रायगढ़ में कल से अग्निवीर भर्ती रैली: प्रदेश भर के 8556 युवा दिखाएंगे दमखम, जिला प्रशासन ने की नि:शुल्क बस की व्यवस्था

रायगढ़-   सेना भर्ती कार्यालय रायपुर द्वारा 4 से 12 दिसंबर तक रायगढ़ स्टेडियम में छत्तीसगढ़ के 33 जिलों के पुरुष अग्निवीर उम्मीदवारों के लिए सभी श्रेणियों की भर्ती रैली का आयोजन किया जा रहा है. इस आयोजन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. इस सेना भर्ती रैली में प्रदेश के 8556 युवा उम्मीदवार हिस्सा लेंगे.

बात दें कि अग्निवीर पदों पर सेना की रैली के लिए उम्मीदवारों द्वारा पंजीकरण फरवरी-मार्च में ऑनलाइन किया गया था. इसी तरह अप्रैल-मई 2024 में ऑनलाइन सीईई का आयोजन किया गया था. ऑनलाइन CEE का रिजल्ट मई-जून 2024 में घोषित किया गया और शार्ट लिस्ट किए गए उम्मीदवारों को ई-मेल के माध्यम से सूचित किया गया था.

उम्मीदवारों को रैली एडमिट कार्ड में दी गई तारीख और समय पर रायगढ़ स्टेडियम, रायगढ़ के गेट पर रिपोर्ट करना है. सबसे ज्यादा उम्मीदवार जो ऑनलाइन परीक्षा पास करके सेना भर्ती रैली में भाग लेंगे वह जिला बालोद और जांजगीर चाम्पा जिले के है. जिला कलेक्टर ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से उम्मीदवारों के लिए रुकने व रायगढ़ रेलवे स्टेशन तथा रायगढ़ बस स्टैंड से लाने और ले जाने के लिए बस की नि:शुल्क व्यवस्था की गई है.

विधायक के एक साल पूरे, क्षेत्रवासियों ने मनाया विजय दिवस : विजय शर्मा ने कहा – विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा कवर्धा

कवर्धा- उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा आज ही के दिन पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर को करारी शिकस्त देकर कवर्धा के विधायक बने थे. आज कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने प्रदेश की खुशहाली के लिए खेड़ापति हनुमान मंदिर और भोरमदेव मंदिर में पूजा अर्चना की. साथ ही विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत कर करोड़ों के विकास कार्यों की सौगात दी. वहीं शाम को भगवा चौक में भगवा ध्वज की पूजा अर्चना कर विजय दिवस उत्सव में शामिल हुए. इस दौरान कार्यकर्ताओं के साथ उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा भी भक्ति और देशभक्ति गीतों पर झूमते हुए नजर आए.

कवर्धा विधायक बनने के एक साल पूरा होने पर विजय शर्मा ने कहा कि कवर्धा के मुक्ति संग्राम का दिन आज है. आज ही के दिन कवर्धा में भय और आतंक से मुक्ति मिली थी. ये मुक्ति कवर्धा के जवानों, किसानों और माताओं बहनों समेत सभी कवर्धा वासियों ने मिलकर दी. उन्होंने कहा कि एक साल में कवर्धा लगातार विकास कार्यों की दिशा में आगे बढ़ रहा है. वहीं नक्सलवाद को लेकर भी मार्च 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने समेत तमात बातें की.

किसानों और ग्रामीण समुदाय की सेवा को प्राथमिकता देने के निर्देश

कवर्धा विधानसभा के सेवा सहकारी समिति के नवनियुक्त मनोनीत अध्यक्षों ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा का भव्य स्वागत किया. उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने नवनियुक्त मनोनीत अध्यक्ष को बधाई और शुभकामनाएं दी. उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के पीजी कॉलेज ऑडिटोरियम कवर्धा पहुंचने पर नवनियुक्त मनोनीत अध्यक्षों ने छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खुमरी पहनाकर और खेती किसानी के प्रतीक नांगर व लाठी भेंटकर स्वागत किया.

उपमुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि सेवा सहकारी समितियां ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. नए अध्यक्ष अपने कार्यकाल में किसानों और ग्रामीण समुदायों के कल्याण के लिए समर्पित रहेंगे. नवनियुक्त अध्यक्षों का सबसे बड़ा कर्तव्य यह है कि वे किसानों और ग्रामीण समुदाय की सेवा को प्राथमिकता दें. उन्होंने कहा कि सहकारी समितियां ग्रामीण विकास का आधार है और इनका प्रभावी संचालन ही क्षेत्र के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा.

