राज्य निर्वाचन आयुक्त अजय सिंह ने स्थानीय निर्वाचन की तैयारियों की समीक्षा की

रायपुर-   राज्य निर्वाचन आयुक्त अजय सिंह की अध्यक्षता में आज राज्य निर्वाचन आयोग अटल नगर नवा रायपुर कार्यालय के सभा कक्ष में नगरपालिकाओं एवं त्रिस्तरीय पंचायतों के आगामी आम/उप निर्वाचन अंतर्गत निर्वाचन कार्यों की तैयारियों के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में रायपुर संभाग के संभागायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, संभाग के सभी कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक तथा उप जिला निर्वाचन अधिकारी शामिल हुए। बैठक में मुख्य रूप से चुनाव के सुचारू रूप से संचालन हेतु चुनाव की तैयारी, सुरक्षा व्यवस्था, मतदान केन्द्रों की स्थिति और निर्वाचन प्रक्रिया से जुड़ी महत्वपूर्ण तैयारियों की समीक्षा की गई। इस बैठक के माध्यम से चुनाव के सुचारू और सुरक्षित संचालन को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए।

राज्य निर्वाचन आयुक्त अजय सिंह ने सभी अधिकारियों से शांतिपूर्ण निर्वाचन सम्पन्न कराने सभी आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने मतदाता सूची प्रकाशन के पूर्व सभी प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न कराने निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि निर्वाचन नामावली को सभी जिला निर्वाचन अधिकारी व्यक्तिगत रूप से स्वयं देखे, उसमें किसी भी प्रकार की त्रुटि नहीं होना चाहिये।

राज्य निर्वाचन आयुक्त अजय सिंह ने चुनावी प्रक्रिया के दौरान होने वाली चुनौतियों और संभावित समस्याओं पर भी चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों को चुनाव के दौरान शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने, मतदाता जागरूकता बढ़ाने, और मतदान प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा की समय-समय पर निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किये गए दिशानिर्देशों के पालन प्रतिवेदन की समीक्षा की जा रही है। सभी जिलों के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से अपने-अपने जिलों के निर्वाचन की तैयारी की अद्यतन स्थिति से अवगत कराया।
राज्य निर्वाचन आयुक्त अजय सिंह ने उपस्थित सभी अधिकारियों से कहा कि आप सभी अपनी तैयारीयों की समीक्षा करते रहें। गत 26 नवम्बर को बिलासपुर एवं सरगुजा संभाग तथा 29 नवम्बर को दुर्ग संभाग के अधिकारियों की चुनाव तैयारी के संबंध में समीक्षा की जा चुकी है कल 4 दिसंबर को बस्तर संभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर चुनाव तैयारियों की समीक्षा की जाएगी।

राज्य निर्वाचन आयुक्त अजय सिंह ने सुरक्षा उपायों और कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने मतदान केंद्रों पर सुविधाओं, कर्मचारियों की तैनाती, और निर्वाचन सामग्री की उपलब्धता की भी समीक्षा की ताकि किसी भी तरह की असुविधा न हो। बैठक में यह भी सुनिश्चित किया गया कि सभी संबंधित अधिकारियों के बीच समन्वय और सहयोग बना रहे ताकि चुनाव प्रक्रिया बिना किसी बाधा के पूरी हो सके। उन्होंने कहा कि राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को समय पर सही जानकारी प्रदान करें। इस अवसर पर रायपुर संभाग के संभागायुक्त महादेव कावरे, पुलिस विभाग के नोडल अधिकारी ओ पी पाल, रायपुर संभाग के आई जी अमरेश मिश्रा, राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव डॉ. सर्वेश्रवर नरेन्द्र भूरे, रायपुर कलेक्टर गौरव कुमार सिंह सहित अन्य प्रमुख अधिकारी उपस्थित थें।

अनिश्चितकालीन हड़ताल पर नगरीय निकाय के प्लेसमेंट कर्मचारी, ये हैं मांगें…

रायपुर-   प्लेसमेंट कर्मचारियों को अन्य विभाग की तर्ज पर निकायों से सीधा वेतन भुगतान करने और श्रम सम्मान राशि 4000 रुपए देने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय के प्लेसमेंट कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं. छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय प्लेसमेंट कर्मचारी महासंघ के बैनर तले नया रायपुर तूता धरना स्थल पर अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है.

