। संस्थाओं और व्यक्तियों को भी इसकी जिम्मेदारी उठानी होती है। अब जिम्मेदारी से बचने का नहीं बल्कि जिम्मेदारी समझने और खुद को उसके अनुरूप तैयार करने का समय है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लिए अगले 25 वर्ष का रोडमैप तय किया है, देश जब आजादी का शताब्दी महोत्सव मन रहा होगा तब तक देश को विकसित भारत बनाने का। इसमें हर नागरिक, हर संस्था की भूमिका होनी चाहिए कि हमारा देश आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बने और स्वाभिमान के साथ इस विकास यात्रा में हमारा भी योगदान हो। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के दोनों प्रणेताओं ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी का भी पूरे जीवन यही भाव रहा।

तकनीकी हमसे संचालित हो, हम तकनीकी से नहीं

मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को वर्तमान दौर में तकनीकी के प्रयोग की अपरिहार्यता से भी अवगत कराया। साथ ही नसीहत दी कि तकनीकी का इस्तेमाल जीवन को सरल और सहज बनाने के लिए जरूरी है लेकिन यह ध्यान भी रखना होगा कि तकनीकी हमसे संचालित हो, हम तकनीकी से नहीं। हम खुद को तकनीकी के अनुरूप और तकनीकी को अपने अनुरूप तैयार करें।

पूरी दुनिया मानती है भारतीय प्रतिभा का लोहा

सीएम योगी ने कहा कि हर कालखंड में भारत ने पूरी दुनिया में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। विश्व के सौ प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रमुख एक्जीक्यूटिव की बात करें तो इसमें सबसे बड़ी संख्या भारतीय नौजवानों की है। सीएम ने कहा कि ये नौजवान पूरी दुनिया में अपनी तकनीकी ज्ञान का लोहा मनवा रहे हैं।

शिक्षा परिषद की 92 वर्ष की यात्रा समग्र मूल्यांकन का अवसर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की स्थापना के परिस्थितियों और इसकी अबतक की यात्रा को याद करते हुए कहा कि परिषद की 92 वर्ष की यात्रा इस बात के समग्र मूल्यांकन का अवसर है कि नए भारत के लिए संस्था किस दृष्टि से तैयार हो। उन्होंने कहा कि 1932 में जब ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज ने जब इस परिषद रूपी छोटे बीज को रोपित किया था तब साधन और संसाधन नहीं थे। देश तब गुलामी की बेड़ियों में जकड़ा हुआ था। एक ओर आजादी की लड़ाई हिलोरें ले रही थी तो दूसरी ओर आजादी हासिल करने के विश्वास भाव के साथ आजाद भारत के नेतृत्व के लिए योग्य नागरिक तैयार करने की चुनौती थी। इसी को ध्यान में रखकर ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी ने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की स्थापना की और उसी के अनुरूप उनके बाद ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी ने आगे बढ़ाया।

आज का दिन अनुशासन पर्व, सफलता के लिए एकाग्रता, कठिन परिश्रम और टीम भावना जरूरी

महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह के उद्घाटन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज का दिन अनुशासन पर्व है। जीवन मे सर्वांगीण विकास के लिए अनुशासन अपरिहार्य है। उन्होंने विद्यार्थियों को सफलता हासिल करने का मंत्र देते हुए कहा कि प्रतिस्पर्धा के एकल क्षेत्र में एकाग्रता और कठिन परिश्रम जरूरी है तो समूह में व्यक्तिगत एकाग्रता व कठिन परिश्रम के साथ टीम भावना का होना अहम है। एकाग्र भाव, कठिन परिश्रम और टीम भावना ही सफलता का मूलमंत्र है। यदि यह तीनों एकसाथ हों तो कुछ भी असंभव नहीं रह जाता।