किसानों की शिकायतों का त्वरित समाधान करें

विजय शर्मा ने कहा कि किसानों को जिन भी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, उनकी शिकायतें सुनकर त्वरित समाधान करने का प्रयास करें. राज्य सरकार किसानों के विकास और उनकी आय बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रही है. उन्होंने बताया कि किसानों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर और प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान खरीदी की जा रही है. राज्य में लगभग 32 लाख हेक्टेयर में धान की खेती होती है. विपणन वर्ष 2023-24 में 24.75 लाख किसानों ने समर्थन मूल्य 144.92 लाख मीट्रिक टन धान बेचा और किसानों को 31,913 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया. उन्होंने बताया कि कृषक उन्नति योजना के अंतर्गत 12 जनवरी 2024 को 24 लाख 75 हजार किसानों को धान के मूल्य की अंतर राशि 13 हजार 320 करोड़ रुपए का भी भुगतान किया गया. छत्तीसगढ़ देश का एकलौता राज्य है, जहां किसानों को धान का सर्वाधिक मूल्य मिल रहा है.

मेडिकल कॉलेज, लोहारा क्षेत्र में जलाशय का जल्द होगा निर्माण

उपमुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि कवर्धा क्षेत्र का लगातार विकास किया जा रहा है. चौक चौराहों सहित अनेक निर्माण कार्यों की स्वीकृति प्रदान की गई है. मेडिकल कॉलेज का जल्द ही भूमिपूजन किया जाएगा. किसानों को सिंचाई सुविधा के लिए लोहारा क्षेत्र में जलाशय, नहर निर्माण का कार्य जल्द की किया जाएगा. उन्होंने कहा कि विशेष आवश्यकता वाले सभी दिव्यांगजनों को मोटर साइकिल देने का लक्ष्य है. अभी तक 30 दिव्यांगजानों को मोटर साइकिल प्रदान किया जा चुका है. उपमुख्यमंत्री ने नवनियुक्त अध्यक्षों से कहा कि वे अपने कार्यकाल में किसानों और ग्रामीण समुदाय के कल्याण के लिए समर्पित रहें. समितियों का उद्देश्य केवल सहकारी गतिविधियों को बढ़ावा देना नहीं, बल्कि ग्रामीण विकास को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना है.

छत्तीसगढ़ समेत देश के 75 हजार स्कूलों में परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण कल, 25 लाख स्टूडेंट होंगे शामिल, जानिए क्या होगा खास

रायपुर- 4 दिसंबर यानी कल, छत्तीसगढ़ समेत देशभर के शासकीय और अशासकीय स्कूलों के कक्षा 3 से 9 तक के विद्यार्थियों के लिए राष्ट्रीय परख सर्वेक्षण परीक्षा आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा शिक्षा विभाग द्वारा नहीं, बल्कि केंद्र सरकार द्वारा संचालित की जा रही है। इस परीक्षा के परिणाम से राज्य की शिक्षा व्यवस्था का आकलन किया जाएगा।

बता दें कि शिक्षा विभाग द्वारा हर स्तर पर व्यापक प्रशासनिक, प्रबंधकीय व अकादमिक तैयारी प्रारंभ करने के निर्देश दिये गये हैं ताकि सभी विद्यार्थी पूर्व तैयारी कर स्वयं को भी परख सके । परख-2024 आकलन कार्य सभी जिलों में शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मिशन समन्वयक तथा प्राचार्य डाइट को संयुक्त रूप से नोडल अधिकारी बनाया गया है । कुल 99 जिला स्तरीय अधिकारी जिले में परख क्रियान्वयन की जिम्मेदारी संभालेंगे । इसी तरह सभी 146 विकासखंडों में बीईओ, बीआरसीसी तथा संकुल प्राचार्य को संयुक्त जिम्मेदारी सौंपते हुए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

ये हैं उद्देश्य

राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत देश भर में एक साथ होने जा रहे इस सर्वेक्षण का प्राथमिक उद्देश्य स्कूली शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2023 के साथ उच्च गुणवत्ता युक्त वैश्विक मूल्यांकन विकसित करना है। बता दें केंद्र शासन द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 छत्तीसगढ़ में भी लागू किया जा चुका है।

परीक्षा के आधार पाठ्यक्रम

इस राष्ट्रीय सर्वेक्षण में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्यों के अनुरूप कक्षा तीन, छह एवं नौ में आधारभूत प्रारंभिक एवं मध्य चरणों के अंत में छात्रों की दक्षता का आकलन किया जा रहा है।

बच्चे देंगे परीक्षा, परिणाम इनका

यह सर्वेक्षण छत्तीसगढ़ के मात्र छात्रों का नहीं बल्कि, शिक्षक, स्कूल तथा संपूर्ण शिक्षा व्यवस्था का मूल्यांकन सिद्ध होगा, जिसके आधार पर भविष्य में राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ सहित अन्य सभी राज्यों की शैक्षिक गुणवत्ता का श्रेणी निर्धारण भी होगा।

