कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का विवादास्पद बयान, ज्योतिर्लिंग से की अपनी तुलना, भड़की भाजपा

#mallikarjun_kharge_says_i_am_one_of_the_jyotirlingas

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे खुद की तुलना ज्योतिर्लिंगों से की है। मल्लिकार्जुन खरगे के इस बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया है। खरगे ने कहा मैं ह‍िंदू हूं, मेरा नाम है मल्लिकार्जुन खरगे, 12 पवित्र ज्योतिर्लिंग में से एक लिंग मैं हूं। खरगे के बयान पर बीजेपी नेता ने कड़ा विरोध किया है। बीजेपी ने कांग्रेस पर वोट बैंक के लिए ह‍िंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है।

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित सभा में ये विवादास्पद बता कही। खरगे के इस बयान पर विवाद शुरू हो गया है। बीजेपी ने खरगे के इस बयान पर हमला बोला है। बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने वीडियो जारी कर कहा है कि 'हिंदू आस्था का अपमान करना कांग्रेस पार्टी की पहचान है। कांग्रेस ने पहले श्री राम का अपमान किया। श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा में आयोजित समारोह को कांग्रेस ने नाच-गाना करार दिया था। कांग्रेसी लगातार श्री राम के अस्तित्व पर सवाल उठाते रहे हैं। अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भगवान शिव का अपमान कर रहे हैं। खरगे ने अपनी तुलना 12 ज्योतिर्लिंग से की है।'

शहजाद पूनावाला ने आगे कहा कि उन्होंने कहा है कि 'मैं एक पवित्र ज्योतिर्लिंग हूं। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या किसी दूसरे धर्म के लिए कांग्रेस ऐसी टिप्पणी कर सकती है। वोट बैंक के लिए कांग्रेस का स्तर इतना गिर गया है कि लगातार ह‍िंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने का काम किया जा रहा है।'

बीजेपी नेता ने खरगे से माफी मांगने की मांग की। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस अध्यक्ष को माफी मांगनी चाहिए। नाम अगर शिव है, तो आप भगवान शिव नहीं बन सकते हैं। ज्योतिर्लिंग से करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है और वह खुद को ज्योतिर्लिंग बता रहे हैं। यह हिंदू समाज का बहुत बड़ा अपमान है।'

बांग्लादेश: हिंदू नेता चिन्मय दास की जमानत याचिका पर 3 दिसंबर को सुनवाई, लगा है राजद्रोह का आरोप

डेस्क: बांग्लादेश की एक अदालत ने पिछले सप्ताह राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किए गए हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास की जमानत पर सुनवाई के लिए तीन दिसंबर की तारीख तय की है। मीडिया में आई खबर में यह जानकारी दी गई है। बता दें कि इस्कॉन मंदिर बांग्लादेश के पूर्व पुजारी को चटगांव मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया है। तब से हिंदू समाज में गहरा आक्रोश व्याप्त हो गया है। रविवार को बांग्लादेश की पुलिस ने चिन्मय दास से जेल में मुलाकात करने वाले दूसरे हिंदू पुजारी श्याम प्रभु को भी गिरफ्तार कर लिया है। इससे माहौल और बिगड़ गया है।

चटगांव के अतिरिक्त उपायुक्त मोफिज-उर-रहमान के अनुसार, मंगलवार की सुनवाई मेट्रोपॉलिटन सत्र न्यायाधीश मोहम्मद सैफ-उल-इस्लाम द्वारा की जाएगी। चटगांव की अदालत के एक अधिकारी ने बताया कि सुनवाई की तारीख पहले ही तय कर दी गई थी, लेकिन बुधवार और बृहस्पतिवार को वकीलों की हड़ताल के कारण घोषणा में देरी हुई। ‘बीडीन्यूज24 डॉट कॉम’ की रिपोर्ट के अनुसार, सुनवाई तीन दिसंबर को होगी। ‘बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोत’ के प्रवक्ता दास को सोमवार को ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। मंगलवार को चटगांव की एक अदालत ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया और जेल भेज दिया, जिसके बाद उनके समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।

बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्वी बंदरगाह शहर चटगांव में एक वकील की गिरफ्तारी के बाद हुई हिंसा में मौत हो गई। दास सहित 19 लोगों के खिलाफ चटगांव के कोतवाली थाने में 30 अक्टूबर को राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया था, जिसमें उन पर हिंदू समुदाय की एक रैली के दौरान चटगांव के न्यू मार्केट क्षेत्र में बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का आरोप लगाया गया था।

