तीन महामंडलेश्वर की अगुवाई में किन्नर अखाड़े का हुआ भूमि पूजन

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 की तैयारियों के तहत सेक्टर 16 में किन्नर अखाड़े ने भूमि पूजन समारोह आयोजित किया। इस भूमि पूजन का आयोजन किन्नर अखाड़े के तीन महामंडलेश्वरों की अगुवाई में किया गया। भूमि पूजन वैदिक मंत्रों के बीच संपन्न हुआ, जिसमें महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरी, महामंडलेश्वर पवित्रा नंद गिरी, और महामंडलेश्वर कल्याणी नंद गिरी उपस्थित रहे।

इस अवसर पर सैकड़ों किन्नरों ने भी भूमि पूजन में भाग लिया। महामंडलेश्वर पवित्रा नंद गिरी ने इस अवसर पर बताया कि महाकुंभ 2025 में किन्नर अखाड़े द्वारा कई नई योजनाओं को लागू किया जाएगा, जो 2019 के कुंभ से काफी अलग होंगे। उन्होंने कहा कि किन्नरों के उत्थान के लिए विशेष कार्य योजनाएं बनाई जा रही हैं, जिन्हें जल्द ही अमलीजामा पहनाया जाएगा।

महामंडलेश्वर पवित्रा नंद गिरी ने यह भी जानकारी दी कि महाकुंभ के दौरान देश-विदेश से किन्नर समाज के कई लोग इसमें भाग लेंगे, और 25 किन्नर संतों को पट्टाभिषेक भी किया जाएगा। इस भूमि पूजन समारोह के माध्यम से किन्नर समाज की प्रमुखता को उजागर किया गया, और यह महाकुंभ के दौरान उनकी सक्रिय भागीदारी का संकेत है।

इलाहाबाद विवि को ऐसा बनाएं कि अमेरिका से भी विद्यार्थी पढ़ने आएं: कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) के कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव के चार वर्षों के सफल कार्यकाल के उपलक्ष्य में शुक्रवार को 'कालाकल्प' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के अध्यक्षों, शिक्षकों और विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।

कार्यक्रम का प्रारंभ संगीत विभाग के विद्यार्थियों द्वारा कुलगीत प्रस्तुत करने से हुआ, जिसके बाद कुलसचिव प्रो. आशीष खरे और अन्य विभागाध्यक्षों ने पुष्पगुच्छ देकर कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव का स्वागत किया। इस मौके पर प्रो. श्रीवास्तव ने अपने कार्यकाल के अनुभव साझा करते हुए कहा, "मेरा सपना है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय को इस प्रकार विकसित किया जाए कि अमेरिका से भी विद्यार्थी यहां पढ़ने आएं।"

उन्होंने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय के पुनर्निर्माण में स्थानीय प्रशासन और विश्वविद्यालय के अधिकारियों का भरपूर सहयोग मिला। विश्वविद्यालय में नियुक्तियों के दौरान 60 मामलों को जीतकर नियुक्तियां पूरी की गईं, जिससे विश्वविद्यालय को फिर से संजीवनी मिली। प्रो. श्रीवास्तव ने विश्वविद्यालय में किसी भी प्रकार की हिंसा को बर्दाश्त नहीं करने की बात भी कही।

कार्यक्रम में विद्यार्थी कल्याण के अधिष्ठाता प्रो. हर्ष कुमार ने स्वागत भाषण दिया और बताया कि प्रो. श्रीवास्तव के नेतृत्व में विश्वविद्यालय ने एक नई दिशा पकड़ी है। उन्होंने कहा कि प्रो. श्रीवास्तव ने सूझ-बूझ से विश्वविद्यालय को गर्त से बाहर निकाला और उसका गौरव पुन: लौटाया।

कार्यक्रम में संगीत विभाग के विद्यार्थियों ने लोकगीत पर नृत्य प्रस्तुति दी। इसके बाद विभिन्न विभागों के शिक्षकों ने अपने-अपने विचार साझा किए। कला संकाय की डीन प्रो. अनामिका राय ने कुलपति के कार्यकाल में हुए परिवर्तनों पर प्रकाश डाला, जबकि पत्रकारिता विभाग के शिक्षक डा. शिव गोपाल ने अपनी कविता ह्यह्यधन्य हो धन्य हो तुमको मातेश्वरीह्णह्ण से समां बांध दिया।

