एसडीआरएफ के सिपाही और उसकी पत्नी के खुदकुशी में चौंकाने वाला मामला आया सामने, परिजन बोले- शादी ही नहीं किया था
लखनऊ । राजधानी में एसडीआरएफ के सिपाही अजय के पिता निरंजन को यकीन नहीं हो रहा है कि उनका बेटा आत्महत्या कर सकता है। निरंजन का कहना है कि पिछले तीन साल से अजय शादी की बात करने पर टाल देता था। इस बार दीपावली पर वह पांच दिन की छुट्टी लेकर घर आया था। उसका रिश्ता तय करने कुछ लोग आए थे। पहली बार उसने शादी तय करने के लिए कहा था। निरंजन के मुताबिक एटा से एक रिश्ता आया था। इस बारे में बात करने पर अजय ने फौरन हामी भर दी थी।
परिवार ने पुलिस से कार्रवाई की मांग
ऐसे में अजय किसी और से शादी कैसे कर लेगा? आरोप है कि उनके बेटे को फंसाया गया है। अजय की सैलरी हड़पने के लिए साजिश रची गई है। परिवार ने पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। उधर, मंगलवार देर शाम पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद दोनों शवों को परिजनों के हवाले कर दिया। अजय के एक भाई अमित मुंबई में कस्टम विभाग में इंस्पेक्टर हैं। परिजनों ने उन्हें घटना की जानकारी दे दी है। अमित के आने के बाद परिजन तहरीर देंगे। अजय प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी भी कर रहे थे। अजय ने अपनी मां को नॉमिनी बनाया था। नीलम के पिता फल विक्रेता हैं।
फंदे पर लटका मिला एसडीआरएफ का सिपाही
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) वाहिनी लखनऊ में तैनात सिपाही अजय सिंह (27) का शव मंगलवार सुबह उनके कमरे में फंदे पर लटका मिला। उनकी पत्नी नीलम (24) का शव बेड पर पड़ा था। वह दो माह की गर्भवती थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों के आत्महत्या करने की पुष्टि हुई है। आशंका जताई जा रही है कि नीलम ने पहले फंदा लगाया। यह देखकर अजय ने नीलम को फंदे से उतारा और फिर खुदकुशी कर ली।
अजय सिंह 2019 में पीएसी में भर्ती हुआ था
आगरा के अछनेरा थाना इलाके के ग्राम मांगुरा के रहने वाला अजय सिंह 2019 में पीएसी में भर्ती हुआ था। वह एसडीआरएफ कैंप के बाहर पूर्व प्रधान रामू के मकान में 10 माह से किराये पर रह रहा था। मंगलवार सुबह अजय के परेड में नहीं पहुंचने पर एसडीआरएफ में तैनात कर्मी शहंशाह कटिहार ने उसे फोन मिलाया। वह सोमवार शाम को भी परेड में शामिल नहीं हुआ था। संदेह होने पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी।पुलिस टीम मौके पर पहुंची और कमरे के रोशनदान से झांका तो अजय फंदे से लटका मिला। दरवाजा अंदर से बंद था।
नीलम का शव बेड पर पड़ा था
जवानों की मदद से दरवाजा खोलकर पुलिस टीम भीतर दाखिल हुई, तो देखा कि नीलम का शव बेड पर पड़ा था। बताया जा रहा है कि अजय ने तीन साल पहले न्यू आगरा के नगला पदी निवासी अमर सिंह की बेटी नीलम से शादी की थी। बिजनौर थाने की पुलिस ने मंगलवार सुबह अजय के पिता निरंजन सिंह को फोन कर घटना की जानकारी दी। बेटे की मौत की खबर सुनकर निरंजन बेसुध हो गए। थोड़ी देर बाद सामान्य होने पर उन्होंने पुलिस को फोन कर बताया कि बेटे की शादी ही नहीं हुई है। यह सुनकर पुलिस हैरान रह गई। दोपहर बाद निरंजन परिजनों के साथ पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। उन्होंने बताया कि लड़की के बारे में उन्हें कुछ नहीं पता है।
घर पर नहीं भेजता था पैसे, जांच की मांग
निरंजन के मुताबिक, तीन साल से बेटा घर पैसे नहीं भेज रहा था। इस बारे में पूछने पर टाल जाता था। दो साल पहले उसकी पोस्टिंग लखनऊ में हुई थी। सोमवार शाम को उसने कॉल कर हालचाल लिया था और मां मंजू के बारे में भी जानकारी ली। तब वह बिल्कुल ठीक था। आरोप है कि अजय का वेतन उस पर दबाव बनाकर अन्य लोग इस्तेमाल कर रहे थे। उसके बैंक खाते की पड़ताल की जाए तो पूरा मामला साफ हो जाएगा। उन्होंने जांच कराने की मांग की है।
मंदिर में की थी शादी, लड़की पक्ष ने साधी चुप्पी
अजय ने मंदिर में नीलम से शादी की थी। घटना की जानकारी पर नीलम का छोटा भाई जीवन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा। जीवन भी एक साल से एसडीआरएफ के मेस में काम कर रहा है। उसकी नौकरी अजय ने ही लगवाई थी। हालांकि, पूरे मामले में जीवन ने कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया। जीवन ने बताया कि फोन पर बहन से बात होती थी। नीलम छह भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर थीं।
अक्सर होता था विवाद, झगड़े के बाद दे दी जान
स्थानीय लोगों का कहना है कि पति-पत्नी में आए दिन विवाद होता था। कई बार कमरे से तेज आवाज सुनाई देती थी। बताया जा रहा है कि अजय व नीलम के बीच सोमवार देर शाम को भी किसी बात पर विवाद हुआ था। अजय कमरे से बाहर चले गए और नीलम ने फंदा लगा लिया। अजय जब लौटे तो नीलम फंदे पर लटकी मिली। अजय ने पत्नी को फंदे से उतारा और फिर खुद भी जान दे दी। डीसीपी साउथ केशव कुमार का कहना है कि नीलम के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं मिले हैं। फॉरेंसिक टीम ने कमरे की वीडियोग्राफी की है। साक्ष्य जुटाए गए हैं। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
Dec 04 2024, 16:03