बांग्लादेश के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) से जुड़े 17 लोगों के बैंक खातों से लेन-देन पर 30 दिनों के लिए रोक लगाने का आदेश दिया, जिनमें इसके पूर्व सदस्य दास भी शामिल हैं।

शरद पवार का बड़ा आरोप, बोले- चुनावी तंत्र को नियंत्रित करने के लिए सत्ता और धन का हुआ दुरुपयोग

डेस्क : एनसीपी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में पूरे चुनावी तंत्र को नियंत्रित करने के लिए सत्ता और धन का दुरुपयोग हुआ, जो पहले कभी किसी विधानसभा या राष्ट्रीय चुनाव में नहीं देखा गया। शरद पवार ने डॉ. बाबा आढाव से मुलाकात के दौरान ये बयान दिया। बता दें कि आढाव हाल में हुए विधानसभा चुनाव में ईवीएम के दुरुपयोग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। गुरुवार को समाज सुधारक ज्योतिबा फुले के पुणे स्थित निवास फुले वाडा में उन्होंने अपना तीन दिवसीय प्रदर्शन शुरू किया।

शरद पवार ने कहा कि देश में हाल में चुनाव हुए हैं और लोगों में इन्हें लेकर बेचैनी है। उन्होंने कहा कि बाबा आढाव का आंदोलन इसी बेचैनी का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने कहा, ‘‘लोगों में यह सुगबुगाहट है कि महाराष्ट्र में हाल में हुए चुनाव में सत्ता का दुरुपयोग और बड़ी मात्रा में धन का इस्तेमाल हुआ जो पहले कभी नहीं देखा गया। स्थानीय स्तर के चुनावों में ऐसी बातें सुनने को मिलती हैं, लेकिन धन की मदद से पूरे चुनावी तंत्र पर कब्जा और सत्ता का दुरुपयोग पहले कभी नहीं देखा गया। बहरहाल, हमने महाराष्ट्र में ऐसा देखा और लोग अब बेचैन हैं।’’

शदर पवार ने आगे कहा, ‘‘मैंने सुना कि बाबा आढाव ने इस मुद्दे पर अगुवाई की है और वह फुले वाडा में आंदोलन कर रहे हैं। उनका विरोध लोगों में उम्मीद जगाता है लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। संसदीय लोकतंत्र के नष्ट होने का खतरा मंडरा रहा है, इसलिए जन विद्रोह जरूरी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘देश में इस मुद्दे पर व्यापक चर्चा के बावजूद विपक्ष संसद में जब भी इसे उठाने की कोशिश करता है, तो उसे बोलने नहीं दिया जाता। विपक्षी नेता छह दिन से इन मुद्दों पर बोलने का अवसर मांग रहे हैं, लेकिन उनकी मांगें एक बार भी स्वीकार नहीं की गईं। इससे पता चलता है कि वे संसदीय लोकतंत्र पर हमला करना चाहते हैं।’’

बता दें कि इससे पहले भी महा विकास आघाडी के सहयोगी दलों कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। बता दें कि इस चुनाव में महायुति को भारी जीत मिली। इसमें भाजपा, शिवसेना और एनसीपी के महायुति गठबंधन ने 288 सीटों में से 230 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) के महा विकास आघाडी ने सिर्फ 46 सीटें ही जीतीं।

यूपी के प्रयागराज से बड़ी खबर, गंगा किनारे स्थित रसूलाबाद घाट का नाम बदला, सीएम योगी ने दिया था आदेश

डेस्क: यूपी के प्रयागराज से बड़ी खबर सामने आई है। प्रयागराज में गंगा किनारे स्थित रसूलाबाद घाट का नाम बदल दिया गया है। रसूलाबाद घाट का नाम अब बदलकर चंद्रशेखर आजाद घाट होगा। सीएम योगी के निर्देश पर प्रयागराज नगर निगम ने ये फैसला लिया है।

इस बारे में हफ्ते भर में औपचारिक आदेश जारी कर वहां नया शिलापट्ट लगा दिया जाएगा। रसूलाबाद घाट गंगा नदी के तट पर स्थित है। इस घाट पर रोजाना कई शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है। इसी घाट पर अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद का भी दाह संस्कार किया गया था।

प्रयागराज नगर निगम ने इसकी कवायद 1991 में ही शुरू कर दी थी। 1991 में नगर निगम सदन ने प्रस्ताव पारित कर दिया था। हालांकि 33 साल पहले प्रस्ताव पारित होने के बावजूद अभी तक इस पर औपचारिक तौर पर आदेश जारी नहीं हो सका था।