एफआरसी के निदेशक प्रो. आशीष सक्सेना ने भी प्रो. श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय के चहुंमुखी विकास पर चर्चा की। कार्यक्रम में कुलपति के कार्यकाल में हुए बदलावों की सराहना करते हुए कई शिक्षकों ने गीत और भाषण प्रस्तुत किए।

कार्यक्रम का समापन गांधी विचार और शांति अध्ययन संस्थान के समन्वयक डा. अविनाश श्रीवास्तव द्वारा धन्यवाद ज्ञापित करने के साथ हुआ। मंच संचालन प्रो. जया कपूर और डा. सोनाली शंकर ने किया।

महाकुंभ के लिए अधिकारियों की टीम ग्राउंड जीरो पर उतारी गई

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। महाकुंभ-2025 के भव्य आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों की टीम को विशेष जिम्मेदारियाँ सौंपी गई हैं। जिलाधिकारी प्रयागराज के आदेशानुसार, अधिकारियों को मेला क्षेत्र, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और होल्डिंग एरिया सहित शहर के विभिन्न प्रमुख स्थलों पर व्यवस्था और सुरक्षा का प्रभार सौंपा गया है।

अधिकारियों को दी गई जिम्मेदारी

जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा जारी आदेश में मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार को महाकुंभ-2025 के कार्यों की देखरेख का जिम्मा सौंपा गया है। जबकि अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) विनय कुमार सिंह को झूसी और आस-पास के क्षेत्र के प्रबंधन की जिम्मेदारी दी गई है। अपर जिलाधिकारी (भूलेख) कुँवर पंकज को नैनी और उसके आस-पास का क्षेत्र देखना है, जबकि प्रदीप कुमार को फाफामऊ और इसके आसपास के क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई है।

महत्वपूर्ण क्षेत्रों की देखरेख

अपर जिलाधिकारी (नगर) मदन कुमार को नगर क्षेत्र की देखरेख और अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) पूजा मिश्रा को आईसीसीसी (प्रयागराज मेला प्राधिकरण) में कंट्रोल रूम का प्रभार सौंपा गया है। ये अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि महाकुंभ के आयोजन के दौरान सभी सुविधाएं और व्यवस्थाएँ समय पर पूरी हों।

रेलवे स्टेशन और होल्डिंग एरिया की व्यवस्था

महाकुंभ के प्रमुख स्नान पर्व के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ को संभालने के लिए रेलवे स्टेशनों पर नोडल और सहायक नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है। पीडीए वीसी अमित पाल शर्मा को प्रयागराज जंक्शन का नोडल अधिकारी बनाया गया है, जबकि अन्य प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर भी नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है।

इसके अलावा, होल्डिंग एरिया की व्यवस्था के लिए भी अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है, जिससे महाकुंभ के दौरान कोई भी अप्रिय घटना न हो और श्रद्धालुओं को सुविधाजनक व्यवस्था मिल सके।

प्रयागराज को फूलों की खुशबू से महकाने की तैयारी, अयोध्या और काशी के फूलों से महकेगा प्रयागराज

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के आगमन से पहले प्रयागराज को श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार किया जा रहा है। इस बार महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए प्रदेश सरकार ने एक अनूठी पहल की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर, प्रयागराज को फूलों की खुशबू से महकाने की योजना बनाई गई है।

07 करोड़ 55 लाख 18 हजार रुपये की लागत से पूरे शहर को सुगंधित किया जाएगा। इस अभियान के तहत 26225 गमलों में मौसमी फूल लगाए जाएंगे और बड़े पैमाने पर फ्लावर बेड्स तैयार किए जाएंगे। मेला क्षेत्र के साथ-साथ गंगा किनारे भी विशेष सजावटी पौधे लगाए जा रहे हैं, ताकि श्रद्धालुओं को एक अद्भुत अनुभव हो।

महाकुंभ में सफाई और सजावट पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, और इसके लिए फूलों की वाटिकाओं और रंग-बिरंगे पौधों को क्यारियों और गमलों में सजाने का काम तेजी से चल रहा है। मेला क्षेत्र में हर जगह रंग-बिरंगे फूलों की महक और सुंदरता का दृश्य देखने को मिलेगा