संस्थापक समारोह के शुभारंभ कार्यक्रम में सबसे पहले समारोह अध्यक्ष, मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि व अन्य गणमान्यजन ने मां सरस्वती, गुरु गोरखनाथ, महाराणा प्रताप, ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमाओं पर पुष्पार्चन किया। इसके बाद स्वागत संबोधन में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो यूपी सिंह ने परिषद की प्रगति यात्रा पर प्रकाश डाला। शुभारंभ अवसर पर निकाली गई भव्य शोभायात्रा की सलामी मुख्य अतिथि, मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने ली। कार्यक्रम के शुरुआत में मुख्य अतिथि ने महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज के बलरामपुर हाल में लगी प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्हें एनसीसी कैडेट्स की तरफ से गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया गया। समारोह में महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरिंदर सिंह, मां विंध्यवासिनी विश्वविद्यालय मीरजापुर की कुलपति प्रो. शोभा गौड़, मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर के कुलपति प्रो. रवि शंकर सिंह, गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक फतेह बहादुर सिंह, विपिन सिंह, महेंद्रपाल सिंह, प्रदीप शुक्ल, सरवन निषाद, राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारू चौधरी, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास,महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के सभी पदाधिकारी व सदस्य, परिषद से जुड़ी शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों, शिक्षकों व विद्यार्थियों की सहभागिता र

विधायक खेल स्पर्धा को प्रोत्साहित करेगी सरकार : मुख्यमंत्री

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि खेल की गतिविधियों को ग्राम पंचायत, न्याय पंचायत, विकास खंड और विधानसभा स्तर तक बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार सांसद खेल स्पर्धा की तर्ज पर विधायक खेल स्पर्धा को प्रोत्साहित करेगी। इसके लिए विधायकों का आह्वान किया जाएगा। गांव से लेकर विधानसभा स्तर तक होने के बाद इस स्पर्धा को जिले स्तर पर सांसद खेल स्पर्धा के रूप में परिवर्तित कर दिया जाएगा।

सीएम योगी बुधवार को उत्तर प्रदेश ग्रामीण खेल लीग के द्वितीय संस्करण के शुभारंभ एवं षष्ठम ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ स्मृति अखिल भारतीय प्राइजमनी कबड्डी प्रतियोगिता के समापन-पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने ग्रामीण खेल लीग की मशाल को गत लीग में दो गोल्ड मेडल जीतने वाले एथलेटिक खिलाड़ी अभय को सौंपकर लीग के दूसरे संस्करण का शुभारंभ किया और कबड्डी प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला समाप्त होने के बाद खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल से सबको खेलने, फलने और आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी यही बात कहते हैं कि जो खेलेगा वही खिलेगा। जो खिलेगा वही फलेगा और बढ़ेगा भी। पीएम मोदी की प्रेरणा से देश में खेलो इंडिया, फिट इंडिया मूवमेंट, सांसद खेल स्पर्धा और हर जिले में स्पोर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (साई) के सेंटर स्थापित कर खेल की गतिविधियों को पूरी प्रतिबद्धता से आगे बढ़ाया जा रहा है। इसी तरह राज्य के अंदर भी खेल की गतिविधियों को बढ़ाने और आज की वैश्विक प्रतिस्पर्धा के अनुरूप स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराने के कार्यक्रम युद्व स्तर पर चलाए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश ग्रामीण लीग इसी की कड़ी है।

प्रदेश में अब तक पांच सौ खिलाड़ियों को सीधे सरकारी नौकरी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि खेलों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार खेल से जुड़ी निजी संस्थाओं को भी प्रोत्सहित कर रही है। इसके लिए खेल नीति में संशोधन भी किया गया है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक विजेता खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों में सीधी भर्ती से लेकर स्पोर्ट्स कोटा से नौकरी देने की व्यवस्था की गई है। प्रदेश सरकार अब तक पांच सौ से अधिक खिलाड़ियों को सरकार के युवा कल्याण, पुलिस, परिवहन आदि विभागों में सेवायोजित कर उन्हें करियर के प्रति आश्वस्त कर चुकी है। प्रदेश सरकार खेलों को लेकर जो कार्यक्रम चला रही है उससे आने वाले समय मे खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ने में और मदद मिलेगी।

ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता यूपी के खिलाड़ी को 6 करोड़ रुपये