सीएम योगी आदित्यनाथ 27 नवंबर को प्रयागराज दौरे पर थे। अपने इस दौरे पर वह नगर निगम भी गए थे। नगर निगम में कई पार्षदों ने उनके सामने इस मुद्दे को उठाया था। सीएम योगी ने इस बारे में मेयर गणेश केसरवानी और नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग को उचित फैसला लेने को कहा था। नगर निगम ने अब रसूलाबाद घाट का नाम शहीद चंद्रशेखर आजाद के नाम पर करने का फैसला ले लिया है।

इससे पहले खबर आई थी कि 13 जनवरी 2025 से शुरु होने जा रहे महाकुंभ को भव्य बनाने की तैयारी चल रही है। यूपी सरकार ने देश के सभी राज्यों के राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित करने का फैसला लिया है। इसके लिए यूपी सरकार के मंत्री अलग-अलग राज्यों में जाएंगे और आमंत्रण देंगे। सीएम योगी ने शुक्रवार शाम को लोक भवन में बुलाई गई मंत्रियों की एक बैठक में यह फैसला लिया था।

बैठक के बाद राज्य सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने बताया, “यह निर्णय लिया गया है कि प्रदेश के मंत्री देश के सभी राज्यों में जाएंगे और वहां के राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों को महाकुम्भ में आने का न्यौता देंगे।” यह पूछे जाने पर कि क्या विपक्ष के नेताओं से भी संपर्क किया जाएगा, तो मंत्री ने कहा, “ क्यों नहीं, हम विपक्षी दलों के शासन वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों समेत सभी से मिलेंगे और उन्हें आमंत्रित करेंगे।”

अमेरिका के शिकागो में गोलीबारी में भारतीय छात्र की मौत, परिवार में मचा कोहराम, सदमे में पिता

डेस्क: अमेरिका के शिकागो में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां तेलंगाना के खम्मम जिले के 26 वर्षीय छात्र साई तेजा की गोलीबारी में मौत हो गई। ग्रामीण खम्मम के रामन्नापेट के मूल निवासी साई तेजा हाल ही में चार महीने पहले अपनी मास्टर डिग्री की पढ़ाई के लिए अमेरिका गया था।

गोलीबारी के बारे में अभी तक पूरी जानकारी सामने नहीं आ पाई है, क्योंकि स्थानीय अधिकारी घटना की जांच में जुटे हुए हैं। हालांकि, यह खबर साई तेजा के परिवार और दोस्तों के लिए यह एक बड़ा सदमा है, क्योंकि वह एक महत्वाकांक्षी युवा था, जो अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाने के सपने देखता था।

साई तेजा के माता-पिता को अभी तक उनके बेटे की मौत की खबर नहीं दी गई है। उनके पिता को केवल यह बताया गया था कि उनका बेटा एक दुर्घटना का शिकार हुआ है और अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। इसके बाद से वह गहरे सदमे में हैं और बोलने में असमर्थ हो गए हैं।

खम्मम में साई तेजा के घर पर संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लगा हुआ है। स्थानीय लोग इस तरह की हिंसक घटना में एक होनहार युवा की जान जाने की त्रासदी पर शोक व्यक्त कर रहे हैं। जैसे-जैसे इस मामले की स्थिति सामने आ रही है, कई लोग अमेरिका और विदेशों में बंदूक हिंसा को लेकर जागरूकता बढ़ाने और इस पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।

अमेरिका के शिकागो में गोलीबारी में भारतीय छात्र की मौत, परिवार में मचा कोहराम, सदमे में पिता

डेस्क: अमेरिका के शिकागो में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां तेलंगाना के खम्मम जिले के 26 वर्षीय छात्र साई तेजा की गोलीबारी में मौत हो गई। ग्रामीण खम्मम के रामन्नापेट के मूल निवासी साई तेजा हाल ही में चार महीने पहले अपनी मास्टर डिग्री की पढ़ाई के लिए अमेरिका गया था।

गोलीबारी के बारे में अभी तक पूरी जानकारी सामने नहीं आ पाई है, क्योंकि स्थानीय अधिकारी घटना की जांच में जुटे हुए हैं। हालांकि, यह खबर साई तेजा के परिवार और दोस्तों के लिए यह एक बड़ा सदमा है, क्योंकि वह एक महत्वाकांक्षी युवा था, जो अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाने के सपने देखता था।