बता दें कि 184 नगरीय निकायों, 14 नगर निगम, 50 नगर पालिका और 120 नगर पंचायतों में प्लेसमेंट कर्मचारी कार्यरत हैं. इस हड़ताल में प्रदेशभर के कर्मचारी शामिल हैं और सरकार से जल्द मांगों को पूरा करने की गुहार लगा रहे हैं.

सैनिकों के कल्याण के लिए मानवीय संवेदना से कार्य करें – राज्यपाल रमेन डेका
रायपुर-   राज्यपाल रमेन डेका की अध्यक्षता में आज राजभवन में सैनिक कल्याण बोर्ड छत्तीसगढ़ के राज्य प्रबंधन समिति की 16वीं बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक में भूतपूर्व सैनिकों, विधवाओं, व उनके आश्रितों के लिए सशस्त्र सेना झंडा दिवस निधि द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं पर चर्चा की गई एवं भूतपूर्व सैनिकों के हितों में महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। राज्यपाल ने कहा कि भारत माता की सेवा में अपना जीवन गुजारने वाले वीर सपूतों का कल्याण करना सबका दायित्व और कर्त्तव्य है। इसमे मानवीय संवेदना के साथ कार्य करने की आवश्यकता है। इस दिशा में हम सभी को विशेष ध्यान देना चाहिए।
राज्यपाल श्री डेका ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि ‘‘सशस्त्र सेना झंडा‘‘ दिवस निधि के लिए संग्रह बढ़ाने के लिए राज्य सैनिक कल्याण बोर्ड एवं गृह विभाग के प्रयास सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि संग्रह बढ़ाने के लिए सभी तरीकों पर ध्यान देना चाहिए। सरकार की सहायता पर ही निर्भर ना रहते हुए समुदाय को भी इसके लिए प्रोत्साहित करना चाहिए ताकि पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों के कल्याण के लिए और अधिक योजनाएं शुरू की जा सकें। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आज की बैठक में लिये गये सभी निर्णयों से छत्तीसगढ़ में भूतपूर्ण सैनिक उनके लाभान्वित होंगे।
श्री डेका ने राज्य के दूरदराज के इलाकों में कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए छत्तीसगढ़ की सैनिक कल्याण टीम द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की और कहा कि समर्पण के साथ देश की सेवा करने वाले हमारे बहादुर पूर्व सैनिकों की अच्छी तरह से देखभाल की जाए।
बैठक के दौरान भूतपूर्व सैनिकों, विधवाओं एवं उनके आश्रितों के हित में कई बिदुओं पर निर्णय लिये गये। जिसमें जवानों की भांति जूनियर कमिश्नड ऑफिसर (जे.सी.ओ.) के लिये भी पुत्री विवाह हेतु 50 हजार रूपए का आर्थिक अनुदान तथा चार्टेड एकाउटेन्ट, कंपनी सेक्टरी के व्यवसायिक पाठयक्रम का अध्ययन करने वाले बच्चों को 20 हजार रूपए एकमुश्त प्रतिवर्ष का आर्थिक अनुदान प्रदान किया जायेगा। आईटीआई प्रशिक्षण के दौरान भूतपूर्व सैनिक प्रशिक्षु को देय 5 हजार रूपए प्रति माह के स्थान पर प्रशिक्षु द्वारा संस्थान को देय वास्तविक शुल्क प्रदान किया जायेगा तथा लघु व्यवसाय हेतु देय आर्थिक अनुदान 15 हजार रूपए जो सैम्फेक्स योजनाओं में सम्मिलित नहीं थे उनको वृद्धि कर 25 हजार रूपए कर दिया गया है। समिति ने जिला सैनिक कल्याण कार्यालय जगदलपुर के द्वितीय तल पर सभागार का निर्माण एवं भूतल पर दिव्यांग भूतपूर्व सैनिकों के लिए कमरा निर्माण के प्रस्ताव को अनुमोदित किया।
बैठक में सैनिक कल्याण बोर्ड के संचालक विवेक शर्मा ने बोर्ड की अब तक की गतिविधियों एवं बजट के संबंध में प्रस्तुतिकरण दिया। बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह विभाग मनोज पिंगुआ, राज्यपाल के सचिव यशवंत कुमार, गृृह विभाग के सचिव हिम शिखर गुप्ता, वित्त विभाग की सचिव शारदा वर्मा, ब्रिगेडियर प्रशासन, मध्य भारत एरिया, ब्रिगेडियर एस. के. मल्होत्रा, कार्यवाहक सचिव केंद्रीय सैनिक बोर्ड, नई दिल्ली कैप्टेन (भा.नौ.) शाश्वत पूर्णानंद, अतिरिक्त महानिदेशक, पुनर्वास परिक्षेत्र मध्य कमान, लखनऊ ब्रिगेडियर विक्रम हिरू, कर्नल सुमीत शर्मा प्रभारी कमान्डर मुख्यालय छत्तीसगढ़ एवं ओडिशा सब एरिया (कोसा) ने भाग लिया। इसके अलावा बैठक में अशासकीय सदस्यगण मेजर जनरल संजय शर्मा (से.नि.), विंग कमाण्डर ए श्रीनिवास राव (से.नि.), गैर शासकीय सदस्य द्वय कैलाश नाहटा एवं टी आर साहू उपस्थित थे।
त्वरित कार्रवाई : बीईओ पर हाथ उठाना पड़ा प्रधान पाठक को भारी, संभागीय संयुक्त संचालक ने किया निलंबित…