इस तरह होगी परीक्षा

परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण में कक्षा 3 के लिए भाषा, गणित एवं हमारे आसपास की दुनिया से 90 मिनट में 45 प्रश्न पूछे जाएंगे। कक्षा 6 के लिए उक्त विषयों से संबंधित 51 प्रश्न 90 मिनट में पूछे जाएंगे। कक्षा 9 में भाषा, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान के 60 प्रश्न 120 मिनट में हल करने होंगे। परीक्षार्थियों को एक ही प्रश्न पत्र दिया जाएगा। परख मूल्यांकन में माइनस मार्किंग नहीं होगी।

भाषा के अनुसार प्रश्न पत्र

केंद्र सरकार के नियमानुसार जिस माध्यम की शाला चयनित की गई, उस माध्यम की प्रथम भाषा पर सर्वे प्रश्नपत्र होगा। यदि अंग्रेजी माध्यम की कई शाला सैंपल शाला के रूप में चयनित की जाती हैं, तो वहाँ अंग्रेजी भाषा में आकलन परीक्षा निर्धारित होगी।

परीक्षा में कौन कौन?

राज्य में परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 के लिए सैंपल शालाओं के रूप में जिले की शासकीय सहित राज्य शासन से अनुदान प्राप्त शालाओं, गैर अनुदान प्राप्त अशासकीय शालाओं, केंद्रीय, नवोदय विद्यालयों को सीधे भारत शासन, स्कूल शिक्षा मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा चयनित व निर्धारण किया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य के लिए 33 जिलों में कुल 3420 को चुना गया है।

कौन होंगे पर्यवेक्षक

इस मूल्यांकन सर्वेक्षण या परीक्षा की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि मूल्यांकन कार्य की पारदर्शिता और निष्पक्षता के लिए स्कूल शिक्षा विभाग के शासकीय या अशासकीय किसी भी शिक्षक को परीक्षक या पर्यवेक्षक के रूप में कार्य में नियुक्त नहीं किया जाएगा, बल्कि परीक्षा का मूलभूत कार्य राज्य के शासकीय डाइट कॉलेज में छात्राध्यापक या प्रशिक्षु शिक्षक अर्थात् अध्ययनरत डीएलएड, बीएड एवं एमएड के प्रशिक्षणार्थियों द्वारा संपन्न कराया जाएगा। विशेष परिस्थिति में शासकीय कॉलेज के विद्यार्थी, अशासकीय प्रशिक्षण संस्थाओं के डीएलएड, बीएड, एमएड प्रशिक्षणार्थियों को लिया जा सकेगा।

इनके कंधों में ज़िम्मेदारी

परीक्षा कार्य संपन्न कराने वाले ऐसे लगभग 3800 छात्राध्यापकों को जिले के 33 डाइट के माध्यम से प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि वे सुचारू रूप से परीक्षा कार्य बिना बाधा के पूरा करा सकें।

केंद्र सरकार के ऑब्ज़र्वर करेंगे मॉनिटरिंग

इस सर्वेक्षण के पारदर्शी क्रियान्वयन के लिए भारत सरकार द्वारा सीबीएसई के प्रशासनिक व अकादमिक अमले को ऑब्जर्वर के रूप में नियुक्त किया गया है जो प्रत्येक निर्धारित परीक्षा केंद्र (चयनित शाला) में मॉनिटरिंग करेंगे।

राज्य के विद्यार्थी अपनी शैक्षिक दक्षता का राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें, इसके लिए परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण की पूर्व तैयारी के रूप में एससीईआरटी तथा समग्र शिक्षा राज्य परियोजना कार्य द्वारा राज्य के सभी स्कूलों के कक्षा 3, 6 तथा 9 के विद्यार्थियों को प्रश्न बैंक एवं रीडिंग कार्ड उपलब्ध कराया गया है। उनके लिए विशेष तौर पर सभी निजी व सरकारी स्कूलों में मॉक टेस्ट का विशेष आयोजन किया जा रहा है।

इस कार्य में राज्य के लगभग 146 निजी शिक्षा महाविद्यालयों के 19000 छात्र अध्यापकों का भी स्वैच्छिक सहयोग लिया जा रहा है। इसके अलावा राज्य के सभी बीआरसीसी, सीआरसीसी, प्राचार्य (हाई व हा.से.), प्रधान पाठक तथा विषय शिक्षकों को मार्गदर्शन देकर प्रशिक्षित किया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ को मिली एकलव्य विद्यालय के राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी,खिलाड़ी को न हो कोई परेशानी,मंत्री नेताम ने अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

रायपुर-  आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास मंत्री रामविचार नेताम की अध्यक्षता में आज उनकें निवास कार्यलय में संचालक मंडल की बैठक आयोजित की गई. बैठक में आदिम जाति विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी वीडियों कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित थे.