प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियों के तहत अयोध्या और काशी की नर्सरियों से बड़े पैमाने पर फूलों और सजावटी पौधों का आॅर्डर दिया गया है। ये फूल शहर के प्रमुख स्थलों, पार्कों, चौराहों, सड़कों, एयरपोर्ट, और हाईकोर्ट की सजावट में इस्तेमाल किए जाएंगे। इसके अलावा, महाकुंभ में आने वाले सैलानियों के आकर्षण के लिए प्रयागराज की गली-गली में फूलों के गमले रखे जाएंगे।

इस बार महाकुंभ के लिए खासतौर पर गुलाब, डहेलिया, जूही, मेरीगोल्ड, कामिनी, चांदनी, गुलदावरी, नेरियम, और गेंदा के विभिन्न किस्मों की मांग है। साथ ही, सजावटी पौधों में एरिका पॉम, स्पाइंडल लिली, पीस लिली, बम्बू, और धन लक्ष्मी जैसे पौधे शामिल हैं।

इस बार महाकुंभ का अनुभव न केवल आस्था का होगा, बल्कि यहां की फूलों और पौधों से सजी सड़कों और चौराहों में एक नया सौंदर्य भी देखने को मिलेगा।

इलाहाबाद विवि से मिली मानद उपाधि को कुमार विश्वास ने हिंदी प्रेमियों को की समर्पित

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। देश के प्रख्यात कवि डॉ. कुमार विश्वास ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से मिली मानद उपाधि को हिंदी प्रेमियों को समर्पित किया है। इस उपाधि की घोषणा के बाद डॉ. विश्वास ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक पोस्ट लिखकर अपने विचार साझा किए। उन्होंने लिखा कि यह सम्मान केवल उनके लिए नहीं है, बल्कि यह हर काव्य और हिंदी प्रेमी का सम्मान है, जिनकी आवाजों में "कोई दीवाना कहता है" गुनगुनाते हुए हिंदी को सार्थकता दी है।

डॉ. विश्वास ने यह भी कहा कि यह सम्मान एक समग्र योग से ही सृजित हुआ है, और उन्होंने इसे अपनी मेहनत और साहित्य प्रेमियों के प्रति सम्मान का प्रतीक मानते हुए कहा कि यह सम्मान पूरी हिंदी जगत को समर्पित है।

प्रयागराज में शीघ्र शुरू होगा अंतरराष्ट्रीय स्तर का शूटिंग रेंज

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। अब शहर में शूटिंग का प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधा उपलब्ध होगी। छावनी क्षेत्र के कैंट हाईस्कूल में निमार्णाधीन शूटिंग रेंज का 95 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। यह रेंज प्रशिक्षुओं को उच्चतम स्तर की सुविधाएं प्रदान करेगी और यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा सकेंगी।

छावनी परिषद द्वारा 22 लाख की लागत से बन रहे इस शूटिंग रेंज में 10 मीटर पिस्टल और राइफल से शूटिंग का अभ्यास किया जा सकेगा। रेंज की खासियत यह है कि इसमें शूटिंग के दौरान ईयर मफ की आवश्यकता नहीं होगी, जो इसे और भी विशेष बनाता है।

छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी मोहम्मद समीर इस्लाम ने बताया कि यह शूटिंग रेंज नई दिल्ली के करनी सिंह शूटिंग रेंज जैसी सुविधाओं से लैस होगी। प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण देने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के शूटर या कम से कम राष्ट्रीय स्तर के पदक विजेता प्रशिक्षक नियुक्त किए जाएंगे। यह रेंज जल्द ही शहर के युवाओं को शूटिंग में अपनी प्रतिभा निखारने का अवसर प्रदान करेगा।

सत्य ही जगत में ऐसा साथी है जो कभी भी अपने राही को समाज में गिरने नहीं देता : राजेश तिवारी

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज । सत्य ही जगत में ऐसा साथी है जो कभी भी अपने राही को समाज में गिरने नहीं देता यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने अपने प्रिय सम्वर्गीय अनुज सहायक बोरिंग टेक्नीशियन होलागढ़ अजय कुमार सिंह पटेल से उनके शुभ विवाह के अवसर पर उनके निज निवास मोहम्मदपुर(बारी भीट) सैदाबाद प्रयागराज में कही। गौरतलब हो जिला मंत्री अपने सम्वर्गीय साथी सहायक बोरिंग टेक्नीशियन होलागढ़ प्रयागराज श्री पटेल के वैवाहिक कार्यक्रम में शिरकत करने मोहम्मदपुर(बारी भीट) पधारे हुए थे।