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से ओलंपिक एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक विजेता को 6 करोड़, रजत पदक विजेता को 4 करोड़ तथा कांस्य पदक विजेता को 2 करोड़ रुपये देने की व्यवस्था है। ओलंपिक की टीम स्पर्धा में यह राशि क्रमशः 3, 2 व 1 करोड़ रुपये है। उन्होंने बताया कि एशियन गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता को 3 करोड़, रजत पदक विजेता को 1.5 करोड़ तथा कांस्य पदक विजेता को 75 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाता है। इसी तरह कामनवेल्थ खेल तथा विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता को 1.5 करोड़, रजत पदक विजेता को 75 लाख व कांस्य पदक विजेता को 50 हजार रुपये दिए जाते हैं। ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को 10 लाख रुपये तथा कामनवेल्थ और वर्ल्ड चैंपियनशिप के प्रतिभागी खिलाड़ियों को 5 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।

खेलों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता से प्रयास करते रहे ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ

इस अवसर पर अपने गुरुदेव और जिनकी स्मृति में यह कबड्डी प्रतियोगिता हुई, का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ का पूरा जीवन देश और धर्म के लिए समर्पित रहा। साथ ही वह खेलों को भी आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता से प्रयास करते रहे। संबोधन से पूर्व सीएम योगी ने ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के चित्र पर पुष्पार्चन कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

यूपी ने देश को दिए कई प्रमुख कबड्डी खिलाड़ी

सीएम योगी ने कहा कि यूपी ने देश को कई प्रमुख कबड्डी खिलाड़ी दिए। संजीव बालियान, बृजेंद्र, यशपाल, धर्मवीर, योगराज, राहुल चौधरी, नितिन तोमर आदि का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों ने अपने जज्बे से कबड्डी के खेल को नई ऊंचाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कबड्डी केवल ताकत का खेल नहीं है। इसमें सजगता, स्फूर्ति और टीम वर्क भी बेहद जरूरी है।

खेलों को आगे बढ़ाने के लिए सीएम योगी के नेतृत्व में लिए गए कई ऐतिहासिक निर्णय: खेल मंत्री

कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद्र यादव ने कहा कि प्रदेश में खेलों को आगे बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कई ऐतिहासिक निर्णय लिए गए। मेरठ में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर खेल विश्वविद्यालय से लेकर ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम का निर्माण हो या फिर खिलाड़ियों की प्रोत्साहन राशि दोगुना करना, इसी का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि पहले ग्रामीण खेल लीग में विजेताओं को कोई वरीयता नहीं मिलती थी, अब खेल एसोसिएशनों के माध्यम से इस लीग को जोड़कर विजेताओं को सरकारी नौकरी में वरीयता दी जाएगी।

इस अवसर पर महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक फतेह बहादुर सिंह, विपिन सिंह, प्रदीप शुक्ल, प्रदेश के खेल सचिव एलवाई सुहास, खेल निदेशक आरपी सिंह, पूर्व महापौर डॉ. सत्या पांडेय, जिला कबड्डी संघ के अध्यक्ष अरुणेश शाही, हॉकी की पूर्व ओलंपियन प्रेम माया, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास, भाजपा के महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, पूर्व जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी, कुश्ती संघ के दिनेश सिंह, जिला एथलेटिक्स संघ के अजय सिंह टप्पू, आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश ग्रामीण खेल लीग पर एक शार्ट फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया।

फाइनल मुकाबले में खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया मुख्यमंत्री ने

कबड्डी प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले का आनंद उठाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया। सीएम ने दोनों टीमों उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश के खिलाड़ियों के बेहतर मूव्स पर ताली बजाकर उनकी हौसला बढ़ाया। मुकाबला समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री ने विजयी टीमों और दोनों सेमी फाइनलिस्ट टीमों के खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया।