मंत्री नेताम ने बैठक में कहा कि एकलव्य आर्दश आवासीय विद्यालय के 4थी राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता के आयोजन के लिए छत्तीसगढ़ को मेजबानी मिलना गौरव की बात है. यह कार्य चुनौती पूर्ण और बेहद महत्वपूर्ण है. सबकी सहभागिता से मिलजुल कर इस चुनौती को पुरा करेंगे. उन्होंने कहा कि देश भर से आने वाले विभिन्न राज्यों के खिलाड़ियों, उनके कोच, टीचर और अभिभावक सहित अनेक डेलीगेट्स उपस्थित रहेंगे, जिनके आवास, आवागमन सहित अन्य व्यवस्था बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य है. उन्होंने इसके लिए अधिकारियों-कर्मचारियों को गंभीरता के साथ अपने दायित्वों को पूरा करने के निर्देश दिए।

मंत्री नेताम ने कहा कि छत्तीसगढ़ का भाव ‘अतिथि देव भवः‘ का रहा है. अतः राज्य का यह भाव बने रहना चाहिए. उन्होंने खिलाड़ियों, डेलीगेट्स के लिए छत्तीसगढ़ी व्यजनों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि खेल के दौरान खेल प्रतियोगिता से अलग होने वाले खिलाड़ियों को छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक धरोहरों से अवगत कराने के भी निर्देश दिए.

आदिम जाति, अनुसूचित जाति तथा पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणी बोरा ने बैठक में बताया कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के मेजबानी इस बार छत्तीसगढ़ को मिली है. यह खेल प्रतियोगिता 15 दिसंबर से 19 दिसंबर तक राजधानी रायपुर के विभिन्न स्टेडियम में अलग-अलग खेल विधाओं के अनुरूप आयोजित किये जाएंगे. खेल प्रतियोगिता में 15 एकल एवं युगल तथा 7 सामूहिक खेल इस तरह कुल 22 खेलों का आयोजन किया जाएगा.

प्रमुख सचिव बोरा ने बताया कि छत्तीसगढ़ के ‘द टाइगर ब्वाय चेंदरू‘ पर शुभंकर तैयार करने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने बताया कि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बस्तर में आदिवासियों की वीर गाथा आज भी सुनाई जाती है. अबूझमाड़ की घनघोर जंगल क्षे़त्र की ऐसी ही एक कहानी चेंदरू मंडावी की है. जो बचपन का अधिकत्तर समय बाघ के साथ बिताता था. चेंदरू और बाघ की दोस्ती की कहानी दुनियां में मशहूर है. देश भर के लोग आज भी चेंदरू और बाघ की जुडे़ तथ्यों को जानने बस्तर आते है. चेंदरू मंडावी नारायणपुर जिले गढ़बेंगाल गांव का रहने वाला एक आदिवासी परिवार से था.

प्रमुख सचिव सोनमणी बोरा ने बैठक में बताया कि 15 से 19 दिसंबर तक प्रस्तावित एकलव्य आवासीय विद्यालय राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में देश के 25 राज्यों में संचालित एकलव्य विद्यालय के लगभग 6 हजार से अधिक खिलाड़ियों के भाग लेने की संभावना है. इसके साथ 1500 से अधिक डेलीगेट्स आने वाले हैं जिसके आयोजन के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं.

मंत्री नेताम नेे बैठक में खिलाड़ियों एवं उनके साथ आनेवाले अधिकारियों के ठहरने, भोजन व आवागमन के साथ ही खेल स्थलों, सुरक्षा व्यवस्था, बिजली-पानी, साफ-सफाई सहित अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.

प्रमुख सचिव बोरा ने बताया कि भारत सरकार, जनजातिय कार्य मंत्रालय, राष्ट्रीय जनजातिय छात्र शिक्षा समिति, नई दिल्ली द्वारा अनुसूचित जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराकर सामान्य जाति के विद्यार्थियों के समकक्ष लाने और उनमें प्रतिस्पर्धा की भावना जागृत करने के उद्देश्य से प्रदेश में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय संचालित हैं. वर्तमान में प्रदेश में 10 कन्या, 06 बालक और 59 संयुक्त हैं, इस प्रकार कुल 75 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं.

बैठक में आदिम जाति कल्याण विभाग के सचिव सह आयुक्त नरेन्द्र दुग्गा, अपर संचालक संजय गौड़ सहित पीडब्ल्यूडी, स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग सहित अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे.