जिला मंत्री अपने सम्वर्गीय साथियों के बीच हमेशा ही पारिवारिक रिश्ते बनाए रखते हैं और सभी के सुख दु:ख में अवश्य ही पहुँचते हैं।जिला मंत्री के मुताबिक अपने निज परिवार के भाँति ही हमारा सम्वर्ग भी परिवार ही हैं क्योंकि सम्वर्ग से ही संगठन एवं संगठन से ही हमारी पहचान है।जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि सत्य ही जगत में ऐसा साथी है जो कभी भी अपने राही को समाज में गिरने नहीं देता।मनुष्य का जन्म ही हमें सत्य से आत्मसाथ करने हेतु मिला है क्योंकि जगत के अन्य प्राणी सत्य के बारे में कुछ भी नहीं जानते।जिला मंत्री ने आगे अपने व्यक्तव्य में यह भी कहा कि सत्य ही ऐसा साथी है जो हर समय साथ खड़ा रहता है,न्याय का उपहार दे अपने राही को समाज में बड़ा करता है।

इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला ने कहा कि जिला मंत्री द्वारा मानव के मूल कर्तव्यों एवं दायित्वों को बहुत ही सुन्दर एवं सत्यमय वाणी में वर्णित किया है।वास्तव में हम मानव समाज को मनुष्य का तन इसीलिए प्राप्त हुआ है कि वह सत्य को जान सके और अपने आत्मा में इसे पिरोकर अपने मानव जीवन को सफल कर सके।इस मांगलिक अवसर पर साहित्यिक एवं आध्यात्मिक वार्ता के दौरान अजय कुमार सिंह पटेल सहायक बोरिंग टेक्नीशियन के पिता भगौती प्रसाद पटेल, हिन्दू महासभा महामंत्री राकेश तिवारी,वरिष्ठ समाजसेवी वीरेन्द्र कुमार दुबे,नितिन तिवारी सहित सहायक बोरिंग टेक्नीशियन श्री पटेल के परिवारी जन एवं सगे सम्बन्धी उपस्थित रहे।

उप शिक्षा निदेशक माध्यमिक-3 का प्रभार वरिष्ठ शिक्षाधिकारी राजेंद्र प्रताप को

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। शासन ने उप शिक्षा निदेशक सेवाएं -1 शिक्षा निदेशालय उप्र राजेंद्र प्रताप को अतिरिक्त प्रभार उप शिक्षा निदेशक माध्यमिक -3 का अतिरिक्त प्रभार आज सौंपा है। चंदौली निवासी वरिष्ठ शिक्षाधिकारी राजेंद्र प्रताप बीएससी एजी यूबी कालेज वाराणसी, एमएससी कुल भास्कर आश्रम पीजी कॉलेज प्रयागराज से किया है।

1995 बैच के वरिष्ठ शिक्षाधिकारी हैं। जो सरल स्वभाव , ईमानदार छवि और लोगों की मदद करते हैं। वरिष्ठ शिक्षाधिकारी राजेंद्र प्रताप कई जिलों में बीएसए, एडी बेसिक, प्रयागराज सहित अन्य जिलों में डीआईओएस, राज्य शिक्षा संस्थान एलनगंज प्रयागराज के प्राचार्य, उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) में अपर सचिव प्रशासन सहित अन्य पदों पर कुशलतापूर्वक कार्य किया है। वरिष्ठ शिक्षाधिकारी राजेंद्र प्रताप वर्तमान में उप शिक्षा निदेशक सेवाएं -1 के साथ प्रभारी प्राचार्य डायट प्रयागराज और उप शिक्षा निदेशक माध्यमिक तीन का अतिरिक्त प्रभार है।

*साहिब श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाशोत्सव धूमधाम से मना*

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज- नैनी गुरुद्वारा प्रांगण में साहिब श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश उत्सव बड़ी आस्था विश्वास के साथ मनाया जा रहा है। प्रातः काल से ही खुले दीवान हॉल में गुरु का प्रकाश उत्सव मे पंथ के प्रसिद्ध रागी जत्थो द्वारा शब्द कीर्तन,कथा ,गुरु इतिहास उच्चारित कर संगतो से गुरु के आदर्शों पर चलने का आग्रह करेंगे अरदास,हुकमनामा के उपरांत गुरु का अटूट लंगर वितरित होगा।