यूपी की टीम ने किया खिताब अपने नाम

कबड्डी प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में उत्तर प्रदेश की टीम ने कड़े और रोमांचक मुकाबले में आंध्र प्रदेश की टीम को 54-52 के अंतर से पराजित कर खिताब अपने नाम किया। विजेता यूपी टीम को सरकार की तरफ से ट्रॉफी, दो लाख रुपये और उप विजेता आंध्र प्रदेश को ट्रॉफी, एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया। सेमी फाइनल खेलने वाली बाकी दो टीमों बीपीसीएल मुंबई और पंजाब को भी सीएम के हाथों ट्रॉफी व पचास-पचास हजार रुपये का पुरस्कार मिला। मुख्यमंत्री ने इन सभी चार टीमों के खिलाड़ियों को मेडल भी पहनाकर सम्मानित किया।

रतौंधी, अंधेपन व कुपोषण से बचाव के लिए शुरू हुआ विटामिन ‘ए’ सम्पूरण कार्यक्रम

गोरखपुर,। अंधेपन व कुपोषण से बचाव और शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने व उनकी वृद्धि के लिए जिले में बुधवार से विटामिन ‘ए’ सम्पूरण कार्यक्रम शुरू किया गया। इसके तहत एक माह तक नियमित टीकाकरण के सभी सत्र स्थलों पर नौ माह से पांच साल तक के बच्चों को विटामिन ‘ए’ की खुराक पिलाई जाएगी । इस अभियान का जिला स्तरीय शुभारंभ चरगांवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) से ब्लॉक प्रमुख वंदना सिंह और एडी हेल्थ डॉ एनपी गुप्ता ने किया। संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य डॉ बीएम राव, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ धनंजय कुशवाहा और स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी मनोज कुमार ने भी उद्घाटन कार्यक्रम में बच्चों को दवा पिलाया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि जिले के सभी ब्लॉक स्तरीय अस्पतालों से इस अभियान का शुभारंभ स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में किया गया। विटामिन ‘ए’ की पहली खुराक आधा चम्मच (एक एमएल) नौ माह पर दी जाती है, जबकि दूसरी खुराक एक चम्मच (दो एमएल) एक वर्ष की आयु के बाद दी जाती है। नौ माह से पांच वर्ष की उम्र तक कुल नौ बार बच्चे को विटामिन ‘ए’ की खुराक पिलाई जानी अनिवार्य है। सभी पात्र बच्चों को यह दवा पिलाई जा सके, इसके लिए तीन जनवरी तक यह अभियान चलेगा। क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता की मदद से नजदीकी टीकाकरण सत्र स्थल पर अपने पाल्य को ले जाकर यह दवा एएनएम की मदद से पिलाई जा सकती है। इस दवा से निमोनिया और डायरिया से भी बचाव होता है। साथ में यह मीजिल्स होने की स्थिति में मृत्यु दर और जटिलता को कम करती है।

सीएमओ डॉ दूबे ने बताया कि जिले के 594 उपकेंद्रों, तेईस शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, एम्स, बीआरडी मेडिकल कॉलेज, रेलवे एवं जिला महिला अस्पताल में नियमित टीकाकरण स्थल पर अभियान के दौरान दवा पिलाई जाएगी। जिले में नौ माह से पांच वर्ष तक के करीब 5.76 लाख बच्चों को दवा पिलाई जानी है। इनमें नौ से बारह माह के करीब 65000 बच्चे, एक से दो वर्ष तक के करीब 1.23 लाख बच्चे और और दो से पांच वर्ष तक के 3.88 लाख बच्चे शामिल हैं। यह दवा सभी पात्र बच्चों को निर्धारित मात्रा में सरकारी खर्चे पर पिलाई जाती है।

उद्घाटन के मौके पर चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रफुल्ल कुमार राय, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ विनय, डॉ अमरनाथ, डॉ वीके सिंह, डॉ पवन कुमार, डॉ श्वाति, बीपीएम गगन, लोकेंद्र, रुदल, यूनिसेफ संस्था के प्रतिनिधि चिरंजीव आदि प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।