IAS Award: राज्य प्रशासनिक सेवा के 14 अफसर आईएएस प्रमोट, जनंसपर्क संचालक अजय अग्रवाल का नाम भी शामिल

रायपुर-   जनसंपर्क संचालक अजय अग्रवाल समेत राज्य प्रशासनिक सेवा के 14 अफसर आईएएस प्रमोट हो गए हैं. दिल्ली में आज हुई डीपीसी की बैठक में प्रमोशन पर मुहर लग गई है. डीपीसी की बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन, एसीएस रेणु पिल्ले और सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव मुकेश बंसल शामिल थे।

राज्य सरकार ने तीन दर्जन अफसरों का नाम डीपीसी के लिए भेजा था. तीन अफसर सौम्या चौरसिया और आरती वासनिक का मामला लटक गया है. तीर्थराज अग्रवाल के प्रमोशन का मसला लिफाफे में बंद हो गया है. कोल घोटाला मामले में सौम्या चौरसिया जेल में बंद हैं. वहीं पीएससी घोटाला मामले में आरती वासनिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज है. उनके विरुद्ध विभागीय जांच चल रही है. तीर्थराज अग्रवाल के खिलाफ चल रही जांच खत्म हो गई है. राज्य शासन ने उन्हें क्लीन चीट दे दी है. एक मामला कोर्ट में विचाराधीन है. कोर्ट के निर्णय के बाद लिफाफा खुलते ही उन्हें भी प्रमोशन मिल सकता है. पिछले प्रमोशन में चूक चुके संतोष देवांगन और हीना नेताम को भी प्रमोट किया गया है.

इन अफसरों का हुआ प्रमोशन

राज्य प्रशासनिक सेवा से आईएएस बनने वाले अफसरों में संतोष देवांगन, हीना नेताम, अश्वनी देवांगन, रेणुका श्रीवास्तव, आशुतोष पांडेय, अजय अग्रवाल, रीता श्रीवास्तव, लोकेश चंद्राकर, प्रकाश सर्वे, गजेंद्र ठाकुर, लीना कोसम, तुनजा सलाम, वीरेंद्र बहादुर पंच भाई और सौमिल चौबे के नाम शामिल हैं.

देश में हो रही छत्तीसगढ़ की तारीफ : भाजपा कार्यालय में मना जनादेश दिवस, सीएम साय ने कहा – एक साल में मोदी की गारंटी के अधिकांश वादे पूरा किए

रायपुर-  भारतीय जनता पार्टी ने आज भाजपा कार्यालय में जनादेश दिवस मनाया, जिसमें मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भी शामिल हुए. इस मौके पर कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में जमकर आतिशबाजी की गई. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सीएम साय ने कहा, आज हम सब 3 दिसंबर को जनादेश दिवस मना रहे हैं. हमने एक साल में मोदी की गारंटी के अधिकांश वादे पूरा किए. पूरे देश में छत्तीसगढ़ की तारीफ हो रही है. छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने हम कामयाब होंगे.

अरुण साव हैं कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने के नायक : साय

सीएम ने कहा, संघर्षों के समय अरुण साव ने प्रदेश की कमान संभाली. उनके नेतृत्व में सभी मोर्चा प्रकोष्ठ ने संघर्ष किया. तत्कालीन कांग्रेस की भ्रष्टाचारी सरकार थी. उसे उखाड़ फेंकने के नायक अरुण साव हैं. उनके संघर्षों का फल है कि छत्तीसगढ़ की तीन करोड़ जनता का साथ बीजेपी को मिला. सीएम साय ने कहा, जनता ने 54 सीटों पर बीजेपी को बिठाकर सरकार चलाने का जनादेश दिया. इसके लिए छत्तीसगढ़ की तीन करोड़ जनता को धन्यवाद, बधाई और शुभकामनाएं. सीएम ने कहा, किसी को लगता नहीं था कि बीजेपी आएगी. कांग्रेस ओवर कॉन्फिडेंस में थी कि उनकी सरकार बनेगी, लेकिन सभी ने कांग्रेस की खिलाफ किए और सफल हुए. जो वादा बीजेपी ने किया था उस पर जनता ने विश्वास किया. हमारी सरकार पूरी ईमानदारी से मोदी की गारंटी पूरी करने की कोशिश कर रही. अधिकांश वादे हमने पूरे कर दिए हैं.

कई क्षेत्रों में बंद किया भ्रष्टाचार का रास्ता : सीएम

सीएम विष्णुदेव साय ने आगे कहा, किसानों को किए वादे पूरे किए. सरकार महिलाओं को महतारी वंदन की राशि हर महीने दे रही. पीएससी घोटाले की जांच की जा रही है. कई क्षेत्र में भ्रष्टाचार का रास्ता था उसे बंद कर रहे हैं. कोयले के सिस्टम को भी ऑनलाइन कर रहे. शराब की व्यवस्था को बदल रहे हैं. नक्सलवाद के खिलाफ हमने लड़ाई लड़ी. सबकी तारीफ पूरे देश में हो रही है. इसके लिए सबको बधाई है. छत्तीसगढ़ को विकसित छत्तीसगढ़ के रूप में बनाने हम कामयाब होंगे.