सरदार पतविंदर सिंह ने सभी से आग्रह किया है कि सर्वधर्म के लोग नैनी गुरुद्वारा पहुंचकर गुरु की वाणी सुनकर अपने जीवन सफल करें व गुरु का अटूट लंगर छक्के।

*धूमधाम से मनाया गया एंग्लो बंगाली इंटरमीडिएट कॉलेज का वार्षिकोत्सव*

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज- एंग्लो बंगाली इंटरमीडिएट कॉलेज का वार्षिकोत्सव समारोह 30 नवंबर 2024 को उत्साहपूर्वक सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों के द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। इस अवसर पर विद्यालय के छात्रों ने विविध रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिन्होंने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण हिंदी साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद की प्रसिद्ध कहानी अनुपम परिहार द्वारा निर्देशित 'बलिदान' का सजीव मंचन रहा, जिसमें छात्रों ने उत्कृष्ट अभिनय और निर्देशन से कहानी को जीवंत कर दिया।

इसके अलावा, नृत्य, कविता पाठ, और 'स्वच्छ कुंभ, सुरक्षित कुंभ' का संदेश देने वाली विशेष प्रस्तुति भी सराही गई।विद्यालय के मेधावी छात्रों. अकादमिक और पाठ्य सहगामी क्रियायों में सहभागिता के लिए कॉलेज प्रबंध समिति के अध्यक्ष प्रो. रामेन्दू रॉय, उपाध्यक्ष अरुण चट्टोपाध्याय व प्रधानाचार्य स्वास्तिक बोस ने मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

कॉलेज ने इस अवसर पर अपने दो पुराने छात्रों, अंजन कुमार चटर्जी और जीएसटी एडिशनल कमिश्नर जितेंद्र सिंह को भी सम्मानित किया, जो अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियाँ हासिल कर चुके हैं। इस अवसर पर श्री सोमनाथ चंदा ने अपने पिता की स्मृति में विद्यालय को एक लाख रु. का अनुदान दिया।विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष प्रो. रामेन्दू रॉय ने कहा, "एंग्लो बंगाली इंटरमीडिएट कॉलेज सदैव छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयासरत रहा है। आज के कार्यक्रम ने हमारे छात्रों की प्रतिभा और अनुशासन का परिचय दिया। हमें गर्व है कि हमारे छात्र न केवल शिक्षाविद् बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर रहे हैं।"प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष अरुण चट्टोपाध्याय रॉय ने कहा, "विद्यालय न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि संस्कार और संस्कृति के प्रसार में भी अहम भूमिका निभा रहा है। मैं सभी छात्रों और शिक्षकों को इस अद्भुत आयोजन के लिए बधाई देता हूँ।"सम्मानित पुरातन छात्र श्री अंजन कुमार चटर्जी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, "एंग्लो बंगाली कॉलेज ने मुझे सिर्फ शिक्षा ही नहीं दी, बल्कि जीवन जीने की कला भी सिखाई। आज यहां आकर अपनी जड़ों से जुड़ना मेरे लिए गर्व की बात है।"जीएसटी एडिशनल कमिश्नर जितेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा, "मैं इस विद्यालय के मंच पर खड़ा होकर अपनी सफलता का श्रेय यहाँ के शिक्षकों और प्रबंधन को देना चाहता हूँ। यह संस्थान छात्रों के चरित्र निर्माण में एक मजबूत नींव रखता है। जीवन में चैलेंज स्वीकार करने से आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है"

प्रधानाचार्य स्वास्तिक बोस ने कहा, "आज का दिन हम सभी के लिए गर्व का क्षण है। छात्रों ने अपनी मेहनत और समर्पण से यह साबित कर दिया है कि वे किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। मैं विशेष रूप से हमारे शिक्षकों और स्टाफ का धन्यवाद करता हूँ, जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में योगदान दिया।"

कार्यक्रम का संचालन जयदीप गांगुली, यशवंत सिंह, बी. एन. मुखर्जी और अनुपम परिहार ने सामूहिक रूप से किया।पुरस्कार वितरण में स्मिता दत्ता और प्राथमिक संवर्ग में बच्चों की प्रस्तुति में तनूजा और तुहिना ने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रधानाचार्य स्वास्तिक बोस ने किया, जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए अतिथियों, छात्रों, शिक्षकों, और प्रबंध समिति के सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विद्यालय के सभी छात्र, शिक्षक, और शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे। राष्ट्रगान के पश्चात कार्यक्रम समाप्त हुआ।