रायपुर- विकासखंड शिक्षा अधिकारी (BEO) पर हाथ उठाना पूर्व माध्यमिक शाला के प्रधान पाठक को भारी पड़ गया. संभागीय संयुक्त संचालक राकेश पांडेय ने त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रधान पाठक राजन कुमार बघेल को निलंबित कर दिया है.

संभागीय संयुक्त संचालक राकेश पांडेय ने बताया कि शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला परसदा सोंठ अभनपुर में पदस्थ प्रधान पाठक राजन कुमार बघेल ने अभद्र व्यवहार किया और अपशब्दों का प्रयोग किया गया. हाथ मरोड़ा गया और गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की गई. यहां तक कुर्सी को पटकते हुए फ़ाइल पकड़कर सिर में मारा गया. प्राथमिक तौर पर दोषी पाए जाने के बाद प्रधान पाठक के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है.

निलंबन आदेश में बताया गया कि प्राचार्य पद पर पदोन्नति के संबंध में अपना गोपनीय प्रतिवेदन सुधार के लिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी अभनपुर के समक्ष उपस्थित हुए थे. इस दौरान बहसबाजी करते हुए अधिकारी से अभद्र व्यवहार किया गया, जिसकी वजह से प्रधानपाठक को सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण, अपील) नियम 1966 के नियम-9 (1) के तहत् तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है. निलंबन अवधि के दौरान राजन कुमार बघेल का मुख्यालय कसडोल विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय नियत किया गया है.

5वीं और 8वीं की केंद्रीकृत परीक्षा लेने स्कूल शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश, जानिए क्या-क्या दिए गए हैं निर्देश…

रायपुर-   साय कैबिनेट के फैसले के बाद कक्षा 5वीं और 8वीं की केंद्रीकृत परीक्षा लेने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने दिशा निर्देश दिया है. प्रदेश के सभी कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी को आदेश जारी किया गया है. बता दें कि 2010-11 में कक्षा पांचवी, आठवीं की बोर्ड परीक्षा को समाप्त किया गया था. प्रत्येक बच्चों को निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा दी जाती है. इसी कारण किसी बच्चों को फेल नहीं किया जाता था. बोर्ड परीक्षा बंद करने से विद्यार्थियों की शैक्षणिक गुणवत्ता पर असर को देखते हुए फिर से केंद्रीयकृत परीक्षा लेने का फैसला लिया गया है.