विष्णु के सुशासन में प्रदेश का हो रहा विकास : अरुण साव

उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन छत्तीसगढ़ के लिए बहुत ऐतेहासिक दिन है. आज के दिन एक साल पहले छत्तीसगढ़ की जनता ने ऐतिहासिक जनादेश दिया. राजनीतिक पंडित जनता के मन को पढ़ नहीं पाए. लोग कैसे तैयार बैठे थे, मन बना लिया था कि बीजेपी नहीं जीतेगी, लेकिन प्रणाम है. जनता ने जनादेश दिया. उस समय की अन्यायी, भ्रष्टाचारी सरकार को उखाड़ फेंका.

साव ने कहा, आज राज्य में विष्णु का सुशासन है. प्रदेश विकास की ओर बढ़ रहा है. आज का दिन छत्तीसगढ़ के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा. आज के दिन एक बार फिर छत्तीसगढ़ में नई सुबह हुई थी और आज विकास की ऊंचाई छू रहा है. बीजेपी के एक-एक कार्यकर्ता ने पूरी ताकत लगाई और आज विष्णु का सुशासन आया है. सभी कार्यकर्ताओं का अभिनंदन और स्वागत करता हूं. राज्य विष्णुदेव साय के नेतृत्व में मोदी की गारंटी पूरी करते आगे बढ़ रहा है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को बहुत-बहुत बधाई देता हूं.

SECL को हुआ करोड़ों का नुकसान: पुलिस ने NSUI जिलाध्यक्ष को किया गिरफ्तार, जानें क्या है मामला ?

कोरबा- जिले में एसईसीएल दीपका खदान में बीते 19 नवंबर को बिना सूचना के बलपूर्वक कोयला उत्खनन कार्य को रुकवाने के आरोप में पुलिस ने एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष मनमोहन राठौर को गिरफ्तार किया है। एसईसीएल के अनुसार इस घटना से उन्हें करोड़ों का आर्थिक नुकसान हुआ। आरोप है कि राठौर ने छात्रों के साथ मिलकर खदान को बंद कराया, जबकि यह आंदोलन बिना पूर्व सूचना के था।

बता दें कि एसईसीएल दीपका परियोजना के जीएम माइनिंग, मनोज कुमार की शिकायत पर दीपका थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 127 (2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए मंगलवार 3 दिसंबर यानी आज एनएसयूआई जिला अध्यक्ष मनमोहन राठौर (उम्र 24 साल) को गिरफ्तार कर लिया।

जाने पूरा मामला ?

जानकारी के मुताबिक, हरदी बाजार स्थित शासकीय ग्राम्य भारती महाविद्यालय खदान से लगा हुआ है, जिसे एसईसीएल द्वारा अधिग्रहित किया गया है। जहां एनएसयूआई जिला अध्यक्ष मनमोहन राठौर ने बीते 19 नवंबर को भारी संख्या में कॉलेज के छात्र और छात्राओं के साथ पहुंचा था और किसी दूसरी जगह में कॉलेज बनाने की मांग करते हुए खदान का काम बंद करवा दिया। बिना किसी पूर्व सूचना के इस तरह से काम बंद पड़ जाने से एसईसीएल के अधिकारी करोड़ों के नुकसान होने की बात कहते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच में पाया कि यह घटना पूर्व नियोजित थी, जिससे सरकारी खजाने को भारी क्षति हुई है।

NSUI ने जताई नाराजगी

कोरबा के एनएसयूआई जिला अध्यक्ष मनमोहन राठौर की गिरफ्तारी को लेकर संगठन ने नाराजगी जताते हुए इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है। संगठन ने इस गिरफ्तारी के विरोध में एसईसीएल के खिलाफ प्रदर्शन करने की बात कही है। वहीं दीपका थाना प्रभारी प्रेमचंद साहू ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि एसईसीएल की शिकायत के बाद उतरदा गांव के रहने वाले मनमोहन राठौर की गिरफ्तारी हुई है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।

राजधानी के माना-धनेली में धड़ल्ले से चल रहा था अवैध प्लाटिंग, SDM ने चलवाया बुलडोजर

रायपुर-  रायपुर नगर निगम क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग के खिलाफ जिला प्रशासन की टीम ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की. माना-धनेली क्षेत्र में लगातार चल रही अवैध प्लाटिंग को लेकर स्थानीय लोगों की शिकायतें मिल रही थी. इन शिकायतों के बाद एसडीएम नंद कुमार चौबे ने मामले पर संज्ञान लेते हुए अवैध प्लाटिंग को तत्काल हटवाया है.

मिली जानकारी के अनुसार, जमीन तक पहुंचने वाली सीसी रोड और मुरुम के सड़क को बुलडोजर से तोड़ा गया. लोगों से शिकायत मिली थी की बिना अनुमति के अवैध तरह से जमीन की प्लाटिंग की जा रही है. जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है.