साई तेजा के माता-पिता को अभी तक उनके बेटे की मौत की खबर नहीं दी गई है। उनके पिता को केवल यह बताया गया था कि उनका बेटा एक दुर्घटना का शिकार हुआ है और अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। इसके बाद से वह गहरे सदमे में हैं और बोलने में असमर्थ हो गए हैं।

खम्मम में साई तेजा के घर पर संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लगा हुआ है। स्थानीय लोग इस तरह की हिंसक घटना में एक होनहार युवा की जान जाने की त्रासदी पर शोक व्यक्त कर रहे हैं। जैसे-जैसे इस मामले की स्थिति सामने आ रही है, कई लोग अमेरिका और विदेशों में बंदूक हिंसा को लेकर जागरूकता बढ़ाने और इस पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।

प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, 24 घंटे 20 स्पेशल ड्रोन करेंगे निगरानी


डेस्क: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ मेले में इस बार पौराणिक मान्यताओं के साथ-साथ सबसे आधुनिक डिजिटल तकनीक भी देखने को मिलेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था को बेहद सख्त और अत्याधुनिक बनाने के लिए 20 विशेष ड्रोन तैनात किए गए हैं, जो लगातार महाकुंभ की हर गतिविधि पर नजर रखेंगे। एक आधिकारिक बयान में शनिवार को यह जानकारी दी गई। बयान के अनुसार, इन ड्रोन की मदद से महाकुंभ में हो रही सभी गतिविधियों पर 24 घंटे निगरानी रखी जाएगी। बयान में यह भी कहा गया कि यह ड्रोन इतने सख्त सुरक्षा इंतजाम करेंगे कि संगम क्षेत्र से लेकर महाकुंभ के हर कोने तक परिंदा भी पर न मार सके। संगम घाट, हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, मंदिर, सड़कें, पुल और अन्य सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर इन ड्रोन द्वारा पैनी नजर रखी जा रही है। बयान में कहा गया है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार के निर्देश पर अत्याधुनिक सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम इतना सख्त है कि देश-विदेश से यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने पाएगी। सबसे खास बात यह है कि मेला क्षेत्र के 25 सेक्टरों के प्रत्येक कोने की जानकारी विशेष ड्रोन के जरिए अपडेट की जा रही है। इन ड्रोन की मदद से प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही हैं। इसके अलावा, मेला प्राधिकरण और प्रशासन की टीमें युद्धस्तर पर सुरक्षा इंतजामों को अंतिम रूप दे रही हैं। ड्रोन की तीन तरह की परियोजनाओं को महाकुंभ में लागू किया गया है और आवश्यकता पड़ने पर इनकी संख्या बढ़ाई भी जा सकती है। महाकुंभ को अलौकिक और सुरक्षित बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता के तहत यह कदम उठाया गया है। इसी क्रम में महाकुंभ में हो रहे निर्माण कार्यों और अन्य विभागों की गतिविधियों पर भी इन ड्रोन की मदद से निगरानी रखी जा रही है, ताकि हर कार्य समय पर और सुरक्षा के साथ पूरा हो सके। इन्हीं विशेष ड्रोन की मदद से स्मार्ट सिटी, नगर निगम, पुलिस, चिकित्सालय, परिवहन समेत तमाम विभागों में हो रही गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है।
अधिकारियों को लेकर कांग्रेस नेता का विवादित बयान, "ठोक दिया करो, हम उसे निपटा लेंगे"

डेस्क: राजस्थान के सेड़वा में "नशा नहीं नौकरी दो" कार्यक्रम के तहत आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और सांगरिया विधायक अभिमन्यु पुनिया ने एक विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ कोई अधिकारी मनमानी करता है, तो उसे "ठोक दिया करो" और बाद में हम उसे निपटा लेंगे।

पुनिया का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस बयान में उन्होंने अधिकारियों के प्रति कड़ा रुख अपनाया और कार्यकर्ताओं से खुले तौर पर उन्हें जवाब देने की बात की। यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने यह बयान तब दिया जब वे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से संवाद कर रहे थे और "नशा नहीं नौकरी दो" कार्यक्रम के समर्थन में युवाओं को प्रोत्साहित कर रहे थे।