5.53 लाख बच्चों ने पी थी दवा

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा ने बताया कि यह अभियान वर्ष में दो बार चलता है। पिछले वर्ष जून में चले अभियान के दौरान 5.53 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई गई थी। दवा पूरी तरह से सुरक्षित और असरदार है ।

टीकाकरण और दवा सेवन सुरक्षित

चरगांवा पीएचसी पर सबसे पहले विटामिन ‘ए’ की दवा का सेवन करने वाली 16 माह की बच्ची ऋषिका की मां अल्का (30) ने बताया कि नियमित टीकाकरण व इस दवा का सेवन बच्चों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है। उनकी बच्ची इससे पहले भी यह दवा पी चुकी है। उनका मायका गोरखपुर के गंगानगर मोहल्ले में है। वह पीएचसी पर बच्ची के टीकाकरण के लिए ही आई थीं। इसी दौरान उनकी बच्ची को अधिकारियों द्वारा इस दवा का सेवन कराया गया।

हाफिजे मिल्लत का मनाया उर्स, बच्चे पुरस्कृत

गोरखपुर। तुर्कमानपुर स्थित मकतब इस्लामियात में बुधवार को दीनी तालीम के लिए एशिया में अलग पहचान रखने वाली अरबी यूनिवर्सिटी अल जामियतुल अशरफिया मुबारकपुर के संस्थापक हाफिजे मिल्लत हज़रत शाह अब्दुल अज़ीज़ अलैहिर्रहमा का 50वां उर्स-ए-पाक अदब ओ एहतराम के साथ मनाया गया। बच्चों ने किरात, तकरीर, नात व मनकबत पेश‌ की। अतिथियों ने बच्चों को पुरस्कृत किया।

उलमा किराम ने हाफिजे मिल्लत की दीनी व दुनियावी ख़िदमात पर रोशनी डाली। अध्यक्षता करते हुए मुफ्ती-ए-शहर अख़्तर हुसैन मन्नानी ने कहा कि हाफिजे मिल्लत पूरे तौर पर शरीअत के आमिल थे। लोगों को शरीअत समझाने वाले थे और अमल कराने वाले भी थे। अपनी पूरी ज़िंदगी अल्लाह, रसूल और इंसानों की सेवा में गुजार कर दीन और दुनिया दोनों में अपना नाम रोशन कर लिया। आपका पैगाम था कि "ज़मीन के ऊपर काम, ज़मीन के नीचे आराम" यानी जब तक इंसान ज़िंदा रहे दीन-ए-इस्लाम, मुल्क व इंसानियत की सेवा कर नेक अमल करता रहे ताकि मौत के बाद कब्र में चैन व सुकून हासिल हो सके।

नायब काजी मुफ्ती मोहम्मद अजहर शम्सी ने कहा कि हाफिजे मिल्लत ने कौम की दीनी और दुनियावी रहनुमाई की। मदरसा मिस्बाहुल उलूम को अरबी यूनिवर्सिटी अल जामियतुल अशरफिया का रूप दिया। आपने तौहीद, इत्तेहाद व इत्तेफाक का संदेश दिया, ताकि पूरी दुनिया में तौहीद, इत्तेहाद व इत्तेफाक का माहौल बने और अमन शांति कायम हो सके। हाफिजे मिल्लत 20वीं सदी की अजीम शख्सियत थे। उन्होंने तालीम व तरबियत के मैदान में बड़ा कारनामा अंज़ाम दिया।

अंत में अमन ओ सलामती की दुआ मांगी गई। शीरीनी बांटी गई। उर्स में कारी अनस रज़वी, मौलाना दानिश रज़ा अशरफी, हाफिज अशरफ रज़ा, हाफिज रहमत अली निजामी, शिफा खातून, फिजा खातून, गुल अफ्शा, सना, सानिया, अब्दुल समद, मो. सफियान, मो. शाद, मो.‌ सलीम, अदीबा, सना, सानिया, कनीज़ फातिमा, रहमत अली, नूर फातिमा, अहमद आतिफ, इंजमाम खान, अफीना खातून, मो. शायान, मो. अरीब, मो. साकिब, मो. अली, मो. फरहान आदि मौजूद रहे।