पिछले दिनों कलेक्टर गौरव सिंह ने जिले के राजस्व अमला और नगर निगम जोन कमिश्नर की बैठक ली थी, जिसमें जिले में अवैध प्लाटिंग रोकने निर्देश दिए गए थे. इसके साथ ही मौके पर जाकर अवैध निर्माण के संबंध में स्थल पंचनामा, फोटोग्राफ लेकर पटवारी प्रतिवेदन लाने और अवैध कॉलोनी के निर्माण में FIR दर्ज कराने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद से लगातार ये कार्रवाई राजधानी रायपुर जिले में जारी है.

इस कार्रवाई के दौरान तहसीलदार तुलसी राठौर और क्षेत्रीय पटवारी भी मौके पर उपस्थित रहे.

मुख्यमंत्री रायगढ़ में आयोजित उत्कल ब्राह्मण समाज के सम्मेलन में हुए शामिल, समाज के भवन निर्माण के लिए 50 लाख रुपए देने की घोषणा

रायपुर-  सार्वजनिक जीवन में अच्छा कार्य कर रहे समाज के लोगों को जब सम्मान मिलता है तो न केवल उन्हें अच्छा महसूस होता है अपितु समाज के बहुत से लोगों को प्रेरणा मिलती है और वे उनके आदर्शों के अनुरूप चलने का प्रयास करते हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज रायगढ़ में आयोजित उत्कल ब्राम्हण सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि उत्कल ब्राह्मण समाज ने समाज की विभिन्न विभूतियों के सम्मान का कार्यक्रम रखा है। यह बहुत अच्छी पहल है। उन्होंने इस मौके पर रायगढ़ में उत्कल ब्राम्हण समाज के भवन निर्माण के लिए 50 लाख रूपए देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उत्कल ब्राह्मण समाज के सम्मेलन के अवसर पर अनेक विभूतियों को सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि रायगढ़ मेरी कर्मभूमि रही है। उत्कल ब्राह्मण समाज के अनेक सदस्य मेरे अच्छे मित्र रहे हैं। मेरे सुख-दुख में सहभागी रहे हैं। उनसे सामाजिक गतिविधियों की जानकारी होती रहती है। सामाजिक सम्मेलन के माध्यम से वे प्रगतिशील विचारों को बढ़ावा देते हैं। यही वजह है कि उत्कल ब्राह्मण समाज के लोग सार्वजनिक जीवन के हर क्षेत्र में बेहतर मुकाम पर हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़िया संस्कृति और ओडिशा की संस्कृति में बहुत सी बातें मिलती-जुलती हैं। महाप्रभु जगन्नाथ के प्रति जितना स्नेह ओडिशा के लोगों में है उतना ही अनुराग छत्तीसगढ़ में भी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी सरकार के लिए शिक्षा सर्वाेच्च प्राथमिकता में है। आज ही हमने रायगढ़ में 42 करोड़ रुपए की राशि से बनने वाले नालंदा परिसर का भूमिपूजन भी किया। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ज्ञान आधारित समाज स्थापित करना चाहते हैं और इसके लिए बहुत जरूरी है कि हम युवाओं को उच्चस्तरीय शिक्षा व्यवस्था प्रदान करें। इसके साथ ही हमने रायगढ़ जिले में 135 करोड़ रुपए के कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन भी किया है। इन कार्यों से रायगढ़ जिले की सूरत और भी निखरेगी।

कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री अरुण साव और वित्त मंत्री ओ पी चौधरी ने भी सम्बोधित किया। श्री चौधरी ने उत्कल ब्राह्मण समाज के भवन निर्माण के लिए 20 लाख रूपए दिए जाने की घोषणा की। सम्मेलन में रायपुर उत्तर विधायक और उत्कल ब्राह्मण समाज के प्रदेश अध्यक्ष पुरंदर मिश्रा ने उत्कल ब्राह्मण समाज सम्मेलन में प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, वित्त मंत्री ओ पी चौधरी के पहुंचने पर स्वागत और अभिनंदन किया। इस अवसर पर उत्कल ब्राह्मण समाज के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

प्रदेश की खुशहाली के लिए डिप्टी सीएम ने भोरमदेव मंदिर में टेका मत्था : एक साल का कार्यकाल पूरा, विजय शर्मा ने कहा –