प्रत्येक शैक्षणिक सत्र में कक्षा पांचवी, कक्षा आठवी की नियमित परीक्षा ली जाएगी. यदि विद्यार्थी वार्षिक परीक्षा में अनुत्तीर्ण होता है तो उसे परीक्षा दिनांक के दो माह के भीतर फिर से परीक्षा का अवसर दिया जाएगा. किसी भी विद्यार्थी को प्रारंभिक शिक्षा पूर्ण होने तक विद्यालय से निष्कासित नहीं किया जाएगा. सीजी बोर्ड के सभी सरकारी, अशासकीय, अनुदान प्राप्त स्कूल में परीक्षा आयोजित की जाएगी.

केंद्रीय परीक्षा जिला स्तर पर ली जाएगी. जिला शिक्षा अधिकारी गोपनीयता बनाए रखते हुए गुणवत्ता युक्त परीक्षा सम्पन्न कराएंगे. परीक्षा के लिए विद्यार्थी से कोई भी शुल्क नहीं लिया जाएगा. परीक्षा मार्च में आयोजित की जाएगी. परीक्षा की समय सारणी संचालक लोकशिक्षण सचिवालय जारी करेगा.

पढ़िए आदेश की कॉपी –

महिला बीईओ और प्रधान पाठक के बीच हुई हाथापाई, थाने तक पहुंचा मामला

अभनपुर-  अभनपुर में महिला बीईओ के साथ प्रधान पाठक का विवाद इस कदर बढ़ा कि मामला हाथापाई तक जा पहुंचा. बीईओ की शिकायत पर अभनपुर पुलिस प्रधान पाठक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है.

बताया जा रहा है कि सोमवार को परसदा गांव स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधान पाठक राजन बघेल अपने CR में श्रेणी की मार्किंग करवाने के लिए अभनपुर स्थित विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय आए थे. इस दौरान श्रेणी की मार्किंग के लिए बीईओ धनेश्वरी साहू पर दबाव बनाने लगे. बीईओ के इंकार करने पर गाली-गलौज करते हुए फाइलों को उनके टेबल पर पटकने लगे.

इस पर कार्यालय स्टाफ ने उन्हें नियंत्रित कर कक्ष से बाहर लाकर पानी पिलाया गया. लेकिन इसके बाद प्रधान पाठक फिर से बीईओ कक्ष में गए और अपनी CR श्रेणी में तत्काल सुधार करने का दबाव बनाने लगा. बीईओ के पुनः इनकार करने पर वे इस कदर आक्रोशित हो गए मामला हाथापाई तक पहुंच गया. कार्यालय के स्टाफ ने बीच-बचाव कर दोनों को छुड़ाते हुए प्रधान पाठक को बाहर ले गए.

पूरी घटना विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के कक्ष में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है. मामले में प्रार्थीया की रिपोर्ट पर थाना अभनपुर द्वारा प्रधान पाठक के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 115(2), 296 और 351(2) के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है.

जीवन को प्रत्येक पायदान पर गति दे रहे कम्प्यूटर, साई कॉलेज में मनाया गया विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस

अम्बिकापुर-   कम्प्यूटर मशीन होने के साथ मानवता का सहयोगी बन चुका है। जीवन के प्रत्येक पायदान पर कम्प्यूटर हमारे साथ है। यह बातें विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस पर आयोजित व्याख्यान के दौरान मुख्य वक्ता संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर विभाग के अध्यक्ष एस.एस पी. टोंडे ने कही।