वहीं, एक अन्य खबर में बीजेपी की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष मदन राठौड़ को शुक्रवार को एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई। राठौड़ ने खुद इस घटना की जानकारी दी और बताया कि जब वह दिल्ली में थे, तो उन्हें एक फोन कॉल आई। कॉल करने वाले व्यक्ति ने राठौड़ को गालियां देते हुए धमकी दी कि वह उन्हें गोली मार देगा।

राठौड़ ने कहा, "एक व्यक्ति ने मुझे फोन किया और गोली मारने की धमकी दी।" उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने इस मामले की सूचना पुलिस को दे दी है, और पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, भाजपा के प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल और अन्य कई नेताओं ने मदन राठौड़ से फोन पर संपर्क किया और घटना की जानकारी ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।

अधिकारियों को लेकर कांग्रेस नेता का विवादित बयान, ठोक दिया करो, हम उसे निपटा लेंगे

डेस्क: राजस्थान के सेड़वा में "नशा नहीं नौकरी दो" कार्यक्रम के तहत आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और सांगरिया विधायक अभिमन्यु पुनिया ने एक विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ कोई अधिकारी मनमानी करता है, तो उसे "ठोक दिया करो" और बाद में हम उसे निपटा लेंगे। पुनिया का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस बयान में उन्होंने अधिकारियों के प्रति कड़ा रुख अपनाया और कार्यकर्ताओं से खुले तौर पर उन्हें जवाब देने की बात की। यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने यह बयान तब दिया जब वे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से संवाद कर रहे थे और "नशा नहीं नौकरी दो" कार्यक्रम के समर्थन में युवाओं को प्रोत्साहित कर रहे थे। वहीं, एक अन्य खबर में बीजेपी की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष मदन राठौड़ को शुक्रवार को एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई। राठौड़ ने खुद इस घटना की जानकारी दी और बताया कि जब वह दिल्ली में थे, तो उन्हें एक फोन कॉल आई। कॉल करने वाले व्यक्ति ने राठौड़ को गालियां देते हुए धमकी दी कि वह उन्हें गोली मार देगा। राठौड़ ने कहा, "एक व्यक्ति ने मुझे फोन किया और गोली मारने की धमकी दी।" उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने इस मामले की सूचना पुलिस को दे दी है, और पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, भाजपा के प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल और अन्य कई नेताओं ने मदन राठौड़ से फोन पर संपर्क किया और घटना की जानकारी ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
चक्रवाती तूफान फेंगल का दिल्ली-NCR समेत उत्तर भारत में क्या पड़ेगा असर? जानिए बारिश होगी या बढ़ेगी ठंड

डेस्क: दक्षिण भारत के कई राज्यों में चक्रवाती तूफान फेंगल का असर देखने को मिल रहा है। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और पुडुचेरी के कई जिलों में जमकर बारिश हो रही है। इस बीच, उत्तर भारत का मौसम सामान्य बना हुआ है। दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में चक्रवाती तूफान का कुछ खास असर नहीं है। यहां पहले के जैसे ही ठंड हो रही है। बारिश का भी कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है।

रविवार सुबह दिल्ली-NCR का न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को आसमान साफ रहेगा। दिन में धूप भी निकली रहेगी। अगले तीन दिन यानी सोमवार, मंगलवार और बुधवार को भी ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है।

दिल्ली के पड़ोसी राज्य हरियाणा के मौसम की बात करें तो यहां धीरे-धीरे ठंड बढ़ रही है। चक्रवाती तूफान का यहां भी कोई असर देखने को नहीं मिलेगा। हरियाणा के अधिकतर जिलों में इन दिनों सुबह और रात में अधिक ठंड महसूस की जा रही है। हरियाणा का सबसे अधिक ठंड वाला जिला हिसार रहा है, जबकि गुरुग्राम सबसे गर्म जिले के रूप में दर्ज किया गया है।

बता दें कि दिल्ली में पिछला महीना नवंबर 5 साल में सबसे गर्म रहा है। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, 2019 के बाद सबसे देरी से तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे गया है। साल 2019 में एक दिसंबर को तापमान 10 डिग्री से नीचे गया था।

नवंबर महीने का औसत न्यूनतम तापमान 14.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जो दीर्घावधि औसत 13 डिग्री सेल्सियस से लगभग दो डिग्री सेल्सियस अधिक है। इसी प्रकार औसत अधिकतम तापमान एलपीए से 1.1 डिग्री अधिक 29.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो 2019 के बाद से सबसे गर्म नवंबर है। न्यूनतम तापमान में तेज गिरावट 25 नवंबर को शुरू हुई, जब यह 14 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।