कवर्धा-   क्षेत्र के विधायक और छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अपने विधायकी के एक वर्ष पूरा होने पर इसे ऐतिहासिक और सफल बताते हुए इस उपलब्धि को जनता को समर्पित किया और जनता के प्रति आभार जताया. इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की. इस दौरान शर्मा ने कहा, कवर्धा विधानसभा क्षेत्र प्रदेश में रोल मॉडल बने, इसके लिए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से सुझाव लिए जा रहे हैं। इस क्षेत्र के कवर्धा नगर पालिका का समुचित विकास, सौदर्यीकरण की दिशा में काम शुरू कर दिए हैं।
इसके पहले उपमुख्यमंत्री शर्मा ने छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक, पुरातत्व, धार्मिक और पर्यटन महत्व के स्थलों बाबा भोरमदेव मंदिर और कवर्धा के प्रसिद्ध खेड़ापति हनुमान मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना कर क्षेत्र की खुशहाली और समृद्धि के लिए आशीर्वाद लिया. उन्होंने कहा कि यह आप सबकी सहभागिता और विश्वास का ही परिणाम है कि हमारा पहला वर्ष विकास और जनकल्याण की दिशा में ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा रहा है. इस अवसर पर क्षेत्र की जनता और जनप्रतिनिधियों ने उपमुख्यमंत्री शर्मा का भव्य स्वागत किया और शुभकामनाएं दी. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित नागरिकों ने उनके नेतृत्व में हुए विकास कार्यों की सराहना की. शर्मा ने जनता से मिले इस सम्मान और दुलार पर आभार जताते हुए कहा कि आप सबका यह स्नेह और समर्थन मेरी सबसे बड़ी ताकत है। मैं हमेशा क्षेत्र के विकास और जनता की समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर रहूंगा.

भविष्य की योजनाएं और सुशासन का वादा

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली सरकार को सुशासन की प्रतीक बताते हुए कहा कि “हमारा लक्ष्य कवर्धा को शिक्षा, कृषि, सिंचाई, उद्योग और खेल के क्षेत्र में रोल मॉडल बनाना है। यह यात्रा आपके साथ और समर्थन से ही सफल होगी।” यह सरकार हर वर्ग के कल्याण और विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने जनता से अपील की, “हमारी सरकार का हर कदम विकास और जनसेवा की दिशा में है।

रेलवे परियोजनाएं विकास के अवसर

उपमुख्यमंत्री शर्मा के प्रयासों से मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ खनिज विकास निधि सलाहकार समिति की 20वीं बैठक में डोंगरगढ़ – कबीरधाम-मुंगेली-कटघोरा रेलमार्ग के लिए 300 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई। यह परियोजना क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के निर्माण और आर्थिक विकास में सहायक साबित होगी। उपमुख्यमंत्री के विशेष प्रयासों से जिले की बहुप्रतीक्षित मांग कवर्धा में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने 306.23 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की है। यह परियोजना जिले के स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार लाने और चिकित्सा शिक्षा के नए अवसर उत्पन्न करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। कवर्धा क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज की स्थापना यह न केवल युवाओं को चिकित्सा शिक्षा के नए अवसर प्रदान करेगा, बल्कि क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध कराएगा।

कवर्धा विधानसभा क्षेत्र को प्रदेश में रोल मॉडल बनाने की तैयारी

उपमुख्यमंत्री शर्मा ने चर्चा करते हुए बताया कि कवर्धा विधानसभा क्षेत्र के वनांचल क्षेत्र चिल्फी से लेकर मैदानी ग्राम निरोधी तक, दलदली से लेकर रेंगाखार, खारा तक हर ग्राम पंचायतो में जन भवनाओं की मांगों को देखते विकास की परिकल्पना और मूलभूत तथा बुनियादी सुविधाओं के विस्तार पर काम किया जा रहा है। कवर्धा विधानसभा क्षेत्र प्रदेश में रोल मॉडल बने इसके लिए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से सुझाव लिए जा रहे हैं। इस क्षेत्र के कवर्धा नगर पालिका का समुचित विकास, सौदर्यीकरण की दिशा में काम शुरू किए गए हैं। इसी तरह बोड़ला, सहसपुर लोहरा, पिपरिया नगर पंचायतों के लिए विकास की परिकल्पना को साकार किया जाएगा।

युवाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने के मिलेंगे अवसर

जिले के युवाओं के सर्वांगीण विकास पर जोर देते हुए शर्मा ने कहा कि जिले में 24 नए मिनी स्टेडियम बनाए जा रहे हैं। “इन स्टेडियमों से युवाओं को अपनी खेल प्रतिभा निखारने और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने का अवसर मिलेगा। यह पहल खेल को गांव-गांव तक पहुंचाने का हमारा संकल्प है। जिले में लंबित सिचाई योजनाओ घटोला, जगमड़वा,खड़ौदा जलाशय के निर्माण को गति मिली है। वनांचल क्षेत्रो में बरसो के खराब सड़कों के उन्नयन, नवनीकरण संधारण के लिए करोड़ो रुपए की मंजूरी कर सुगम यातायात की दिशा में काम शुरू किए गए है। उपमुख्यमंत्री शर्मा ने कवर्धा विधानसभा को शिक्षा, कृषि, उद्योग, सिंचाई और खेल गतिविधियों के क्षेत्र में रोल मॉडल बनाने का संकल्प व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सिंचाई परियोजनाओं से किसानों की आय में वृद्धि होगी, जबकि खेल सुविधाओं के विकास से युवाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने के अवसर मिलेंगे।