उन्होंने कहा कि कम्प्यूटर का आकार जिस तेजी से छोटा होता जा रहा है, उसी तेजी के साथ उसके काम में गति आती गयी है। कम्प्यूटर की लगातार काम करने की क्षमता, गणनाओं में तीव्रता, एक साथ कई काम गति के साथ करना, तथ्यों को डिजीटली सहेज कर रखना अब पहचान बन चुकी है। टेक्नालॉजी के साथ कम्प्यूटर प्रत्येक क्षेत्र में पहुंच चुका है। पहले यह मशीन के रूप में उपयोग होता था लेकिन अब कम्प्यूटर रक्षा, अनुसंधान, विज्ञान, कला, फिल्म, साहित्य, चिकित्सा की दुनिया में हम साथ-साथ हैं बन चुका है। चमत्कारिक रोबोट लगातार एआई (कृत्रिम बुद्धि) को गति दे रहे हैं। लगता तो ऐसा है कि अब मशीने मनुष्य को हराने वाली हैं।
प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने विद्यार्थियों को कम्प्यूटर से कम्प्यूट्रेसी और सिटीजन से नेटीजन बनने का आह्वान किया।

इससे पहले एच.एस.पी टोंडे, प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव, कम्प्यूटर एंड आईटी विभाग के अध्यक्ष डॉ. विवेक कुमार गुप्ता ने महाविद्यालय प्रांगण में कम्प्यूटर एंड आईटी विभाग के तत्वावधान में आयोजित कम्प्यूटर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कम्प्यूटर के इतिहास और उसके विकास पर आधारित मॉडल प्रदर्शनी में जहां रोबोट सभी का स्वागत कर रहा था तो चिकित्सा के क्षेत्र में डॉक्टरों को सहयोग कर रहा था। घर, परिवार, एटीएम प्रत्येक जगह कम्प्यूटर अपनी दक्षता के साथ जीवन को गति दे रहा है। मॉडल प्रदर्शनी में हैंड गैस्चर, एटीएम सुरक्षा, हाउस अलर्ट, आईडी आईडेंटीफिकेशन, फेश डिटेक्शन, सेंसर ग्लास, फॉर्मिंग, फायर अलार्म, रोबोट, ऑब्सटेक्ल, रेल दुर्घटना से पूर्व सूचना, चैट बोट, हॉस्पिटल मैनेजमेंट आदि मॉडल दिखाये गया। प्रदर्शनी के मॉडलों में प्रथम स्थान हैंड गैस्चर, रेल दुर्घटना की पूर्व सूचना देने वाला, द्वितीय स्थान आई आडेंटीफिकेशन, फायर अलार्म, तृतीय स्थान फेस डिटेक्शन, रोबोट और हास्पिटल मैनेजमेंट को दिया गया। कार्यक्रम के दौरान सहायक प्राध्यापक नीतू सिंह, सोनाली गोस्वामी, दीपा तिवारी, सुमन मिंज आदि ने सहयोग किया। महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

अपनी मांगों को लेकर राजधानी की सड़क पर उतरे प्रदेशभर के दिव्यांग, पुलिस ने बीच रास्ते उन्हें रोका…

रायपुर-  इसे लाचारी कहें, या फिर मजबूरी. अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर आज दिव्यांग विरोध- प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदेश के सभी जिलों से राजधानी रायपुर पहुंचे है. सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करते इससे पहले ही दिव्यांगों को पुलिस ने रोक दिया. 

दिव्यांग 6 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इनमें से प्रमुख मांग है कि फर्जी सर्टिफिकेट के सहारे नौकरी कर रहे लोगों का राज्य मेडिकल बोर्ड से भौतिक परीक्षण कराकर बर्खास्त किया जाए. दिव्यांगजनों को प्रतिमाह 5000 रुपए पेंशन दिया जाए. बीपीएल की बाध्यता को ख़त्म किया जाए.

इसके अलावा 18 वर्ष से ऊपर की अविवाहित दिव्यांग युवती-महिला को महतारी वंदन योजना में शामिल किया जाए. दिव्यांगजनों के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाया जाए. शासकीय दिव्यांग कर्मियों को पदोन्नति में 4% आरक्षण दिया जाए, बेरोजगार दिव्यांगों को बिना गारंटी के लोन दिलाया जाए और कोरोना पूर्व दिए गए समस्त ऋण माफ़ किया जाए.

छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी ने नवजोत सिद्धू को जारी किया शो-कॉज नोटिस, प्रमाणित डॉक्यूमेंट नहीं देने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी

रायपुर-  कांग्रेस नेता पूर्व सांसद नवजोत सिंह सिद्धू ने हाल ही में प्रेस कांफ्रेंस कर अपनी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू के 4थे स्टेज के कैंसर से बिलकुल ठीक होने को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था, जिसमें उन्होंने ने दावा किया था कि उनकी पत्नी केवल 40 दिनों में बिना किसी मेडिकल ट्रीटमेंट या दवाई के ठीक हो गईं. सिर्फ अपने खान-पान में कुछ बदलाव करके स्वस्थ हुई है. इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी ने अब नवजोत सिंह सिद्धू शो-कॉज नोटिस जारी किया है. 7 दिनों में प्रमाणित डाॅक्यूमेंट नहीं देने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.

नोटिस में लिखा है कि STAGE 2 Breast Cancer को स्टेज 4 क्यों बता रहे हैं. नवंबर 2023 में डॉ. सिद्धू कैंसर फ्री हो गई थी तो नवजोत सिद्धू नवंबर 2024 में ठीक होने का दावा क्यों कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी ने कहा है कि नवजोत सिंह झूठ बोलना और मरीजों की जान से खिलवाड़ करना बंद करें. 7 दिनों के भीतर इलाज के प्रमाणित डॉक्यूमेंट पेश करें अन्यथा कानूनी कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि इससे पहले भी सोसाइटी ने सिद्धू दम्पत्ति को लीगल नोटिस जारी किया था और 7 दिन के भीतर नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू के स्वास्थ्य दस्तावेज मंगाए गए हैं, जिससे उनके (नवजोत सिंह सिद्धू) की तरफ से किए गए दावों को वे साबित कर सकें. ऐसा नहीं करने पर उन पर 850 करोड़ की क्षतिपूर्ति का दावा करने की चेतावनी दी है.

नवजोत सिद्धु के बयान से कैंसर के मरीजों में भ्रम : सोलंकी

सिविल सोसाइटी के संयोजक डॉ कुलदीप सोलंकी ने बताया कि नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी पत्नी के असाध्य कैंसर रोग के संबंध में अमृतसर स्थित आवास पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था. उन्होंने मीडिया में बोलते हुए खुलासा किया था कि उनकी पत्नी का स्टेज 4 कैंसर को लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव कर मात दे दी है. सिर्फ डाइट में कुछ चीजों को शामिल करके उनकी पत्नी ने 40 दिन में कैंसर को मात दे दी है. इसे सुनकर देश विदेश के कैंसर ग्रसित मरीजों में भ्रम व एलोपेथी मेडिसिन के विरोध की स्थिति उत्पन्न हो रही है इसलिए हम इस लीगल नोटिस के जरिए सिद्धू परिवार से स्पष्टीकरण व दस्तावेज की मांग कर रहे हैं. अब शो-कॉज नोटिस भी जारी किया गया है.

मुख्यमंत्री ने मेजर ध्यानचंद की पुण्यतिथि पर उन्हें किया नमन
रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हॉकी के जादूगर पद्म भूषण मेजर ध्यानचंद की 03 दिसम्बर को पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया है। मेजर ध्यानचंद के खेल के क्षेत्र में अमूल्य योगदान को याद करते हुए श्री साय ने कहा है कि मेजर ध्यानचंद जी अपनी प्रतिभा और हॉकी के प्रति समर्पण, प्रेम और अनुशासन से भारत में हॉकी की पहचान बन गए हैं। उनके के जादुई खेल से भारत ने ओलंपिक खेलों में तीन स्वर्ण पदक हासिल किए। उनके जन्मदिन को भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेजर ध्यानचंद का खेल के प्रति समर्पण और देश प्रेम की भावना हम सबके लिए प्रेरणास्पद है।