बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में हुआ द्वि- दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का बेहतरीन समापन
लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में इंडियन काउंसिल ऑफ़ सोशल साइंस रिसर्च द्वारा पोषित एवं अर्थशास्त्र विभाग, बीबीएयू द्वारा 'जलवायु लचीले समाज का निर्माण: मुद्दे और चुनौतियाँ (Building Climate Resilient Society: Issues and Challenges)' विषय पर आयोजित द्वि- दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का बेहतरीन समापन हुआ। समापन सत्र के दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ के डायरेक्टर डॉ. रसप्पा विश्वनाथन उपस्थित रहे।
इसके अतिरिक्त मंच पर अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. सनातन नायक एवं डॉ. सुरेंद्र मेहर उपस्थित रहे। सर्वप्रथम आयोजन समिति की ओर से मुख्य अतिथि को पुष्पगुच्छ भेंट करके उनके प्रति आभार व्यक्त किया गया। इसके बाद कार्यक्रम समन्वयक डॉ. सुरेंद्र सिंह जाटव द्वारा द्वि- दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी की रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी। मंच संचालन का कार्य डॉ. साधना सिंह ने किया।
भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ के डायरेक्टर डॉ. रसप्पा विश्वनाथन ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि गन्ना एक प्रमुख बहुवर्षीय एवं व्यावसायिक फसल है , जिसके अच्छे प्रबंधन से साल दर साल 1,50,000 रूपये प्रति हेक्टेयर से अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त उन्होंने विषम परिस्थितियों में भी अनुकूल रहने वाली फसलों के बारे में बताया एवं कृषि के क्षेत्र में तकनीकी एवं प्रौद्योगिकी का प्रयोग करके रोजगार के अवसरों को तराशने की सलाह दी।
विभागाध्यक्ष प्रो. सनातन नायक ने अपने विचार रखते हुए कहा कि कृषि का क्षेत्र काफी हद तक अर्थव्यवस्था से जुड़ा हुआ है, इसीलिए इस क्षेत्र में विकास की अत्यंत आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त उन्होंने इथेनॉल निर्माण की विशेषताओं, जलवायु परिवर्तन एवं मानवीय क्रियाकलापों से होने वाली हानियों पर विस्तृत चर्चा की। संगोष्ठी के दूसरे दिन चार परिपूर्ण सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें देश- विदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों से सम्मिलित प्रतिभागियों ने ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये।प्रथम परिपूर्ण सत्र बीबीएयू के डॉ. सुरेंद्र मेहर की अध्यक्षता में 'जलवायु लचीलेपन और ग्रामीण विकास पर केस अध्ययन' विषय पर ऑनलाइन माध्यम में आयोजित किया गया। इसके अतिरिक्त दूसरा परिपूर्ण सत्र जयपुरिया इंस्टिट्यूट, नोएडा के डॉ. अमरनाथ त्रिपाठी की अध्यक्षता में 'जलवायु वित्त, लचीली रणनीतियाँ और ग्रामीण विकास' विषय पर, तीसरा परिपूर्ण सत्र गोविन्द बल्लभ पन्त सोशल साइंस इंस्टीट्यूट, प्रयागराज की डॉ. पूजा पाल की अध्यक्षता में 'पूर्व अनुकूलन रणनीतियाँ और ग्रामीण विकास' विषय पर एवं चौथा परिपूर्ण सत्र प्रो. सनातन नायक की अध्यक्षता में 'आईसीटी का उपयोग, खाद्य सुरक्षा और ग्रामीण विकास' विषय पर आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन का कार्य डॉ. सुरेंद्र मेहर द्वारा किया गया। समस्त कार्यक्रम के दौरान शिक्षकगण, विभिन्न विश्वविद्यालयों से आये प्रतिभागी, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।
Dec 03 2024, 19:55